हिंसा प्रभावित मणिपुर जा रहे हैं राहुल गांधी, राहत शिविरों का करेंगे दौरा, दो दिनों तक विस्थापितों से मुलाकात कर जानेंगे उनकी परेशानी
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मणिपुर में जारी हिंसा के दौर को दो महीने पूरे होने को हैं। हालांकि, राज्य में हिंसक संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा है। इस मसले पर केंद्र सरकार सर्वदलीय बैठक भी कर चुकी है।प्रधानमंत्री मोदी तक गृहमंत्री अमित शाह से इस पर मंथन कर चुके हैं। अब कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा करने के लिए रवाना हो चुके हैं। राहुल गांधी दो दिनों तक यानी 29-30 जून को मणिपुर में रहेंगे।इस दौरान राहुल गांधी राहत शिविरों का दौरा करेंगे और पीड़ितों का हाल जानेंगे। मिली जानकारी के अनुसार उनके साथ पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपल भी हैं।
राहुल गांधी के मणिपुर दौरे को लेकर केसी वेणुगोपाल ने एक ट्वीट में कहा कि इंफाल पहुंचने के बाद कांग्रेस नेता चूड़ाचांदपुर जिले जाएंगे, जहां वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे। इसके बाद वह विष्णुपुर जिले में मोइरांग जाएंगे और विस्थापित लोगों से बातचीत करेंगे। उन्होंने बताया, राहुल गांधी शुक्रवार को इंफाल में राहत शिविरों का दौरा करेंगे और बाद में कुछ नागरिक संगठनों से भी बातचीत करेंगे। मणिपुर लगभग दो महीने से जल रहा है और उसे एक उपचारात्मक स्पर्श की सख्त जरूरत है ताकि समाज संघर्ष से शांति की ओर बढ़ सके। यह एक मानवीय त्रासदी है और यह हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम नफरत की नहीं बल्कि प्यार की ताकत बनें।
कांग्रेस कर रही मणिपुर के सीएम को बर्खास्त करने की मांग
तीन मई के बाद से जातीय हिंसा में घिरे पूर्वोत्तर राज्य में कांग्रेस नेता की यह पहली यात्रा है। कांग्रेस ने राज्य की वर्तमान स्थिति के लिए भाजपा और उसकी 'विभाजनकारी राजनीति' को जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा कांग्रेस ने मांग की है कि राज्य के मुख्यमंत्री को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। वहां शांति बहाली के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को भेजा जाए। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष मणिपुर हिंसा पर लगातार भाजपा सरकार को घेरते रहे हैं। इससे पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर सरकार और पीएम मोदी के रुख को निराशाजनक बताया था।
गृहमंत्री अमित शाह ने बुलाई थी सर्वदलीय बैठक
इससे पहले 24 जून को मणिपुर में हिंसा पर गृहमंत्री अमित शाह ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। गृह मंत्री ने दिल्ली में मणिपुर की स्थिति को लेकर 18 पार्टियों के साथ सर्वदलीय बैठक की थी। इस बैठक में सपा और आरजेडी ने मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग की थी, साथ ही मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने की भी मांग की थी। इस बैठक में गृह मंत्री शाह ने राज्य में शांति बहाल करने का आश्वासन दिया था। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मणिपुर का दौरा किया था और राहत कैंपों में जाकर पीड़ितों की बात सुनी थी।
राहत शिविरों में करीब 50,000 लोग रह रहे
बता दें कि मणिपुर में दो स्थानीय जातियों मैतेई और कुकी समुदाय के बीच हिंसक संघर्ष जारी है। मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में आदिवासी एकजुटता मार्च के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हो गईं थी।इस हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है।वहीं, संघर्ष शुरू होने के बाद से 300 से अधिक राहत शिविरों में करीब 50,000 लोग रह रहे हैं।
Jun 29 2023, 11:52