*उन्नयन के साथ ही तकनीकी विकास पर बनी सहमति*

कानपुर | प्रदेश में उच्चीकृत कृषि तकनीकी मशीनरी एवं कृषि अनुसंधान में सहयोग करने हेतु भारत सरकार के जापान के साथ अंब्रेला एम ओ यू जिसमें प्रदेश सरकार ने भी एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर ने प्रदेश सरकार के मार्गदर्शन में मिनिस्ट्री ऑफ एग्रीकल्चर,फॉरेस्ट्री एंड फिशरीज जापान सरकार के डॉक्टर काजूमी फ्यूजीमोतो असिस्टेंट डायरेक्टर एवं डॉक्टर दैसुकी असानो काउंसलर फॉर इमर्जिंग रीजन डिविजन साउथ एशिया रसिया एक्सपोर्ट एंड इंटरनेशनल ब्यूरो जापान तथा विशेष सचिव कृषि, कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान अजय कुमार द्विवेदी तथा विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह एवं डीन, डायरेक्टर के साथ प्रथम सत्र में कुलपति कमेटी हाल में विस्तार से चर्चा हुई।

जिसमें जापानी तकनीकी,मशीनरी एवं फॉर्म मॉड्यूल के साथ-साथ शिक्षा,अनुसंधान,स्टूडेंट एंड फैकेल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम के साथ ही चावल, मक्का, टमाटर ,आलू ,तिलहन, दलहन आदि की प्रजातियों के उन्नयन के साथ ही तकनीकी विकास पर सहमति बनी है।साथ ही इस बात पर जोर दिया गया है कि जापानी सरकार के प्रतिनिधियों के साथ विश्वविद्यालय के अधिकारी नियमित ऑनलाइन मीटिंग करते रहेंगे। विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ खलील खान ने बताया कि डॉ दैसूकी असानों ने कहा कि जापान की एक दर्जन कंपनियां अपनी तकनीकी, उत्पाद एवं मशीनरी आदि को फार्म मॉड्यूल के रूप में प्रदर्शित करेंगे। उन्होंने बताया कि जापान की आईसीनेट कंपनी शीघ्र ही विश्वविद्यालय के सब्जी अनुभाग प्रक्षेत्र पर कार्य प्रारंभ करेगी।

इस मीटिंग के द्वितीय सत्र में सब्जी अनुभाग कल्याणपुर प्रक्षेत्र का जापानी प्रतिनिधिमंडल एवं विश्वविद्यालय अधिकारियों ने भ्रमण किया। यहां पर स्थापित पाली हाउस, संरक्षित खेती, प्रोसेसिंग यूनिट आदि का अवलोकन किया। तथा जिसकी जापानी प्रतिनिधि मंडल द्वारा भूरि भूरि प्रशंसा भी की गई। साथ ही यह भी बताया कि इस तरह के केंद्र उन्होंने पहली बार देखा है ।विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के साथ ही विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने हेतु अपना प्रस्तुतीकरण किया। कुलपति ने जापानी प्रतिनिधि मंडल को अंग वस्त्र पुष्प कुछ एवं इस प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर डॉ पीके उपाध्याय,डॉ पीके सिंह,डॉ डीपी सिंह, डॉक्टर आरके यादव,डॉ राम बटुक सिंह, डॉ सी एल मौर्या, डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ विजय कुमार यादव, डॉ मनीष गंगवार, डॉ राजीव, डॉक्टर अनिल कुमार सिंह सहित विश्वविद्यालय के अधिकारी उपस्थित रहे।

*मानव स्वास्थ्य के लिए लाभकारी करौंदा*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अंतर्गत संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दिलीप नगर की गृह वैज्ञानिक डॉ निमिषा अवस्थी ने बताया कि करोंदा मानव स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है उन्होंने कहा की करौंदा एक झाड़ीनुमा पौधा होता है।

करोंदे का प्रयोग अचार और सब्ज़ी बनाने में किया जाता है। इसका पौधा बीज से अगस्त या सितम्बर में 1.5 मीटर की दूरी पर लगाया जाता है इसका स्वाद खट्टा होता है स्वभाव से ये गर्म तासीर का होता है पके हुए करोंदे खाने में बहुत अच्छे लगते है करोंदा भूख को बढ़ाता है। और पित्त को शांत करता है यह हृदय के लिए लाभकारी होता है।

करोंदे खाने से रोगप्रतिरोधक क्षमता बड़ती है ।कैल्सीयम होने के कारण यह दांतों के लिए लाभकारी होता है यह मुख को स्वस्थ रखता है इसको खाने से बजन कम होता है तथा हड्डियों को मज़बूती एवं चमकती त्वचा, मुँहासे की रोकथाम, बालों का बडना आदि करोंदा पोषक तत्वों से भरपूर होता है इसमें प्रोटीन 1.1 से 2.2, विटामिन सी 1.6 से 17.9 मिलीग्राम प्रति 100ग्राम, लोहा तत्व 39.1 मिलीग्राम प्रति 100ग्राम, कैल्सीयम 21मिलीग्राम प्रति 100ग्राम, फ़ास्फोरस 38 मिलीग्राम प्रति 100ग्राम पाया जाता है।

इसलिए ये स्वस्थ प्रतिरक्षा का निर्माण करता है ओर शरीर को रोगों से लड़ने की शक्ति प्रदान करता है साथ ही इसमें मोजूद लोहा हिमोगलोविन की कमी नही होने देता है एस प्रकार से करोंदा हमारे शरीर के लिए अति लाभदायक होता है।

*सीएसए के कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय में बीटेक हेतु प्रवेश का एक और मौका*

कानपुर।चन्द्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा संचालित बाबा साहब डा0 भीम राव अम्बेडकर कृषि अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, इटावा में अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद्, नई दिल्ली से अनुमोदित पाठ्यक्रमों बी0टेक0 (इलैक्ट्रानिक्स एण्ड कम्युनिकेशन इंजी0, कम्प्यूटर साइंस एण्ड इंजी0 तथा मैकेनिकल इंजी0) की 36-36 सीटों में प्रवेश प्रक्रिया उत्तर प्रदेश टेक्नीकल एडमिशन काउन्सलिंग की वेबसाइट www:uptec.admission.nic.in के माध्यम से शुरू हो चुकी है अधिष्ठाता कृषि अभियंत्रण डॉक्टर एनके शर्मा ने बताया कि प्रथम राउण्ड के लिये च्वाइस फिलिंग 10.08.2023 से 13.08.2023 तक होगी तथा सीट एलाटमेन्ट14.08.2023 से 16.08.2023 तक होगा तथा इसी प्रकार द्वितीय राउण्ड की च्वाइस फिलिंग 17.08.2023 से 18.08.2023 से तथा सीट एलाटमेन्ट 19.08.2023 को निर्धारित है।

उन्होंने बताया कि इसी प्रकार बी0टेक (कृषि इंजी0), बी0टेक0 (डेयरी टेक्नोलाॅजी) तथा बैचलर आफ फिसरीज साइंस के लिये द्वितीय आनलाइन रजिस्ट्रेशन07 और 08 अगस्त 2023 को यूपीकैटेट-2023 की वेबसाइट पर पुनः प्रारम्भ होगी जो अभ्यर्थी पूर्व में अपना रजिस्ट्रेशन प्रवेश हेतु नही करा पाये है उनके लिये यह अन्तिम अवसर है वे अपने रजिस्ट्रेशन कराकर उक्त पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्राप्त कर सकते है।

विश्वविद्यालय मीडिया प्रभारी डॉ खलील खान ने बताया कि इटावा परिसर समस्त मूलभूत सुविधाओं सहित पूर्णतया हरा-भरा, वाई-फाई युक्त, नेक रैकिंग, सरकारी फीस, रैगिंग मुक्त, छात्र-छात्राअें के लिये अलग-अलग छात्रावास और मेस सहित समस्त भौगोलिक स्थितियों में सुदृण है। तथा इस महाविद्यालय के सम्बन्ध में किसी प्रकार की जानकारी के लिये विश्वविद्यालय द्वारा नामित नोडल अधिकारी के मो0 नं. 8171206510 और 9412396368 तथा इमेल के माध्यम से प्राप्त की जा सकती है।

*कृषि मंत्री ने कुलपति एवं कृषि विश्वविद्यालय के अधिकारियों के साथ की समीक्षा बैठक, कृषक भारती मिलेट्स विशेषांक का किया विमोचन*

कानपुर- चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति सभागार कक्ष में आज प्रदेश सरकार के कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने समीक्षा बैठक की। इस अवसर पर कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने माननीय मंत्री जी को पुष्पगुच्छ एवं अंग वस्त्र देकर स्वागत किया। स्वागत उद्बोधन में कुलपति ने विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या को प्रस्तुत किया।

समीक्षा बैठक के दौरान मंत्री जी ने कानपुर को एग्री टूरिज्म के रूप में विकसित किए जाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने विश्वविद्यालय में सभी रिक्त पदों को शीघ्र अति शीघ्र भरने के लिए भी कहा है। जिससे शिक्षण,शोध एवं प्रसार गतिविधियों में और गतिशीलता लाई जा सके। तथा सभी वैज्ञानिकों से रोडमैप तैयार कर प्रस्तुत करने के लिए भी कहा गया है।उन्होंने निदेशक से कहा कि कृषि विज्ञान केंद्रों को एक मॉडल के रूप में विकसित कराएं। विश्वविद्यालय में स्थित बायोटेक्नोलॉजी लैब हेतु योजना बनाकर भेजने के लिए भी कहा है। उन्होंने शिक्षण कार्य में गतिशीलता के लिए कहा कि सेवानिवृत्त प्रोफेसरों के लेक्चर सीरीज अवश्य कराए जाएं।

इस अवसर पर सभी अतिथियों ने प्रसार निदेशालय द्वारा लिखित कृषक भारती मिलेट्स विशेषांक का विमोचन भी किया। इस अवसर पर कृषि अनुसचिव श्री अशोक कुमार सिंह, निदेशक प्रसार डॉ आरके यादव, अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉक्टर सी एल मौर्या, निदेशक शोध डॉ पी के सिंह, निदेशक बीज एवं प्रक्षेत्र डॉक्टर विजय कुमार यादव सहित सभी प्रोफेसर एवं अधिकारी उपस्थित रहे।

*कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर के भ्रमण के लिए पहुंचे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, ज्यादा से ज्यादा पोषण वाटिका बनवाने का निर्देश*

कानपुर- चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के अधीन संचालित कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर पर आज प्रदेश सरकार के कृषि शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भ्रमण कर वैज्ञानिकों के साथ समीक्षा की। मंत्री ने वैज्ञानिकों के कार्यो की सराहना करने के साथ गावों में पोषण वाटिका ज्यादा से ज्यादा बनवाने का निर्देश दिया।

इस अवसर पर मंत्री ने कहा की पोषण वाटिका कुपोषण निवारण के लिए सबसे सशक्त उपाय है। उन्होंने केंद्र पर कराये जा रहे प्राकृतिक खेती के परीक्षण की समीक्षा करते हुए कहा की इसको और बढ़ावा देने की आवश्यकता है।

इस अवसर पर कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने रासायनिक एवं प्राकृतिक खेती के उत्पादन की व्याख्या करते हुए बताया कि फसल उत्पादन रासायनिक से तीन कुंतल कम होने पर भी गुणवत्ता युक्त प्राकृतिक खेती से उत्पाद पैदा होता है। उन्होंने बताया की रासायनिक उर्वरको व दवाओं पर लगभग 30 -35 प्रतिशत पर खर्च हो जाता है जो पूर्णतया बचता है, जिससे की लागत कम होती है।

मंत्री ने प्रक्षेत्र भ्रमण कर मृदा सुधार हेतु परियोजना बना कर देने हेतु निर्देशित किया। मंत्री जी ने केंद्र पर लगी धान की कैफेटारिया देख कर प्रसन्नता व्यक्त की साथ ही प्रक्षेत्र पर ज्यादा से ज्यादा बुआई कर रेवोल्विंग फंड बढ़ाने के निर्देश दिये।

कार्यक्रम में अधिष्ठाता कृषि डॉ सी एल मौर्या, निदेशक शोध डॉ पी के सिंह, निदेशक प्रसार डॉ आर के यादव एवं केंद्र के प्रभारी डॉ अजय कुमार सिंह के साथ केंद्र के समस्त वैज्ञानिक डॉ राजेश राय, डॉ खलील खान, डॉ अरुण कुमार सिंह, डॉ शशिकांत, डॉ निमिषा अवस्थी व कृषि विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे ।

*फाइलेरिया उन्मूलन में एनएसएस निभायेगा महत्वपूर्ण भूमिका*

कानपुर- उत्तर प्रदेश के तीन लाख बीस हजार एनएसएस स्वयंसेवक फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में सक्रिय भूमिका निभाएंगे। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए राजधानी लखनऊ में प्रदेश के 27 जनपदों और विभिन्न विश्वविद्यालयों के एनएसएस समन्वयक, नोडल अधिकारियों और कार्यक्रम अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। जिसमे एनएसएस राज्य संपर्क अधिकारी प्रो मंजू सिंह, युवा अधिकारी श्री समरदीप सक्सेना के दिशानिर्देशन में छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय के कार्यक्रम अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

समन्वयक प्रो के एन मिश्रा के नेतृत्व में जिला नोडल अधिकारी डॉ श्याम मिश्रा, डॉ संगीता सिरोही, डॉ नीरज कुमार, डॉ आशीष गुप्ता, डॉ यश कुमार, नोडल कानपुर देहात ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस प्रशिक्षण में फाइलेरिया के फैलाव, एमडीए, क्यूलेक्स मच्छर की रोकथाम जैसे विषयों को पीसीआई, मिलिंडा गेट फाउंडेशन के अधिकारियों और डॉक्टर्स द्वारा विस्तार से समझाया गया।

प्रशिक्षण के बाद अब कानपुर विश्वविद्यालय अंतर्गंत जनपदों के एनएसएस महाविद्यालयों और अन्य महाविद्यालयों में 10 अगस्त से प्रस्तावित एमडीए वितरण में सहयोग देंगे। साथ ही स्वयं दवा खायेंगे और परिवार एवं आसपास के लोगो को दवा सेवन के लिए प्रेरित करेंगे।

*कृषि विज्ञान केंद्रों पर 11 हेक्टेयर में हो रही प्राकृतिक खेती*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय के अधीन संचालित सभी कृषि विज्ञान केंद्रों पर गौ आधारित प्राकृतिक खेती विभिन्न फसलों पर की जा रही है। डॉ सिंह ने बताया कि इस विधि से किसानों की आय में वृद्धि होगी।

उन्होंने कहा कि इस विधि में देसी गाय के गोबर और गोमूत्र से बनने वाला जीवामृत, वीजामृत, नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, घनजीवामृत आदि बनाकर खेती में प्रयोग किया जाता है।जो पोषक तत्वों की फसलों को पूर्ति करते हैं।और जैविक कीटनाशकों के रूप में भी प्रयोग किए जाते हैं जिसे कीट एवं रोग फसल में नहीं लगते हैं। उन्होंने कहा कि इस विधि द्वारा पोषक तत्वों से भरपूर फसल उत्पादन किया जाता है।

निदेशक प्रसार डॉ आरके यादव ने बताया कि सभी कृषि विज्ञान केंद्रों को मिलाकर लगभग 11 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर आधारित प्राकृतिक खेती वैज्ञानिक कर रहे हैं। जो किसानों के लिए मॉडल के रूप में कार्य कर रहे हैं। डॉ यादव ने बताया कि प्राकृतिक खेती के अन्य लाभों जैसे मिट्टी की और पर्यावरण स्वास्थ्य की बहाली, ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन का निम्नीकरण प्रदान करते हुए किसानों की आय बढ़ाने का मजबूत आधार प्रदान करती है।

*सीएसए और कृषि विश्वविद्यालय मेरठ के मध्य समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर*

कानपुर।चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर एवं सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ

ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

यह हस्ताक्षर सीएसए कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह एवं सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय मेरठ के कुलपति डॉक्टर के के सिंह के मध्य हुए हैं। कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने समझौता ज्ञापन के बारे में बताया कि सरदार बल्लभ भाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मेरठ की अनुसंधान, प्रसार और शिक्षण सुविधाओं का उपयोग करने में सक्षम होंगे।

कुलपति ने बताया की नई शिक्षा नीति 2020 के तहत अंत: अनुशानिक के तहत यह समझौता पत्र हुआ है।इसके तहत दोनों विश्वविद्यालयों में विद्यमान प्रयोगशाला, पुस्तकालय, शिक्षण एवं शोध सुविधाओं का आपस में उपयोग कर सकेंगे। इस समझौता के तहत दोनों विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक ज्ञान व सूचना का आदान प्रदान होगा। विश्वविद्यालय की ओर से विकसित प्रौद्योगिकी दोनों संस्थान प्रसारित करेंगे।

विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ खलील खान ने बताया कि प्रदेश के चारों कृषि विश्वविद्यालयों के मध्य समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुए हैं। जिससे प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में,(शिक्षण,शोध एवं प्रसार) नए आयाम स्थापित होंगे। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ सी एल मौर्या, कुलसचिव डॉ पीके उपाध्याय एवं निदेशक शोध डॉ पी के सिंह सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।

*कुलपति ने निदेशकों संग किया कृषि विज्ञान केंद्र का दलीप नगर का भ्रमण*

कानपुर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति डॉ आनंद कुमार सिंह ने आज निदेशक प्रसार डॉ आरके यादव एवं निदेशक शोध डॉ पी के सिंह के साथ संयुक्त रूप से कृषि विज्ञान केंद्र दलीप नगर के फसल प्रक्षेत्र का संयुक्त रूप से भ्रमण किया।

कुलपति ने प्रक्षेत्र पर धान की फसल देखकर संतोष व्यक्त किया और कहा की धान की फसल के क्राफ्ट कैफेटेरिया की प्रजाति वार पट्टिकायें लगवाई जाए। जिससे किसान आसानी से धान की प्रजातियां को पहचान सकें। कुलपति ने धान की फसल में रोगिंग करने के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर प्रक्षेत्र अधीक्षक प्रमोद कुमार को साफ सफाई के लिए निर्देशित किया।

कुलपति ने विषय वार वैज्ञानिकों से वार्ता कर कृषकों के मध्य अधिक से अधिक नवीनतम तकनीकों के पहुंचाने पर जोर दिया। जिससे कृषकों के मध्य एक अलग पहचान बने। कुलपति ने कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में पौधारोपण भी किया और कहा कि पेड़ पौधे अधिक से अधिक लगाए जाने चाहिए।

जिससे कि पर्यावरण शुद्ध है।इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ अजय कुमार सिंह के साथ डॉक्टर खलील खान, डॉ राजेश राय, डॉक्टर शशिकांत, डॉक्टर निमिषा अवस्थी सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।

*ओम जन सेवा संस्थान द्वारा देश के सैनिकों के लिए ब्लड डोनेट कैप*

कानपुर । सामाजिक कार्यों के लिए जानी जाने वाली संस्था ओम जन सेवा संस्थान अब देश के लिए नई पहल देश की सेवा में अपने जान की परवाह न करके हमारी सुरक्षा में दिन रात लगे रहने वाले सैनिकों की सेवा भाव को देखते हुए कानपुर महानगर में निरन्तर समाज की सेवा करने वाली ओम जन सेवा संस्थान व Up 55 बटालियन NCC कानपुर के तत्वाधान में आज 7 एयरफोर्स हास्पिटल, कैंट में ब्लड डोनेट कैम्प का आयोजन किया।

जिसमें एन सी सी कैडेट् ने भी भाग लिया । कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ समाज सेवी मुरारी लाल अग्रवाल एवं एयर फोर्स कमांडर शमशेर सिंह दलाल जी ने दीप प्रज्वलित करके किया। उन्होने अपने सम्बोधन में कहा कि एक बार ब्लड डोनेट से तीन लोगो का जीवन बचाया जा सकता है। सभी ब्लड डोनर को गिफ्ट भी दिया गया। संस्थान की अध्यक्ष शिव देवी अग्रहरि (सीमा) ने आये अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किया।

उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि संस्था विगत 5 वर्ष से समाज के हित के लिए कार्य कर रही है। हमारी टीम का यह 8 वां ब्लड डोनेट कैम्प है। समाज के हित के लिए आगे भी कार्य करती रहेगी। UP 55 बटालियन कर्नल समीर कुमार कौशिक जी ने कहा कि ओम जन सेवा संस्थान की टीम लगातार समाज के हित मे लगातार कार्य कर रही है। हमे गर्व होता है ऐसे कार्यक्रम में शामिल होकर, हर व्यक्ति को आगे आकर हौसला बढाना चाहिये, व ऐसी संस्थान की मदद करनी चाहिये जो बहुत हौसले के साथ स्वालम्बी होकर कार्य कर रही है।

ब्लड कैम्प में कपिल कुमार केसरवानी, पंडित होटल के प्रभव पांडे जी, राजू केसरवानी, गीतांजलि गुप्ता , रोहित बाजपेई , विष्णु गौड़ , विजय सिन्हा,विनीत कुमार त्रिपाठी , विकास कोली, अंकिता यादव, विशाखा कोली, अनुज गुप्ता, दीपांशु साहू ,कुलदीप सिंह कसेरा, बृजेश सिंह, राजेश गुप्ता मोहम्मद नदीम, अनुज अग्रहरि, सुशील, शैलेंद्र शर्मा, हरिओम द्विवेदी, एवं 55 बटालियन के एनसीसी कैडेट्स लोगों ने ब्लड डोनेट किया। इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से मुरारी लाल अग्रवाल, कमांडर एयर फोर्स शमशेर सिंह दलाल , 55 बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल समीर कुमार कौशिक , शिव देवी अग्रहरि (सीमा) शैलेंद्र गुप्ता जितेंद्र सविता ,प्रशांत , कपिल कुमार केसरवानी, 7 एयर फोर्स हॉस्पिटल ब्लड बैंक से गौरांग पालीवाल , श्रीनिवास, अजय एस कुमार आदि प्रमुख लोग मौजूद रहे।