*टक्कर लगने के बाद स्कूटी सवार आया बस के नीचे, मौत ,पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेजा*

लखनऊ । थाना गाजीपुर थानाक्षेत्र में सड़क हादसे में युवक की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भेज दिया है। रवि कुमार पुत्र राजकुमार निवासी 39 प्रतापनगर इन्दिरानगर थाना गाजीपुर ने थाना गाजीपुर पर सूचना दिया कि वादी का भाई संजू उम्र करीब 23 वर्ष 31 जुलाई को सुबह घर से अपनी स्कूटी से वादी की माता को डयूटी पर छोड़ने के लिए दिल्ली पब्लिक स्कूल सेक्टर 19 इन्दिरानगर थाना गाजीपुर गया था।

वादी का भाई माता को स्कूल छोड़कर वापस आते समय सीएन अस्पताल को करीब आम्रपाली का तरफ जैसे पहुंचा था कि पीछे से आ रही पीले रंग की स्कूल बस के चालक नाम पता अज्ञात द्वारा बस को तेजी व लापरवाही पूर्वक चलाते हुए वादी के भाई की स्कूटी में जोरदार टक्कर मार दी। जिससे वादी का भाई बस के नीचे आ गया। जिससे वादी के भाई की मौके पर ही मृत्यु हो गई। इस सूचना पर थाना गाजीपुर पर पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

घर के सामने खड़ी कार चोरी

थाना विकासनगर में घर के सामने खड़ी कार को चोरों ने साफ कर दिया। अरूण कुमार गुप्ता पुत्र स्व. महेश्वरी प्रसाद निवासी-सी-19, सेक्टर डी, सीतापुर रोड़ योजना थाना विकासनगर ने थाना विकासनगर पर सूचना दिया कि 28 जुलाइर्द को रात्रि में वादी ने उक्त आवास के सामने अपनी कार मारूति स्विफ्ट डिजायर संख्या यूपी 32 जीए5903 खड़ी की थी। 29 जुलाई को सुबह वादी ने जब देखा वादी की उक्त कार वहां पर नहीं खड़ी थी वादी की कार को रात्रि में अज्ञात चोर द्वारा चोरी कर लिया गया। इस सूचना पर थाना विकासनगर पर मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

*मणिपुर में हो रही हिंसा को रोकने के लिए केंद्र सरकार के प्रयासों का समर्थन : महादेव सिंह*

लखनऊ। भारत नमन पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महादेव सिंह ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि मणिपुर में हिंसा रोकने के लिए भारत सरकार के कार्यों का समर्थन करती है। कांग्रेस व कांग्रेस के सहयोगी दलों एवं मुस्लिम मानसिकता के लोगों का नुकसान हुआ,कुकी एवं नागा तथा इसाई व उग्रवादियों को उकसा दिया।

उन्होंने कुकी और मैती के बीच जनजातीय संघर्ष बना दिया। शुरू में आम आदमी मारा जा रहा था,तब कांग्रेस और कांग्रेस के सहयोगी दल चुप रहे । उनको बचाने के लिए केंद्र सरकार ने हिंसा को रोकने सेना को उतार दिया। सेना आतंकवादियों को मारने लगी। चीन को धक्का लगा, सोनिया गांधी, उद्धव, ममता, केजरीवाल अखिलेश यादव आदि लोकतंत्र की दुहाई देने लगे ।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वहाँ ढेरों मंदिर और स्थानीय निवासियों के पूजा स्थल जलाये गए तो कांग्रेस एवं कुकी समर्थक चुप रहे । मणिपुर के मूल निवासी हैं मैती आदिवासी ।

उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे कुकी हमलावरों ने मणिपुर में अपना निवास बनाना और परिवार बढ़ाना शुरू किया । देखते ही देखते कुकी जनसंख्या तेजी से बढ़ने लगी । बेहद आक्रामक और हमलावर कुकियों ने मणिपुर की ऊंची ऊंची पहाड़ियों पर कांग्रेस के इशारे पर कब्जा कर लिया और मैती आदिवासियों को वहां से भगा दिया ।

मैती आदिवासी भागकर मणिपुर के मैदानी इलाकों में आकर रहने लगे । विदेशी कुकी और रोहिंग्या ने मणिपुर की ऊंची पहाड़ियों पर अफीम की खेती आरंभ कर दी । मणिपुर की सीमा चीन और म्यांमार से लगी है। चीन ने मणिपुर पर नजरें डालना शुरू किया और भारत विरोधी दलों को सहायता देना शुरू किया, पाकिस्तान ने भी म्यांमार के रोहिंग्या मुस्लिमों के माध्यम से मणिपुर में घुसपैठ शुरू कर दी और बड़ी संख्या में रोहिंग्या मुस्लिमों को पंहुचा दिया, लेकिन सबसे बड़ा षड़यंत्र रचा क्रिश्चियन मिशनरीज ने । मिशनरी ने मणिपुर के पिछड़े आदिवासी क्षेत्रों में 2000 से अधिक चर्च बनाए और क्रिश्चियन मिशनरीज ने बेहद तेजी से धर्म परिवर्तन शुरू कर दिया जिसमें सबसे ज्यादा मैती आदिवासियों का धर्म परिवर्तन कर क्रिश्चन बना दिया गया ।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वही लोग आज उग्रवाद करते करते आदिवासी समाज की महिलाओ को निर्वस्त्र करके घुमाने का काज किया है जिस पर भारत सरकार ने सख्त से सख्त कार्यवाही करने का निर्णय लिया है भारत नमन पार्टी भारत सरकार का समर्थन करती है।

*मुक्त विश्वविद्यालय में 16 वीं राजर्षि टंडन स्मृति व्याख्यानमाला आज*

लखनऊ। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में भारत रत्न राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन जी की जयंती के अवसर पर मंगलवार 1 अगस्त 2023 को पूर्वान्ह 11:00 बजे 16 वें राजर्षि पुरुषोत्तम दास टंडन स्मृति व्याख्यानमाला के अंतर्गत हिंदी भाषा के विकास में राजर्षि टंडन जी के योगदान की प्रासंगिकता विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया है।

कार्यक्रम निदेशक प्रोफेसर पी के पांडेय ने बताया कि व्याख्यानमाला के मुख्य अतिथि प्रोफेसर के बी पांडेय, पूर्व अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग एवं पूर्व कुलपति, छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय, कानपुर तथा मुख्य वक्ता श्री उमेश चंद्र कक्कड़, कवि एवं साहित्यकार, कल्याणी देवी प्रयागराज होंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह करेंगी। उक्त जानकारी डॉ प्रभात चन्द्र मिश्र मीडिया प्रभारी ने दी।

*माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की बेनामी जमीन का सौंदा करने के लिए लखनऊ आया था वकील विजय मिश्र*

लखनऊ । माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की मौत के बाद बाकी परिवार मुकदमों की पैरवी और रोजमर्रा की जरूरतों के लिए पैसों की कमी से जूझ रहा है। इसी वजह से अतीक के परिवार की महिला सदस्य के साथ वकील विजय मिश्र किसी बेनामी जमीन का सौदा करने लखनऊ आया था। इसकी पुख्ता सूचना मिलने पर प्रयागराज पुलिस ने एसटीएफ से संपर्क साधा, जिसके बाद विजय मिश्र को गोमतीनगर के विभूति खंड इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि इस दौरान अतीक के परिवार की महिला सदस्य फरार होने में कामयाब हो गई।

विजय मिश्र पर उमेश पाल की लोकेशन की जानकारी देने का भी आरोप

शनिवार रात विजय मिश्र की गिरफ्तारी के बाद प्रयागराज पुलिस उसे अपने साथ लेकर चली गई। प्रयागराज पुलिस के मुताबिक विजय मिश्र राजूपाल हत्याकांड के गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में वांछित चल रहा था। सूत्रों के मुताबिक गुजरात की साबरमती जेल से जब अतीक उमेश पाल की हत्या की साजिश रच रहा था, तब विजय मिश्र लगातार उसके संपर्क में था। उसे इस साजिश की पूरी जानकारी थी। विजय मिश्र पर उमेश पाल की लोकेशन की जानकारी देने का भी आरोप है। बताते चलें कि उमेश पाल की हत्या के बाद विजय मिश्र लगातार विवादों में बना रहा। उसने अशरफ के एक गोपनीय पत्र के बारे में भी जानकारी दी थी, हालांकि यह कभी सामने नहीं आया। अधिकारियों के मुताबिक उमेश की हत्या के बाद भी अतीक ने फेसटाइम के जरिए विजय मिश्र से बात की थी।

विजय मिश्रा जिस होटल में मिलने आया था वहां अतीक की पत्नी हो सकती है

पुलिस सूत्रों के मुताबिक गोमतीनगर के होटल में विजय मिश्रा जिस महिला से मिलने आया था, वह अतीक की पत्नी शाइस्ता या फिर अशरफ की पत्नी जैनब हो सकती है। ये दोनों अतीक की बहन आयशा नूरी और परिवार के बाकी सदस्यों के साथ बीते कई माह से फरार चल रही हैं। परिवार के अधिकतर सदस्यों पर मुकदमे दर्ज होने की वजह से उनको पैरवी के लिए पैसों की कमी आड़े आ रही है। इसी वजह से लखनऊ में अतीक की बेनामी संपत्तियों का सौदा करके पैसा जुटाने की आशंका जताई जा रही है।

*लखनऊ के इकाना स्टेडियम में फिल्म स्टार बुलाकर चैरिटी शो कराने के नाम पर नौ करोड़ की ठगी करने वाले तीन गिरफ्तार*

लखनऊ । श्री सुविधा फाउन्डेशन ट्रस्ट के माध्यम से इकाना क्रिकेट स्टेडियम लखनऊ में फिल्म स्टार बुलाकर चैरिटी शो कराने का झांसा देकर लगभग नौ करोड़ रुपए की ठगी करने वाले संगठित गिरोह के मास्टर माइंड सहित तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में एसटीएफ उत्तर प्रदेश को उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई। इनके कब्जे से दो पैनकार्ड, एक वोटर आईडी, दो आधार कार्ड, तीन एटीएम कार्ड, बीस चेक लीक, एक पासबुक, चार मोबाइल फोन, एक लैपटाप बरामद किया है। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम विराज त्रिवेदी उर्फ विवेक दवे, समीर कुमार जितेंद्र भाई शर्मा, जयंतीभाई डेरावालिया है। इसमें विराज त्रिवेदी घटना का मास्टरमाइंड है जो कि महाराष्ट से है, बाकी दो गुजरात के रहने वाले है।

तीनों को महाराष्ट से यूपी एसटीएफ की टीम ने दबोचा

नवम्बर 2022 में श्री सुविधा फाउन्डेशन ट्रस्ट द्वारा इकाना क्रिकेट स्टेडियम लखनऊ में फिल्म स्टार ( गायक कलाकार गुरू रन्धावा, सचित परम्परा तथा डान्सिंग स्टार्स नोरा फतेही, सनीलियोनी, टाइगर श्रॉफ आदि) बुलाकर चैरिटी शो कराने का झांसा देकर लोगों से लगभग 9 करोड़ रुपए इनवेस्ट कराकर ठगी की गयी। जिसके सम्बन्ध में इनवेस्टर द्वारा थाना गोल्फ सिटी, पुलिस कमिश्नरेट में अभियोग पंजीकृत कराये गये थे। चूकि उपरोक्त अभियुक्त बहुत ही शातिर किस्म के थे व कई महीनों से फरार चल रहे थे। अत: उपरोक्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी मे सहयोग के लिए लखनऊ पुलिस द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ यूपी से अनुरोध किया गया था। इस सम्बन्ध में एसटीएफ यूपी की विभिन्न टीमों व इकाईयों को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था।

जिसके क्रम में विशाल विक्रम सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, उप्र के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय स्थित साइबर टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी तथा अभिसचूना तन्त्र को सक्रिय किया गया। अभिसूचना संकलन के दौरान ज्ञात हुआ कि उपरोक्त मुकदमों के वाछिंत अभियुक्त व मास्टरमाइंड इस समय पूणें महाराष्ट्र में अपना आफिस खोलकर ठगी का काम कर रहे है। 27 जुलाई को 15:30 बजे थाना क्षेत्र चतु:श्रृगी पूणे, महाराष्ट्र से विराज त्रिवेदी व जयंतीभाई डेरावालिया को एसटीएफ टीम द्वारा तथा 14:30 बजे समीर कुमार जितेन्द्र भाई शर्मा को थाना क्षेत्र प्रान्तिज अहमदाबाद, गुजरात से एसटीएफ व लखनऊ पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा गिरफ्तार कर सम्बन्धित न्यायालय से नियमानुसार ट्रांजिट रिमांड प्राप्त कर 29 जुलाई को समय 21:45 बजे थाना गोमती नगर विस्तार में दाखिल किया गया।

डिलेवरी ब्वाय निकला घटना का मास्टरमाइंड

पूछताछ पर गिरफ्तार अभियुक्त व मास्टरमाइंड विराज ने बताया कि 12वीं पास करने के बाद मैंने कोरियर कम्पनी में डिलेवरी ब्याय के रूप में सात वर्ष तक काम किया। वर्ष 1999 से पुष्पक कोरियर की एजेन्सी ले कर अपना खुद का बिजनेस गुजरात में वर्ष 2014 तक चलाया। इसके बाद कोरियर का ही एक और आफिस मलाड मुम्बई में खोला जो वर्ष 2018 तक चलाया। वर्ष 2020 में लाक-डाउन के बाद सारा काम बन्द हो गया। वर्ष 2018 में कोरियर का काम करते समय मैंने दो छोटे ट्रक खरीदे थे। तभी मेरी मुलाकात समीर शर्मा से हुई थी जो एपको मोटर प्रा.लि. में काम करते थे और साथ में एक अस्पताल के पार्टनर भी थे। लाक डाउन के बाद वर्ष 2021 में मैं दोबारा समीर शर्मा से मिला और लखनऊ में एक हास्पिटल चलाने की बात की तो समीर तैयार हो गया।

एक करोड़ का लालच देकर पांच करोड़ इनवेस्ट कराया

मैं लखनऊ में अस्पताल खोजने के लिए आ गया और कुछ दिन यहां रहकर अस्पताल खोजने लगा। इसी बीच लखनऊ में बने इकाना स्टेडियम में एक चैरिटी शो कराने के लिए स्टेडियम के मैनेजर गौरव सिंह से मुलाकात की तथा स्टेडियम बुकिंग की बात एक करोड़ में फाइनल हो गयी। स्टेडियम की बुकिंग फाइनल होने के बाद गौरव सिंह ने ही मेरी व समीर की मुलाकात अमित सिंह से करायी जो चैरिटी शो के लिए स्टार्स की बुकिंग कराते थे। हम लोगों द्वारा कुछ चुनिन्दा स्टार सेलेक्ट किये गये, जिसमें गायक कलाकार गुरू रन्धावा, सचित परम्परा, तथा डान्सिंग स्टार्स में नोरा फतेही, सनीलियोनी, टाइगर श्रॉफ, मनीश पोल आदि थे। इसके बाद शो की तारीख मई 2022 में रखी गयी व फाइनेन्स के लिए इनवेस्टरों से एक करोड़ का डेढ़ करोड़ वापस करने का लालच देकर सुविधा फाउन्डेशन में करीब पांच करोड़ रुपए इनवेस्ट कराये गये। जिसमें संदीप अग्रवाल इशान, अनुग्रह नारायण सिंह आदि इनवेस्टरों ने सुविधा फाउन्डेशन ट्रस्ट के एकाउन्ट में रुपए जमा किये।

बारिश के कारण गुवाहाटी में शो नहीं हो पाया

इकाना स्टेडियम में मैच होने के कारण तारीख को आगे बढ़ाना पड़ा, अगली तारीख छह अक्टूबर 2022 रखी गयी। इस बार भी इकाना स्टेडियम में मैच होने के कारण तारीख आगे बढ़ाने को कहा गया पर अमित सिंह ने बताया कि यदि इस बार तारीख आगे बढाओगे तो जो स्टारों को पैसा दिया गया है। वह वापस नहीं होगा आप भारत में कहीं भी शो करवा सकते हो तो करवा लो, हो जायेगा। तब मैंने और समीर शर्मा ने गुवाहाटी में शो करवाने का फैसला किया। जिस दिन शो होना था उसके एक दिन पहले बारिश होने लगी, जिसके कारण गुवाहाटी का भी शो नहीं हो पाया। इसके बाद 20 नवम्बर 2022 को इकाना स्टेडियम में शो की तारीख पुन: तय की गयी और प्रिन्ट मीडिया, टीव न्यूज चैनल, तथा बैनर पोस्टर आदि के माध्यम से प्रचार किया गया। जब इनवेस्टरों ने देखा कि शो की डेट लगातार आगे बढ़ती जा रही है तो इनवेस्ट करने से मना कर दिया।

चैरिटी शो के लिए इनवेस्टरों ने करीब चार करोड़ जमा किये

शो कराने में रूपया कम पड़ता देख हमने और समीर शर्मा ने मिलकर और ज्यादा रुपए इनवेस्ट कराने के लिए एक नया प्लान बनाया कि जो हमारे पास इस शो को कराने के लिए पैसा लगायेगा उसको चैरिटी शो से पहले मनचाही गाड़ियां 70 प्रतिशत दाम पर उपलब्ध करायी जायेंगी। स्टारों की बाइट अमित के द्वारा मंगवायी गयी थी, जिसमें गायक कलाकार गुरू रन्धावा, सचित परम्परा, तथा डान्सिंग स्टार्स में नोरा फतेही, सनीलियोनी, टाइगर श्रॉफ, मनीष पोल आदि ने अपनी बाइट में 20 नवम्बर 2022 को इकाना स्टेडियम मे होने वाले शो मे आने की बात कही, जिसपर विष्वास करके इनवेस्टरों नें इनवेस्ट करना शुरू कर दिया सभी इनेवेस्टरों को मिला कर लगभग 30 से 35 चार पहिया वाहन और 100 से अधिक दो पहिया उपलब्ध कराये, इस तरह करके इनवेस्टरों ने करीब चार करोड़ रुपए फिर से जमा किये।

अनुमान के हिसाब से टिकट न बिकने पर भाग लिये

इसके बाद हम लोगों ने 20 नंबवर 2022को होने वाले शो की टिकट बेचने की डील तय की, शो होने से पहले 15 नंवबर 2022 तक लगभग 2000 ही टिकट बुक हुए थे, जो हम लोगों के अनुमान से बहुत कम थे। कम टिकट बुकिंग होने के कारण 17 नंवबर 2022 को हम लोग बिना किसी से बताये लखनऊ से भाग गये और अपने अपने फोन भी बन्द कर लिये ताकि कोई भी व्यक्ति हम से सम्पर्क न कर सके। समीर कुमार जितेन्द्र भाई शर्मा व जयंतीभाई डेरावालिया ने भी विराज के बयान का समर्थन किया।उपरोक्त गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना गोमतीनगर विस्तार पुलिस में पंजीकृत किया गया है, अग्रिम वैधानिक कार्रवाई थाना पुलिस द्वारा की जा रही है।

*एसटीएफ की टीम को मिली बड़ी सफलता,तीन करोड़ पचीस लाख रुपये की चरस के साथ एक को दबोचा*

लखनऊ । एसटीएफ उत्तर प्रदेश को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह के तस्कर को 65.4 किलो ग्राम अवैध चरस जिसकी अंतरराष्ट्रीय कीमत करीब तीन करोड़ 25 लाख रुपए के साथ गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई । गिरफ्तार अभियुक्त का नाम सुनील पटेल पुत्र महावीर निवासी ग्राम भगीरथपुरा, थाना बाणगंगा, जिला इंदौर मध्य प्रदेश मूलनिवासी घाघर पट्टी थाना पट्टी जनपद प्रतापगढ़ है। इसके कब्जे से चरस के अलावा एक स्विफ्ट डिजायर, एक मोबाइल, 2150 रुपये नकद, एक आधार कार्ड और एक लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया गया है। अभियुक्त को ग्राम रूस्तमपुर के पास मुख्य एनएच पर, थाना अलीगंज, जनपद अम्बेडकरनगर गिरफ्तार किया गया है।

उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में तस्करी करने की एसटीएफ को मिल रही थी सूचना

एसटीएफ यूपी को विगत काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ तस्कर गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया, जिसके अनुपालन में सत्यसेन, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, लखनऊ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी।अभिसूचना संकलन के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि अन्तर्राष्ट्रीय गिरोह के सदस्यों द्वारा नेपाल से चरस लाकर प्रदेश के विभिन्न जनपदों एवं पश्चिमी प्रांतों में सप्लाई की जाती है। इस गिरोह का एक सदस्य सुनील पटेल हकीमपुर के पास रुस्तमपुर हाईवे से होते हुए जायेगा। यदि शीघ्रता की जाये तो पकड़ा जा सकता है। इस सूचना पर निरीक्षक प्रमोद कुमार के नेतृत्व में उपनिरीक्षक सत्य प्रकाश, मुख्य आरक्षीगण नीरज मिश्र, प्रभात कुमार व सुनील राय की एक टीम जो आपराधिक अभिसूचना संकलन के लिए जनपद अम्बेडकरनगर में मामूर थी द्वारा तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए थाना अलीगंज, जनपद अम्बेडकर नगर को अवगत कराते हुए साथ लेकर उपरोक्त अभियुक्त को मुखबिर के बताये गये स्थान से गिरफ्तार कर लिया गया।

चरस तस्कर चण्डीगढ़ में चलाता था आटो

जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ पर बताया कि वह लगभग 2 से 3 वर्ष पूर्व वह चण्डीगढ़ में आटो चलाता था। वहाँ पर उसकी मुलाकात विजय साहसी से मनीमाजरा मार्केट में हुई। विजय पहले से चरस और गांजा का अवैध धन्धा चण्डीगढ़ में करता था। उसने बताया कि इस धन्धे में अधिक कमाई होती है। विजय ने उसकी मुलाकात द्वारिका दादा उर्फ राजू निवासी रक्सौल, बिहार से करायी। द्वारिका नेपाल से चरस लाकर अपने यहाँ रख लेता था, जिसे मैं अपनी गाड़ी से रक्सौल से चण्डीगढ़ लाने का कार्य करता था। मैं द्वारिका से 10,000/- प्रतिकिलो अवैध चरस लेकर चण्डीगढ लाता था। और चण्डीगढ़ में विजय से मिलकर अपने ग्राहकों को 35000 से 40000 प्रतिकि0ग्रा0 के भाव से बेंच देता था, जिसमें हम लोगों को काफी मुनाफा होता था, जिसकी लालच में यह कार्य किया जाता था।

ज्ञात हो कि इस गैंग का एक सदस्य पूर्व में भी 18 जुलाई को करीब 4.60 किलोग्राम अवैध चरस के साथ गिरफ्तार किया गया था। गिफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना अलीगंज, जनपद अम्बेडकरनगर परएनडीपीएस एक्ट का अभियोग पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई थाना तिलहर द्वारा की जायेगी।

*तीन अन्तर्राज्यीय तस्कर सात किलो ग्राम अफीम के साथ गिरफ्तार , बाजार में इसकी कीमत एक करोड़ पांच लाख*

लखनऊ । एसटीएफ उत्तर प्रदेश को अन्तर्राज्यीय स्तर पर मादक पदार्थो की तस्करी करने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को 7 किलो ग्राम अफीम (अन्तर्राष्ट्रीय बाजार मूल्य एक करोड़ 5 लाख रुपए) के साथ गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई । गिरफ्तार अभियुक्त का नाम पलविन्दर सिंह पुत्र मुख्तयार निवासी रसूला पैगम्बरपुर, थाना बिलासपुर, जनपद रामपुर, हजूर सिंह पुत्र स्व0 चरन सिंह निवासी बहादरगढ, थाना सदर, जनपद पटियाला पंजाब , बलजिन्दर सिंह पुत्र स्व0 सुखदेव सिंह निवासी आलमपुर कौली, थाना सदर जनपद, पटियाला पंजाब है। इनके कब्जे से एक स्कार्पियों गाड़ी, तीन मोबाइल फोन, 11580 नकद, दो पैन कार्ड, चार एटीएम कार्ड, दो निर्वाचन कार्ड, तीन आधार कार्ड, एक श्रम कार्ड, एक लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस बरामद किया गया है।

एसटीएफ को काफी दिन से मादक पदार्थ की तस्करी की मिल रही थी सूचना

एसटीएफ यूपी को विगत काफी समय से उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मादक पदार्थ तस्कर गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों व टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया। जिसके अनुपालन में अब्दुल कादिर, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ फील्ड इकाई, बरेली के पर्यवेक्षण में निरीक्षक राघवेन्द्र सिंह, हे.कां. संदीप कुमार, हे.कां. शिव ओम पाठक, हे.कां. गिरिजेश पोसवाल, का. कमान्डो राम किशन वर्मा, मुख्य आरक्षी चालक मनोज अवस्थी एसटीएफ फील्ड इकाई बरेली की एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ करते हुए अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया ।इस दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि एक स्कार्पियो गाड़ी पीवी 11 सीवाई 0434 से तिलहर शाहजहांपुर से होते हुये पंजाब जायेगी। जिसमें कुछ अवैध सामान है।

एसटीएफ ने तीनों को शाहजहांपुर के तिलहर से दबोचा

इस सूचना पर एसटीएफ फील्ड ईकाई बरेली व थाना तिलहर की टीम के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुये मुखबिर द्वारा स्कार्पियो गाडी पीवी 11 सीवाई 0434 को कस्वा तिलहर में सरयू पुल के पास ओम ढाबा थाना तिलहर जनपद शाहजहांपुर गाडी को रोककर चेक किया गया तो गाड़ी मे बैठे तीन सदस्यो को अवैध मादक पदार्थ अफीम सात किलो ग्राम के साथ गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों से पूछताछ पर ज्ञात हुआ कि यह अवैध मादक पदार्थ अफीम बारा चट्टी झारखण्ड से लेकर आ रहे थे जिसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश व पंजाब राज्य के जनपदों मे बेचने के लिये अपनी गाड़ी से ला रहे थे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश व पंजाब मे अवैध मादक पदार्थ अफीम को बेचने मे ज्यादा मुनाफा होता है। आज भी यह अफीम पश्चिमी उत्तर प्रदेश व पंजाब लेकर जा रहे थे। तीनो अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि हम लोग कई सालों से अवैध मादक पदार्थ अफीम की तस्करी का कार्य कर रहे है और इसी स्कार्पियों गाड़ी पीवी 11 सीवाई 0434 से पश्चिमी उत्तर प्रदेश व पंजाब बेचने जाते हैं। गिफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध थाना तिलहर, जनपद शाहजहांपुर पर एनडीपीएस एक्ट का अभियोग पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्रवाई थाना तिलहर द्वारा की जायेगी।

*14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला, दस जिलों के कप्तान बदले ,बरेली के एसएसपी प्रभाकर चौधरी और मिर्जापुर के एसपी हटाये गये*

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में आईएएस व पीसीएस का स्थानांतरण होने के बाद अब पुलिस विभाग में भी उच्च पदों पर अधिकारियों का फेरबदल शुरू हो गया है। इस प्रकार से रविवार को योगी सरकार ने 14 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। इसमें दस जिलों के पुलिस कप्तान भी शामिल है। बरेली के एसएसपी और मिर्जापुर के एसपी को हटा दिया गया है। बड़े पैमाने पर पुलिस अधिकारियों का तबादला होना विभाग में चर्चा का विषय बन गया है। बताया जा रहा है कि अभी और भी कई जिलों के कप्तान को बदला जा सकता है।

जानकारी के लिए बता दें कि बरेली में कांवड़ यात्रा निकालने के दौरान हुए बवाल के बाद एसएसपी प्रभाकर चौधरी को हटा दिया गया है। बताया जा रहा है कि कांवड़ियों पर लाठी चार्ज किये जाने की वजह से प्रभाकर चौधरी पर कार्रवाई की गई है। सीतापुर के एसपी सुशील घुले चंद्रभान को बरेली का एसएसपी बनाया गया है। प्रभाकर को 32वीं पीएसी भेजा गया है। वहीं, लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में तैनात विनीत जायसवाल को चंदौली का एसपी बनाया गया है। साथ ही सुशील चंद्र की भान की बरेली के नए एसएसपी के रूप में तैनाती की गई है।

बरेली के अलावा मिर्जापुर के एसपी पर भी गाज गिरी है। यहां के एसपी संतोष मिश्रा को डीजीपी मुख्यालय में एसपी क्राइम बनाया गया है। कन्नौज के एसपी कुंवर अनुपम सिंह को अमरोहा का एसपी बनाया गया है। बांदा के एसपी अभिनन्दन को मिर्जापुर की जिम्मेदारी सौंपी गई है। आगरा में एसपी रेलवे मोहम्मद मुश्ताक को ललितपुर का एसपी बनाया गया है। सिद्धार्थनगर के एसपी अमित कुमार आनंद को कन्नौज भेजा गया है। चंदौली के एसपी अंकुर अग्रवाल को बांदा भेजा गया है।

संभल के एसपी चक्रेश मिश्रा को सीतापुर का एसपी बनाया गया है। अमरोहा के एसपी आदित्य लंगेह को आगरा में एसपी रेलवे बनाया गया है। ललितपुर के एसपी अभिषेक कुमार को सिद्धार्थनगर भेजा गया है। अलीगढ़ के एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत को संभल का एसपी बनाया गया है। डीजीपी मुख्यालय में एसपी क्राइम राठौर किरीट कुमार हरिभाई को 35वीं वाहिनी पीएसी का सेनानायक बनाया गया है।

*माफिया अतीक अहमद का वकील विजय मिश्रा गिरफ्तार, जानिए किस मामले में*

लखनऊ । माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्र को शनिवार की रात एसटीएफ की मदद से पुलिस ने लखनऊ से हिरासत में ले लिया। जानकारी के लिए बता दें कि विजय मिश्र विभूति खंड स्थित एक नामी होटल में ठहरे थे। उनके खिलाफ दो महीने पहले तीन करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का मुकदमा प्रयागराज के अतरसुइया थाने में एक फर्नीचर व्यवसायी ने दर्ज कराया था। बताते हैं कि उन्हें इसी सिलसिले में पकड़ा गया है। साथ विजय मिश्रा पर आरोप है कि उमेश पाल हत्याकांड के दिन यानी 24 फरवारी को उमेश की लोकेशन अतीक के भाई अशरफ और बेटे असद के साथ शेयर की थी।

एसटीएफ ने हिरासत में लेने के बाद पुलिस को सौंपा

शनिवार को विजय मिश्र किसी काम से लखनऊ गए थे। रात करीब 11 बजे लखनऊ एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस की टीम ने उन्हें हिरासत में ले लिया। एसटीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रयागराज पुलिस की ओर से विजय की गिरफ्तारी को लेकर मदद मांगी गई थी। उसकी लोकेशन लखनऊ में होने की सूचना भी दी गई थी। इसके बाद ही उसे हिरासत में लेकर प्रयागराज पुलिस को सौंप दिया गया। उधर, विजय मिश्र के जूनियर अधिवक्ता हिमांशु कुमार ने बताया कि कुछ लोग इनोवा कार से आए थे। उन्होंने खुद को पुलिसकर्मी बताया और फिर विजय को अपने साथ लेकर चले गए।

*जनता से अरबों रुपयों की ठगी करने वाली महिला गिरफ्तार, पंजाब, बिहार और नोएडा में ठगी करने के लिए खोल रखी थी आफिस*

लखनऊ । एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से मल्टीलेवल मार्केटिंग के माध्यम से जनता से अरबों रूपये की ठगी करने वाले संगठित गिरोह की सचूनाएं प्राप्त हो रही थीं। जिसके परिप्रेक्ष्य मे लाल प्रताप सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एसटीएफ लखनऊ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय में स्थित टीम को अभिसूचना संकलन एवं कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्रवाई प्रारम्भ की गयी तथा अभिसूचना तन्त्र को सक्रिय किया गया।

अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि हैलोराइड लिमिटेड, इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लिमिटेड व ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लिमिटेड नाम की कम्पनियां बनाकर जनता से अरबों रूपये की ठगी करने वाले कम्पनियों की डायरेक्टर व मास्टरमाइंड जो लखनऊ व विभिन्न जनपदों में 23 मुकदमों मे चार वर्षों से वांछित चल रही है जो लखनऊ के मानक नगर इलाके में मौजूद है। इस सूचना पर निरीक्षक अंजनी कुमार तिवारी के नेतृत्व में मुख्य आरक्षी विनोद सिंह, प्रभाकर पाण्डेय, रणधीर सिंह, गौरव सिंह, प्रशान्त सिंह व आरक्षी शेरबहादुर एसटीएफ की टीम द्वारा विशेष आर्थिक अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) उ.प्र. की टीम को साथ लेकर ज्ञात स्थान से वांछित अभियुक्ता नीलम वर्मा को 29 जुलाई को बहादुरखेड़ा थाना मानकनगर से गिरफ्तार कर लिया गया। जो कि बिहार की रहने वाली है।

कई फर्जी कंपनी बनाकर खुद बनी डायरेक्टर और करती थी यह काम

पूछताछ में नीलम वर्मा ने बताया कि अभय कुशवाहा ने वर्ष 2013 मे इनफिनिटी वर्ड इफ्रावेंचर लि. कम्पनी बनायी थी, जो रियल स्टेट में काम करती थी । इस कम्पनी में सस्ते प्लाट देने के नाम पर किस्त के रूप में रूपया जमा किया जाता था। इस कम्पनी के डायरेक्टर अभय कुशवाहा, राजेश पाण्डेय, निखिल कुशवाहा, आजम सिद्दीकी व शकील अहमद खान थे, जिसमें वह डायरेक्टर थी। इसके बाद हम लोगों ने वर्ष-2017 मे ओजोन इनफिनिटी वर्ड एग्रो प्रोड्यूसर लि. नाम की कम्पनी बनायी इस कम्पनी में वह, अभय कुशवाहा, राजेश पाण्डेय, निखिल कुशवाहा, आजम सिद्दीकी व शकील अहमद खान डायरेक्टर थे। यह कम्पनी कम समय मे धन दोगुना करने का लालच देकर लोगों से रूपया जमा कराती थी। इसके बाद हम लोगों ने वर्ष-2018 में हैलोराइड लि. नामक कम्पनी बनायी। जिसमें वह, अभय कुशवाहा, राजेश पाण्डेय, निखिल कुशवाहा, आजम सिद्दीकी व शकील अहमद खान डायरेक्टर थे, इसका आफिस साइबर हाइट्स विभूति खण्ड में आठवे तल पर था।

बाइक टैक्सी चलाने के नाम पर भी खोल रखी थी कंपनी

यह कम्पनी बाइक टैक्सी चलाने के नाम पर ग्राहकों से 61,000 रुपये जमा करने के बदले प्रति माह 9,582 प्रतिमाह 12 माह तक देने का प्रलोभन देकर रूपया जमा कराती थी। कम्पनी में रूपया जमा कराने के लिए सात टीमे बनायी गयी थी, इन टीमों के लगभग 150 लोग काम करते थे, जिसमें प्रेसिडेंट अपनी टीमों के माध्यम से रूपया जमा करते थे, जिसका उनको लगभग 15 प्रतिशत कमीशन दिया जाता था। इस कम्पनी में वह ग्राहकों से एग्रीमेंट करने का काम करती थी। इन कम्पनियों में जब लगभग 100 करोड़ रूपये जमा हो गया, तो कम्पनी ने ग्राहकों को पेमेंट देना बंद कर दिया, जिसके कारण किसी ग्राहक ने थाना विभूतिखण्ड मे मुकदमा पंजीकृत करा दिया।

उत्तर प्रदेश के अलावा बिहार व पंजाब में खोल रखी थी आफिस

जिससे अभय कुशवाहा को मार्च 2019 में विभूतिखण्ड पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जेल में लगभग 3 महीने रहने के बाद अभय कुशवाहा की जमानत हो गयी। कुछ समय बाद पुनः अभय कुशवाहा जेल चला गया, जो वर्तमान समय में जेल में निरूद्ध है। वर्ष-2019 से अब तक कम्पनी व हम लोगों पर सैकड़ों मुकदमे पंजीकृत हो गये, तब से वह फरार थी। हमारी कम्पनी के आफिस लखनऊ, फतेहपुर, नोएडा (उ.प्र.), मुजफ्फरपुर (बिहार), मोहाली, पठानकोट, जीरकपुर (पंजाब), आदि जगह थे।

अब तक सौ करोड़ रुपये की कर चुकी है ठगी

उल्लेखनीय है कि एसटीएफ उत्तर प्रदेश की टीम द्वारा वर्ष-2019 मे निखिल कुशवाहा, मोहम्मद आजम अली व वर्ष-2021 में राजेश पाण्डेय को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जो वर्तमान समय में भी जेल में निरूद्ध है। इस गिरोह का जाल दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, मध्य प्रदेश आदि राज्यों मे फैला हुआ है। गिरफ्तार अभियुक्ता की अन्य अपराधिक गतिविधियों एवं बैंक का एकाउन्ट डिटेल प्राप्त करके कुल धोखााधड़ी के सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है। अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार इस गैंग द्वारा लगभग 100 करोड़ रूपये की ठगी की जा चुकी है। अभियुक्ता को थाना विभूति खण्ड लखनऊ में पंजीकृत मुकमदा व अन्य 22 मुकदमों में दाखिल कर अग्रेतर कार्रवाई विशेष आर्थिक अनुसंधान संगठन (ईओडब्ल्यू) उप्र द्वारा की जायेगी।