उत्तराखंड के जौलीग्रांट हेलीपैड से शुरू हुई केदारनाथ के लिए हेली सेवा, 11 यात्रियों को लेकर भरी उड़ान


उत्तराखंड के जौलीग्रांट हेलीपैड से पहली बार दो धामों के लिए किसी कंपनी की हेली सेवा शुरू हुई है। मंगलवार सुबह 7:40 बजे रुद्राक्ष कंपनी के हेलीकॉप्टर ने 11 यात्रियों को लेकर केदारनाथ धाम के लिए उड़ान भरी।

यात्री सुबह छह बजे ही हेलीपैड पहुंच गए थे लेकिन, खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया था। मौसम साफ होने पर हेलीकॉप्टर केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुआ।

जौलीग्रांट में युकाडा के हेलीपैड से पहली बार रुद्राक्ष एविएशन के 18 सीटर एमआई डबल इंजन हेलीकॉप्टर की दो धामों के लिए सेवा शुरू हुई है। पिछले साल कंपनी के हेलीकॉप्टर ने हरिद्वार प्राइवेट हेलीपैड से उड़ान भरी थी।

शरद पवार के बाद किसे मिलेगी एनसीपी की कमान, सुप्रिया या अजित कौन होगा नया बॉस?

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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने का एलान कर दिया है।महाराष्ट्र में इस बड़े घटनाक्रम के बाद अब यह सवाल खड़ा हो गया है कि पवार के बाद एनसीपी का नया बॉस कौन होगा? आखिर पवार यह पद किसे सौंपने जा रहे हैं।

इस घोषणा के बाद राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। पर अब राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा हो रही है कि, नया एनसीपी प्रमुख कौन होगा? राकांपा के अध्यक्ष पद के लिए अजित पवार भी प्रतिद्वंद्वी के तौर पर देखे जाते हैं। शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले को शरद पवार का उत्तराधिकारी माना जाता है।

अजित पवार का नाम पहले नंबर पर

शरद पवार के का बाद अध्यक्ष पद के लिए भतीजे और महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अजित पवार का नाम इसमें सबसे पहले है। अजित पार्टी प्रमुख के लिए सबसे बड़े दावेदार हैं। पार्टी में उनकी हुकूमत भी चलती है। पार्टी पर उनका काफी प्रभाव है। अजित ने पार्टी के फैसले के खिलाफ जाकर 2019 में देवेंद्र फडणवीस के साथ मिलकर शपथ ले ली थी। बगावत के बावजूद जब वापस अजित शरद पवार के साथ गए तो महाविकास अघाड़ी की सरकार में भी उन्हें ही डिप्टी सीएम बनाया गया। इसके बाद जब उद्धव ठाकरे की सरकार गिरी तो भी शरद पवार ने अजित को ही नेता प्रतिपक्ष बनाया। अजित के साथ सबसे बड़ी ताकत 'पवार' नाम की है। अजित के साथ पवार शब्द जुड़ा हुआ है। ऐसे में संभव है कि पार्टी की बागडोर अजित पवार को ही मिल जाए।

सुप्रिया सुले दूसरी सबसे बड़ी दावेदार

वहीं, दूसरी ओर शरद पवार की बेटी और एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले अध्यक्ष पद की दूसरी सबसे बड़ी दावेदार हैं। सुप्रिया तेज तर्रार नेता हैं और बोलने में काफी माहिर हैं। उनकी वाक शैली से लोग उनके कायल हो जाते हैं। सुप्रिया ने राष्ट्रीय स्तर पर एक अलग पहचान बना रखी है। ऐसे में संभव है कि पार्टी की कमान आगे सुप्रिया को ही मिल जाए।

पवार ने नए अध्यक्ष के चयन के लिए कमेटी में कुछ नाम सुझाए

वैसे शरद पवार ने इस्तीफे के बाद आगे का प्लान भी बताया है। आगे क्या होगा इसके इसके लिए एक समिति बनाई जाएगी।शरद पवार ने नए अध्यक्ष के चयन के लिए कमेटी में कुछ नाम सुझाए हैं। कमेटी में जो नाम सुझाए गए हैं उनमें प्रफुल पटेल, सुनील टटकरे, केके शर्मा, पीसी चाको, अजित पवार, जयंत पाटील, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटील, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र अहवाड़, हसन मुसरिफ़, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़, फौजिया खान, धीरज शर्मा, सोनिया दोहन के नाम बताए जा रहे हैं।

*महाराष्ट्र की सियासत में पलट गई रोटी! शरद पवार का एनसीपी अध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान*

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महाराष्ट्र की सियासत से बड़ी खबर आई है। शरद पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। पवार ने खुद इसकी घोषणा की है। अपने जीवन से जुड़ी एक किताब के विमोचन के कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा, मैंने आज राष्ट्रवादी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से रिटायर होने का फैसला किया है।पवार ने ये फैसला ऐसे वक्त में किया है जब एनसीपी नेता और भतीजे अजित पवार की मनमुटाव की खबरें सामने आई थीं। कहा जा रहा था कि शरद पवार, अजित पवार के बीजेपी के साथ जाने को लेकर चल रहीं अटकलों से काफी नाराज थे।

राजनीति में सक्रिय रहेंगे पवार

पवार ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान करते हुए कहा कि अब मैं चाहता हूं कि एनसीपी की जिम्मेदारी कोई और संभाले। मैंने कई साल तक पार्टी की जिम्मेदारी संभाली है और अब पार्टी का नेतृत्व नहीं करना चाहता। उन्होंने कहा कि वह राजनीति में सक्रिय रहेंगे, लेकिन पार्टी अध्यक्ष पद से रिटायर होना चाहते हैं। 

मेरा संन्यास सार्वजनिक जीवन से नहीं-पवार

अध्यक्ष पद से इस्तीफा देते समय शदर पवार ने कहा कि, एनसीपी में आगे एक समिति नियुक्त की जाएगी। मुझे पता है कि कहां रुकना है। मेरे पास एमपी के रूप में तीन साल बाकी हैं और मैं राज्य और केंद्र के मुद्दों को देखूंगा। मैं विभिन्न सांस्कृतिक, राजनीतिक और अन्य मुद्दों के लिए काम करूंगा। मेरा संन्यास सार्वजनिक जीवन से नहीं है।

पहले ही दिया था बदलाव का इशारा

इससे पहले पिछले हफ्ते पवार ने मुंबई में आयोजित युवा मंथन कार्यक्रम में रोटी पलटने की बात कह डाली। पवार बोले, 'किसी ने मुझे कहा कि रोटी सही समय पर पलटनी होती है और अगर सही समय पर नहीं पलटी तो वो कड़वी हो जाती है। अब सही समय आ गया है रोटी पलटने का, उसमें देरी नहीं होनी चाहिए। इस बारे में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को आग्रह करूंगा की वो इस पर काम करें।

शरद पवार ने आज अपनी किताब “लोक माझे सांगाती” का विमोचन किया। इसके तुरंत बाद ही उन्होंने अध्यक्ष पद छोड़ने का ऐलान कर दिया। शरद पवार ने कहा कि मैंने बतौर अध्यक्ष एनसीपी के लिए लंबे समय तक काम किया। अब मैं खुद चाहता हूं कि कोई दूसरा इस जिम्मेदारी को उठाए। अचानक पवार के इस्तीफे की घोषणा सुनकर वहां कार्यक्रम में मौजूद एनसीपी के नेता एवं कार्यकर्ता दंग रह गए। उन्हें इस बात की जरा भी उम्मीद नहीं थी कि पवार अपने पद से इस्तीफे की घोषणा करेंगे। पवार का फैसला सभी को हैरान कर गया। हालांकि, एनसीपी के कई नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने पद से हटने के उनके फैसले का विरोध किया।

*महात्मा गांधी के पोते अरुण गांधी का निधन, 89 वर्ष की आयु में ली अंतिम सांस*

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राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पोते अरुण गांधी का मंगलवार को महाराष्ट्र के कोल्हापुर में निधन हो गया। वह 89 वर्ष के थे। परिवार की ओर से बताया गया कि वह कुछ समय से बीमार थे। अरुण गांधी के बेटे तुषार गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। तुषार गांधी ने बताया कि लेखक एवं सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता अरुण गांधी का अंतिम संस्कार आज कोल्हापुर में किया जाएगा। 

कौन हैं अरुण मणिलाल गांधी

महात्मा गांधी के पौत्र अरुण गांधी मणिलाल गांधी के पुत्र हैं। अरुण गांधी का जन्म 14 अप्रैल 1934 को साउथ अफ्रीका के डरबन में हुआ था। महात्‍मा गांधी के दूसरे बेटे मणिलाल गांधी डरबन के समाचार पत्र इंडियन ओपिनियन के एडिटर रहे, जबकि उनकी (मणिलाल गांधी) पत्‍नी इसी समाचार पत्र में पब्लिशर थीं। अरुण गांधी ने पिता से सीख लेकर बाद में अपने दादा के आदर्शों पर चलने का फैसला लिया और सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर बतौर कार्यकर्ता काम करना शुरू किया।

अरुण गांधी ने लिखी कई किताबें

अरुण गांधी ने कुछ किताबें भी लिखी हैं। इनमें द गिफ्ट ऑफ एंगर: एंड अदर लेसन्स फ्रॉम माई ग्रैंडफादर महात्मा गांधी प्रमुख हैं। अरुण गांधी 1987 में अपने परिवार के साथ अमेरिका में बस गए थे। यहां उन्होंने अपने जीवन के कई साल टेनेसी राज्य के मेम्फिस में गुजारे। यहां उन्होंने क्रिश्चियन ब्रदर्स यूनिवर्सिटी में अहिंसा से जुड़े एक संस्थान की भी स्थापना की थी। 

सामाजिक कार्यों में भी थी रूची

अरुण गांधी सामाजिक कामों के साथ ही लेखन में काफी काम करते रहे। उन्होंने अपनी पत्नी सुनंदा के साथ शादी के कुछ ही समय बाद दक्षिण अफ्रीका छोड़ दिया था। अरुण गांधी ने 30 सालों तक एक पत्रकार के तौर पर एक बड़े अखबार में काम किया था। अरुण गांधी और उनकी पत्नी सुनंदा ने महाराष्ट्र में 125 से ज्यादा अनाथ बच्चों को बचाया। इसके साथ ही उन्होंने पश्चिमी महाराष्ट्र के कई गांवों के लोगों की जिंदगियां बदलीं।

रुक रुककर हो रही बारिश और बर्फबारी के कारण केदारनाथ धाम के लिए रवाना हुए रोके गए यात्री, यमुनोत्री में बारिश के बीच यात्रा जारी

केदारनाथ धाम में रुक-रुककर हो रही बारिश और बर्फबारी को देखते हुए रोके गए यात्रियों को प्रशासन ने आज रवाना करना शुरू कर दिया। सुबह आठ बजे तक सोनप्रयाग से 5887 तीर्थयात्रियों को धाम के लिए रवाना किया गया। बता दें कि सोमवार को करीब नौ हजार यात्रियों को जगह-जगह रोक दिया गया था।

यहां रुके इतने यात्री

केदारनाथ धाम में मौसम के अधिक खराब होने पर तिलवाड़ा से फाटा तक करीब ढाई हजार, सीतापुर से सोनप्रयाग तक करीब छह हजार और गौरीकुंड में लगभग 500 यात्रियों को रोका गया था।

यमुनोत्री में बारिश से परेशानी

यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में सुबह से ही बारिश हो जारी है। लेकिन मौसम की बेरुखी पर तीर्थयात्रियों की आस्था भारी पड़ रही है। बारिश के बीच पांच किमी की चढ़ाई चढ़ कर यात्री यमुनोत्री धाम पहुंच रहे हैं।

केदारनाथ में तीन मई तक रजिस्ट्रेशन पर रोक

 डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि केदारनाथ में खराब मौसम की स्थिति के कारण तीर्थयात्रियों के लिए पंजीकरण तीन मई तक रोक दिया गया है। दिल की समस्या या सांस की समस्या वाले लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।

कर्नाटक चुनाव का रण सजकर तैयार, प्री पोल सर्वे के अनुसार भाजपा को बढ़त, कांग्रेस का भी प्रदर्शन सुधरने के जताए गए आसार

कर्नाटक में सियासी रण सजकर तैयार है। 10 मई को मतदान के बाद 13 मई को ऐलान हो जाएगा कि दक्षिण भारतीय राज्य की गद्दी पर कौन सा दल काबिज होने वाला है। इसी बीच चुनाव से पहले एक सर्वे में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छी खबर मिलती दिख रही है। संभावनाएं जताई जा रही हैं कि भाजपा इस बार फिर सैकड़ा पार करने जा रही है। 2018 विधानसभा चुनाव की तुलना में कांग्रेस का भी प्रदर्शन सुधरने के आसार हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट में कन्वर्जेंट इंस्टीट्यूट की तरफ से किए गए प्री-पोल सर्वे में भाजपा को 105 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। जबकि, 2018 में घोषित नतीजों में भाजपा को 104 सीटें मिली थीं। वहीं, कांग्रेस को 87 सीटें जीतती हुई नजर आ रही है। बीते चुनाव में पार्टी ने 78 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि, 2018 में 37 सीटें जीती जनता दल सेक्युलर को 5 सीटों का नुकसान हो सकता है। सर्वे में पार्टी को 32 सीटें पर रखा गया है।

भाजपा का घोषणापत्र

सोमवार को ही भाजपा ने राज्य में अपना घोषणापत्र जारी किया है। इसमें पार्टी ने राज्य में चुनाव जीतने पर यूसीसी और एनआरसी लागू करने का वादा किया है। साथ ही गरीबी रेखा के नीचे परिवारों को आधा लीटर नंदिनी दूध प्रतिदिन दिया जाएगा। हर महीने परिवार के हर सदस्य को 5 किलो चावल और 5 किलो बाजरा मिलेगा। भाजपा ने उगादी, गणेश चतुर्थी और दिवाली के मौके पर पर बीपीएल परिवारों को तीन मुफ्त गैस सिलेंडर देने की बात कही है।

भाजपा के वादों की फेहरिस्त में कर्नाटक ओनरशिप एक्ट में संशोधन, हर वार्ड में लैब का निर्माण, दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार के नाम पर मैसूर में फिल्म सिटी का नामकरण और अटल आहार केंद्र भी शामिल हैं।

टूट सकता है दशकों का रिकॉर्ड

 कर्नाटक में साल 1985 के बाद कभी भी सत्तारूढ़ दल ने चुनाव नहीं जीता है। ऐसे में अगर ये प्री पोल सर्वे सटीक साबित होते हैं, तो संभावनाएं बढ़ा जाएंगी कि राज्य में भाजपा दोबारा सरकार बना ले। हालांकि, 2018 में भी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी, लेकिन कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर कुछ समय के लिए गठबंधन सरकार बना ली थी।

भाजपा और कांग्रेस दोनों को जीत जरूरी

एक ओर जहां भाजपा दक्षिण भारत में सियासी विस्तार करने की कोशिश कर रही है। वहीं, कांग्रेस भी बड़ी जीत की तलाश है। ताजा जीत के साथ दक्षिण भारत में भाजपा अपना पक्ष मजबूत करना चाहेगी। इधर, 2024 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकता की अटकलों के बीच नेतृत्व की दावेदारी के लिए जीत दर्ज करनी होगी। पार्टी के नेता भी कह रहे हैं कर्नाटक की जीत बूस्टर साबित होगी।

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पर बिहार में थम नहीं रहा संग्राम, अब धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में हिंदू महासभा ने कहा- तेजप्रताप के सिर चढ़कर बोल

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के पटना दौरे पर बिहार का सियासी पारा गरम हो गया है। आरजेडी के नेता लगातार धीरेंद्र शास्त्री के दौरे पर आपत्ति जता रहे हैं। आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे और बिहार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव के विरोध के बाद अखिल भारत हिंदू महासभा धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में उतर गया है। अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने कहा है कि तेजप्रताप यादव सत्ता के नशे में इस तरह का बयान दे रहे हैं। रोकना ही है तो ओवैसी जैसे लोगों को रोकें जो हिंदू धर्म को लेकर जहर उगलते रहते हैं।

स्वामी चक्रपाणि ने कहा है कि लालू परिवार को जब सत्ता नहीं मिल रही थी तो तेजप्रताप यादव मंदिर-मंदिर घूम रहे थे। कभी भगवान शिव तो कभी भगवान कृष्ण का रूप धारण करते थे लेकिन सत्ता की मलाई खाने के बाद ऐसा नशा चढ़ा कि आज वे भगवान की कथा करने वाले बागेश्वर धाम के संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बिहार आने पर बहिष्कार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि तेजप्रताप यादव का बयान काफी दुर्भाग्यपूर्ण है। बिहार में अगर नफरत फैलाने से किसी को रोकना है तो सबसे पहले वे ओवैसी जैसे लोगों को रोकें।

उन्होंने कहा कि ओवैसी और उनके भाई हमेशा से हिंदू धर्म को लेकर जहर उगलते रहे हैं। कभी मां कौशल्या तो कभी हिंदुओं के बारे में अपत्तिजनक टिप्पणी करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि तेजप्रताप यादव धीरेंद्र शास्त्री को कथा करने से नहीं रोक सकते हैं। भारत अभी गजवा-ए-हिंद नहीं बना है और अभी भी धर्मनिरपेक्ष देश है। किसी भी संत या कथा वाचक को सनातम धर्म के प्रचार प्रसार की छूट है। तेजप्रताप यादव का बयान अहंकार से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि तेजप्रताप यादव अपने बयान को वापस लें और पंडित धीरेंद्र शास्त्री से माफी मांगें। तेजप्रताप यादव को धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम में जाकर कथा सुनें, शायद सद्बुद्धि आ जाए।

केंद्रीय गृह राज मंत्री नित्यानंद राय ने एक बार फिर से सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला, भस्मासुर कहने पर मचा बवाल

जैसे जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है वैसे वैसे बिहार में सियासी बयानबाजी जोरों पर हैं। बीजेपी लगातार महागठबंधन की सरकार पर हमलावर है। केंद्रीय गृह राज मंत्री नित्यानंद राय ने फिर से सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला है। उन्होने नीतीश कुमार की तुलना भस्मासुर से कर दी। कहा कि अति पिछड़ों को सताने और अत्याचार करने वाली राजद के साथ नीतीश कुमार ने सत्ता की साझेदारी कर ली। नित्यानंद राय सोमवार को पटना के चंद्रवंशी संकल्प सम्मेलन में शामिल हुए थे। जहां उन्होने लोगों को संबोधित करते हुए नीतीश सरकार पर जमकर निशाना साधा। और केंद्र सरकार की उपलब्धियों गिनाईं।

नीतीश की तुलना भस्मासुर से की

नित्यानंद राय ने कहा कि नीतीश कुमार भस्मासुर हैं। जैसे भगवान शंकर ने भस्मासु को वरदान दिया था। लेकिन उस ने उन्हीं पर हाथ रखने की कोशिश की। वैसे ही नीतीश कुमार को ताकत अति पिछड़ों ने दी। लेकिन उन्होने ऐसे उस दल के साथ सत्ता की साझेदारी की। जिसने अति पिछड़ों को सताया और अत्याचार किया। बीते 15 सालों में राजद की सरकार में अति पिछड़ों को अपमानित किया गया। फिर चाहे वो लालू यादव हो या तेजस्वी यादव, उन्ही से नीतीश ने हाथ मिलाया। 

पीएम बनने का देख रहे सपना

इससे पहले बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से नीतीश कुमार की मुलाकात पर नित्यानंद राय ने कहा था कि सब जानते हैं कि बिहार में महागठबंधन को एक भी सीट नहीं मिलेगी, 40 में से 40 सीटें नरेंद्र मोदी की झोली में जाने वाली हैं। अपने प्रदेश में जिनको एक भी सीट नहीं मिलने वाली वो नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देख रहे हैं। 

बता दें लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर नीतीश कुमार विपक्षी एकता को मजबूत करने में जुटे हैं। जिसके तहत उन्होने हाल ही में ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, सीताराम येचुरी, डी राजा समेत कई नेताओं से मुलाकात की थी।

*कनाडा में मोस्ट वांटेड हुआ गैंगस्टर गोल्डी बराड़, घोषित किया गया 1.5 करोड़ का इनाम, मूसेवाला मर्डर में आया था नाम*

#goldy_brar_name_in_canada_police_25_most_wanted_criminals

पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला मर्डर के मास्टरमाइंड गैंगस्टर सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ अब भारत के बाद कनाडा में भी मोस्ट वांटेड अपराधियों की सूची में शामिल हो गया है। कनाडा के भगोड़े टॉप 25 मोस्ट वांटेड अपराधियों में उसे शामिल किया गया है। इस लिस्ट गोल्डी बराड़ का नाम 15वें नंबर पर है।

रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस ने सोमवार को एक सूची 'बोलो (बी ऑन द लुकआउट) प्रोग्राम' में जारी की। इस सूची में गोल्डी बराड़ का नाम भी है। उसका नाम पंद्रहवें नंबर पर शामिल है।उस पर इनाम भी रखा गया है, वहीं उस पर हत्या का आरोप दिखाया गया है। गोल्डी पर डेढ़ करोड़ रुपये का इनाम है।

इंटरपोल की वेबसाइट के अनुसार 29 वर्षीय गोल्डी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी है, जिसे भारत सरकार के कहने पर जारी किया गया था। गोल्डी बराड़ पहले ही भारत सरकार द्वारा वांटेड है। इसमें गोल्डी पर हत्या, आपराधिक साजिश और अवैध हथियारों की सप्लाई, हत्या का प्रयास, आपराधिक साजिश में अवैध हथियार उपलब्ध करवाने जैसे संगीन अपराध जोड़े गए हैं।

गोल्डी बराड़ 2017 में स्टूडेंट वीजा पर कनाडा पहुंचा था। 29 मई, 2022 को जब मनसा में पंजाब सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या हुई थी तो गैंगस्टर गोल्डी बराड़ पहला वो शख्स था जिसने हमले की जिम्मेदारी ली थी। बराड़ पर आरोप है कि कनाडा में बैठकर उसने मूसेवाला की हत्या की पूरी कहानी लिखी थी। घटना को अंजाम देने के लिए वो लगातार शूटरों को निर्देश दे रहा था और उनकी मदद कर रहा था।

*कर्नाटक चुनाव के लिए कांग्रेस ने जारी किया घोषणा पत्र, बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठन पर बैन का वादा, जानें और क्या-क्या पिटारे में*

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कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए मतदान में बस कुछ ही दिन बचे हैं। बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ने भी अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस दौरान कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, राज्य इकाई के अध्यक्ष डीके शिवकुमार और घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष डॉ. परमेश्वरजी सहित पार्टी के अन्य नेता उपस्थित रहे।

बजरंग दल और पीएफआई पर लगेगा बैन का वादा

कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में प्रतिबंधित इस्लामिक संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की तुलना संघ से जुड़े विश्व हिंदू परिषद की युवा शाखा बजरंग दल से करते हुए कहा कि वह ऐसे संगठनों पर प्रतिबंध लगाएगी, जो दुश्मनी या नफरत को बढ़ावा देते हैं। कांग्रेस की ओर से घोषणापत्र जारी करने के दौरान कहा गया कि हम मानते हैं कि कानून और संविधान पवित्र है। बजरंग दल, पीएफआई जैसे व्यक्तियों या फिर संगठनों की ओर से किसी बहुसंख्यक या अल्पसंख्यक समुदायों के बीच शत्रुता या घृणा को बढ़ावा देने वाले अन्य लोगों को संविधान या फिर कानून का उल्लंघन करने नहीं दिया जाएगा। हम ऐसे किसी भी संगठन पर प्रतिबंध लगाने समेत कानून के अनुसार निर्णायक कार्रवाई करेंगे।

राजधानी बेंगलुरू में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे ने घोषणा पत्र जारी किया। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि कर्नाटक में सत्ता में लौटने पर उसकी सरकार 2006 के बाद के कर्मचारियों के लिए पूरानी पेंशन योजना बहाल कर देगी।कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में वादा किया है कि पार्टी की सरकार आने के बाद 200 यूनिट मुफ्त बिजली दिया जाएगा।

महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा की जाएगी

कांग्रेस ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुफ्त बस यात्रा की योजना चालू की जाएगी।गृह लक्ष्मी योजना की स्कीम के तहत परिवार की प्रत्येक महिला मुखिया को 2,000 रुपए मिलेंगे, यही कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में खाली पदों का भरने का वादा किया है।

बेरोजगार स्नातकों का भी ऱखा ख्याल

घोषणापत्र में बेरोजगार स्नातकों का भी ख्याल रखा गया है। उन्हें दो साल के लिए 3,000 रुपये प्रति माह और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों को 1,500 रुपये प्रति माह दिया जाएगा। केएसआरटीसी/बीएमटीसी बसों में सभी महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा की छूट दी जाएगी।

हर साल 500 लीटर टैक्स फ्री डीजल देने का वादा

कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में गहरे समुद्र में मछली पकड़ने के लिए हर साल 500 लीटर टैक्स फ्री डीजल देने का वादा किया है। कांग्रेस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में एससी/एसटी/ओबीसी/अल्पसंख्यक/लिंगायत और वोक्कलिगास और अन्य समुदायों की आशाओं और आकांक्षाओं को समायोजित करने के लिए सीलिंग और आरक्षण को 50% से बढ़ाकर 75% करने का वादा किया है।