*आईएमए ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस 2023 मनाया*
कानपुर।आई०एम०ए० कानपुर शाखा ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) के अवसर पर तम्बाकू सेवन रोकने के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 'तम्बाकू से बने हुए पदार्थों का दहन कार्यक्रम आयोजित किया।
इस कार्यक्रम में आई.एम.ए. कानपुर के अध्यक्ष डॉ० पंकज गुलाटी, आई.एम.ए. कानपुर की कम्न्युटी वेलफेयर सब कमेटी के चेयरमैन डा० वी०सी० रस्तोगी, आई.एम.ए.. कानपुर की एंटी टोबैको सब कमेटी के चेयरमैन डा० बृजेन्द्र शुक्ला, आई०एम०ए० कानपुर के डॉ उपाध्यक्ष मनीष निगम डा० एस० के० निगम, एवं डा० ए०के० गुप्ता आदि चिकित्सकों ने तम्बाकू एवं उससे बने हुए पदार्थों का दहन किया और नागरिकों से अपील की कि वे तम्बाकू का सेवन न करें, क्योंकि तम्बाकू एवं उससे बने हुए पदार्थों का शरीर पर बहुत हानिकारक प्रभाव होता है।
आई०एम०ए० कानपुर के अध्यक्ष डॉ० पंकज गुलाटी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष 31 मई को तम्बाकू और उससे बने पदार्थों के दुष्प्रभावों के संबंध में जागरूकता बढ़ाने तथा तम्बाकू के प्रयोग को कम करने की योजनाओं के प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्ध व सहयोगी संस्थाओं द्वारा विश्व तम्बाकू निषेध दिवस (World No Tobacco Day) मनाया जाता है। इस बार विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की थीम के "हमें भोजन की आवश्यकता है न कि तम्बाकू की इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है लोगों को तम्बाकू से होने वाले खतरों के बारे में बताना और जागरूक करना, क्योंकि प्रत्येक वर्ष तकरीबन 60 लाख लोगों की मृत्यु इसी कारण होती है, और यह संख्या 2030 तक बढ़ कर 8 million तक होने का अनुमान है, विश्व तम्बाकू निषेध दिवस प्रत्येक वर्ष 31 मई को जो कि WHO द्वारा आयोजित किया गया है इस रिपोर्ट के मुताबिक श्वासन सम्बन्धित विकारों जैसे क्रोनिक obstractive pullmonory Disease तापेदिक और अन्य फेफड़ो के रोगों का प्रमुख कारण है।
आई०एम०ए० कानपुर के उपाध्यक्ष डॉ मनीष निगम ने बताया कि इस वर्ष विश्व तम्बाकू निषेध दिवस कुछ ऐसे मनाएं।
(1) गिनती करो कि आप कितने सिगरेट पीते हो, हो सकता है आप, छोड़ने के लिए तैयार न हो लेकिन आप एक दिन में धूमपान करने बाली सिगरेट की संख्या की गणना कर के अपने आपको बाहर निकालने की नींव रख सकते हैं।
(2) युवाओं को शिक्षित करे-
धूमपान के बारे में कुछ भयानक तथ्य- - तम्बाकू रसायनों से भरा होता है।तम्बाकू के धुआँ में 700 से अधिक रसायन होते हैं। - इनमें से कुछ रसायन कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण हो सकते हैं।
धूमपान करना व्यापक नही आने वाली पीढ़िया प्रभावित होगी।
आई०एम०ए० कानपुर के सचिव डॉ अमित सिंह गौर ने बताया कि धूमपान (तुम्बाकू का सेवन करने से जोखिम व्यवहार और भावात्मक स्थिरता में कमी पायी जाती है। तम्बाकू उपयोग कर्ताओं में मानसिक विकारों का खतरा पैदा होना और बढ़ने की संभावना अधिक होती है। सामाजिक और पर्यावरण, माता-पिता का प्रभाव, शिक्ष स्तर में कमी, रोल मॉडल के प्रति आकर्षण और सांस्कृतिक प्रथाओं आदि का प्रभाव पड़ता है। इसलिए तम्बाकू से होने वाले प्रभाव से बचने के लिए खुद पर काबू करे, और किसी मानसिक विशेषज्ञ चिकत्सक की सलाह ले और जो आपको सही रॉय और चिकित्सा प्रदान करे और आपकी इस बुरी लत को छुड़ाने में आपकी मदद करे।
Jun 04 2023, 15:17