*कथा व्यास ने अहिल्या उद्धार की पावन कथा का भी वर्णन किया जिसे सुनकर दर्शक भाव विभोर हो उठे*
कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। स्थानीय छन्नूलाल द्वारका प्रसाद मंदिर प्रांगण में श्री राम कथा की अमृत वर्षा करते हुए पंडित मुकुंदे लाल त्रिवेदी ने महर्षि विश्वामित्र के द्वारा राजा दशरथ से दुष्टों के संहार एवं संत महात्माओं के द्वारा किए जा रहे यज्ञों को शांतिपर्वक संपन्न कराने हेतु श्री राम लक्ष्मण को मांगने की कथा का भावपर्ण वर्णन किया। इस मौके कथा व्यास ने अहिल्या उद्धार की पावन कथा का भी वर्णन किया जिसे सुनकर दर्शक भाव विभोर हो उठे, कथा व्यास ने श्री राम कथा की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि, श्री राम नाम कल्पवृक्ष के समान है जो अपने भक्तों की सभी मनोकामना को पूर्ण करता है।
उन्होंने कहा कि, भगवान का भजन करने से कर्म अपने आप सुधर जाएंगे, ब्रह्मा जी ने जो आपके भाग्य में लिखा है वह होकर रहेगा, कर्म का फल मनुष्य को अवश्य मिलता है, आप जो भी गलत कार्य कर रहे हैं वह जानबूझकर कर रहे हैं क्योंकि अशुभ कर्म करने पर अंतरात्मा गलत काम करने से आपको रोकती है फिर भी आप गलत कार्य करते हैं। मनुष्य को शुभ कार्य करना चाहिए और उसे शुभ फल भी मिलेंगे ,उन्होंने कहा कि, भगवान तो भक्तवत्सल हैं और अपने भक्तों की कामना पूर्ण करने को सदैव तत्पर रहते हैं। श्री राम नाम कल्पवृक्ष कामधेनु के समान है जिससे आप जो भी कामना करेंगे वह आपकी पूरी होगी।
श्री राम नाम के सुमिरन करने से मनुष्य सभी पाप कर्मों से मुक्त हो जाता है। कथा व्यास ने कहा कि थोड़ा समय हमें अवश्य भगवान भजन के लिए निकालना चाहिए, भगवान का भजन करने से मनुष्य सन्मार्ग पर चलते हुए सत्य कर्म करता है।, उन्होंने कहा कि कर्म प्रधान विश्व रचि राखा जो जसु करैं सो तसु फल चाका, अर्थात आप जैसे भी कर्म करेंगे उसका फल आपको अवश्य मिलेगा। श्री राम कथा का रसपान करने के लिए भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
Jul 28 2023, 16:05