भीषण गर्मी की चपेट में राजधानी पटना समेत प्रदेश के 12 जिले, मौसम विभाग ने जारी किया लू का ऑरेज अलर्ट

डेस्क : राजधानी पटना सहित प्रदेश के सभी जिले भीषण गर्मी की चपेट में हैं। रविवार को भीषण गर्मी की वजह से चार जिलों में सीवियर हीट वेव की स्थिति रही जबकि आठ जिलों में हीट वेव की स्थिति घोषित की। रविवार को भागलपुर प्रदेश का सबसे गर्म शहर रहा। यहां अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री दर्ज किया गया। 

वहीं पटना में पिछले पांच दिनों से लगातार पारा चढ़ने से पिछले चार सालों में सर्वाधिक अधिकतम तापमान का नया रिकॉर्ड बन गया। रविवार को पटना का अधिकतम तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं ,भागलपुर में 0.3 डिग्री सेल्सियस बढ़ोतरी दर्ज कर गई।

मौसम की स्थिति को देखते हुए मौसम विभाग ने अब लू का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र ने दोपहर 12 बजे से तीन बजे के बीच लोगों को बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है। साथ ही पर्याप्त पानी पीने और एहतियात बरतने के निर्देश हैं। 

रविवार को भागलपुर, वाल्मीकि नगर, सबौर, मोतिहारी, शेखपुरा, जमुई, भोजपुर, बांका में हीट वेव (लू) का प्रभाव बना रहा है। जबकि पूर्णिया, फारबिसगंज, खगड़िया और कटिहार भीषण लू की चपेट में रहे। पटना समेत प्रदेश के 20 जिलों के अधिकतम में बढ़ोतरी हुई है। अब भी राजस्थान के जयपुर, जैसेलमेर, जोधुपर का अधिकतम तापमान पटना से कम बना हुआ है। जयपुर का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री, जैसलमेर का 36.0 डिग्री, जोधपुर का 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पटना में रात तक गर्म हवाओं का प्रभाव बना रह रहा है। रात 11 बजे तक लोग लू जैसी स्थिति झेल रहे हैं। 

मौसमविदों के मुताबिक 11 जून तक प्रदेश में उष्ण लहर व हीट वेव का प्रभाव बना रहेगा।

बड़ी खबर : निर्माणाधीन सुल्तानगंज-अगुवानीघाट पुल के तीन पाये भरभराकर गंगा नदी में समाया, सीएम ने दिए जांच के आदेश

डेस्क : खगड़िया जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां खगड़िया के अगुवानी और सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहे फोरलेन महासेतु के तीन पिलर और 9 से 13 के बीच चार सुपर स्ट्रक्चर बीते रविवार की शाम पांच बजे गंगा में समा गए। 

खगड़िया के गोगरी एसडीओ अमर कुमार सुमन ने बताया कि घटना के बाद निर्माण एजेंसी का एक कर्मी लापता है। तीन पिलरों के बीच 192 मीटर स्लैब का हिस्सा गंगा की मुख्यधारा में में समा गया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खगड़िया-अगुवानी-सुल्तानगंज के बीच निर्माणधीन महासेतु के सुपर स्ट्रक्चर के ऊपरी हिस्से के गिरने की विस्तृत जांच करने और दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत से मामले की विस्तृत जानकारी ली। पूरे मामले की जानकारी लेने के बाद मुख्यमंत्री ने अपर मुख्य सचिव को उक्त निर्देश दिया।

वहीं डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने निर्माणाधीन अगुवानी-सुल्तानगंज पुल के स्ट्रक्चर गिरने पर कहा है कि हमलोगों की जो आशंका थी, वह सही साबित हुई। रविवार रात 9 बजे सरकारी आवास पर कहा कि 30 अप्रैल, 2022 को आंधी के कारण इस पुल के पाया पांच का सेगमेंट गिरा था।

बिहार के खगड़िया में गंगा नदी पर बन रहा पुल भरभराकर गिरा, तीन पिलर नदी में समाया, एक साल पहले भी इसी पुल का स्लैब गिरा था

बिहार के खगड़िया जिला अंतर्गत अगुवानी - सुल्तानगंज के बीच गंगा नदी पर बन रहा पुल रविवार शाम को गंगा नदी में गिर गया। इसके तीन पिलर नदी में समा गए। जानकार बताते हैं कि पुल का करीब 192 मीटर हिस्सा नदी में गिर गया है। इससे गंगा में कई फीट ऊंची लहर उठ गई। बता दें कि इस सेतु को एसपी सिंगला कंपनी की ओर से बनाया जा रहा है। इसका शिलान्यास 2014 में सीएम नीतीश कुमार ने किया था। पुल का निर्माण 2015 से चल रहा है। इसकी लागत 1710.77 करोड़ रुपए है। एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन लिमिटेड कंपनी इसे बना रही है।

 यह पुल अगुवानी और सुल्तानगंज घाट (भागलपुर जिला) के बीच बन रहा है। इसके बन जाने के बाद बरौनी , खगड़िया एनएच 31 और दक्षिण बिहार के मोकामा , लखीसराय , भागलपुर , मिर्जा चौकी एनएच 80 आपस में जुड़ जाएगा। बिहार के खगड़िया की ओर से 16 किलोमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलोमीटर लंबा एप्रोच रोड के जरिये उत्तर बिहार सीधे मिर्जा चौकी के रास्ते झारखंड से जुड़ जाएगा। पुल बनने से खगड़िया से भागलपुर आने के लिए 90 किलोमीटर की दूरी मात्र 30 किलोमीटर रह जाएगी।

 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में पुल निर्माण की आधारशिला रखी थी। इसके बाद 09 मार्च 2015 को पुल निर्माण का काम शुरू हुआ था। पुल की लंबाई 03.160 किलोमीटर है। एक साल पहले भी इस निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था। तीन पिलरों के 36 स्लैब यानी करीब 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर ढह गया था।

सिमुलतला की तर्ज पर राज्य के सभी प्रमंडलों में एक-एक आवासीय विद्यालय की होगी स्थापना, सिमुलतला शिक्षा सोसाइटी की सामान्य सभा की बैठक में बनी सहमति


डेस्क : सिमुलतला आवासीय विद्यालय की तर्ज पर राज्य के सभी प्रमंडलों में एक-एक आवासीय विद्यालय की स्थापना की जाएगी। इन विद्यालयों में वर्ष 2024 से नामांकन शुरू करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके बाद के चरण में हर जिले में इस तरह के आवासीय विद्यालय स्थापित किये जाएंगे।

शिक्षा विभाग के सभागार में विभागीय मंत्री प्रो. चंद्रशेखर की अध्यक्षता में शुक्रवार को सिमुलतला शिक्षा सोसाइटी की सामान्य सभा की बैठक में इस पर सहमति बनी। इसी क्रम में संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि जिलों में उपयुक्त स्थान की पहचान कर उनकी भौगोलिक स्थिति, भवन की उपलब्धता आदि की विवरणी 20 जून तक उपलब्ध कराएं ताकि उसपर उच्च स्तरीय निर्णय लिया जा सके।

बता दें कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़, आधुनिक तथा वर्तमान जरूरतों के अनुसार बनाने के लिए इसका पुनर्गठन किया जा रहा है। इन विद्यालयों के बेहतर समन्वय तथा कार्य को तेज गति से पूरा करने के उद्देश्य से पटना में कैंप कार्यालय खोलने तथा अकादमिक विशेष कार्य पदाधिकारी के मनोनयन की भी स्वीकृति दी गई। 

निदेशक माध्यमिक शिक्षा को यह निर्देश दिया गया कि सोसाइटी के पटना में कैंप कार्यालय खोलने के लिए आवश्यक कार्य शीघ्र पूरा करें। पटना कैंप कार्यालय के कार्यालय संचालन के लिए न्यूनतम कर्मियों का निर्धारण एवं उनकी प्रतिनियुक्ति आदि भी त्वरित गति से करने का निर्देश दिया गया।

बिहार तैलिक साहू समाज के चुनाव की तिथि का हुआ एलान, जानिए पूरा डिटेल

डेस्क : बिहार तैलिक साहू समाज के अध्यक्ष पद समेत अन्य पदों के होने वाले चुनाव के इंतजार की घड़िया खत्म हो गई है। साहू समाज का चुनाव का तिथि तय हो गया है। समाज के चुनाव आयोग ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है।

समाज के चुनाव आयोग की जारी अधिसूचना के अनुसार 18 जून और 25 जून को वोटिंग होगी। जिसमें पहले चरण में 18 जून को उत्तर बिहार के जिलों के लिए महेश भगत बनवारीलाल इंटरमीडिएट महाविद्यालय कृष्ण मोहन नगर (बैरिया चौक) मुजफ्फरपुर में सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक वोट डाले जायेंगे। जबकि दक्षिण बिहार के जिलों के लिए पटना के ज्ञान भवन, गांधी मैदान में मतदान होगा। 

इधर अध्यक्ष पद के प्रत्याशी डॉ.यू.पी गुप्ता की टीम को ओर से कहा गया है कि प्रिय स्वजातीय मतदाता बंधुओ माताओं एवं बहनों, समाज के बुद्धजीवी भाईयो , आप से निवेदन है की सत्ता परिवर्तन के लिए साहू समाज का चहुमुखी विकास के लिए एक बार एक मौका गैर राजनैतिक व्यक्ति शिक्षाविद् डॉक्टर उमेश प्रसाद गुप्ता और टीम को बहुमूल्य वोट देकर भारी मतों से विजयी बनावे। साथ ही बिहार तैलिक साहू सभा पूर्णतः गैर राजनैतिक संस्था है।ऐसा साहू समाज का संविधान कहता है।

साथ ही एक बार एक मौका गैर राजनैतिक व्यक्ति शिक्षाविद् को देकर देखे। वहीं साहू समाज को शिक्षा का हब बनाने के लिए, साहू छात्रावास से निशुल्क सुपर फिफ्टी चलाने के लिए, अपने बच्चे का उज्जवल भविष्य बनाने के लिए लगी हुई है। जिसके लिए संविधान में संशोधन कर मिनिमम आजीवन सदस्यता शुल्क करने हेतू बिहार तैलिक साहू सभा को जिला/अनुमंडल/प्रखंड/8500पंचायत तक 11सदस्यों का टीम बनाकर एक लाख कार्यकर्ता नियुक्त कर मजबूत संगठन तैयार कर रहे है।

साथ ही मिनिमम आजीवन सदस्यता शुल्क कर दस लाख आजीवन सदस्य मतदाता बनाकर फोटो युक्त वोट लिस्ट तैयार किया जा रहा है। वहीं 2025 का विधानसभा चुनाव के पूर्व पटना के ऐतिहासिक गाँधी मैदान मे महारैली कर साहु समाज का शक्ति प्रदर्शन कर सभी राजनैतिक दल में आबादी के अनुकूल भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए लगे है।

वन एवं पर्यावरण विभाग की बैठक में सीएम ने दिए सख्त निर्देश, प्रदेश में सड़क, नहर और नदियों के किनारे पौधे लगेंगे

डेस्क : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वन, पर्यावरण विभाग की बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि राज्य में सड़क, नहर और नदियों के किनारे पौधे लगेंगे। उन्होंने कहा कि विभाग नीतियों एवं प्राथमिकताओं के आधार पर बेहतर ढंग से कार्य करे और लक्ष्य के अनुरूप और तेजी से पौधरोपण कराए। 

सीएम ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की बड़ी भूमिका है। विभाग नीतियों एवं प्राथमिकताओं के आधार पर बेहतर ढंग से कार्य करे और लक्ष्य के अनुरूप और तेजी से पौधरोपण कराए। पौधरोपण के लिए जो कार्ययोजना बनाई गई है उसको ठीक ढंग से कार्यान्वित करें। 

उन्होंने कहा कि पौधरोपण के लिए जो कार्ययोजना बनाई गई है उसको ठीक ढंग से कार्यान्वित करें। यही नहीं, उन्होंने पहाड़ी क्षेत्र के निचले भागों में जल संग्रहण के लिए बनी जगहों पर भी पौधरोपण कराने का निर्देश दिया। साथ ही पहले से लगाए गए पौधों के संरक्षण के लिए सभी जरूरी उपाय करने को भी कहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी भवनों के परिसर में भी जितना संभव हो पौधरोपण कराएं। सड़क किनारे भी लक्ष्य के अनुरूप तेजी से पौधरोपण कराएं। जिलों में पौधरोपण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए अधिक से अधिक लोगों को जोड़ें और पौधरोपण के लक्ष्य को प्राप्त करें। 

कहा कि बिहार से झारखंड के अलग होने के बाद राज्य का हरित आवरण क्षेत्र 9 प्रतिशत रह गया था। वर्ष 2012 में हरियाली मिशन की शुरुआत की गई। इसके तहत 24 करोड़ पौधरोपण का लक्ष्य रखा गया। इनमें 22 करोड़ पौधे लगाए गए। बड़ी संख्या में पौधरोपण किए जाने से राज्य का हरित आवरण क्षेत्र 15 प्रतिशत तक पहुंच गया है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राज्य का हरित आवरण क्षेत्र कम से कम 17 प्रतिशत तक हो जाए इसके लिए तेजी से पौधरोपण कराएं।

12 जून को पटना के ज्ञान भवन में देशभर के विपक्षी दिग्गज नेताओं का होगा जुटान, मिशन 2024 को लेकर एका पर करेंगे मंथन

डेस्क : आगामी 12 जून देशभर के विपक्षी दिग्गज नेताओं का बिहार की राजधानी पटना के ज्ञान भवन में जुटान होने जा रहा है, जहां सभी भाजपा के खिलाफ ‘मिशन 2024’ को लेकर एका पर मंथन करेंगे। तकरीबन पांच घंटे यह बैठक चलेगी। सुबह 11 बजे बैठक आरंभ होगी और शाम 4 बजे तक इसके चलने के आसार हैं। 

इस महत्वपूर्ण बैठक को लेकर सरकार के मंत्री तथा वरिष्ठ जदयू नेता संजय झा ने शुक्रवार को कहा कि 12 जून को पटना की धरती से पूरे देश में एक राजनीतिक संदेश जाएगा। देश को केन्द्र की मौजूदा तानाशाह सरकार से मुक्ति दिलाना ही हमारा एकमात्र एजेंडा है।

कहा कि देशभर की विपक्षी पार्टियों को गोलबंद करने के क्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जिन-जिन नेताओं से मुलाकात की थी उनमें से ज्यादातर ने इस बैठक में शामिल होने की सहमति भेज दी है। सिर्फ बीजद की तरफ से कोई नहीं आएगा। बिहार के महागठबंधन में शामिल सभी 7 दल इस बैठक के साझा आयोजक हैं और विभिन्न प्रदेशों से आने वाले शीर्ष विपक्षी नेताओं का स्वागत सभी इकह्वे करेंगे। 

शुक्रवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएम आवास में तो जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने पार्टी कार्यालय में तैयारियों की समीक्षा के लिए बैठकें कीं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन, एनसीपी प्रमुख शरद पवार, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे, उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम व सपा नेता अखिलेश यादव, रालोद नेता जयंत चौधरी ने बैठक में शामिल होने की सहमति भेज दी है। इंडियन लोकदल के नेता भी आएंगे। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल संभवत नहीं आएंगे। उनके प्रतिनिधि के रूप में आप से किसी प्रमुख नेता की सहभागिता होगी। माकपा से सीताराम येचुरी, भाकपा से डी. राजा और माले नेता दीपंकर भट्टाचार्य इस बैठक में सहभागी होंगे।

बिहार में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने की बनी योजना बेहतर, तीर्थयात्रियों को हर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रयासरत : नीतीश कुमार

डेस्क : मुख्यमंत्री गुरुवार को 1 अणे मार्ग स्थित संकल्प में पर्यटन विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, वित्त विभाग के अपर मुख्य सचिव सह मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक नंदकिशोर मौजूद रहे।

समीक्षा बैठक में पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह ने विभाग के कार्यों की प्रगति रिपोर्ट दी। उन्होंने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से पर्यटन विभाग द्वारा किये जा रहे अद्यतन कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। इस क्रम में उन्होंने गयाजी धाम धर्मशाला, विष्णुपद मंदिर गया, सीतामढ़ी के पुनौरा धाम मंदिर, केसरिया स्तूप के विकास को लेकर बनाये गये विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट के संबंध में जानकारी दी। 

सचिव ने बताया कि गयाजी धर्मशाला को 6 फ्लोर की बिल्डिंग बनाने की योजना प्रस्तावित है। यहां 1100 लोगों को सभी सुविधाओं के साथ रहने की व्यवस्था होगी। विष्णुपद मंदिर तक के पहुंचने के रास्ते को और सुगम बनाया जाएगा। सीतामढ़ी के पुनौरा धाम मंदिर क्षेत्र को बेहतरीन तरीके से विकसित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने की बनी योजना बेहतर है। ईको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए हमलोग शुरू से काम कर रहे हैं। बिहार में आने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ी है। पर्यटन विभाग ने जो योजना बनायी है, वह आकर्षक और काफी अच्छी है। 

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि वे बिहार में पर्यटन को और बढ़ावा देने के लिये योजनाबद्ध ढंग से काम करते रहें। बिहार ऐतिहासिक और पौराणिक स्थल है। पर्यटकों को सभी चीजों की जानकारी मिलेगी तो यहां की विरासत को ठीक ढंग से समझेंगे और जानेंगे। उन्होंने पर्यटकों को हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में पर्यटन से जुड़ी सारी जानकारी ठीक ढंग से देने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया। 

नीतीश कुमार ने कहा कि हमने सभी धर्मों के स्थलों को विकसित किया है। हमारा उद्देश्य है कि वहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी न हो। तीर्थयात्रियों को किसी तरह की दिक्कत नहीं हो, इसके लिये राज्य सरकार हर स्तर पर प्रयासरत है। गयाजी में विदेशों के साथ-साथ देश के कई हिस्सों से लाखों तीर्थ यात्री आते हैं। गया का अपना विशेष महत्व है। हमने गयाजी डैम का निर्माण कराया है ताकि श्रद्धालुओं को सहूलियत हो। हर वर्ष पितृपक्ष मेले का आयोजन बेहतर ढंग से किया जाता है। इसके लिए सारी सुविधाओं का ख्याल रखा जाता है।

बड़ी खबर : सांसद सुनील कुमार पिंटू से दो करोड़ रंगदारी की मांग, थाना में मामला दर्ज

डेस्क : राजधानी पटना से एक बड़ी खबर सामने आई है। जहां सीतामढ़ी से जदयू सांसद सुनील कुमार पिंटू से दो करोड़ रंगदारी की मांग की गई है। वहीं पैसे नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई है। इस बाबत शास्त्रीनगर थाना में केस दर्ज किया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार किसी युवती ने सांसद सुनिल कुमार पिंटू से दो करोड़ रुपये नहीं देने पर सांसद का एडिट किया हुआ वीडियो-फोटो वायरल करने की धमकी दी है। इस बाबत सांसद सुनील कुमार पिंटू ने शास्त्रीनगर थाने में केस दर्ज करवाया है। उन्होंने पुलिस को बताया है कि तीन अलग-अलग नंबरों से इस तरह की धमकी दी जा रही है। धमकी देने वालों ने उन्हें कहा कि अगर वे रुपये नहीं देंगे तो उनकी वीडियो और फोटो को इंटरनेट और परिवार वालों के बीच वायरल कर दिया जाएगा। एक युवती के अलावा कई लोग कॉल कर रहे हैं।

इधर, शास्त्रीनगर थाने की पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है। उन सभी नंबरों की पड़ताल की जा रही है जिससे सांसद को धमकी भरे कॉल की गई थी। पुलिस ने सभी नंबरों का टावर लोकेशन निकाला है। 

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिन नंबरों से सांसद को धमकी दी गयी है वे सभी बिहार के बाहर के हैं। प्रथम दृष्टया यह करतूत साइबर अपराधियों की प्रतीत हो रही है। सांसद के सोशल मीडिया से उनकी तस्वीर लेकर उसे एडिट कर दिया गया। पटना पुलिस ईओयू के साइबर सेल की मदद ले रही है।

*हर्ष फायरिंग करने वाले हो जाए सावधान, पकड़े जाने पर हथियार का लाइसेंस होगा रद्द*

डेस्क : हर्ष फायरिंग के बढ़ते चलन पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों को सख्त निर्देश दिए हैं। उनसे हर्ष फायरिंग की घटनाओं का पूरा ब्योरा डाटाबेस के साथ मुख्यालय भेजने के लिए कहा गया है। इसके बाद हर्ष फायरिंग में उपयोग होने वाले सभी हथियारों के लाइसेंस तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए जाएंगे। 

यही नहीं, इन लाइसेंसधारकों की सूची तैयार कर इन्हें ब्लैकलिस्टेड कर दिया जाएगा। इससे भविष्य में इन्हें दोबारा हथियार का लाइसेंस नहीं मिलेगा। गौरतलब है कि इन घटनाओं में उपयोग होने वाले करीब 65 फीसदी हथियार लाइसेंसी होते हैं।

बताते चले कि राज्य में अक्सर हर्ष फायरिंग की घटनाएं सामने आती रहती हैं। देखा गया है कि ऐसी घटनाओं से उत्सव का माहौल पलभर में मातम में बदल जाता है। इस वर्ष मई तक हर्ष फायरिंग की 40 से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। इनमें करीब 20 ऐसी घटनाएं हुई हैं, जिसमें लगभग 25 लोगों की जान चली गई।

कुछ वर्ष पहले तक हर्ष फायरिंग की घटनाएं मुख्य रूप से आरा, बक्सर, गया, सारण, सीवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर जिलों में ही अधिक होती थी। परंतु अब इसका चलन समस्तीपुर, दरभंगा, पटना, औरंगाबाद के अलावा सीमांचल के जिलों पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, सुपौल में भी बढ़ है।