*शपथग्रहण और पौधरोपण कर जिलाधिकारी की में मनाया गया भदोही का 30 वां स्थापना दिवस समारोह*
नितेश श्रीवास्तव
भदोही जिले का आज स्थापना दिवस है। 30 जून 1994 को भदोही अलग जिला बना था। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव में भदोही में पहुंचकर जनपद का नए जिले के रूप में शुभारंभ किया था।
29 सालों के बाद जिले में कई विकास कार्य हुए, लेकिन अभी भी तमाम मूलभूत सुविधाओं की राह भदोही देख रहा है।पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित श्यामधर मिश्र ने 1985 में भदोही को अलग जिला बनाने की मांग की थी। उसके बाद तमाम संगठनों और भदोही के लोगों ने अलग जिला बनाने की मांग को लेकर लंबा संघर्ष किया। तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव 30 जून 1994 को भदोही पहुंचे और उन्होंने जनपद का शुभारंभ किया था। आज भी पुरानी कलेक्ट्रेट पर जनपद सर्जन पर लगाई गई शिलापट मौजूद है।
वाराणसी से कटकर भदोही को जब नए जिले के रूप में दर्जा मिला तो उम्मीद जगी थी कि जिले का समुचित विकास होगा। लेकिन अभी भी कई बड़ी परियोजनाएं ऐसी हैं, जिनका सपना भदोही देख रहा है। ऐसा नहीं है कि विकास कार्य हुए नहीं है। लेकिन एक नए जिले के रूप में और बड़े विकास कार्यों का होना भदोही के लिए बड़ी उपलब्धि होगी। बता दें कि पूर्वांचल की शान रही औराई की चीनी मिल, इंदिरा मिल बंद हो गई है। विशेष आर्थिक क्षेत्र सेज का कार्य पूरा नहीं हुआ। शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े कार्य बाकी हैं। इसी क्रम में जिलाधिकारी गौरांग राठी की अध्यक्षता में आज 30 जून को भदोही का 30 वां स्थापना दिवस कलेक्ट्रेट सभागार में मनाया गया। जिसमें प्रशासनिक अधिकारियों, पत्रकारों ने अपने विचार व्यक्त किए। जिलाधिकारी गौरांग राठी ने आये हुए अफसरों पत्रकारों और समाजसेवियों को शपथग्रहण कराने के उपरांत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व में भदोही वाराणसी का हिस्सा रहा है। वर्ष 1994 भदोही जनपद की अलख से स्थापना हुई और भदोही लगातार प्रगति के पथ पर अग्रसर होता रहा है। आगे इसका विकास भी तरह होना चाहिए।भदोही के 30 वें स्थापना दिवस पर जिलाधिकारी द्वारा वृक्षारोपण किया गया। इस मौके पर डीएम ने कहा कि पर्यावरण को संतुलित करने के लिए वृक्षारोपण जरुरी है। डीएम ने कहा कि सभी लोगों को कम से कम एक-एक वृक्ष लगाने के लिए संकल्प लेना पड़ेगा।
Jul 01 2023, 13:08