दिल्ली में आप-कांग्रेस की लड़ाई तो महाराष्ट्र में पवार ने बढ़ाई परेशानी, मजबूत गठबंधन के दावों के बीच बिखरा-बिखरा I.N.D.I.A
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2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले केन्द्र की सत्तारूढ़ एनडीए को उखाड़ फेंकने के लिए विपक्षी गठबंधन मजबूती के साथ एकजुट होने की कोशिश में लगा हुआ है। बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए का मुकाबला करने के लिए 26 विपक्षी दलों ने 18 जुलाई को I.N.D.I.A गठबंधन बनाया। विपक्षी दलों के गठबंधन I.N.D.I.A की तीसरी और अहम बैठक इस महीने की 31 अगस्त और 1 सितंबर को मुंबई में होने वाली है। उससे पहले इस गठबंधन में खींचतान शुरू हो गई है। एक तरफ महाराष्ट्र में शरद पवार और अजित पवार के बीच एक के बाद हो रही बैठक से विपक्षी खेमा में कन्फ्यूजन की स्थिति बन गई है, तो दिल्ली में कांग्रेस ने सभी सातों सीट पर चुनाव लड़ने के ऐलान करके आम आदमी पार्टी को नाराज कर दिया है।
‘INDIA’ 2024 के चुनाव से पहले ही अविश्वास में
मोदी सरकार को उखाड़ फेंकने का मजबूती से दावा करने वाले विपक्षी गठबंधन की एक महीना होते ही हवा निकलती दिख रही है। महाराष्ट्र में अजित-शरद पवार की सीक्रेट मीटिंग और कथित ऑफर को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। दोनों नेताओं के बीच लगातार हो रहीं मुलाकातों ने कांग्रेस और शिवसेना की टेंशन बढ़ा दी है।एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार विपक्षी गठबंधन का विश्वास खोते जा रहे हैं।कांग्रेस नेता पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने दावा किया है कि बीजेपी ने अजित पवार के सामने शर्त रखी है कि सीएम वो तभी बन सकते हैं, जब शरद पवार को बीजेपी के पाले में ले आते हैं। उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में कृषि मंत्री या फिर नीति आयोग के अध्यक्ष की कुर्सी देने का ऑफर दिया गया है।
अजित पवार एनडीए का हिस्सा बन चुके हैं और महाराष्ट्र सरकार में उपमुख्यमंत्री हैं। शरद पवार के कई करीबी नेता भी उनका साथ छोड़कर अजित पवार के साथ चले गए हैं। ऐसे में शरद पवार के साथ अजित पवार की हो रही मुलाकात ने महाराष्ट्र की नहीं बल्कि विपक्षी गठबंधन में भी कन्फ्यूजन पैदा कर दी है। कांग्रेस नेताओं को लगने लगा है कि शरद पवार अपने भतीजे के साथ एनडीए में जा सकते हैं। शिवसेना (यूबीटी) भी शरद पवार और अजीत पवार के साथ बढ़ती नजदीकियों से कशमकश की स्थित में है। ऐसे में कहीं विपक्षी गठबंधन ‘INDIA’ 2024 के चुनाव से पहले ही अविश्वास से गुजर रहा है।
कांग्रेस का प्रेशर पॉलिटिक्स
इधर, दिल्ली में कांग्रेस ने प्रेशर पॉलिटिक्स शुरू कर दी है। इसके तहत दिल्ली में कांग्रेस ने लोकसभा की सभी सात सीटों पर चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ने बुधवार को 2024 चुनाव तैयारी को लेकर दिल्ली नेताओं की बैठक करके आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन और दिल्ली में पार्टी के मजबूत करने पर चर्चा हुई। कांग्रेस नेता अलका लांबा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि बैठक में दिल्ली की सातों सीटों पर चुनावी तैयारी करने का दिशा-निर्देश दिया है। चुनाव में 7 महीने हैं और दिल्ली में 7 लोकसभा सीटें हैं। नेताओं से सातों सीटों पर जनता के बीच जाने के लिए कहा गया है। इतना ही नहीं पूर्व सांसद संदीप दीक्षित पहले से ही अरविंद केजरीवाल को लेकर आक्रमक रुख अपनाए हुए हैं। अलका लांबा के बयान को लेकर आम आदमी पार्टी ने नाराजगी जाहिर की है।
आप ने I.N.D.I.A से अलग होने की धमकी दी
कांग्रेस के इस फैसले के बाद आप ने I.N.D.I.A से अलग होने की धमकी दे दी है। आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि यदि कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव में दिल्ली में अकेले लड़ने का मन बना लिया है तो ‘INDIA’ गठबंधन का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टा का नेतृत्व मुंबई में ‘INDIA’ गठबंधन की बैठक में हिस्सा लेने पर फैसला करेगा।
Aug 17 2023, 16:42