नक्सली के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद जवानों का हुआ राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

चाईबासा में नक्सल हमले में शहीद हुए सब इंस्पेक्टर अमित कुमार तिवारी पंचतत्व में विलीन हो गये. उनके पैतृक गांव पलामू के तोलरा में राजकीय सम्मान के साथ अमित कुमार तिवारी का अंतिम संस्कार किया गया. 

इस दौरान पलामू के सांसद विष्णुदयाल राम, आईजी राजकुमार लकड़ा, एसपी रिष्मा रमेशन, एएसपी ऋषभ गर्ग, एसडीपीओ सुरजीत कुमार समेत हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए.

 इससे पहले अमित कुमार का पार्थिव शरीर मंगलवार देर रात करीब दो बजे तोलरा गांव स्थित उनके घर पहुंचा था. शहीद के अंतिम दर्शन के लिए रात से ही काफी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ने लगी थी.

पूर्वी सिंहभूम जिले में इस बार बारिश कम होने के बाद यहां खेती हुई 61% तक


सरायकेला :पूर्वी सिंहभूम जिले में इस बार खेती 61% तक हो चुकी है, भले ही इस बार बरसात देर से होने से धान की रोपनी काफी देर से हो रही है, जहां धान की रोपनी जुलाई अंतिम तक पूरी हो जानी चाहिए, आज अगस्त में रोपनी काफी तेजी से ग्रामीण कर रहे हैं।

 कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर के कृषि विभाग किसानों को किसी तरह कोई परेशानी ना हो उस को लेकर विशेष रूप से तैयारी में जुटा हुआ है।

 कृषि विभाग के पदाधिकारी मिथलेश कुमार कालिंदी ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार धान की रोपनी ज्यादा हो रही है, और बरसात अच्छी हुई तो धान भी अच्छा होगा, हालांकि किसानों के लिए खाद विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है, और बारि देर से होने के कारण सरका द्वारा किसानों को अच्छे धान के बीज दिए गए हैं जो कम समय पर तैयार हो सके, वही रुक-रुक कर बारिश से किसान तेजी से धान की रोपनी कर रहे हैं, सरकार के दिशा निर्देश के बाद

 कृषि विभाग लगातार खेती पर नजर बनाया हुआ है.

 वहीं जिन जिन क्षेत्रों में बारिश नहीं हो रही है वहां पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है और सरकार के दिशा निर्देश के बाद सुखाड़ की स्थिति होती है तो किसानों को मदद पहुंचाई जाएगी.

पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर के कृषि विभाग किसानों को किसी तरह की कोई परेशानी ना हो उसको लेकर विशेष रूप से तैयारी में जुटे


सरायकेला: पूर्वी सिंहभूम जिले में इस बार खेती 61% तक हो चुकी है, भले ही इस बार बरसात देर से होने से धान की रोपनी काफी देर से हो रही है, जहां धान की रोपनी जुलाई अंतिम तक पूरी हो जानी चाहिए, आज अगस्त में रोपनी काफी तेजी से ग्रामीण कर रहे हैं।

 कोल्हान के पूर्वी सिंहभूम जमशेदपुर के कृषि विभाग किसानों को किसी तरह कोई परेशानी ना हो उस को लेकर विशेष रूप से तैयारी में जुटा हुआ है।


 कृषि विभाग के पदाधिकारी मिथलेश कुमार कालिंदी ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार धान की रोपनी ज्यादा हो रही है, और बरसात अच्छी हुई तो धान भी अच्छा होगा, हालांकि किसानों के लिए खाद विभाग द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा है, और बारिश देर से होने के कारण सरकार द्वारा किसानों को अच्छे धान के बीज दिए गए हैं जो कम समय पर तैयार हो सके, वही रुक-रुक कर बारिश से किसान तेजी से धान की रोपनी कर रहे हैं।

सरकार के दिशा निर्देश के बाद कृषि विभाग लगातार खेती पर नजर बनाया हुआ है, वहीं जिन जिन क्षेत्रों में बारिश नहीं हो रही है वहां पर भी विशेष रूप से ध्यान दिया जा रहा है और सरकार के दिशा निर्देश के बाद सुखाड़ की स्थिति होती है तो किसानों को मदद पहुंचाई जाएगी ।

नारायण प्राइवेट आईटीआई कॉलेज परिसर में 77 वीं स्वतंत्रता दिवस धूमधाम में मनाई गई


सरायकेला : नारायण प्राइवेट आईटीआई कॉलेज परिसर में 77 वीं स्वतंत्रता दिवस धूमधाम में मनाई गई और इस शुभ अवसर पर संस्थान के संस्थापक डॉक्टर जटाशंकर पांडे जी ने कहा की आज, हम सभी यहाँ एक महत्वपूर्ण और गर्वशील दिन के अवसर पर इकट्ठे हुए हैं - स्वतंत्रता दिवस यह दिन न केवल हमारे देश के इतिहास में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह हमारी आत्मा के स्वतंत्रता की याद दिलाता है और हमें अपने देश के प्रति प्रेम और समर्पण की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। स्वतंत्रता दिवस हमारे देश के महान स्वतंत्रता सेनानियों और महान नेताओं के बलिदान की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने हमारे देश को आज़ादी दिलाने के लिए अपना जीवन कुर्बान किया।

इस दिन, हमें उनकी महानता और वीरता की याद करनी चाहिए, ताकि हम उनके संघर्षों को समझ सकें और उनके सपनों को पूरा करने का संकल्प ले सकें। हमारे देश की आज़ादी का मार्ग बहुत कठिन था, लेकिन हमारे पूर्वजों ने उसका सामर्थ्य और संकल्प दिखाया। 

महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे महान नेता ने हमें एकजुट होकर आज़ादी की ओर बढ़ने का मार्ग प्रदर्शित किया। उनका संघर्ष, उनका बलिदान हमें आज भी प्रेरित करता है कि हमें अपने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए। 

स्वतंत्रता की इस महान दिवस पर, हमें यह भी स्मरण करना चाहिए कि हमारी स्वतंत्रता का मतलब सिर्फ राजनीतिक आज़ादी से नहीं है, बल्कि यह हमारे विचारों, विश्वासों और क्रियाओं की आज़ादी भी है। 

इस अवसर पर मुख्य रूप से उपस्थित थे प्राचार्य महोदय जयदीप पांडे प्रोफेसर सतीश कुमार प्रोफेसर राहुल कुमार अनुदेशक शांति राम महतो एडवोकेट निखिल कुमार हरि नारायण साहू पवन महतो अजय मण्डल सूरज दास,कृष्ण पद महतो,धारणी दास,गौरव महतो, निमाइ मंडल, सेसुमति दास,देब कृष्णा महतो,निर्मल कुंभकार,आदि मौजूद थे।

सरायकेला :जिला के पुलिस अधीक्षक डॉ०विमल कुमार ने नीमडीह थाना का किया निरीक्षण


सरायकेला : जिला के पुलिस अधीक्षक डॉ० विमल कुमार ने नीमडीह थाना का भौतिक, बागमती, क्षेत्र के स्थित से अवगत हुए। नीमडीह थाना को चुस्त दुरुस्त करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। 

नीमडीह थाना दो राज्य के सीमा पर स्थित है इसलिए नीमडीह थाना पर विशेष नजर रहेगी। थाना के सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक कदम भी उठाए जाएंगे। जरूरत पड़ी तो पुलिस बल अन्य सुविधाओं से परिपूर्ण की जाएगी। 

क्षेत्र शांति भंग करने वाले अवैध कारोबारियों पर नकेल कसने की आवाशयक दिशा निर्देश दी गई। नीमडीह थाना के अधीन चेलियामा में एक पिकेट चल रहा है।पिकेट की स्थिति की भी जानकारी दी। 

नीमडीह के थानेदार मो० तंजिल खान से क्षेत्र की स्थिति लंबित कार्य को शीघ्र पूरा करने की निदेश दिया।

सरायकेला : जिले का एकमात्र सर्वाधिक ऊंचाई वाला राष्ट्रीय ध्वज मंत्री चंपई सोरेन ने फहराया, 200 पौधारोपण भी किया

सरायकेला : 77 वीं स्वतंत्रता दिवस की संध्या पर सरायकेला खरसावां जिले के गम्हरिया प्रखंड स्थित जल संसाधन विभाग के खरकई बराज पर नवनिर्मित हाई मास्ट तिरंगे झंडे को मंत्री चंपई सोरेन द्वारा लहराया गया।  

सरायकेला जिले में स्थापित एकमात्र सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित मोटराइज्ड राष्ट्रीय ध्वज को मंत्री चंपई सोरेन द्वारा बटन दबाकर फहराया गया। फीट वाला यह राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झंडा 24 घंट गंजिया बराज पोस्ट पर लहराता रहेगा. 

जहां रात्रि में भी प्रकाश की व्यवस्था की गई है. इस मौके पर झारखंड सरकार के आदिवासी कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन एब जिला उपायुक्त रविशंकर शुक्ला द्वारा बराज के आसपास क्षेत्र में वृहद पौधारोपण कार्यक्रम की भी शुरुआत की गई जहां एक साथ 200 पौधे लगाए गए. 

आगे इस क्षेत्र में 2 हज़ार से अधिक पौधे लगाने का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस मौके पर अपने संबोधन में मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि गंजिया बराज योजना से किसानों को सर्वाधिक लाभ मिलेगा 12 हज़ार हेक्टेयर कृषि भूमि की सिंचाई होगी, सालों भर गजिया बराज से संबंधित भूमि की सिचाई होगी, सालो भर किसानों को खेती के लिए पानी उपलब्ध रहेगा .

 इसके अलावा यहां से सीतारामपुर जलाशय में भी शहरी जलापूर्ति योजना को लेकर पानी भेजा जाना है. यह एक अति महत्वकांक्षी योजना है । जिसके शत- प्रतिशत पूरा होने पर बड़ी आबादी को इसका लाभ मिलेगा.

अमिताभ चौधरी की पहली पुण्य तिथि आज: बेटे ने रांची डीसी को लिखा पत्र स्टेडियम में होने वाले कार्यक्रम को रोकने का किया अनुरोध

झारखंड में देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम देने वाले अमिताभ चौधरी की आज पुण्य तिथि आज है।उनकी पुण्यतिथि पर जेएससीए प्रबंधन ने स्टेडियम परिसर में कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किया है। वहीं जेएससीए के इस कार्यक्रमों का अमिताभ चौधरी के बेटे अभिषेक चौधरी ने विरोध किया है। उन्होंने जेएससीए परिसर में होने जा रहे इस तरह के कार्यक्रमों पर रोक लगाने के लिए रांची के उपायुक्त को पत्र लिखा है।

जेएससीए के द्वारा परिसर में अमिताभ चौधरी की प्रतिमा स्थापित किए जाने को लेकर उनके बेटे ने कड़ी आपत्ति जताई है। इस बारे में उनके बेटे अभिषेक चौधरी का कहना है कि पिता अमिताभ चौधरी, व्यक्ति पूजा और बाहरी आडंबर के घोर विरोधी थे। उनके लिए कर्म ही पूजा थी।

 कार्य के प्रति एकनिष्ठा व समर्पण अदभुत था। उन्होंने जेएससीए परिसर में होने वाले ऐसे कार्यक्रमों पर रोक लगाने के लिए रांची के उपायुक्त को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि जेएससीए उनके पिता की पुण्य तिथि पर कार्यक्रम कराने में लगा हुआ है। आज जेएससीए वही सब काम कर रहा है, जिससे उनके पिता हमेशा दूर रहते थे। 

उन्होंने इन कार्यक्रमों को रोकने के लिए कहा है। अभिषेक चौधरी ने जेएससीए और सीसीसी पर निजी शोक कार्यक्रम का राजनीतिकरण करने का भी आरोप लगाया है।

अभिषेक चौधरी के द्वारा पत्र भेजे जाने के बाद रांची के उपायुक्त राहुल सिन्हा ने कार्रवाई करते हुए जेएससीए को स्पष्ट निर्देश दिया है कि उनके लिए इस तरह के धार्मिक अनुष्ठान और गतिविधियां करना गैरकानूनी है। उन्होंने जेएससीए को अपने खर्च पर बनारस से बुलाए गए पंडित को वापस भेजने का आदेश दिया है। उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि कोई भी अवैध धार्मिक गतिविधि न हो। जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ मजिस्ट्रेट की तैनाती का आदेश दिया है।

मिजोरम को लेकर बीजेपी नेता के दावे का सचिन पायलट ने दिया करारा जवाब, कहा- मेरे पिता ने बम जरूर गिराए थे, लेकिन...

#sachin_pilot_replied_on_amit_malviya_claims 

मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं। विपक्ष द्वारा हाल ही में मणिपुर के मसले पर संसद में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था। इस बीच मिजोरम को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में जुबानी जंग छिड़ गई है।इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने उनके पिता राजेश पायलट को लेकर किए किए गए भारतीय जनता पार्टी के दावे का करारा जवाब दिया है। अमित मालवीय ने ये दावा करते हुए ट्वीट किया था कि राजेश पायलट ने मार्च 1966 में बतौर भारतीय वायुसेना पायलट मिजोरम में बम गिराए थे। इस पर सचिन पायलट ने कहा कि आपके तथ्य और दिनांक दोनों ही गलत हैं।

सचिन पायलट ने अमित मालवीय के ही ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी है।उन्होंने लिखा, 'स्व. राजेश पायलट दिनांक 29 अक्टूबर, 1966 को भारतीय वायु सेना में कमीशन हुए थे। यह कहना कि उन्होंने 5 मार्च 1966 में मिज़ोरम में बमबारी करी थी- काल्पनिक है, तथ्यहीन है और पूर्ण तरह भ्रामक है। हां, 80 के दशक में एक राजनेता के रूप में मिजोरम में युद्ध विराम करवाने और स्थाई शांति संधि स्थापित करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका जरूर निभाई थी। स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएँ, जय हिन्द।'

इसके साथ ही सचिन पायलट ने पिता राजेश पायलट के वायुसेना में कमीशन होने का सर्टिफिकेट भी अटैच किया है।

दरअसल, अमित मालवीय ने 13 अगस्त को एक ट्वीट किया था। मालवीय ने ट्वीट में लिखा था, "राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए। बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने। साफ है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया।"

बता दें कि मिजोरम का यह मसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अविश्वास प्रस्ताव के दौरान दिए भाषण के बाद उठा है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि मिजोरम में कांग्रेस ने अपने ही नागरिकों पर वायुसेना से हमला करवाया था, क्या मिजोरम के लोग हमारे देश के नागरिक नहीं थे। आज भी 5 मार्च को मिजोरम में शोक दिवस मनाया जाता है. मणिपुर पर जवाब देते हुए पीएम मोदी ने यह हमला किया था, जिसके बाद से ही बीजेपी-कांग्रेस के बीच तकरार चल रही है।

सरायकेला : स्वतंत्रता दिवस के अवसर सामने आया आशु किस्कू एंड रवि किस्कू टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (बीएड कॉलेज) के प्रबंधन का विवाद

सीएम हेमंत सोरेन के मामा को झंडोत्तोलन करने से कथित सचिव की पत्नी ने रोका, क्या है पूरा मामला पढिये पूरी खबर...!

सरायकेला : जिले के नीमडीह प्रखंड अंतर्गत लुपुंगडीह पंचायत के जाहिरा मोड़ स्थित आशु किस्कू एंड रवि किस्कू टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट (बीएड कॉलेज) में झंडोत्तोलन के दौरान दो पक्ष में विवाद हो गया। 

77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सीएम हेमंत सोरेन के मामा गुरुचरण किस्कू बीएड कॉलेज में झंडोत्तोलन कर रहे थे कि इसी दौरान अचानक से एक महिला ने झंडे की डोर को पकड़ लिया और खींचने का प्रयास किया। इस बीच बीएड कॉलेज प्रबंधन के उपाध्यक्ष संजय मुखर्जी ने महिला को रोकने का प्रयास किया। अंततः सीएम के मामा गुरुचरण किस्कू तथा उक्त महिला ने संयुक्त रूप से झंडोत्तोलन किया।

 झंडोत्तोलन के बाद राष्ट्रगान हुआ। सीएम के मामा गुरुचरण किस्कू को झंडोत्तोलन करने से रोकने का प्रयास करने वाली महिला का नाम नमिता महतो बताया जा रहा है। 

प्रतिवर्ष के भातिं इस बर्ष भी अध्यक्ष गुरु चरण किस्कू झंडोत्तोलन करने लगे जिसे देखते हुए और साजिश के तहत यह महिला आ पहुंची।

सीएम हेमंत सोरेन के मामा गुरुचरण किस्कू आशु किस्कू एंड रवि किस्कू टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के बोर्ड के अध्यक्ष हैं। हर साल की भांति इस साल भी बोर्ड अध्यक्ष होने के नाते गुरुचरण किस्कू झंडोत्तोलन करने पहुंचे थे। तिरंगा फहराने की सारी व्यवस्था हो चुकी थी। सभी की उपस्थिति में गुरुचरण किस्कू ने झंडोत्तोलन करना शुरू किया था कि इसी दौरान वहां सामने खड़ी एक महिला अचानक बेदी पर चढ़ गई। महिला जबरन झंडोत्तोलन करने का प्रयास करने लगी । उक्त महिला ने गुरुचरण किस्कू के हाथ से तिरंगे की डोर को जबरन खींचकर अपने हाथों में लेने का प्रयास किया। इस बीच दोनों ही डोर को पकड़कर खींचने लगे, जिससे कभी भी डोर टूट सकती थी और झंडोत्तोलन से पहले ही तिरंगा जमीन पर गिर जाता। लेकिन डोर टूटने की आशंका जताते हुए वहां पर मौजूद कॉलेज के बोर्ड उपाध्यक्ष संजय मुखर्जी बेदी तक आते हैं और महिला को वहां से हटाने का प्रयास करते हैं। इस दौरान संजय मुखर्जी महिला से कहते हैं "आप छोड़िए न दादा कर रहे हैं तो, दादा कर रहे हैं न"। 

इतने में वहां खड़े किसी व्यक्ति ने कहा " अच्छा ठीक है दोनों ही डोर को पकड़ें न " जिसके बाद झंडोत्तोलन किया गया। वहीं, तिरंगे को सलामी दी गई और राष्ट्रगान गाया गया। यह सबकुछ कॉलेज के प्राचार्य, शिक्षकों, कर्मचारियों तथा छात्रों के सामने हुई। इसका एक वीडियो भी वायरल हुआ है, जिसके कारण मामला चर्चा में है। फिलहाल इस मामले को लेकर कॉलेज प्रबंधन ने कुछ भी कहने से साफ मना कर दिया है।  

दअरसल, नीमडीह के लुपुंगडीह स्थित आशु किस्कू एंड रवि किस्कू टीचर्स ट्रेनिंग सेंटर (बीएड कॉलेज) शुरू से विवादों में रहा है। इन दिनों कॉलेज के बोर्ड कमेटी में दो पक्षों के बीच वर्चस्व की लड़ाई चल रही हैं। एक पक्ष में जयराम हैं तो दूसरे पक्ष में जगदीश महतो हैं। कॉलेज स्थापना के समय से ही दोनों स्वयं को बोर्ड के सचिव होने का दावा करते हैं लेकिन आजतक निर्णय नहीं हो पाया है कि कॉलेज के वास्तविक सचिव कौन हैं। इसके चलते आज भी विवाद खड़ा है। 

बताया जाता है कि झंडोत्तोलन में अड़चन डालने का प्रयास करने वाली महिला नमिता महतो - जगदीश महतो की धर्मपत्नी हैं। कॉलेज प्रबंधन के जगदीश महतो के खिलाफ नीमडीह, चांडिल समेत अन्य थानों में कई मामले दर्ज हैं। वह जेल भी जा चुका है। वहीं, एक समय पर उक्त कॉलेज द्वारा छात्रों को फर्जी सर्टिफिकेट दिए जाने का भी आरोप लग चुका है। प्रबंधन के विवाद के कारण अधिकांश समय कॉलेज में पढ़ाई नहीं हो पाती हैं।

 कोरोनाकाल की समाप्ति के बाद कॉलेज में काम करने वाले शिक्षकों को वेतन देने में भी घपला करने का मामले सामने आया था। उस समय शिक्षकों ने प्रशासन की मदद ली थी, तब जाकर उन्हें वेतन मिला था। इस कॉलेज में प्रबंधन के आपसी झगड़े पूरे चांडिल और नीमडीह में हमेशा चर्चा का विषय बना रहता है। कथित तौर पर एक बार कॉलेज परिसर में प्रबंधन के एक पक्ष द्वारा गुंडे बुलाकर दूसरे पक्ष के ऊपर मारपीट करवाने की चर्चा थी।  

नीमडीह और चांडिल के लोगों का कहना है कि बीएड कॉलेज प्रबंधन के आपस की लड़ाई के कारण छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ता है। उन छात्रों के भविष्य का क्या होगा जो मोटी रकम खर्च करने के बाद कॉलेज में दाखिल हुए हैं। मामला गंभीर है, क्योंकि अब प्रबंधन की लड़ाई झंडोत्तोलन तक पहुंच चुकी हैं। प्रबंधन के दोनों पक्षों को वर्चस्व कायम रखने का इतना धुन सवार है कि तिरंगे को भी अपमानित करने का दुस्साहस किया गया। यदि थोड़ी सी चूक हो जाती तो बड़ा अनर्थ हो जाता, तिरंगा का अपमान हो जाता। लेकिन प्रबंधन के लोगों को इस बात का जरा सा भी ध्यान नहीं है। भला हो बीएड कॉलेज के बोर्ड उपाध्यक्ष संजय मुखर्जी का, जिन्होंने तिरंगा का अपमान होने से बचा लिया। यदि संजय मुखर्जी महिला को नहीं रोकते तो शायद वह डोर टूट जाती, जिससे तिरंगा जमीन पर गिर जाता।

सरायकेला:मेरी मिट्टी मेरा देश कार्यक्रम के तहत मोहितपुर पंचायत के सरिंडा गांव में अवस्थित अमृत सरोवर का भ्रमण उपायुक्त द्वारा किया गया


सरायकेला : मेरी मिट्टी मेरा देश कार्यक्रम के तहत मोहितपुर पंचायत के सरिंडा गांव में अवस्थित अमृत सरोवर का भ्रमण उपयुक्त श्री रविशंकर शुक्ल द्वारा किया गया उक्त अवसर पर शीला फल कम के समीप पांच प्राण प्रतिज्ञा भी उपयुक्त एवं उपस्थित अन्य पदाधिकारी गण के द्वारा तथा ग्रामीणों के द्वारा लिया गया।

उक्त अवसर पर उपयुक्त के साथ अनुमंडल पदाधिकारी श्री रामकृष्ण कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी सरायकेला, कार्यपालक दंडाधिकारी डॉ सुधा वर्मा, संबंधित पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव, ग्राम प्रधान एवं अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।