सीएम पिनाराई विजयन ने 'द केरल स्टोरी' को बताया नफरत फैलाने वाली फिल्म, संघ परिवार को लिया आड़े हाथे

#cmpinarayivijayanclaimsthekeralastoryisproductofsangh

फिल्म 'द केरल स्टोरी' ट्रेलर लीजिल होते ही विवादों में घिर गई है। ये फिल्म केरल में 32 हज़ार लड़कियों के गायब होने की घटना पर बनी है। इस फिल्म के ट्रेलर में दावा किया गया है कि राज्य में 32 हजार महिलाओं को जबरन इस्लाम धर्म कबूल कराया गया और फिर उनको आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट में शामिल कराया गया।फिल्म को लेकर केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि यह संघ परिवार द्वारा राज्य में चुनावी राजनीति में लाभ प्राप्त करने के लिए बनाई जा रही है।

बीजेपी और आरएसएस पर सादा निशाना

सीएम पिनाराई विजयन ने कहा कि यह फिल्म जानबूझकर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण और नफरत फैलाने के उद्देशय से बनाई गई है। यह फिल्म एक फर्जी कहानी पर आधारित है, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की झूठ की फैक्ट्री का प्रोडक्ट है। फिल्म के ट्रेलर से ही पता चल जाता है कि यह आरएसएस का प्रचार कर रही है। आरएसएस फर्जी कहानियों और फिल्मों के जरिए विभाजन की राजनीति कर रहा है। सीएम पिनाराई विजयन ने कहा, सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य से और केरल के खिलाफ नफरत फैलाने के उद्देश्य से जानबूझकर बनाई गई हिंदी फिल्म द केरल स्टोरी के ट्रेलर से यह संकेत मिलता है कि यह फिल्म धर्मनिरपेक्षता की धरती केरल में खुद को धार्मिक उग्रवाद के केंद्र के रूप में स्थापित करने वाले संघ परिवार के प्रचार को फैलाने की कोशिश कर रही है।सीएम ने आरोप लगाया कि फिल्म को भारतीय जनता पार्टी के वैचारिक समर्थक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का समर्थन प्राप्त है। 

आरएसएस बिना किसी फैक्ट और सबूत के झूठ फैला रही

मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि लव जिहाद जैसे मुद्दों को अदालतों, जांच एजेंसियों और यहां तक कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा खारिज कर दिया गया है। सीएम और माकपा नेता विजयन ने कहा कि आरएसएस बिना किसी फैक्ट और सबूत के इस तरह के मिथक फैला रहा है। विजयन ने कहा कि पहली नज़र में हिंदी फिल्म का ट्रेलर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पैदा करने और राज्य के खिलाफ नफरत फैलाने के कथित उद्देश्य से 'जानबूझकर निर्मित प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद, दुनिया के सामने राज्य को अपमानित करने के लिए फिल्म के मुख्य आधार के रूप में केरल को दिखाया गया है। 

बता दें कि द केरल स्टोरी का निर्माण और निर्देशन विपुल अमृतलाल शाह ने किया है। फिल्म में अदा शर्मा की मुख्य भूमिका है। अदा शर्मा फिल्म में फातिमा बा की भूमिका निभा रही है जो हिंदू मलयाली नर्स है और केरल की 32000 गुमशुदा महिलाओं में से एक है, जिन्हें आईएसआईएस ने भर्ती कर रखा है।

*कर्नाटक विधानसभा चुनावः कोलार में बोले पीएम मोदी- कांग्रेस-जेडीएस टीम बनके चाहे जितना खेलें, जनता उन्हें क्लीन बोल्ड करने जा रही है*

#pmmodikolarrallycongressandjdsareclean_bowled

ji

कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए नेता बयानों के जरिए एक तरफ वोटर्स को रिझाने की कोशिश कर रहे हैं तो दूसरी तरफ एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने कर्नाटक दौरे के दूसरे दिन कोलार में चुनावी जनसभा में कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला।पीएम मोदी ने कोलार में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कर्नाटक का ये चुनाव सिर्फ आने वाले 5 सालों के लिए एमएलए, मंत्री या मुख्यमंत्री बनाने का नहीं है। ये चुनाव आने वाले 25 सालों में विकसित भारत के रोडमैप की नींव को सशक्त करने का है। अस्थिर सरकार इस तरह के बड़े वीजन पर कभी काम नहीं कर सकती।

कांग्रेस को बताया विकास की प्रक्रिया में सबसे बड़ी बाधा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज के जमावड़े से कांग्रेस और जेडीएस की नींद उड़ जाएगी। दोनों पक्ष विकास की प्रक्रिया में सबसे बड़ी बाधा हैं। भले ही वे टीम बनाकर खेलें। जनता ने उन्हें क्लीन बोल्ड कर दिया है। हमें कर्नाटक के लोगों को कांग्रेस और जेडीएस की भ्रष्ट सरकार के शिकंजे से बचाना है।

कांग्रेस की चिढ़ की वजह बताई

प्रधानमंत्री ने कोलार में कहा कि कांग्रेस की चिढ़ उनसे सिर्फ इसलिए है क्योंकि वो भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। वे धमकी और गाली देते हैं। इस चुनाव में कांग्रेस के पास टॉपिक जहरीला सांप है, वे उनकी तुलना सांप से कर रहे हैं लेकिन उन्हें उम्मीद है कि 10 मई को कर्नाटक की जनता उन्हें मतों के जरिए जवाब दे देगी।

कांग्रेस और 85 फीसद कमीशन का जिक्र

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की कहानी तो 85 फीसद कमीशन लेने की रही है। लोगों को उनमें भरोसा नहीं, एक प्रधानमंत्री कहा करते थे कि 1 रुपए में से सिर्फ 15 पैसे ही जमीन पर पहुंचता है। कांग्रेस ने तो हमेशा से तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है। लेकिन बीजेपी हर किसी की संतुष्टि की बात करती है। कांग्रेस ने किसानों के लिए कुछ नहीं किया। उन्होंने उनसे वादे किए लेकिन उन्हें कुछ नहीं दिया। यह बीजेपी ही थी जिसने उन्हें (किसानों को) उनके खातों में 2.5 लाख करोड़ रुपये दिए। उन्होंने हमेशा गरीबों की उपेक्षा की। हम किसानों के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं।

‘अधूरी गारंटियां’ कांग्रेस का रिकॉर्ड है-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने एक बार फिर अपने ‘झूठे गारंटियों का पुलिंदा’ सामने लाया है। कांग्रेस का इतिहास रहा है कि वह जनता से किया कोई भी वादा पूरा नहीं करती। ‘अधूरी गारंटियां’ उनका रिकॉर्ड है। उन्होंने कर्नाटक की जनता से झूठे वादे किए, उनको धोखा दिया। भाजपा की सरकार ने उनके कई वादों को पूरा किया।

*मई में लू की चपेट में आ सकता है पूर्वी भारत, इन राज्यों में भारी बारिश होने के आसार, मौसम विभाग का पूर्वानुमान*

#heatwavelikelyineastindiain_may

पूर्वी भारत के कई हिस्सों में मई में तापमान सामान्य से अधिक रहने और कुछ दिन लू चलने का पूर्वानुमान हैबिहार, झारखंड और ओडिशा समेत पूर्वी भारत के कई हिस्सों में मई में तापमान सामान्य से अधिक रहने और कुछ दिन लू चलने का पूर्वानुमान है। मौसम विज्ञान विभाग ने यह जानकारी दी। वहीं, कुछ जगहों पर भारी बारिश के भी आसार जताए गए हैं।

इन राज्यों में सामान्य से अधिक बारिश के आसार

आईएमडी ने मई के लिए तापमान और बारिश संबंधी मासिक पूर्वानुमान किया है। आईएमडी ने तापमान और बारिश संबंधी मासिक पूर्वानुमान के तहत बताया कि मई में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों सहित देश के पश्चिमोत्तर और पश्चिम-मध्य हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने के आसार हैं। इसके अलावा, पूर्वोत्तर क्षेत्र, केरल, आंध्र प्रदेश और दक्षिण कर्नाटक के कई हिस्सों में सामान्य से कम बारिश होने का अनुमान है। आईएमडी के अनुसार, मई में 61.4 मिलीमीटर की लंबी अवधि के औसत (एलएपी) की 91-109 प्रतिशत बारिश होने के अनुमान है। 

गर्म हवाएं चलने का अनुमान

विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि मई में बिहार, झारखंड, ओडिशा, गांगेय पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों तथा पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना और तटीय गुजरात के अधिकतर हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्म हवाएं चलने का अनुमान है।

अल नीनो का प्रभाव रहने की संभावना

उन्होंने कहा कि मई में भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में मौजूद तटस्थ अल नीनो का प्रभाव रहने की संभावना है और मौसम संबंधी अधिकतर मॉडल मई से मानसून के दौरान क्षेत्र के गर्म होने का संकेत दे रहे हैं।ऐसा बताया जाता है कि अल नीनो या भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर के गर्म होने का भारत में मानसूनी बारिश पर प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, हिंद महासागर में समुद्र की सतह (जिसे हिंद महासागर द्विध्रुव (आईओडी) भी कहते हैं) के तापमान जैसे अन्य कारक भी मौसम को प्रभावित करने के लिए जाने जाते हैं।

दाने दाने को मोहताज पाकिस्तान बढ़ रहा अराजकता की ओर, वीडियो में आपस में झगड़ते नजर आए लोग, सत्ता के खिलाफ भारी गुस्सा


पाकिस्तान के मौजूदा हालात देश को अराजकता की ओर ढकेलते नजर आ रहे हैं। द पाकिस्तान मिलिट्री मॉनिटर (पीएमएम) के मुताबिक, हमारे पड़ोसी मुल्क में खाद्य संकट गंभीर स्थिति में पहुंच गया है। देश भर में गेहूं की अभूतपूर्व कमी है। पाकिस्तान में चल रहा आर्थिक संकट इस बात का उदाहरण है कि कैसे सत्ताधारियों से मदद नहीं मिलने पर गरीब जनता को महीनों तक महंगाई से जूझना पड़ता है। रिपोर्ट में बताया गया कि बदहाली से त्रस्त कमजोर लोगों को संभलने में लंबा समय लगने वाला है। यह खाद्य संकट देश के गरीबों के भविष्य को निराशाजनक बना रहा है। सरकार की ओर से राहत के प्रयास तेज किए जाने की जरूरत है।

अनाज की कमी के चलते इसकी कीमत हर हफ्ते नई ऊंचाई छू रही है। पाकिस्तान सांख्यिकी ब्यूरो के आंकड़ों अनुसार, 19 अप्रैल 2023 को समाप्त सप्ताह के दौरान साल-दर-साल आधार पर कीमतों में 47.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पाकिस्तानी मीडिया में इस तरह की खबरों की भरमार है कि कैसे देश के अलग-अलग हिस्सों में अनाज को लेकर भगदड़ हो रही है। तकरीबन सभी प्रांतों से बाजारों में अराजकता और भगदड़ की दुखद कहानियां आ रही हैं। रिपोर्ट के अनुसार, हजारों लोग बाजारों में आते हैं और सब्सिडी वाले आटे की थैलियों के लिए हर दिन लाइन में खड़े होकर घंटों बिताते हैं। सोशल मीडिया पर ऐसे कई सारे वीडियो सामने आए हैं जिनमें सब्सिडी वाले आटे के लिए लोगों को आपस में लड़ते-झड़ते देखा गया है।

वीडियो में आपस में झगड़ते नजर आए लोग

ब्रिटेन के रहने वाले फरान जेफरी ने पिछले महीने एक वीडियो शेयर किया था। इसमें सैकड़ों लोग गेहूं के आटे से लदे ट्रक से लटकते हुए दिख रहे थे। ट्रक के पीछे भी कई लोग भाग रहे थे। इसमें देखा गया कि एक बच्चा उसके पास जाने का प्रयास कर रहा था जो वाहन की चपेट में आने से बाल-बाल बच गया। थोड़े से अनाज के लिए गरीब लोगों को संघर्ष करना पड़ रहा है। कई बार हिंसक झड़पें भी हो रही हैं जिससे कुछ की मौतें भी हुई हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि गरीबों के लिए सरकारी वितरण केंद्रों पर भी कतारों में भगदड़ के दौरान कई मौतें हुई हैं। खाद्यान संकट ऐसा है कि झड़पों का सिलसिला रुकने का नाम ही नहीं ले रहा।

सत्ता के खिलाफ बढ़ता जा रहा गुस्सा

कुछ दिनों पहले ही, नियंत्रण रेखा के नजदीक पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के कुछ हिस्सों में लोगों ने पाकिस्तान विरोधी नारे लगाए। साथ ही मौजूदा हालत के लिए वहां नेताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए मौत की सजा दिए जाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किए। वीडियो में पीओके के निवासियों को नारेबाजी करते हुए देखा गया। इसमें प्रदर्शनकारी खाद्य पदार्थों की कीमतें सर्वकालिक उच्चतम स्तर पहुंचने के लिए पाकिस्तान की सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। महंगाई ने पाकिस्तान में गरीबों को बहुत अधिक प्रभावित किया है। सत्ता में बैठे लोग मुफ्त में विलासिता के सभी वस्तुओं का आनंद उठा रहे हैं। इसी तरह के प्रदर्शन देश के अन्य हिस्सों में भी लगातार हो रहे हैं और आर्थिक बदहाली को लेकर सराकर के प्रति लोगों को गुस्सा बढ़ता जा रहा है। अराजता की स्थिति बनती नजर आ रही है।

बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री के बिहार दौरे पर बरपा हंगामा, अब पप्पू यादव बोले, इतने ही चमत्कारी हैं तो चीन-पाकिस्तान बॉर्डर से आर्मी क


बागेश्वर धाम के बाबा धीरेंद्र शास्त्री के बिहार दौरे को लेकर लगातार सियासत जारी है। आरजेडी नेताओं के बाद जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने भी धीरेंद्र शास्त्री के दौरे का विरोध किया है। पप्पू यादव ने कहा कि अगर वे इतने चमत्कारी हैं तो गरीब को अमीर क्यों नहीं बना देते। क्यों नहीं बॉर्डर से आर्मी को हटा देते।

वहीं, राज्यसभा सांसद और भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी बाबा के समर्थन में कहा कि बाबा बागेश्वर के खिलाफ दिया बयान हिंदू संतों का अपमान है। विपक्ष का कल्चर सिर्फ हिंदू देवी-देवताओं और संत का अपमान करना है।

बता दें पटना के नौबतपुर के तरेत गांव में धीरेन्द्र शास्त्री 13 से 17 मई तक दरबार लगाएंगे। इसे लेकर बिहार के कुछ नेताओं का मानना है कि इससे राज्य में समाज का सौहार्द बिगड़ेगा। इसकी शुरुआत राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने की थी।

पप्पू यादव ने पूछा- कौन है धीरेंद्र शास्त्री

पप्पू यादव ने धीरेंद्र शास्त्री के पटना आने के सवाल पर कहा- कौन है बाबा बागेश्वर....चोर सबके फेर में क्यों इंसान को पड़वाते हैं... इन्हीं सब बाबाओं के चलते सब गरीब हो रहे हैं। अगर बाबा इतने चमत्कारी हैं तो जाएं चीन-पाकिस्तान बॉर्डर पर...वहां से आर्मी को हटाकर दिखाएं। अगर बाबा चमत्कारी हैं तो गरीब को अमीर बना दें।

सुशील मोदी- बिहार में औवैसी को बिहार में मिल सकती है परमिशन तो बाबा को क्यों नहीं

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि यह हिंदू संतों का अपमान करने वाला बयान है। क्या बिहार के अंदर ओवैसी को आने की अनुमति मिल सकती है, जो भड़काऊ बयान देते हैं...तो बाबा बागेश्वर धाम को क्यों नहीं...? वह कोई राजनीतिक व्यक्ति नहीं है। वह वोट मांगने नहीं आ रहे हैं। इनका कल्चर और संस्कृति हिंदू देवी-देवताओं और संतों का अपमान करना है। बिहार का हिंदू समाज इस तरह का अपमान कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।

तेज प्रताप यादव बोले- बिहार आना है तो भाईचारा का संदेश देना होगा

पिछले गुरुवार को लालू प्रसाद के बड़े बेटे और पर्यावरण और वन मंत्री तेज प्रताप यादव ने भी धीरेन्द्र शास्त्री की आलोचना की थी। उन्होंने कहा कि अगर वे बिहार में भाईचारा का संदेश देने आ रहे हैं तो ठीक है नहीं तो उनका पटना एयरपोर्ट पर घेराव किया जाएगा। तेज ने कहा कि अगर बागेश्वर बाबा हिंदू-मुस्लिम को लड़वाने के लिए आएंगे तो मैं पटना एयरपोर्ट पर उनका घेराव करूंगा, लेकिन अगर भाईचारा का संदेश देंगे, हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई आपस में भाई-भाई... कहेंगे तो मैं उनका स्वागत करूंगा।

जगदानंद बोले- जिसका मन करता बाबा बन जाता फिर जेल चला जाता

इधर, RJD नेता तेजप्रताप यादव के बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने धीरेंन्द्र शास्त्री पर निशाना साधा है। जगदानंद ने शुक्रवार को कहा कि जिसका मन करता है, वही बाबा बन जाता है और फिर जेल चला जाता है। इस दौरान उन्होंने संत के बहाने भाजपा पर भी निशाना साधा।

आरजेडी के प्रदेश ने कहा कि संतों की परंपरा पर जो विश्वास भारत की जनता को था, उसको भाजपा के लोग समाप्त कर रहे हैं। जगदानंद ने कहा कि धीरेन्द्र शास्त्री धर्म उन्मादी तो हैं हीं साथ ही वे उन्मादियों की एक जमात खड़ी कर रहे हैं। संत कभी राजनीति और समाज के विघटन की बात नहीं करता। ये विघटनकारी हैं और संत नहीं हो सकते । ये तो उन्मादी हैं और उन्मादी संत होने की परंपरा भारत में नहीं है।

बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने दी सफाई

इस पूरे विवाद के बीच बाबा ने सोशल मीडिया पर बयान दिया है। उन्होंने कहा है- विगत कुछ दिनों से एक विषय संज्ञान में आया है। एक चर्चा के मध्य में मेरे द्वारा भगवान परशुराम जी एवं महाराज सहस्त्रबाहू अर्जुन जी के मध्य हुए युद्ध के विषय में जो भी कहा गया है, वह हमारे पवित्र हिन्दू शास्त्रों में वर्णित आधार पर कहा गया है।

हमारा उद्देश्य किसी भी समाज अथवा वर्ग की भावनाओं को आहत करने का नही था। न ही कभी होगा, क्योंकि हम तो सदैव सनातन की एकता के पक्षधर रहे हैं। फिर भी यदि हमारे किसी शब्द से किसी की भावना आहत हुई हो, तो इसका हमें खेद है। हम सब हिन्दू एक हैं...एक रहेंगे। हमारी एकता ही हमारी शक्ति है।बाबा ने सोशल मीडिया पर बयान दिया है।

गांधी मैदान में होना था कार्यक्रम, नहीं मिली परमिशन

आयोजन समिति के सदस्य कृष्ण कुमार सरस्वती ने बताया कि पहले धीरेन्द्र शास्त्री का कार्यक्रम पटना के गांधी मैदान में होना था, लेकिन डिज्नीलैंड के कार्यक्रम की वजह से उनके कार्यक्रम को परमिशन नहीं मिली।

गांधी मैदान में 10 मई से डिज्नीलैंड मेला का आयोजन होने जा रहा है। 13 मई से धीरेंद्र शास्त्री का कार्यक्रम का आयोजन भी गांधी मैदान में होना था। ऐसे में मेले और बाबा के दरबार से आसपास के इलाकों में जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती। इसलिए कार्यक्रम को नौबतपुर में कराया जाएगा।

12 मई को दीघा घाट से गांधी मैदान तक कलश शोभायात्रा 

बागेश्वर धाम सरकार को बुलाकर 13 मई से 17 मई तक शाम 4 बजे से 7 बजे तक हनुमान कथा का दरबार लगाया जाएगा। धीरेन्द्र शास्त्री के आने से एक दिन पहले 12 मई को दीघा घाट से गांधी मैदान तक भव्य कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें 51000 महिलाएं शामिल होंगी। 15 मई को दिव्य दरबार लगेगा। इसमें गुरुजी द्वारा भक्तों का पर्चा निकालने वाला कार्यक्रम होगा। दरबार में प्रतिदिन ढाई से तीन लाख लोगों के आने की उम्मीद है।

पांच महिला अधिकारियों को पहली बार सेना की आर्टिलरी में दिया गया कमीशन, पढ़िए, इन महिला अधिकारियों को मिला चुनौतीपूर्ण कार्य का दायित्व

पांच महिला अधिकारियों को पहली बार सेना की आर्टिलरी में कमीशन दिया गया है। भारतीय सेना ने महिला अधिकारियों को आर्टिलरी रेजिमेंट में अनुमति देकर महिलाओं की भूमिका का विस्तार किया है, जो सेना की एक प्रमुख शाखा है। 29 अप्रैल को ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (OTA) चेन्नई में सफल प्रशिक्षण के बाद पांच महिला अधिकारी आर्टिलरी रेजिमेंट में शामिल हो गई हैं।

सेना में महिला अफसरों को उनके पुरुष समकक्षों की तरह समान अवसर और चुनौतियां दी जा रही है। इसी क्रम में आर्टिलरी की रेजिमेंट में पहली बार पांच महिला अफसरों को कमीशन दिया गया है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि इन युवा महिला अधिकारियों को सभी प्रकार की आर्टिलरी इकाइयों में तैनात किया जा रहा है, जहां उन्हें चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में रॉकेट, मीडियम, फील्ड और सर्विलांस एंड टारगेट एक्विजिशन (SATA) और उपकरणों को संभालने के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण और एक्सपोजर मिलेगा। पांच महिला अधिकारियों में से तीन उत्तरी सीमाओं पर तैनात इकाइयों में और अन्य दो पश्चिम में चुनौतीपूर्ण स्थानों पर तैनात हैं।

इन महिला अधिकारियों को मिला कमीशन

आर्टिलरी रेजिमेंट में कमीशन पाने वाली महिला सैन्य अधिकारियों में लेफ्टिनेंट महक सैनी को एक SATA रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे और लेफ्टिनेंट अदिति यादव को फील्ड रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल को एक मीडियम रेजिमेंट में और लेफ्टिनेंट आकांक्षा को एक रॉकेट रेजिमेंट में कमीशन दिया गया है। इस समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल अदोष कुमार, कर्नल कमांडेंट और आर्टिलरी के महानिदेशक (नामित) सहित वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, अन्य गणमान्य व्यक्तियों और नए कमीशन अधिकारियों के गर्वित परिवार के सदस्यों ने भाग लिया।

सेनाध्यक्ष ने की थी घोषणा

बता दें कि आर्टिलरी रेजिमेंट में महिला अधिकारियों की कमीशनिंग भारतीय सेना में चल रहे परिवर्तन का एक प्रमाण है। इस साल जनवरी में सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे ने महिला अधिकारियों को आर्टिलरी में कमीशन देने के फैसले की घोषणा की थी, जिसे बाद में सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया। यह पांच महिला अधिकारियों का पहला बैच है, जिन्हें आर्टिलरी में कमीशन दिया गया है।

*लुधियाना के ग्यासपुर में गैस लीक से 11 की मौत, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जताया दुख*

#poisonous_gas_leak_in_ludhiana_11_died

पंजाब के लुधियाना में रविवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। यहां जहरीली गैस रिसाव के कारण 11 लोगों की मौत हो गई। जबकि 10 से अधिक लोग बेहोश हो गए।जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ितों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इधऱ पूरे इलाका सील कर दिया गया है। बचाव टीमें हर घर की जांच कर रही है।

मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लेने के बाद डीसी सुरभि मलिक ने बताया कि, 'लोगों को पैनिक करने की जरूरत नहीं है। एनडीआरएफ की टीम राहत बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। पुलिस और प्रशासन की तरफ से भी हर संभव मदद की जा रही है। प्रथम दृष्टया से ऐसा लग रहा है कि सीवर की गैस की वजह से ही ऐसा हुआ है। फिलहाल डिटेल्स के लिए जांच की जा रही है। मेन होल से सैंपल ले रहे हैं कि आखिर किस केमिकल से रिएक्ट करके ये जानलेवा गैस निकली? फिलहाल किसी तरह की पाइपलाइन फटने की कोई खबर नहीं मिली है। सेफ्टी के लिहाज से लोगों को इस एरिया से थोड़ी दूर रहने की सलाह दी जा रही है।

दरअसल, पहले जानकारी आई थी कि गैस फैक्ट्री से लीक हुई है लेकिन अब कहा जा रहा है कि हो सकता है कि ये गैस मैनहोल से निकली हो।इसके अलावा उन्होंने गैस लीक के दूसरे कारणों के बारे में जानने के लिए सीसीटीवी फुटेज भी खंगाली जा रही है ताकी इसकी असली वजह तक पहुंचा जा सके। फिलहाल सील किए गए इलाके का दायरा बढ़ा दिया गया है और लोगों कों घरों को खाली करने के लिए भी कहा जा रहा है।गैस के रिसाव से और नुकसान न हो, पुलिस ने आसपास के 300 मीटर के इलाके को खाली करा दिया है। इसके साथ ही गैस का रिसाव बंद करने का प्रयास किया जा रहा है।

सीएम भगवंत मान ने ट्वीट कर इस हादसे पर दुख जताया है। सीएम ने ट्वीट किया कि लुधियाना के ग्यासपुरा इलाके में गैस रिसाव की घटना बेहद दुखद है। पुलिस, सरकार और एनडीआरएफ की टीम मौके पर मौजूद है। हर संभव मदद की जा रही है।

'मन की बात' 100वां एपिसोडः पीएम मोदी ने कहा- ये मेरे मन की आध्यात्मिक यात्रा, जनता का प्रसाद पाने जैसा

#pmmodimannkibaat

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मन की बात कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया।प्रधानमंत्री मोदी ने 100वें एपिसोड के लिए देशवासियों को बधाई दी। पीएम ने कहा कि मैंने कोशिश की है कि ज्यादा से ज्यादा चीजों को कर पाऊं, देख पाऊं, संदेशों को जरा समझने की कोशिश करुं। आपके संदेशों को पढ़ने के बाद में काफी भावुक हुआ, भावनाओं में बह गया। आपने मुझे 100वें एपिसोड पर बधाई दी है, लेकिन मैं कहता हूं कि बधाई के पात्र तो आप सभी 'मन की बात' के श्रोता हैं। 

अहम् से वयम् की यात्रा: पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि जनभाव कोटि-कोटि जनों के साथ मेरे भाव अटूट विश्व का अंग बन गया। हर महीने मैं लोगों के हजारों संदेश पढ़ता हूं। मैं देशवासियों के भावों को महसूस करता हूं। मुझे लगता ही नहीं कि मैं आपसे थोड़ा भी दूर हूं। मेरे लिए मन की बात कार्यक्रम नहीं है। मेरे लिए यह आस्था, पूजा और व्रत है। जैसे लोग ईश्वर की पूजा करने जाते हैं, तो प्रसाद लाते हैं। मेरे लिए मन की बात में आपके संदेश प्रसाद की तरह हैं। मेरे लिए मन की बात आध्यात्मिक यात्रा बन गया है। यह अहम् से वयम् की यात्रा है।

मन की बात एक अनोखा पर्व बन गया है-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, मन की बात, कोटि-कोटि भारतीयों के मन की बात है, उनकी भावनाओं का प्रकटीकरण है। मन की बात भी देशवासियों की अच्छाइयों का, सकारात्मकता का, एक अनोखा पर्व बन गया है। एक ऐसा पर्व जो हर महीने आता है, जिसका इंतजार हम सभी को होता है। हम इसमें पॉजिटिविटी को सेलिब्रेट करते हैं। हम इसमें लोगों की सहभागिता को भी सेलिब्रेट करते हैं।

मन की बात ने मुझे सामान्य मानव से जुड़ने का मौका दिया-पीएम मोदी

पीएम ने कहा कि जब मैं गुजरात का सीएम था, तब वहां सामान्य लोगों से मिलना जुलना हो ही जाता था। सीएम का कार्यकाल ऐसा ही होता है। लेकिन 2014 में दिल्ली आने के बाद मैंने पाया कि यहां का जीवन काफी अलग हैं। दायित्व काफी अलग, स्थितियां-परिस्थितियां काफी अलग, सुरक्षा अलग। पहले कुछ दिन मैं काफी खाली-खाली महसूस करता था। 50 साल पहले मैंने अपना घर इसलिए नहीं छोड़ा था कि एक दिन देशवासियों से मेरा संपर्क खत्म हो जाएगा। मैं देशवासियों से कटकर नहीं जी सकता था। मन की बात ने मुझे सामान्य मानव से जुड़ने का मौका दिया।

सेल्फी विद डॉटर बड़ा अभियान बना- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने सेल्फी विद डॉटर अभियान का जिक्र करते हुए कहा, ये देश से लेकर विदेश में बहुत चला। ये सेल्फी का मुद्दा नहीं था ये बेटियों से जुड़ा था जिसमें लोगों ने बहुत शानदार तरीके से भाग लिया। इस अभियान का मकसद लोगों को जीवन में बेटी के महत्व को समझाना था।इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि हरियाणा के सुनील जगरान का उनपर काफी प्रभाव पड़ा। सुनील जगलान ने सेल्फी विद डॉटर कार्यक्रम चलाया था. आज हरियाणा के जेंडर रेशियों में बदलाव आया है।पीएम मोदी ने कहा कि मुझे इस बात का बहुत संतोष है कि मन की बात में हमने देश की नारी शक्ति की सैकड़ों प्रेरणादायी गाथाओं का जिक्र किया है। चाहे हमारी सेना हो या फिर खेल जगत हो, मैंने जब भी महिलाओं की उपलब्धियों पर बात की है, उसकी खूब प्रशंसा हुई है।

मन की बात के जरिए जन आंदोलन ने लिया जन्म

पीएम ने कहा, मन की बात की एक और विशेषता रही है। मन की बात के जरिए कितने ही जन-आन्दोलन ने जन्म भी लिया है और गति भी पकड़ी है । समाज को प्रेरित करने का ऐसे ही बीड़ा प्रदीप सांगवान जी ने भी उठा रखा है | मन की बात में हमने प्रदीप सांगवान जी के हीलिंग हिमालयाज़ अभियान की चर्चा की थी।

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सता रहा सैन्य विद्रोह का डर, रूसी कमांडर ने दी चेतावनी

#russia_vladimir_putin_faces_threat_of_military_mutiny_wagner_group

यूक्रेन और रूस के बीच जंग बेनतीजा है। इन सबके बीत राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सैन्य विद्रोह का डर सता रहा है। सैन्य विरोध का ये खतरा वैगनर समूह से है। पूर्व रूसी कमांडर इगोर गिरकिन ने चेतावनी दी थी कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को वैगनर समूह से सैन्य विद्रोह का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल रूस की प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के प्रमुख येवेगेनी प्रिगोझिन ने हाल ही में धमकी दी है कि वह यूक्रेन के बाखमुत से अपने सैनिकों को मोर्चे से हटा सकता है। प्रिगोझिन का आरोप है कि उसके सैनिकों को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरफ से कोई मदद नहीं मिल रही है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, रूसी कमांडर इगोर गिरकिन ने बताया कि प्रिगोझिन, रूसी रक्षा मंत्रालय की सार्वजनिक रूप से आलोचना कर चुके हैं। इगोर ने कहा कि जैसा कि प्रिगोझिन कह रहे हैं कि वह मोर्चे से अपने जवानों को हटा लेंगे, अगर वह हाई कमांड से बात किए बिना ऐसा करते हैं तो यह सीधे तौर पर सैन्य विद्रोह माना जाएगा। इगोर ने ये भी कहा कि अगर प्रिगोझिन मोर्चे से अपने सैनिकों को हटा लेता है तो यह रूस के लिए विनाशकारी साबित हो सकता है। वैगनर ग्रुप प्रमुख खुलेआम रूस के सैन्य नेतृत्व की आलोचना कर रहा है।

इससे पहले रॉयटर्स के मुताबिक येवगेनी प्रिगोझिन ने स्वीकार किया कि उनकी सेना को भारी नुकसान हो रहा है क्योंकि व्लादिमीर पुतिन अपने समूह का समर्थन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने पहले रूसी कमांड और रूसी सेना दोनों के बारे में बहुत बुरी तरह से बात की

बता दें कि जिस येवेगेनी प्रिगोझिन पर आरोप लग रहा है कि वह पुतिन के खिलाफ सैन्य विद्रोह कर सकता है, वह कभी पुतिन का खास रहा है। रूस के कट्टरपंथियों में प्रिगोझिन अपनी कट्टर छवि को लेकर काफी लोकप्रिय है। यूक्रेन युद्ध के इतना लंबा खिंचने की वजह से भी पुतिन को आलोचना झेलनी पड़ रही है। ऐसे में प्रिगोझिन एक शक्तिशाली नेता के रूप में उभर रहा है।

*मन की बात के 100वें एपिसोड से पहले बोले पीएम मोदी-हमने भारत के लोगों की सामूहिक भावना का जश्न मनाया है*

#mannkibaat100thepisode

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' का 100वां एपिसोड का प्रसारण होगा। कुल 30 मिनट के इस कार्यक्रम की 100वीं कड़ी का प्रसारण 30 अप्रैल को भारतीय समयानुसार पूर्वाह्न 11 बजे होगा। यह एपिसोड कई मायनों में खास होगा। पहली बार यह एपिसोड विदेशों में भी बड़े स्तर पर टेलीकास्ट हो रहा है। संयुक्त राष्ट्र के मुख्यालय में भी यह लाइव प्रसारित होगा। इसके साथ ही देश में 4 लाख अलग-अलग जगहों पर इसे सुनने की व्यवस्था की गई है।

’मन की बात’ से पहले ट्वीट कर अपील

’मन की बात’ के ऐतिहासिक 100वें एपिसोड से कुछ घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 100 एपिसोड तक पहुंचने की यात्रा को बेहद खास बताया है। पीएम ने ट्वीट कर लोगों से 11 बजे कार्यक्रम को सुनने की अपील की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, मन की बात 100 के लिए सुबह 11 बजे ट्यून इन करें। यह वास्तव में एक विशेष यात्रा रही है, जिसमें हमने भारत के लोगों की सामूहिक भावना का जश्न मनाया है और प्रेरक जीवन यात्राओं पर प्रकाश डाला है।

'मन की बात' सुनने के लिए 4 लाख स्थानों पर व्यवस्था

बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो प्रसारण 'मन की बात' की 100वीं कड़ी को 'अभूतपूर्व' जनसंपर्क कार्यक्रम बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया और उसने देश भर के हर विधानसभा क्षेत्र में औसतन 100 स्थानों पर सुविधाएं आयोजित करने की योजना बनाई ताकि लोग इसे सुन सकें। बीजेपी सूत्रों ने कहा कि पार्टी मोदी के संबोधन को सुनने के लिए विदेशों सहित करीब 4 लाख स्थानों पर व्यवस्था की है।

मन की बात विदेशी भाषाओं में प्रसारित की जाती है

बता दें कि 3 अक्टूबर 2014 को ये कार्यक्रम शुरू हुआ था। ये कार्यक्रम केंद्र सरकार के नागरिक-पहुंच कार्यक्रम का एक प्रमुख स्तंभ बन गया है और इसने सामुदायिक कार्रवाई को बढ़ावा दिया है। मन की बात 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित की जाती है। मन की बात का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों द्वारा किया जा रहा है।