राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में हुई झमाझम बारिश ने प्रचंड गरमी से दी राहत, आज राज्य के इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी

डेस्क : बीते कई दिनों से प्रचंड गर्मी की मार झेल रहे राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में बीते गुरुवार की देर रात झमाझम बारिश ने बड़ी राहत दी। पटना में गुरुवार को इस मानसून में पहली बार झमाझम बारिश हुई। 

लगभग एक से डेढ़ घंटे तक बरसे बादलों ने उमस और गर्मी से भारी राहत दी है। पटना में 26.3 मिमी वर्षा हुई जबकि गया, भागलपुर, पूर्णिया, मुजफ्फरपुर समेत अन्य जिलों में भी अच्छी वर्षा दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार पांच जुलाई तक पटना में कभी तेज तो कभी मध्यम बारिश की स्थिति बनी रहेगी। शुक्रवार को भी आंशिक बारिश के आसार हैं।

बारिश के कारण गुरुवार को पटना के अधिकतम तापमान में तीन डिग्री की गिरावट आई है। गुरुवार को पटना का तापमान 29.4 डिग्री रहा। गया के अधिकतम तापमान में 3.9 डिग्री, औरंगाबाद 3.1 डिग्री, डेहरी 1.6 डिग्री, नवादा 0.8 डिग्री, बांका 2.1 डिग्री, जमुई 0.1 डिग्री, भागलपुर 0.8 डिग्री, बेगूसराय 3.2 डिग्री, दरभंगा 5.8, मुजफ्फरपुर 2.9 डिग्री, सुपौल 2.8 डिग्री, कटिहार 0.4 डिग्री, भागलपुर 0.8 डिग्री की गिरावट आयी है।

वहीं मौसम विभाग के अनुसार, अररिया के रानीगंज में सर्वाधिक 104.2 मिमी वर्षा दर्ज की गई। पटना सहित 26 शहरों के अधिकतम तापमान में गिरावट आयी है। पूर्व पश्चिम ट्रफ उत्तर पश्चिम राजस्थान व उत्तरी मध्यप्रदेश के आसपास बने होने के साथ एक निम्न दबाव का क्षेत्र झारखंड, गांगेय पश्चिम बंगाल, पूर्वी नगालैंड तक बना हुआ है। इनके प्रभाव से पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, कटिहार, मधेपुरा, भागलपुर, बांका, खगड़िया जिले में भारी वर्षा जबकि सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया में बहुत भारी वर्षा की चेतावनी है। अगले तीन दिनों तक पटना समेत प्रदेश के शेष जिलों में हल्की वर्षा व एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है।

गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का पलटवार, बीजेपी को बताया बड़का झूट्ठा पार्टी

डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज एकदिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे। जहां उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र मुंगेर लखीसराय में जनसभा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।

अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पैदाईश भ्रष्टाचार के विरोध से हुई थी। इंदिरा गांधी का विरोध कर नीतीश कुमार राजनीति में आए थे। लेकिन अब तो पीएम बनने के लिए कांग्रेस की चौखट पर बैठे हैं। शाह ने कहा कि नीतीश कुमार ने बिहार के लिए कुछ भी नहीं किया।

इधर गृह मंत्री के हमले पर जदयू की ओर से पलटवार किया गया है। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया के ट्वीटर अकाउंट के जरिए बीजेपी और गृह मंत्री अमित शाह पर करारा पलटवार किया है।

ललन सिंह ने बीजेपी को बड़का झूट्ठा पार्टी बताते हुए लंबे-चौड़े ट्वीट में लिखा है...बड़का झुट्ठा पार्टी (B.J.P) के बड़का झुट्ठा गृह मंत्री माननीय अमित शाह जी, लखीसराय में जुमलेबाज़ी करने से पहले आपको अपना ज्ञानवर्धन करना चाहिए था...! आपको चुनौती है- साबित कीजिए कि मुंगेर में इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज खुलवाने में केंद्र सरकार का एक रुपया भी लगा है ! मुंगेर इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज श्री नीतीश कुमार जी की सरकार की योजना का प्रतिफल है और इसमें सत् प्रतिशत राज्य सरकार का रुपया लगा है, इसमें केंद्र सरकार का एक रुपया भी नहीं लगा है। श्री नीतीश कुमार जी की सरकार की उपलब्धि भी श्री नरेंद्र मोदी जी के नाम करने का साहस कोई झुट्ठा व्यक्ति ही कर सकता है !

यदि साहस है तो बताइए कि "हर घर नल का जल योजना" में केंद्र सरकार का कितना रुपया लगा है ? इस योजना के लिए केंद्र सरकार के ऑफर को नीतीश सरकार ने ठुकरा दिया और एक ₹ भी केंद्र की सरकार से नहीं लिया। अपने धन से राज्य सरकार ने 2015 में सात निश्चय योजना के तहत इसे बिहार में करवाया। मुंगेर और बेगूसराय को जोड़ने वाला पुल श्री नरेंद्र मोदी सरकार की नहीं बल्कि श्रद्धेय अटल जी की सरकार की देन है।

पुलवामा में सीआरपाएफ़ के 40 जवानों की शहादत पर जम्मू-कश्मीर के तत्कालीन लेफ़्टिनेंट गवर्नर श्री सत्यपाल मल्लिक जी के खुलासे पर आप मौन क्यों हैं ? शायद आज आप अधिक तनाव में थे, इसलिए नीतीश सरकार की उपलब्धियों को भी अपने खाता में डाल रहे थे। ऐसा आप ही कर सकते हैं और यही देश के साथ भी कर रहे हैं। आखिर आप इतने घबराए हुए क्यों थे कि लगातार आपके मुंह से 'लखीसराय' की जगह 'मुंगेर' निकल रहा था...? माना कि आपको आगामी लोकसभा चुनाव में अपने हश्र का अंदाजा है, लेकिन इतना घबराना देश के गृह मंत्री के स्वास्थ के लिए अच्छा नहीं है...!

लखीसराय में सीएम नीतीश पर जमकर बरसे केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कहा-जिनका विरोध कर राजनीति में कदम रखा उसी के चौखट पर आज बैठे है

डेस्क : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज एकदिवसीय दौरे पर बिहार पहुंचे। जहां उन्होंने जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के संसदीय क्षेत्र मुंगेर लखीसराय में जनसभा में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा।

अमित शाह ने कहा कि नीतीश कुमार की राजनीतिक पैदाईश भ्रष्टाचार के विरोध से हुई थी। इंदिरा गांधी का विरोध कर नीतीश कुमार राजनीति में आए थे। लेकिन अब तो पीएम बनने के लिए कांग्रेस की चौखट पर बैठे हैं।

गृह मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार लालू यादव को मूर्ख बना रहे हैं। इन्हें यहीं रहना है। पटना में विपक्षी दलों की महाबैठक पर तंज कसते हुए अमित शाह ने कहा कि अभी बहुत बड़ा फोटो देखा। फोटो देखकर आश्चर्य हुआ। कहा गया कि 20 से ज्यादा पार्टियां इकट्ठा हुई। वह बात तो सही है ।आपने 20 से अधिक पार्टी इकट्ठा कर ली। लेकिन यह 20 पार्टियां हैं कौन।।। यह वही है जो 2004-14 में जिन्होंने 20 लाख करोड़ का घपला-घोटाला और भ्रष्टाचार किया।

उन्होंने कहा कि यह बिहार की भूमि है, जयप्रकाश की भूमि है जहां से भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन की शुरुआत हुई थी। नीतीश बाबू आपको शर्म आनी चाहिए। 20 लाख करोड़ के भ्रष्टाचार करने वाले कांग्रेस, लालू प्रसाद यादव, अरविंद केजरीवाल के साथ बैठकर सत्ता हथियाने का प्रयास कर रहे हैं। आप जरा बताओ जो आदमी सत्ता के लिए सारे सिद्धांत को छोड़ दे उस पर भरोसा कर सकते हैं क्या। अरे नीतीश बाबू आपकी राजनीतिक पैदाइश भ्रष्टाचार का विरोध कर,इंदिरा-लालू का विरोध कर हुई। आप की शुरुआती इंदिरा गांधी के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाकर हुई और आप किस मुंह से कांग्रेश और लालू प्रसाद के साथ बैठ गए?

अमित शाह ने सीएम नीतीश कुमार पर प्रहार करते हुए कहा कि आप किस मुंह से लखीसराय की जनता के सामने आएंगे? वहीं कांग्रेस और राहुल गांधी का मजाक उड़ाते हुए कहा कि यह अजीब प्रकार की पार्टी है। हम जिस पार्टी से आते हैं वहां नेता को लॉन्च नहीं किया जाता है। जनता लॉन्च करती है। कांग्रेस पार्टी 20 सालों से राहुल गांधी की लॉन्चिंग कर रही है। लेकिन हर बार असफळ हो जा रही। इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने पटना में राहुल गांधी की लॉन्चिंग का विफल प्रयास किया। बिहार की जनता कभी भ्रष्टाचारियों के साथ नहीं रहेगी। 2024 में बिहार की जनता को तय करना है कि 20 बार फेल लॉन्चिंग करने वाले राहुल बाबा चाहिए या नरेंद्र मोदी चाहिए।

शिक्षा विभाग में फाइलों के निष्पादन में अब पदाधिकारियों की नहीं चलेगी बहानेबाजी, पूर्ण रूप से ई-ऑफिस प्रणाली होगी लागू

डेस्क :शिक्षा विभाग में फाइलों के निष्पादन में अब पदाधिकारियों की बहानेबाजी नहीं चलेगी। बेवजह फाइल को अपने पास कोई रखेगा तो उन्हें इसका जवाब देना पड़ेगा। विभाग में इसे लेकर पूर्ण रूप से ई-ऑफिस प्रणाली लागू होगी। हर कागजातों की स्कैनिंग और पदाधिकारियों-कर्मियों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। ई-ऑफिस प्रणाली लागू होने से फाइलों का निपटारा जल्द हो सकेगा।

विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि अगस्त तक ई-ऑफिस प्रणाली लागू करा दें। इसके लिए हर आवश्यक कार्य जल्द-से-जल्द कराएं। फाइलों के हर पन्ने की स्कैनिंग हो रही है। हर एक पत्र की स्कैनिंग होने के बाद उसका डिजिटाइजेशन किया जाएगा। इसके बाद पदाधिकारी ई-मेल के जरिये ही दूसरे के पास फाइल भेज सकेंगे। 

कागज की जरूरत कम-से-कम रह जाएगी। कौन सी फाइल किस पदाधिकारी के पास कब गई और कितनी देर में उन्होंने इसका निष्पादन किया, इसकी जानकारी एक क्लिक पर ही मिल जाएगी। इस काम में दिक्कत नहीं हो, इसको लेकर उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विपार्ड में भेजकर भी कुछ पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।

गौरतलब है कि कोई फाइल किस अधिकारी के पास कितने समय तक रहेगी, इसे लेकर नियम बना हुआ है। लेकिन, कई बार कर्मी इसको नजरअंदाज कर देते हैं।

पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा आज बकरीद का त्योहार, राजधानी पटना में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

डेस्क : बिहार समेत देशभर में आज गुरुवार को ईद उल-अजहा या यानि बकरीद मनाया जा रहा है। बकरीद पर पटना जिले में सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। 413 जगहों को संवेदनशील मानते हुए वहां पर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। इसके अलावा लगभग डेढ़ हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। बुधवार को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी राजीव मिश्रा ने मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।

डीएम ने बताया कि संवेदनशील स्थानों पर अत्यधिक सतर्कता बरती जाएगी। पटना सदर अनुमंडल में 78, पटना सिटी अनुमंडल में 133, दानापुर अनुमंडल में 61, बाढ़ अनुमंडल में 57, मसौढ़ी अनुमंडल में 36 और पालीगंज अनुमंडल में 48 स्थानों पर दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। डीएम ने कहा है कि सभी दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्ति स्थल पर ससमय पहुंचकर कार्यक्रम के शांतिपूर्ण ढंग से समाप्ति तक मुस्तैद रहेंगे। 

उन्होंने कहा है कि सोशल मीडिया से संदेहास्पद सूचनाओं के आदान-प्रदान पर विशेष ध्यान रखा जाएगा। भादंवि की धारा 153 एवं 305 के अंतर्गत साम्प्रदायिकता फैलाने वाले तत्वों के विरुद्ध दंड देने का समुचित प्रावधान है। ये धाराएं अब संज्ञेय और गैर जमानती हैं।

वहीं, बकरीद को लेकर बकरे, सेवाइयां, नान रोटी, कपड़े, जुते और सिंगार की दुकानों पर बीते बुधवार को काफी भीड़ रही। लोगों की खरीदारी के कारण देर रात तक बाजार गुलजार रहे। लोग पूरी रात कुर्बानी के लिए बकरे की खरीदारी की।

आज एकदिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे है गृह मंत्री अमित शाह, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के लोकसभा क्षेत्र में भरेंगे हुंकार

डेस्क : केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज गुरुवार को एक दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत वे जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के लोकसभा क्षेत्र में हुंकार भरेंगे। 

अमित शाह मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के लखीसराय स्थित गांधी मैदान में आयोजित रैली सह जनसभा को संबोधित करेंगे। बता दें गृह मंत्री का यह कार्यक्रम लोकसभावार सम्मेलन के तहत हो रहा है। इसके पहले वे पूर्णिया और नवादा में रैली को संबोधित कर चुके हैं।

बिहार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने बताया कि गृह मंत्री दिन के लगभग एक बजे विशेष विमान से नई दिल्ली से पटना एयरपोर्ट पहुंचेंगे। पटना एयरपोर्ट पर पार्टी के प्रमुख नेता उनका स्वागत करेंगे। शिष्टाचार मुलाकात के बाद गृह मंत्री हेलिकॉप्टर से लखीसराय के लिए रवाना हो जाएंगे। दो बजे लखीसराय के अशोक धाम पहुंचेंगे। वहां मंदिर में पूजा-पाठ करेंगे। इसके बाद वे सभास्थल के लिए रवाना हो जाएंगे। ढाई बजे से उनका संबोधन हो सकता है। 

रैली के बाद गृह मंत्री मुंगेर लोकसभा की कोर कमेटी की बैठक करेंगे। बैठक के बाद गृह मंत्री पटना वापस लौटेंगे। पटना से वे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे।

धनबाद मंडल के हेन्देगीर और कोले स्टेशनों के मध्य ट्रैफिक ब्लॉक के कारण ट्रेनों का परिचालन प्रभावित, जानिए पूरा डिटेल

हाजीपुर : आधारभूत संरचना के उन्नयन कार्य के मद्देनजर धनबाद मंडल के हेन्देगीर और कोले स्टेशनों के मध्य पुल सं. 75 के बॉक्स सेगमेंट के लांचिंग हेतु दिनांक 30.06.23 को 10.00 बजे से 16.15 बजे तक ट्रैफिक ब्लॉक लिया जायेगा। 

इस कारण ट्रेनों का परिचालन निम्नानुसार प्रभावित होगा - 

1. दिनांक 29.06.23 को खुलने वाली गाड़ी सं. 11447 जबलपुर-हावड़ा शक्तिपुंज एक्सप्रेस जबलपुर से 240 मिनट पुनर्निधारित समय से खुलेगी या पश्चिम मध्य रेलवे एवं पूर्व मध्य रेल के सिस्टम में 240 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी । 

2. दिनांक 30.06.2023 को चोपन से खुलने वाली गाड़ी सं. 18614 चोपन-रांची एक्सप्रेस चोपन से 120 मिनट पुनर्निधारित समय से खुलेगी । 

3. दिनांक 30.06.2023 को चोपन से खुलने वाली गाड़ी सं. 03344 चोपन-गोमो स्पेशल पूर्व मध्य रेल सिस्टम में 30 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

हाजीपुर से संतोष तिवारी

बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति में डोमिसाइल अनिवार्यता खत्म, सरकार की इस फैसले के विरोध में कई शिक्षक संघों ने आंदोलन की चेतावनी दी

डेस्क : बिहार में शिक्षकों की नियुक्ति में प्रदेश के स्थायी निवासी होने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। इसके लिए शिक्षक नियुक्ति नियमावली में बदलाव किया गया है। अब किसी भी राज्य के योग्य अभ्यर्थी बिहार में शिक्षक के लिए आवेदन कर सकेंगे। मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इस प्रस्ताव पर सहमति दी गई।

बिहार विद्यालय अध्यापक (नियुक्ति, स्थानांतरण व सेवा शर्त) (संशोधन) नियमावली 2023 के तहत बिहार के स्थायी निवासी होने की अनिवार्यता समाप्त करने को लेकर शिक्षा विभाग ने भी इसकी अधिसूचना भी जारी कर दी। 

इधर सरकार के इस फैसले का विरोध करते हुए कई संघों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष दीपांकर गौरव ने कहा कि इससे बिहार के युवाओं को काफी नुकसान होगा।

संघ के ही नितेश पांडे ने चेतावनी दी कि यदि दो दिनों के अंदर सरकार नीति को हटाने के फैसले वापस नहीं लेती तो पूरे राज्य में शिक्षक अभ्यर्थियों द्वारा चक्का जाम किया जाएगा। मीकू पाल तथा अनीश सिंह ने कहा कि डोमिसाइल नीति हटाना गलत फैसला है। 

आइसा के राज्य अध्यक्ष विकास यादव व सचिव साबिर ने संयुक्त रूप से कहा कि शिक्षक नियुक्ति में डोमिसाइल को हटाना दुर्भाग्यपूर्ण है। देश के 14 राज्यों में शिक्षक बहाली में स्थानीयता लागू है पर बिहार में इसे समाप्त कर दिया गया। लंबे समय से अभ्यर्थियों की मांग के बाद नियमावली में इसे शामिल किया गया था। अब बिना किसी स्पष्टीकरण के इसे हटाना न्यायोचित नहीं है। बिहार के युवा अगर अन्य प्रदेशों में शिक्षक नहीं बन सकते तो यहां भी डोमिसाइल नीति होनी चाहिए।

वहीं छात्र नेता सौरव कुमार सिंह ने आरोप लगाया कि बिहार राज्य शिक्षक भर्ती नियमावली- 2023 में जिस प्रकार से नियम में बदलाव किए जा रहे हैं उससे नियुक्ति प्रक्रिया भटक सकती है। सरकार ने पहले तो डोमिसाइल नीति लागू किया परंतु सोमवार को संशोधन कर बाहरी लोगों को मौका दे दिया गया। इसे वापस नहीं लिया गया तो बड़ा आंदोलन होगा।

राजधानी पटना में मौसम सुहावना होते ही बिजली की मांग में आई भारी कमी, बिजली आपूर्ति सिस्टम पर 20 फीसदी लोड हुआ कम

डेस्क : बीते कई दिनों से प्रचंड गर्मी की मार झेल रहे राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलेवासियों को मंगलवार को हुई हल्की बारिश से बड़ी राहत मिली है। मंगलवार को राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में हुई हल्की बारिश से मौसम सुहाना हो गया। 

इधर मौसम सुहाना होते ही बिजली की मांग में भारी कमी आई है। इससे शहर की बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुधर गई है। रविवार रात 12 बजे 721 मेगावाट तक मांग रही, जो मंगलवार को तो घटकर 569 मेगावाट पहुंच गई।

अचानक मांग कम होते ही बिजली आपूर्ति सिस्टम पर 20 फीसदी लोड कम हो गया है। इससे ट्रांसफार्मर से लेकर पीएसएस तक सामान्य लोड से कम पर चलने लगे। बिजली की मांग औसत 775 मेगावाट चली गई थी। इससे फ्यूजकॉल की संख्या चार हजार के करीब पहुंच गई थी। पटनावासियों को तीन महीने बाद राहत मिल पाई है।

मौसम विभाग का अलर्ट : बिहार के इन जिलों में भारी बारिश के साथ हो सकता है वज्रपात

पटना : बीते मंगलवार को राजधानी पटना समेत प्रदेश के कई जिलों में हुई हल्की बारिश से मौसम सुहाना हो गया। बुधवार को राज्य के मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जिले के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश और एक-दो स्थानों पर वज्रपात के साथ मेघ गर्जन की संभावना है। 

मौसम विभाग के अनुसार पटना में मंगलवार को 4.2 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। बावजूद सोमवार के मुकाबले मंगलवार को अधिकतम तापमान में 0.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की गई।

पटना का अधिकतम तापमान मंगलवार को 36.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। वहीं, अपराह्न सवा तीन बजे के आसपास हल्की बारिश होने से लोगों को गर्मी से थोड़ी राहत मिली। 

वहीं आज बुधवार को भी बादल छाये रह सकते हैं। एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश होगी। राज्य में अगले 48 घंटे के दौरान सतही हवा झोंके के साथ 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने की संभावना है। वहीं सामान्य तौर पर सतही हवा की गति 15 से 20 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने का पूर्वानुमान है। इससे मौसम की तल्खी काफी घटी है।

मौसम विभाग के अनुसार आज बुधवार को राज्य के मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जिले के एक-दो स्थानों पर भारी बारिश और एक-दो स्थानों पर वज्रपात के साथ मेघ गर्जन की संभावना है।