*आजमगढ़: दीदारगंज में चल रही संगीतमयी श्री राम कथा को सुनकर श्रोता हुए भावविभोर*
सिद्धेश्वर पाण्डेय
आजमगढ़।दीदारगंज के खरसहन शिवमन्दिर पर चल रहे सप्तदिवसीय संगीतमयी श्री राम कथा के प्रथम दिवस पर प्रवचन करते हुए बाल ब्यास पण्डित कौशल किशोर जी महाराज ने कहा भगवान राम का चरित्र प्रत्येक मानव मात्र को जीवन जीने की कला प्रदान करता है।
इस श्रीराम कथा सुनकर श्रद्धालु श्रोता भाव विभोर हो गए । वही भक्ति मय जयकारें से पूरा परिक्षेत्र गूँज उठा । प्रवचनकर्ता बाल ब्यास पण्डित कौशल किशोर जी महाराज ने कहा भगवान राम धर्म की मर्यादा हैं । प्रभु राम के चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा एक बार श्रीराम जी का बाल्यकाल की लीला बड़ा ही मनोहारी है ।
अपने तीनो भाइयों के साथ अयोध्या में गेंद खेल रहे थे ,राम लखन एक साथ और भरत शत्रुघ्न एक साथ जब खेल में भरत जी हारने लगे तो प्रभु राम ने निर्णय आने पूर्व अपनी हार स्वयं मानकर भरत को विजयी बनाकर और अपने प्रिय भाइयो का उत्साह वर्धन किया करते थे । महाराज दशरथ जब भोजन करते थे ,तो श्री राम जी को बुलाते थे ,तब राम जी अपने बाल सखाओ को छोड़कर भोजन करने नही आते थे ।
बाल सखा नाराज न हो जाय ,वह इसका ध्यान रखते थे । "भोजन करत बुलावत राजा । नही आवत तजि बाल समाजा।" प्रभु श्रीराम अपने बाल समाज को खुश रखने लगे रहते थे । अपने से अधिक अपने सेवकों का ध्यान करते है, जिसे देखकर शत्रु भी भगवान के आदर्श और मर्यादा की चर्चा करने को विवश हो जाता था । यदि मानव प्रभु राम के चरित्र का अंश मात्र भी अनुकरण करे तो जीवन सार्थक हो जाएगा ।
इस अवसर पर राजा राम उपाध्याय , अखिलेश सिंह महेन्द्र सिंह ,डॉ लालता यादव,अशोक ,रामपाल को आदि रहे ।
Aug 03 2023, 18:16