*धूप से झूलस रही सब्जी की फसल*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।तपती धूप से मौसमी सब्जी की फसल झूलस जा रही है। तीखी धूप व पर्याप्त पानी न मिलने से खेतों में चौराई,पालक, भिंडी,करैला व कदू की सफल सूख जा रही है।

सिंचाई के दो - चार दिन बाद ही खेतों में दरारें फटना शुरू हो जा रहा है। कंदा की फसल झूलसती जा रही है। कृषकों की मानें तो धूप इतना तेज हो रहा है कि सिंचाई में थोड़ा विलंब हुआ नहीं कि फसल झूलसने लग जा रही है।

*लू और तपिश से बढ़े डायरिया के मरीज*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। चुभती गर्मी व लू के थपेड़ो ने अब अपना असली रूप दिखाना शुरू कर दिया है। पारे के लगातार बढ़ने से बच्चों व बुजुर्गो की सेहत पर ज्यादा असर पड़ है। लोग वायरल बुखार व डिड्राड्रेशन से पीड़ित होकर अस्पतालों में पहुंच रहे हैं। हालात यह है कि वर्तमान में अस्पताल ऐसे मरीजों से पटे पड़े हैं। 

ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी कतार देख चिकित्सक भी हलकान है। महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय हो सीएचसी - पीएचसी हर जगह इन बीमारियों से ग्रसित काफी संख्या में मरीज भर्ती होकर अपना इलाज करा रहे हैं। वायरल बुखार व त्वचा से पीड़ित मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ प्रदीप कुमार की मानें तो जून माह में भीषण गर्मी पड़ने से लोग तेजी से बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। 

अस्पताल के वार्ड में एक दर्जन से ज्यादा ज्यादा डायरिया से पीड़ित हैं। ये उल्टी, दस्त, डायरिया, पेट दर्द,व बुखार से पीड़ित हैं। इसके अलावा विभिन्न रोगो से परेशान ढाई सौ से तीन सौ मरीजों का रोजना पंजीकरण हो रहा है।

ऐसे करें रोगी से बचाव

घर से बाहर निकलते समय सिर पर टोपी या रुमाल रखें। पानी तरल पदार्थ का सेवन बराबर करते हैं। मौसम फल संग तरबूजा, ककड़ी व खीरा का सेवन करें। काम करते समय पानी की बोतल पास में रखें। दही व लस्सी का भरपूर उपयोग करें। पानी में नमक डालकर पीएं। बच्चे डायरिया की चपेट में आते हैं तो ओआर‌एस का घोल देते रहें।

डायरिया के ये हैं लक्षण

सीएमओ डॉ संतोष कुमार चक ने बताया कि जी मिचलाना, पेट में मरोड़ आना,लूज मोशन,सूजन बुखार आना ये सब डायरिया के लक्षण है। इस बीमारी से बचाव के लिए खूब पानी पिएं तीखी धूप में घर से बाहर निकलने से बचें

*कारपेट एक्सपो के निर्माण में धांधली की हाेगी जांच*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही।एक तरफ कारपेट एक्सपो मार्ट में अक्तूबर में होने वाले फेयर की तैयारी तेजी चल रही है। वहीं, दूसरी तरफ कारपेट एक्सपो मार्ट के निर्माण में धांधली की शिकायत की गई है। मड़ियाहूं विधायक डॉ. आरके पटेल ने शासन से कारपेट एक्स्पो मार्ट में निर्माण में भारी धांधली का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई थी। मामले को संज्ञान में लेकर संयुक्त आयुक्त उद्योग (हस्त एवं निर्यात प्रोत्साहन) सर्वेश्वर शुक्ला ने पांच सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है।

भदोही के कालीन निर्यातकों को बेहतर मंच देने के लिए 31 दिसंबर 2020 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कारपेट एक्स्पो मार्ट का उद्घाटन किया गया था। बीते साल इस मार्ट में ही जिले का पहला फेयर कराया गया था। अब इसके निर्माण में धांधली का आरोप लगाते हुए मड़ियाहूं विधायक ने बीते साल दिसंबर में शासन से शिकायत की थी। मामले की जांच के लिए पांच सदस्यीय टीम का गठन किया गया है।

इसमें संयुक्त आयुक्त उद्योग मिर्जापुर मंडल को अध्यक्ष और उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग प्रोत्साहन व उद्यमिता विकास केंद्र भदोही को सदस्य सचिव नामित किया है। वहीं, सदस्य के रूप में मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रतिनिधि बीडा, भदोही, प्रबंध निदेशक यूपीएसआईसी कानपुर और कोषाधिकारी प्रतिनिधि भदोही को सदस्य बनाया गया है। संयुक्त आयुक्त उद्योग सर्वेश्वर शुक्ला ने जांच समिति से मामले की जांच कर आख्या प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उपायुक्त उद्योग, जिला उद्योग प्रोत्साहन एवं उद्यमिता विकास केन्द्र, भदोही उमेशचंद्र वर्मा ने बताया कि मामले की जांच का निर्देश दिया गया है। कमेटी जल्द ही जांच कर आख्या प्रस्तुत करेगी।

*10-11 जून को आंधी के आसार*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। आगामी 10 और 11 जून को प्रदेश के पश्चिमी, पूर्वी उत्तर प्रदेश और मध्य अंचल में कहीं - कहीं धूल भरी आंधी और गरज - चमक के साथ छिटपुट बारिश के आसार बन रहे हैं। इसके अलावा अन्य दिनों में पश्चिमी, पूर्वी, मध्य और बुन्देलखण्ड अंचलों में आसमान मुख्यतः साफ रहेगा।

दिन व रात के तापमान में दो से तीन डिग्री सेल्सियस की वृद्धि की संभावना है। प्रदेश के विंध्य और बुन्देलखण्ड के कुछ जिलों में आज से 10 जून के बीच लू चलने तथा पूर्वी, पश्चिमी, और मध्य उत्तर प्रदेश के अंचलों में उत्तर पश्चिमी हवाएं औसत से तेज रफ्तार से चलने के आसार हैं।

*जिले में रोपे जाएंगे 14 लाख पौधे*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।मानसून सत्र में बड़े पैमाने पर पौधरोपण कर कालीन नगरी हरी-भरी बनाई जाएगी। इस बार जिले में करीब 14 लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसके लिए वन विभाग की 18 नर्सरियों में 20 लाख पौधे तैयार किए गए हैं। वहीं, 27 विभागों को पौधरोपण की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस बार जुलाई में पूरे जिले में 13 लाख 95 हजार 60 पौधे लगाए जाएंगे।

पिछले साल की अपेक्षा इस बार दस हजार अधिक पौधरोपण का लक्ष्य दिया गया है। इसको लेकर वन विभाग ने तैयारियां तेज कर दी है। वन विभाग के तीन रेंज ज्ञानपुर, भदोही और औराई के अधीन 18 नर्सरियों में 25 प्रजातियों के करीब 20 लाख पौधे तैयार किए गए हैं। मानसून आने के 20 दिन बाद पौधरोपण का काम शुरू होगा। सभी विभागों को निर्धारित लक्ष्य के अनुसार वन विभाग पौधे उपलब्ध कराएगा। ग्राम्य विकास विभाग को सबसे ज्यादा पांच लाख 31 हजार पौधे रोपने का लक्ष्य मिला है। इसके बाद वन विभाग 3.50 लाख और कृषि विभाग 1.60 लाख पौधे लगाएगा।

*डीएम ने जिला अस्पताल का किया निरीक्षण जताया नाराजगी चिकित्सकों को लगाई फटकार*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिलाधिकारी गौरांग राठी ने आज अचानक जिला अस्पताल में पहुंचकर इमरजेंसी व ओपीडी वालों का निरीक्षण किया इस दौरान खामियां मिलने पर जहां नाराजगी जताई तो वही चिकित्सकों को करा फटकार भी लगाया है कि भविष्य में ऐसी गलती दोहराई गई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी जिलाधिकारी ने दवा स्टोर रूम को भी देखा और बाहर की दवाइयां न लिखने का सख्त निर्देश दिया।

बता दें कि डीएम गौरांग राठी ज्ञानपुर नगर स्थित महाराजा चेतसिंह जिला अस्पताल में अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए जहां पर हड़कंप की स्थिति बन गई और डीएम ने ओपीडी दवा पर्ची एवं इमरजेंसी वार्ड का निरीक्षण किया निरीक्षण के दौरान कुछ खामियां मिली जीत पर नाराजगी जताते हुए चिकित्सकों को फटकार लगाई और कहा कि अगर इस तरह से दोबारा गलती पाई गई तो कठोर कार्रवाई की जाएगी जिलाधिकारी ने सीएमओ डॉ संतोष चक को निर्देश दिया कि जो चिकित्सक अपने कार्यों में लापरवाही बरत रहे हैं उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया और अस्पताल में जो चिकित्सक लंबे समय से छुट्टी लिए हैं उनके प्रति भी नाराजगी जताई है डीएम के अस्पताल में निरीक्षण चिकित्सकों में हड़कंप की स्थिति बनी रही निरीक्षण के दौरान सीएमओ डॉ संतोष सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

*सहकारिता के बड़े बकाएदारों की संपति होगी नीलाम*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। विकास भवन स्थित सहाकारिता कार्यालय में सोमवार को एआर कोआपरेटिव राघवेंद्र शुक्ला की अध्यक्षता में सचिव, एडीओ और सहकारी बैंक के अफसरों की बैठक हुई।

इसमें बकाएदारों से वसूली की रणनीति बनाई गई।एआर कोआपरेटिव ने कहा कि कर्मचारियों के बेहतर सहयोग से दो साल में करीब पांच करोड़ 22 लाख की वसूली की गई। अब भी दो करोड़ से अधिक की बकाएदारी है। इसकी वसूली दो माह के अंदर करनी है।

उन्होंने सभी एडीओ, बैंक कर्मियों और सचिवों से इसमें सहयोग करने का निर्देश दिया। कहा कि अगर बड़े बकाएदार पैसा नहीं जमा करें तो उनके खिलाफ सहकारी समिति अधिनियम के तहत उनकी प्रापर्टी या जमीन को कुर्क या नीलाम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि साढ़े चार हजार किसानों पर सात करोड़ से अधिक बकाया था।

बताते चलें कि सहकारिता विभाग की समिति से किसानों को उर्वरक और बीज आदि दिया जाता है। जो किसान समिति का सदस्य बना हुआ है उसे यह सामान बिना राशि के दिया जाता है। इसकी राशि किसान फसल आने के बाद जमा कर सकता है। वहीं, विभाग के संचालित सरकारी बैंकों से भी किसानों को ऋण दिया जाता है, लेकिन अधिकतर किसान समय पर ऋण जमा नहीं करते हैं। कई बार इन्हें नोटिस भी भेजी जाती है। अब इन्हें आरसी दी जाएगी। यदि कोई किसान ऋण जमा कर देता है तो उसकी आरसी निरस्त कर दी जाएगी। यदि किसान ऐसा नहीं करता है तो उसकी जमीन आदि प्रापर्टी की कुर्की कर राशि वसूली जाएगी।

*शक्ति कलश जन जागरूकता यात्रा का ज्ञानपुर नगर में किया गया भव्य स्वागत*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। हरिद्वार शांतिकुंज से प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ गायत्री परिवार उत्तर प्रदेश द्वारा कन्याओं को जागरूक एवं 13 से 17 दिसंबर तक चलने वाले शिविर को लेकर जन जागरूकता शक्ति कलश यात्रा यात्रा निकाला गया और आज ज्ञानपुर नगर में पहुंचने पर गायत्री परिवार व नगर वासियों ने भव्य स्वागत किया ।

भदोही में स्वागत के बाद यात्रा सुल्तानपुर की तरफ रवाना हो गई। बता दें कि गायत्री परिवार द्वारा 2 मई को शांतिकुंज हरिद्वार से शक्ति कलश जन जागरूकता यात्रा निकाला जो प्रदेश के कई जिलों में भ्रमण करते हुए आज ज्ञानपुर नगर में पहुंचा। जहां पर जोरदार स्वागत किया गया जन जागरूकता यात्रा का मुख्य उद्देश्य कन्याओं को जागरूक करना है।

जिसके लिए प्रांतीय कन्या कौशल शिविर का 13 से 17 दिसंबर तक सुल्तानपुर में आयोजित किया गया है जहां पर 15 से 30 वर्ष तक की बेटी बहू बहन पत्नी को प्रशिक्षित किया जाएगा। जिसके लिए जन जागरूकता यात्रा निकालकर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने के लिए लोगों से आवाहन किया गया । शिविर में पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता लेखन प्रतियोगिता इस लोक लेखन प्रतियोगिता नृत्य प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ।

जिससे महिलाओं को जहां आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा तो वहीं उन्हें जागरूक भी किया जाएगा । यात्रा चांदपुर से निकलकर सुल्तानपुर के लिए रवाना हो गई जहां पर 13 से 17 दिसंबर तक कन्याओं को शिविर में प्रशिक्षित किया जाएगा ।

*15 जून से रामपुर पीला पुल पर आवागमन बंद,मिर्जापुर जाने को तय करनी होगी लंबी दूरी*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। रामपुर गंगा घाट पर बने पीला पुल से आवागमन 15 जून से बंद कर जाएगा। इसके लिए 10 जून से ही नट व बोल्ट खोलना का काम शुरू होगा। लोक निर्माण विभाग के अफसरों का आदेश मिलने के बाद मातहत काम कराने में जुट गए हैं।

उधर अब मिर्जापुर आवागमन करने में 25 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी। रामपुर, महर्षि वाल्मीकि गंगा घाट पर पीपा पुल का निर्माण लोक निर्माण विभाग की ओर से विजयदशमी से कराया जाता है। उससे मिर्जापुर, प्रयागराज, सोनभद्र, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ की यात्रा आसान होती है। मिर्जापुर से लोग आकर गोपीगंज व भदोही की कालीन कंपनियों में काम करते हैं। इसके अलावा रोज खरीददारी करने वालों की भी संख्या अधिक होती है।

इसी तरह भदोही के लोग भी मिर्जापुर के लिए आवागमन करते हैं। उनके सामने अब दिक्कतें होंगी। शास्त्री पुल मिर्जापुर से आवागमन करने में 25 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ेगा। पीपा पुल का नट, बोल्ट खोलने व चकर प्लेट हटाने की कवायद 10 जून से शुरू हो जाएगी। वहीं इस पीपा पुल की देखरेख करने वाले मेठ रामदुलार ने बताया कि 15 जून के बाद आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। चार पहिया वाहनों का आवागमन जहां 10 जून से बंद कर दिया जाएगा।

वहीं,बाइक औसत साइकिल सवार के साथ पैदल आने जाने वाले 15 जून तक आवागमन कर सकेंगे। खास बात यह है कि 16 जून से नाव और स्टीमर के सहारे गंगा पार की यात्रा संभव हो सकेगी।

पक्का पुल न होने के कारण लोक निर्माण विभाग प्रति वर्ष रामपुर और डेंगूपुर - धनतुलसी गंगा घाट पर हजारों रुपए खर्च कर पीपा पुल का निर्माण कराती है। गंगा दशहरा के बाद बारिश के आसार प्रबल होते ही पुलों को तोड़ने की प्रक्रिया आरंभ होती है।

*जिले के प्रमुख नगरों से नहीं चलती है रोडवेज बस सेवा*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के प्रमुख नगरों से रोडवेज बस सेवा का संचालन नहीं होता है। इससे हर दिन बड़ी संख्या में लोग डग्गामार वाहनों की सवारी करने को विवश होते हैं। सुरियावां, ज्ञानपुर, खमरिया और भदोही जैसे बड़े नगर में भी ढूंढ़ने से भी रोडवेज की बसें नहीं दिखती है।

शाम होने पर बस आती भी है तो बस में सवारी करने वाला कोई नहीं होता। निजी या डग्गामार वाहनों पर निर्भर होने के कारण लोगों की जेब पर भी इसका असर देखने को मिलता है।भदोही, ज्ञानपुर, सुरियावां, खमरिया, नईबाजार ये चार नगर निकाय हैं। इन बाजारों में हर दिन हजारों लोगों का आना-जाना होता है। इसके साथ ही हर दिन नगर के व्यापारियों और विद्यार्थियों को भी व्यापार और पढ़ाई के लिए बाहर जाना होता है।

ज्ञानपुर में मुख्यालय होने के कारण यहां भी हजारों लोगों को आना होता है, लेकिन बिडंबना है कि इन नगरों से रोडवेज बस सेवा नदारद है। रोडवेज बसों की सुविधा न मिलने से निजी वाहन स्वामियों की मनमानी चलती है। जिसका खामियाजा स्थानीय यात्रियों को भुगतना पड़ता है। लोग यहां तक आरोप लगाते हैं कि निजी वाहन यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते हैं। जिले में औराई के पास रोडवेज बस स्टैंड भी हैं।

जहां वाराणसी से प्रयागराज चलने वाली बसों का ठहराव होता है। इसके अलावा यहां से मिर्जापुर और जौनपुर तक के लिए बसें चलाई जाती हैं। प्रयागराज जाने वाली बसें ही गोपीगंज में भी कुछ देर के लिए ठहरती हैं। वहीं घोसिया नगर के लोग इस रूट पर चलने वाली रोडवेज बसों का लाभ उठा पाते हैं। दूसरी तरफ खमरिया, जो कि मिनी कालीन नगरी के रूप में जाना जाता है। वहां भी रोडवेज बस की कोई सेवा नहीं है।

ज्ञानपुर रोडवेज बना है अराजक तत्वों का अड्डा

ज्ञानपुर। मुख्यालय होने के बाद भी ज्ञानपुर से एक भी रोडवेज की बसों का संचालन नहीं किया जाता है। लगभग 15 साल पहले बने रोडवेज बस स्टेशन से अब तक सुचारू रूप से बसों का संचालन नहीं होता, जबकि यहां हर दिन हजारों लोगों का मुख्यालयी काम के लिए आना होता है।

देखरेख के अभाव में बस स्टेशन पूरी तरह से वीरान हो गया है। जहां 24 घंटे अराजक तत्वों का डेरा रहता है।

भदोही में नहीं होता है ठहराव

ज्ञानपुर। भदोही रोडवेज स्टेशन पर बसों का ठहराव नहीं होता है। जौनपुर वाया मिर्जापुर और मिर्जापुर से जौनपुर जाने वाली बसें जरूर यहां आती हैं, लेकिन अगर सवारी दिख गई तो रूकती हैं, नहीं तो फिर आगे बढ़ जाती हैं। जिले का बड़ा शहर होने के बाद भी यहां से रोडवेज की बसों का संचालन नहीं किया जाता है।

पैसेंजर ट्रेन बंद होने से बढ़ी मुश्किल

सुरियावां। सुरियावां नगर में शाम साढ़े सात बजे के आसपास एक बस आती जरूर है, लेकिन उस दौरान कोई यात्रा करने वाला नहीं होता है। जौनपुर के लिए यह बस ज्ञानपुर होते हुए मिर्जापुर की ओर से जाती है। चार महीने पहले तक प्रतापगढ़ से वाराणसी पैसेंजर ट्रेन चलती थी, जो सुबह प्रतापगढ़ से सुरियावां होते हुए वाराणसी जाती थी और शाम को वाराणसी से भदोही सुरियावां होते हुए प्रतापगढ़ जाती थी। उसके बंद होने से मजदूर, विद्यार्थी और कर्मचारियों के साथ व्यापारी भी परेशान हैं।

अब रेल विभाग के आला अधिकारी समस्याओं को उठाने के बाद भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। एक तरफ रेल सेवा और दूसरी तरफ रोडवेज सेवा न होने से लोगों को मुश्किलों से दो-चार होना पड़ता है।

जिले की प्रमुख शहरों से रोडवेज बसों के संचालन के सर्वे का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही इन नगरों में बसों का संचालन होगा। सीतामढ़ी, सुरियावां, दुर्गागंज से होते हुए प्रयागराज तक के लिए बसें नौ जून के बाद से चलाई जा सकती हैं। - महेन्द्र पांडेय, एआरएम, कैंट परिक्षेत्र, वाराणसी।