मणिपुर हिंसा को लेकर इंडिया घटक दल एकजुट होकर कोल्हान क्षेत्र के मुख्यालय के पास केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन किया
जमशेदपुर : मणिपुर हिंसा को लेकर देशभर में इंडिया घटक दल एकजुट होकर केंद्र सरकार के खिलाफ आक्रोश प्रदर्शन कर रहे हैं. मंगलवार को प्रस्तावित जिला मुख्यालयों पर धरना- प्रदर्शन के तहत इंडिया घटक दलों ने जिला मुख्यालय पर धरना- प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र सरकार की नाकामियों को उजागर किया.
इधर पूर्वी सिंहभूम जिला मुख्यालय पर भी एनडीए घटक दलों ने धरना- प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री पर निशाना साधा. घटक दल में शामिल झामुमो के प्रदेश प्रवक्ता मोहन कर्मकार ने मणिपुर हिंसा को लेकर प्रधानमंत्री की चुप्पी को गैर जिम्मेदाराना बताते हुए लोगों से आगामी लोकसभा चुनाव में इसका बदला लेने की अपील की.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मन की बात के माध्यम से देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं. मणिपुर पिछले 3 महीने से जातीय हिंसा की आग में जल रहा है. सैकड़ों लोगों की हत्या हो चुकी है.
आदिवासी महिलाओं को निर्वस्त्र कर जुलूस की शक्ल में घुमाया गया और प्रधानमंत्री पूरे मामले पर चुप्पी साधे बैठे हैं इसे पूरा देश देख रहा है. भारतीय जनता पार्टी राज्यों में डबल इंजन की सरकार बनाने की बात करती है. इसका नमूना मणिपुर में साफ नजर आ रहा है, कि किस तरह डबल इंजन की सरकार काम कर रही है. वही इंडिया घटक दल में शामिल कांग्रेस के जमशेदपुर के जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने कहा कि मणिपुर की घटना ने पूरे देश को शर्मसार कर दिया है.
जिन महिलाओं को मणिपुर की सड़कों में निर्वस्त्र कर घुमाया गया उनमें एक कारगिल युद्ध के सूबेदार रैंक के अधिकारी की पत्नी है. इससे साफ जाहिर होता है कि केंद्र सरकार भारतीय फौज के परिवार के आबरु के लिए कितनी संवेदनशील है. उन्होंने राष्ट्रपति से अविलंब मणिपुर सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. साथ ही प्रधानमंत्री के इस्तीफे की उन्होंने मांग की है.
Aug 01 2023, 20:03