*बरसात के मौसम में पशुओं की देखभाल कैसे करें? पशु पालकों को किया गया प्रशिक्षण*

कानपुर- चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह के निर्देश के क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर के पशुपालन वैज्ञानिक डॉ शशिकांत ने बरसात के मौसम में पशुओं की देखभाल विषय पर प्रशिक्षण आयोजित किया। उन्होंने बताया कि वर्षा ऋतु का समय जून महीने से लेकर सितम्बर तक का होता है। पशु अनेक रोगों से ग्रसित हो जाता है। इसी मौसम के दौरान परजीवियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि देखने को भी मिलती है जिनके द्वारा पशुओं को आंतरिक ओर बाह्य परजीवियों के रोग हो जाते हैं। मौसमी बीमारियों की वजह से दुधारू पशुओं का स्वास्थ्य बिगड़ जाता है, इससे उनके दूध उत्पादन में कमी आ जाती है और उसके कारण दूध उत्पादक का काफी आर्थिक नुकसान हो जाता है।

उन्होंने ये बातें ग्राम बिहारी पुरवा में अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत बारिश के मौसम में पशुओं की देखभाल विषय पर कही। कार्यक्रम में कृषको से बात करते डॉ अरुण कुमार सिंह ने बताया कि इस दौरान वातावरण में अधिक आद्रता होने की वजह से वातावरण के तापमान में अधिक उतार चढाव देखने को मिलता है। जिसका कुप्रभाव प्रत्येक श्रेणी के पशुओं पर भी पड़ता हैं। वातावरण में आद्रता की अधिकता होने के कारण पशु की पाचन प्रक्रिया के साथ-साथ उसकी आन्तरिक रोगरोधक शक्ति पर भी असर पड़ता है। परिणामस्वरूप पशु अनेक रोगों से ग्रसित हो जाता हैं। कृषकों को जानकारी देते डॉ निमिषा अवस्थी ने कहा कि इसी मौसम के दौरान परजीवियों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि देखने को भी मिलती है जिनके द्वारा पशुओं को प्रोटोजुन एवम् पेरासिटिक रोग हो जाते हैं। इन रोगों के प्रकोप से पशु का स्वास्थ्य बिगड़ जाता है।

कार्यक्रम में पशुपालन वैज्ञानिक डॉ शशिकांत ने पशुपालकों को बताया की बारिश के मौसम से पहले अपने पशुओं का टीकाकरण करके संक्रामक रोगों से तो बचाव कर लेना चाहिए, इसके साथ ही इस मौसम में परजीवियों का भी खतरा होता है, ये पशुओं में बहुत हानि पहुंचाते हैं। बरसात के मौसम में जगह–जगह पानी भरने से पशुओं द्वारा मिट्टी और पानी भी संक्रमित हो जाते हैं। जिसके संपर्क में आने से स्वस्थ पशुओं के संक्रमित होने की सम्भावना बढ़ जाती है। इस लिए रोगी पशु को स्वस्थ पशु से अलग रखें।

इस मौसम में पशुओं में होने वाले प्रमुख संक्रामक रोग जैसे गलघोटू, लंगड़ा बुखार, खुरपका, मुंहपका, न्यूमोनिया आदि हैं। परजीवी रोगों में बबेसिओसिस, थैलेरिओसिस व परजीवी जूं, चिचड़ आदि प्रमुख हैं। इस मौसम में पशुओं की सफाई का खास खयाल रखे। खुर पका से बचाव हेतु सप्ताह में एक या दो बार हल्के लाल दवाई के घोल से पशुओं के खुरों को साफ करना चाहिए। ज्यादा नमी के कारण पशु आहार में फफूँद लगने की संभावना बढ़ जाती है तथा ऐसा आहार खाने से पशु बीमार हो सकते हैं। अतः उचित आहार व्यवस्था भी जरूरी है। कार्यक्रम में ग्राम बिहारी पुरवा के प्रधान समेत कुल 50 पशुपालकों ने प्रतिभाग किया ।

*“मेरी माटी मेरा देश” के तहत पांच दिवसीय फुटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन*

कानपुर- चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह के निर्देश के क्रम में बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय इटावा में अंतर महाविद्यालय परिसर जिसमें दुग्ध प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, मत्स्य महाविद्यालय सहित इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के मध्य पांच दिवसीय फुटबॉल खेल का आयोजन किया गया।

देश में प्रायोजित कार्यक्रम 'मेरी माटी, मेरा देश' के अंतर्गत अधिष्ठाता डॉक्टर एन के शर्मा की अध्यक्षता में सत्येंद्र पाल निदेशक शारीरिक शिक्षा के द्वारा आयोजित किया गया। जिसका शुभारंभ मुख्य अतिथि बृजेश यादव, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी ने खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त कर एवं फुटबॉल को किक मारकर किया। मुख्य अतिथि ने खेल को छात्रों के जीवन में बहुआयामी विकास के लिए उपयोगी बताया साथ ही उन्होंने सभी प्रतिभागियों को ईमानदारी और मैत्री भावना से खेलने की सलाह दी।

इसी क्रम में डॉक्टर एन के शर्मा ने उनको बुके देकर सम्मानित किया और उनके द्वारा यहां आकर छात्रों को प्रोत्साहन करने के लिए धन्यवाद दिया। इस अवसर पर डा. टी के माहेश्वरी, इंजी. एम ए हुसैन सहित समस्त छात्र एवं स्टाफ उपस्थित रहा। आयोजक ने बताया कि जीतने वाली टीम को 15 अगस्त के दिन सम्मानित किया जाएगा।

*आइएमए एवं अग्रसेन सेवा समिति के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को विशाल रक्तदान एवं स्वास्थ्य शिविर*

कानपुर।इंडियन मेडिकल एसोसिएशन कानपुर शाखा एवं श्री अग्रसेन सेवा समिति के संयुक्त तत्वधान में 13 अगस्त 2023 दिन रविवार को एक विशाल स्वास्थ्य शिविर एवं रक्तदान शिविर के आयोजन के सम्बन्ध में एक पत्रकार वार्ता का आयोजन आईएमए भवन परेड कानपुर के सेमीनार हाल में किया गया।

इस पत्रकार वार्ता को आईएमए के अध्यक्ष डॉ पंकज गुलाटी, डॉ अमित सिंह गौर, सचिव डॉ प्रवीण कटियार, कन्वेनर कम्युनिटी वेलफेयर सब कमेटी, श्री अग्रसेन सेवा समिति के अध्यक्ष दिनेश चंद्र गोयल, प्रधानमंत्री दीपक कुमार अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विजय कुमार अग्रवाल, कार्यक्रम संयोजक संतोष कुमार अग्रवाल, उपाध्यक्ष गगन अग्रवाल, उपाध्यक्ष विवेक अग्रवाल, ने सम्बोधित किया।

आईएमए कानपुर के अध्यक्ष डॉ पंकज गुलाटी ने आए हुए प्रेस एवं मीडिया कर्मियों का स्वागत

करते हुए बताया कि दिनांक 13 अगस्त 2023 दिन रविवार को एक विशाल निःशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं रक्त दान शिविर का आयोजन प्रातः 10 बजे से 1 बजे के मध्य श्री अग्रसेन स्मृति भवन मेस्टन रोड कानपुर अपोजिट रामलीला भवन में किया गया है।

श्री अग्रसेन सेवा समिति के अध्यक्ष दिनेश चंद्र गोयल प्रधानमंत्री दीपक कुमार अग्रवाल, कोषाध्यक्ष विजय कुमार अग्रवाल, एवं कार्यक्रम संयोजक संतोष कुमार अग्रवाल उपाध्यक्ष, गगन अग्रवाल, उपाध्यक्ष, विवेक अग्रवाल ने बताया कि इस स्वास्थ्य शिविर में कानपुर नगर के सुप्रसिद्ध चिकित्सक अपनी सेवाएं निशुल्क देगे। निःशुल्क जांचे पालीवाल डायग्रोस्टिक के सहयोग से निःशुल्क की जाएगी एवं जिनको कान से सुनने में दिक्कत होती है उनकी जांच अत्याधुनिक मशीनों द्वारा की जाएगी साथ ही इस शिविर में दवाओं का भी निःशुल्क वितरण किया जाएगा तथा श्री अग्रसेन सेवा समिति के समस्त सदस्य एवं परिवार जन इस रक्तदान शिविर में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेंगे और रक्त दान करेगे।

जिससे जरूरतमंद मरीजों की सहायता की जा सके एवं उनकी जीवन की रक्षा हो सके।आईएमए कानपुर के सचिव डॉ अमित सिंह गौर ने बताया कि इस शिविर में नगर के प्रख्यात चिकित्सक जो अपनी सेवाएं देगे निम्नलिखित है...जनरल फिजीशियन डॉ महेश चंद्रा डॉ के एस गुप्ता,डॉ एस के निगम

नेत्र रोग विशेषज्ञ..डॉ गौरव दुबे,

डा. सोनिया दमेले,किडनी रोग विशेषज्ञ..डा. युवराज गुलाटी टी वी व चेस्ट रोग विशेषज्ञ..डॉ सुशील कुमार, विशेषज्ञ चिकित्सक..नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ..डॉ अपूर्वा गुप्ता,

डॉ राजेश वर्मा,डॉ. अक्षय त्रिपाठी हड्डी रोग विशेषज्ञ..डा. एस के गुप्ता,डा. आदित्य नरूला,

मधुमेह रोग विशेषज्ञ.. डॉ. कीर्ति जलोटा मेहरोत्रा ।

आम जनमानस से अनुरोध है कि अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर इस स्वास्थ्य शिविर का लाभ उठाएं

*कृषि विश्वविद्यालय में 3 वर्ष बाद आयोजित होगा किसान मेला*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर में तीन दिवसीय किसान मेला एवं कृषि उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन 8 से 10 अक्टूबर 2023 को किया जाएगा।किसान मेले का आयोजन विश्वविद्यालय के मुख्य भवन के परिसर में किया जाएगा। विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से किसान मेले की तैयारियां तेज कर दी गई हैं।

विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने जिम्मेदार अधिकारियों के साथ किसान मेला की तैयारी से संबंधित समीक्षा बैठक की। और कई आवश्यक दिशा निर्देश दिए।इस दौरान उन्होंने गत वर्षो की अपेक्षा इस बार किसानों की बढ़ती हुई संख्या के मद्दे नजर स्टालो को और अधिक बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।इस वर्ष किसान मेले में लगभग 86 स्टाल लगाए जाएंगे।निदेशक प्रसार डॉक्टर आरके यादव ने बताया कि कोविड-19 के चलते गत 3 वर्षों से किसान मेले का आयोजन नहीं हो सका । परंतु इस वर्ष किसान मेले का आयोजन किया जा रहा है।

निदेशक प्रसार डॉ यादव ने बताया कि किसान मेले में उत्तर प्रदेश के अलावा बाहरी राज्यों से भी इस बार लगभग 15 से बीस हजार किसान मेले में पहुंचेंगे। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ खलील खान ने बताया कि किसान मेले में सीएसए द्वारा संचालित 15 कृषि विज्ञान केंद्रों, आईसीएआर संस्थानों, सरकारी संस्थाओं, एसपीओ एवं गैर सरकारी संगठनों द्वारा आधुनिक तकनीकों से तैयार की गई फल, सब्जी, धान, गेहूं,दलहन एवं तिलहन की उन्नत फसलों एवं बीजों तथा तकनीकियों का किसान अवलोकन कर सकेंगे।

किसानों को औषधीय गुणों, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती, मोटे अनाज सहित अन्य विषयों के बारे में जागरूक किया जाएगा। इस अवसर पर डॉक्टर सी एल मौर्या,डॉ पी के सिंह, डॉ पीके उपाध्याय, डॉ महक सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

*कानपुर नगर में डी जी कॉलेज से हुआ फाइलेरिया जागरूकता व एमडीए अभियान का शुभारंभ*


कानपुर।राष्ट्रीय सेवा योजना, डी जी कॉलेज, कानपुर के द्वारा फाइलेरिया दिवस के अवसर पर फाइलेरिया जागरूकता एवं एमडीए अभियान का शुभारंभ सीएमओ तथा डब्ल्यूएचओ टीम के साथ मिलकर किया गया।

फाइलेरिया जिसे फीलपांव (एलिफेंटियासिस) कहा जाता है,भारत में आमतौर पर सामान्य रूप से हाथी पांव के नाम से जाना जाता है, क्योंकि इस रोग में व्यक्ति का पांव हाथी के पांव की तरह हो जाता है। यह एक अत्यंत गंभीर बीमारी है।

फाइलेरिया मच्छरों द्वारा, विशेष रूप से परजीवी क्यूलैक्स फैंटिगंस मच्छरों के काटने से होता है। जब यह मच्छर किसी फाइलेरिया से ग्रसित व्यक्ति को काटता है तो वह संक्रमित हो जाता है।

फिर जब यह मच्छर किसी स्वस्थ्य व्यक्ति को काटता है तो फाइलेरिया के विषाणु रक्त के जरिए उसके शरीर में प्रवेश कर उसे भी फाइलेरिया से ग्रसित कर देते है और मरीज को मृत समान बना देते है। यह बात ओरिएंटेशन सेशन में डब्लू एच ओ के विशेषज्ञ डॉ मंजीत सिंह चौधरी, जोनल समन्वयक - उपेक्षित उष्णकटिबंधीय रोग ने कही।

एमडीए बूथ प्रतिनिधि मंडल में सीएमओ, कानपुर नगर टीम, डॉ तनुश्री चक्रवर्ती -जिला समन्वयक, पी सी आई और डॉ दीक्षा - एम्स ऋषिकेश का विशेष सहयोग रहा। अतिथियों का स्वागत महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्य प्रो वंदना निगम तथा संचालन भूगोल विभाग की असि प्रो डॉ. अंजना श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में चीफ प्रॉक्टर प्रो अर्चना श्रीवास्तव, प्रो रचना प्रकाश, कार्यालय अधीक्षक श्री कृष्णेंद्र श्रीवास्तव, एनसीसी इंचार्ज डॉ मनीषी पांडे, डॉ. ज्योत्स्ना, डॉ. उत्तमा, डॉ हिना अफशां एवं एनएसएस वॉलिंटियर्स का विशेष योगदान रहा।

कार्यक्रम में महाविद्यालय की समस्त प्राध्यापिकाओं, शोधार्थियों, छात्राओं तथा स्टाफ ने उत्साह के साथ प्रतिभाग किया।

*कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा श्रीअन्न (मोटे अनाज) आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का हुआ आयोजन*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह द्वारा जारी निर्देश के क्रम में आज दलीप नगर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉक्टर निमिषा अवस्थी ने बताया कि

घर हो या बाहर हमारे पास भोजन तो उपलब्ध है, लेकिन उसमें जरूरत के हिसाब से पोषक तत्वों की कमी है।

पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा भोजन में रहे, इसके लिए थाली में श्री अन्न होना जरूरी है।भारत की अगुवाई में वर्ष 2023 को पूरी दुनिया मिलेट ईयर के रूप में मना रही है।समय के साथ मिलेट का भोजन की थाली में स्थान कम होता गया इस वर्ष देशभर के लगभग 50 शहरों में जी-20 की बैठकें आयोजित होना हैं, जिनमें विदेशों के लगभग दो लाख लोग भारत आएंगे। प्रधानमंत्री के निर्देशन में जी-20 की बैठकों के माध्यम से भी मिलेट के प्रचार-प्रसार की योजना तैयार की गई है।

जी-20 के सभी कार्यक्रमों में, भोजन में मिलेट को प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि जब ये लोग अपने देश लौटे तो यहां से भोजन का अच्छा स्वाद लेकर जाएं और दुनियाभर में भारतीय श्री अन्न को नई पहचान मिलें। इसका लाभ हमारे किसानों व देश को मिलेगा । इसी संबंध में मिलेट को बढ़ावा देने व पोषण से परिपूर्ण परंपरागत व्यंजनों को दोबारा थाली में जगह देने हेतु कृषि विज्ञान केंद्र, दलीप नगर ने ग्राम जुगराजपुर शिवली, विकासखंड मैथा में श्री अन्न आधारित व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया ।

प्रतियोगिता में महिलाओं ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हुए बाजरा व मक्का के परंपरागत व्यंजन महेरी, चौसेला, थालीपीठ, पुआ के साथ नावोन्मेश् करते हुए बाजरा पैन केक, मीठी टिक्की, उत्तपम इत्यादि व्यंजन बना कर प्रदर्शित किये। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान श्रीमती शकुंतला देवी, द्वितीय स्थान मुन्नीदेवी और तृतीय स्थान कुमारी आकांक्षा ने प्राप्त किया ।

प्रतियोगिता में टॉप आठ प्रतियोगियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित भी किया गया । कार्यक्रम की आयोजक केंद्र की गृह वैज्ञानिक डॉ निमिषा अवस्थी ने कहा मिलेट फसल वर्षा आधारित होती है, जिसे कम खर्च व कम पानी में उगा सकते है। गरीब किसान बंजर धरती में इसका उत्पादन कर सकते है। मिलेट का उपयोग जितना बढ़ेगा, भोजन में उतने पोषक तत्व मिलेंगे, जिसका फायदा लोगों को होगा। मिलेट का उपयोग दुनिया में बढ़ेगा तो प्रोसेसिंग बढ़ेगी, निर्यात बढ़ेगा, जिसका लाभ छोटे किसानों व महिलाओं को होगा और उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने में सफलता मिलेगी। कार्यक्रम में गांव के प्रधान श्री राम बालक, सेवानिवृत शिक्षक श्री राम बाबू पाल, प्रोग्रेसिव किसान श्री रवि के साथ केंद्र के प्रभारी डॉ अजय कुमार सिंह, मृदा वैज्ञानिक डॉ खलील खान, डॉ अरुण कुमार सिंह इत्यादि मौजूद रहे । कार्यक्रम में कुल 20 प्रतियोगियों ने प्रतिभाग किया।

*सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा ने छात्रावासों की मेस का किया निरीक्षण*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ पीके उपाध्याय ने बताया कि आज सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा श्रीमती शशी पांडेय एवं खाद्य सुरक्षा अधिकारी अरविंद कुमार गोंड द्वारा विश्वविद्यालय की मेस का औचक निरीक्षण किया गया।

सर्वप्रथम खाद्य सुरक्षा टीम कॉलेज आफ होम साइंस के सरोजनी नायडू गर्ल्स छात्रावास का निरीक्षण किया। जिसमें सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा ने मेस संचालकों को मेस में खाना बनाने की प्रक्रिया, खाने में प्रयोग किए जाने वाले मसालों की गुणवत्ता आदि को परखा। जो मानक अनुरूप पाए गए।खाद्य सुरक्षा टीम ने मेस संचालकों को साफ सफाई के विशेष निर्देश दिए। साथ ही टीम ने छात्र-छात्राओं को भी सफाई के लिए कहा।इस अवसर पर डॉ कौशल कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

*मां का दूध शिशु के साथ भावनात्मक जुड़ाव के लिए आवश्यक: डॉक्टर संगीता सारस्वत*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के गृह विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता गृह विज्ञान डॉक्टर मुक्ता गर्ग ने बताया कि अगस्त माह के प्रथम सप्ताह मे चल रहे विश्व स्तनपान सप्ताह के अंतर्गत महाविद्यालय मे 'अवेयरनेस रिगार्डिंग ब्रेस्ट फीडिंग' विषय पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया।

इस विषय पर मुख्य वक्ता शहर की प्रसिद्ध स्त्री एवं प्रसूति विशेषज्ञया डॉ. संगीता सारस्वत रही, डॉ. सारस्वत द्वारा स्तनपान से माता एवं शिशु को होने वाले लाभ के बारे मे विस्तार बताया कि माँ का दूध शिशु के शारीरिक, मानसिक विकास के साथ भावनात्मक संबध बनाने मे सहायक होता है , एवं वैक्सीन का कार्य करता है।

डॉ. सारस्वत ने बताया गर्भ धारण से जन्म के बाद तक 1000 दिन बालक विकास के लिये अत्यन्त महत्वपूर्ण है। स्तनपान माता को स्वस्थ बनाये रखने के साथ के साथ मातृ मृत्यु दर को कम करने में सहायक होता है। इस दौरान छात्राओं द्ववारा विषय सम्बन्धी समस्याओं पर प्रश्न पूँछे गए।

डॉ. अर्चना सिंह द्वारा सभी का स्वागत एवं एन. एन. एस. प्रोग्राम अफसर रश्मि सिंह द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव दिया गया। इस अवसर पर संकाय की बी.एस.सी., ए म. एस .सी. की सभी छात्राओं एवं संकायों कि शिक्षिकाओं श्रीमती रेनू, डॉ. ऋतु पाण्डेय ने भाग लिया । वंशिका, नेहा, पूजा,सुमन आदि भी उपस्थति रही।

*दयानन्द गर्ल्स पीजी कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा आज़ादी का अमृत महोत्सव - 2023 शुरू*

कानपुर।दयानंद गर्ल्स पी जी कॉलेज, कानपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव - 2023 आज से आरंभ होने वाले मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत आज 9 अगस्त, 2023 को "वीरों को नमन माटी का वंदन" कार्यक्रम के अंतर्गत एनएसएस वॉलिंटियर्स ने वृक्षारोपण कर माटी का वंदन किया तथा अमृत काल के पंच प्रण की शपथ ली।

कार्यक्रम में 50 वॉलिंटियर्स समेत महाविद्यालय के अन्य छात्राओं तथा प्राध्यापिकाओं एवं ने उत्साहपूर्वक हिस्सा लिया।

इस आयोजन को सफल बनाने में मुख्य रूप से महाविद्यालय की कार्यवाहक प्राचार्य प्रो वंदना निगम, कार्यालय अधीक्षक श्री कृष्णेंद्र श्रीवास्तव एल, एनसीसी प्रभारी डॉ मनीषी पांडे, डॉ अंजना श्रीवास्तव, डॉ साधना सिंह, डॉ उत्तमा, डॉ विमला देवी, डॉ हिना अफशा, डॉ ज्योत्सना आदि प्राध्यापिकाओं का विशेष योगदान रहा।

*उन्नयन के साथ ही तकनीकी विकास पर बनी सहमति*

कानपुर | प्रदेश में उच्चीकृत कृषि तकनीकी मशीनरी एवं कृषि अनुसंधान में सहयोग करने हेतु भारत सरकार के जापान के साथ अंब्रेला एम ओ यू जिसमें प्रदेश सरकार ने भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर ने प्रदेश सरकार के मार्गदर्शन में मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर,फॉरेस्ट्री एंड फिशरीज जापान सरकार के डॉक्टर काजूमी फ्यूजीमोतो असिस्टेंट डायरेक्टर एवं डॉक्टर दैसुकी असानो काउंसलर फॉर इमर्जिंग रीजन डिविजन साउथ एशिया रसिया एक्सपोर्ट एंड इंटरनेशनल ब्यूरो जापान तथा विशेष सचिव कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान अजय कुमार द्विवेदी तथा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह एवं डीन, डायरेक्टर के साथ प्रथम सत्र में कुलपति कमेटी हाल में विस्तार से चर्चा हुई।

जिसमें जापानी तकनीकी,मशीनरी एवं फॉर्म मॉड्यूल के साथ-साथ शिक्षा,अनुसंधान,स्टूडेंट एंड फैकेल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम के साथ ही चावल, मक्का, टमाटर ,आलू ,तिलहन, दलहन आदि की प्रजातियों के उन्नयन के साथ ही तकनीकी विकास पर सहमति बनी है।साथ ही इस बात पर जोर दिया गया है कि जापानी सरकार के प्रतिनिधियों के साथ विश्वविद्यालय के अधिकारी नियमित ऑनलाइन मीटिंग करते रहेंगे। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ खलील खान ने बताया कि डॉ दैसूकी असानों ने कहा कि जापान की एक दर्जन कंपनियां अपनी तकनीकी, उत्पाद एवं मशीनरी आदि को फार्म मॉड्यूल के रूप में प्रदर्शित करेंगे। उन्होंने बताया कि जापान की आईसीनेट कंपनी शीघ्र ही विश्वविद्यालय के सब्जी अनुभाग प्रक्षेत्र पर कार्य प्रारंभ करेगी।

इस मीटिंग के द्वितीय सत्र में सब्जी अनुभाग कल्याणपुर प्रक्षेत्र का जापानी प्रतिनिधिमंडल एवं विश्वविद्यालय अधिकारियों ने भ्रमण किया। यहां पर स्थापित पाली हाउस, संरक्षित खेती, प्रोसेसिंग यूनिट आदि का अवलोकन किया। तथा जिसकी जापानी प्रतिनिधि मंडल द्वारा भूरि भूरि प्रशंसा भी की गई। साथ ही यह भी बताया कि इस तरह के केंद्र उन्होंने पहली बार देखा है ।विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने हेतु अपना प्रस्तुतीकरण किया। कुलपति ने जापानी प्रतिनिधि मंडल को अंग वस्त्र पुष्प कुछ एवं इस प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डॉ पीके उपाध्याय,डॉ पीके सिंह,डॉ डीपी सिंह, डॉक्टर आरके यादव,डॉ राम बटुक सिंह, डॉ सी एल मौर्या, डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ विजय कुमार यादव, डॉ मनीष गंगवार, डॉ राजीव, डॉक्टर अनिल कुमार सिंह सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी उपस्थित रहे।