*सीएम योगी बोले- न्यायालय परिसर में शस्त्र लेकर कोई प्रवेश न करने पाए वाले आदेश का कड़ाई से हो अनुपालन*


लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोर्ट के अंदर जीवा की गोली मारकर हत्या के बाद कोर्ट की सुरक्षा को लेकर सीएम योगी गंभीर हो चले है। इसीलिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाईकोर्ट समेत प्रदेश के समस्त न्यायालय परिसरों की सुरक्षा और अधिक बेहतर करने संबंधी निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने को कहा है। इस बाबत जिला न्यायाधीशों की अध्यक्षता में बार के सदस्यों के साथ बैठक कर स्थानीय स्तर पर सुरक्षा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने और न्यायालय परिसर में शस्त्र लेकर प्रवेश न किए जाने के आदेशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराने को कहा है। उन्होंने कहा कि अधीनस्थ न्यायालयों को ’द आर्म्स रूल 2016’ के नियम 46 के अन्तर्गत अग्न्यायुध मुक्त क्षेत्र घोषित किया जाए।

सीएम ने बैठक कर अधिकारियों को दिया दिशा निर्देश

मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने बृहस्पतिवार को वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि भविष्य में किसी भी न्यायालय परिसर कोई भी अप्रिय घटना न होने पाए। जिला न्यायालयों की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा एसओपी बनाई गई है। प्रदेश के जनपदीय न्यायालयों में 71 सुरक्षा प्रभारी निरीक्षक एवं उपनिरीक्षक, 22 निरीक्षक, 240 उपनिरीक्षक, 522 मुख्य आरक्षी और 1772 आरक्षी तैनात हैं।

वादकारियों, वकीलों एवं आने-जाने वाले व्यक्तियों की नियमित जांच हो

इसके अलावा क्यूआरटी में 60 उपनिरीक्षक, 112 मुख्य आरक्षी और 256 आरक्षी तैनात हैं। उन्होंने न्यायालय परिसर में सुरक्षा के लिए लगे उपकरणों की जांच करने और उनको दुरुस्त रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने बार के सदस्यों के साथ बैठक कर वादकारियों, वकीलों एवं आने-जाने वाले व्यक्तियों की नियमित जांच कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने को कहा है। उन्होंने न्यायालयों में सीसीटीवी लगाने और प्रशिक्षित पुलिसकर्मी तैनात करने को कहा है।

आगामी पर्वों को दृष्टिगत रूट डायवर्जन का प्लान समय से तैयार करा लिया जाए

वहीं डीजीपी विजय कुमार ने सावन मेला, जगन्नाथ रथ यात्रा, मोर्हरम, बकरीद आदि पर्वों के दृष्टिगत आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। विशेष डीजी कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि आगामी पर्वों को दृष्टिगत रूट डायवर्जन का प्लान समय से तैयार करा लिया जाए, ताकि किसी भी नागरिक को आवागमन में असुविधा न हो। इस दौरान सचिव गृह एवी राजामौलि व बीडी पालसन सहित पुलिस विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।

*पर्यटन नीति-2022 में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हॉस्पिटेलिटी सेक्टर में बड़े पैमाने पर छूट देने का प्राविधान:जयवीर सिंह*


लखनऊ। पर्यटन नीति-2022 में सेवा सेक्टर को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से हेरिटेज पर्यटन इकाईयों को विभिन्न प्रकार की वित्तीय प्रोत्साहन, सब्सिडी एवं छूट के प्राविधान किये गये हैं। इसके तहत पूंजीगत निवेश पर सब्सिडी, ब्याज सब्सिडी, स्टैम्प ड्यूटी से छूट, भू-उपयोग परिवर्तन शुल्क आवश्यक होने पर निःशुल्क आबकारी लाइसेंस शुल्क तथा इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएंगी।

यह जानकारी प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने गुरुवार को यहां दी। उन्होंने बताया कि पंजीकृत हेरिटेज इकाई के मूल स्वरूप/वाह्य संरचना में बिना बदलाव लाये इकाई के संरक्षण विस्तार, रेनोवेशन तथा रेट्रोफिटिंग आदि के लिए पूंजीगत निवेश के 25 प्रतिशत तथा अधिकतम 5 करोड़ रूपये की सब्सिडी प्रदान की जायेगी। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित होने वाले हेरिटेज होटलों के परिसर में बार लाइसेंस हेतु लाइसेंस शुल्क में 50 प्रतिशत प्रतिपूर्ति किये जाने का प्राविधान किया गया है।

इसी प्रकार पर्यटन नीति में पात्र इकाईयों को हेरिटेज इकाई के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ किये बिना बदलाव लाये जाने के लिए अधिकतम 5 करोड़ ऋण पर 5 वर्ष तक 5 प्रतिशत तक का ब्याज अनुदान दिया जायेगा। हेरिटेज होटल की स्थापना अथवा विस्तार के लिए एक ही व्यक्ति के स्वामित्व के अधीन कोई भवन और उससे लगी हुई भूमि क्रय की जाती है तो सम्पूर्ण स्टैम्प ड्यूटी पर्यटन विभाग द्वारा सब्सिडी के रूप में दी जायेगी। जयवीर सिंह ने बताया कि पर्यटन नीति में भू-उपयोग परिवर्तन शुल्क में पर्यटन नीति के तहत हेरिटेज होटल की स्थापना के लिए भू-उपयोग परिवर्तन आवश्यक होने पर परिवर्तन निःशुल्क किये जाने का प्राविधान किया गया है। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार हेरिटेज होटल तक सर्वऋतु मार्ग तथा अतिक्रमणमुक्त लिंक रोड की व्यवस्था करायी जायेगी।

निरंतर विद्युत आपूर्ति हेतु विद्युत सब स्टेशन ट्रांसफार्मर की व्यवस्था की जायेगी तथा आकर्षक संकेतक लगाये जाएंगे।

*गैंगस्टर जीवा के शव का हुआ पोस्टमार्टम, हमले में जीवा को लगी थी छह गोलियां*


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के बड़े गैंगस्टर संजीव जीवा की लखनऊ कोर्ट परिसर के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के बाद अब पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। ताकि कहीं से कोई कमी न रह जाए। चूंकि मामला बहुत हाईलाइट हो गया। जीवा के शव का देर रात पोस्टमार्टम किया गया, जिसकी पूरी वीडियोग्राफी भी हुई। डॉक्टरों के एक पैनल ने जीवा का पोस्टमार्टम किया। जीवा को इस हमले में 6 गोलियां लगी थीं। पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट से पता चला है कि जीवा को लगी सभी गोलियां शरीर के आर-पार हो गईं। सभी गोलियां पीठ पर बाईं तरफ मारी गईं, जो सीने और पेट की तरफ से पार निकल गईं।

गैंगस्टर संजीव जीवा की हत्या के बाद पोस्टमार्टम की शुरुआती रिपोर्ट के आधार पर सामने आई जानकारी के मुताबिक सभी गोलियां आसपास ही लगीं हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि विजय एक शार्प शूटर है। गोली चलाने वाले विजय को बाकायदा इसके लिए ट्रेनिंग दी गई थी। बताया गया है कि गोलियों से वाइटल ऑर्गन को निशाना बनाने की उसे ट्रेनिंग दी गई थी। माना जा रहा है कि जिन गोलियों से बच्ची और दो पुलिसकर्मियों घायल हुए, वो जीवा के शरीर के आरपार होने के बाद लगीं।

लखनऊ में भरी अदालत में गोली मारकर जीवा की गई हत्या

गैंगस्टर मुख्तार अंसारी के कथित सहयोगी संजीव माहेश्वरी जीवा की बुधवार 7 जून को लखनऊ के अदालत परिसर के भीतर गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस दौरान कई लोग वहां मौजूद थे। विजय नाम के शूटर ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया। अदालत में मौजूद लोगों ने बताया कि हमलावर ने वकील की ड्रेस पहनी हुई थी। घटना के बाद लखनऊ के पुलिस कमिश्नर एसबी शिराडकर ने मामले की जानकारी देते हुए बताया, लखनऊ जेल में संजीव माहेश्वरी जीवा को एक मामले में सुनवाई के लिए अदालत लाया गया था जहां हमलावर ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी.” इस हमले में दो साल की एक लड़की और एक पुलिस कांस्टेबल को भी गोली लगी।

कौन है गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी

जानकारी के लिए बता दें कि मुख्तार अंसारी गिरोह का गैंगस्टर जीवा (48) पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले का निवासी था। वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक कृष्णानंद राय और उत्तर प्रदेश में भाजपा मंत्री ब्रह्म दत्त द्विवेदी की हत्या का आरोपी था और उस पर हत्या, धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश रचने के दो दर्जन मामले दर्ज थे। ब्रह्म दत्त द्विवेदी और उनके गनर की 10 फरवरी, 1997 को उस समय हत्या कर दी गई जब वह फर्रुखाबाद जिले में एक तिलक समारोह से लौट रहे थे। निचली अदालत ने 17 जुलाई, 2003 को जीवा और अन्य आरोपियों को द्विवेदी और उनके गनर की हत्या का दोषी करार दिया था और इस मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

*कर्मचारियों की समस्याओं को लेकर भारतीय मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से की मुलाकात*


लखनऊ। भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश का एक प्रतिनिधिमण्डल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला। प्रतिनिधिममण्डल में प्रदेश के श्रमिक वर्ग एवं कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं पर विचार किया गया और मुख्यमंत्री की ओर से सकारात्मक रूख व्यक्त करते हुए निम्नलिखित विषयों पर श्रमिक एवं कर्मचारी हित में समस्याओं का यथाशीघ्र समाधान किये जाने का आश्वासन दिया गया।

मुख्यमंत्री के समक्ष विद्युत,रोडवेज,शुगर,एनएचएम, 102, 108 एम्बुलेंस सेवा तथा राज्य कर्मचारियों की समस्याओं को रखा गया।विद्युत विभाग के उन कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रमुखता से उठाया गया जिन पर एस्मा के तहत कार्यवाही की गयी है। ऐसे सभी कर्मचारियों एवं अधिकारियों को पूर्ववत उनकी सेवा में बहाली का विषय रखा गया।

विद्युत रोडवेज एवं अन्य विभागों जहां संविदा एवं आउटसोर्स श्रमिकों का नियोजन किया गया है और ऐसे श्रमिकों का संविदाकारों एवं सेवा प्रदाता कम्पनियों द्वारा शोषण किया जा रहा है। उस पर तुरन्त रोक लगाने के लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक समिति का शीघ्र गठन करने का आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत कर्मचारियों की नियुक्ति,वेतनमान व स्थानान्तरण एवं बीमा कवरेज के संबंध में मुख्यसचिव की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया जा रहा है। जिससे श्रमिकों/कर्मचारियों को रोज होने वाली परेशानियों से बचाया जा सके।

विद्युत कर्मचारियों की बहाली के संबंध में मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि विभागीय मंत्री एवं अधिकारियों से वार्ता करके इसका शीघ्र समाधान किया जाय।

प्रतिनिधिमण्डल में मुख्यरूप से मजदूर संघ के राष्ट्रीय मंत्री अशोक शुक्ला, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अनुपम जी, प्रदेश अध्यक्ष विश्वेसर राय, प्रदेश महामंत्री अनिल कुमार उपाध्याय एवं प्रदेश संगठन मंत्री राम निवास सिंह उपस्थित रहे।

*फायरिंग में घायल हुई बच्ची का हाल जानने ट्रामा सेंटर पहुंचे सीएम योगी*

लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर पहुंचे जहां उन्होंने फायरिंग के दौरान घायल हुई बच्ची से मुलाकात की।। डेढ़ साल की बच्ची एससी-एसटी कोर्ट रूम में हुए हत्याकांड के दौरान घायल हो गई थी। हमले में पुलिसकर्मी कमलेश व लाल मोहम्मद भी घायल हो गए थे। दोनों के पैर में गोली लगी थी। मुख्यमंत्री उनसे भी मुलाकात करेंगे।

बुधवार को कोर्ट में माफिया जीवा की कर दी गई थी हत्या

बुधवार शाम को पुलिस हिरासत में लखनऊ के एससी-एसटी कोर्ट रूम में कुख्यात अपराधी संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की हत्या कर दी गई थी। हमलावर वकील के लिबास में पहुंचा था। उसने कोर्ट रूम में ही रिवॉल्वर से ताबड़तोड़ छह राउंड फायरिंग की थी। फायरिंग के दौरान डेढ़ साल की बच्ची और उसकी मां को भी गोली लगी थी।

*सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का किया समर्थन, बोले-अध्यादेश लोकतंत्र के खिलाफ*


लखनऊ । दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बुधवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान भी रहे। यहां पर दोनों मुख्यमंत्री ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात करने के बाद संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता की। जिसमें मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अध्यादेश का विरोध 2024 का सेमी फाइनल है। विपक्ष इस अध्यादेश को वापस कराने में सफल रहा तो 2024 में भाजपा को सत्ता से हटाने में देर नहीं लगेगी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्र सरकार का अध्यादेश लोकतंत्र के खिलाफ है। भाजपा की सरकार केजरीवाल सरकार द्वारा शिक्षा व स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कार्यों को देखकर डर गई है। इसलिए यह अध्यादेश लाई है। हम केजरीवाल सरकार का समर्थन करते हैं और राज्यसभा में अध्यादेश के खिलाफ वोट करेंगे। हमारे सभी सदस्य आम आदमी पार्टी के साथ हैं।

दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण संबंधी केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगा

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एवं पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान व अन्य नेता दोपहर करीब तीन बजे के बाद सपा के प्रदेश कार्यालय पहुंचे। यहां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव सहित अन्य नेताओं के साथ मंत्रणा की। दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण संबंधी केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ समर्थन मांगा। सपा अध्यक्ष ने केंद्र सरकार के अध्यादेश को लोकतंत्र विरोधी बताते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भरोसा दिया कि समाजवादी पार्टी उनके साथ है। करीब 40 मिनट की मंत्रणा के बाद प्रेस कांफ्रेंस में सपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के सांसद इस अध्यादेश का विरोध करेंगे। इस अध्यादेश की सोच लोकतंत्र विरोधी है।

केजरीवाल ने कहा कि हम छुट्टी खत्म होने का इंतजार कर रहे, फिर अदालत जाएंगे

अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार की नीतियों की मुखालफत करते हुए कहा कि दिल्ली के लोगों ने संघर्ष करके वोट डाला। वर्ष 2015 में सरकार बनी। भाजपा को नागवार लगा। उसने सरकार की शक्तियां छीन ली। वह नौकरशाही पर लगाम लगाने, अफसरों के स्थानांतरण और तैनाती के अधिकार नहीं देना चाहती है। लेकिन काम के दम पर दोबारा सरकार बनी।आठ साल की लड़ाई के बाद 11 मई को सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने फैसला दिया कि शक्तियां चुनी हुई सरकार के पास होनी चाहिए, लेकिन 19 मई को मोदी सरकार ने अध्यादेश लाकर कोर्ट का फैसला निरस्त कर दिया।11 मई को सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने फैसला दिया और आठ दिन बाद 19 मई को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ केंद्र सरकार अध्यादेश ले लाई। साजिश इस तरह रची गई कि दोबारा कोर्ट न जा पाएं। क्योंकि उसी समय कोर्ट बंद हो रहा था। केजरीवाल ने कहा कि हम छुट्टी खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। फिर अदालत जाएंगे।

राज्यसभा में विपक्ष की सभी पार्टिंयां मिलकर इस अध्यादेश को गिरा सकती है: अरविंद केजरीवाल

उन्होंने कहा कि लोकसभा में भाजपा के पास बहुमत है, लेकिन राज्यसभा में विपक्ष की सभी पार्टिंयां मिलकर इस अध्यादेश को गिरा सकती है। यदि यह अध्यादेश गिरा तो 2024 में भाजपा का सफाया तय है। क्योंकि इस अध्यादेश के जरिए विपक्ष अपनी ताकत दिखाएगा। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सियासी तैयारी के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी सभी दलों के लोगों से अध्यादेश के मुद्दे पर बातचीत चल रही है। समूचा विपक्ष एक है। लोकसभा चुनाव पर भी जल्द ही बात की जाएगी। इस दौरान आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सदस्य संजय सिंह, दिल्ली की शिक्षा मंत्री सुश्री आतिशी, सपा के राष्ट्रीय सचिव राजेंद्र चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, विधानसभा में मुख्य सचेतक डॉ मनोज पाण्डेय आदि मौजूद रहे।

भाजपा के मुख्यालय बन गए हैं राजभवन : भगवंत सिंह मान

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि दिल्ली में हर प्रदेश के लोग रहते हैं। ऐसे में यह लड़ाई समूचे देश की है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में सभी राज्यों के राजभवन उसके मुख्यालय बन गए हैं और गवर्नर समन्वयक की भूमिका निभा रहे हैं। भाजपा का प्रयास है कि जहां चुनाव से सरकार न बने, वहां जबरदस्ती बनाई जाए। लेकिन देश की जनता को इलेक्टेड और सलेक्टेड में अंदर करना होगा। उन्होंने कहा कि जहां भाजपा की सरकार नहीं है, वहां के लोगों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, जीएसटी सहित तमाम विभागों से मिलने वाली केंद्र आधारित धनराशि नहीं मिल रही है। सपा अध्यक्ष का आभार जताते हुए कहा कि सपा में जेपी आंदोलन से जुड़े लोग हैं। ऐसे में उन्मीद है कि वे हमारी मदद करेंगे।

*अतीक-अशरफ की हत्या के 53 वें दिन मुख्तार अंसारी के करीबी गैंगस्टर जीवा की हत्या*को


प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के करीब 53वें दिन कुख्यात मुख्तार अंसारी का करीबी गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की लखनऊ की अदालत में गोली मारकर हत्या कर दी गई। अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद इस गोलीकांड ने एक बार फिर यूपी की कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है। इन दोनों हत्याकांड को जिस तरह अंजाम दिया गया उसमें कुछ बातें काफी मिलती-जुलती हैं। पहली माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ को पुलिस सुरक्षा में कैमरे के सामने गोलियां मारी गईं थी, जीवा को भी उसी अंदाज में पुलिस सुरक्षा में गोली मारी गईं। दूसरी अतीक और अशरफ हत्याकांड में हमलावर पत्रकार के वेश में आए थे। जबिक गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी को मारने वाले हमलावर वकीलों के वेश में आए।

लखनऊ गोलीकांड में बच्ची समेत पुलिसकर्मी भी हुए घायल

राजधानी लखनऊ के कोर्ट में बुधवार दोपहर अज्ञात बदमाशों ने गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। फायरिंग के दौरान एक बच्ची को भी गोली लगी है। हत्यारा वकील की ड्रेस में था। उसकी पहचान विजय यादव पुत्र श्यामा यादव निवासी केराकत जिला जौनपुर के रूप में हुई है। पुलिस छानबीन में जुटी हुई है। हमले में एक सिपाही लाल मोहम्मद भी घायल हुआ है। हमले में घायल डेढ़ साल की बच्ची को बलरामपुर अस्पताल भेज दिया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है।

हमलावर वकील की ड्रेस में थे और कोर्ट परिसर के बाहर वारदात को अंजाम दिया है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है।

*कोर्ट में हुई हत्या पर बोले अखिलेश, यूपी की कानून व्यवस्था चौपट*


लखनऊ। राजधानी लखनऊ की कहचरी में हुई हत्या के बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। कहा कि कानून व्यवस्था ध्वस्त है। ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार ने अपराधियों को खुली छूट दे रखी है। जो चाहे, जिसे चाहे, जहां मार दे। पुलिस हिरासत में हत्याएं हो रही हैं। कचहरी, थाने, कोर्ट में हत्याएं हो रही है। प्रदेश में लोग कहीं भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि सवाल यह नहीं है कि कौन मारा गया बल्कि अहम सवाल यह है कि कहां मारा गया?

प्रदेश में बेटियां, महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित : सपा प्रमुख

पत्रकारों से बातचीत करते हुए लखनऊ प्रकरण में सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के लोग हर स्तर पर साजिश करते हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि यह भी संभव है कि वे हत्यारोपी के संबंध में सपा से जोड़ दें, लेकिन उनकी हर कारगुजारी जनता समझती है। प्रदेश में बेटियां, महिलाएं सबसे ज्यादा असुरक्षित हैं। लखनऊ, नोएडा, कानपुर में हर दिन दुष्कर्म और अन्य अपराधिक घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने सवाल किया कि आखिर भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश में कार्यवाहक डीजीपी क्यों बना रही है? एक बार नहीं बल्कि तीन बार से कार्यवाहक डीजीपी बन रहे हैं।

अपराध नियंत्रण सरकार के लिए बड़ी चुनौती : मायावती

लखनऊ कोर्ट परिसर में हुई संजीव जीवा की हत्या के मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा किया है। उन्होंने ट्वीट के जरिए कहा कि लखनऊ कोर्ट परिसर में सनसनीखेज गोलीकांड हुआ है। खुलेआम हुई हत्या यूपी में कानून व्यवस्था व अपराध नियंत्रण के मामले में सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। ऐसी घटनाओं से आम जनता में काफी दहशत है। सरकार सख्त कदम उठाए, बसपा की यही मांग है।

*माफिया जीवा को गोली मारने में विजय यादव ने खाली दी पूरी रिवॉल्वर, पलक झपकते ही हो गया ढेर*


लखनऊ । कुख्यात संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा पर गोलियां दागने के लिए हमलावर घात लगाए बैठा रहा। वह वकील के वेश में था, इसलिए उस पर किसी तरह का शक नहीं हुआ। जैसे ही अपने केस की बारी आते ही जीवा कोर्ट रूम के कटघरे की तरफ चला आरोपी विजय यादव ने उसपर ताबड़तोड़ गोलियां दागनी शुरू कर दीं। पलक झपकते ही जीवा ढेर हो गया। गोलियां रिवॉल्वर से दागी गईं। पुलिस ने छह खोखे बरामद किए है। यानी पूरी रिवाॅल्वर खाली कर दी। 

जीवा के पहुंचने से पहले कोर्ट परिसर में पहुंच गया था विजय  

संजीव के पहुंचने से काफी पहले ही विजय कोर्ट परिसर में पहुंच गया था। काली कोट, हाथों में फाइलें लिए एससी-एसटी कोर्ट रूम के बाहर वह बैठ गया। इससे उस पर

 किसी को शक नहीं हुआ। कोट के भीतर उसने रिवॉल्वर छिपा रखी थी। संजीव को आता देखते ही वह सक्रिय हो गया। संजीव कोर्ट रूम के भीतर गया तो वह भी पीछे से घुस गया। जैसे ही संजीव के केस की बारी और वह उठकर चला, उसने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। गोलियों की तड़तड़ाहट से पूरा कोर्ट परिसर गूंज उठा। हर तरफ भगदड़ मच गई। 

भागना तो दूर पीछे मुड़ने का मौका तक नहीं दिया 

विजय ने संजीव पर पीछे से गोलियां मारीं। संजीव खून से लथपथ औंधे मुंह गिर गया। भागना तो दूर उसको पीछे मुड़ने तक का वक्त नहीं मिला। अभिरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी इधर-उधर भागने लगे। पुलिस जवाबी कार्रवाई तक नहीं कर सकी। पुलिसकर्मी को भी गोली लगी। विजय वारदात को अंजाम देकर तेजी से कोर्ट रूम से निकला और दौड़ने लगा। चूंकि वकीलों की संख्या अधिक थी, इसलिए उसको दबोच लिया। 

अतीक-अशरफ की तरह जीवा को मारा 

कुछ समय पहले ही प्रयागराज में पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिए गए माफिया अतीक अहमद व अशरफ की हत्या कर दी गई थी। कुछ उसी तरह से इस वारदात को भी अंजाम दिया गया। उस वारदात में पत्रकार बनकर वारदात को अंजाम दिया गया था, यहां आरोपी वकील के लिबास में पहुंचा। अतीक व अशरफ भी पुलिस अभिरक्षा में थे, जीवा भी पुलिस अभिरक्षा में कोर्ट में पहुंचा था। वारदात के बाद इसको लेकर सोशल मीडिया पर यह बात चर्चा का विषय बनी रही।

आखिर बुलेट प्रूफ जैकेट क्यों नहीं पहनी थी

वारदात की जानकारी पर संजीव की बहन मोर्चरी पहुंची। उन्होंने बताया कि हर पेशी पर संजीव को बुलेटप्रूफ जैकेट पहनाकर ले जाया जाता था। पिछले दो बार से उसे जैकेट नहीं पहनाई जा रही थी। उनका आरोप है कि ये साजिश की ओर इशारा करता है। सवाल है कि आखिर ऐसा क्यों किया गया।

मुन्ना बजरंगी के बाद संजीव का अंत

मुख्तार के दो सबसे करीबी शूटर थे। ये हथियारों की डीलिंग भी करते थे। जिसमें मुन्ना बजरंगी व संजीव शामिल थे। दोनों उसके मजबूत हाथ थे। मुन्ना पहले ही बागपत जेल में मारा जा चुका है। अब संजीव भी मार दिया गया। पुलिस मुन्ना बजरंगी की हत्या करने वाले सुनील राठी गैंग से कनेक्शन को लेकर पड़ताल कर रही है।

*21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन*


लखनऊ। बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार की ओर आगामी 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के आयोजन के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आहूत की गई। बैठक जिलाधिकारी द्वारा बताया गया कि गत वर्ष की तरह इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन वृहद स्तर पर किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि 21 जून से पहले जनपद लखनऊ में दिनांक 15 जून से 7 दिन योग सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इस बार योग दिवस के आयोजन के लिए शासन द्वारा थीम का निर्धारण कर दिया गया हैं। इस बार का योग दिवस हर घर आंगन योग की थीम पर मनाया जाएगा।

जिलाधिकारी ने बताया की हर घर आंगन योग थीम का उद्देश्य है कि हर घर के बच्चे, युवा और वृद्धजनों को योग की जानकारी पहुचाई जाए।

हर घर में योग कराने के लिए लोगो को प्रेरित किया जाए। जिलाधिकारी ने बताया की सभी अधिकारी इसकी शुरुआत अपने घरों से करे। अधिकारी अपने घर परिवार में लोगो योग करने के लिए प्रेरित करते हुए प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट का समय निकालते हुए परिवार सहित योग करे। उन्होंने कहा की योग व मेडिटेशन केवल पढ़ने-पढ़ाने के विषय नही है बल्कि इसे हमे अपनी दिनचर्या में शामिल करना है।

जिलाधिकारी ने बताया कि जिन अधिकारियों को योग के आसनों के बारे में जानकारी नहीं है उनको योग सिखाने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से योग ट्रेनर के द्वारा अगले 10 दिनों तक ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाएगी। सभी अधिकारी प्रतिदिन अपने घर परिवार के साथ काम से काम 30 मिनट योग करेगे। उक्त के साथ ही सभी अधिकारी अपने घर परिवार के साथ साथ अपने अधीनस्थ को भी दिन में कम से कम 30 मिनट योग करने के लिए प्रेरित करेगे। सभी अधिकारी अपने घर परिवार से शुरू करते हुए आमजनमानस को योग करने के लिए प्रेरित करेगे।

बैठक में जिलाधिकारी द्वारा बताया गया की सभी विभागो द्वारा अपनी अपनी तैयारियां की जा रही है। जिलाधिकारी द्वारा बताया गया की आगामी सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के संबंध में फिर से बैठक आहूत की जाएगी। जिसमे सभी विभाग योग दिवस के संबंध में अपनी कार्योजनाओ का प्रेजेंटेशन करेगे।

उक्त बैठक में अपर जिलाधिकारी नगर पूर्वी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवम् राजस्व सहित विभिन्न विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।