Jamshedpur

Aug 19 2023, 15:15

अगर आप बदहजमी से है परेशान तो न खाएं ये खाना! बढ़ सकती है अपच की परेशानी...


दिल्ली:आजकल के टाइम में गलत खानपान के कारण हमें पेट से जुड़ी कई तरह के परेशानी से गुजरना पड़ता है। पेट से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या हमें परेशान करती है. इससे हमें दस्त, ऐंठन, अपच, पेट दर्द जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं. ये तब होता है, जब हमारा पाचन तंत्र खराब हो, या फिर आपको पेट से जुड़ी किसी तरह की परेशानी हो. भले ही ये समस्या बेहद ही आम है, लेकिन इसका ध्यान रखना बहुत जरूरी है. देखा जाए तो इसके लिए हमारा खान-पान बहुत ज्यादा जिम्मेदार है।

गलत खान-पान से सूजन, दर्द और सीने में जलन जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है... तो आइये आपको इस तरह की परेशानी से हमेशा-हमेशा के लिए सुरक्षित रखने के लिए आपको बताएं, आखिर किस तरह के खाने से ये होता है... 

इनसे रहें दूर...

1. मसालेदार भोजन- भले ही स्वाद इसका कितना भी लाजवाब हो, मगर ये शरीर के लिए हानिकारक होता है. इससे आपके शरीर को पाचन तंत्रों से जुड़ी कई परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. बता दें कि मसालेदार भोजन में कैप्साइसिन जैसे यौगिक होते हैं, जो पाचन तंत्र में जलन पैदा करते हैं, जिससे आपके पेट में अपच के लक्षण पैदा होते हैं. ऐसे में कोशिश करें कि आप मसालेदार खाना कम ही खाएं...

2. तले हुए भोजन- तला हुआ भोजन भी बहुत खतरनाक साबित हो सकता है. खासतौर पर अगर आप अपच के शिकार हैं, तला हुआ भोजन पेट के लिए काफी भारी हो सकता है. ऐसे में तला हुआ खाना अपच की समस्या खड़ी कर सकता है. तला हुआ खाना पचने में भी काफी लंबा समय लेता है. इससे सीने में जलन सहित अन्य परेशानी बरकार रहती है. 

3. खट्टे फल- खट्टे फल भी अपच की समस्या में इजाफा करते हैं. दरअसल खट्टे फल का रस पेस से जुड़ी समस्या का कारक बनता है. इससे आपके शरीर में दर्द होता है, साथ ही हल्की-फुल्की जलन भी महसूस होती है, जिससे आपको परेशानी होगी.

Jamshedpur

Aug 19 2023, 15:12

नए वेरिएंट के साथ कोरोना ने दी फिर दस्तक, BA.2.86 को लेकर WHO का अलर्ट


क्या आपने ये मान लिया है कि कोविड खत्म हो गया है, तो आप बिल्कुल गलत हैं। दरअसल कोरोना ने नए वेरिएंट के साथ एक बार फिर दस्तक दी है। कोविड के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन बीए.2.86 को लेकर 'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' ने चिंता जताई है।यूके में देखे गए एरिस के बाद अब अमेरिका सहित कुछ देशों में नए बीए.2.86 वेरिएंट के मामले रिपोर्ट किए गए हैं। प्रारंभिक अध्ययनों में दोनों को ही ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक रूप माना जा रहा है, हालांकि इनमें जिस प्रकार के म्यूटेशन देखे गए हैं, वह इनकी अधिक संक्रामकता को लेकर अलर्ट करते हैं।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन(WHO) ने कहा है कि यह कोरोना के बाकी दूसरे वेरिएंट से ज्याद म्यूट है। बीए.2.86 ओमिक्रॉन के बीए से है। इसका पहला केस इज़राइल में पाया गया था। अब तक यह केवल पांच देशों में पाया गया है - डेनमार्क (2), इज़राइल (1), अमेरिका (1), और यूके (1) में और वेरिएंट के खतरनाक लक्षण दिखाई दिए हैं। जिससे ताजा कोविड की आशंका बढ़ गई है। WHO ने शुक्रवार को कहा कि वे इस समय 3 वेरिएंट्स ऑफ इंटरेस्ट और 7 वेरिएंट्स को निगरानी में ट्रैक कर रहे हैं। 

WHO ने 'X' (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, "डब्ल्यूएचओ ने बड़ी संख्या में उत्परिवर्तन के कारण आज कोविड-19 वेरिएंट बीए.2.86 को 'निगरानी के तहत वेरिएंट' के रूप में नामित किया है। डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 प्रतिक्रिया के लिए तकनीकी प्रमुख मारिया वान केरखोव ने एक पोस्ट में कहा, "अभी इसके बारे में बहुत सीमित जानकारी उपलब्ध है, लेकिन बड़े उत्परिवर्तन। वेरिएंट को ट्रैक करने/नए वेरिएंट का पता लगाने के लिए कड़ी निगरानी, अनुक्रमण और कोविड-19 रिपोर्टिंग की आवश्यकता है। भले ही कोविड वायरस का प्रसार और विकास जारी है, डब्ल्यूएचओ ने भी बेहतर निगरानी, अनुक्रमण और रिपोर्टिंग करेगी। ऐसा लगता है कि BA.2.86 असली चीज़ है - अब लंदन, इंग्लैंड से भी पता चला है। कुल मिलाकर 5वां मामला।

Jamshedpur

Aug 19 2023, 15:09

दुनियाभर में फिल्म 'जेलर' का जलवा, यूपी पहुंचे मेगास्टार रजनीकांत, सीएम योगी के साथ देखेंगे अपनी मूवी

मेगास्टार रजनीकांत की हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'जेलर' पूरी दुनिया में अपना जलवा देखा जा रहा है। उनकी फिल्म दुनियाभर में जबरदस्त कमाई कर रही है। फिल्म के साथ सनी देओल की गदर 2 और अक्षय कुमार की OMG 2 रिलीज हुई है। लेकिन जेलर की कमाई पर इन दोनों फिल्मों का कोई निगेटिव इम्पैक्ट पड़ता नजर नहीं आ रहा है। रजनीकांत भी अपनी इस फिल्म के प्रमोशन में बिजी हैं। अब वे यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ फिल्म देखेंगे।

फिल्म अभिनेता रजनीकांत शुक्रवार की शाम लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे। यहां पत्रकारों ने जब सीएम योगी आदित्यनाथ से उनकी मुलाकात को लेकर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वो मुख्यमंत्री के साथ फिल्म देखेंगे।वहीं जब पत्रकारों ने उनकी फिल्म जेलर की सफलता को लेकर सवाल किया तो उन्होंने ईश्वर की ओर इशारा करते हुए कहा कि सब भगवान की कृपा है।

बता दें कि अभिनेता रजनीकांत तीन दिवसीय यूपी दौरे पर हैं। वो 18 अगस्त से 20 अगस्त तक यूपी में रहेंगे। इस दौरान अभिनेता अयोध्या, मथुरा और काशी के मंदिरों में जा सकते हैं और पूजा अर्चना कर सकते हैं। रजनीकांत इससे पहले साल 2021 में भी उत्तर प्रदेश आए थे, इस दौरान उन्होंने प्रदेश की कुछ लोकेशन पर अपनी फिल्म की शूटिंग भी की थी।

सीएम योगी आदित्यनाथ और रजनीकांत दोनों आज मिलकर फिल्म जेलर देख सकते हैं। ये मौका बेहद अलग होगा, क्योंकि मुख्यमंत्री अक्सर फिल्म नहीं देखते है, ऐसे बहुत कम ही मौके हुए हैं जब योगी आदित्यनाथ फिल्म देखने गए हैं। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ अपनी पूरी कैबिनेट के साथ फिल्म द केरल स्टोरी देखने पहुंचे थे। इसके लिए लोकभवन में स्पेशल स्क्रीनिंग रखी गई थी। इस दौरान सीएम योगी ने कहा था कि 'लव जिहाद मानवता के खिलाफ अघोषित आतंकवाद का एजेंडा है। यह फिल्म लव जेहाद के प्रति पूरे देश का ध्यान आकर्षित करती है। हर सभ्य नागरिक और समाज को इस विकृति के प्रति जागरूक होना होगा।

फिल्म जेलर की बात करें तो ये 10 अगस्त को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज की गई। इस फिल्म को जबरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। फिल्म ने 8 दिनों में दुनियाभर में 470 करोड़ की कमाई कर ली है। ये आंकड़े अपने आप में ही रजनीकांत की लोकप्रियता और उनकी सक्सेस को बयां कर रहे हैं। भारत में भी ये फिल्म अच्छा कर रही है और 235 करोड़ की कमाई कर चुकी है।

Jamshedpur

Aug 18 2023, 19:26

सप्ताहिक जनता दरबार में जिले के विभिन्न क्षेत्र से आए लोगों से मिले उप विकास आयुक्त


सरायकेला।: उपायुक्त श्री रविशंकर शुक्ला के निर्देशानुसार आज साप्ताहिक जनता दरबार में जिले के विभिन्न क्षेत्र से आए लोगों से उप विकास आयुक्त श्री प्रवीण कुमार गागराई मिले। सप्ताहिक दरबार में मुख्य रूप से Kcc ऋण योजनाओं के लाभ, राशन कार्ड मे नाम जोड़ने, कई महीना से बन पेंशन योजना को पुनः चालू करने, पेंशन योजना से जोड़ने, प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ प्रदान करने समेत विभिन्न आवेदन प्राप्त हुए।

 जनता दरबार में प्राप्त आवेदनों को उप विकास आयुक्त नें संबंधित कार्यालय प्रधान को हस्तांतरित करते हुए मामलों के निष्पादन सुनिश्चित कर जिला मुख्यालय को सूचित करने के निदेश दिए। उप विकास आयुक्त ने साप्ताहिक जनता दरबार में आए लोगों को आस्वस्थ किया कि संज्ञान में आए प्राप्त मामलों का जांचोपरान्त निष्पादन सुनिश्चित किया जायेगा।

Jamshedpur

Aug 18 2023, 19:23

आगामी 21 अगस्त को मानगो के गांधी मैदान में भजन संध्या का किया जा रहा है आयोजन, सुप्रसिद्ध भजन गायिका शहनाज़ अख्तर का होगा कर्यक्रम

हज़ारीबाग: सावन माह के सातवे सोमवारी यानी आगामी 21 अगस्त 2023 को मानगो गांधी मैदान आयोजित होने वाले विराट भजन सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जहाँ सुप्रसिद्ध भजन गायिका शहनाज़ अख्तर शिरकत करेंगी.

इसकी जानकारी जय महाकाल सेवा संघ ने एक वार्ता के दौरान दी. जानकारी देते हुए जय महाकाल सेवा संघ के मुख्य संरक्षक नीरज सिंह ने बताया कि इस भजन संध्या कार्यक्रम में सुप्रसिद्ध भजन गायिका शहनाज अख्तर, भजन गायक सुनील छैला बिहारी और भजन गायिका देवी अपने भजनों से बाबा भोले के भक्तों को झुमायेंगे.

 कार्यक्रम स्थल की व्यवस्था के बारे में जानकारी देते हुए नीरज सिंह ने कहा कि संघ की ओर से 400 फुट लंबा जलरोधक पंडाल बनाया गया है जिसमें लगभग 5000 लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है.

 साथ ही दर्शकों को भजन संध्या देखने में किसी तरह की तकलीफ ना हो इसलिए 40 फुट की एलईडी साथ हि पंडाल के बीच में भी दो एलईडी स्क्रीन की व्यवस्था की गई है। वही 30 फुट की आदि योगी की प्रतिमा और बर्फ से बने बाबा बर्फानी की प्रतिमा कार्यक्रम में मुख्य आकर्षण रहेगा.

 पुरे पंडाल और बाहरी हिस्से सुरक्षा को देकते हुए सी.सी.टीवी कैमरा लगाया जा रहा है। वही 20 अगस्त को मानगो बड़ा हनुमान मंदिर में रुद्रभिषेक और प्रसाद का वितरण किया जायेगा.

Jamshedpur

Aug 18 2023, 18:28

आस्था: आईए जानते है झारखंड के कुछ ऐसे धार्मिक स्थल जहां होती है हर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी...


झारखंड:-भारत 64 करोड़ देवी-देवताओं की भूमि है ,जो अपने प्राचीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। भारत में कई राज्यों में कुछ ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो आज भी रहस्मयी है। आज हम आपको झारखंड के कुछ रहसमयी मंदिरों के बारे में बताएंगे जहा भक्तों की होती हर मनोकामनाएं पूरी।

झारखंड तो ऐसे पर्यटन स्थल और मंदिरों के लिए चर्चा में रहा है।झारखंड में कई ऐसे रहस्यमय मंदिर जहा लोग पूजा कर मन्नत मांगते और उनकी मनोकामनाएं भी पूरी होती है| 

झारखंड के इन्हीं धार्मिक स्थल और इन्हीं मंदिरों में से कई ऐसे रहस्य में मंदिर है, जिनका इतिहास काफी पुराना है।

आज हम ऐसे ही झारखंड के कई रहस्यमयी और अदभूत मंदिरों के बारे में जानेंगे जिसकी चर्चा झारखंड में ही नहीं बल्कि पूरे भारत में होती है।

धर्म और रहस्य में दृष्टि से देखा जाए तो भारत में कई ऐसे मंदिर है, जिनमें कई राज छुपे है। ऐसे ही कुछ मंदिर झारखंड में भी स्थित है| जिनका पुराना इतिहास रहा है। जिसे जानकर आपको हैरानी होगी. तो चलिए जानते है, झारखंड के इन मंदिरों के बारे में..!

झारखण्ड का प्रसिद्ध मंदिर बैद्यनाथ मंदिर

झारखण्ड के 5 सबसे प्रसिद्ध शिव मंदिर में से एक बैद्यनाथ मंदिर है. भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक पवित्र शिवलिंग झारखंड के देवघर में स्थित है| ऐसा माना जाता है, कि यहाँ आने वाले हर भक्तों की मनोकामना भोलेनाथ पूरी करते है, यही कारन है की भक्तगण यहां के शिवलिंग को कामना-शिवलिंग भी कहते है| यह भारत के 12 शिव ज्योतिर्लिंग में से एक है।

आमतौर पर भारत के सभी मंदिरों पर मंदिरों के शीर्ष पर देखेंगे तो आपको त्रिशूल लगा दिखता है| लेकिन यहां के बैजनाथ परिसर के सभी मंदिरों पर त्रिशूल के बदले पंचशील लगे है|

हिंदू धर्म में पंचशील को सुरक्षा कवच भी कहा जाता है| ऐसा माना जाता है, कि इसी पंचशील के कारण आज तक मंदिर पर किसी भी प्रकार के प्राकृतिक आपदा का प्रभाव नहीं पड़ा है।

यहां के मंदिर में 72 फीट ऊंचे शिव मंदिर के अलावा 22 मंदिरों की स्थापन भी की गई है| हिंदू धर्म और पुराणों के अनुसार ऐसा कहा जाता है, कि माता सती का ह्रदय इसी स्थान पर गिरा था. यह भारत का एकमात्र ऐसा स्थान है। जहां ज्योतिर्लिंग के साथ शक्तिपीठ भी है| यही कारण है, कि इस स्थान की महिमा और भी ज्यादा बढ़ जाती है| यहाँ हर वर्ष श्रद्धालु अपनी श्रद्धा दिखाने के लिए उमड़ पड़ते है। शायद इन्ही कारणों से इसे भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में एक भी कह सकते है.

श्रद्धा का केंद्र झारखण्ड का प्रसिद्ध माँ छिन्नमस्तिका मंदिर

रामगढ़ स्थित छिन्नमस्तिका मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से 80 किलोमीटर दूर है| यह मंदिर अपने आप में कई संस्कृति और श्रद्धा को समेटे हुए है|  

मां छिन्नमस्तिका मंदिर को कामनाओं का मंदिर माना जाता है| ऐसा कहा जाता है, कि इस मंदिर का इतिहास 600 वर्ष पुराना है| यह मंदिर जितना अद्भुत है, उतना ही विस्मयकारी भी है| यहां बिना सिर वाली मां की पूजा होती है| इनके अगल बगल में डाकिनी और शकिणी खड़ी है। जिन्हें वे अपना रक्त पान करा रही है। और स्वयं भी रक्तदान कर रही है| उनकी प्रतिमा में देखें तो इनके कटे हुए सर से तीन रक्त की धाराएं निकल रही है।

इतना ही नहीं इनके मंदिर के सामने बली स्थान भी है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यहां हर दिन 150-200 बकरों की बलि चढ़ती है| सबसे अद्भुत बात यह है की, बलि चढ़ने के स्थान पर एक भी मक्खी देखने को नहीं मिलती है| यह एक ऐसा चमत्कार है जिसे जानकर लोग हैरान हो जाते है।

ऐसा कहा जाता है, मां छिन्नमस्तिका मंदिर महाभारत के काल से भी ज्यादा पुरानी है।और यह मंदिर भी झारखंड पांच प्रमुख मंदिरों में शामिल है।

झारखंड के प्रमुख मंदिर देवड़ी मंदिर के बारे में जानकारी

झारखंड के धार्मिक स्थल में से प्रमुख देवड़ी मंदिर भी है, यह मंदिर झारखंड की राजधानी रांची से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की आस्था इस मंदिर पर काफी हद तक है| वे जब भी अपने पिछले समय में क्रिकेट खेलने जाते थे, या क्रिकेट खेल कर आते थे, तब वह इस मंदिर में दर्शन करने अवश्य ही आते थे. धोनी के इस मंदिर में बार बार दर्शन करने आने के कारण इस मंदिर को काफी प्रसिद्धि मिली है। वर्ष 2011 में संपन्न हुए वर्ल्ड कप जीतने के बाद महेंद्र सिंह धोनी सबसे पहले देवड़ी मंदिर के दर्शन करने आए थे

इस मंदिर के निर्माण को लेकर यह कहा जाता है, कि मंदिर का निर्माण युद्ध से हार कर लौटते समय केरा नाम के एक मुंडा राजा ने करवाई थी ऐसा कहा जाता है| कि केरा नाम के उस मुंडा राजा ने जब इस मंदिर का निर्माण करवाया तब उसे अपना खोया हुआ राज्य वापस मिल गया था. भारत के अन्य दूसरे मंदिरों की तुलना में देवड़ी मंदिर की अलग ही विशेषता और खासियत है। 

इस मंदिर की पूजा आदिवासी पुजारियों के द्वारा किया जाता है| इस मंदिर की प्रतिमा की सबसे विचित्र बात यह है| कि अन्य मंदिरों में मां दुर्गा के 8 भुजा वाले मूर्ति देखने को मिलती है।लेकिन इस मंदिर में 16 भुजाओं वाली माता का मूर्ति है| इस मूर्ति की ऊंचाई साढ़े तीन फीट की है।

राष्ट्रीय ध्वज फ़हराया जाने वाला रांची का प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर

रांची का प्रसिद्ध पहाड़ी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है यह मंदिर समुंद्र तल से 2140 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. पहाड़ी मंदिर को पहले फांसी टोंगरी के नाम से जाना जाता था, भारत के स्वतंत्रता के पहले इस मंदिर के क्षेत्र पर अंग्रेजों का अधिकार था. अंग्रेज इस स्थान पर स्वतंत्रता सेनानी को फांसी दिया करते थे, इसलिए इस पहाड़ी को फांसी टोंगरी के नाम से जाना जाता था, आपको यह बात जानकर हैरानी होगी की, यह भारत का पहला ऐसा मंदिर है, जहां भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया जाता है। इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए आपको 468 सीढ़ियां चढ़ने पड़ती है| और जब आप इस मंदिर के ऊपर जाएंगे तो रांची का पूरा नजारा देख सकते है|

हजारो वर्ष पुराना मां उग्रतारा नगर मंदिर झारखण्ड

मां उग्रतारा नगर मंदिर झारखंड के लातेहार जिले में स्थित है. इस मंदिर का इतिहास हजारों वर्ष पुराना है| शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध इस मंदिर में देवियों की मूर्तियां है| ऐसा कहा जाता है, कि जब कोई भक्त इस मंदिर में आकर अपनी मन्नत मांगता है| और उसकी मन्नत पूरी हो जाती है| तो वह भक्त इस मंदिर के परिसर में पांच झंडे गाड़ता है| यह मंदिर हजारों और लाखों श्रद्धालुओं की श्रद्धा और आस्था का केंद्र है| लेकिन इसकी मान्यता सभी मंदिरों से अलग है।यह देश का पहला ऐसा मंदिर है, जहां नवरात्र की पूजा 16 दिनों तक होती है।मां उग्रतारा के इस मंदिर की पूजा पद्धति कालिका मार्कण्डेय पुराण से ली गई है।

इस मंदिर का इतिहास काफी पुराना भी है, इतिहास के अनुसार इस मंदिर का निर्माण 18 वीं शताब्दी में टोरी राज्य के तत्कालीन शासक पीतांबर नाथ शाही ने अपने महल के परिसर में कराया था।

झारखण्ड के प्रसिद्ध मंदिरों में हर वर्ष लाखो श्रद्धालु आते है, इन मंदिरों में इतनी आस्था है की बाहरी राज्य के लोग भी अपनी मनोकामनाए लेकर आते है।

Jamshedpur

Aug 18 2023, 18:26

चीनी दूतावास ने की इंडियन कोस्ट गार्ड की तारीफ, जानें आखिर क्या है मामला

भारतीय तट रक्षक बल ने बुधवार यानी 16 अगस्त को अरब सागर के पास से एक चीनी नागरिक की जान बचाई थी। अब चीनी एंबेसी ने इंडियन कोस्ट गार्ड की तारीफ की है।दरअसल, 16 अगस्त यानी बुधवार को मुंबई के पास अरब सागर में एक विदेशी पोत पर सवार गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को समय से इलाज मिल सके, इसके लिए भारतीय तटरक्षक बल ने पूरी ताकत लगा दी थी। जिसके बाद भारत में चीनी दूतावास ने उसके एक नागरिक की जान बचाने के बाद खुलकर भारतीय तटरक्षक बल की तारीफ की है। 

बता दें कि 16 और 17 अगस्त की आधी रात को मुंबई के पास अरब सागर में एक विदेशी पोत पर सवार चीनी नागरिक गंभीर रूप से बीमार था और उसे इलाज की सख्त जरूरत थी। चीनी नागरिक ने सीने में दर्द की शिकायत की थी और लक्षण कार्डियक अरेस्ट के थे। यह उस जहाज पर सवार था जो संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के रास्ते में था। चीन के इस नागरिक को समुद्र के बीच रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन चलाकर बचाया गया है। इसके लिए भारतीय तटरक्षक बल ने पूरी ताकत लगा दी थी।खराब मौसम और कम विजिबिलिटी के बीच, भारतीय तटरक्षक दल ने पनामा के झंडे वाली रिसर्च शिप एमवी डोंग फैंग कान टैन नंबर 2 से मरीज को हेलीकॉप्‍टर की मदद से बाहर निकाला। यह रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन अरब सागर के अंदर करीब 200 किलोमीटर की दूरी पर हुआ। रेस्‍क्‍यू ऑपरेशन को सीजी एएलएच और सीजीएएस दमन ने अंजाम दिया।

इसके बाद चीनी दूतावास ने एक्‍स (पहले ट्विटर) पर लिखा, मुंबई के पास अरब सागर में एक चीनी नागरिक की सही समय पर और पेशेवर चिकित्सा निकासी के लिए की हम दिल से सराहना करते हैं।ट्विटर पर एक वीडियो भी भारतीय तटरक्षक बल की तरफ से पोस्‍ट किया गया है। इसमें नजर आ रहा है कि एक एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) एमके-III कैसे नागरिक को समुद्र से बाहर निकाल रहा है। हेलीकॉप्‍टर जहाज के पास आता है और मरीज को गार्ड की मदद से ऊपर उठाया जाता है। तुरंत ही उसे मेडिकल सहायता दी जाती है। साथ ही तट रक्षक मरीज को उसकी सुरक्षा का भरोसा देते हुए भी नजर आते हैं।

Jamshedpur

Aug 18 2023, 18:25

लद्दाख में बौद्ध महिला को लेकर भाग गया भाजपा के एक दिग्गज मुस्लिम नेता का बेटा, पार्टी ने किया निष्कासित, मांगा गया था स्पष्टीकरण


लद्दाख में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक दिग्गज मुस्लिम नेता को अपने बेटे की हरकतों की सजा मिली है। भाजपा नेता के बेटे ने एक बौद्ध महिला के साथ भागकर शादी कर ली। इसके बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासित कर दिया है। लद्दाख भाजपा के 74 वर्षीय प्रदेश उपाध्यक्ष नजीर अहमद को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है। उनका बेटा एक महीने पहले कथित तौर पर एक बौद्ध महिला के साथ भाग गया था।

एक बयान में, भाजपा की लद्दाख इकाई ने कहा कि उसने अपने वरिष्ठ नेता के खिलाफ कार्रवाई की है। पार्टी ने कहा कि कार्रवाई करने से पहले उन्हें "स्पष्टीकरण देने का अवसर दिया गया था।" कहा जा रहा है कि "उनके बेटे द्वारा एक बौद्ध लड़की को भगाने के संवेदनशील मुद्दे में उनकी भी संलिप्तता थी।" जिसको लेकर पार्टी ने उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। 

निष्कासन आदेश बुधवार को पार्टी की एक कार्यकारी बैठक के बाद लद्दाख भाजपा प्रमुख फुंचोक स्टैनजिन द्वारा जारी किया गया था। लद्दाख भाजपा अध्यक्ष फुंचोक स्टैनजिन द्वारा बुधवार को जारी आदेश में कहा गया, “नजीर अहमद को उनके बेटे मंजूर अहमद द्वारा एक बौद्ध लड़की को भगाने के संवेदनशील मुद्दे में अपनी भागीदारी को स्पष्ट करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। इस घटना को लद्दाख के सभी धार्मिक समुदायों द्वारा अस्वीकार्य माना जाता है, क्योंकि यह इस क्षेत्र के लोगों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव और एकता को खतरे में डालता है। इसके परिणामस्वरूप, नजीर अहमद को राज्य उपाध्यक्ष के रूप में उनकी जिम्मेदारियों से तुरंत मुक्त करने और उनकी प्राथमिक सदस्यता को तत्काल प्रभाव से रद्द करने का निर्णय लिया गया है। ”

संपर्क करने पर नजीर अहमद ने कहा, ''मैं लद्दाख में बीजेपी के संस्थापक सदस्यों में से एक हूं। मैंने थुपस्तान छेवांग, त्सेरिंग दोरजे, डॉ. सोनम दावा और अन्य लोगों के साथ मिलकर काम किया और भाजपा को खड़ा किया, लेकिन आज मैं यह देखकर हैरान हूं कि मुझे अचानक निष्कासित कर दिया गया।"

इस कपल ने एक महीने से अधिक समय पहले शादी की थी और तब से उनका कोई पता नहीं चल रहा है। निष्कासित भाजपा नेता ने कहा कि उनका परिवार भी बौद्ध महिला के साथ उनके बेटे मंजूर अहमद की शादी के खिलाफ था और उन्हें नहीं पता कि वे पिछले एक महीने से कहां रह रहे हैं। भाजपा के वयोवृद्ध दिग्गज नेता अहमद ने कहा कि वह सऊदी अरब में हज यात्रा पर थे जब उनके बेटे और महिला ने अदालत में शादी कर की।

उन्होंने कहा, “मेरे बेटे ने हमारे खिलाफ जाकर उस लड़की से शादी कर ली। मैंने कुछ भी गलत नहीं किया। पार्टी ने मुझसे मेरे बेटे को खोजने के लिए कहा और मैं तुरंत श्रीनगर गया। उसके दोस्तों से पता पूछा और दिल्ली जाने की योजना बनाई।” उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बेटे का पता लगाने के लिए पार्टी से कुछ दिन मांगे थे लेकिन पार्टी ने उन्हें इसी बीच निष्कासित कर दिया। उन्होंने आगे कहा, “मैं पार्टी का एक वफादार कार्यकर्ता रहा हूं और मैं मोदी जी का मित्र हूं। यह मेरे साथ घोर अन्याय है। मेरे बेटे ने जो किया उसके लिए उसे जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। मैं इस फैसले से सचमुच निराश हूं। मेरी पत्नी भी इस शादी से खुश नहीं है। मैं अपनी शिकायत पार्टी आलाकमान तक पहुंचाऊंगा।'' स्टैनजिन का मोबाइल फोन गुरुवार सुबह से लगातार बंद था।

Jamshedpur

Aug 18 2023, 16:47

सफल नहीं हो सके तो असफलता से मिली बड़ी सीख,गरीब बच्चों को पढ़ा कर बना रहे हैं शिक्षित और जगा रहे हैं शिक्षा की अलख

इस पुलिस अफसर के जज्बे को करते हैं हम सलाम!

 

जमशेदपुर में टेल्को थाना में पदस्थिप्त एक ऐसा अफसर जो सरकारी स्कूल के बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय है यह अफसर प्रतियोगिता में तैयारी करने के तरकीब जानने के लिए विद्यार्थी उनके पास खूब आते हैं शहर के कई स्कूल में यह काउंसलिंग का कार्य भी करते हैं करियर को लेकर इनकी ऊंची सोच थी सुनहरे सपने मन में हिलोर मार रहे थे यह सपना तब सच होता दिखाई पड़ा जब इसके लिए बेहतरीन रास्ते पर चलने का मौका मिला खूब मेहनत की पर सफलता चंद कदमों से फिसलते रही.

 यूपीएससी समेत चार राज्यों के लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में इंटरव्यू तक पहुंचे पर सफल नहीं हो सके.

 असफलता से बड़ी सीख मिली और बच्चों में अपने सपने को फिर से उड़ान देने में जुट गए यहां बात हो रही है झारखंड पुलिस सेवा में तैनात मनोज मलिक की .

वर्तमान में जमशेदपुर के टेल्को के सर्किल ऑफिसर के रूप में तैनात है मनोज मालिक नियमित तौर पर सरकारी स्कूलों में क्लास लेते हैं मनोज मलिक का पूरा फोकस आर्थिक दृष्टि से उन कमजोर बच्चों को आगे बढ़ाने पर है जिनमें जोश और जज्बा तो है पर ऊंची उड़ान भरने का संसाधन नहीं .

यही कारण है कि वे सरकारी स्कूल के बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय है प्रतियोगिता में तैयारी करने के तरकीब जानने के लिए विद्यार्थी उनके पास खूब आते हैं इतना ही नहीं शहर के कई स्कूलों में काउंसलिंग कार्यक्रम का आयोजन भी यह करते हैं साथ ही उन्हें हर संभव मदद भी करते हैं! 

मूल रूप से बिहार के सुपौल के रहने वाले मनोज मलिक इससे पहले पलामू बोकारो और देवघर में भी तैनात रहे हैं वहां स्कूल में क्लास लेने और काउंसलिंग का इनका काम चल रहा था अपने व्यस्ततम समय से कुछ समय निकालकर वह संघ लोक सेवा आयोग समेत अन्य राज्य लोक सेवा आयोग की परीक्षा की तैयारी के टिप्स भी देते हैं.

 मनोज मलिक 1989 और 1990 में यूपीएससी उत्तर प्रदेश बिहार और मध्य प्रदेश की सिविल परीक्षा में साक्षात्कार तक पहुंचे थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली 1994 में बिहार पुलिस में उन्हें नौकरी मिली और झारखंड बनने के बाद उन्होंने यहां का कैडर चुना .

सुपौल के गांव से मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करने के बाद पटना कॉलेज पटना से इतिहास की डिग्री हासिल की और पटना विश्वविद्यालय से एमए की पढ़ाई की मनोज मलिक के मार्गदर्शन पर कई विद्यार्थी ने सिविल सेवा परीक्षा में सफलता पाई है .

 आधा दर्जन डिप्टी कलेक्टर भी बने है. मलिक कहते हैं कि इन विद्यार्थियों को देखकर उन्हें अपने सपने पूरा होने का एहसास होता है . पुलिसिंग के काउंसलिंग के इस जुनून की विभाग के वरीय अधिकारियों ने भी सराहना किया मनोज के पिता गांव के सरकारी स्कूल में हेड मास्टर थे उनके घर में शिक्षा का माहौल शुरू से ही रहा है ऐसे में उनके दो बड़े भाई आईपीएस बने तो उन्हें भी यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी.

 पटना में पढ़ाई खत्म होने के बाद कोचिंग सेंटरों में भी में पढ़ाते रहें 1994 में जब बिहार पुलिस की नौकरी मिली तो सरकारी स्कूल के बच्चों की काउंसलिंग शुरू कर दी.

Jamshedpur

Aug 18 2023, 13:40

शोएब अख्तर का बड़ा बयान, कहा-भारत के पैसे से पलते हैं पाकिस्तान के क्रिकेट खिलाड़ी


पाकिस्तानी के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर रिटायरमेंट के बाद भी अपने बयानों के कारण सुर्खियों में बने रहते हैं। एक बार फिर पूर्व क्रिकेटर ने ऐसा बयान दिया है, जिससे विवाद गहरा सकता है। उन्होंने भारतीय खेल पत्रकार को दिए इंटरव्यू में पाकिस्तान क्रिकेट को लेकर बड़ी बात कही है। शोएब अख्तर ने कहा कि भारत के पैसों से पाकिस्तान के क्रिकेटर पलते हैं।अख्तर के इस बयान पर पाकिस्तान में काफी बवाल हो सकता है।

शोएब अख्तर ने वरिष्ठ खेल पत्रकार बोरिया मजूमदार से खास बातचीत में बताया कि बीसीसीआई वर्ल्ड क्रिकेट में कितनी पावरफुल एसोसिएशन है।एशिया कप में भारत-पाकिस्तान के मुकाबले को लेकर बोरिया मजूमदार से बातचीत के दौरान शोएब अख्तर ने इस बात को माना कि बीसीसीआई के जरिए जो पैसा आईसीसी के पास आता है और फिर इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल रेवेन्यू शेयरिंग के तहत वो पैसा पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को भेजती है। उसी पैसे के दम पर ही पाकिस्तान में घरेलू क्रिकेटर्स को मैच फीस मिल पाती है।

शोएब अख्तर ने ये भी कहा कि वर्ल्ड कप 2023 सुपरहिट होने वाला है। अख्तर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि बीसीसीआई इस वर्ल्ड कप से काफी पैसा कमाएगी। इससे बीसीसीआई की आर्थिक स्थिति और ज्यादा मजबूत हो जाएगी।साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि मैं चाहता हूं कि भारत इस विश्व कप से खूब पैसे बनाए।कई लोग इस बात को कहने से हिचकेंगे।लेकिन मैं साफ कहता हूं कि भारत से जो रेवेन्यू आईसीसी को जाता है। उसका हिस्सा पाकिस्तान में भी आता है और इससे हमारे घरेलू क्रिकेटरों को मैच फीस मिलती है। यानी भारत से जो पैसा आ रहा है, उससे हमारे युवा क्रिकेटर पल रहे हैं।

शोएब अख्तर ने आईगे कहा कि भारत-पाकिस्तान मैच में एक बार फिर टीम इंडिया पर ही दबाव होगा। अख्तर ने कहा कि ये दबाव मीडिया की वजह से बनता है। लगातार टीम इंडिया की जीत के ही दावे किए जाते हैं। स्टेडियम भी बिल्कुल ब्लू कर दिए जाते हैं। इससे पाकिस्तान को मदद ही मिलती है क्योंकि वो अपने आप ही डार्कहॉर्स बन जाती है और इससे उसके खिलाड़ियों को खुलकर खेलने में मदद मिलती है।