*दस दिनों तक अटकने के बाद फिर रास्ते पर मानसून, केरल के तटीय इलाकों में यह जल्द दे सकता है दस्तक*
नितेश श्रीवास्तव
गर्मी से निजात व खेती के लिए मानसून का इंतजार कर रहे आम लोगों और किसानों के लिए अच्छी खबर है। लगभग 10 दिनों तक अटकने के बाद मानसून फिर अपने रास्ते पर आ गया है। केरल के तटीय इलाकों में यह जल्द दस्तक दे सकता है।
भारतीय मौसम विभाग ने मानसून के केरल में प्रवेश की तिथि चार जून घोषित कर रखी है, लेकिन परिस्थितियां बता रही है कि यह तिथि दो - तीन दिन और आगे खिसक सकती है। मौसम विभाग की कोलकाता शाखा के निदेशक एवं मौसम विज्ञानी एके सेन के मुताबिक मानसून के बंगाल, बिहार, और उत्तर प्रदेश में पहुंचने की सही तिथि का आकलन तभी किया जा सकता है जब वह केरल के तटीय इलाकों में प्रवेश कर जाएगा। सामान्य तौर पर मानसून के बंगाल पहुंचने की तिथि आठ जून है। बिहार में 10 जून तक और अगले चार - पांच दिनों में उत्तर प्रदेश में पहुंच जाता है।
किंतु केरल में देर से दस्तक देने के बाद उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में मानसून का प्रवेश इस बार थोड़ा विलंब से हो सकता है। भारतीय मौसम पर करीब से नजर रखने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट ने केरल में मानसून के प्रदेश की तिथि सात जून तक घोषित कर रखी है।
एजेंसी के प्रवक्ता महेश पलावत का मानना है कि छह या सात जून को मानसून केरल में कभी भी दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग ने अपने पहले के अनुमान में मानसून के केरल पहुंचने की तिथि एक जून को बताई थी। बाद में संशोधित करके इसे चार जून किया गया। इस अनुमान का आधार था कि 19-20 मई को तन मानसून अंडमान निकोबार द्वीप समूह के आसपास के हिस्सों में सक्रिय हो गया था, लेकिन स्थितियां अनुकूल नहीं होने के चलते मानसून की गति धीमी पड़ गई और अगले 10 दिनों तक आगे नहीं बढ़ पाया।
किंतु मानसून ने आगे बढ़ते हुए अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के पूरे क्षेत्र को घेर लिया।
Jun 02 2023, 13:24