*निर्माण कार्य निर्धारित मानक एवं गुणवत्ता के साथ निर्धारित अवधि में कराना अनिवार्य, शिकायत मिलने पर दोषी कर्मियों के प्रति होगी सख्त कार्रवाईः


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनपदों में तैनात पुलिस कर्मियों के लिये आवासीय भवनों एवं अनावसीय भवनों यथा हास्टल, बैरक, विवेचना कक्ष एवं पुलिस चौकी परामर्श केन्द्र के भवन आदि के निर्माण की स्वीकृति प्रदान करते हुए 9 जनपदों मुरादाबाद, बरेली, आगरा, बाराबंकी, गौतमबुद्धनगर, मिर्जापुर, अयोध्या एटा एवं लखनऊ के लिये कुल 21 करोड़ 86 लाख रूपये से अधिक की धनराशि की स्वीकृति प्रदान कर दी है।

प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस आधुनिकीकरण के तहत जनपद मुरादाबाद के थाना ठाकुरद्वारा में महिला पुलिस चौकी परामर्श केन्द्र के भवन निर्माण कराये जाने के लिए 78 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गयी है।

उन्होंने बताया कि इसी प्रकार जनपद बरेली के थाना आंवला में 40 क्षमता के हास्टल/बैरक एवं विवेचना कक्ष के निर्माण के लिए 1 करोड़ 6 लाख रूपये से अधिक की धनराशि धनराशि की स्वीकृति प्रदान कर दी गयी है।

संजय प्रसाद ने बताया कि जनपद आगरा के थाना एत्मादपुर के अन्तर्गत स्वीकृत नवीन पुलिस चौकी हाइवे के आवासीय भवनों के निर्माण हेतु 1 करोड़ 71 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, जनपद बाराबंकी के थाना घुंघटेर में 40 क्षमता के हास्टल/बैरक एवं विवेचना कक्ष के निर्माण हेतु 1 करोड़ 7 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, जनपद गौतमबुद्धनगर के थाना जेवर में 40 क्षमता के हास्टल/बैरक एवं विवेचना कक्ष के निर्माण हेतु 1 करोड़ 8 लाख रूपये से अधिक की धनराशि की स्वीकृति प्रदान की गयी है।

प्रमुख सचिव गृह ने यह जानकारी भी दी कि पुलिस कर्मियों की सुविधा को वरीयता देते हुए मुख्यमंत्री ने जनपद मिर्जापुर पुलिस लाइन में निर्माणाधीन 200 व्यक्तियों की क्षमता वाली बैरक के निर्माण कार्य के लिए 1 करोड़ 65 लाख रूपये से अधिक, जनपद अयोध्या में स्पेशल टास्क फोर्स के कार्यालय भवन निर्माण के 4 करोड़ 74 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, जनपद एटा की पुलिस लाइन में श्रेणी-बी के 16 आवासों के निर्माण कार्य के लि 2 करोड़ 92 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, जनपद गौतमबुद्धनगर के सेक्टर-5 हरौला, नोएडा मे थाना फेज-1 के आवासीय भवन के निर्माण कार्य हेतु 1 करोड़ 37 लाख रूपये से अधिक की धनराशि, लखनऊ में 35वी वाहिनी पीएसी में 150 खिलाड़ियों की क्षमता का एक मल्टीस्टोरी स्पोर्टस हॉस्टल के निर्माण कार्य हेतु 4 करोड़ 38 लाख रूपये से अधिक एवं जनपद बरेली के थाना देवरनिया में 40 क्षमता के हास्टल/बैरक एवं विवेचना कक्ष के निर्माण के लिए 1 करोड़ 6 लाख रूपये से अधिक की धनराशि की स्वीकृति प्रदान की गयी है।

श्री प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार स्वीकृत भवनों का निर्माण कार्य निर्धारित मानक एवं पूर्ण गुणवत्ता के साथ कराने के निर्देश दिये है उन्होंने यह निर्देश भी दिये है कि निर्माण कार्य निर्धारित समयावधि के अन्दर पूर्ण कराया जाय ताकि यथाशीघ्र निर्माण कार्य पूूर्ण हो जाने के फलस्वरूप निर्मित भवनो का बेहतर उपयोग हो सके। उन्होंने कड़े निर्देश दिये है कि निर्माण कार्य में गुणवत्ता आदि की कमी पाये जाने पर संबंधित दोषी कर्मियों को बख्शा नही जायेगा।

*सभी जिला स्तरीय अधिकारीे नियमित रूप से बाल और महिला आश्रय गृहों का करें दौरा-श्रीमती बेबी रानी मौर्य*


लखनऊ। राज्य में बच्चों को हिंसा और दुर्व्यवहार से बचाने और महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से दो प्रमुख योजनाओं-मिशन वात्सल्य और मिशन शक्ति के प्रभावी रोलआउट पर तीन दिवसीय परामर्श-सह-कार्यशाला का आयोजन महिला कल्याण और बाल विकास विभाग द्वारा यूनिसेफ के साथ साझेदारी में 14 जून से 16 जून तक किया गया। जिसका शुभारम्भ प्रदेश के महिला कल्याण बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग मंत्री बेबी रानी मौर्य ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। कार्यशाला का उद्देश्य अधिकारियों को मिशन शक्ति और मिशन वात्सल्य के नए जारी दिशा-निर्देशों पर उन्मुख करना है एवं जनपद स्तर पर समन्वयन एवं अभिसरण व्यवस्था को सशक्त करना था।

कार्यशाला में जिला परिवीक्षा अधिकारियों और उप मुख्य परिवीक्षा अधिकारियों को बच्चों के खिलाफ हिंसा के लिए विभिन्न कार्यक्रमों और सामुदायिक जुड़ाव के साथ-साथ लैंगिक समानता को बढ़ावा देने हेतु अभिमुखीकरण भी किया गया। कार्यशाला की शुरुआत राज्य के संदर्भ में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध, जन्म के समय लिंग अनुपात, बाल विवाह और अपराध नियंत्रण उपायों जैसे महिलाओं और बच्चों से संबंधित मुद्दों की उपलब्धियों और गुड प्रैक्टिसेज पर एक लघु फिल्म के साथ हुई।

उद्घाटन सत्र में महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य ने बाल संरक्षण की दिशा में ईमानदारी से काम करने का सुझाव दिया। उन्होंने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को नियमित रूप से बाल और महिला आश्रय गृहों का दौरा करने का भी सुझाव दिया ताकि वे महिलाओं और बच्चों की विभिन्न जरूरतों के बारे में अधिक जागरूक और सजग रहें। साथ ही उन्होंने विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की प्रसंशा करते हुए बच्चों एवं महिलाओं की प्रति और अधिक लगन एवं कर्मठता के साथ काम करने का आव्हान किया।

महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने कार्यशाला के दौरान राज्य में बच्चों और महिलाओं के कल्याण और संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विभागों के साथ समन्वय और सहयोग को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने अभिसरण गतिविधियों को सुव्यवस्थित करने के साथ-साथ जिला स्तर के अधिकारियों के प्रशिक्षण आवश्यकता मूल्यांकन के संचालन के लिए डीएम और संभागीय आयुक्तों को शामिल करने का भी सुझाव दिया। विभाग के लिए मनोबल बनाए रखने के लिए जिला स्तर पर गुड प्रैक्टिसेज का दस्तावेजीकरण करने का सुझाव दिया गया। उन्होंने पिछले वर्ष जिला परिवीक्षा अधिकारियों के काम की सराहना की और ‘शांति प्रार्थना’ नामक एक अनूठी गतिविधि के साथ अपना संबोधन समाप्त किया।

कार्यक्रम में प्रबंधक, यूनिसेफ, उत्तर प्रदेश अमित मेहरोत्रा ने उपस्थित लोगों को बताया कि शीघ्र ही राज्य के 18 संभागों को यूनिसेफ के बाल संरक्षण सलाहकारों द्वारा कवर किया जाएगा। राज्य के अधिकांश संभागों में शिक्षा और स्वास्थ्य सलाहकार पहले से ही काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विभाग की गतिविधियों में सहायता के लिए स्वयंसेवकों का एक नेटवर्क विकसित करने की आवश्यकता है जैसा कि पोलियो उन्मूलन हेतु किया गया था. श्री मेहरोत्रा ने बाल सभाओं के गठन पर ज़ोर दिया जिससे की बच्चों से सम्बंधित मुद्दों को चिन्हित कर समाधान खोजें जा सके।

निदेशक, महिला कल्याण, बाल विकास एवं पुष्टाहार सरनीत कौर ब्रोका, ने कार्यशाला के दौरान जिला परिवीक्षा अधिकारियों को सुझाव दिया कि उन्हें बाल गृहों, बाल कल्याण समितियों (सीडब्ल्यूसी) और किशोर न्याय बोर्डों (जेजेबी) में बाल अनुकूल वातावरण बनाने की दिशा में काम करना चाहिए ताकि ये संस्थान बच्चों की विभिन्न जरूरतों के प्रति अधिक संवेदनशील हों पाएं।

उन्होंने यह भी सलाह दी कि अधिकारियों को स्थानीय संगठनों जैसे रेड क्रॉस सोसाइटी, रोटरी क्लब और अन्य सिविल सोसाइटी संगठनो के साथ मिलकर काम करना चाहिए ताकि उन्हें नियमित आधार पर बच्चों के पुनर्वास और प्रत्यावर्तन किया जा सके। उन्होंने जिला मजिस्ट्रेटों के माध्यम से बाल कल्याण समितियों (सीडब्ल्यूसी) की नियमित निगरानी और पर्यवेक्षण की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

कार्यशाला में मिशन वात्सल्य के प्रमुख प्रावधानों पर कार्यशाला में गहन रूप से चर्चा की गई। जिनमें, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, प्रायोजन, फोस्टर केयर और आफ्टर केयर कार्यक्रमों के तहत देखभाल और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को 4000 रुपये का मासिक अनुदान है। बाल कल्याण समितियों (सीडब्ल्यूसी) के लिए विकसित एसओपी का मसौदा भी जिला परिवीक्षा अधिकारियों के साथ साझा किया गया ।

यूनिसेफ के बाल संरक्षण विशेषज्ञ मंसूर कादरी ने महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की प्रमुख बाल संरक्षण योजना- मिशन वात्सल्य के बारे में राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य के बारे में प्रस्तुत किया। उन्होंने बच्चों के लिए परिवार आधारित वैकल्पिक देखभाल को बढ़ावा देने के साथ-साथ विभिन्न विभागों के साथ अभिसरण को मजबूत करने के लिए आगे के प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ मजबूत संबंध विकसित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।

महिला कल्याण विभाग के उप निदेशक आशुतोष सिंह ने मिशन शक्ति के विभिन्न घटकों जैसे कि महिला सशक्तिकरण के लिए जिला हब (डीएचईडब्ल्यू), वन स्टॉप सेंटर (ओएससी), शक्ति सदन और बीबीबीपी के बारे में प्रस्तुत किया। उन्होंने मिशन शक्ति के तहत संशोधित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ (बीबीबीपी), डीएचईडब्ल्यू, एकएनडी ओएससी से संबंधित विभिन्न संशोधित रणनीतियों और हस्तक्षेपों के बारे में भी बताया।

बाल आशा ट्रस्ट, मुंबई के श्री सुनील अरोड़ा ने गोद लेने से संबंधित प्रक्रियाओं पर एक महत्वपूर्ण सत्र लिया। उन्होंने बच्चों को गोद लेने की प्रक्रियाओं से संबंधित विभिन्न प्रक्रियाओं को प्रस्तुत किया जैसे कि ऑनलाइन पोर्टल पर गोद लेने के अनुरोध को कैसे पंजीकृत किया जाए और गोद लेने की प्रक्रियाओं से संबंधित आवश्यक तथ्यों को साझा किया।

कार्यशाला में मानसिक स्वास्थ्य, कौशल विकास और बीसी सखी की भागीदारी, बाल अनुकूल गांव एवं ग्राम पंचायत विकास योजना (जीपीडीपी) से संबंधित मामलों में पंचायती राज की भागीदारी, बच्चों और महिलाओं से संबंधित मुद्दों पर समन्वय और अभिसरण को मजबूत करने के लिए स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्रामीण विकास, कौशल विकास और पंचायती राज जैसे विभिन्न विभाग के अधिकारियों के साथ एक पैनल चर्चा आयोजित की गई।

प्रतिभागियों को हाल ही में संशोधित किशोर न्याय अधिनियम और पॉक्सो अधिनियम से संबंधित नए प्रावधानों पर प्रोफेसर पांडेय द्वारा जानकारी प्रदान की गई।

कार्यशाला के दौरान बाल विवाह संबंधी दंडात्मक प्रावधानों और जिला बाल विवाह प्रतिषेध अधिकारियों की भूमिका पर भी चर्चा की गई।

सामाजिक व्यवहार परिवर्तन संचार और जेंडर से संबंधित चर्चा विषयों पर प्रतिभागियों के साथ महिलाओं और बच्चों से संबंधित योजनाओं पर सामुदायिक लामबंदी और जुड़ाव को मजबूत करने के लिए जेंडर एवं सोसिओ-इकोलॉजिकल मॉडल को कार्यशाला में प्रतिभागियों को बताया गया। अंत में प्रतिभागियों ने विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के कार्यान्वयन से संबंधित अपनी चुनौतियों और सुझावों को साझा किया।

*किसान ने फांसी लगाकर दी जान,पत्नी ने लगाया गांव के दबंगो तथा सिपाहियों पर प्रताड़ित करने का आरोप*


लखनऊ। पुलिस अपराधी गठजोड़ में प्रताड़ना से क्षुब्ध रहीमाबाद थाने के गहदेव निवासी आशीष कुमार का फांसी लगाकर जान देने का मामला ठंडा नहीं हो पाया कि माल के गौरैया निवासी किसान बत्तीस वर्षीय धीरू सिंह ने शुक्रवार सुबह फांसी लगाकर जान दे दी। पत्नी कुमकुम ने सुबह छत से लटकता पति का शव देखा तो वह चीख कर गिर पडी और बेहोश हो गई। घर के अन्य लोगों ने शव को फंदे से उतारा।ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना किया।

पुलिस ने शव कब्जे में लेकर मर्च्युरी भेज दिया।शव वापस आने पर परिजनों ने मृतक का अन्तिम संस्कार कर दिया।पत्नी कुमकुम तथा परिवारीजनों ने गांव के दो लोगों तथा सिपाहियों के विरुद्ध प्रताडित कर आत्महत्या करने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर देकर विधिक कार्यवाही की मांग की है।

मृतक धीरू सिंह की पत्नी कुमकुम सिंह के अनुसार उसके पति का शराब के नशे में गांव के नीरज कश्यप से गाली गलौज हुआ था।जिसकी रंजिश में एक सप्ताह पूर्व पिछले शनिवार को नीरज सिंह तथा उनके घर की महिलाओं और उनके दोस्त धांधू सिंह ने लाठी डंडों से लैस होकर दरवाजे पर आकर गालियां देना शुरू कर दिया था।उसके जेठ कल्लू सिंह ने जब गालियां देने से मना किया,तो सभी ने एक राय होकर हमला कर दिया।शोरगुल सुन कर जब वहअपने जेठ को बचाने लगीं।तब हमलावरों ने उन्हें तथा उनके मासूम बेटे अंशू को मारा पीटा और कान की बाली नोच लिया।साथ ही आम बेंचकर घर आये पन्द्रह हजार रुपये भी छीन कर भाग गए।जिसकी लिखित शिकायत जेठ कल्लू सिंह के साथ थाने जाकर उन्होंने उसी दिन किया था।बाद में थाने जाकर उक्त हमलावरों ने भी औरतों को आगे करते हुए मृतक के विरुद्ध एक शिकायत की थी।

आरोप है कि मृतक की पत्नी की शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं हुई।उल्टे बचाव की पेशबंदी में हमलावरों द्वारा की गई झूठी शिकायत पर संज्ञान लेकर

सिपाही मृतक के घर पर कई बार गए। बीते गुरुवार की रात तीन बार पुलिस मृतक को पूंछने उसके घर रात में गई। डर के मारे मृतक घर में ही छुपा रहा। मृतका की पत्नी तथा परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस के चले जाने के बाद उक्त हमलावरों ने दरवाजे पर आकर मृतक को काफी मारा पीटा था।इसी क्षोभ तथा दहशत में मृतक ने सुबह फांसी लगा कर जान दे दी।

*लापरवाही: केविन फॉल्ट से ऐशबाग क्षेत्र में घंटों विद्युत आपूर्ति ठप , लोग बेहाल*

लखनऊ। ऐशबाग पावर हाउस से जुड़े क्षेत्रों मुख्य केबल फॉल्ट में पखराबी आ जाने की वजह से आज फिर इलाके में घंटों विद्युत आपूर्ति ठप रही। इस भीषण गर्मी में बिजली गायब रहने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी । ऐशबाग चेत्र में गत 15 दिनों से लगातार विद्युत कटौती से क्षेत्रवासी बेहाल है। दिन में कई घंटे विद्युत आपूर्ति ठप रहने से नागरिकों में बड़ा आक्रोश है।

बिजली की खराब व्यवस्था से नाराज लोग कई बार ऐशबाग पावर हाउस के समक्ष प्रदर्शन कर चुके हैं। लेकिन अधिकारियों के कानों में जूं तक नहीं रेगी। ऐशबाग क्षेत्र में आज शुक्रवार को को दिन भर बिजली की आवाजाही का क्रम जारी रहा । ऐशबाग क्षेत्र में आज शाम 4 बजे से विद्युत आपूर्ति ठप चल रही थी। विद्युत ठप रहने से‌ इस भीषण गर्मी में नागरिकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी।विशेष रुप से बीमार लोग, वृद्ध और बच्चों को बहुत परेशानी रहे।यह लोग बिजली के बिना बेहाल रहे ।

इस भीषण गर्मी में ऐशबाग क्षेत्र में भीषण गर्मी में रात और दोपहर में घंटों बिजली ढप रहने से लोगों को सोना हराम हो रहा है।

ऐशबाग सहित पुराने लखनऊ के दर्जनों मोहल्लों में विद्युत आपूर्ति अस्त-व्यस्त चल रही है। ऐशबाग क्षेत्र में लगातार चल रही विद्युत आपूर्ति में बाधा से लोगों में बहुत आक्रोश है। क्षेत्रवासी कई बार ऐशबाग पावर हाउस प्रदर्शन भी कर चुके हैं।

इस भीषण गर्मी में पुराने शहर के हजारों लोग परेशान हैं। खासतौर से बीमार, छोटे बच्चे, वृद्ध लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। इस भीषण गर्मी में घंटों विद्युत आपूर्ति ठप रहने से क्षेत्रवासी बेहाल है।

मिली जानकारी के मुताबिक भीषण गर्मी में विद्युत की भारी मांग की वजह और ट्रांसफार्मर में लोड बढ़ने और ऐशबाग पावर हाउस क्षेत्र में विद्युत सप्लाई के लिए लगे ट्रांसफार्मर एवं केबिल में बार-बार खराबी आ रही है । जिससे ऐशबाग, आईटी कॉलोनी, पुरानी लेबर कॉलोनी , एलडीए कॉलोनी, भदेवा, बिलोचपुरा, वॉटर वर्क्स रोड, मास्टर कन्हैयालाल रोड, संत सुदर्शन पूरी, रामनगर ऐशबाग, शास्त्री नगर , कुंडरी रकाबगज, तिलक नगर, रामनगर एलडीए कॉलोनी, मिल रोड, गुड्स शेड रोड, मालवीय नगर आसपास क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति घंटों ढप रहती है ।

विद्युत आपूर्ति में बाधा से लखनऊ के कई क्षेत्रों में पेयजल का भी गहरा संकट आज भी रहा। ट्रांसफार्मर का समुचित रखरखाव ना होने एवं पुराने विद्युत केबिलों पर अधिक भार होने के कारण ऐशबाग क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की दशा बहुत खराब है। यहां आए दिन ट्रांसफॉर्मर, केबल जंपर, भूमिगत केबल में खराबी से आए दिन विद्युत आपूर्ति ठप रहती है। विशेष रुप से आईटी कॉलोनी, श्री राधा कृष्ण मंदिर ,पुरानी लेबर कॉलोनी , एलडीए कॉलोनी, तिलक नगर , ऐशबाग रामलीला , ईदगाह, ऐशबाग रोड क्षेत्र के नागरिक विद्युत आपूर्ति की बदहाल व्यवस्था से त्रस्त है।

नागरिकों ने बताया कि शिकायत और जानकारी के लिए ऐशबाग पावर हाउस का फोन मिलाने पर फोन सदैव व्यस्त मिलता है।

उधर ऐशबाग विद्युत प्रखंड के अधिशासी अभियंता धर्मवीर ने बताया कि मुख्य केबल में फॉल्ट और ब्रेकडाउन आ जाने से इलाके में विद्युत आपूर्ति ठप है। उन्होंने बताया कि मरम्मत का कार्य जारी है। जल्द विद्युत आपूर्ति बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।

*लो वोल्टेज बिजली को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल व्याप्त*


लखनऊ।काकोरी क्षेत्र के सराय अलीपुर गांव में ग्रामीणों में आक्रोश का माहौल बना हुआ है।ग्रामीणों कहना है कि सराय अलीपुर गांव में कई साल से कम क्षमता का ट्रांसफर रखा हुवा है जिससे गांव में बिजली धीमी आती रही है।करीब एक साल पहले इसकी ग्रामीणों व प्रधान के द्वारा शिकायत लिखित में की गई थी।जिसमे काकोरी विधुत उपकेंद्र के जेई ने किसी तरह बैलेंसिंग करा दिया था जिससे लाइट सही आने लगी थी।परंतु एक साल बाद फिर से भीषण गर्मी का बढते प्रकोप को देखते हुए पुनः फिर से धीमी बिजली आने लगी है।

ग्रामीणों का आरोप है कि धीमी बिजली आने से रोज किसी ना किसी का पंखा कूलर या फ्रिज बल्ब आदि चीजों का नुकसान हो रहा है।शुक्रवार की सुबह गांव के,योगेश गुप्ता बोथ अध्यक्ष भाजपा,विकाश कुमार,मोहित कनोजिया,राम विलास कनोजिया,विमलेश कनोजिया,इमरान अंसारी,व अन्य गांव के लोगो ने काकोरी विद्युत उपकेंद्र पर पहोच कर किया प्रदर्शन।

कई घंटे के बाद विद्युत उपकेंद्र के अधिकारी को धीमी बिजली की समस्या को ले कर प्रधान के लैटर पर लिखत में अपनी समस्या को ज्ञापन के तौर पर सौपा। योगेश गुप्ता बूथ अध्यक्ष ने कहा यदि हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो हम अगली बार गांव के अधिक लोगों के साथ धरना प्रदर्शन करेंगे वह आला अधिकारियों को काकोरी विधुत उपकेंद्र कर्मचारियों व अधिकारियों की लिखित में शिकायत करेंगे जब इस संबंध में काकोरी विद्युत उपकेंद्र के एसडीओ,एतबार अहमद सिद्दीकी,से बात की उन्होंने बताया कि मामला जानकारी में है जल्द ही समस्या का समाधान किया जाएगा।

*प्रदेश की डबल इंजन की सरकार बिना किसी भेदभाव के कर रही कार्य:नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा*


लखनऊ। प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रदेश की डबल इंजन की सरकार बिना किसी भेदभाव से समान रूप से कार्य कर रही है। योगी सरकार में जातिगत भेदभाव, अपना-पराया का भाव नहीं है। बल्कि सभी जनप्रतिनिधियों को साथ लेकर सभी का सम्मान करते हुए जनता जनार्दन के हित में कार्य करने में विश्वास करती है। केन्द्र की मोदी एवं प्रदेश की योगी सरकार सबका साथ सबका विकास के मूलमंत्र पर कार्य कर रही है।प्रदेश की ट्रिपल इंजन की सरकार ने नागरिकों को बेहतर सुविधायें मिलेगी। सभी निकायों में युद्धस्तर पर विकास कार्य कराये जाने का प्रयास किया जायेगा।

नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने आज जलनिगम के फील्ड हास्टल ’संगम’ में कुशीनगर जनपद की नवसृजित नगर पंचायत फाजिलनगर के नवनिर्वाचित कार्यालय भवन का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए मीडिया प्रतिनिधियों से बात कही। इस कार्यालय भवन का निर्माण 158.43 लाख रूपये की लागत से सीएलडीएस कार्यदायी संस्था द्वारा कराया गया। 23 दिसम्बर, 2019 को फाजिलनगर नाम से यह नई नगर पंचायत बनी, जिसमें 15 वार्ड हैं। जिसमें 09 गॉव शामिल किये गये हैं और इस नगर पंचायत की वर्तमान में आबादी लगभग 25 हजार के आसपास है।

नगर विकास मंत्री ने कहा कि फाजिलनगर की जनता को जल्द से जल्द नगरीय सुविधायें मिले और उस क्षेत्र में तेजी से विकास कार्य हो, इसके लिए कार्यालय भवन का उद्घाटन किया गया है। कोई भी कार्यालय किसी व्यवस्था को संचालित करने का केन्द्र होता है। बेहतर व्यवस्था प्रदान करने के लिए कार्यालय में आधुनिक सुविधायें हों, जिससे जनता को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। उन्होंने फाजिलनगर नगर पंचायत के चेयरमैन शत्रुमर्दन प्रताप शाही से कहा कि क्षेत्र में विकास कार्य कराने के लिए इससे संबंधित प्रस्ताव बनाकर शीघ्र ही निदेशालय को भेजा जाए, जिससे कि धनराशि दी जा सके। विकास कार्यों के लिए पैसे की कमी नहीं है।

श्री शर्मा ने कहा कि नवसृजित नगर पंचायत में मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना के तहत विभिन्न विकास कार्य कराये जाने हैं। इसके अलावा क्षेत्र में स्ट्रीट लाइट, शादी के लिए कल्याण मण्डपम, जल निकासी, पीने का पानी, प्रधानमंत्री आवास, नाली, खडंजा का निर्माण, सड़क निर्माण, तालाब पार्कों का निर्माण, कान्हा गौशाला आदि कार्यों के लिए पैसे हैं। ऐसे नगरों में बिजली की व्यवस्था के लिए 1 हजार करोड़ रूपये की धनराशि है। इसके माध्यम से बांस बल्ली को हटाकर पोल लगाना, विद्युत व्यवस्था के सुदृढ़ीकरण हेतु आरडीएसएस योजना के तहत कार्य किया जाना है।

उन्होंने फाजिलनगर के नागरिकों, सभासदों और चेयरमैन तथा अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, सचिव नगर विकास रंजन कुमार, प्रबंध निदेशक जल निगम अनिल कुमार ढींगरा, निदेशक नगरीय निकाय नितिन बंसल, विशेष सचिव पैंसिया, अपर निदेशक डा असलम अंसारी, उपनिदेशक डा सुनील यादव उपस्थित थे तथा कुशीनगर के एडीएम देवीदयाल वर्मा, नगर पंचायत फाजिलनगर के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एवं सभासद, अधिशासी अधिकारी रामबदन यादव तथा क्षेत्र के गणमान्य नागरिक वर्चुअल जुड़े थे।

*आने वाले समय में अयोध्या दुनिया की सबसे सुंदरतम नगरी होगी : सीएम योगी आदित्यनाथ*


लखनऊ । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के नौ वर्ष पूर्ण होने पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरत जी की तपोस्थली नंदीग्राम, भरतकुंड अयोध्या में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अयोध्या में 32 हजार करोड़ की परियोजनाओं के कार्य हो रहे हैं। इतनी परियोजना देश के किसी एक शहर में नहीं चल रही होगी। जिस दिन यह कार्य जमीनी धरातल पर उतरेंगे, अयोध्या दुनिया की सुंदरतम नगरी के रूप में रहेगी। जनवरी में जब पीएम मोदी के करकमलों से रामलला 500 वर्ष बाद अपने स्वयं के मंदिर में विराजमान होंगे तो दुनिया अयोध्या की तरफ आकर्षित होगी।

यहां मुख्य रेलवे स्टेशन का विकास हो रहा है। सूर्यकुंड व भरतकुंड में भी रेलवे विकास के कार्य प्रारंभ हो रहे हैं। इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी इसी वर्ष बनकर तैयार हो जाएगा। यहां के लिए इतने अवसर आने जा रहे हैं कि जो अयोध्या नहीं आया होगा वो पछताता होगा। जिसने यहां जन्म नहीं लिया होगा, वह भी प्रार्थना कर रहा होगा कि हमें भी अयोध्या में जन्म लेने का अवसर मिलता तो हम भी सौभाग्यशाली होते।

सीएम योगी ने कहा कि राम के बिना हमारा जीवन अधूरा माना जाता है। जिस रूप में प्रभु राम को पूजा है, भक्ति की है, वह साकार रूप में हम सबके सामने रामलला के रूप में मंदिर निर्माण के साथ विराजमान होकर दर्शन देंगे। प्रभु श्रीराम से प्रधानमंत्री मोदी के स्वस्थ व दीर्घ जीवन के साथ उनके यशस्वी कार्यकाल के लिए प्रार्थना करते हुए उनका मार्गदर्शन व नेतृत्व भारत को मिलता रहे, यही प्रार्थना करता हूं। इस दौरान अयोध्या के विकास की झलक पर आधारित लघु फिल्म भी दिखाई गई।

*सोनभद्र जिले को नंबर बनाने की दिशा में काम कर रही सरकार: सीएम योगी आदित्यनाथ*


लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ आज सोनभद्र पहुंचे। जनपदवासियों को 414 करोड़ लागत की 217 विकास परियोजनाओं की सौगात दी। डायट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने सोनभद्र जिले को विकास के पैमाने पर नंबर बनाने की बात कही। तो वहीं विपक्ष पर निशाना साधने से नहीं चूके।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सोनभद्र जिले को सोनांचल के तौर पर विकसित करना है। सोनभद्र को यूपी का नंबर वन जिला बनाने के लिए सरकार काम कर रही है। यह बात विपक्ष को रास नहीं आ रहा है। नकारात्मक राजनीति होने वाले विकास की संभावनाओं पर बाधा पैदा कर रहा है। विपक्ष विकास में व्यवधान डाल रहा है।

मुख्यमंत्री ने बच्चों को स्कूल भेजने की अपील की

जनसभा में मौजूद भीड़ से मुख्यमंत्री ने बच्चों को स्कूल भेजने की अपील की। इससे पहले सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में विगत 09 वर्षों में पर्यावरण संरक्षण, ऊर्जा के अक्षय प्राकृतिक स्रोतों के सदुपयोग के द्वारा देश का सतत विकास सुनिश्चित हुआ है। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, स्टांप पंजीयन व न्यायालय शुल्क विभाग के मंत्री रवींद्र जायसवाल और समाज कल्याण विभाग के राज्य मंत्री संजीव सिंह गोंड ने सीएम का स्वागत किया। करीब डेढ़ साल बाद सीएम की जिला मुख्यालय पर जनसभा हुई।

इन परियोजआें का शिलान्यास और लोकापर्ण किया

आईटीआई राबर्ट्सगंज व दुद्धी में आधुनिक कार्यशाला व प्रशिक्षण कक्ष, राजकीय हाईस्कूल खरहरा, कुसुम्हा, मऊकला, मारकुंडी घाटी, सुकृत, डायट परिसर में बाउंड्रीवाल व सुंदरीकरण, शिवद्वार मंदिर के पर्यटन स्थल के लिहाज से विकास कार्य, राजकीय प्रक्षेत्र ओबराडीह में हाईटेक वेजिटेबल सीडलिंग प्रोडक्शन इकाई, लोढ़ी में सोन ईको प्वाइंट पर सुंदरीकरण आदि। राजकीय महाविद्यालय बभनी, हाथीनाला, बभनी, पिपरी, मांची, शाहगंज, करमा, घोरावल व महिला थाने में बैरक व विवेचना कक्ष, घोरावल में हाईटेक वेजिटबेल सीडलिंग प्रोडक्शन इकाई, बसुहारी पंप नहर परियोजना, 70 कंपोजिट विद्यालय में टैब लैब, पर्यटन विभाग के वे फाइंडिंग एवं ट्रैफिक साल्यूशन आदि।

*बरात लेकर आए दूल्हे को पेड़ से घरातियों ने बांधा, फिर ऐसा किया कारनामा जिसे देखकर लोग रह गए दंग, जानिये क्या था पूरा मामला*


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में लड़की वालों ने बारात लेकर पहुंचे दूल्हे को पेड़ से बांध दिया। कई बारातियों को भी बंधक बना लिया। दरअसल, दूल्हा चाहता था कि दुल्हन चश्मा लगाकर फोटो खिंचवाए, लेकिन दुल्हन ने मना कर दिया था।इसके बाद दोनों के बीच तू-तू मैं-मैं शुरू हो गई। फिर बाराती-घराती भी आपस में भिड़ गए। पुलिस दोनों पक्षों को थाने ले आई। पुलिस के सामने लड़की वालों ने दहेज मांगने का भी आरोप लगाया। थाने में कई घंटे से पंचायत चल रही है। मामला मांधाता थाना क्षेत्र के हरखपुर गांव का है।

द्वारचार की रस्म भी पूरी होने के बाद हुआ विवाद

हरखपुर में राम किशोर वर्मा की बेटी की शादी जौनपुर के सकरा का पुरवा लोदा गांव के अमरजीत के साथ तय हुई थी। शादी 14 जून को थी। लिहाजा बुधवार की रात अमरजीत बारात लेकर हरखपुर पहुंचा। लड़की वालों ने हंसी-खुशी बारातियों का स्वागत-सत्कार किया। दूल्हे अमरजीत की भी जमकर खातिरदारी की। उसके बाद द्वारचार की रस्म भी पूरी हुई। उस समय तक सब कुछ ठीक-ठाक था।

वरमाला की रस्म भी शुरू होने के बाद हुआ विवाद

रात करीब 11 बजे खाना शुरू हुआ और साथ में वरमाला की रस्म भी शुरू हो गई। दूल्हा और दुल्हन को स्टेज पर बुलाया गया। वरमाला डालने से पहले दूल्हे ने दुल्हन से चश्मा लगाकर फोटो खिंचवाने को कहा। बस इसी बात पर विवाद हो गया। यह सुनकर दुल्हन के परिवार वाले परेशान हो गए। रिश्तेदारों ने दूल्हे को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह अपनी शर्त पर अड़ा रहा।करीब डेढ़ घंटे मनाने के बाद भी जब दूल्हा नहीं माना तो हंगामा हो गया। लड़की वालों ने दूल्हे को पकड़ लिया। बीच-बचाव करने पहुंचे दूल्हे के रिश्तेदारों को भी बंधक बना लिया। उसके बाद दूल्हे को ले जाकर एक अमरूद के पेड़ से बांध दिया।

पुलिस दूल्हे-बारातियों को छुड़ाकर थाने ले गई

दूल्हे वालों ने 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। पुलिस दूल्हे-बारातियों को छुड़ाकर थाने ले गई। थाने में लड़की वालों ने दूल्हे पर दहेज मांगने का भी आरोप लगाया। हालांकि दूल्हा पक्ष ने दहेज मांगने के आरोपों से इनकार किया है। फिलहाल सुबह से लेकर अभी तक थाने में दोनों पक्षों में पंचायत चल रही है, लेकिन दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े हुए हैं।एसओ पुष्पराज सिंह का कहना है कि जयमाल के दौरान ही दूल्हा और दुल्हन में विवाद हो गया था। बाद में मामला दहेज तक पहुंच गया। फिलहाल थाने पर दोनों पक्ष मौजूद हैं। आपस में बातचीत कर रहे हैं। अभी कोई तहरीर नहीं दी गई है। अगर किसी पक्ष ने तहरीर दी, तो कार्रवाई की जाएगी।

*परिवहन मंत्री दया शंकर ने एम्बुलेंस को दिखाई हरी झंडी*


लखनऊ । परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने गुरुवार को लोहिया संस्थान में एएलएस (एडवांस लाइफ सपोर्ट) एम्बुलेंस को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ किया। इन एम्बुलेंस के जरिए गंभीर मरीज एक से दूसरे संस्थान शिफ्ट किए जा सकेंगे।लोहिया संस्थान को बेहतर सुविधाओं के लिए नेशनल एक्रेडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल एंड हेल्थकेयर (NABH) प्रमाण-पत्र मिला है। यह प्रदेश का पहला सरकारी मेडिकल संस्थान है जिसे एनएबीएच प्रमाण-पत्र मिला है। जबकि उत्तर भारत का दूसरा संस्थान है।संस्थान की निदेशक डॉ. सोनिया नित्यानंद ने बताया कि संस्थान को एनएबीएच के मानकों पर कसने के लिए अधिकारी और कर्मचारियों ने कड़ी मशक्कत की है। इसका फायदा मरीजों को मिल रहा है।

लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस आज के समय में बहुत जरूरी है: दयाशंकर सिंह

इस अवसर पर परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि चंद्रशेखर जी जननायक नेता थे। उनका सपना था कि गांव में एक अस्पताल खुले, जिससे कि लोगों को इलाज की उत्तम सुविधा उपलब्ध हो सके। जयप्रकाश नारायण जी के सहयोग से अस्पताल का उद्घाटन हुआ लेकिन मुख्य सचिव महोदय ने इसे आज सुपर हॉस्पिटल के रूप में बदल दिया है। परिवहन मंत्री ने कहा कि अस्पताल से बलिया के आसपास के जिले के लोगों को लाभ प्राप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस आज के समय में बहुत जरूरी है यह लोगों को मेडिकल सुविधाओं के साथ उनके घर या दुर्घटना स्थल से अस्पताल पहुंचाने में मदद करता है एवं लोगों की जान बचाने में इसका अहम रोल होता है। इस सुविधा के शुरू होने से उक्त अस्पताल में सुविधाएं और बेहतर होगी।