*महादेव मन्दिरों में चार जुलाई से उमड़ेगी आस्था*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।देवाधिदेव महादेव को प्रिय सावन माह का आगाज चार जुलाई मंगलवार से हो रहा है। ऐसे में शिव भक्तों द्वारा तैयारियां तेज कर दी गई है। शहर स्थित मंदिर पर मंगलवार को साफ - सफाई का अभियान चलाया गया। पवित्र माह को लेकर लोगों में उत्साह देखा जा रहा है। इस साल भी कांवड़ यात्रा को लेकर युवाओं में उत्साह है। महादेव मंदिर,मर्यादपट्टी हरिमंदिर, अहमदगंज, गाजिया स्थित श्रीराम मंदिर, रेलवे क्रासिंग स्थित श्रीराम मंदिर में तैयारी है।

*सब्जियों के दाम में उछाल, टमाटर 180 के पार,एक सप्ताह में ही 50 से 60 प्रतिशत दाम में हो गई वृद्धि*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। बारिश शुरू होते ही सब्जियों के दाम आसमान छू रहे लगे। एक सप्ताह में पचास से आठ प्रतिशत दामों में उछाल आया है। इसमें खरीदारों को सोचना पड़ रहा है कि कितनीमात्रा में सब्जियां ली जाएं। एक सप्ताह पूर्व जहां सौ रुपए में क‌ई तरह की सब्जी खरीदी जा रही थी, उसमें अब एक किलो टमाटर भी नहीं मिल रहा है। इसमें दुकानदारों ने भी सामान की आवक कम कर दी है।एक सप्ताह पूर्व जो टमाटर 20 से तीस रुपए किलो था, वह शुक्रवार को 180 रुपए प्रति किलो बिका।

अदरक का भाव पूर्व की तरह स्थिर है पर अन्य सब्जियों के दामों में भारी वृद्धि हो गई है। जो ठेले वाले दाम बताकर सब्जी बेज रहे थे, वह अब किसी तरह ग्राहक का इंतजार कर रहे हैं। कुछ दिन पहले जो व्यक्ति मंडी में सब्जी लेने पहुंच रहा वह दाम सुनकर वाह रह जा रहा है। क्या भिंडी,क्या नेनुआ,मूली,पालक कोहड़ा तक की मांग बढ़ गई है। पांच रुपए किलो कोहड़ा 30 रुपए किलो हो गया है मूली 80 रुपए में बिक रही हैं। दुकानदार अशोक मौर्य, लल्लन मौर्य का कहना है कि बारिश की वजह से सब्जी का उत्पादन कम हुआ है। इससे आवक कम हो गई है।

वहीं महंगाई के कारण ग्राहक भी सब्जियां कम ले रहे हैं। वह किलो का भाव जरुर पूछ रहे लेकिन एक पाव सब्जी लेकर रह जा रहे हैं। इससे जो सब्जी ली जा रही,सोच समझ कर ली रही है। ज्यादा सब्जी लेने से उसके सड़ने का खतरा है। इससे नुकसान होगा। उधर ग्राहकों का कहना हैं कि एक सप्ताह में जबरदस्त महंगाई बढ़ी है। सब्जी का दाम पूछने पर हिम्मत नहीं हो रही कि उसे खरीदा जाए। जिन घरों में दोनों समय सब्जी बन रही थी वह अब एक समय हो गई है।

*देश के अलग-अलग हिस्सों का मानसून अनुमान*


नितेश श्रीवास्तव

अगले दो के दौरान उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा में कहीं से मध्यम और कहीं - कहीं भारी बारिश होने की संभावना है।

मध्य भारत

अगले दो दिनों के दौरान मध्य प्रदेश में गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। पूर्व मध्य प्रदेश में बहुत भारी बारिश का अनुमान लगाया गया है।

पश्चिमी भारत

अगले चार दिनों के दौरान कोंकण और गोवा, गुजरात, और मध्य महाराष्ट्र के क‌ई क्षेत्रों में भारी बारिश से बहुत भारी होने की संभावना है।

पूर्व - पूर्वोत्तर भारत

अगले चार दिनों के दौरान उपहिमालयी पश्चिमी बंगाल और सिक्किम, असम, और मेघालय, अरुणाचल प्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। बिहार में भी अगले कुछ दिनों में भारी बारिश हो सकती है।

दक्षिण भारत

अगले चार दिनों के दौरान केरल, तटीय और दक्षिण आंतरिक कनार्टक में हल्की से मध्यम छिटपुट से लेकर काफी व्यापक बारिश होने की संभावना है। तटीय कनार्टक में अगले चार दिन, दक्षिण आतंरिक कनार्टक में दो जुलाई और केरल में दो जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है।

*भदोही का स्थापना दिवस आज, 30 जून 1994 को वाराणसी से कटकर अलग जिला बना था,शुद्ध पेयजल, यातायात के लिए तरस रही बड़ी आबादी*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। वर्ष 30 जून 1994 को वाराणसी से कटकर भदोही अलग जिला बना था। तीन दशक के बाद भी जिले में मूलभूत सुविधाओं का विकास नहीं हो सका है। 150 करोड़ की परियोजनाएं अधर में लटती है। वहीं 20 करोड़ की स्वास्थ्य परियोजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। शुद्ध पेयजल, यातायात जैसी सुविधाओं के लिए बड़ी आबादी तरस रही है। कोई औद्योगिक विकास नहीं हुआ, जिससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा हो सकें।

तकनीकी शिक्षा के लिए युवाओं को प्रयागराज, कानपुर और वाराणसी जैसे जिलों में जाना पड़ता है। जिले का दर्जा मिलने के बाद भदोही के समुचित विकास की उम्मीद जगी थी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। विकास भवन, कलेक्ट्रेट, दीवाना कचहरी की इमारतें जनपद को मिली तो कारागार स्टेडियम और पुलिस लाइन का भी निर्माण हुआ। इमारतें जितनी सुंदर बनी हैं, बुनियादी सुविधाएं उतनी ही बदरंग है। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए पहले भी वाराणसी और प्रयागराज पर जिले के लोग और आज भी है। बिजली का संकट बरकरार है। शुद्ध पेयजल के लिए आज भी लोग तरस रहे हैं।

मोढ़, सुरियावां, सुभाषनगर, महाराजगंज,चौरी समेत क‌ई रुटों पर निजी वाहनों का सहारा है। सबसे अधिक नुकसान औद्योगिक क्षेत्र में हुआ। 25 वर्षों में पूर्वांचल की शान कहीं जाने वाली औराई चीनी मिल इंदिरा मिल बंद हो गई तो क‌ई छोटी-छोटी कालीन कंपनियों भी बंद हो गई है। विशेष आर्थिक क्षेत्र सेज की परिकल्पना शुरू होने के साथ ही दम तोड़ गई। स्वास्थ्य सुविधाओं के हिसाब से सौ शैय्या का जिला अस्पताल 14 साल बाद भी पूरा नहीं हो सका। अभोली में सीएचसी का प्रोजेक्ट भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। ट्रामा सेंटर से लेकर क‌ई अन्य सुविधाएं लंबित है। तकनीकी शिक्षा के नाम पर एक राजकीय पालीटेक्निक और आईटीआई है। इससे इंटरमीडिएट के बाद होनहारों को दूसरे शहरों का रुख करना पड़ता है।

*बारिश में बढ़ा विषधर का खतरा, रहें सतर्क*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मानसूनी बारिश संग ग्रामीण अंचलों में विषधर का खतरा बढ़ जाता है। पुराने घरों में रखे उपली, झाड़ियां,व खंडहर से निकलें विषधर इंसानों को डस सकते हैं। बारिश के पूर्व ही सांप काटने का क्रम शुरू हो गया है। महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉ प्रदीप की माने तो विषक्त जुंत काटने का केस जरुर बढ़ रहा है। विषाक्त जुंत व कीट आबादी वाले इलाके में पाए जाते हैं। लेकिन शहर के सापेक्ष ग्रामीण अंचलों में इनकी संख्या अत्यधिक होता है।

बारिश का पानी जमीन में जाते ही बिल से विषधर बाहर निकल रहे हैं। बस्ती में सांप दिखते ही हड़कंप मच जाता है। कच्चे घरों में दुबके सांप लोगों को डंस लेते हैं। बारिश में अपनी जान बचाने की नियत से सुरक्षित तलाशने लगते हैं। यह जगह आपका घर, गलियारा,खंडकर, लकड़ी का ढेर,भूसा समेत अन्य स्थान होता है। क्योंकि शांप पहले हमला नहीं करता बल्कि दबने पर काटता है। सांप विशेषज्ञों की मानें तो सांप कभी इंसान की तरफ नहीं आता। वह तभी काटता है जब वह हाथ - पैर से दबता है। घर में घुसे सांप को क‌ई तरीके से बाहर निकाला जा सकता है।

*10 दिनों में जले 90 ट्रांसफार्मर*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। गर्मी के दिनों में बिजली की अधिक खपत होते ही बिजली की मांग बढ़ने से पूरे जिले में लो वोल्टेज, ट्रिपिंग, कटौती और ट्रांसफार्मर जलने की समस्याएं हो रही है। नगर पालिका भदोही, नगर पंचायत खमरिया, घोसिया, सुरियावां, में सहित जिले के ग्रामीण इलाकों में ट्रांसफार्मर जलने की समस्याएं लगातार बढ़ रही है। बिजली विभाग के अनुसार बीते 10 दिनों में जिले में 90 से अधिक ट्रांसफार्मर जलने के मामले आए हैं। लेकिन तत्काल ट्रांसफार्मरों को बदलने का कार्य भी किया जा रहा है।

*यूपी बोर्ड की अब 22 जुलाई को होगी इंम्प्रूवमेंट - कंपार्टमेंट परीक्षा*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। यूपी बोर्ड की इंम्प्रूवमेंट - कंपार्टमेंट परीक्षा अब 22 जुलाई को होगी। पहले यह परीक्षा 15 जुलाई को होनी थी, लेकिन अन्य परीक्षाओं के होने के कारण जिला विद्यालय निरीक्षकों ने बोर्ड से परीक्षा तिथि बदलने का अनुरोध किया था।

इंम्प्रूवमेंट - कंपार्टमेंट के लिए हाईस्कूल में 18400 और इंटरमीडिएट 26269 यानी कुल छात्र- छात्राओं ने आवेदन किया है। परीक्षा को लेकर बोर्ड सचिव की तरफ से जारी निर्देश भी सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को विशेष सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। इसके साथ ही परीक्षा केंद्र में किसी भी बाहरी व्यक्ति के प्रवेश को पूरी तरह वर्जित किया गया है।

*कूड़े का अंबार लगने से रोगों का खतरा*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। शहर के पिपरी पुलिस के पास कूड़े करकट का अंबार होने से गंदगी व्याप्त है। नगर पालिका के सफाईकर्मियों की ओर से कूड़े का निस्तारण न करने से आसपास के लोगों का जीना दुश्वार हो गया है।

साथ ही संक्रामक रोग फैलने का खतरा बढ़ गया है। कूड़ो के ढेर और उससे उठ रही दुर्गंध से बस्ती वाले परेशान हो गए हैं। बस्ती वालों ने इस समस्या का निदान के लिए पालिका एवं जिला प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया है। बस्ती वालों ने बताया कि उक्त स्थान के पास सफाईकर्मी शहर का कूड़ा उठाकर फेक देते हैं। प्रतिदिन मोहल्लों में निकलने वाला कूड़ा फेंकने का अंबार लगा हुआ है।

*शांतिपूर्ण मौहाल में मनाएं पर्व: एसडीएम*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। आगामी कांवड़ यात्रा व बकरीद पर्व को कोतवाली परिसर ज्ञानपुर में एसडीएम आकाश कुमार व सीओ प्रभात राय ने पीस कमेटी की बैठक ली‌। इसमें आपसी प्रेस- शौहार्द शांतिपूर्ण माहौल में त्यौहार मनाने का आह्वान किया।

चेताया कि त्यौहार में विघ्न डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई होना तय है। इस दौरान चेयरमैन ने कहा कि श्रावण मास में कांवड़ यात्रा शुरू होगी। कांवड़ यात्रा व बकरीद पर्व को लोग आपसी भाईचारा संग मनाएं। सीओ ने कहा कि दुकानों व प्रतिष्ठानों में लगा सीसीटीवी कैमरा चौबीसों घंटा चालू रहना चाहिए।

कहीं भी कोई संदिग्ध व्यक्ति नजर आए तो तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दें। चेयरमैन घनश्यामदास गुप्ता ने त्यौहार के मद्देनजर बेहतर साफ - सफाई आपूर्ति का भरोसा दिया। इस मौके पर कोतवाल अश्विनी त्रिपाठी, रंजीत कुमार गुप्ता, मुकेश सेठ आदि लोग उपस्थित रहे।

*सहकारी समितियां खाली, डीएपी का संकट*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मानसूनी बारिश के साथ धान की रोपाई भी शुरू हो गई है। एक सप्ताह में इसमें तेजी आने आएगी, लेकिन समितियों में डीएपी उपलब्ध नहीं होने के कारण किसानों की परेशानी बढ़ गई है। एक हजार एमटी के सापेक्ष इस समय मात्र 99 एमटी डीएपी मौजूद है।

ऐसे में समय रहते खाद का प्रबंध नहीं किया गया तो आने वाले समय में मारामारी तय है। खरीफ और रबी के सीजन में डीएपी की मांग बढ़ जाती है। रबी के सापेक्ष खरीफ सीजन में एक चौथाई डीएपी लगती है, लेकिन उसकी भी भरपाई नहीं हो पा रही है। जिले में 52 सहकारी समितियां संचालित हैं, जिनमें से 39 समितियों में डीएपी नहीं है। इससे धान की रोपाई में जुटे किसानों को बाजार से महंगे दामों में डीएपी खरीदनी पड़ रही है।

अगर समय रहते सहकारिता विभाग डीएपी की आपूर्ति नहीं करता तो समितियों में मारामारी की नौबत आएगी। आंकड़ों पर गौर करें तो जिले में खरीफ के सीजन में एक हजार एमटी डीएपी की जरूरत है, लेकिन समितियों में सिर्फ 99 एमटी का स्टाक उपलब्ध है। भिदिउरा गांव के किसान छबीले पाठक, सुरेंद्र पाठक ने कहा कि किसानों को सुविधाएं देने का दावा तो किया जाता है, लेकिन जरूरत पड़ने न तो डीएपी मिलती है और न जरूरी दवाएं।

एआर सहकारिता राघवेंद्र शुक्ला ने बताया कि 600 एमटी डीएपी की मांग की गई है। एक सप्ताह से 10 दिन में आपूर्ति हो जाएगी। उन्होंने बताया कि डीएपी आते ही समितियों पर भेज दी जाएगी।