सीएम हेमन्त सोरेन ने पंचायती राज विभाग के अद्यतन कार्य प्रगति की समीक्षा की।


मुख्यमंत्री ने कई अहम निर्देश अधिकारियों को दिए..

रांची: मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन पंचायती राज विभाग के अद्यतन कार्य प्रगति की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को कई महत्वपूर्ण दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जिलों के उपायुक्त ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक संख्या में प्रज्ञा केंद्र स्थापित करना सुनिश्चित करें। सभी गांवों में प्रज्ञा केंद्र संचालित करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों को छोटे-छोटे कार्यों के लिए प्रखंड कार्यालय का चक्कर न लगाना पड़े इस सोच के साथ प्रज्ञा केंद्रों को पूर्णरूपेण कार्यरत करें। आम जनता को जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, नया आधार कार्ड बनाना तथा आधार कार्ड में भूल सुधार आदि कार्य उनके निकटतम प्रज्ञा केंद्र में ही ससमय उपलब्ध कराया जा सके इस लक्ष्य के साथ कार्य करें।

 मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि अगले 3 महीने के अंदर राज्य के सभी प्रज्ञा केंद्रों में बिजली, पानी, जनरेटर, इंटरनेट कनेक्टिविटी एवं सिक्योरिटी सहित अन्य जरूरी सुविधा हर हाल में उपलब्ध करायी जाए। सभी प्रज्ञा केंद्रों के कार्यप्रणाली में सुधार हो यह सुनिश्चित करें।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी प्रज्ञा केंद्रों में कंप्यूटर की उपयोगिता सत प्रतिशत सुनिश्चित होनी चाहिए। प्रज्ञा केंद्रों में कंप्यूटर कार्यरत रहेगा तभी सभी प्रकार के प्रमाण पत्र बनाने में सहूलियत होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रज्ञा केंद्रों में बैंक से संबंधित कार्य एवं पोस्ट ऑफिस से संबंधित कार्यों की सुविधा भी सुनिश्चित करायी जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि राज्य के सभी पंचायत भवनों में प्रज्ञा केंद्र स्थापित होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में राज्य में लगभग 20 हजार प्रज्ञा केंद्र कार्यरत है। आने वाले दिनों में प्रज्ञा केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 35 हजार तक करने का कार्य करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि राज्य में कार्यरत सखी मंडल की महिलाएं भी प्रज्ञा केंद्र संचालित कर सकें इस निमित्त एक बेहतर कार्य योजना तैयार करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार डिजिटाइजेशन के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। प्रज्ञा केंद्रों के बेहतर संचालन से ही डिजिटाइजेशन की सोच को साकार किया जा सकेगा।

मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि पंचायतों को सशक्त करने के संकल्प के साथ योजनाओं को धरातल पर उतारने का कार्य करें। पंचायती राज विभाग 15वें वित्त आयोग की राशि का उपयोग भी सुनिश्चित करे। योजनाओं को पूर्ण करने निमित्त 15वें वित्त आयोग से बैकअप सपोर्ट लें। पंचायती राज विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं का ससमय ऑडिट करने का कार्य भी सुनिश्चित की जाए।

जदयू,में जान फुकने 16 अक्टूबर को रांची आएंगे ललन सिंह,क्या झारखंड में संगठन को नए सिरे से खड़ा करना जदयू के लिए है बड़ी चुनौती...?

राँची, (डेस्क): बिहार में भाजपा से नाता तोड़ राजद से गठबंधन जोड़ सरकार बनाने के बाद जनता दल यूनाइडेट (जेडीयू) झारखंड में अपनी खोयी सियासी जमीन तलाशने में जुट गयी है। इसके पहले जदयू की कमान झारखंड के कुर्मी जाति के नेता पूर्व विधायक खीरू महतो को सौंपी गई। फिर उन्हें बिहार से राज्यसभा का सदस्य बना कर भेजा गया। अब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह 16 अक्टूबर को संगठन में नई जान फूंकने आ रहे हैं।

जदयू के लिए झारखंड में संगठन को नए सिरे से खड़ा करना बड़ी चुनौती होगी। पुराने और स्थापित चेहरे पार्टी छोड़ चुके हैं। झारखंड में जदयू का पिछले दो विधानसभा चुनावों में खाता तक नहीं खुला। प्रदेश की नई कमेटी और जिलों में संगठन का विस्तार तक नहीं हो पाया है। पिछले दो दशक में जदयू यहां अपने सर्वाधिक बुरे दिनों से गुजर रहा है।

झारखंड में लंबे समय तक भाजपा के साथ सत्ता की राजनीति करने और झामुमो-राजद-कांग्रेस का विरोधी रहने के कारण जदयू की अलग पहचान रही है। बिहार में नए सियासी समीकरण बनने के बाद झारखंड में अब जदयू को राजद, झामुमो और कांग्रेस का साझीदार बनकर राजनीति करनी होगी। 

साझीदारी में जदयू को विधानसभा की सीटें मिलेंगी या नहीं, यह सवाल तो भविष्य के गर्त में है। वर्तमान में जदयू को अपना सियासी वजूद कायम करने के लिए काफी जद्दोजहद करनी होगी।

आदिवासी नेतृत्व रहा विफल,खीरु महतो बनाये गए अध्यक्ष

झारखंड में लगातार नेतृत्व के बदलाव के कारण संगठन पर प्रतिकूल असर पड़ा है। इंदर सिंह नामधारी, गौतम सागर राणा, जलेश्वर महतो जैसे नेताओं से जदयू को यहां पहचान मिली। बाद में जदयू ने यहां आदिवासी नेतृत्व भी खड़ा करने की कोशिश की, लेकिन यह प्रयोग सफल नहीं हो पाया। सालखन मुर्मू दल में न जान फूंक पाए न कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी कर पाए। 

खीरू महतो को दोबारा अध्यक्ष बनाया गया है। उनका पहला कार्यकाल भी बहुत दमदार नहीं था। दूसरे कार्यकाल में भी वे अभी तक कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ पाए हैं। संगठन के नामी और चर्चित चेहरे पहले ही पार्टी से बाहर हो चुके हैं।

2005 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 18 सीटों पर उतारे थे प्रत्याशी

2005 में हुए पहले विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 18 सीटों पर प्रत्याशी उतारे थे, जिसमें 6 पर जीत मिली थी। वोट प्रतिशत 4 फीसदी रहा। एनडीए सरकार में जदयू की हिस्सेदारी थी। हालांकि, 2009 में वोट प्रतिशत और सीटों में भी गिरावट आई। भाजपा के साथ गठबंधन में जदयू को 14 सीटें मिलीं, जिसमें मात्र 2 सीटों पर पार्टी जीत दर्ज कर सकी। वोट भी घटकर 4 से 2.78 प्रतिशत रह गया।

सावधान! बैंक कस्टमर केयर का प्रतिनिधि बनकर ठगी, करने वाले तीन साइबर अपराधी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

रांची : साइबर ठगों ने लोगों को लूटने का नया हथकंडा अपना लिया है. साइबर ठग अब लोगों के बैंक कस्टमर केयर प्रतिनिधि बनकर फोन करते हैं. बैंक कस्टमर केयर प्रतिनिधि कहने पर सामान्य तौर पर कोई इनपर शक नहीं करता और उनके कहने के अनुसार काम भी करने लगते हैं और यहीं वे ठगी के शिकार हो जाते हैं.

उल्लेखनीय है कि डिजिटल क्रांति ने एक तरफ जीवन को आसान बनाया है तो दूसरी तरफ मुसीबत का कारण भी बना है. इसकी वजह हैं साइबर अपराधी जो तरह-तरह का हथकंडा अपना के लोगों के बैंक खातों में डाका डाल रहे हैं. आम लोगों की गाढ़ी कमाई लूट रहे हैं. ताजा मामला है हेहल के लक्ष्मीनगर स्थित कुसुम भवन निवासी रामधनी साहू से जुड़ा. 

साइबर अपराधियों ने 10 जनवरी 2023 को बैंक कस्टमर केयर का प्रतिनिधि बनकर रामधनी साहू से 6,99,997 रु ट्रांसफर करवा लिया था. जब तक रामधनी कुछ समझ पाते, उनके खातों से पैसे गायब हो चुके थे. उनकी शिकायत पर आईपीसी और आईटी एक्ट की अलग-अलग धाराओं के तहत साइबर थाना में कांड संख्या 02/2023 दर्ज हुआ था.

इस मामले की जांच करते हुए साइबर पुलिस ने दुमका के तीन ठगों को दबोचा है. इनके नाम हैं अभिजीत कुमार साह, सोनू पासवान और अमृत राज. जांच में पता चला कि तीनों साइबर अपराधी, बैंकों का कस्टमर केयर प्रतिनिधि बनकर भोले-भाले लोगों को जाल में फंसाते थे और Anydesk Screen Sharing Application डाउनलोड कराकर ट्रांजेक्शन करते थे. इसके बाद इंटरनेट बैंकिंग और यूपीआई डिटेल लेकर पैसों की अवैध निकासी कर लिया करते थे.

गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से तीन मोबाइल, पांच सिम कार्ड, तीन आधार कार्ड, पांच एटीएम कार्ड, सात पासबुक, एक पैन कार्ड और एक चेक बुक बरामद हुआ है. साइबर पुलिस के मुताबिक ठग अभिजीत कुमार दुमका में दुधानी स्थित चर्च के सामने रहता हैं. अमृत राज दुमका में बाउरी पाड़ा स्थित नेशनल स्कूल के पीछे रहता है. तीसरा अपराधी सोनू पासवान दुमका के बांदोहरिपुर का निवासी है.

ठगी से कैसे बचे:

 इस मामले के उद्भेदन के बाद साइबर पुलिस ने बताया है कि आम लोगों कैसै ठगी का शिकार होने से बच सकते हैं. पहली बात यह है कि किसी भी अनजान कॉल पर अपनी कोई भी निजी जानकारी साझा ना करें. दूसरा सुझाव है कि और अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर कस्टमर केयर वाले डिटेल पर भरोसा ना करें. बैंकों के कस्टमर केयर के लिए हमेशा बैंक के ऑफिशियल साइट का इस्तेमाल करें. कोई भी अज्ञात व्यक्ति अगर आपको कोई लिंक यूआरएल भेजता है तो उसे किसी भी हालत में ना खोलें. 

इस बात का ध्यान रखें कि बैंक के यूपीआई एप्लीकेशन से संबंधित रजिस्ट्रेशन के लिए बैंकों के ऑफिशियल नंबर से ही मैसेज आता है. किसी भी अज्ञात के सुझाव पर Any Desk, Quick Support, Team viewer, Desk, Alpemix जैसे अप्लीकेशन अपने मोबाइल पर डाउनलोड न करें. अगर आप ऐसा करते हैं तो इन्हीं एप्लीकेशन की बदौलत साइबर अपराधी आपके फोन का रिमोट एक्सेस प्राप्त कर ठगी कर लेते हैं. इन तमाम सावधानियों के बावजूद 

साइबर अपराध का शिकार बनने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 और ऑनलाइन www.cybercrime.gov.in संपर्क कर सकते हैं.

पुलिस फिलहाल गिरफ्तार साइबर ठगों से अन्य कांडों में सूत्र तलाश रहे हैं. पुलिस को भरोसा है कि उनकी गिरफ्तारी के बाद दूसरों की गिरफ्तारी का नजरिया बदलेगा. इसलिए बार-बार साइबर सेल अपील कर रहा है कि सावधानी हटी और दुर्घटना घटी. लोगों को बिना ठोस तैयारी के ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से बचना चाहिए. यही नहीं अपने बैंक खातों का डिटेल भी किसी को नहीं देना चाहिए.

झारखंड के दो और शहर दुमका-बोकारो से शुरू होगी हवाई सेवा,धनबाद के लोगों के लिए रह गया सपना,कोस रहे लोग यहां के सांसद को..!

रांची : झारखंड के 2 और शहरों से बहुत जल्द हवाई सेवा की शुरुआत होने जा रही है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (रांची) के निदेशक केएल अग्रवाल ने बताया कि 2 एयरलाइन कंपनियों एलाइंस एयर और फ्लाईवीक को यह अनुमति दी गई है।

दरअसल, बोकारो एयरपोर्ट का निर्माण कार्य 99.99 फीसदी तक पूरा हो चुका है। दुमका में भी एयरपोर्ट निर्माण का काम पूरा हो चुका है। पिछले साल ही देवघर एयरपोर्ट से उड़ान सेवा की शुरुआत हो चुकी है। 

डीजीसीए से लाइसेंस की प्रक्रिया जारी

एएआई रांची के निदेशक केएल अग्रवाल ने बताया कि बीएसएल को डीजीसीए के लाइसेंस के लिए आवेदन की प्रक्रिया पूरी करनी है। राज्य सरकार एंबुलेंस सहित अन्य सुविधाएं मुहैया कराएगी। हाल ही में एएआई (रांची) ने निर्माणाधीन बोकारो एयरपोर्ट का निरीक्षण किया। टीम ने बोकारो स्टील प्लांट के पदाधिकारियों के साथ एयरपोर्ट परिसर में ही मीटिंग की। 

बोकारो के उपायुक्त कुलदीप चौधरी से एएआई रांची के निदेशक ने मुलाकात भी की। एयरपोर्ट में सुविधाओं सहित जल्द हवाई सेवा शुरू करने के मसले पर वार्ता हुई। 

दुमका और बोकारो से फ्लाइट सर्विस जल्द

केएल अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2023 में ना केवल बोकारो बल्कि दुमका से भी हवाई सेवा की शुरुआत कर दी जाएगी। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इसके लिए प्रयासरत है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने भी दिशा-निर्देश दिए हैं। 

16 जून यानी कल एएआई कोलकाता रीजनल ऑफिस की टीम बोकारो एयरपोर्ट का दौरा करेरगी और सुरक्षा सहित अन्य मानकों का निरीक्षण कर अपनी रिपोर्ट देगी। बीते 12 जून को झारखंड के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री आलमगीर आलम ने अधिकारियों के साथ मीटिंग की थी। 

झारखंड के यात्रियों को होगी सहूलियत

गौरतलब है कि इस्पात उद्योग के लिए विख्यात बोकारो से हवाई सेवा की शुरुआत होना काफी सुखद खबर है। यहां के यात्रियों को अभी रांची एयरपोर्ट आना होता है या फिर ट्रेन ही यात्रा का दूसरा जरिया है। वहीं, दुमका झारखंड की उपराजधानी है। पर्यटन और राजनीति के लिए दुमका काफी महत्वपूर्ण शहर है। दुमका में बाबा बासुकीनाथ धाम है। वहीं पास ही देवघर में 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक बाबा वैद्यनाथ धाम है। यदि कोई देवघर के लिए फ्लाइट नहीं ले पाता तो उसके पास दुमका का भी विकल्प होगा। इन दो शहरों से हवाई यात्रा शुरू होने पर झारखंड के यात्रियों को काफी सुविधा होगी।

धनबाद के लोगों के लिए हवाई सेवा रह गया सपना, मान रहे हैं यहां के सांसद की शिथिलता

धनबाद में भारत कोकिंग कोल सहित दामोदर घाटी निगम और आईआईटी आईएएसम सहित कई संस्थान हैं. जहां हवाई सेवा की जरूरत वर्षों से मांग की जा रही है. इसके लिए बलियापुर में जमीन अधिग्रहण भी किया गया योजनाएं भी बनी लेकिन यहां हवाई सेवा नही शुरू हो पाई और उम्मीद भी नही है.

    इसके लिए लोग जन प्रतिनिधि को जिम्मेवार मान रहे हैं यहां केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा के सांसद भी हैं लेकिन उन्होंने कभी भी धनबाद के लिए मजबूती से बात नही उठा पाए.बोकारो में भी उनकी भूमिका नही रही बल्कि स्टील अथॉरिटी के अधिकारियों के पहल पर हवाईअड्डा बन पाया.

नया भारत बनाने केलिए तीसरी बार मोदी सरकार ......दीपक प्रकाश

रांची: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने आज मांडर में विधानसभा स्तरीय संयुक्त मोर्चा सम्मेलन को संबोधित किया। इस अवसर पर रांची ग्रामीण जिलाध्यक्ष सुरेंद्र महतो,प्रदेश उपाध्यक्ष एवम पूर्व विधायक गंगोत्री कुजूर ,प्रदेश माहिला मोर्चा अध्यक्ष आरती कुजूर ,सहित बड़ी संख्या में पार्टी के सभी सात मोर्चों के पदाधिकारी एवम कार्यकर्ता शामिल थे।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश ने कहा भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 9साल सेवा,सुशासन और गरीब कल्याण को समर्पित रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सर्व स्पर्शी सर्व व्यापी विकास को तेजी से धरातल पर उतारा है। गांव , गरीब, किसान,दलित ,वंचित शोषित वर्ग को विकास की मुख्य धारा से जोड़ा है।

प्रकाश ने कहा कि अनुसूचित जाति,जनजाति,किसान,युवा,महिला, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग मोर्चा सभी केलिए उपलब्धियों का अंबार है।हम घर घर हर दरवाजे तक उसे लेकर जाएं।

उन्होंने कहा कि जनधन योजना हो,प्रधानमंत्री आवास हो,आयुष्मान योजना हो,मुफ्त अनाज वितरण योजना ही,उज्जवला योजना हो,किसान सम्मान निधि हो,पेंशन योजना हो सभी योजनाओं में विभिन्न मोर्चों से जुड़े क्षेत्र के लोग करोड़ों की संख्या में लाभान्वित हुए हैं।

उन्होंने कहा कि योजनाओं का लाभ बिना भेदभाव के सभी जरूरतमंदों तक पहुंचाने की हर संभव कोशिश केंद्र सरकार ने की है।

उन्होंने कहा एक तरफ देश में विकास की गति तेज हुई है साथ ही पूरे दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है। देश का सांस्कृतिक गौरव महिमा मंडित हुआ है।

उन्होंने एक भारत ,श्रेष्ठ भारत ,स्वावलंबी भारत,विकसित भारत के स्वप्न को साकार करने केलिए2024में तीसरी बार मोदी सरकार बनाने का आह्वान किया।

कहा कि झारखंड की जनता झारखंड से 14 लोकसभा में भाजपा को जीत दिलाने केलिए संकल्पित है।

प्रकाश ने राज्य से भ्रष्ट,निकम्मी, आदिवासी, दलित महिला,पिछड़ा,युवा विरोधी हेमंत सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।

छात्र की गयी जान तो नींद खुली विवि प्रशासन की, मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद खुलेगा सेंट्रल लाइब्रेरी


रांची यूनिवर्सिटी के कैंपस में स्थित 43 साल पुरानी सेंट्रल लाइब्रेरी को आज से बंद कर दिया गया है। बता दें, बीते दिन यानी 14 जून को छत का छज्जा एक छात्र मंतोष बेदिया के सिर पर गिर गया था।

जिसे घायल अवस्था में रिम्स ले जाया गया लेकिन अस्पताल ले जाने के दौरान ही छात्र ने दम तोड़ दिया था।

वही इस मामले में यूनिवर्सिटी प्रबंधन का कहना है की लाइब्रेरी की ख़राब स्तिथि की जानकारी यूनिवर्सिटी प्रबंधन को थी। हम सेंट्रल लाइब्रेरी के मरम्मत को लेकर विचार ही कर रहे थे लेकिन उससे पहले ही घटना में बच्चे की जान चली गई। वहीं इस पूरे मामले को लेकर डॉ अजीत कुमार सिन्हा ने सेंट्रल लाइब्रेरी भवन का निरीक्षण किया है। उन्होंने कहा कि बुधवार को जो हादसा हुआ, उसकी वजह, भवन के छज्जे में जमा पानी है।

छज्जों में पानी जमने की वजह से वे क्रैक हो गए और यह हादसा हुआ है। अब सेंट्रल लाइब्रेरी पूरी तरह से मरम्मत के बाद ही खोला जायेगा। इस भवन‌ का संपूर्ण जीर्णोद्धार किया जायेगा। इसके सभी छज्जों को तोड़कर उन्हें पानी निकासी लायक बनाया जायेगा।

हीट वेव के कारण झारखंड में बढ़ी स्कूलों की छुट्टी, जानें अब कब से स्कूल खुलेंगे?


रांची: झारखंड राज्य में जारी भीषण गर्मी के मद्देनजर राज्य के कक्षा आठवीं तक के सभी स्कूल 17 जून तक और कक्षा नौवीं से 12वीं तक के स्कूल 15 जून, 2023 तक बंद रहेंगे।  

विभाग की ओर से जारी की गयी चिट्ठी में लिखा है कि अधिक गर्मी पड़ने और राज्य में लू के बढ़ते खतरे को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। गौरतलब है कि इसके पूर्व 11 जून को भी शिक्षा सचिव रवि कुमार ने गर्मी को देखते हुए आदेश जारी किया कि 14 जून तक स्कूलों को बंद रखा जाएगा। 

तापमान में तपिश के साथ गर्मी को देखते हुए राज्य सरकार ने एक बार फिर फैसला लेते हुए स्कूलों की छुट्टी को बढ़ा दिया है। अब 8वीं तक के स्कूल नहीं खुलेंगे। सरकार ने उसके लिए एक नई तारीख जारी की है। अब स्कूल 19 जून को खुलेंगे।

सचिव ने अपने पिछले आदेश में कहा है कि इस अवधि में बच्चों की पढ़ाई में होनेवाली क्षति की भरपाई के संबंध में अलग से निर्णय लेते हुए सूचित किया जायेगा। अब दूसरी बार स्कूलों में छूट्‌टी देने का निर्णय लिया गया है।

रांची यूनिवर्सिटी की सेंट्रल लाइब्रेरी का छज्जा गिरा, छात्र की मौत

रांची:- रांची यूनिवर्सिटी की सेंट्रल लाइब्रेरी का छज्जा टूटकर गिरने से एक छात्र की मौत हो गयी। बताया जा रहा है कि मृतक की पहचान मंतोष के रूप में की गई है और वह रामगढ़ पतरातु का रहने वाला है।

जानकारी के अनुसार मन्तोष हर दिन की तरह विश्वविद्यालय के मोरहाबादी कैंपस स्थित लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए पहुंचा था। लाइब्रेरी के बाहर साइकिल खड़ी करने के दौरान ही बिल्डिंग का एक हिस्सा टूटकर गिर गया। इसकी चपेट में आकर छात्र बुरी तरह घायल हो गया। 

अस्पताल ले जाने के क्रम में, रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया। इस घटना से गुस्साए सैकड़ों छात्रों ने लाइब्रेरी के पास की सड़क को जाम कर दिया है। वे विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे हैं। छात्रों के बीच काफी आक्रोश है।

छात्र रांची विश्वविद्यालय प्रबंधन को बुलाने की मांग कर रहे हैं। वही सेंट्रल लाइब्रेरी भवन की जर्जर स्थिति पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। मौके पर मोरहाबादी टीओपी की पुलिस पहुंची है और आक्रोशित छात्रों को समझाने की कोशिश कर रही है।

महा जनसंपर्क अभियान में जनता का मिल रहा समर्थन.....सरोज पांडेय,तीसरी बार मोदी सरकार केलिए जनता संकल्पित

रांची: भाजपा की राष्ट्रीय नेत्री ,जनसंपर्क अभियान की झारखंड प्रभारी सांसद सरोज पांडेय आज एक दिवसीय दौरे पर रांची पहुंची।

प्रदेश कार्यालय में शाम 6बजे उन्होंने प्रदेश भाजपा कार्यालय में महाजनसंपर्क अभियान की प्रदेश टोली की बैठक को संबोधित किया।

बैठक में प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा, बालमुकुंद सहाय एवम प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर ने अंगवस्त्र एवम पुस्तक देकर उनका स्वागत किया।

बैठक में गणेश मिश्र,विधायक बिरंची नारायण,प्रशिक्षण प्रमुख मनोज कुमार सिंह, हेमंत दास,सूरज चौरसिया,शिवपूजन पाठक,अमित कुमार सिंह,राहुल अवस्थी,मृत्युंजय शर्मा, राजश्री जयंती,उमाशंकर केडिया,चंदन कुमार आदि उपस्थित थे।

बैठक को संबोधित करते हुए सुश्री सरोज पांडेय ने कहा कि देश भर में महा जनसंपर्क अभियान को जनता का अपार समर्थन मिल रहा है। कहा कि भाजपा का जनसंपर्क अभियान सर्व व्यापी, सर्व समावेशी और सर्व स्पर्शी है। 

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की 9वर्ष की उपलब्धियां बेमिसाल हैं। जनता तीसरी बार भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री एवम दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी जी को अपार समर्थन के साथ प्रधानमंत्री बनाना चाहती है।

उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार के पास कोई उपलब्धियां नही है इसलिए महा ठगबंधन सरकार चलाने वाले भाजपा के अभियान से डरे हैं।

उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार ने जनता की भलाई केलिए कुछ किया है तो उन्हे प्रचारित करने से कौन रोका है। 

उन्होंने कहा कि राज्य की जनता सब जानती है और 2024के चुनाव में ठगबंधन को सबक सिखाने केलिए तैयार है।

मतदाता सूची से 18 वर्ष से अधिक के हर नागरिक को जोड़ने पर जोर: के. रवि कुमार


छूटे मतदाताओं को जोड़ने के लिए लगेगा कैंप, हर घर पर लगेगा स्टीकर

रांची: मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा है कि मतदाता सूची से छूटे हर नागरिक को सूची से जोड़ा जाएगा। इसके लिए वृहद कार्यक्रम बनाया गया है। चुनाव आयोग का उद्देश्य है कि हर नागरिक प्रजातंत्र के उत्सव चुनाव में अपनी सक्रिय भूमिका निभाए। वे मंगलवार को चुनाव आयोग कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर रहे थे। 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि चुनाव आयोग मतदाताओं को सूची से जोड़ने की कवायद तो कर ही रहा है, आम नागरिक भी वोटर सर्विस पोर्टल पर जाकर जरूरी डॉक्यूमेंट अपलोड कर खुद को मतदाता के रूप में सूचीबद्ध कर सकते हैं। चुनाव आयोग स्पीड पोस्ट के माध्यम से उनका वोटर आईडी कार्ड उनके पते पर भेज देगा। वही पोर्टल पर जाकर वोटर आईडी में नाम सुधार, फोटो सुधार, पता सुधार आदि भी सहज तरीके से किया जा सकता है।

उन्होंने कहा कि सभी नागरिकों को मतदाता सूची से जोड़ने के लिए जहां विशेष कैंप का आयोजन होगा, वहीं हर घर का सर्वे कर मतदाताओं को सूची से जोड़ा जाएगा और त्रुटियों का सुधार भी होगा। यह कार्य 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलेगा। इसमें 17 अक्तूबर से 30 नवम्बर 2023 तक यदि कोई दावा या आपत्ति हो तो उसे दर्ज कराया जा सकेगा।जिस-जिस घर का सर्वे होगा, उसकी पहचान के लिए घर के बाहर इस आशय का एक स्टीकर भी चिपकाया जाएगा। साथ ही सर्वे करने वाले इससे जुड़ा ब्योरा एक रजिस्टर में भी दर्ज करेंगे। इसका सत्यापन भी कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि आयोग का महिला, दिव्यांग, बुजुर्ग, थर्ड जेंडर, सेक्स वर्कर और आदिम जनजाति को मतदाता सूची से जोड़ने पर विशेष फोकस रहेगा।

उन्होंने बताया कि मतदाता सूची से जोड़ने की पूरी प्रक्रिया डिजिटल होने से अब त्रुटि की गुंजाइश हद तक खत्म हो गई है। यही कारण है कि मतदाता सूची में नाम जोड़ने के 28 दिन के भीतर स्पीड पोस्ट से वोटर कार्ड मतदाता के पते पर पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के मुकाबले शहरी क्षेत्रों में मतदाता सूची से लोगों को जोड़ने में थोड़ी परेशानी आती है। इसका कारण शहर का विस्तार और नई जगहों पर मकान, अपार्टमेंट आदि का लगातार निर्माण है। उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि झारखंड में महिला-पुरुष मतदाता अनुपात लगातार सुधर रहा है। एक हजार पुरुष मतदाता के अनुपात में पहले 909 महिलाएं थीं, जो अब 946 हो गया है। 

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि 5 जनवरी 2024 को अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन के पहले पूर्व पुनरीक्षण गतिविधि के अलावा अन्य जरूरी कार्यों का निपटारा कर लिया जाएगा। इस महती कार्य के सुचारू क्रियान्वयन के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने आम नागरिकों, राजनीतिक दलों, मीडिया के प्रतिनिधियों तथा इस कार्य से जुड़े सभी लोगों से अपेक्षित सहयोग की अपील की। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का मुख्य उद्देश्य यह है कि कोई भी मतदाता अपने मताधिकार से वंचित न रहे।