*275 गांव में लगा शिविर, आईं आठ हजार शिकायतें*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के पात्र किसानों के अभिलेखों में सुधार के लिए अब 10 जून तक गांव में शिविर लगाए जाएंगे। 275 गांव में शिविर लगाकर साढ़े चार हजार किसानों की ई-केवाईसी, आधार सीडिंग संग अन्य महत्वपूर्ण कार्य कराया गया। चार हजार किसानों के अभिलेखों की कमी को सुधार कराया जा रहा है।

केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का जिले में एक लाख 60 हजार से अधिक किसान लाभ ले रहे हैं। ई-केवाईसी, भूअंकन, आधार सीडिंग न होने से बड़ी संख्या में पात्र किसान योजना की 13वीं और 14वीं किस्त नहीं पा सके। शासन के निर्देश पर 22 मई से पांच जून तक ग्राम पंचायतों में शिविर लगाया जा रहा है। कृषि विभाग के मुताबिक मंगलवार तक 275 गांव में शिविर लग चुका है।

जिसमें आठ हजार 16 किसानों ने आवेदन किया। साढे़ चार हजार किसानों की ईकेवाईसी, भूअंकन, आधार सीडिंग जैसे कार्य कराकर दुरूस्त किया गया। उप निदेशक कृषि डॉ. अश्वनी कुमार सिंह ने कहा कि पांच जून तक लगने वाला शिविर अब 10 जून तक चलेगा। इससे कोई भी पात्र किसान योजना से वंचित नहीं हो सकेगा। उन्होंने बताया कि जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के पहले सप्ताह में योजना की 15वीं किस्त जारी होने की उम्मीद है।

अभिलेखों में सुधार होने, ईकेवाईसी और आधार सीडिंग पूर्ण होने पर किस्त की राशि किसानों को मिलेगी।

*विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर तंबाकू मुक्त बनाने के लिए दिलाई गई शपथ*

नितेश श्रीवास्तव

भदोही । विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर बुधवार को मुख्य चिकित्सा कार्यालय परिसर में स्वास्थ्य कर्मियों को तंबाकू के प्रति जागरुक किया गया, जिसका नेतृत्व मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संतोष कुमार चक ने किया।

जिले को तंबाकू मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को शपथ भी दिलाई गई। डॉ संतोष ने कहा कि आज विश्व तंबाकू निषेध दिवस है, जिसको लेकर हम शपथ ले रहे हैं कि तंबाकू का इस्तेमाल नहीं करेंगे।इसके इस्तेमाल से बहुत सारी बीमारी शरीर में फैलती है। जिससे उसका दुष्प्रभाव पड़ता है, तो मुंह में घाव हो सकते हैं। इससे कैंसर फैल सकता है।

जागरुकता के माध्यम से यह संदेश दिया जा रहा है कि तंबाकू बहुत ही हानिकारक पदार्थ है। इससे लोगों को दूर रहना चाहिए, बचना चाहिए, नहीं तो कैंसर जैसे बीमारी से पीड़ित हो सकते हैं। जिसका इलाज आज भी पूरी तरह से संभव नहीं है। इसलिए ऐसे जहरीले पदार्थों से बचना चाहिए। साथ ही कहा कि शपथ लेने के बाद आप सभी अपने परिचित को भी तंबाकू सेवन से रोकने का प्रयास कर उनके जीवन को सुखमय बनाएं।

तंबाकू में मिलाए गए केमिकल से मुख का कैंसर होने की संभावना बढ जाती है। ऐसे में इससे बचें और नियमित अपने मुंह और दांतों की जांच कराते रहें। इसकी तलब लगने पर दो मिनट गहरी सांस लेने की सलाह दी गई। बताया गया कि इससे तलब कम होगी।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) वैश्विक तंबाकू संकट और महामारी से होने वाली बीमारियों और मौतों के बढ़ते चलते साल 1987 में में तंबाकू निषेध दिवस बनाया।

1987 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने संकल्प WHO पारित किया, जिसमें 7 अप्रैल को विश्व धूम्रपान निषेध दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया था। जिसमें 31 मई को तंबाकू निषेध दिवस के रूप में जारी किया गया। तभी से 31 मई को तंबाकू दिवस मनाया जाता है।

*तीन करोड़ से इटवां और उदयकरनपुर में लघु सेतु का निर्माण*


रिपोर्ट - नितेश श्रीवास्तव

भदोही। औराई विधानसभा के दो लघु सेतुओं की कार्ययोजना पर शासन की मंजूरी मिल गई है। शासन की ओर से दोनों लघु सेतुओं के लिए तीन करोड़ रुपये जारी कर दिया गया है। पीडब्ल्यूडी विभाग इटवां और उदयकरनपुर में दोनों लघु सेतुओं के निर्माण का कार्य भी आरंभ कर दिया है। लघु सेतु के निर्माण के हजारों की संख्या में लोगों को फायदा मिलेगा। विभाग की ओर से एक वर्ष पहले ही इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर भेजी गई थी।

औराई विधानसभा क्षेत्र में इटवां-परानापुर मुख्य सड़क का नाला दक्षिणी छोर के 10-12 तटवर्ती गांव को जोड़ता है। इस मार्ग से हर रोज बड़ी संख्या में लोग उत्तरी छोर स्थित हाईवे से होकर वाराणसी, प्रयागराज, भदोही, जौनपुर, बाबतपुर की ओर पहुंचते हैं। बाजारों से खरीदारी और व्यापारी व्यापार के लिए इसी मार्ग से होकर जाते थे। जिसमें नाले पर बना पुल पूरी तरह धंसे होने के कारण आवागमन में काफी परेशानी होती थी। स्थानीय सभाशंकर, मनोहर, नीतिन, अरविंद कुमार ने बताया कि नाला का जुड़ाव तीन जिले की सीमाओं से होने के चलते बारिश के मौसम में लोगों को बड़ी परेशानी होती थी, क्योंकि नाला में पानी उफान मारने के दौरान पैदल यात्रा करना मुश्किल होता रहता है।

अब जब लघु सेतु का निर्माण शुरू हो गया है तो लोगों ने राहत की सांस की है। अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एसबी राव ने कहा कि उक्त वृहद नालों के लिए लघु सेतु की कार्य योजना वित्तीय वर्ष 2019-20 में बनाकर भेजी गई थी। कार्ययोजना पर शासन की स्वीकृति मिलने के साथ ही धनराशि भी जारी कर दी गई है। जिसके बाद काम भी शुरू करा दिया गया है।

*मानसून ने पकड़ी रफ्तार,15 जून से देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश संभव*


रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

अंडमान निकोबार द्वीप समूह के ऊपर 19 मई से अटके दक्षिण-पश्चिमी मानसून ने 29 मई को रफ्तार पकड़ी है। 15 जून से देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश शुरू होने की संभावना है। मौसम विभाग के मुताबिक, सामान्य गति से चलते हुए मानसून को 22 से 26 मई तक अंडमान निकोबार द्वीप समूह को पार करते हुए बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ जाना चाहिए था, लेकिन यह उस स्थिति में 31 मई को पहुंचा है। इस तरह से यह सामान्य की तुलना में करीब एक सप्ताह देरी से चल रहा है।मानसून की गति को देखते हुए अनुमान लगाया गया है कि एक जून को केरल और तमिलनाडु में पांच जून तक कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और पूर्वोत्तर में मानसूनी बारिश शुरू हो जाएगी। 10 जून तक मानसून महाराष्ट्र व तेलंगाना तक पहुंच जाएगा। 15 जून से गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में मानसूनी बारिश होने लगेगी। 20 जून से राजस्थान, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल व जम्मू-कश्मीर तक बारिश होगी। मानसून का यह दौर आठ जुलाई तक जारी रहेगा।

अनुकूल बन रहीं परिस्थितियां

मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय स्तर पर चक्रवाती प्रवाह बना हुआ है। वहीं, पंजाब के ऊपर क्षोभमंडल के निचले स्तर पर चक्रवात प्रेरित हवाएं चल रही हैं, जिनसे पश्चिमी विक्षोभ की स्थिति बनी हुई है। इसके अलावा दक्षिण-पश्चिम राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान व मध्य प्रदेश में भी क्षोभमंडल के निचले स्तरों पर चक्रवाती हवाएं चल रहीं हैं। इसके बाद एक जून से एक और पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम में शुरू हो जाएगा, जो मानसून की गति को बरकरार रखेगा।

70 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेगी हवा, तापमान रहेगा 40 से नीचे....अगले पांच दिन तक समूचे उत्तर-पश्चिमी भारत में 50-70 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इसके अलावा जगह-जगह बादलों की गर्जन व बारिश हो सकती है। खासतौर पर राजस्थान, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में तेज बारिश हो सकती है। इस दौरान उत्तर-पश्चिमी भारत में ज्यादातर जगहों पर अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही बना रहेगा। एक से तीन जून के बीच बिहार सहित गंगा के मैदानी इलाकों में लू चल सकती है।

*उमस भरी गर्मी में फूंक रहे विद्युत उपकरण बढ़ी मुश्किल*


नितेश श्रीवास्तव

भदोही। प्रतिदिन मौत में हो रहे उतार - चढ़ाव और उमसभरी गर्मी ने अब जन - जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। गर्मी की असर है कि नगर से लेकर ग्रामीणों क्षेत्रों तक लगे विद्युत उपकरण फूंक रहे हैं। वहीं तकनीकी फाल्ट लोगों की मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। आए दिन विद्युत उपकरणों की खराबी से लाइनमैन की भी भागदौड़ बढ़ी है। गर्मी जैसे - जैस बढ़ रही है, वैसे-वैसे बिजली की समस्या भी गंभीर होती जा रही है।

अघोषित कटौती और ट्रिपिंग लोगों की समस्याएं बढ़ा रहें हैं। गोपीगंज नगर के अंजही मौहाल मंदिर बाबा कबूतर परिसर में लगा में लगा चार सौ केवी ट्रांसफार्मर भी गर्मी की भेंट चढ़ गया। ट्रांसफार्मर के फूंकने के कारण अंजही मौहाल समेत अन्य वार्डों में पेयजल को लेकर परेशानी बढ़ी रही। अधिशासी अभियंता सदर आदित्य पांडेय ने बताया कि गर्मी अधिक होने के कारण रोस्टर कटौती के दौरान उपकरण कब और कहां शार्टसर्किट से व्यवधान उत्पन्न करेंगे, कोई समय निश्चित नहीं है। शिकायतें मिलने पर विभागीय अधिकारी -कर्मचारी नगर ग्रामीण क्षेत्र पहुंच कर उपकरणों को बदलते और फाल्ट ठीक कराने में लगे हैं।

*पानी निकासी की व्यवस्था ध्वस्त*


रिपोर्ट - नितेश श्रीवास्तव

भदोही।नगर पंचायत ज्ञानपुर के वार्ड नंबर 9 को दूषित पानी से कब निजात मिलेगी यह नागरिक समझ नहीं पा रहे हैं। गंदा पानी से उठ रहा दुर्गध बस्ती वालों का जीना दुश्वार कर दिया है। मच्छरों के प्रकोप से संक्रामक बीमारी का खतरा बढ़ गया है। बालीपुर मुहल्ले का जलजमाव से दशकों पुराना नाता है।

लोक निर्माण विभाग के पीछे खेतों में गंदा पानी जमा होने से नागरिकों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। म‌ई- जून के माह में इन स्थानों पर गंदा पानी सड़कर बजबजा रहा है। यही दूषित पानी बारिश में लोगों के घरों में प्रवेश कर जाता है।

गंदा पानी से मच्छरों की भरमार हो गई है। गंदा पानी से पनप रहे मच्छर बीमारी का कारण बन रहे हैं। बिजली आपूर्ति ठप होते ही बालीपुर मुहल्ले में मच्छरों का आतंक इतना बढ़ जाता है कि घर के बाहर निकलना दुभर हो जाता है। जिला प्रशासन को संज्ञान लेते हुए व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए।

*गंगा दशहरा पर आस्थावानों ने लगाई डुबकी*

रिपोर्ट -नितेश श्रीवास्तव

भदोही। गंगा दशहरा के अवसर पर मंगलवार को मोक्षदायिनी गंगा में आस्थावानों ने डुबकी लगाई। घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लग गई थी। डुबकी लगाने के साथ ही मां गंगा का पूजन अर्चन किया। वहीं दशहरा के अवसर पर घर-घर पूड़ी-बखीर संग तरह-तरह के व्यंजन बने। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हजारों वर्ष तक महाराज भगीरथ की तपस्या के बाद आज ही के दिन मां गंगा का धरती पर अवतरण हुआ। उनके वेग से सब कुछ तहस-नहस न हो जाए इसके लिए भगवान शिव ने उन्हें अपनी जटा में लपेट लिया और कुछ हिस्से को धरती पर छोड़ा। इसके बाद मां गंगा ने महाराज भगीरथ के पूर्वजों को पापों से मुक्ति दिलाई थी।

ऐसी मान्यता है कि गंगा दशहरा के दिन अविरल धारा में डुबकी लगाने से मनुष्य के न केवल पाप व कष्ट धुल जाते हैं बल्कि उनकी कृपा से पीढि़यां तर जाती हैं।दशहरा पर्व के मद्देनजर सुबह से ही जनपद के कोने-कोने के साथ ही पड़ोसी जनपदों से लोग बड़ी संख्या में रामपुर, सीतामढ़ी, गुलौरी, बिहरोजपुर, चतुर्मुखी घाट, जहंगीराबाद, भवानीपुर, मूलापुर बरजी, डेरवां आदि घाटों पर पहुंच गए थे। गंगा स्नान का क्रम देर शाम तक चलता रहा। इसके साथ ही घरों में तरह-तरह के व्यंजन तैयार किए गए थे। हर घर में पूड़ी बखीर बनाई गई।

गंगा स्नान करने के बाद श्रद्धालु देवालयों में बाबा का दर्शन पूजन भी किया। स्नान करने के बाद दर्शनार्थियों ने दान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर व्यापक बंदोबस्त किए गए थे। सीतामढ़ी में गंगा स्नान करने के बाद भक्त माता सीता का भी दर्शन पूजन करते रहे। स्नान पर्व होने के कारण गंगा घाटों पर तरह-तरह की दुकानें भी सज गई थीं। पूरे दिन मेला लगा रहा।

*तीन करोड़ से होगा सीतामढ़ी-धनतुलसी सड़क का पुर्ननिर्माण*

-नितेश श्रीवास्तव

भदोही। जिले के पर्यटन स्थल सीतामढ़ी गेट से धनतुलसी तक 12 किमी की सड़क का पुर्ननिर्माण कराया जाएगा। पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से तैयार की गई कार्ययोजना को स्वीकृति मिल गई है। शासन की ओर से इसके लिए तीन करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। विभाग जल्द ही इस पर कार्य शुरू कराया जाएगा।

जिले के सीता समाहित स्थल सीतागढ़ी को पर्यटन स्थल घोषित होने के बाद 15 साल पहले लोकनिर्माण विभाग ने जंगीगंज हाईवे से 40 से अधिक तटवर्ती गांवों को जोड़ने वाली 35 किमी लंबी सड़क का चौड़ीकरण कराया था। इससे सभी तटवर्ती गांव के लोगों का आवागमन सुलभ हो सका। सीतामढ़ी से धनतुलसी तक की सड़क जर्जर हो गई थी। जिसको लेकर लगातार शिकायतें हो रही थी।

इसको लेकर विभागीय कार्ययोजना तैयार कर शासन को भेजी गई थी। जिसपर शासन ने मुहर लगाते हुए धनराशि भी जारी कर दी। अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग एसबी राव ने बताया कि सीतामढ़ी गेट से धनतुलसी के लिए तीन करोड़ रुपये जारी किए गए हैं। बारिश शुरू होने के पूर्व सड़क निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

*डेढ़ दशक से बंद है बस अड्डा आवागमन कठिन*


रिपोर्ट - नितेश श्रीवास्तव

भदोही। ज्ञानपुर नगर के दुर्गागंज त्रिमुहानी स्थित बस अड्डा दर्शकों से उपेक्षित है। डेढ़ दशक पूर्व उसे बंद कर दिया गया, तब से लेकर अब तक चालू करने की मांग को संबंधित अधिकारी अनसुना कर रहे हैं। उधर जिला मुख्यालय पूर्वांचल के अन्य जनपदों से कटा है। इतना ही नहीं क‌ईयों की रोजी - रोटी भी चली गई बता दें कि उक्त बस अड्डा से पहले राजकीय बसें चलती थी।

इसके कारण लोगों की प्रयागराज, मिर्जापुर, सोनभद्र, जौनपुर, आजमगढ़ समेत अन्य जनपदों को आवागमन करने में सहूलियतें मिलती थी। साथ ही आसपास चाय , पान , नाश्ता की दुकानें खोलकर बड़ी तादाद में लोग रोजगार प्राप्त करते थे‌ वर्ष 2008 में उसे अचानक बंद कर दिया गया, उसके बाद विभागीय अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। क‌ई बार लोगों ने धरना प्रदर्शन भी किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं। सूबे की क‌ई सरकारें बदली, सांसद, विधायक, व आला अधिकारी बदलें। सभी से लोगों ने गुहार लगाई।

*शार्टसर्किट से लगी आग, गृहस्थी हो गई राख*

रिपोर्ट - नितेश श्रीवास्तव

भदोही। गोपीगंज कोतवाल क्षेत्र में अमवा गांव में देर रात एक घर में आग लगने के कारण लाखों का सामना राख हो गया। जिसकी अनुमानित कीमत 2 लाख रुपए बताई गई है। सूचना पर पहुंचे फायर ब्रिगेड कर्मियों के साथ आग पर काबू पाया। गांव निवासी राजन कुमार मिश्रा ने बताया कि राजन कुमार मिश्रा अपने परिवार सहित मांगलिक आयोजन में भाग लेने गए थे। घर में विद्युत उपकरणों में अचानक शार्टसर्किट से आग लगी थी। शोरगुल सुनकर घटनास्थल की तरफ दौड़े लोग आग बुझाने के प्रयास में जुट गए।

इस बीच अग्निशमन की टीम भी मौके पर पहुंच गई। घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक कपड़े, बिस्तर, खाद्यान्न, बर्तन व जेवरात समेत लाखों रुपए के सामान आग की भेट चढ़ ग‌ए। अब परिवार के सामने समस्या उत्पन्न हो गई है। राजन कुमार मिश्रा ने बताया कि परिवार के लोग जो कपड़े पहने थे, वही साथ रह गया। बाकी कपड़ा अनाज नगदी सहित सारा सामान जलकर राख हो गया। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।