*मिड डे-मील के खाद्यान्न मामले को पचाने में जुटे हैं संबंधित,विद्यालय का खाद्यान्न निजी भवन से हुआ था बरामद*
मिर्ज़ापुर। चुनार तहसील क्षेत्र के जमालपुर विकासखंड अंतर्गत एक प्राथमिक विद्यालय में कुछ वर्षों पूर्व नमक रोटी परोसे जाने का मामला सुर्खियों में छाया रहा है। को लेकर शासन-प्रशासन पीना केवल को देश और विदेश में किरकिरी हो चुकी है बल्कि चुनार तहसील क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालयों में मिड डे मील योजना में किए जा रहे फर्जीवाड़े की तस्वीर भी सामने आ चुकी है। पिछले दिनों 8 अगस्त 2023 को उपजिलाधिकारी चुनार ने शिकायत मिलने पर शिव शंकरी धाम स्थित श्यामा भवन से तकरीबन 27 बोरा खाद्यान्न बरामद कर उसे पचेवडा गांव के कोटेदार को सुपुर्द किया है तथा इसकी जांच के निर्देश दीजिए हैं। बताया जा रहा है की जांच को प्रभावित करने के लिए तथा मामले को दबाए जाने के लिए ऐन-केन प्रकारेण आरोपी को बचाने एवं मामले को दबाए जाने की साजिश शुरू कर दी गई है।
बरामद किया गया खाद्यान्न प्राथमिक विद्यालय खजुरौल विकासखंड नारायणपुर का बताया जा रहा है, जो मिड डे मील योजना अंतर्गत का है। बरामद खाद्यान्न में 7 बोरी गेहूं तथा साढ़े 19 बोरी चावल चावल है। बताते चलें कि प्राथमिक विद्यालय का खाद्यान्न निजी भवन में रखे जाने की सूचना होने पर उप जिलाधिकारी चुनार के निर्देश पर खाद्य एवं रसद विभाग के लोगों ने शिवशंकरी धाम स्थित श्यामा भवन से उक्त बरामदगी मंगलवार 8 अगस्त को किया है।
इतनी मात्रा में प्राथमिक विद्यालय का खाद्यान्न बरामद होने के बाद मौके पर जहां हड़कंप मच गया था, वही विद्यालय के प्रधानाचार्य से लगाए अन्य लोगों को कहते नहीं बन रहा था कि आखिरकार प्राथमिक विद्यालय का खाद्यान्न उक्त भवन में कैसे पहुंचा? दूसरी और इस संदर्भ में अपने विद्यालय के प्रधानाचार्य श्रीमती संजना सिंह से संपर्क कर जानकारी का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो पाया उनका मोबाइल लगातार स्विच ऑफ बताता है। विद्यालय के अन्य लोग इस मामले में कुछ भी बोलने से साफ कन्नी काटते रहे हैं।
उपजिलाधिकारी के निर्देश पर बरामद खाद्यान्न को पचेवरा गांव के कोटेदार की सुपुर्दगी में सौंप दिया गया है और इसकी जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। गौरतलब हो कि यदि इस मामले की कड़ाई से जांच हुई तो जहां एक बड़ा खुलासा होगा, कायदे से देखा जाए तो खाद्यान्न को विद्यालय में ही रखा जाना चाहिए था, लेकिन आखिरकार इतनी मात्रा में खाद्यान्न निजी श्यामा भवन में रखने का क्या औचित्य था किस के निर्देश पर रखा गया यह भी जांच का विषय है? दूसरे विद्यालय के खाद्यान्न रजिस्टर को भी यदि जांचा परखा जाए तो सच्चाई खुद-ब-खुद सामने होगी कहीं यह पहले का बचा हुआ खाद्यान्न तो नहीं था जिसे कालाबाजारी करने के लिए रखा गया था।
बहरहाल, मामला चाहे जो हो उप जिलाधिकारी चुनार की सक्रियता से जहां खाद्यान्न बरामद कर इसकी जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। वहीं दूसरी ओर अपनी गर्दन फंसता हुआ देख संबंधित लोग बचाव और मामले को दबाने की जुगत में भी जुट गए हैं।
Aug 14 2023, 18:55