औरंगाबाद: नाली विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प, 3 महिला समेत 9 लोग गंभीर

औरंगाबाद: नाली विवाद को लेकर दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प हो गई जिसमें 3 महिला समेत 9 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं घटना फेशर थाना क्षेत्र की है।

 जिसमें स्थानीय लोगों की मदद से इलाज के लिए आनन-फानन में सदर अस्पताल लाया गया।

जहां के चिकित्सकों ने 2 लोगों की हालत गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए बाहर कर रेफर कर दिया है इधर घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे मामले की जांच में जुट गई है।

सड़क हादसें में घायल किशोर की इलाज में विलंब से मौत, परिजनों ने सदर अस्पताल में किया जमकर हंगामा और भारी तोड़फोड़, सरकारी संपत्ति का हुआ नुकसान

औरंगाबाद : जिले के सदर अस्पताल में सड़क हादसें में घायल एक किशोर की मौत आज शुक्रवार की दोपहर इलाज में विलंब के कारण हो गई। किशोर की मौत के बाद परिजन उग्र हो गए और उनके द्वारा अस्पताल में जमकर बवाल काटा गया। 

आक्रोशितों ने अस्पताल परिसर में जमकर उत्पात मचाया। चार एंबुलेंस के शीशे तोड़ डाले। अस्पताल के कई कमरों की खिड़कियां और दरवाजें तोड़ डाली। इस दौरान डॉक्टर व अन्य स्टाफ डर से भाग खड़े हुए। अस्पताल की ओपीडी सेवा करीब दो घंटे तक बाधित रही। बाद में पुलिस के मौके पर पहुंचने पर स्थिति नियंत्रित हुई। फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और सबकुछ सामान्य है।   

अनियंत्रित कंटेनर के धक्के से घायल हुआ था किशोर-

बताया जाता है कि मदनपुर थाना क्षेत्र के गौरा निवासी श्रीराम यादव का पुत्र रंजीत कुमार (16) घर से कोचिंग करने गया था। कोचिंग में पढ़ाई करने के बाद वह घर लौटने के लिए घटराइन हाई स्कूल के पास एनएच-19 पर ऑटो का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान तेज गति से आ रहे एक कंटेनर ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर से वह गंभीर रूप से धायल हो गया। दुर्घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आनन-फानन में उसे इलाज के लिए मदनपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया जहां प्रारंभिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया। 

परिजनों का आरोप, सदर अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही से हुई किशोर की मौत-

रेफर किए जाने के बाद परिजन घायल किशोर को लेकर औरंगाबाद सदर अस्पताल पहुंचे। परिजनों का आरोप है कि सदर अस्पताल पहुंचने पर किशोर बोल रहा था। लगभग दो घंटे तक डॉक्टरों द्वारा इंतजार कराया गया। उचित इलाज नही किया गया। इसी कारण किशोर की मौत हो गई।

किशोर की मौत के बाद हंगामा व तोड़फोड़-

सदर अस्पताल में किशोर की मौत के बाद परिजन उग्र हो गए। परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाकर सदर अस्पताल में जमकर हंगामा किया। जमकर तोड़फोड़ की। अस्पताल परिसर में खड़े चार एंबुलेंस के शीशे तोड़ डाले। अस्पताल के कई कमरों की खिड़कियां और दरवाजें तोड़ डाले। अस्पताल परिसर में अफरा तफरी मच गई। डर से डॉक्टर्स व स्टाफ्स भाग खड़े हुए। अस्पताल की ओपीडी सेवा बंद हो गई। बाद में पुलिस के मौके पर पहुंचने पर स्थिति नियंत्रित हुई। 

पुलिस ने किया स्थिति को नियंत्रित-

परिजनों द्वारा हंगामा किए जाने की सूचना अस्पताल प्रशासन ने औरंगाबाद नगर थाना की पुलिस को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची।पुलिस ने परिजनों को समझा बुझाकर शांत कराया। 

नगर थानाध्यक्ष सतीश बिहारी शरण ने बताया कि फिलहाल स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। सब क़ुछ सामान्य है। अस्पताल की ओपीडी चालू हो गई है। पुलिस मौके पर कैम्प कर रही है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

सिविल सर्जन की अध्यक्षता में हुई स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक, पदाधिकारियों को दिए गए कई निर्देश

औरंगाबाद : आज सिविल सर्जन डॉ रवि भूषण श्रीवास्तव की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक आहूत की गई. 

इस बैठक में आकांक्षी जिला (नीति आयोग), संस्थागत प्रसव, पैथोलॉजी जांच, अल्ट्रासाउंड, जननी बाल सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, पोषण पुनर्वास केंद्र, नियमित टीकाकरण, गैर संचारी एवं संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी, मातृ शिशु मृत्यु समीक्षा, आरसीएच, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, गुणवत्ता विकास एवं प्रमाणीकरण आदि कार्यक्रमों से संबंधित विभिन्न संकेतकों के विरुद्ध जिले की प्रगति का आकलन किया गया तथा आवश्यक निर्देश दिए गए.

बैठक की कार्यवाही का संचालन कर रहे डीपीएम मो अनवर आलम द्वारा बताया गया कि सिविल सर्जन द्वारा समीक्षा के क्रम में विभिन्न निर्देश दिए गए हैं.

उपाधीक्षक सदर अस्पताल औरंगाबाद को सदर अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन प्रारंभ कराने एवं अल्ट्रासाउंड क्लीनिक को गुणवत्ता पूर्वक संचालित कराने का निर्देश दिया गया. 

तुलनात्मक आंकड़ों के अनुसार सदर अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन की संख्या शून्य पाई गई जबकि माह जून में जिले के अन्य संस्थानों में 41 ऑपरेशन हुए. 

इसी प्रकार सदर अस्पताल में 313 तो अनुमंडलीय अस्पताल, दाउदनगर में 556 अल्ट्रासाउंड जून माह में हुए हैं. 

सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी औरंगाबाद को निर्देशित किया गया कि अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों 24x7 पर डिलीवरी की संख्या बढ़ाई जाय. माली पहड़पुरा, कासमा, नौगढ़ एवं पवई में दहाई अंक में भी डिलीवरी की संख्या नहीं पाई गई. जिसके आलोक में संस्थान स्तर पर समीक्षा कर कार्यवाही करने का निर्देश दिया गया. 

संस्थागत प्रसव की समीक्षा में यह भी स्पष्ट हुआ कि पिछले माह 1149 आशा कर्मियों के क्षेत्र से एक भी डिलीवरी नहीं कराया गया है. इस क्रम में सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को आदेशित किया गया कि आशा कर्मियों के कार्यों की समीक्षा की जाए तथा कार्यों में रूचि नहीं लेने वाले आशा से स्पष्टीकरण किया जाए। फलाफल सुधार नहीं होने की स्थिति में उन्हें चयन मुक्त करने की कार्रवाई की जाए. 

बिहार सरकार द्वारा जारी 'एसेंशियल डायग्नोस्टिक लिस्ट' के अनुसार अब सदर अस्पताल में 148, अनुमंडलीय अस्पताल में 91, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं रेफरल अस्पताल में 75 तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 66 प्रकार के लैब टेस्ट की व्यवस्था कराई जानी है. इसकी व्यवस्था कराने हेतु संबंधित पदाधिकारियों को आदेशित किया गया. 

इस दौरान निर्देशित किया गया कि प्रसव के बाद प्रसूतियों को जननी बाल सुरक्षा योजना का पैसा तत्काल भुगतान किया जाए, जन्म के तुरंत बाद नवजात को स्तनपान कराना सुनिश्चित किया जाए, कमजोर जन्मे बच्चों को आशा के द्वारा 2 वर्षों तक गृह भ्रमण कराते हुए उनके स्वास्थ्य प्रगति पर ध्यान दिया जाए, गर्भवती की जल्द से जल्द पहचान एवं प्रथम प्रसव पूर्व जांच सरकारी संस्थानों में करवाया जाए. 

जिले में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरत कर्मियों का इपीएफ अकाउंट खोलने के कार्य को जल्द से जल्द निष्पादित किया जाए. 

मातृ-शिशु मृत्यु के मामले की जांच कराई जाए ताकि स्पष्ट कारणों की पहचान कर भविष्य में घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो इसके लिए रणनीति बनाई जा सके. सभी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को पूर्वाहन 9 बजे से अपराहन 5 बजे तक खोलने का निर्देश दिया गया. 

बैठक में सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी स्वास्थ्य प्रबंधक सहित जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मिथिलेश प्रसाद सिंह, जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रवि रंजन, जिला लेखा प्रबंधक मो. अफरोज हैदर, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, डीसीएम कुमार आनंद प्रकाश, जिला मूल्यांकन एवं अनुश्रवण पदाधिकारी अविनाश कुमार, डेवलपमेंट पार्टनर के प्रतिनिधि रितेश कुमार, कामरान खान, अर्शी खान, अरुण कुमार, धनंजय कुमार एवं अन्यान्य उपस्थित रहे.

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

तेज रफ्तार वाहन ने छात्र को मारी टक्कर, इलाज के दौरान मौत

औरंगाबाद : जिले में अज्ञात वाहन की चपेट में आने से छात्र गंभीर रूप से घायल हो गया। 

जिसे इलाज के लिए आनन-फानन में मदनपुर उप स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां की हालत गंभीर देखते हुए चिकित्सकों ने बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जहां की इलाज के दौरान छात्र की मौत हो गई। 

मौत के बाद आक्रोशित परिजनों ने सदर अस्पताल के चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए चिकित्सकों के साथ ना सिर्फ दुर्व्यवहार किया। बल्कि जमकर तोड़फोड़ करने लगे। 

इस दौरान अस्पताल परिसर में लगे कई एंबुलेंस के शीशे भी तोड़ दिए। जिसके बाद सदर अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है।                

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

श्री सीमेंट के खिलाफ महागटबंधन ने किया सर्वे ऐप लॉन्च

औरंगाबाद : बीते गुरुवार को शहर के महागटबंधन के नेता सर्किट हाउस में जदयू के जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह, राजद के जिला अध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा , जदयू मुख्य प्रवक्ता औरंगाबाद सह सांसद प्रतिनिधि काराकाट राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष अरविंद सिंह, माले के नेता योगेंद्र राम, राजद नेता राघवेंद्र प्रताप सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष पप्पू ज्वाला सिंह, उपाध्याय सत्येंद्र चंद्रवंशी , जदयू उपाध्यक्ष रिंकू सिंह, उपाध्यक्ष ओंकार नाथ सिंह, जदयू महासचिव नागेंद्र सिंह, जदयू सचिव रामानुज सिंह, संजय राणा सिंह, टिंकू सिंह, रितेश सिंह ,चिंटू सिंह, प्रखंड अध्यक्ष औरंगाबाद राकेश सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष जुगनू मुमताज, विनोद सिंह, नगर अध्यक्ष औरंगाबाद जफर इमाम कादरी, कीड़ा प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष संजीव कुमार उर्फ छोटू शर्मा, विजय चंद्रवंशी ने संयुक्त रूप से एक प्रेस वार्ता किया जिसमे उक्त नेताओं द्वारा श्री सीमेंट पर मनमानी करने, भू गर्भ जल दोहन करने एवम प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाया है।

लोगो ने कहा कि श्री सीमेंट कंपनी के खिलाफ हमलोग नही है पर यह जो प्लांट है वह गलत जगह पर है।कंपनी को शहर से दूर खाली और बिना आबादी वाले इलाके में ले जाना चाहिए ताकि सीमेंट प्लांट से किसी भी जन आबादी को नुकसान न हो। 

फैक्टरी रूल्स भी कहता है कि शहर में किसी भी बड़ा उद्योग को नहीं स्थापित करे। 

इस जनसमस्या पर लोगो की राय जानने के लिए महागटबन्धन के सभी घटक दलों ने एक सर्वे ऐप लॉन्च किया है। जिसमे हजारों लोग अपना सुझाव देंगे। इसके बाद सरकार को इससे अवगत कराया जाएगा। कंपनी अगर मनमानी से बाज नहीं आएगा तो उसके खिलाफ एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया जाएगा।  

सड़क पर लोग हांथ में बाल्टी लेकर श्री सीमेंट के गेट पर जन आंदोलन करेंगे। 

श्री सिंह ने कहा कि सीमेन्ट प्लांट से उत्पन्न पेयजल संकट, वायु प्रदूषण (धूल) से स्वास्थ्य संबंधी समस्या और जाम की समस्या को देखते हुए श्री सीमेंट प्लांट को औरंगाबाद शहर से दूर शिफ्ट किया जाए एवं उस खाली हुए जमीन पर औरंगाबाद मेडिकल कॉलेज का निर्माण किया जाए ।  

जदयू मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन उर्फ राजा बाबू ने बताया की श्री सीमेंट के कारण शहर को भारी जल संकट से गुजरना पड़ रहा है। अभी भी पानी का लेयर नही आ सका है। लोग 300 फीट तक बोरिंग करा रहे मगर पानी नहीं मिल पा रहा है। साथ ही श्री सीमेंट से निकलनेवाले प्रदूषण से लोगो में लंग्स की बीमारी भी हो रही है। इसलिए श्री सीमेंट प्लांट को शहर से दूर बिना आबादी वाले जगह में जाना चाहिए।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

मौसम पूर्वनुमान : औरंगाबाद में 25 जुलाई तक अच्छी बारिश की संभावना नही, तापमान में होगी वृद्धि

 

औरंगाबाद : जिलेवासियों के लिए एक बड़ी खबर है। अभी उन्हें भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। वहीं किसानों को भी बारिश के लिए इंतजार करना होगा। 

मौसम पूर्वनुमान के अनुसार जिले में आगामी पाँच दिनों 21, 22, 23, 24 & 25 जुलाई 2023 को अधिकतम तापमान 35, 36, 35, 337, & 37.5 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 26, 26.5, 27, 26 & 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।

 

कृषि विज्ञान केन्द्र ने कहा है कि औरंगाबाद ही नही बल्कि पूरे बिहार में मानसून कमजोर पड़ गया है। इसे देखते हुए किसानों के लिए केन्द्र की ओर से सलाह दिया गया है। 

केन्द्र ने कहा है कि किसान के धान के बिचड़ा रोपाई के लिए तैयार भी हो गया है लेकिन जिस स्थान पर नहर की सुविधा नही है वहाँ किसान भाइयों को उचित पानी का प्रबंध होने पर ही रोपाई का कार्य करें।

फसलो एवं सब्जियों में आवश्यकतानुसार सिंचाई करने की सलाह दी जा रही है। धान के बिचड़ा में भी आवश्यकतानुसार सिंचाई करने की सलाह दी जा रही है। 

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

उत्तर कोयल व हड़ियाही नहर परियोजना को ले नही हो राजनीति, बाधाओं को दूर करने हेतु सांसद के नेतृत्व में सीएम से मिलने चलने को महागठबंधन तैयार : अशोक सिंह

औरंगाबाद()। जदयू के औरंगाबाद जिलाध्यक्ष और महागठबंधन के जिला संयोजक व रफीगंज के पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह ने अरसे से लंबित उत्तर कोयल और हड़ियाही नहर परियोजना को लेकर लंबे समय से हो रही राजनीति को विराम देने की वकालत की है। श्री सिंह ने गुरूवार को यहां महागठबंधन की प्रेसवार्ता में कहा कि दोनों ही सिंचाई परियोजनाएं किसानों के लिए लाइफलाइन है।


इनसे झारखंड के पलामू, बिहार के औरंगाबाद, गया, जहानाबाद और अरवल के लाखों किसानों की उम्मीदें जुड़ी है। इसके पूरा होने से हजारों एकड़ खेतों की सुलभता से सिंचाई हो सकेगी लेकिन दुर्भाग्य है कि इसे लेकर ज्यादातर राजनीति ही हुई है। वर्तमान में यह परियोजना एमपी और एमएलए बनाने की सफेद हाथी बनकर रह गई है।


कहा कि मैं ही नही पूरा महागठबंधन विकास का पक्षधर है और वें चाहते है कि दोनों सिंचाई परियोजनाओं को लेकर अब राजनीति नही हो बल्कि ये धरातल पर उतरे और किसानों का भला हो। उन्होंने कहा कि परियोजना को लेकर हमलोग केंद्र सरकार पर और बीजेपी सांसद सुशील सिंह बिहार-झारखंड की सरकार पर आरोप लगा रहे है। सांसद कह रहे है कि उत्तर कोयल नहर परियोजना को पूरा कराने में झारखंड सरकार रोड़े अटका रही है। मुआवजा पा लेने वालों के पौत्र और प्रपौत्र फिर से मुआवजा मांग रहे है।


झारखंड के बिजली विभाग ने बगैर अनुमति के नहर की जमीन पर तार पोल लगा दिए। इसे हटाने के लिए वें खर्च मांग रहे है। केंद्र सरकार परियोजना को पूरा कराने के गरज में सबकुछ कर रही है। इसके बावजूद अड़ंगेबाजी हो रही है। यदि सच में सांसद का यह आरोप सही है, तो यह गलत है और वें इसका विरोध करते है। पूर्व विधायक ने कहा कि वें चाहते है कि दोनों सिंचाई परियोजनाओं को पूरा कराया जाएं।


यदि कही कोई अड़ंगा हो तो उसे दूर किया जाय और इसके लिए समन्वित पहल हो। श्री सिंह ने कहा कि सांसद ने परियोजना के लिए जरुर संघर्ष किया है और वें संघर्ष में उनकी टांग खींचने नही बल्कि साथ देने वाले लोग है। झारखंड सरकार के स्तर से सांसद की शिकायत का सरकार के स्तर से ही पहल से निदान संभव है।


इस नाते वें चाहते है कि औरंगाबाद के सांसद सुशील सिंह ही इसका नेतृत्व करे। औरंगाबाद के महागबंधन के सभी छः विधायक और महागठबंधन के घटक सभी दलो के जिलाध्यक्ष इस मामले में सांसद का नेतृत्व स्वीकार करने को तैयार है।

कहा कि सांसद हम सबके बड़े भाई भी है। इस नाते भी उनसे आग्रह करेंगे और बात भी करेंगे और बात बनी तो हम सभी एक साथ इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने भी जाएंगे।


प्रेसवार्ता में राजद के जिलाध्यक्ष अमरेंद्र कुशवाहा, जदयू के मुख्य प्रवक्ता सह काराकाट सांसद प्रतिनिधि राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू, कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष अरविंद सिंह, भाकपा माले के नेता योगेंद्र राम, राजद नेता व पूर्व जिप अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप, जदयू के जिला उपाध्यक्ष पप्पू ज्वाला सिंह, उपाध्यक्ष सत्येंद्र चंद्रवंशी,

अजिताभ कुमार सिंह उर्फ रिंकू सिंह, ओंकारनाथ सिंह, महासचिव नागेंद्र सिंह, सचिव रामानुज सिंह, संजय राणा सिंह, टिंकू सिंह, रितेश सिंह, चिंटू सिंह, औरंगाबाद प्रखंड अध्यक्ष राकेश सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष जुगनू मुमताज, विनोद सिंह, औरंगाबाद नगर अध्यक्ष जफर इमाम कादरी, कीड़ा प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष संजीव कुमार उर्फ छोटू शर्मा एवं विजय चंद्रवंशी आदि भी मौजूद रहे।

औरंगाबाद में खिल उठे 44 चेहरें, पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान के तहत बरामद कर दिया चोरी गया मोबाइल व टैब

औरंगाबाद : जिले में 44 लोगों के चेहरें एक साथ खिल उठे। माहौल में भी खुशियां बिखर उठी। ऐसा हो भी क्यो न जब आपकी चोरी या खोई हुई ऐसी कोई प्रिय वस्तु या चीज को अचानक से तब भेंट कर दिया जाएं जब आप उसे पाने या मिलने की उम्मीद छोड़ चुके है। इन 43 लोगों ने अपने स्मार्टफोन व टैब गुम व चोरी होने के बाद प्राथमिकी तो दर्ज कराई थी लेकिन उन्हे सपनें में भी कभी उम्मीद नही थी कि उनका गुम या चोरी हुआ सामान मिलेगा भी लेकिन कहते है कि 'जहां चाह वहां राह'। इसी तर्ज पर औरंगाबाद पुलिस ने ऑपरेशन मुस्कान चलाया। अभियान में पुलिस को सफलता भी मिली। 

हाल-फिलहाल के कुल 43 चोरी या गुम हुए मोबाइल व टैब बरामद हुए। बरामदगी के बाद पुलिस ने इसकी सूचना मोबाइल की चोरी या गुम होने की प्राथमिकी दर्ज कराने वालों को दी। सूचना मिलने पर पहले तो उन्हे यकीन ही नही हुआ कि उनका गुम या चोरी हुआ मोबाइल बरामद हो गया और वह उन्हे मिलने वाला है लेकिन जब पुलिस ने उन्हे तसल्ली दिलाते हुए कहा कि हां आपका मोबाइल या टैब मिल गया है और आप इसके स्वामित्व का कागजात और अपना आईडी प्रूफ लेकर बुधवार को पुलिस कप्तान के कार्यालय आ जाएं। 

यह सुनकर यकीन होने के बाद आज यें सभी 44 लोग औरंगाबाद के एसपी ऑफिस पहुंचे जहां आवश्यक कागजी औपरिकता पूरी किये जाने के बाद पुलिस कप्तान स्वपना गौतम मेश्राम ने उन्हे ससम्मान उन्हे उनका खोया हुआ मोबाइल व टैब प्रदान किया। 

ऑपरेशन मुस्कान ने बिखेरी मुस्कान

एसपी ने बताया कि विभिन्न थानों व ओपी में दर्ज मोबाइल गुम होने या चोरी होने के मामले में बरामदगी के लिए औरंगाबाद पुलिस ने 'ऑपरेशन मुस्कान' अभियान आरंभ किया है। अभियान के तहत बरामद मोबाइल फोन १ टैब को उनके असली मालिकों को सौंपा जा रहा है। कहा कि बरामद 43 मोबाइल फोन व एक टैब की कीमत लगभग 7 लाख 50 हजार रुपयें है। 

पुलिस ने पहले भी बरामद किया था 25 मोबाइल

पुलिस कप्तान ने बताया कि इसी साल जनवरी से मार्च तक चलाये गये ऑपरेशन मुस्कान-1 में 25 मोबाइल फोन बरामद किया गया था। इन मोबाइल्स को भी उसी वक्त असली मालिकों को सौंप दिया गया था। पुनः ऑपरेशन मुस्कान-2 में इस बार 43 मोबाइल और एक टैब बरामद किया गया, जिसे उनके असली मालिकों को सौंपा गया। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन मुस्कान आगे भी जारी रहेगा। पुलिस चोरी या गुम हुए मोबाइल फोन्स को बरामद करने के लिए आगे भी इसी तरह से कार्रवाई करती रहेगी। 

कहा कि लोगों से अपील है कि अगर मोबाइल फोन गुम या चोरी होता है तो इसकी प्राथमिकी अवश्य दर्ज कराएं। 

इस मौके पर गुम या चोरी गया मोबाइल फोन पुनः पाने वाले लोग बेहद खुश दिखे और उन्होने पुलिस के इस कार्य की दिल खोलकर सराहना की। कहा कि ऑपरेशन मुस्कान ने उनलोगों के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने का सबब बना है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

गैनी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष राजीव रंजन कुमार को जदयू ने सौंपा नई जिम्मेवारी, श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ के बनाए गए जिलाअध्यक्ष

औरंगाबाद : बिहार प्रदेश जनता दल यूनाइटेड के श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ ने जिला अध्यक्षों की सूची जारी की है। श्रम एवं तकनीकी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष इंजीनियर रामचरित्र प्रसाद जो कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के निदेशक है, 45 जिला संगठन में नवनियुक्ति की घोषणा की है।

उन्होंने जिलाध्यक्षों की सूची जारी करते हुए बताया कि इस सूची में समाज के सभी वर्गों के लोगों को प्रतिनिधित्व दी गयी है। 

इस सम्बंध में औरंगाबाद जदयू मुख्य प्रवक्ता राजीव रंजन उर्फ राजा बाबू ने बताया कि औरंगाबाद जिलाध्यक्ष के रूप में राजीव रंजन कुमार को नियुक्त किया गया है। जो पहले ओबरा प्रखंड के गैनी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष है। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के निर्देश पर औरंगाबाद का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष ने निर्देशित किया है कि जिलाध्यक्ष पार्टी के मूल संगठन के पदाधिकारियों के साथ मिलकर कार्य करेंगे।

जदयू मुख्य प्रवक्ता राजा बाबू ने बताया है कि प्रदेश अध्यक्ष ई. रामचरित्र प्रसाद ने नव-नियुक्त सभी जिलाध्यक्षों को बधाई और शुभकामनायें दी है और बेहतर भविष्य की कामना की है।

राजीव रंजन कुमार की नियुक्ति पर पूर्व विधायक और जदयू मुख्य संगठन के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, पूर्व विधायक नबीनगर वीरेंद्र कुमार सिंह, जदयू मुख्य प्रवक्ता औरंगाबाद राजीव रंजन सिंह उर्फ राजा बाबू, जदयू जिला उपाध्यक्ष सह सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष पप्पू ज्वाला सिंह, जदयू जिला उपाध्यक्ष महावीर मेहता और जदयू महासचिव नागेंद्र सिंह, जिला महासचिव संजय राणा सिंह, जिला सचिव चिंटू सिंह, टिंकू सिंह, औरंगाबाद प्रखंड अध्यक्ष राकेश सिंह , रिंकू सिंह , ओंकार नाथ सिंह , सत्येंद्र चंद्रवंशी , रामानुज सिंह , सुरेंद्र सिंह, कमलेश कुमार सिंह , जदयू क्रीडा प्रकोष्ठ जिलाध्यक्ष संजीव कुमार उर्फ छोटू शर्मा, विजय चंद्रवंशी, उदय सिंह , अनिल मेहता और सुनील वर्मा समेत सैकडों कार्यकर्ताओं ने बधाई प्रेषित की है।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र

महिला सशक्तिकरण पर किया गया जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम का आयोजन, दी गई कई अहम जानकारी

औरंगाबाद : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं माननीय बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देषानुसार राष्ट्रीय कानूनी सेवाओं के सहयोग से बुनियादी कानूनी अधिकारो, महिलाओं से सम्बन्धित कानूनों के बारे में व्यवहाहारिक ज्ञान प्रदान करने, तथा महिलाओं को अधिकारों की रक्षा हेतु उन्हें उचित मार्गदर्शन प्रदान करते हुए उचित अधिकारियों के पास भेजने जैसे विषयों पर जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम को आयोजित करते हुए उन्हें लाभान्वित किये जाने के उद्देश्य से एक वृहत जागरूकता कार्यक्रम सह कार्यशाला का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सभागार में किया गया।

इस जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम के द्वारा महिलाओं को कानूनी पहलुओं से अवगत कराते हुए उन्हें जागरूक करने तथा उनका सशक्तिकरण को लेकर जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष सह जिला जज सम्पूर्णाननन्द तिवारी, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम पंकज मिश्रा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश नीतीश कुमार, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश पाॅक्सो मितु सिंह अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार प्रणव शंकर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना दया शंकर सिंह, (मा0शि0 एवं सा0) द्वारा विधिवत दीप प्रज्जवलित कर महिला सशक्तिकरण पर आयोजित विधिक जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। इस अवसर पर सभी न्यायिक पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।

इस जागरूकता सह कार्यशाला कार्यक्रम में बहुत सारी महिला शिक्षिका जो भिन्न-भिन्न विद्यालय से आये थे उपस्थित रहें।

विदित है कि राष्ट्रीय महिला आयोग एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में महिलाओं से सम्बन्धित कार्यशाला सह जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें जिले के महिला शिक्षकों की उपस्थिति काफी संख्या में रही।

कार्यक्रम का संचालन नेहा दयाल न्यायिक दण्डाधिकारी प्रथम श्रेणी .द्वारा द्वारा किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह प्राधिकार के अध्यक्ष सम्पूर्णानन्द ने उपस्थित महिला शिक्षको को सम्बोधन में ही उनके लिए आयोजित कार्यक्रम पर प्रकाश डाला तथा कहा कि प्रत्येक महिला को सशक्त होना बहुत आवश्यक है और आप पेशे से शिक्षिका हैं इसलिए विधिक रूप से भी आपको सशक्त होना आवश्यक है जिसके लिए आज का कार्यशाला आयोजित है।

जिला जज द्वारा कहा गया सशक्त होंगें तो आपका परिवार शसक्त होगा और परिवार के सशक्तिकरण से एक सभ्य समाज का निर्माण होता है और देश की प्रगति और समृद्धि के लिए आपका सशक्त होना आवश्यक है।

यह कार्यक्रम कई सत्र में आयोजित किया गया जिसमें अलग-अलग विभाग से आये महिला वक्ताओं ने महिला से जुड़े कानून के साथ-साथ सभी पहलुओं को विस्तार से बताया।

अपर जिला सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने पूरे कार्यक्रम के उदेश्यों पर विशेष प्रकाश डाला तथा आगांतुकों को बताया कि यह कार्यक्रम सिर्फ आपके लिए नहीं बल्कि आपके माध्यम जुड़े तमाम लोगों के लिए हैं क्योंकि एक महिला का शिक्षित होना पुरे परिवार को शिक्षित होने की गारंटी है इसलिए आप जागरूक होंगें तो पूरा समाज जागरूक हो जायेगा। आपके माध्यम से पूरे समाज में विधिक जागरूकता फैले जिला विधिक सेवा प्राधिकार का उद्देष्य भी यही है कि आप यहां से कुछ सीख कर जायें और पूरे समाज में इसे फैलायें।

सम्बोधान में उन्होंने कहा कि हर दिन नारी का है हर दिन शक्ति का पर्व है, हर दिन है इन्सानियत का जिसका केन्द्र विन्दु नारी है। नारी को समाज का शक्ति बताते हुए जो कि सृजन की शक्ति अपने अन्दर समेटी हुई है और उन्हें विकसित तथा परिष्कृत कर सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, न्याय, धर्म, विचार और उपासना की स्वतंत्रता और समानता का अवसर प्रदान करना ही नारी सशक्तिकरण का श्रेष्ठ उदाहरण है। उपस्थित महिलाओं को पाॅक्सों एवं महिला कानून पर विशेष रूप से प्रकाश डाला गया।

इस बात पर विशेष प्रकाश डाला कि आप जिस प्रोफेशन में हैं वहां कार्य के लिए वेतन मिलती है परन्तु आपका दायित्व सिर्फ आपके अपने कार्य तक ही सीमित नहीं है बल्कि आपने समाज को क्या दिया इसके लिए भी आपको सोचना होगा और जब आप यह सोचेंगी तो अवश्य ही आप सब समाज के लिए करेंगीं यही सच्चे रूप से महिला सशक्तिकरण के रूप में समाज में उदाहरण बनेगा।

चूंकि यह पूरे कार्यक्रम को तीन चरणों में रखा गया था प्रथम चरण के बाद द्वितीय चरण में सहायक पुलिस अधीक्षक स्वीटी सेहरावत द्वारा उपस्थित सभी महिलाओं एवं छात्राओं पर किये जाने वाले अपराध पर विशेष प्रकाश डाला गया तथा किस प्रकार आप इससे अपने आपको सावधान रखते हुए अपने विद्यालय में पढ़ने वाले छात्राओं को सजग और सशक्त कर सकती है इस बारे में विस्तार से बताया गया तथा उपस्थित महिलाओं को यह भी जानकारी उपलब्ध कराया गया कि महिला थाना तो पूर्व से इस जिला में कार्य कर रही है परन्तु नगर थाना में ही साईबर थाना खोला गया है जहां महिला अवर निरीक्षक प्रतिनियुक्त है और मोबाईल के बढ़ते प्रचलन के कारण बहुत से जाने-अनजाने साईबर क्राईम का षिकार हो जाती हैं इससे आप सभी को बहुत सावधान रहने की आवश्यकता है और आप सभी शिक्षिका है इसलिए आपका यह दायित्व हो जाता है कि अपने विद्यालय में भी एक सत्र का आयोजन कर विद्यालय में पढ़ने वाले छात्राओं को आज के परिवेश के अनुसार उन्हें जागरूक करें।

उनके द्वारा कई प्रकरणों को को उदाहरण देते हुए बताया गया जिससे उपस्थित सभी महिला शिक्षको को काफी प्रेरणा मिली। इसके साथ-साथ उनके द्वारा पुलिस विभाग के द्वारा महिलाओं को मिलने वाली कानूनी सुविधाओं, 112 नम्बर की कार्यशैली इत्यादि पर जानकारी उपलब्ध करायी गयी।

इसी सत्र में पैनल अधिवक्ता श्रीमती स्नेहलता, ने महिलाओं के सम्पति के अधिकार, महिला उत्पीड़न से सम्बन्धित कानूनों यथा घरेलू हिंसा जैसे महत्वपूर्ण कानूनों पर विस्तृत जानकारी आगांतुकों को उपलब्ध कराया।

इसी चरण में पैनल अधिवक्ता अभिनन्दन कुमार ने साईबर क्राईम से जुड़े कानूनों के बारे में विस्तार से बताया तथा कहा कि साईबर या इन्टरनेट के माध्यम से होने वाले अपराध को छुपाना नहीं है और न ही डरने की जरूरत है। आगे आकर उससे मुकाबला करने की जरूरत है। कानून तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकार आपके हर कदम पर हर परिस्थिति में साथ पायेंगें, चाहे आप नालसा एप के द्वारा अथवा सोसल नेटवर्क यथा टवीटर, फेसबुक, यू-टयूब के जरीये जिला विधिक सेवा प्राधिकार आपके मदद में खड़ा है। इसके साथ-साथ उनके द्वारा महिलाओ को हिरासत में उनके अधिकार से सम्बधित कानून तथा नालसा के विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया।

इस कार्यशाला के तृतीय चरण में सचिव प्रणव शंकर द्वारा उपस्थित सभी महिला शिक्षिकों को मूलभूत कानून की जानकारी उपलब्ध कराया गया। जिससे सभी लोग अबतक अंजान थे। सचिव द्वारा उपस्थित महिलाओं द्वारा उठाये गये प्रत्येक सवाल का विस्तार से जबाव दिया।

सचिव द्वारा सभी महिलाओं से यह विशेष रूप से अनुरोध किया गया कि जितनी जानकारी आपको उपलब्ध करायी गयी है आप उनमें से आधा भी अपने परिवार, समाज, छात्र सहयोगी एवं अन्य को बताकर उन्हें विधिक अधिकारों के बारे में जागरूक करते हैं तो हम समझगें कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार अपने वास्तविक उदेश्यों को प्राप्त कर रहा है।

इसी सत्र में मितु सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह विशेष न्यायाधीश पाॅक्सो द्वारा पाॅक्सो अधिनियम से जुड़े कानूनों पर विस्तार से बताया गया तथा इसी सत्र के अन्त में नेहा दयाल न्यायिक दण्डाधिकारी, प्रथम श्रेणी द्वारा सामान्य कानूनों तथा प्रतिभागियों द्वारा उठाये गये सभी प्रश्नों का समाधान किया गया।

कार्यक्रम का धन्यवाद ज्ञापन अपर मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी सौरभ सिंह द्वारा किया गया।

विदित हो कि जिला विधिक सेवा प्राधिकार द्वारा महिलाओं से जुड़े बुनियादी कानूनी अधिकारो, महिलाओं से सम्बन्धित कानूनों के बारे में व्यवहाहारिक ज्ञान प्रदान करने, तथा महिलाओं को अधिकारों की रक्षा हेतु दो अन्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा जिसमें दिनांक 22.07.2023 को प्रोजेक्ट इण्टर कन्या उच्च विद्यालय देव तथा दिनांक 26.07.2023 को राजकीय इण्टर कन्या विद्यालय, दाउदनगर में किया जायेगा।

पूरे कार्यक्रम में महिलाओं की भागीदारी काफी ज्यादा है जिससे प्रतीत होता है कि महिला इस तरह के कार्यक्रम के लिए तथा स्वयं को सशक्त करने के लिए तत्पर है जिससे इसका फायदा सभी को मिल सके।

औरंगाबाद से धीरेन्द्र