*एक सप्ताह से नथ‌ईपुर में बिजली नहीं*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।क्षेत्र के नथ‌ईपुर गांव में एक सप्ताह से बिजली गुल है। लोग अंधेरे में रहने को विवश हैं। मंगलवार को तपन और उसम से उनका सब्र दरक गया। ग्रामीणों ने तीन दिन में बिजली आपूर्ति बहाल न होने पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है। ग्रामीण रामसागर,राजू पांडेय, मुकेश कुमार पाण्डेय, अरुण कुमार पांडेय, राजेश कुमार पांडेय, प्रमोद पाण्डेय, सत्यम पांडेय, ने बताया कि नथ‌ईपुर गांव में एक सप्ताह से अंधेरे में है।

बताया कि पिछले दिनों तेज आंधी के कारण जर्जर तार खंभे टूटकर गिर गए थे। तब से गांव में बिजली आपूर्ति बाधित है‌। जानकारी होने के बावजूद जिम्मेदारों ने तार दुरुस्त नहीं कराया। बिजली गुल होने से ग्रामीण बूंद बूंद पानी के लिए तरस जा रहे हैं। किसान सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं कहा कि शासन ने 48 घंटे के भीतर तकनीकी दिक्कत दूर कर आपूर्ति बहाल करने के आदेश दिया है। इसके बावजूद जिम्मेदार उदासीनता बरत रहे हैं।

*एस पी सिंह बघेल बोले सपा बसपा के समय था भ्रष्टाचार*

नितेश श्रीवास्तव 

भदोही।भारतीय जनता पार्टी की तरफ से लोकसभा सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल पहुंचे। जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित कर मोदी सरकार की 9 वर्षों की उपलब्धियों को गिनाया।

 इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारी आध्यात्मिक विरासत को लोगों तक पहुंचाने का काम गीता प्रेस के द्वारा किया जा रहा है। सपा बसपा की सरकार में भ्रष्टाचार था, लेकिन अब सरकार भ्रष्टाचार मुक्त है।लोकसभा सम्मेलन में भदोही के प्रभारी मंत्री दानिश आजाद अंसारी, सांसद के अलावा अन्य विधायक मौजूद रहे। इस मौके पर मोदी सरकार की 9 वर्षों में जो उपलब्धियां हैं उनको लोगों तक पहुंचाया गया है।

 केंद्रीय मंत्री एस पी सिंह बघेल ने इस मौके पर भारत सरकार की ओर से गांधी शांति पुरस्कार की घोषणा गीता प्रेस को मिलने पर कहा कि गीता प्रेस गोरखपुर दुनिया की अकेली प्रेस है जो उत्तम प्रकार का साहित्य उपलब्ध कराता है। आज बहुत तेजी के साथ पश्चिमी सभ्यता हावी हो रही है। ऐसे में गीता प्रेस का जो कार्य है वह बहुत ही अच्छा है ।इस मौके पर उन्होंने अखिलेश यादव की तरफ से सेंसर बोर्ड पर उठाए गए सवाल पर कहा कि कश्मीरी फाइल्स पर भी इस तरह के बयान दिए गए थे तुष्टिकरण की राजनीति करने वाले लोग अपने वोट बैंक के प्रति बहुत सजग रहते हैं । 

साहित्य समाज का दर्पण होता है जिसे पसंद नहीं वह ना देखें। उन्होंने कहा कि सपा बसपा के शमत भ्रष्टाचार था लेकिन अब योगी सरकार में उत्तर प्रदेश लगातार तरक्की कर रहा है।

*गर्मी में पानी न मिलने के कारण राजकीय पौधशाला में सूख रहे हैं पौधे*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।राजकीय पौधशाला में इन दिनों बिन पानी दर्जनों पौधे सूख रहें हैं। सिंचाई का उत्तम व्यवस्था के बावजूद पौधे सूख रहे हैं। तीखी धूप व गर्मी में नियमित पानी न देने से पौधे झूलस जा रहे हैं। जिला उद्यान विभाग द्वारा राजकीय पौधशाला बनाया गया है। इसमें हजारों पौधों को तैयार किया जा रहा है। देखभाल करने व सिंचाई के लिए कर्मियों की तैनाती की गई है। बावजूद इसके बिन पानी दर्जनों पौधे सूख रहे हैं।

तीखी धूप से दोपहर में पौधे मुरझा जा रहे हैं। कहने को तो पौधशाला में सिंचाई के लिए पंपिगसेट तक लगा दी गई लेकिन कर्मियों के मनमानी के चलते पौधें सूख रहे हैं। उधर, जिला उद्यान अधिकारी सुनील त्रिपाठी ने बताया कि पौधों की देखभाल का बेहतर इंतजाम किया गया है। यदी ऐसा हो रहा है तो तत्काल स्थलीय जांच कर पौधों को दोनों पहर सिंचाई की व्यवस्था होगी।

*गर्मी से निपटने के लिए अस्पतालों में किये जा रहे इंतजाम*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही।बलिया के जिला अस्पताल में सप्ताह भर के भीतर 100 से अधिक मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया है। जिले में लू से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने पहले ही पुख्ता इंतजाम किया है। मुख्य चिकित्साधिकारी ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर तैयारियों को परखने का निर्देश दिया है। हीट स्ट्रोक को लेकर जिले के 25 स्वास्थ्य केंद्रों पर 78 बेड संरक्षित किए गए हैं। इसके अलावा पर्याप्त मात्रा में संबंधित दवाइयों भी इंतजाम किया गया है।

भीषण गर्मी के बीच हीट स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ जाता है। बलिया के जिला चिकित्सालय में सप्ताह भर के भीतर 100 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि जिले में अब तक ऐसी कोई स्थिति नहीं है। इसके बाद भी जिले में भीषण गर्मी के असर को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की ओर से बचाव ने पुख्ता इंतजाम है। जिले के स्वास्थ्य केंद्रों पर बेड भी आरक्षित हैं। जिसमें महाराज चेतसिंह जिला चिकित्सालय में 10 बेड, महाराज बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय में 10 बेड के अलावा सुरियावां, गोपीगंज, दुर्गागंज, भदोही, औराई, डीघ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर चार - चार बेड और 17 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो-दो बेड आरक्षित किए गए हैं।

*धूप से खेत में झुलस रही सब्जी की फसल, किसान परेशान*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। तपती धूप से सब्जी की फसल खेत में झुलस जा रही है। सिंचाई के दो दिन बाद ही खेतों में दरार फटने लग जा रही है। मौसम की मार से सब्जियों का पौधा दोपहर में मुरझा जा रहा है। सब्जी की सिंचाई को लेकर किसानों की चिंता बढ़ने लगी है। चिलचिलाती धूप में किसान सब्जी फसल कैसे बचाएं यह समझ नहीं पा रहे हैं। खेत की गहरी भराई करने पर सब्जी फल सड़ जा रहा है।

हल्की सिंचाई से दो दिन में खेत सूख जा रहा है। ऐसे में कृषक बार - बार सब्जी फसल की सिंचाई करने पर विवश हो रहें। मौसम की मार से सब्जियों के दाम में भी थोड़ा उछाल आ रहा है। भिंडी, करैला, नेनुआ,कदू , लौकी की फसल ज्यादा प्रभावित हो रही है।

*रामपुर पीपा पुल सोमवार से हो जाएगा बंद*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। भदोही-मिर्जापुर को जोड़ने वाली प्रमुख रामपुर गंगा घाट के पीपा पुल से सोमवार से आवागमन बंद हो जाएगा। गंगा में उठ रही लहरों के कारण पीपा पुल ने यूटर्न ले लिया है। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से यह फैसला लिया गया। लोक निर्माण विभाग ने एक सप्ताह पहले ही चार पहिया वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित किया था। अब पीपा पुल को जोड़ने वाली चकरप्लेट को भी हटा दिया गया है। इसके बाद भी कुछ चार पहिया वाहन उस ओर से जा रहे हैं। इससे पैदल राहगीरों के साथ ही बाइक व साइकिल सवारों के लिए मुश्किल हो रही है।जिले में तीन प्रमुख गंगा घाट रामपुर, डेंगूरपुर-धनतुलसी पर लोक निर्माण प्रखंड भदोही तो सीतामढ़ी-मिश्रपुर में मिर्जापुर प्रखंड पीपा पुलों का निर्माण कराता है।

निर्माण से लेकर गंगा दशहरा तक यह पुल चार जिले के लोगों के आवागमन का सुलभ साधन होता है। गंगा दशहरा के बाद से पुलों को तोड़ने का क्रम शुरु होता है। एक सप्ताह पहले जिला प्रशासन की ओर से रामपुर घाट पीपा पुल से चार पहिया वाहनों के आवागमन को प्रतिबंधित कर दिया था। वहीं मिर्जापुर लोक निर्माण प्रखंड ने सीतामढ़ी-मिश्रपुर पीपा पुल को भी एक सप्ताह पहले से ही तोड़ना आरंभ कर दिया है। ऐसे में उस पुल पर पहले से ही आवागमन बंद है।

अब सोमवार से रामपुर पीपा पुल से भी आवागमन पूरी तरह बंद हो जाएगा। हालांकि डेंगुरपुर-धनतुलसी पीपा पुल को ऐतिहासिक लव-कुश मेला को देखते हुए 25 जून के बाद तोड़ने की योजना है। पुलों को टूटने के बाद से प्रखंड वार नि:शुल्क मोटर बोट, स्टीमर के संचालन की व्यवस्था होती है। जिससे लोगों को गंगा आर-पार होने में परेशानी न हो सके। अवर अभियंता लोक निर्माण विभाग अंशू मिश्रा ने बताया कि गंगा में उठ रही तेज लहर के कारण रामपुर घाट का पीपा पुल यूटर्न लिया है। इसी बीच बारिश शुरु होने पर किसी अनहोनी को देखते हुए सोमवार से पूरी तरह आवागमन पर रोक लगाने का आदेश दिया गया है।

*5.10 करोड़ से 123 स्कूलों में बच्चों को मिलेगी बेंच*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।जिले के 123 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों को तीन सीटर बेंच की सुविधा मिलेगी। इसके लिए शासन से पांच करोड़ 10 लाख 68 हजार स्वीकृत हुआ है। बजट मिलने बेसिक शिक्षा विभाग स्कूल खुलने पर बेंच आपूर्ति की तैयरी में जुट गया है।जिले में 892 प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित है। इसमें एक लाख 90 हजार बच्चे पंजीकृत हैं। आपरेशन कायाकल्प सहित अन्य योजनाओं से विद्यालयों को चमकाया जा रहा है, लेकिन बड़ी संख्या में ऐसे विद्यालय हैं जहां बच्चों को जमीन पर ही बैठना पड़ता है।

पूर्व में विभाग की ओर से भेजे गए प्रस्ताव पर शासन ने 123 विद्यालयों के लिए तीन सीटर बेंच की सौगात दी है। परियोजना कार्यालय से 6008 तीन सीटर बेंच खरीदने के लिए पांच करोड़ 10 लाख 68 हजार स्वीकृत किया है। एक बेंच पर 8500 रुपये खर्च होंगे। विभागीय आंकड़ों पर गौर करें तो 74 स्कूलों में बेंच से लग गये हैं, जबकि 511 विद्यालयों में आंशिक रूप से बेंच लगे हैँ। 301 विद्यालय में अभी तक बेंच आदि की सुविधा नहीं है। 123 स्कूलों में बेंच लगने से पौने दो सौ विद्यालय ही बचेंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि 123 स्कूलों में तीन सीटर बेंच खरीदने के लिए पांच करोड़ 10 लाख 68 हजार स्वीकृत हुआ है। जुलाई में ही इसे विद्यालय में भेजना है। इसके लिए शासनादेश के तहत जल्द ही निविदा आमंत्रित कर खरीद की प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी।

चिह्नित विद्यालयों में इसकी आपूर्ति होगी।अब बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में तैनात रसोइया यूूनीफार्म में नजर आएंगे। महिला रसोइयों को साड़ी में और पुरुष रसोइयों को पेंट शर्ट पहनकर विद्यालय आना होगा। इसके लिए शासन ने रंग का भी निर्धारण कर दिया है। करीब तीन महीने पूर्व साड़ी और पैंट-शर्ट के लिए शासन ने पैसा भेजा था, लेकिन तीन महीने बाद रंग को तय किया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि महिला रसोइयां भूरे रंग की साड़ी पहनकर जबकि पुरुष रसोइयां भूरे रंग की पैंट और बादामी रंग की शर्ट पहनकर विद्यालय आएंगे। उन्होंने बताया कि विद्यालय खुलने पर यह व्यवस्था प्रभावी होगी। इसके लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजा जा चुका है। बताया कि 892 स्कूलों में करीब तीन हजार रसोइयां कार्यरत हैं।

*एक कुंतल 30 किलो गांजा के साथ 8 तस्कर गिरफ्तार*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही में पुलिस ने गांजा तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 1 कुंतल 30 किलो गांजे के साथ आठ गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है । दो अलग-अलग कार में गांजा रखकर तस्करी किया जा रहा था पुलिस ने बताया कि जो 8 लोग गिरफ्तार किए गए हैं वह दो अलग-अलग गिरोह के तस्कर हैं। बिहार और उड़ीसा सीमा के जंगलों से गांजा की खेप लेकर यह गिरोह आसपास के जिलों में सप्लाई करते थे ।

ऊंज थाना इलाके के राष्ट्रीय राजमार्ग पर क्राइम ब्रांच और थाना पुलिस की संयुक्त टीम के द्वारा चेकिंग की जा रही थी इस दौरान जब दो अलग-अलग कारो को रोककर उनकी तलाशी ली गई तो दोनों कारों में एक कुंतल 30 किलो गांजा बरामद किया गया है। गिरफ्त में आए आठ गांजा तस्करों के पास से 10 मोबाइल भी बरामद हुए हैं बताया जाता है कि उड़ीसा व बिहार सीमा के जंगलों से सस्ते दाम पर गांजा खरीदकर यह आसपास के कई जिलों में गाजा की सप्लाई करते थे।

*बारिश न होने से धान की नर्सरी को नुकसान, किसान परेशान*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। मौसम की बेरुखी किसानों की चिंता बढ़ाने लगी है। बिन बारिश धान नर्सरी का विकास थम सा गया है। तीखी धूप से धान नर्सरी की खेत में दरार फटने लगा है। कुछ स्थानों पर नर्सरी पीला पड़ने लगा है।

झूलस रहे नर्सरी को कृषक कैसे बचाएं यह चिंता उन्हें सताए जा रही है। नलकूप पर निर्भर रहने वाले किसान तो किसी तरह धान नर्सरी की सिंचाई कर रहे ले रहे हैं। धान नर्सरी बचाने की विकट समस्या है।

*चार साल से धूल फांक रही दो आटोक्लेव मशीनें*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में रख दो आटोक्लेव मशीनें चार सालों से धूल फांक रही है। मशीन इंस्टाल न होने से आपरेशन उपकरणों की साफ-सफाई स्वास्थ्यकर्मी हाथों से ही करते हैं। जिला चिकित्सालय में चार सालों में दो आटोक्लेव मशीन आकर रखी है। इसमें एक मशीन को नामल आपेरशन थिएटर और दूसरी मशीन को आंख की आपरेशन थियेटर में रखे जाने की तैयार है। आटोक्लेव मशीन में आपरेशन के बाद उपकरणों को रिफ्रेश करने के लिए रखा जाता है। आपरेशन थिएटर और लेबर रुम का यह महत्वपूर्ण उपकरण है।

इंजीनियरिंग आटोक्लेव मशीनें इंस्टाल करने पहुंचा। इंजीनियरिंग के मशीन को इंस्टाल करने के लिए तीन फेस की बिजली चाहिए। इसके अलावा एमसीबी की भी सुविधा होनी चाहिए। जिला चिकित्सालय में जहां मशीन इंस्टाल किया जाना है। वह सिर्फ वायर से बिजली आपूर्ति की गई है। ऐसे में दोनो आपरेशन थियेटर में एमसीबी व तीन फेस की बिजली व्यवस्था होने के बाद ही मशीन को इंस्टाल किया जा सकेगा। मशीन इंस्टाल न होने से आपरेशन उपकरण की सफाई स्वास्थ्य कर्मी अपने हाथों से ही करते हैं। इससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का डर रहता है।

आटोक्लेव मशीनें का इंस्टालमेंट करने के लिए इंजीनियरिंग चिकित्सालय में आए थे। लेकिन बिजली की समस्या होने से इंस्टाल नहीं हो सका है। इसको इंस्टाल करने के लिए तीन फेस की बिजली चाहिए। एमसीबी और नया वायर भी होना जरूरी है। इसके बाद ही मशीन इंस्टाल हो सकेगा। दोनों आपरेशन थियेटर में जरूरी उपकरणों को लगाने के लिए लाइनमैन को निर्देशित कर दिया गया है।

सीएम‌एम डॉ राजेंद्र कुमार जिला चिकित्सालय