*सहकारिता के बड़े बकाएदारों की संपति होगी नीलाम*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। विकास भवन स्थित सहाकारिता कार्यालय में सोमवार को एआर कोआपरेटिव राघवेंद्र शुक्ला की अध्यक्षता में सचिव, एडीओ और सहकारी बैंक के अफसरों की बैठक हुई।

इसमें बकाएदारों से वसूली की रणनीति बनाई गई।एआर कोआपरेटिव ने कहा कि कर्मचारियों के बेहतर सहयोग से दो साल में करीब पांच करोड़ 22 लाख की वसूली की गई। अब भी दो करोड़ से अधिक की बकाएदारी है। इसकी वसूली दो माह के अंदर करनी है।

उन्होंने सभी एडीओ, बैंक कर्मियों और सचिवों से इसमें सहयोग करने का निर्देश दिया। कहा कि अगर बड़े बकाएदार पैसा नहीं जमा करें तो उनके खिलाफ सहकारी समिति अधिनियम के तहत उनकी प्रापर्टी या जमीन को कुर्क या नीलाम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि साढ़े चार हजार किसानों पर सात करोड़ से अधिक बकाया था।

बताते चलें कि सहकारिता विभाग की समिति से किसानों को उर्वरक और बीज आदि दिया जाता है। जो किसान समिति का सदस्य बना हुआ है उसे यह सामान बिना राशि के दिया जाता है। इसकी राशि किसान फसल आने के बाद जमा कर सकता है। वहीं, विभाग के संचालित सरकारी बैंकों से भी किसानों को ऋण दिया जाता है, लेकिन अधिकतर किसान समय पर ऋण जमा नहीं करते हैं। कई बार इन्हें नोटिस भी भेजी जाती है। अब इन्हें आरसी दी जाएगी। यदि कोई किसान ऋण जमा कर देता है तो उसकी आरसी निरस्त कर दी जाएगी। यदि किसान ऐसा नहीं करता है तो उसकी जमीन आदि प्रापर्टी की कुर्की कर राशि वसूली जाएगी।

*शक्ति कलश जन जागरूकता यात्रा का ज्ञानपुर नगर में किया गया भव्य स्वागत*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। हरिद्वार शांतिकुंज से प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ गायत्री परिवार उत्तर प्रदेश द्वारा कन्याओं को जागरूक एवं 13 से 17 दिसंबर तक चलने वाले शिविर को लेकर जन जागरूकता शक्ति कलश यात्रा यात्रा निकाला गया और आज ज्ञानपुर नगर में पहुंचने पर गायत्री परिवार व नगर वासियों ने भव्य स्वागत किया ।

भदोही में स्वागत के बाद यात्रा सुल्तानपुर की तरफ रवाना हो गई। बता दें कि गायत्री परिवार द्वारा 2 मई को शांतिकुंज हरिद्वार से शक्ति कलश जन जागरूकता यात्रा निकाला जो प्रदेश के कई जिलों में भ्रमण करते हुए आज ज्ञानपुर नगर में पहुंचा। जहां पर जोरदार स्वागत किया गया जन जागरूकता यात्रा का मुख्य उद्देश्य कन्याओं को जागरूक करना है।

जिसके लिए प्रांतीय कन्या कौशल शिविर का 13 से 17 दिसंबर तक सुल्तानपुर में आयोजित किया गया है जहां पर 15 से 30 वर्ष तक की बेटी बहू बहन पत्नी को प्रशिक्षित किया जाएगा। जिसके लिए जन जागरूकता यात्रा निकालकर अधिक से अधिक संख्या में पहुंचने के लिए लोगों से आवाहन किया गया । शिविर में पोस्टर बनाओ प्रतियोगिता लेखन प्रतियोगिता इस लोक लेखन प्रतियोगिता नृत्य प्रतियोगिता सहित अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ।

जिससे महिलाओं को जहां आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जाएगा तो वहीं उन्हें जागरूक भी किया जाएगा । यात्रा चांदपुर से निकलकर सुल्तानपुर के लिए रवाना हो गई जहां पर 13 से 17 दिसंबर तक कन्याओं को शिविर में प्रशिक्षित किया जाएगा ।

*15 जून से रामपुर पीला पुल पर आवागमन बंद,मिर्जापुर जाने को तय करनी होगी लंबी दूरी*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। रामपुर गंगा घाट पर बने पीला पुल से आवागमन 15 जून से बंद कर जाएगा। इसके लिए 10 जून से ही नट व बोल्ट खोलना का काम शुरू होगा। लोक निर्माण विभाग के अफसरों का आदेश मिलने के बाद मातहत काम कराने में जुट गए हैं।

उधर अब मिर्जापुर आवागमन करने में 25 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी। रामपुर, महर्षि वाल्मीकि गंगा घाट पर पीपा पुल का निर्माण लोक निर्माण विभाग की ओर से विजयदशमी से कराया जाता है। उससे मिर्जापुर, प्रयागराज, सोनभद्र, मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़ की यात्रा आसान होती है। मिर्जापुर से लोग आकर गोपीगंज व भदोही की कालीन कंपनियों में काम करते हैं। इसके अलावा रोज खरीददारी करने वालों की भी संख्या अधिक होती है।

इसी तरह भदोही के लोग भी मिर्जापुर के लिए आवागमन करते हैं। उनके सामने अब दिक्कतें होंगी। शास्त्री पुल मिर्जापुर से आवागमन करने में 25 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ेगा। पीपा पुल का नट, बोल्ट खोलने व चकर प्लेट हटाने की कवायद 10 जून से शुरू हो जाएगी। वहीं इस पीपा पुल की देखरेख करने वाले मेठ रामदुलार ने बताया कि 15 जून के बाद आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। चार पहिया वाहनों का आवागमन जहां 10 जून से बंद कर दिया जाएगा।

वहीं,बाइक औसत साइकिल सवार के साथ पैदल आने जाने वाले 15 जून तक आवागमन कर सकेंगे। खास बात यह है कि 16 जून से नाव और स्टीमर के सहारे गंगा पार की यात्रा संभव हो सकेगी।

पक्का पुल न होने के कारण लोक निर्माण विभाग प्रति वर्ष रामपुर और डेंगूपुर - धनतुलसी गंगा घाट पर हजारों रुपए खर्च कर पीपा पुल का निर्माण कराती है। गंगा दशहरा के बाद बारिश के आसार प्रबल होते ही पुलों को तोड़ने की प्रक्रिया आरंभ होती है।

*जिले के प्रमुख नगरों से नहीं चलती है रोडवेज बस सेवा*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के प्रमुख नगरों से रोडवेज बस सेवा का संचालन नहीं होता है। इससे हर दिन बड़ी संख्या में लोग डग्गामार वाहनों की सवारी करने को विवश होते हैं। सुरियावां, ज्ञानपुर, खमरिया और भदोही जैसे बड़े नगर में भी ढूंढ़ने से भी रोडवेज की बसें नहीं दिखती है।

शाम होने पर बस आती भी है तो बस में सवारी करने वाला कोई नहीं होता। निजी या डग्गामार वाहनों पर निर्भर होने के कारण लोगों की जेब पर भी इसका असर देखने को मिलता है।भदोही, ज्ञानपुर, सुरियावां, खमरिया, नईबाजार ये चार नगर निकाय हैं। इन बाजारों में हर दिन हजारों लोगों का आना-जाना होता है। इसके साथ ही हर दिन नगर के व्यापारियों और विद्यार्थियों को भी व्यापार और पढ़ाई के लिए बाहर जाना होता है।

ज्ञानपुर में मुख्यालय होने के कारण यहां भी हजारों लोगों को आना होता है, लेकिन बिडंबना है कि इन नगरों से रोडवेज बस सेवा नदारद है। रोडवेज बसों की सुविधा न मिलने से निजी वाहन स्वामियों की मनमानी चलती है। जिसका खामियाजा स्थानीय यात्रियों को भुगतना पड़ता है। लोग यहां तक आरोप लगाते हैं कि निजी वाहन यात्रियों से मनमाना किराया वसूलते हैं। जिले में औराई के पास रोडवेज बस स्टैंड भी हैं।

जहां वाराणसी से प्रयागराज चलने वाली बसों का ठहराव होता है। इसके अलावा यहां से मिर्जापुर और जौनपुर तक के लिए बसें चलाई जाती हैं। प्रयागराज जाने वाली बसें ही गोपीगंज में भी कुछ देर के लिए ठहरती हैं। वहीं घोसिया नगर के लोग इस रूट पर चलने वाली रोडवेज बसों का लाभ उठा पाते हैं। दूसरी तरफ खमरिया, जो कि मिनी कालीन नगरी के रूप में जाना जाता है। वहां भी रोडवेज बस की कोई सेवा नहीं है।

ज्ञानपुर रोडवेज बना है अराजक तत्वों का अड्डा

ज्ञानपुर। मुख्यालय होने के बाद भी ज्ञानपुर से एक भी रोडवेज की बसों का संचालन नहीं किया जाता है। लगभग 15 साल पहले बने रोडवेज बस स्टेशन से अब तक सुचारू रूप से बसों का संचालन नहीं होता, जबकि यहां हर दिन हजारों लोगों का मुख्यालयी काम के लिए आना होता है।

देखरेख के अभाव में बस स्टेशन पूरी तरह से वीरान हो गया है। जहां 24 घंटे अराजक तत्वों का डेरा रहता है।

भदोही में नहीं होता है ठहराव

ज्ञानपुर। भदोही रोडवेज स्टेशन पर बसों का ठहराव नहीं होता है। जौनपुर वाया मिर्जापुर और मिर्जापुर से जौनपुर जाने वाली बसें जरूर यहां आती हैं, लेकिन अगर सवारी दिख गई तो रूकती हैं, नहीं तो फिर आगे बढ़ जाती हैं। जिले का बड़ा शहर होने के बाद भी यहां से रोडवेज की बसों का संचालन नहीं किया जाता है।

पैसेंजर ट्रेन बंद होने से बढ़ी मुश्किल

सुरियावां। सुरियावां नगर में शाम साढ़े सात बजे के आसपास एक बस आती जरूर है, लेकिन उस दौरान कोई यात्रा करने वाला नहीं होता है। जौनपुर के लिए यह बस ज्ञानपुर होते हुए मिर्जापुर की ओर से जाती है। चार महीने पहले तक प्रतापगढ़ से वाराणसी पैसेंजर ट्रेन चलती थी, जो सुबह प्रतापगढ़ से सुरियावां होते हुए वाराणसी जाती थी और शाम को वाराणसी से भदोही सुरियावां होते हुए प्रतापगढ़ जाती थी। उसके बंद होने से मजदूर, विद्यार्थी और कर्मचारियों के साथ व्यापारी भी परेशान हैं।

अब रेल विभाग के आला अधिकारी समस्याओं को उठाने के बाद भी ध्यान नहीं दे रहे हैं। एक तरफ रेल सेवा और दूसरी तरफ रोडवेज सेवा न होने से लोगों को मुश्किलों से दो-चार होना पड़ता है।

जिले की प्रमुख शहरों से रोडवेज बसों के संचालन के सर्वे का कार्य किया जा रहा है। जल्द ही इन नगरों में बसों का संचालन होगा। सीतामढ़ी, सुरियावां, दुर्गागंज से होते हुए प्रयागराज तक के लिए बसें नौ जून के बाद से चलाई जा सकती हैं। - महेन्द्र पांडेय, एआरएम, कैंट परिक्षेत्र, वाराणसी।

*जनपद में धारा-144 लागू, 06 जून से 31 जुलाई, 2023 तक सम्पूर्ण जनपद में रहेगा प्रभावी*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिला मजिस्ट्रेट गौरांग राठी ने अपने आदेश के तहत जनपदभ् भदोही में आगामी बी०एण्ड संयुक्त प्रवेश परीक्षा, रामायण मेला सीतामढ़ी, बकरीद एवं मोहर्रम आदि के दृष्टिगत असामाजिक एवं अवांछनीय तत्वों की गतिविधियों एवं उनके कार्य कलापों से शान्ति गंग होने की सम्भावना उत्पन्न हो सकने के दृष्टिगत जनपद की सीमा के अन्तर्गत लोक प्रशान्ति एवं शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के दृष्टिगत जिला मजिस्टेट भदोही दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा-144 के अन्तर्गत प्रदत्त अधिकारों का प्रयोग करते हुए निम्न आदेश पारित किया।

जिला मजिस्टेट द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि कोई भी व्यक्ति ईंट-पत्थर आग्नेयास्त्र/निरफोटक पदार्थ, तलवार, भाला, भुजाली, लाठी डण्डा या 05 रोगी0 से अधिक फल वाली छुरी / धारदार हथियार अथवा अन्य किसी ऐसे हथियार को लेकर नही निकलेगा और न ही इसका प्रदर्शन करेगा और न ही एकवित्र करेगा, जिसका उपयोग आक्रमण के लिए किया जा सके।

यह आदेश ड्यूटी पर तैनात मजिस्ट्रेट एवं पुलिस अधिकारी तथा सिख व गोरखा जाति के व्यक्तियों पर जो प्रथा के अनुसार कृपाण व खुखरी के अधिकारी है, पर लागू नहीं होगा।

कोई भी व्यक्ति साम्प्रदायिक विद्वेष पैदा करने वाले भाषण तथा लोक प्रशान्ति को विक्षुब्ध करने वाले उत्तेजक भाषण व नारे आदि नहीं लगायेगा। कोई भी व्यक्ति गलत अफवाह नही फैलायेगा और न ही जनता में इस प्रकार की नोटिसे पर्चे अथवा साहित्य प्रकाशित अथवा वितरित करेगा जिससे कि उत्तेजना फैले और हिंसा का मार्ग प्रशस्त्र होकर लोक प्रशान्ति विक्षुब्ध हो । कोई भी व्यक्ति जुलूस अथवा सभा किसी सार्वजनिक स्थान पर अधोहस्ताक्षरी अथवा सम्बन्धित उप जिला मजिस्ट्रेट के पूर्व अनुमति के प्राप्त किये बिना नहीं करेगा / निकालेगा और न ही किसी ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग करेगा। किसी भी सार्वजनिक स्थान अथवा सड़क या गली में चार (04) से अधिक व्यक्ति एकत्रित नही होंगे।

गृह मंत्रालय, भारत सरकार / उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा निर्गत कोविड- 19की गाइडलाइन्स में जारी दिशा निर्देशों के साथ ही सोशल डिस्टेंसिग का अनुपालन किया जाना अनिवार्य होगा।यह आदेश जनपद भदोही के सम्पूर्ण जनपदीय क्षेत्र में दिनांक 06.06.2023 से दिनांक 31.07.2023 तक यदि इसके पूर्व वापस न ले लिया जाय, प्रभावी रहेगा। उक्त प्राविधानों की अवज्ञा भा०द०वि० की धारा-188 तथा आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51 से 60 के अन्तर्गत दण्डनीय अपराध होगा ।

*चीफ फर्मासिस्ट के निधन पर शोक सभा का आयोजन कर दी गई श्रद्धांजलि*







नितेश श्रीवास्तव







भदोही।मुख्य चिकित्साधिकारी भदोही डा. संतोष कुमार चक के अधीन कार्यरत चीफ फर्मासिस्ट डाक्टर भगवती प्रसाद बिंद के आकस्मिक निधन की खबर मिलते ही उनके शुभेच्छुओं में शोक की लहर दौड़ गई। 




जिला चिकित्सालय चेतसिंह के कर्मचारियों ने शिशिर कार्यालय कक्ष एमसीएस में शोक सभा का आयोजन कर उनकी आत्मा के शांति हेतु ईश प्रार्थना की शोक सभा में डॉ एच. के. त्रिपाठी, डॉ उदय नारायण वर्मा, डॉ राम उभारे वर्मा, डॉ जटाशंकर यादव, डॉ राम अचल आजाद, डॉ प्रदीप कुमार भट्ट, डॉ सुजीत कुमार, डॉ आलोक पांडेय, दुर्गेश वर्मा अजीत राय, आकाश मिश्रा, स्मिता श्रीवास्तव, नीलम मौर्य आदि लोग उपस्थित रहे।

*कारपेट एक्सपो से एक महीने पहले कमियों को दूर करे उद्योग विभाग*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। आगामी 8 से 11 अक्टूबर के बीच भदोही में इंडिया कारपेट एक्सपो होना है। लेकिन बीते वर्ष एक्सपो के दौरान जिन समस्यओ को उद्योग विभाग के समक्ष रखा गया था अब तक उनपर कोई आगे नहीं बढ़ सका है। सीईपीसी चेयरमैन समेत प्रशासन सीमित के सदस्य इसको लेकर बार बार प्रदेश के उद्योग विभाग को पत्र लिखा चुके हैं, लेकिन बात आगे नहीं बढ़ पा रही है।

जानकारी हो कि गत वर्ष जब पहला एक्सपो हुआ था तो देशभर के निर्यातकों ने सराहना की थी। तब समझा गया था कि अगले वर्ष जब छोटी-छोटी कर्मियों को दूर कर लिया जाएगा तो वर्ष 2023 का एक्सपो और भी अच्छा होगा लेकिन ऐसा कुछ दिखाई होगा लेकिन ऐसा कुछ दिखाई नहीं पड़ रहा है। सीईपीसी चेयरमैन उमर हमीद उद्योग विभाग के रवैया से खासे नाराज हैं। उनका कहना है कि हमारे ऊपर पूरे कालीन उद्योग को साथ लेकर चलने का भार है।

इतना बड़ा एक्सपो भदोही में कराया जा रहा है। जो भदोही के लिए गौरव की बात है लेकिन जिला प्रशासन उद्योग विभाग को भी कुछ सकारात्मक सोचना होगा। आशा के अनुरूप ही अक्टूबर में एक्सपो में स्टालों की बुकिंग काफी तेजी से हो रही है। अब तक 200 के पार स्टारों की बुकिंग भी हो चुकी है। लेकिन कोई प्रगति न होने को लेकर सीईपीसी अध्यक्ष परेशान हैं उन्होंने कहा कि एक्स्पो में 17 बिंदुओं पर कमायो से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी अवगत कराया जाएगा। इस पर 40 लाख रुपए खर्च आएगा। यदि प्रदेश सरकार से सहयोग न मिला तो खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।

*जिला चिकित्सालय में बना साइकिल स्टैंड, नहीं लगेगा कोई शुल्क*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही।महाराजा चेतसिंह जिला चिकित्सालय में आए दिन होने वाली साइकिल चोरी जैसी घटनाओं पर अब लगाम लग सकेगी। जिला चिकित्सालय प्रशासन की ओर से परिसर में साइकिल स्टैंड का निर्माण कराया गया है। जहां विभाग की ओर से एक व्यक्ति को भी अस्थायी तौर पर रखा गया है, जो चिकित्सालय आने वाले लोगों की साइकिल की देखरेख करेगा।

खास बात यह है कि यह साइकिल स्टैंड पूरी तरह से निशुल्क रहेगी। जिला चिकित्सालय में आए दिन साइकिल चोरी की घटनाएं होती रहती थी। कई बार साइकिल चोरी की घटनाएं सीसीटीवी में कैद हुई, लेकिन कभी भी चोर पकड़ में नहीं आ सके। ओपीडी की भीड़भाड़ के दौरान ताक लगाए साइकिल चोर लोगों की साइकिल चुरा कर फरार हो जाते हैं। बढ़ती साइकिल चोरी की घटनाओं पर लगाम कसने के लिए विभाग ने परिसर में ही साइकिल स्टैंड की व्यवस्था शुरू की है। जहां अस्थायी तौर पर एक व्यक्ति को नियुक्त किया गया है। इस सुविधा के लिए मरीजों को किसी तरह का अतिरिक्त शुल्क भी वहन नहीं करना होगा।

सीएमएस डॉ. राजेन्द्र कुमार ने कहा कि मरीज और तीमारदारों की सहूलियत को ध्यान में रखकर यह सुविधा शुरू की गई है। इससे साइकिल चोरी की घटनाएं भी रूक सकेगी। बताया कि साइकिल स्टैंड का किसी से कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।

आए दिन होती है चोरी की घटनाएं जिला चिकित्सालय में हर रोज 800 से 900 लोगों की ओपीडी होती है। वहीं 2000 से 2500 लोग खून की जांच कराने पहुंचते हैँ। ऐसे में भीड़ का फायदा उठाकर चोर साइकिल पर हाथ साफ कर देते हैँ। यहीं नहीं कई बार तो स्वास्थ्यकर्मियों का मोबाइल, इंजेक्शन, आला सहित अन्य कई महत्वपूर्ण चीज गायब हो चुके हैं।

मजे की बात है कि बगल में ही कोतवाली भी है, लेकिन बेखौफ चोर आज तक न पुलिस की पकड़ में आ सके हैं और न ही स्वास्थ्यकर्मियों के।

*लापरवाही: स्कूलों में नहीं लगे हमारे शिक्षक के बोर्ड*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। करीब आठ से नौ महीने पूर्व स्कूलों के गेट पर ''''हमारे शिक्षक'''' का बोर्ड लगाने का निर्देश सिर्फ कागजों में सिमट कर रह गया। इसे लेकर महानिदेशक बेसिक शिक्षा ने नाराजगी जताई। बीएसए को पत्र भेजकर एक सप्ताह में बोर्ड लगाकर सूचित करने का निर्देश दिया। जिले में 892 प्राथमकि, पूर्व माध्यमिक और कंपोजिट विद्यालय संचालित हैं। इन स्कूलों में करीब पौने दो लाख बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। बच्चों को शिक्षा देने के लिए चार हजार शिक्षकों की तैनाती भी की गई है।

शिक्षकों के फर्जीवाड़ा पर रोक लगाने के लिए आठ माह पूर्व बेसिक शिक्षा महानिदेशक ने स्कूलों में ''''हमारे शिक्षक'''' का बोर्ड लगाने का निर्देश दिया था। पिछला सत्र खत्म होने के बाद नया सत्र भी शुरू हो गया, लेकिन अब भी सैकड़ों स्कूलों में यह बोर्ड नहीं लग सका। बोर्ड स्कूल में ऐसी जगह लगाया जाए, जहां स्कूल में प्रवेश करते समय देखा जा सके। बोर्ड पर शिक्षकों का फोटो, नाम, शैक्षिक योग्यता, नियुक्ति तिथि का पूरा ब्योरा अपडेट करके लगाना था। इसके लिए स्कूल के कंपोजिट ग्रांट से धनराशि खर्च की जानी थी।

इसके बाद भी अधिकतर स्कूलों में अभी तक हमारे शिक्षक के बोर्ड नहीं नजर आ रहे हैं। जिन स्कूलों में बोर्ड लगे भी हैं, उनमें आधी-अधूरी जानकारी है। व्यवस्था को प्रभावी बनाने के लिए महानिदेशक ने दोबारा पत्र भेजा है। बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने कहा कि हमारे शिक्षक बोर्ड अधिकतर विद्यालय में लग चुके हैं। अगर ऐसी लापरवाही बरती गई है तो स्कूलों का निरीक्षण कर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके जिम्मेदार प्रधानाध्यापक होंगे।

*तीन दिन से लापता अधेड़ का नदी में मिला शव*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। नोनहरा थाना क्षेत्र के सरासन गांव के पास बेसो नदी में सोमवार की शाम लापता अधेड़ का शव मिला । वह पिछले तीन दिनाें से लापता था। उसकी पहचान नोनहरा थाना क्षेत्र के चक सलेम गांव निवासी कन्हैया चौधरी (55) के रूप में हुई है। पत्नी कमला देवी मोबाइल फोन से रिश्तेदारी और इधर उधर पहचान के लाेगाें में उसकी तलाश कर रही थी। सोमवार की शाम को सरासन गांव के लोग बेसो नदी के पास घूम रहे थे। इस दौरान उनकी नजर पानी में उतराए शव पर पड़ी।

इसकी सूचना उन लोगों ने थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह को दी। सूचना पाने के बाद पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पत्नी कमला देवी को सूचना किया। जिसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। दंपती के बच्चे नहीं हैं। कन्हैया मजदूरी कर पालन-पोषण करता था। शव का पंचनामा कर परिजनों को सौंप दिया गया।वहीं, मौत को लेकर अभी पुलिस छानबीन कर रही है।

गांव के लोगों ने बताया कि इन से कोई किसी से दुश्मनी नहीं थी यह मिलनसार आदमी थे। मृतक के भाई रमई ने पुलिस में तहरीर दिया है। थानाध्यक्ष प्रमोद सिंह ने बताया कि परिजनों की ओर तहरीर मिली है। छानबीन की जा रही है।