भारी विवादों के बीच फिल्म द केरल स्टोरी ने बॉक्स ऑफिस पर 200 करोड़ का आंकड़ा किया पार

सुदीप्तो सेन की निर्देशित मूवी 'द केरल स्टोरी' बॉक्स ऑफिस पर डे वन से ताबड़तोड़ बिजनेस कर रही है। देश भर में भारी विरोध के बावजूद फिल्म लगातार बॉक्स ऑफिस में कलेक्शन का रिकॉर्ड तोड़ती नजर आ रही है। बता दें कि इस फिल्म को लेकर हर ओर विरोध की आग देखने को मिली। वहीं, कुछ राज्यों में फिल्म को बैन कर दिया गया था। तो कई राज्यों के प्रमुख ने इस फिल्म के प्रसारण को ही गलत बताया था। बावजूद इसके धर्मांतरण को दिखाती इस फिल्म ने सभी बाधाओं को पार करते हुए अच्छा कलेक्शन किया है। 

अदा शर्मा, योगिता बिहानी, सोनिया बलानी और सिद्धी इडनानी को मेन कास्ट में लेते हुए बनी 'द केरल स्टोरी' टिकट विंडो पर भारी संख्या में ऑडियंस की भीड़ इकट्ठा करने में कामयाब रही है।

वहीं इस फिल्म को ओवरसीज भी प्रसारित किया गया है। दुनियाभर में फिल्म ने 218 करोड़ का कलेक्शन कर लिया है। यह तब है, जब फिल्म 12 मई को अमेरिका के 38 देशों में रिलीज हुई।

उत्तराखंड बीजेपी का 30 मई से महा जनसंपर्क अभियान, पीएम मोदी और सीएम योगी की रैली से होगा भाजपा का चुनावी आगाज

उत्तराखंड प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा 30 मई से महा जनसंपर्क अभियान के जरिये लोकसभा चुनाव का आगाज कर देगी। जून महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा में से कोई न कोई सियासी महारथी लोकसभा क्षेत्रों में जनसभा करेगा।

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट के मुताबिक, पीएम से पिथौरागढ़ के सीमांत क्षेत्र गुंजी का दौरा करने और एक जनसभा करने का अनुरोध किया गया है। पार्टी को पीएम के आने पूरी उम्मीद है।30 जून तक चलने वाले इस महा अभियान की तैयारी को लेकर प्रदेश कार्यसमिति की बैठक में चर्चा हुई और कार्यक्रमों में मुहर लगी।

पार्टी के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम के मुताबिक, अभियान के दौरान पार्टी के नेता और कार्यकर्ता अब दरवाजे पर नहीं बल्कि घर के भीतर जाएंगे और लोगों से संपर्क कर केंद्र व राज्य सरकार की नौ साल की उपलब्धियों की जानकारी देंगे।

14 कार्यक्रम होंगे, 23 को पीएम का वर्चुअल संबोधन

गौतम ने बताया कि महा-जनसंपर्क अभियान के दौरान कुल 14 कार्यक्रम होंगे, जिनमें से पांच लोकसभा और पांच विधानसभा स्तर पर होंगे, जबकि तीन कार्यक्रम बूथ स्तर पर और एक जिला स्तर पर होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 जून को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर बूथ स्तर तक के कार्यकर्ता को वर्चुअल संबोधित करेंगे। 21 जून को विधानसभा स्तर पर योग दिवस मनाया जाएगा। 25 जून को प्रधानमंत्री की मन की बात कार्यक्रम बूथ स्तर पर सुना जाएगा। 20 जून से 30 जून तक घर-घर संपर्क अभियान चलेगा।

महा जनसंपर्क अभियान के इन कार्यक्रमों पर लगी मुहर

विस क्षेत्र के स्तर परः

एक जून से 20 जूनः 75 विशिष्ट व्यक्तियों से संपर्क

पांच से 10 जूनः वरिष्ठ कार्यकर्ता सम्मेलन

10 से 15 जून-संयुक्त मोर्चा सम्मेलन

15 से 20 जून-लाभार्थी सम्मेलन

21 जून- योग दिवस

लोस क्षेत्र के स्तर पर

एक से पांच जून- प्रेस वार्ताएं व सोशल मीडिया मीट

छह से 10 जून- व्यापारी सम्मेलन

10 से 12 जून- विकास तीर्थ कार्यक्रम

बूथ स्तर पर

23 जून- डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी बलिदान दिवस

25 जून- मन की बात कार्यक्रम

20 से 30 जून-घर-घर संपर्क अभियान कार्यक्रम

जिला स्तर पर

25 जून- आपातकाल दिवस( प्रबुद्ध सम्मेलन)

भाजपा हमेशा इलेक्शन मोड में रहती हैः गौतम

महा जनसंपर्क अभियान को क्या लोकसभा चुनाव का आगाज माना जाए, इस प्रश्न के उत्तर में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री व प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि भाजपा ऐसा राजनीतिक दल है, जो हमेशा इलेक्शन मोड में रहता है। यह ऐसी पार्टी है जो हर साल अपना रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने रखती है। हम मलाई खाने वाले लोग नहीं हैं।

दिल्ली हरिद्वार हाईवे पर खाई में गिरी 40 यात्रियों से भरी रोडवेज बस, कार को बचाने के चक्कर में हुआ हादसा, राहत बचाव कार्य जारी

 दिल्ली हरिद्वार हाईवे पर रुड़की के समीप मुजफ्फरनगर डिपो की बस सामने से आ रही कार को बचाने के चक्कर में खाई में जा गिरी। गनीमत रही कि यात्रियों को हल्की चोटें आई हैं। तीन यात्रियों को ज्यादा चोट थी, जिन्हें रुड़की सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिसमें रोडवेज बस चालक भी शामिल है। राहत बचाव का कार्य जाती है।

रविवार को 40 सवारियों को लेकर जा रही यात्री बस हादसे का शिकार हो गई। घटना के दौरान कार चालक फरार हो गया। दुर्घटना के बाद बस में सवार यात्रियों ने दूसरी बस से आगे की यात्रा की।

सुविधा, दो हजार के नोटों को बदलवाने के लिए देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने ग्राहकों को दी बड़ी राहत, यहां पढ़ें आपके काम की खबर

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने दो हजार के नोटों का चलन बंद करने का फैसला लिया है। आरबीआई ने कहा है कि 23 मई से लोग बैंकों में जाकर अपने पास पड़े 2 हजार के नोट को बदल सकेंगे। बैंकों में नोट कैसे बदले जायेंगे इसे लेकर कई तरह की बातें हो रही थी। लेकिन देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने आज लोगों को बड़ा राहत देने का एलान कर दिया।

 किसी अतिरिक्त कागज की जरूरत नहीं

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने सभी ब्रांच को नोट बदलने को लेकर दिशा निर्देश दिये हैं। इसमें साफ साफ कहा गया है कि 2 हजार के 10 नोट यानि 20 हजार रूपये के नोट बदलने के लिए किसी पर्ची की जरूरत नहीं होगी। बैंक में नोट बदलने आये व्यक्ति से किसी तरह का पहचान पत्र भी नहीं मांगा जायेगा। यानि जिस भी व्यक्ति को नोट बदलना हो वह सीधे बैंक में जायेगा और बगैर किसी कागज के नोट बदल कर आ जायेगा।

बता दें कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया देश का सबसे बड़ा बैंक है। उसके इस फैसले के बाद अब ये तय हो गया है कि दूसरे सरकारी बैंक भी यही प्रक्रिया अपनायेंगे। एसबीआई ने अपने शाखाओं को कहा है कि नोट बदलने आये लोगों को परेशानी नहीं हो।

बता दें कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कहा है कि जिनके पास 2000 रुपये के नोट हैं वे 23 मई से 30 सितंबर 2023 के बीच बैंक जाकर उसे 500 या 100 रूपये के नोटों से बदलवा सकते हैं। आप अपने बैंक अकाउंट में भी 2000 रुपये के नोट को जमा कर सकते हैं। इसके लिए कोई भी अतिरिक्त फॉर्म नहीं भरना होगा। पैसा डिपॉजिट करने के पहले से बैंक के तय नियम का ही पालन करना होगा।

ग्रामीण इलाके के लिए यहां सुविधा

ग्रामीण इलाकों बैंक की शाखाओं की संख्या कम है। ऐसे में लोग बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट सेंटर जाकर 2000 रुपये के नोट को बदल सकते हैं। लेकिन ग्रामीण सेंटर पर सिर्फ 4000 रुपये तक के ही नोट यानि 2000 रुपये के दो नोट ही बदले जा सकते हैं। बता दें कि ग्रामीण क्षेत्र में बिजनेस कॉरेस्पॉन्डेंट बैंक की छोटी शाखा की तरह काम करते हैं। यहां ग्रामीणों को बैंक अकाउंट खोलने में मदद के अलावा रूपये का ट्रांजैक्शन भी होता है।

यहां भी बदल सकेंगे नोट

आरबीआई ने अपने कई ऑफिस में 2 हजार के नोट बदलने की सुविधा दी है। आरबीआई के अहमदाबाद, बेंगलुरु, बेलापुर, भोपाल, भुवनेश्वर, चंडीगढ़, चेन्नई, गुवाहाटी,हैदराबाद, जयपुर, जम्मू, कानपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई, नागपुर, नई दिल्ली, पटना और तिरुवनंतपुरम ऑफिस में दो हजार के नोट बदल सकते हैं।

*पाकिस्तान में आतंकी हमला: बलूचिस्तान में 3 सैनिकों समेत एक आतंकवादी ढेर*

डेस्क: पाकिस्तान में आतंकी हमले थमने का नाम नहीं ले रहे। अशांत बलूचिस्तान प्रांत के जरघून इलाके में आतंकवादियों ने फिर एक सुरक्षा चौकी पर शनिवार को हमला कर दिया। इस आतंकी हमले में पाकिस्तान के तीन सैनिकों की मौत हो गई और जवाबी कार्रवाई में एक आतंकवादी भी मारा गया।

 पाकिस्तानी सेना की मीडिया शाखा ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ (आईएसपीआर) ने एक बयान में बताया कि आतंकवादियों ने उस जांच चौकी को निशाना बनाया, जिसे इलाके में कोयला खदानों में वसूली के प्रयासों को रोकने में मदद करने के लिए स्थापित किया गया था।

बयान के मुताबिक, सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी की। इसमें बताया गया है कि मुठभेड़ में तीन सैनिकों की मौत हो गई और एक आतंकवादी भी मारा गया। आईएसपीआर ने बताया कि जरघून के पर्वतीय क्षेत्र में एक तलाश अभियान शुरू किया गया है। 

आईएसपीआर के महानिदेशक मेजर जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने हाल ही में कहा था कि पिछले एक साल में 436 आतंकवादी हमलों में कम से कम 293 लोगों की मौत हुई है और 521 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने यह भी बताया था कि इस अवधि में आतंकवाद रोधी अभियान में कुल 137 सुरक्षाकर्मियों की मौत हुई और 117 अन्य घायल हुए हैं। पिछले करीब 6 महीनों से पाकिस्तान में आतंकी हमले तेज हो गए हैं।

*जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती नहीं लड़ेंगी विधानसभा चुनाव ! रखी इतनी बड़ी शर्त*

डेस्क: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती ने आज बड़ा ऐलान किया है। महबूबा मुफ्ती ने बेंगलुरु में ये घोषणा की है कि वह विधानसभा चुनाव तब तक नहीं लड़ेंगी जब तक कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 वापस से बहाल नहीं हो जाता। मुफ्ती ने कहा कि मुझे निकट भविष्य में विधानसभा चुनाव होने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है।

G20 को बीजेपी ने हाईजैक किया

बेंगलुरु में महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि G20 देश का इवेंट है लेकिन बीजेपी ने इसे हाईजैक कर लिया है। उन्होंने इसके लोगो को कमल से बदल दिया है, इसके लोगो को देश से संबंधित होना चाहिए था, ना कि किसी पार्टी से। मुफ्ती ने कहा कि यह सार्क (SAARC) ही है जो इस क्षेत्र में हमारे देश का नेतृत्व स्थापित करेगा। पीडीपी चीफ ने कहा कि सार्क शिखर सम्मेलन क्यों नहीं करते और हमारी समस्या का समाधान करते हैं।

महबूबा मुफ्ती ने केंद्र पर साधा निशाना

महबूबा ने कहा कि करीब करीब हर किसी ने उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन कर्नाटक ने फिर से उम्मीद जगाई है कि भारत की विचारधारा जिंदा है। हम जम्मू कश्मीर के लोगों को इसकी कुछ ज्यादा ही जरुरत थी, क्योंकि इस फासिस्ट फोर्सेस की मैं पहली विक्टिम हूं। हमने दिल्ली में क्या देखा, सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर दिया गया जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने चुनी हुई सरकार को ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार दिया था। 2019 में हमारे साथ क्या हुआ था, हम से सत्ता ले ली गई। गवर्नमेंट को खत्म कर दिया गया। लोगों को डिसइंपावर्ड कर दिया गया। सब लोगों ने ये समझा कि ये मुस्लिम बहुल राज्य के खिलाफ कार्रवाई है, क्योंकि बीजेपी मुस्लिम विरोधी है। लेकिन कश्मीर की समस्या का समाधान नहीं हो पाया, बल्कि समस्या और जटिल हो गई। 

कर्नाटक में विपक्षी एकता का दिया था संदेश

वहीं इससे पहले कर्नाटक में सिद्धरमैया और उनकी सरकार के मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के 18 दलों के नेता एक मंच पर नजर आए और यहां से विपक्षी एकजुटता का संदेश देने का प्रयास किया गया। इस दौरान बेंगलुरु में जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता फारूक अब्दुल्ला भी मौजूद रहे।

अल सल्वाडोर के फुटबॉल स्टेडियम में मची भगदड़, 9 लोगों की हुई दर्दनाक मौत

डेस्क: अल साल्वाडोर की राजधानी सैन साल्वाडोर में उस वक्त अफरातफरी मच गई, जब अचानक लोग स्टेडियम से भागने लगे। इस फुटबॉल स्टेडियम में भगदड़ मचने से कम से कम 9 लोगों की मौत हो गई। जबकि काफी संख्या में लोग घायल हो गए। घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

 भगदड़ मचने से कई लोगों की सांसे फूलने लगी और वह स्टेडियम में ही बेहोश होकर गिर गए। सहयोगियों ने उन्हें सीपीआर देना का भी प्रयास किया। बावजूद स्थिति को नियंत्रण में नहीं लाया जा सका। स्थानीय अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

विदेशी मीडिया ने अल सल्वाडोर पुलिस के हवाले से बताया कि स्थानीय लोग टीम अलियांजा और सांता एना आधारित टीम फास के बीच मैच देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे। मॉनुमेंटल स्टेडियम में गेट बंद होने के बावजूद वे प्रवेश करने की कोशिश करने लगे। 

इस दौरान भगदड़ मचने से 18 साल से अधिक उम्र के सात पुरुष और दो महिलाओं की मौत हो गई। स्थानीय मीडिया द्वारा साझा किए गए एक फुटेज में, फुटबॉल प्रशंसकों को स्टेडियम के प्रवेश द्वार पर लगे बैरिकेड्स को खींचने का प्रयास करते देखा जा सकता है। अल साल्वाडोर के स्वास्थ्य मंत्री फ्रांसिस्को अलबी ने कहा कि आसपास के अस्पतालों से एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया।

दो हजार के नोटों पर अब राजनैतिक घमासान शुरू

दो हजार के नोटों पर अब राजनैतिक घमासान शुरू, कांग्रेस ने पीएम मोदी पर उठाए सवाल, कहा, यह है स्वयंभू विश्वगुरु की खासियत, पहला एक्ट, बाद में विचार 


दो हजार के नोटों पर अब देश में सियासी घमासान शुरू हो चुका है। कांग्रेस के नेताओं ने बयान जारी कर भाजपा व पीएम मोदी पर हमला बोला। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हमारे स्वयंभू विश्वगुरु की खासियत। पहला एक्ट, बाद में विचार। उन्होंने कहा कि 8 नवंबर 2016 के विनाशकारी तुगलकी फरमान के बाद इतनी धूमधाम से पेश किए गए 2000 रुपये के नोट अब वापस लिए जा रहे हैं।

भारतीय रिजर्व बैंक ने बड़ा फैसला लेते हुए 2000 रुपये के नोट को चलन से वापस ले लिया है। हालांकि यह नोट वैध मुद्रा बना रहेगा। आरबीआई ने बैंकों को 30 सितंबर, 2023 तक 2,000 रुपये के नोट जमा करने एवं बदलने की सुविधा देने को कहा है। लेकिन इस फैसले को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस ने सीधा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठा दिया है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि हमारे स्वयंभू विश्वगुरु की खासियत। पहला एक्ट, बाद में विचार। उन्होंने कहा कि 8 नवंबर 2016 के विनाशकारी तुगलकी फरमान के बाद इतनी धूमधाम से पेश किए गए 2000 रुपये के नोट अब वापस लिए जा रहे हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि 8 नवंबर 2016 का भूत एक बार फिर देश को डराने आ गया है। उन्होंने कहा कि विमुद्रीकरण का बहुप्रचारित कदम इस देश के लिए एक बड़ी आपदा बना हुआ है। उन्होंने सावल करते हुए कहा कि पीएम ने 2000 के नए नोटों के फायदों पर देश को दिया उपदेश, आज जब छपाई बंद है तो उन सभी वादों का क्या हुआ? उन्होंने कहा कि सरकार को इस तरह के कदम के लिए अपनी मंशा स्पष्ट करनी चाहिए। सरकार अपने जनविरोधी और गरीब विरोधी एजेंडे को जारी रखे हुए है। आशा है कि मीडिया इस तरह के कठोर उपाय पर सरकार से सवाल करेगा और इसे दुनिया में 'चिप की कमी' के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराएगा।

दो हजार के नोटों पर हालिया फैसले के बाद अरविंद केजरीवाल के पीएम मोदी पर किए हमले का भाजपा नेता धर्मेन्द्र प्रधान ने दिया जवाब, कहा, पढ़े लिखे सीएम फिर झूठ बेचने निकल पड़े 

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने 2000 रुपये के नोट चलन से बाहर करने के भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के फैसले को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना के बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर पलटवार किया है। उन्होंने आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक पर ‘झूठ बेचने’ का आरोप लगाया है। दरअसल आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट चलन से बाहर करने की शुक्रवार को घोषणा की थी। हालांकि, इस मूल्य के नोट बैंकों में जाकर 30 सितंबर तक जमा किए जा सकेंगे या बदले जा सकेंगे। आरबीआई ने एक बयान जारी कर कहा था कि अभी चलन में मौजूद 2000 रुपये के नोट 30 सितंबर तक वैध मुद्रा बने रहेंगे। 

सीएम ने साधा था पीएम पर निशाना

केजरीवाल ने इस फैसले की आलोचना करते हुए ट्वीट किया था, पहले बोला था कि 2,000 का नोट लाने से भ्रष्टाचार बंद होगा। अब बोल रहे हैं कि 2,000 का नोट बंद करने से भ्रष्टाचार खत्म होगा। हम इसीलिए कहते हैं कि प्रधानमंत्री पढ़ा-लिखा होना चाहिए। एक अनपढ़ प्रधानमंत्री को कोई कुछ भी बोल जाता है। उसे कुछ समझ नहीं आता है। भुगतना जनता को पड़ता है।

पढ़ा-लिखा मुख्यमंत्री एक बार फिर झूठ बेचने निकल पड़ा 

प्रधान ने केजरीवाल पर पलटवार करते हुए कहा कि 2000 रुपये के नोट वैध मुद्रा बने हुए हैं। उन्होंने कहा,‘पढ़ा-लिखा मुख्यमंत्री एक बार फिर झूठ बेचने निकल पड़ा है। प्रधान ने कहा, ‘कबीर जी ने सच ही कहा है-पोथी पढ़-पढ़ पंडित भया न कोय। शीशमहल में रहने वाले कट्टर भ्रष्टाचारियों की बौखलाहट स्वाभाविक है।

महल संबंधी टिप्पणी केजरीवाल के आवास की मरम्मत के लिए दिल्ली सरकार द्वारा कथित तौर पर किए गए अत्यधिक खर्च को लेकर विवाद के संदर्भ में की गई। उन्होंने ये भी कहा कि शराब घोटाले में ‘सरगना’ ने जितनी मेहनत की है, लगता है उस पर पानी फिर रहा है।

गुजरातियों को ठग बताने के मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी पर दायर मानहानि केस की हुई सुनवाई, कोर्ट ने नोटिस जारी किया

 

 गुजरात के अहमदाबाद स्थित मेट्रो कोर्ट में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पर दायर मानहानि के मामले पर शनिवार को सुनवाई हुई। बता दें कि तेजस्वी यादव पर गुजरातियों को ठग कहने का आरोप लगा मुकदमा दायर किया गया था। इस मामले में सुनवाई के दौरान फरियादी पक्ष की ओर से कोर्ट में तीन गवाह पेश किए गए। इस दौरान सुनवाई करते हुए कोर्ट ने एक न्यूज चैनल के संपादक को नोटिस जारी किया है। अब इस मामले पर अगली सुनवाई 12 जून को होगी।

दरअसल, तेजस्वी यादव ने 22 मार्च 2023 को बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए गुजरातियों को ठग कहा था। तेजस्वी ने कहा था कि ‘वर्तमान में जो हालात हैं उसे देखा जाए तो सिर्फ गुजराती ही ठग होते हैं और उनको माफ भी कर दिया जाता है। तेजस्वी ने ये बातें उस वक्त कही थीं जब बैंकों का पैसा लेकर भागने वाले हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस से हटा दिया गया था।

वहीं तेजस्वी यादव के इस बयान पर हरेश मेहता ने गुजरात की कोर्ट में मानहानि का केस कराया था। हरेश मेहता ने कहा था कि, उन्होंने समाचार चैनल के माध्यम से तेजस्वी यादव को गुजरातियों के खिलाफ बयान देते हुए सुना है। उन्होंने 21 मार्च को आईपीसी की धारी 499 और 500 के तहत आपराधिक मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था।

इस मामले में पिछली सुनवाई के दौरान अहमदाबाद मेट्रो कोर्ट ने दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 202 के तहत जांच का आदेश दिया था। कहा गया था कि अदालत पहले मानहानि की शिकायत की जांच करेगी और फिर जांच करेगी कि क्या शिकायतकर्ता और गवाहों के पक्ष में सबूतों पर विचार करके प्रथम दृष्टया मामला बनता है या नहीं। आज मामले पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने एक न्यूज चैनल के संपादक को नोटिस जारी किया है। इस मामले पर अब अगली सुनवाई 12 जून को होगी।