कांग्रेस के घोषणापत्र पर पीएम मोदी का बड़ा हमला, कहा-पहले राम को ताले में बंद किया, अब जय बजरंगबली बोलने वालों को बंद करने की तैयारी में
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कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नेन्द्र मोदी धुंआधार रैली कर रहे हैं। पीम मोदी अपने चुनावी भाषणों में कांग्रेस पर जोरदार हमला बोल रहे हैं। अब कांग्रेस के घोषणापत्र जारी होने के बाद प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर तंज कसा है।कर्नाटक के हम्पी में पीएम मोदी ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि 'यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्री राम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है'।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस के चुनावी घोषणापत्र में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा करने के लिए सोमवार को मुख्य प्रतिद्वंद्वी दल पर निशाना साधा।उन्होंने इसे भगवान हनुमान की पूजा करने वालों को ताले में बंद करने की कोशिश करने का कांग्रेस का प्रयास करार दिया।चुनावी सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा, आज हनुमान जी की इस पवित्र भूमि को नमन करना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है और दुर्भाग्य देखिए, मैं आज जब यहां हनुमान जी को नमन करने आया हूं उसी समय कांग्रेस पार्टी ने अपने मेनिफेस्टो में बजरंगबली को ताले में बंद करने का निर्णय लिया है।ये देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस पार्टी को प्रभु श्रीराम से भी तकलीफ होती थी और अब जय बजरंगबली बोलने वालों से भी तकलीफ हो रही है।
कांग्रेस को कहा गुलामी की मानसिकता से भरी
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने हम्पी की तारीफ की और कहा कि हम्पी एक ऐसी जगह है जिसपर भारत ही नहीं, पूरी दुनिया को गर्व है लेकिन गुलामी की मानसिकता से भरी कांग्रेस ने कभी भी भारत के इतिहास और विरासत पर गर्व नहीं किया। इसका नुकसान हम्पी जैसे स्थानों को भी उठाना पड़ा। यह बीजेपी की ही सरकार है जो अब 'स्वदेश दर्शन' के जरिए हम्पी की ऐतिहासिक विरासत का संरक्षण कर रही है।
कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में क्या कहा?
10 मई को कर्नाटक में मतदान होना है, जिसको देखते हुए कांग्रेस ने अपना घोषणा पत्र जारी किया है। पार्टी ने अपने घोषणा पत्र में सबसे बड़ा वादा किया है कि सरकार बनने पर पीएफआई के साथ ही बजरंग दल पर बैन लगा दिया जाएगा। कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है, हमारा मानना है कि कानून और संविधान पवित्र हैं। कोई व्यक्ति या बजरंग दल, पीएफआई और नफरत एवं शत्रुता फैलाने वाले दूसरे संगठन, चाहे वह बहुसंख्यकों के बीच के हों या अल्पसंख्यकों के बीच के हों, वे कानून और संविधान का उल्लंघन नहीं कर सकते। हम ऐसे संगठनों पर कानून के तहत प्रतिबंध लगाने समेत निर्णायक कार्रवाई करेंगे।
May 02 2023, 16:47