इस्माइलगंज वार्ड द्वितीय अवार्ड द्वितीय में भाजपा को निर्दलीय प्रत्याशी दे रहे हैं टक्कर
लखनऊ। नगर निकाय चुनाव प्रथम चरण का मतदान 4 मई को होगा। लखनऊ जोन 7 के तहत इस्माइलगंज वार्ड द्वितीय का चुनावी समीकरण रोज का रोज बदलता नजर आ रहा है। यहां वर्तमान में करीब 38000 मतदाता हैं।
पिछले चुनाव के अपेक्षाकृत क्षेत्र काफी बढ़ गया है। विगत दो बार से निर्दलीय प्रत्याशी इस्माइलगंज वार्ड द्वितीय से जीत दर्ज करने में सफल रहे हैं। जबकि एक दशक पहले यहां समाजवादी पार्टी का कब जा रहा है। दो बार लगातार मालती सिंह इस्माइल गंज वार्ड दितीय की पार्षद रह चुकी हैं। जिन्हें हराकर निर्दलीय प्रत्याशी रूद्र प्रताप सिंह ने जीत दर्ज की थी।
उसके बाद दोबारा हुए चुनाव में भी रूद्र प्रताप सिंह के समर्थित कार्यकर्ता समीर पाल ने पार्षद का चुनाव निर्दलीय जीता था। इस बार रूद्र प्रताप सिंह, ललित अवस्थी व हरीश अवस्थी भाजपा से टिकट मांग रहे थे लेकिन भाजपा ने रुद्र प्रताप सिंह और ललित अवस्थी को टिकट न देकर हरीश अवस्थी पर अपना भरोसा जताया।
जिससे नाराज होकर रूद्र प्रताप सिंह ने अपनी पत्नी नीतू को चुनावी मैदान में जहां उतार दिया है। वहीं भाजपा से बागी हुए ललित अवस्थी ने भी अपनी पत्नी सरिता अवस्थी को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ा किया है। जिनका चुनाव निशान उगता सूरज है।
उधर भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रही रंजना अवस्थी को जहां बागी प्रत्याशी सरिता अवस्थी टक्कर दे रही हैं। वही रुद्र प्रताप से भी दो दो हाथ करना पड़ रहा है। हरीश अवस्थी की पत्नी रंजना अवस्थी को कमल के सहारे जीत हासिल करने की उम्मीद है। वहीं रूद्र प्रताप सिंह बीते 10 सालों में किए गए विकास कार्यों को लेकर उत्साहित नजर आ रहे हैं, जबकि सरिता अवस्थी गणेशपुर रहमान पुर की प्रधान रह चुकी हैं। उन्हें भी विकास कार्यों के साथ-साथ लोगों की करीब 7 साल तक की गई सेवा जीत दिलाने में प्रमुख मानी जा रही है। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी भी साइकिल को बीते 10 साल बाद फिर से दौडऩे के उत्साहित नजर आ रहे हैं।
सपा को भी अपने समर्थकों पर भरोसा है। माना यह भी जा रहा है कि समाजवादी पार्टी से टिकट मांग रहे पीयूष मिश्रा ने भी बागी तेवर अपनाते हुए अपनी पत्नी वाणी बीड़ा मिश्रा को चुनावी मैदान में उतार दिया है जोकि पिछले नगर निगम के चुनाव में निर्दलीय पार्षद प्रत्याशी के रूप में पीयूष मिश्रा ने करीब 900 वोट हासिल किया था। उन्हें पूरा भरोसा था कि इस बार उन्हें समाजवादी पार्टी से टिकट मिल जाएगा। टिकट न मिलने से नाराज पीयूष मिश्रा ने भी फिर से चुनावी मैदान में अपनी पत्नी को उतारकर समाजवादी पार्टी के वोटरों में सेंधमारी कर रहे हैं। जिससे समाजवादी पार्टी की मुश्किलें भी बढ़ गई हैं।
वहीं ललित अवस्थी का कहना है कि उनके साथ सभी समाज के लोग जुड़े हुए हैं और इस बार उगता सूरज को लोग पसंद कर रहे हैं। उन्हें इस्माइलगंज वार्ड दितीय के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है। सूत्रों की माने तो भाजपा प्रत्याशी को लेकर संगठन के लोगों में भी नाराजगी देखने को मिल रही है जिसका फायदा निर्दलीय प्रत्याशी ललित अवस्थी की पत्नी सरिता अवस्थी व निर्दलीय प्रत्याशी रूद्र प्रताप सिंह को कहीं ना कहीं मिल सकता है। जबकि पीयूष मिश्रा का कहना है कि वह लगातार कई वर्षों से सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे हैं जिसका लाभ चुनाव में अवश्य मिलेगा। क्षेत्रीय निवासियों का कहना है कि इस्माइल गंज वार्ड द्वितीय में इस बार भाजपा और भाजपा नाराज हुए दो निर्दलीय प्रत्याशियों में कांटे की टक्कर है अब देखना होगा की लोग किसे ताज पहनाते हैं फिर हाल सुनामी घमासान बढ़ता जा रहा है अब कहीं ना कहीं चुनाव को लेकर आपस में टकराव भी देखा जा रहा है।



Apr 30 2023, 09:46
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