राउलकेला - झाड़सूगोड़ा रेल खंड में स्थित कालूंगा स्टेशन पर स्थानीय लोगो ने किया रेल चक्का जाम


 चाईबासा:- दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर रेल डिवीजन के राउलकेला - झाड़सूगोड़ा रेल खंड में स्थित कालूंगा स्टेशन पर स्थानिय लोगो ने रविवार की सुबह से रेल चक्का जाम कर दिया है। उसे लेकर उस मार्ग पर चलने वाले कई ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा है। 

रेलवे ने इस मार्ग से चलने वाली कई गाड़ियो को रद्द कर दिया है। उधर कई गाड़िय़ों के मार्ग को बदल कर चलाने का निर्णय लिया है। वही कई ट्रेनों की संक्षिप्त यात्रा समाप्त करने की घोषणा की हैं।

रद्द होने वाली ट्रेनें

1. 18189 टाटा -एर्णाकुलम एक्सप्रेस 

2. 22839 राऊलकेला- भूवनेश्वर इटंरसिटी एक्सप्रेस 

3. 18125 राउलकेल -पूरी एक्सप्रेस इटंरसिटी एक्सप्रेस 

4. 18109 टाटा – इतवारी एक्सप्रेस 

5. 08167 राउलकेला- झाड़सूगोड़ा मेमू स्पेशल

6. 18176 झाड़सूगोड़ा – हटिया मेमू एक्सप्रेस 

7. 08168 झाड़सूगोड़ा – राउलकेला मेमू एक्सप्रेस 

संक्षिप्त यात्रा समाप्त करने वाली ट्रेन

 30 अप्रैल को हावड़ा से खुलकर काटांबाजी जाने वाली गाड़ी संख्या 22861 हावड़ा- काटाबांजी इस्पात एक्सप्रेस अपनी यात्रा राउलकेला में समाप्त करेगी।

30 अप्रैल को टिटलागढ़ से खुलकर हावाड़ा को जाने वाली गाड़ी संख्या 12872 टिटलागढ़ -हावड़ा इस्पात एक्सप्रेस अपनी संक्षिप्त यात्रा संबलपुर में समाप्त करेगी। यात्री ट्रैन ठहराव की मांग को लेकर किया गया था जाम।

ईचागढ़ पुलिस ने अवैध लकड़ी के बोटा लदा 407 वैन किया जप्त

सरायकेला : ईचागढ़ पुलिस ने थाना प्रभारी गौरव कुमार मिश्रा के नेतृत्व में अवैध लकड़ी तस्करी पर बड़ी करवाई कि है। शुक्रवार रात को रांगामाटी सिल्ली मार्ग पर टीकर के समीप 20 पीस अवैध लकड़ी के बोटा लदा एक 407 वैन को जप्त कर लिया गया। 

जानकारी देते हुए थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस चेकिंग को देखते ही लकड़ी माफिया सड़क किनारे वाहन को खड़ा कर अंधेरा का फायदा उठाते हुए भाग निकले। उन्होंने बताया इस संबंध में थाना में मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। 

थाना प्रभारी ने बताया क्षेत्र में अवैध कारोबार पर लगातार कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस के कार्रवाई से अवैध धंधा करने वाले माफियाओं में दहशत का माहौल है।

अनुमंडल स्तरीय टास्क फोर्स ने किया ईचागढ़ के विभिन्न बालू घाटों का औचक निरीक्षण


सरायकेला : अनुमंडल स्तरीय टास्क फोर्स ने शनिवार को अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संजय कुमार सिंह के नेतृत्व में ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न बालू घाटों का औचक निरीक्षण किया।

 इस दौरान टास्क फोर्स ने जारगोडीह स्थित जेएसएमडीसी के बालू घाट के निरिक्षण कर बालू लदे हाईवा के चालान, जेएसएमडीसी के कार्यालय में अवश्य कागजातों का निरीक्षण भी किया। अनुमंडल पदाधिकारी रंजीत लोहरा ने बताया अवैध बालू परिवहन व उत्खनन का जानकारी मिली थी जिसपर विभिन्न बालू घाटों का निरीक्षण किया गया।

 इस अवसर पर अंचलाधिकारी भोला शंकर महतो, ईचागढ़ थाना प्रभारी गौरव कुमार मिश्रा आदि उपस्थित थे।

झारखंड का वर्तमान परिस्थिति और हमारा कर्तव्य विषय पर एक दिवसीय शिक्षण शिविर का हुआ आयोजन


सरायकेला : एसयुसीआई कम्युनिस्ट पार्टी चांडिल अनुमंडल कमेंटी के बैनर तले शनिवार को पार्टी के गौरवशाली 75 वें स्थापना दिवस के अवसर पर एनपीएस गुजरुटांड सिरुम में झारखंड का वर्तमान परिस्थिति और हमारा कर्तव्य विषय पर एक दिवसीय शिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। 

शिविर में उपस्थित मुख्य अथिति वक्ता पोलित ब्यूरो सदस्य सह झारखंड राज्य सचिव कामरेड रोबिन समाजपति ने कहा कि आज पूरा देश और विशेषकर हमारा झारखंड राज्य गंभीर संकट के दौर से गुजर रहा है। विभिन्न समस्याओं से घिर चुकी आम जनता के लिए जीना दूभर हो गया है, लगातार बढ़ती महंगाई ने आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। 

चावल, गेहूँ, खाद्य तेल सहित सभी जरूरी मूलभूत सामग्रियों की कीमतें लगातार बढ़ रही है। राज्य की हेमंत सोरेन सरकार भी केंद्र की भाजपा सरकार के नक्शे कदम पर चल रही है। वर्तमान में राज्य की लाखों पद रिक्त है जिस पर कोई बहाली नहीं किया जा रहा है, बेरोजगारी चरम पर है। 

रोजगार की मांग कर रहे युवाओं की आंदोलन को निरंकुश राज्य सरकार लाठियों के बल पर कुचल रही है। अलग झारखंड राज्य यहाँ की जल, जंगल, जमीन, भाषा संस्कृति की रक्षा के लिए ही बना परंतु यहां सिर्फ लूट मची है। इस अवसर पर चांडिल अनुमंडल सचिव अनंत कुमार महतो, आसुदेव महतो, बुद्धेश्वर माझी, अनुराधा महतो, संगीता कुमार, पंचमी महतो, बिरेन महतो, अनादि कुमार, सुधीर महतो, सुमन कुमार महतो, बीरसिंह महतो, चैतन महतो, राहुल महतो, गंगाधर महतो, विशेश्वर महतो, प्रभात कुमार महतो, भुजंगो मछुआ, हाराधन महतो आदि उपस्थित थे।

सरायकेला : कदाचार मुक्त हुई जवाहर नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा।

सरायकेला :- जिला में जवाहर नवोदय विद्यालय सिजुलता में छठी कक्षा के नामांकन को लेकर सभी प्रखंडों में प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई। कोविड गाइडलाइन का अनुपालन कर प्रवेश परीक्षा कदाचार मुक्त व शांतिपूर्ण संपन्न हुई। 

सरायकेला जिले में 12 सेंटर बनाए गए थे । जिसमें कुल 3798 परीक्षार्थी शामिल हुए । जानकारी देते हुए जवाहर नवोदय विद्यालय के शिक्षक ने बताया कि सबसे ज्यादा छोटा नागपुर कॉलेज कैंसिल स्थित कॉलेज में सबसे ज्यादा 768 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे । 

जिसमें 678 बच्चे उपस्थित हुए हैं तथा 90 बच्चे अनुपस्थित रहे वहीं उन्होंने बताया कि शांतिपूर्ण और कदाचार मुक्त रहा। मौके पर दंडाधिकारी के रूप में सरायकेला के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी उपस्थित थे। सुबह से परिजनों ओर अविभावक लगा रहा भीड़।

झारखंड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता का वीडियो वायरल होने के बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज

हिंदू मुस्लिम एकता मंच ने आज रैली निकाल कर उपायुक्त कार्यालय पहुंचे बन्ना गुप्ता से किया इस्तीफे की मांग

जमशेदपुर: झारखंड सरकार के मंत्री बन्ना गुप्ता का एक वीडियो पिछले दिनों वायरल हुआ, उसके बाद राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है । विपक्ष मंत्री बन्ना गुप्ता को सरकार सहित कटघरे में खड़ा कर दिया। उधर हिंदू मुस्लिम एकता मंच ने आज एक रैली निकाल उपायुक्त कार्यालय पहुंच बन्ना गुप्ता से इस्तीफे की मांग की है । 

साथ ही प्रशासन और सरकार से मांग की है कि जिन लोगों का अश्लील वीडियो वायरल हुआ है उन्हें गिरफ्तार करें । प्रदर्शनकारी मंत्री बन्ना गुप्ता के खिलाफ काफी आक्रोशित दिखे साथ ही इस प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हुई ।

महिलाओं का कहना है कि मंत्री जी द्वारा महिलाओं को शोषण किया जा रहा है ।इसलिए उन पर कार्रवाई होनी चाहिए ,खैर मामला कुछ भी हो लेकिन इतना तो तय है की वीडियो वायरल होने के बाद अब राजनीतिक सरगर्मी काफी बढ़ गई है । हालांकि मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रख दी है।l

सरायकेला: डॉक्टर की लापरवाही के लिए उपभोक्ता फोरम ने लगाया डॉक्टर पर डेढ़ लाख का फाइन




एक महिला पथरी के ऑपरेशन के लिए नर्सिंग होम में भर्ती हुई,पेट का चीर- फाड़ किया गया लेकिन नही निकाला गया पथरी

सरायकेला : जिले का एक बहुत ही अजीबोगरीब मामला तब सामने आया जब जिले से कंज्यूमर कोर्ट का फैसला सार्वजनिक किया गया मामला सन 2019 का है । 

जब आवेदन करता पूजा देवी ने एक मामला सरायकेला कंज्यूमर फोरम में दर्ज कराया उन्होंने कहा कि - मामला ऐसा है कि जिले का एक नामचीन अस्पताल शिवा नर्सिंग होम जो आदित्यपुर और जमशेदपुर के मुख्य मार्ग के पास मौजूद है में पथरी का इलाज कराने के लिए डॉक्टर विवेक चंद्रा से वह मिली जहां विवेक चंद्र द्वारा पथरी का इलाज कराने के नाम पर उन्हें भर्ती कराया गया और उनका ऑपरेशन कर दिया गया लेकिन महीने भर बाद भी दर्द में कहीं से आराम नहीं मिला जिसके बाद वे पुनः अस्पताल में डॉक्टर विवेक चंद्रा से मिलने पहुंची लेकिन इस बार डॉक्टर शिवा नर्सिंग होम के डॉक्टर ने कहा कि आप किसी उच्च अस्पताल से संपर्क करें मामला बढा हुआ है।

 दर्द से कराह रही वह महिला सीधे टाटा मुख्य अस्पताल गई जहां उनका इलाज शुरू किया गया और उनकी दोबारा ऑपरेशन की गई जब ऑपरेशन किया गया तो पता चला कि पूर्व में किए गए ऑपरेशन में कोई भी सच्चाई नहीं है और पथरी निकाली ही नहीं गई थी जिसके बाद पीड़ित महिला ने पूरा मामला कोर्ट को सुनाया।

 उन्होंने बताया कि पूरे घटनाक्रम में उनके तीन से ₹400000 नुकसान में गए हैं जिसके बाद उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित भी होना पड़ा सन 2019 में दर्ज मामला 4 साल के बाद निष्पादित हुआ है जहां कंज्यूमर फोरम के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह के द्वारा कंपनसेशन के रूप में ₹100000 मानसिक प्रताड़ना के एवज में ₹50000 एवं लिटिगेशन चार्जर के रूप में ₹50000 डॉ विवेक चंद्र अस्पताल एवं ओरिएंटल इंश्योरेंस को भुगतान करने का निर्देश दिया गया है। 

वही कंजूमर फोरम के अध्यक्ष ने बताया कि 2010 से लंबित मामलों का निष्पादन सरायकेला का जीवन फॉर्म में अब शुरू हो गया है इसमें कई मामले हैं जिसका निष्पादन लगातार किया जा रहा है लोगों से अपील की गई है कि सहारा मोटर व्हीकल इस तरह के मामले जल्द से जल्द आकर सरायकेला कंजूमर फोरम में दर्ज कराएं ताकि उन्हें उनके हक का पैसा दिलवाया जा सके।

चांडिल : BSIL कंपनी प्रबंधन की लापरवाही के कारण हुई इलेक्ट्रिशियन की मौत, साढ़े दस लाख रुपये मुआवजा देने पर बनी सहमति

सरायकेला : - जिले के चांडिल थाना क्षेत्र के छोटालाखा स्थित बिहार स्पंज आयरन लिमिटेड कंपनी (बनराज स्टील) में प्रबंधन की लापरवाही के कारण बीती शाम कंपनी में कार्यरत एक इलेक्ट्रिशियन की मौत हो गई। 

छोटालाखा के ही रहने वाले 34 वर्षीय लखी राम मार्डी कंपनी में इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। प्रबंधन के लापरवाही का खुलासा तब हुआ जब इलेक्ट्रिशियन के मौत को लेकर मजदूरों ने हंगामा किया और प्रबंधन के लोगों को दुर्घटना वाली जगह को दिखाया। 

बीती शाम को जिस जगह पर मृतक लखी राम मार्डी काम कर रहा था, वहां पानी जमा हुआ है। मृतक इलेक्ट्रिशियन बिजली के तार को ठीक कर रहा था, उसी समय करंट लगने से उसकी मौत हो गई। उक्त स्थान पर काफी अंधेरा होने के साथ साथ गीली मिट्टी है। कमरे में काफी अंधेरा है। इसके कारण उसे करंट लगी थी। मजदूरों ने प्रबंधन के लोगों को वह दृश्य भी दिखाया, जहां प्लांट का ट्रांसफार्मर भी जलमग्न हो गया है और उसमें करंट दौड़ रही हैं जो कि जानलेवा है। 

मजदूरों ने प्रबंधन पर स्पष्ट रूप से आरोप लगाया है कि मजदूरों को सेफ्टी उपकरण उपलब्ध नहीं कराया जाता है। कंपनी परिसर में लाइट की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है, जिसके कारण हर समय दुर्घटना की संभावना बनी रहती हैं। मजदूरों ने बताया कि प्रबंधन से सेफ्टी के विषय पर बात करने पर नौकरी से हटा देने की धमकी दी जाती हैं। कुल मिलाकर यह बात स्पष्ट हो रहा है कि बीती शाम को इलेक्ट्रिशियन लखीराम मार्डी के मौत का कारण प्रबंधन की लापरवाही ही है। 

साढ़े दस लाख रुपये मुआवजा, ईपीएफ, ईएसआई, आश्रित को पेंशन, बच्चों को स्कूल में शिक्षा पर बनी सहमति 

मृतक इलेक्ट्रिशियन लखीराम मार्डी की मौत को लेकर आज कंपनी प्रबंधन, प्रशासन और मृतकों के आश्रितों के बीच वार्ता हुई। लेकिन आश्चर्य की है यही है कि वार्ता कंपनी के बाहर एक बरगद पेड़ की छांव पर हुई। वार्ता में विधायक सबिता महतो, एसडीओ रंजीत लोहरा, एसडीपीओ संजय सिंह, झामुमो के कद्दावर नेता सुखराम हेम्ब्रम, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामा गुरुचरण किस्कू आदि मौजूद थे। तकरीबन डेढ़ घंटे तक वार्ता चली, इस दौरान कुछ मजदूरों ने प्रबंधन को खूब खरी खोटी सुनाई, सेफ्टी व्यवस्था को सवाल खड़े किए और प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। इस दौरान झामुमो नेता सुखराम हेम्ब्रम और गुरुचरण किस्कू ने एक स्वर में कहा कि यदि हमारी मांग को पूरा नहीं किया जाएगा तो कंपनी को बंद करने के लिए हमलोग ही बाध्य होंगे। वहीं, आश्चर्यजनक स्थिति यह देखा गया कि पूरे वार्ता के दौरान विधायक सबिता महतो ने एक शब्द नहीं कहा, वह पूरे मामले पर मौन धारण कर बैठी रहीं। विधायक ने मृतक के पक्ष में अथवा मजदूरों के पक्ष में कुछ भी नहीं कहा। विधायक सबिता महतो का कुछ न कहना भी चर्चा का विषय बना हुआ था। वार्ता के दौरान मौजूद मजदूर तथा ग्रामीण विधायक सबिता महतो के मौन धारण को लेकर तरह तरह सवाल खड़े कर रहे थे। 

अंततः वार्ता स्थल से अलग हटकर कुछ दूर पर विधायक सबिता महतो, एसडीओ रंजीत लोहरा, एसडीपीओ संजय सिंह, बनराज स्टील के प्रबंधन तथा पांच ग्राम विस्थापित एवं प्रभावित समिति के पदाधिकारियों ने अलग से काना फुसी की, मुआवजे को लेकर रणनीति बनाई। उसके बाद वार्ता स्थल पर आकर मुआवजा राशि पर चर्चा हुई। BSIL कंपनी के मुख्य कर्ता धर्ता आरके शर्मा ने अपनी चालाकी से प्रशासन, झामुमो नेताओं और मजदूरों को अपने झांसे में लिया। आर के शर्मा ने नाटकीय ढंग से बनराज स्टील के अधिकारियों से वार्ता की। इस दौरान जहां बीस लाख रुपये मुआवजे की मांग की जा रही थी, वहां आर के शर्मा ने अपने शातिर दिमाग से महज साढ़े दस लाख रुपये मुआवजे पर सहमति बना दी। इसके अलावा ई एस आई, ई पी एफ के तहत देय राशि दिलाने, मृतक लखी राम मार्डी के आश्रित को प्रतिमाह 18 हजार रुपये पेंशन देने पर सहमति जताई। इसके अलावा मृतक के दोनों बच्चों को दयावती मोदी पब्लिक स्कूल में 50 प्रतिशत ट्यूशन फीस के छूट से शिक्षा प्रदान करने का वायदा किया।  

वार्ता के बाद जब कंपनी प्रबंधन के लोग कंपनी के मुख्य गेट पर प्रवेश कर रहे थे, इसी दौरान कामगारों ने हंगामा शुरू कर दिया। मजदूरों का कहना था कि जब घटना कंपनी के अंदर हुई हैं तो वार्ता किसी प्रशासनिक अधिकारी के कार्यालय अथवा कंपनी परिसर में होना चाहिए था लेकिन कंपनी गेट के बाहर किसी पेड़ के नीचे क्यों हुआ? क्या पता है कि इस वार्ता से दलालों को कितना लाभ होगा? वार्ता में सभी कामगारों को क्यों नहीं बुलाया गया था? हंगामे के बीच मजदूरों ने कहा कि वार्ता में केवल मुआवजे पर ही क्यों बात हुई, साथ ही मौत के कारणों पर भी चर्चा होनी चाहिए। आखिर क्यों नहीं मौत के कारण को लेकर प्रशासन किसी तरह की कार्रवाई कर रही हैं? हंगामा करने के बाद मजदूरों ने BSIL कंपनी के मुख्य कर्ता धर्ता विधाता आर के शर्मा को जबरन ले जाकर वह जगह दिखया, जहां इलेक्ट्रिशियन लखी राम मार्डी की मौत हुई थी। वहां का दृश्य वाकई बहुत ही खतरनाक है।

 11 हजार वोल्टेज का ट्रांसफार्म जलमग्न है, उसमें करंट दौड़ रही हैं। जिस कमरे में इलेक्ट्रिशियन लखी राम मार्डी की मौत हुई, उस कमरे में भी पानी जमा हुआ है, पूरा अंधेरा छाया हुआ है। मजदूरों ने बताया कि प्रबंधन के लोगों से लाइट की व्यवस्था करने की मांग करने पर वे मोबाइल के फ्लैश लाइट पर काम करने को कहते हैं। सेफ्टी उपकरणों की मांग करने पर नौकरी से हटा देने की धमकी देते हैं। वास्तव में इस मामले में स्थानीय लोगों को चिंतन करने की जरूरत है। क्या ऐसे ही स्थानीय कामगार मौत के आगोश में समाते रहेंगे और स्थानीय विधायक सबिता महतो सिर झुकाए मौन धारण कर बैठी रहेगी। क्या कामगारों के सुरक्षा के लिए आवाज उठाने वाला कोई नहीं है?

पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन पर आंगनबाड़ी सेविकाओं को दिया गया प्रशिक्षण

धनबाद गोविंदपुर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती स्नेह कश्यप के निर्देश पर आज बाल विकास परियोजना गोविंदपुर में आंगनबाड़ी सेविकाओं को पोषण ट्रैकर एप्लिकेशन का प्रशिक्षण दिया गया प्रशिक्षण के दौरान राज्य समन्वयक झारखंड, डिजिटल इंडिया कॉर्पोरेशन के श्री बबलू कुमार ने गोविंदपुर के सभी सेक्टर से आये आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन में विभिन्न विषयों पर डाटा प्रविष्टि करने का प्रशिक्षण दिया।

 

प्रशिक्षण लेने के बाद आंगनवाड़ी सेविकाओं ने बताया कि उन्हें प्रशिक्षण से बहुत कुछ सीखने को मिला है। अब वें बेहतर तरीके से डाटा प्रविष्टि कर पाएंगे इस मौके पर गोविंदपुर की सीडीपीओ अल्पना कुमारी सहित बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी सेविकाएं मौजूद रही!

सराईकेला:विस्थापित अपनी समस्या को लेकर बैठेंगे अनिश्चित कालीन धरना पर


सरायकेला : चांडिल। आगामी 16 जून 2023 को चांडिल पुनर्वास कार्यालय के समीप विस्थापित अपनी समस्याओं के समाधान की मांगों को लेकर विस्थापित एकता मंच चांडिल डैम के बैनर तले अनिश्चितकालीन धरना पर बैठेंगे. 

जिसको लेकर शुक्रवार को चांडिल डैम शीश महल में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए विस्थापित एकता मंच चांडिल डैम के राकेश महतो ने कहा कि 1978 ईस्वी को बिहार, पश्चिम बंगाल और ओडिशा के मुख्यमंत्री के बीच नई दिल्ली में त्रिपक्षीय समझौता के अंतर्गत बहुउद्देशीय परियोजना चांडिल डैम का निर्माण का निर्णय लिया गया था. परियोजना के उद्देश्य सिंचाई, पीने का पानी, औद्योगिक उपयोग, जलविद्युत और बाढ़ नियंत्रण के लिए पानी की आपूर्ति के लिए हमारे पूर्वजों से भूमि का अधिग्रहण किया गया था. 

जिसमें 116 गांव के 84 मौजा के लगभग लाखो एकड़ भूमि अधिग्रहण किया गया. जिसमें सिर्फ 12000 परिवारों को विस्थापित किया गया था ।उन्होंने कहा कि विस्थापितों को संपूर्ण मुआवजा पुनर्वास आदि की सुविधा अब तक नहीं दिया गया है. जिसको लेकर इस बार आर-पार की लड़ाई होगी. उसी को लेकर आगामी 16 जून 2023 से चांडिल पुनर्वास कार्यालय के समीप अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन किया जाएगा. जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं होगा तब तक हमारी अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा. इस अवसर पर राकेश महतो, गोपेश महतो, फूलचंद महतो, तपन महतो, प्रशांत महतो, सुमित महतो, गुरुपद महतो, परमेश्वर महतो, दिनाबंधु महतो, पिंकी सिंह, आकाश महतो, रतिकांत गोप, कृष्णा महतो आदि उपस्थित थे ।