शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने काशी में मणिपुर से लेकर सीमा हैदर तक पर बोले, उन्होंने ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे पर कहाँ-सांच को आंच नही


वाराणसीः धर्म और अध्यात्म नगरी काशी में सोमवार को अस्सी क्षेत्र स्थित डुमराव बाग कॉलोनी के सुमेरु पीठ में शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में दंडी स्वामी, महंत, पीठाधीश्वर धर्म आचार्यों ने बैठक की.

 यहां पर मणिपुर घटना को लेकर शांति पाठ किया गया. इस मौके पर ज्ञानवापी के एएसआई सर्वे को लेकर शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा है कि सांच को आंच नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर की जांच की जाए और उसे पाकिस्तान भेज दिया जाए.

शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि पुरुषोत्तम मास चल रहा है. आदि शंकराचार्य महासमस्थानम शिव महापुराण की कथा और श्रीमद्भागवत की महा कथा 26 दिनों से चल रही है. 

उन्होंने कहा कि मणिपुर जो हमारे आस्था का केंद्र है वहां चल रही अशांति की शांत होने की हम कामना करते हैं. प्रार्थना है कि वहां अमन और चैन फिर से कायम हो.

उन्होंने कहा कि इसके पीछे पड़ोसी देश का षडयंत्र हो सकता है. पिछले तीन महीनों से वहां स्थिति ठीक नहीं है. इसकी जांच होनी चाहिए और वहां शांति स्थापित होनी है. साथी ही सीमा पर चौकसी बढ़ाई जानी चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि सीमा हैदर जासूस है. पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर की जांच कर उसे तुरंत पाकिस्तान भेज देना चाहिए. उसका भारत में कोई काम नहीं है.

नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि ज्ञानवापी का एएसआई सर्वे हो जाएगा तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. ज्ञानवापी का हमारे शिवपुरण और अन्य पुराणों में उल्लेख आता है. दंड पाड़ी का अन्नपूर्णा व भैरव पुराणों में भी इसका उल्लेख देखने को मिलता है वहां पर आदि विशेश्वर शिवलिंग प्रमाणित हो चुका है. वहां श्रृंगार गौरी हैं, त्रिशूल है, डमरु है और कमल का फूल है. इसे 300 वर्ष पूर्व विधर्मियों ने तोड़ा था. अब उसका हिसाब चुकता करने का समय आ गया है. सांच को कोई आंच नहीं है. अगर यहां जांच हो गई तो यह स्थान हिंदुओं का स्थान साबित हो जाएगा.

हेल्थ टिप्स: हेल्दी वजन और अच्छे स्वास्थ्य के लिए करें ये उपाय, रहेंगे आप तंदुरुस्त


दिल्ली: हेल्दी वजन मेंटेन करना अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है और इसीलिए बहुत अधिक या बहुत कम वजन दोनों ही स्थितियों से बचना जरूरी है। जहां मोटापा या वजन का बहुत अधिक बढ़ जाना कई बीमारियों की चपेट में आसानी से आ जाने के खतरे को बढ़ा सकता है, ठीक उसी तरह वजन का हद से ज्यादा कम होना भी यह बताता है कि आप शारीरिक रूप से स्वस्थ नहीं हैं। अंदरूनी कोई समस्या होने पर वजन भी कम होने लगता है। कुछ लोगों के साथ कोई परेशानी नहीं होती फिर भी वो दुबले नजर आते हैं। यदि आप चाहते हैं कि दो-तीन किलो आपका वजन बढ़ जाए तो, निम्नलिखित फूड्स को आज से ही अपने भोजन में शामिल करें।

दुबला-पतला है शरीर, तो वेट गेन के लिए रोजाना खाएं ये खाद्य पदार्थ 

- फल खाते हैं तो अनार जरूर खाएं। यह विटामिन से भरपूर होता है। अनार खून भी बढ़ाता है। इसका नियमित सेवन करने से रक्त संचार की गति तीव्र होती है और मोटापा भी बढ़ता है।

बादाम खाने से भी वजन बढ़ता है। रात में छह-सात बादाम को पानी में डालकर रख दें। सुबह इसके छिलके उतार कर मिक्सी में पीस लें। अब इसमें 30 ग्राम मक्खन और मिश्री मिलाकर ब्रेड या रोटी के साथ खाएं। चाहें तो एक गिलास गर्म दूध पिएं। फिर देखें, कैसे आपका वजन एक महीने में ही दो-तीन किलो बढ़ जाता है। बच्चों की याद्दाश्त क्षमता बढ़ाने के लिए आप उन्हें भी यह खाने के लिए दे सकते हैं।

वजन बढ़ाना है, तो घी का नियमित सेवन करें। इसे रोटी पर लगाकर और दाल में मिलाकर खाएं। चीनी में घी मिलाकर खाने से भी वजन बढ़ाने में मदद मिलती है। 

- छुहारा खाने से न सिर्फ खून शरीर में बनता है, बल्कि दूध में इसे उबाल कर सोने से पहले यह दूध पीने से शरीर में चर्बी की मात्रा बढ़ती है। शरीर हृष्ट-पुष्ट बनता है।

कहा जाता है कि केला भी वजन बढ़ाता है। इसमें कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट और पोटैशियम जैसे ऊर्जा के स्रोत होते हैं। वजन बढ़ाने के लिए रोजाना गर्म दूध के साथ दो केले खाएं।

- आलू खाने से भी वजन बढ़ता है। अक्सर लोग वजन बढ़ने के डर से आलू से बनी चीजों जैसे फ्रेंच फ्राइज, पोटैटो चिप्स आदि खाने से बचते हैं। यदि आपको वजन बढ़ाना है, तो इन्हें खा सकते हैं, पर सीमित मात्रा में ही खाएं। आलू कार्बोहाइड्रेट का अच्छा स्रोत है। इसे खाने सेमोटापा बढ़ता है। आलू को उबालकर उसे दूध के साथ लें।

- कैलोरी, प्रोटीन, कैल्शियम, फाइबर, विटामिन बी और आयरन से भरपूर सोयाबीन मोटापा बढ़ाने वालों और कम करने वालों दोनों के लिए अच्छा स्रोत है।

- पनीर प्रोटीन का अच्छा स्रोत है, इसलिए वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो इसका भी नियमित रूप से सेवन करें

दिल्ली एनसीआर: नूह घटना के बाद प्रशासन ने फरीदाबाद तथा आसपास के क्षेत्रों में कल 11 बजे तक किया इंटरनेट बंद, 144 धारा लागू


अभी स्थिति नियंत्रण में ,किसी तरह की अफवाह फैलाने वालों पर होगी शख्त कारबाई

दिल्ली एनसीआर: कल हरियाणा के नूंह में दो गुटों के बीच हुये झड़प के बाद हुई हिंसा को देखते हुए हरियाणा प्रशासन ने 2 अगस्त तक इंटरनेट बंद कर दिया है साथ हीं साथ स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं।शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए प्रशासन ने फरीदाबाद सहित आस पास के इलाके में 144 धारा लागू कर पुलिस बल भी मुस्तैद कर दिया है।अभी स्थिति पूरी तरह से नियंत्रित है।

 प्रशासन ने शख़्त हिदायत दी है कि किसी तरह का अफवाह फैला कर अशांति फैलाने वालों पर पुलिस कड़ी नजर रखी है।ऐसा करने वालों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

विदित हो कि हरियाणा के नूंह में शोभायात्रा के दौरान बवाल में दो होमगार्ड की मौत,हो गयी तथा कुछ पुलिस कर्मी भी घायल हुए। 

पुलिस ने लोगों से अपील की कि इस घटना से संबंधित कोई भी हिंसा और उन्माद फैलाने वाला कोई भी पोस्ट सोशल मीडिया पर ना डालें, जिससे धार्मिक भावनाओं, आपसी भाईचारे को ठेस पहुंचे और अशांति फैले। अगर कोई भी इस तरह के पोस्ट सोशल मीडिया या इंटरनेट पर डालता है तो गुरुग्राम पुलिस द्वारा उसने खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।

इंटरनेट बंद, धारा 144 लागू

बवाल के बाद नूंह में इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया है। नूह में धारा 144 लगाई गई है। एक हज़ार से ज़्यादा पुलिस के जवानों की तैनाती की गई है। स्पीकर के ज़रिए लगातार लोगों को घरों में रहने की हिदायत दी जा रही है। फरीदाबाद में भी धारा 144 लागू कर दिया गया है। फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता सुबे सिंह ने कहा कि नूह में तनाव के बाद कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए तुरंत प्रभाव से फरीदाबाद में धारा 144 लागू कर दिया गया है।

संसद की खबरें:दोनों सदन के पक्ष- विपक्ष के सांसदों बीच की कुछ प्रतिक्रियाएं,जानिए कौन क्या कह रहा है...?


नई दिल्ली : आज लोकसभा और राज्यसभा में मणिपुर की घटना और प्रधानमंत्री को संसद में आकरबयान देने की मांग को लेकर हुई जमकर हंगामा।इस हंगामा के कारण कुछ देर के लिए दोनों सदन को स्थगित कर दिया गया है इस बीच दोनों सदन के कई सांसद की प्रतिक्रिया विभिन्न न्यूज़ एजेंसी के माध्यम से ट्वीटर पर आई है।आइये जानते हैं किनकी क़्या है प्रतिक्रिया....!

प्रधानमंत्री सदन में क्यों नहीं आ सकते?: टीएमसी सांसद

 TMC सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने कहा कि मणिपुर बहुत गंभीर मुद्दा है। प्रधानमंत्री सदन में क्यों नहीं आ सकते? उन्होंने कहा कि विपक्ष मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है। हम मणिपुर मुद्दे पर इमरजेंसी रूल के तहत चर्चा चाहते हैं।

राघव चड्ढा बोले- अविश्वास प्रस्ताव के बाद भी पेश हो रहे बिल

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि संसदीय नियम कहते हैं कि जब लोकसभा अध्यक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार कर लिया जाता है तो अन्य सभी व्यावसायिक और लेनदेन गतिविधियाँ निलंबित कर दी जाती हैं, लेकिन सरकार पहली बार बिल पेश और पास कर रही है। मुझे लगता है कि अविश्वास प्रस्ताव स्वीकार किए जाने के बाद पारित किए गए विधेयकों की संवैधानिकता पर सवाल है।

अनुप्रिया पटेल बोलीं- हमें देश की चिंता है, इसलिए पीएम मोदी ने बुलाई बैठक

पीएम मोदी की एनडीए नेताओं से मुलाकात पर केंद्रीय मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने कहा कि हमें देश की चिंता है। हमने देश के विकास के लिए जो काम किया है, उसका रिपोर्ट कार्ड पेश करना हमारी जिम्मेदारी है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एनडीए के नेताओं से मुलाकात करेंगे।

पीयूष गोयल बोले- संसद में मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है सरकार

राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने कहा कि हम चाहते हैं कि मणिपुर पर चर्चा आज दोपहर दो बजे संसद में हो। वे (विपक्ष) सदस्यों को दी गई स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं।सरकार मणिपुर पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन वे (विपक्ष) पहले ही सदन के नौ महत्वपूर्ण दिन खराब कर चुके हैं।

आज मणिपुर को लेकर लोकसभा और राज्यसभा में हुआ जमकर हंगामा,राजसभा 12 बजे तक तो लोकसभा 2 बजे तक स्थगित


 दिल्ली: संसद के मानसून सत्र का आज आठवां दिन है। मणिपुर वायरल वीडियो ।को लेकर एक बार फिर लोकसभा और राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ, जिसके बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक और लोकसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

विपक्ष मणिपुर हिंसा पर लगातार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से संसद में आकर जवाब देने की मांग कर रहे हैं । अविश्वास प्रस्ताव को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।

मणिपुर वायरल वीडियो मामले में SC में सुनवाई आज, पीड़िताओं ने भी दायर की याचिका


नई दिल्ली: मणिपुर वायरल वीडियो मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनावाई होनी है. सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच आज याचिका पर सुनवाई करेगी. मणिपुर वायरल वीडियो मामले में दोनों पीड़ित महिलाएं भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई हैं. दोनों महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर मामले में दखल की मांग की है.

 4 मई को हुई यौन उत्पीड़न मामले से जुड़ी एफआईआर को लेकर याचिका दाखिल की गई है. आपको बता दें कि दोनों पीड़ित महिलाओं ने सरकार और केंद्र के खिलाफ याचिका दाखिल की है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट से अपनी पहचान की सुरक्षा की मांग की है.

मणिपुर में 4 मई को भीड़ द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले की जांच सीबीआई कर रही है. इस घटना का वीडियो 19 जुलाई को वायरल हुआ था. इस घटना से देशभर में गुस्सा है. 27 जुलाई को केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर किया था, जिसमें केंद्र की ओर से कहा गया था कि महिलाओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न मामले को सीबीआई को सौंपा गया है.

मणिपुर में 3 मई को शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. दो महीने बाद भी हालात जस के तस हैं. सुप्रीम कोर्ट ने मामले का स्वतः संज्ञान लिया है. सुप्रीम कोर्ट में आज मामले की सुनवाई होनी है. हालांकि, केस की सुनवाई केंद्र सरकार ने मणिपुर से बाहर करने की मांग की है. इसके केस में ट्रायल भी फास्ट ट्रैक में चलाने की मांग की गई है, जिससे 6 महीने के अंदर चार्जशीट दाखिल हो सके. हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से दावा किया गया है कि मणिपुर में शांति बहाली की दिशा लगातार बातचीत की जा रही है.

केंद्र सरकार की ओर से दोनों समुदायों के पदाधिकारियों से बीचतीत की जा रही है, जो अंतिम दौर में है. उधर, मणिपुर हिंसा पर पश्चिम बंगाल विधानसभा में आज टीएमसी निंदा प्रस्ताव पेश करेगी. बता दें मणिपुर पुलिस ने थौबल जिले के नोंगपोक सेकमाई थाने में 18 मई को अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार, अपहरण और हत्या का केस दर्ज किया था. सीबीआई ने अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की गई प्राथमिकी के संबंध में कार्रवाई शुरू कर दी है.

दिल्ली:राजधानी दिल्ली में अगले सप्ताह से दिल्लीवासी लेंगे साफ हवा में सांस,एनसीआर में ग्रेटर नोएडा की वायु सबसे साफ

दिल्ली:- राजधानी में रहने वाले लोगों ने रविवार को साफ हवा में सांस ली। दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 65 दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने यह जानकारी दी।

सोमवार को भी वायु गणुवत्ता संतोषजनक रहने की संभावना है। इस दौरान आसमान में बादल छाए रहेंगे और हल्की बूंदाबांदी के भी आसार हैं। 

बारिश और मौसम की वजह से पर्यावरण साफ है। इससे लोगों को सप्ताह भर स्वच्छ वायु प्राप्त होगी। दरअसल दूसरे राज्यों के साथ दिल्ली में भी रुक-रुककर बारिश हो रही है जिससे हवा की गुणवत्ता में काफी सुधार आया है। 

वहीं, हवा उत्तर पश्चिम दिशा में 10-18 प्रति किलोमीटर चल सकती है। सीपीसीबी के अनुसार अगस्त माह के पहले सप्ताह में भी हवा की स्थिति संतोषजनक रहने का अनुमान है।

दिल्ली-एनसीआर में सबसे साफ हवा ग्रेटर नोएडा की दर्ज की गई। 

जुलाई माह में हो रही बारिश व हवाओं के कारण सुधार देखा जा रहा है। दिल्ली में भी लंबे समय के बाद सुधार देखा गया है। अगर दिल्ली एनसीआर के इलाकों की बात करें तो फरीदाबाद में एक्यूआई 51, गाजियाबाद में 64, ग्रेटर नोएडा में 50, गुरुग्राम में 62 और नोएडा में 61 दर्ज किया गया।

I.N.D.I.A. Manipur visit: दिल्ली से गये विपक्षी सांसदो से मणिपुर बर्बरता की पीड़िता की मां बोली- आरोपियों को मिले मौत की सजा


इंफाल। मणिपुर में भीड़ द्वारा निर्वस्त्र कर घुमाई गई लड़कियों में से एक की मां ने दोषियों के लिए मौत की सजा की मांग की है और अपने बेटे और पति के शव देखना चाहती हैं, जिनकी उसी दिन हत्या कर दी गई थी. विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' के सांसदों द्वारा पीड़ित परिवार से मिलने के बाद महिला ने 'पीटीआई-भाषा' से बातचीत की. दोषियों के लिए फांसी की सजा की मांग करते हुए पीड़िता की मां ने कहा, 'मुझे केंद्र सरकार पर भरोसा है, लेकिन राज्य सरकार पर नहीं.

' उन्होंने यह भी कहा, 'मैं जो बात बताना चाहती हूं वह यह कि हम आदिवासी, अल्पसंख्यक हैं, हम अब मेइती के साथ नहीं रह सकते हैं. दूसरी बात, यदि संभव हो तो मैं कम से कम अपने बेटे और पति के शव देखना चाहती हूं.'

राज्यपाल अनसुइया उइके को ज्ञापन : 

विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस' (इंडिया) के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल जमीनी हकीकत का आकलन करने के लिए हिंसा प्रभावित मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर शनिवार को इंफाल पहुंचा और फिर प्रतिनिधिमंडल के दल दो हेलीकॉप्टर के जरिये चुराचांदपुर के लिए रवाना हुए. 

चौधरी के नेतृत्व में दल ने चुराचांदपुर कॉलेज के छात्रावास में स्थापित एक राहत शिविर का दौरा किया. इसके बाद 'इंडिया' के 21 सांसदों ने मणिपुर का दौरा करने के बाद राजभवन में राज्यपाल अनसुइया उइके से मुलाकात की और उन्हें पूर्वोत्तर राज्य के मौजूदा हालात पर एक ज्ञापन सौंपा.

केंद्र की चूक पर संसद में सरकार को घेरेगा विपक्ष :

 बैठक के बाद राजभवन के बाहर पत्रकारों से बातचीत में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "राज्यपाल ने हमारी बातें सुनीं और उन पर सहमति जताई. उन्होंने हिंसा पर दुख जताया और लोगों की पीड़ा बताई." चौधरी ने कहा, "राज्यपाल ने कहा कि मेइती तथा कुकी समुदायों के बीच अविश्वास खत्म करने के लिए सभी दलों के एक प्रतिनिधिमंडल को उनसे बातचीत करने के लिए मणिपुर का दौरा करना चाहिए." उन्होंने बताया कि सांसदों ने मणिपुर में जो स्थिति देखी, उसके बारे में संसद में एक रिपोर्ट पेश करेंगे और केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश करेंगे. चौधरी ने कहा, "हम मणिपुर में राज्य तथा केंद्र सरकार की चूक पर संसद में बोलेंगे. हम केंद्र सरकार से संसद में इस मुद्दे पर चर्चा कराने की अपील करते हैं."

उन्होंने दावा किया कि मणिपुर में हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं. दो दिवसीय दौरे के अपने अनुभव के बारे में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि ऐसे हालात बन गए हैं कि घाटी के लोग (मेइती) पर्वतीय क्षेत्र में नहीं जा सकते जहां कुकी रहते हैं और पर्वतीय क्षेत्र के लोग घाटी में नहीं आ सकते हैं. उन्होंने कहा, "राशन, चारा, दूध, बच्चों के भोजन और अन्य आवश्यक सामान की भारी किल्लत है. छात्रों की शिक्षा पर भी असर पड़ा है. हमने राज्यपाल को ये सभी बातें बताई हैं जिन्होंने कहा कि इन मुद्दों को मिलकर हल किया जाना चाहिए." तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता सुष्मिता देव ने कहा कि दल दोनों समुदायों के प्रतिनिधियों से बात करेगा. उन्होंने कहा, 'हर किसी की आवाज सुनी जानी चाहिए. हम कुकी और मेइती दोनों से बात करेंगे.'

दिल्ली के लिए रवाना : 

विपक्ष का प्रतिनिधिमंडल दोपहर को दिल्ली के लिए रवाना हो गया. वे जमीनी हालात का जायजा लेने के लिए शनिवार को मणिपुर पहुंचे थे तथा हिंसा के पीड़ितों से मुलाकात की थी. दो-दिवसीय दौरे के पहले दिन प्रतिनिधिमंडल इंफाल के अलावा बिष्णुपुर जिले के मोइरांग और चुराचांदपुर में कई राहत शिविरों में गया तथा जातीय संघर्ष से प्रभावित लोगों से मुलाकात की. इस प्रतिनिधिमंडल में अधीर और लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई के अलावा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की सुष्मिता देव, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की महुआ माजी, द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की कनिमोई, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के पीपी मोहम्मद फैजल, राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के जयंत चौधरी, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मनोज कुमार झा, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी के एन के प्रेमचंद्रन और वीसीके से टी. तिरुमावलावन एवं डी रविकुमार भी शामिल रहे. जनता दल (यूनाइटेड) के राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं अनिल प्रसाद हेगड़े, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के संदोश कुमार, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के ए ए रहीम, सपा के जावेद अली खान, आईयूएमएल के ई टी मोहम्मद बशीर, आम आदमी पार्टी के सुशील गुप्ता और शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अरविंद सांवत भी प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे.

एक अन्य दल में लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगोई और अन्य शामिल थे और इस दल ने चुराचांदपुर के डॉन बॉस्को स्कूल में एक राहत शिविर का दौरा किया. गोगोई ने कहा, ''हम यहां शांति का संदेश देने के लिए आये हैं.' विपक्षी सांसदों का प्रतिनिधिमंडल आज सुबह यहां राजभवन में राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात कर मौजूदा स्थिति और मणिपुर में जल्द से जल्द शांति लाने के संभावित उपायों पर चर्चा करेगा. दल का रविवार दोपहर को राष्ट्रीय राजधानी लौटने का कार्यक्रम है.

आपको बता दें कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में पर्वतीय जिलों में तीन मई को 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के आयोजन के बाद राज्य में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. मणिपुर की आबादी में मेइती समुदाय के लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं. वहीं, नगा और कुकी जैसे आदिवासियों की आबादी 40 प्रतिशत है और वे ज्यादातर पर्वतीय जिलों में रहते हैं. मणिपुर में 4 मई को 21 वर्षीय लड़की को निर्वस्त्र कर घुमाया गया था, उसी दिन उसके भाई और पिता को भीड़ ने मार डाला था. विपक्षी दलों के 21 सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल राज्य के दो दिवसीय दौरे पर है और हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात कर रहा है.

दिल्ली: ब्लड ग्रुप अलग होने के कारण उज्बेकिस्तान के डोनर नागरिकों ने किया अपने संबंधी की जान बचाने के लिए किया लिवर का अदला- बदली


दोनों के संबंधी का हुआ दिल्ली के मैक्स में प्रत्यारोपण,डोनर और मरीज दोनों हुए स्वस्थ

 

नई दिल्ली, किडनी व लिवर खराब होने की बीमारी से पीड़ित मरीजों के इलाज के लिए स्वैप प्रत्यारोपण का चलन बढ़ रहा है। इसी क्रम में उज्बेकिस्तान के रहने वाले एक युवक ने लिवर की बीमारी से पीड़ित अपने पिता और एक महिला ने अपनी बहन की जिंदगी बचाने के लिए अपने लिवर की अदला-बदली की।

इसलिए बीएलके मैक्स अस्पताल के डाक्टरों ने पिछले माह नौ जून को एक साथ चार सर्जरी कर युवक के लिवर का एक हिस्सा निकालकर महिला की 51 वर्षीय बहन मतलुबाखोन को प्रत्यारोपित किया। वहीं, महिला डोनर के लिवर का हिस्सा निकालकर युवक के पिता 41 वर्षीय गुल्याम को प्रत्यारोपित किया। अब दोनों मरीज और दोनों डोनर ठीक हो चुके हैं।

 अस्पताल के लिवर प्रत्यारोपण सर्जन डा अभिदीप चौधरी ने बताया कि गुल्याम और उसके बेटे का ब्लड ग्रुप अलग-अलग था।

चुनौतीपूर्ण था लिवर प्रत्यारोपण

इसी तरह मतलुबाखोन और उनकी बहन का ब्लड ग्रुप भी मैच नहीं कर पाया। ऐसी स्थिति में दोनों मरीजों को लिवर प्रत्यारोपण करना चुनौतीपूर्ण था। दोनों मरीज उज्बेकिस्तान के रहने वाले हैं। गुल्याम के बेटे का ब्लड ग्रुप दूसरे मरीज मतलुबाखोन से मिल रहा था। वहीं गुल्याम का ब्लड ग्रुप मतलुबाखोन की बहन से मैच कर गया।

इसलिए दोनों परिवारों ने स्वैप लिवर प्रत्यारोपण की सहमति दी। विदेशी नागरिकों के लिए स्वैप लिवर प्रत्यारोपण दुर्लभ होता है, क्योंकि लिवर स्वैपिंग के लिए मरीज और डोनर की राष्ट्रीयता एक होनी चाहिए और सर्जरी एक साथ होना जरूरी है।

हाल ही में हिंदू और मुस्लिम समुदाय की दो महिलाओं ने धर्म के बंधन को दरकिनार कर अपने परिवार क सदस्यों की जान बचाने के लिए किडनी की अदला बदली की। जिसे साकेत स्थित मैक्स अस्पताल के डाक्टरों ने दो मरीजों को किडनी प्रत्यारोपण कर जिंदगी दी।

एक कार को ट्रक ने मार दी ठोकर,इस दुर्घटना में पुलिस इंस्पेक्टर की हो गई मौत


दिल्ली में भीषण सड़क हादसा हुई जिसमें एक ट्रक ने कार को पीछे से टक्कर मार दी। इस घटना में एक पुलिस इंस्पेक्टर की मौत हो गयी।

सूचना के अनुसार दिल्ली के मादीपुर मेट्रो स्टेशन के पास रोहतक रोड पर उनकी कार को पीछे से एक ट्रक ने टक्कर मार दी, जिससे दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर की मौत हो गई। कार में कुछ खराबी आ गयी थी और कार सवार पुलिस इंस्पेक्टर बाहर खड़े थे। उसी समय अनियंत्रित ट्रक ने कार को टक्कर मार दी.