संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में भी लाइव सुना जाएगा मन की बात का 100वां एपिसोड, बिल गेट्स ने दी बधाई
#100th_episode_of_mann_ki_baat_will_be_broadcast_live_at_un_headquarters
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 100वें एपिसोड का प्रसारण रविवार को होगा। नरेंद्र मोदी के मासिक कार्यक्रम 'मन की बात' के 100वें एपिसोड का प्रसारण यूएन में भी किया जाएगा। मन की बात के 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण भारतीय समयानुसार 30 अप्रैल को सुबह के 11 बजे होगा। इस वक्त न्यू यॉर्क में डेढ़ बज रहा होगा।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने इसकी पुष्टि की है। यूएन में भारत के स्थायी मिशन ने ट्वीट किया, "ऐतिहासिक क्षण के लिए तैयार हो जाइए। पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम का 100वां एपिसोड का लाइव प्रसारण मुख्यालय में ट्रस्टीशिप काउंसिल चैंबर में भी दिखाया जाएगा।"
स्थाई मिशन ने कहा- "मन की बात एक मासिक राष्ट्रीय परंपरा बन गई है। ये लाखों लोगों को भारत की विकास यात्रा में भाग लेने के लिए प्रेरित करती है।" उन्होंने कहा- "रविवार 30 अप्रैल डेढ़ बजे मन की बात देखना भूलना मत। इस कार्यक्रम के 100वें एपिसोड के लिए मिलकर जश्न मनाएंगे। पीएम मोदी भारतीय और प्रवासियों और दुनिया के श्रोताओं से जुड़ेंगे।"
इस मौके पर माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स ने पीएम मोदी को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा- "मन की बात ने महिलाओं के आर्थिक, सशक्तिकरण, स्वास्थ्य, स्वच्छता और अन्य मुद्दों पर विकास के क्षेत्र में जागरूक किया है।" दरअसल उनका ये ट्वीट मन की बात को लेकर जारी की गई उस रिपोर्ट पर आया है जिसमें बताया गया है कि कैसे भारत देश के विकास के लिए की जा रही कोशिशों को बढ़ावा दिया है।
‘मन की बात’ कार्यक्रम को लेकर भारतीय जन संचार संस्थान (आईआईएमसी) ने एक सर्वे किया है, जिसके अनुसार 76 फीसदी भारतीय मीडियाकर्मियों की राय में प्रधानमंत्री मोदी के रेडियो कार्यक्रम ने देशवासियों का ‘असल भारत से परिचय’ कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । यह रिपोर्ट 2014 से 2023 तक प्रकाशित मन की बात के 99-एपिसोड के ट्रांसक्रिप्ट की स्टडी करने के बाद बनाई गई है। जानकारी के मुताबिक इस रिपोर्ट को बनाने में नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग टूल्स का इस्तेमाल किया गया है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे पीएम मोदी की मन की बात कार्यक्रम ने सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए लोगों को प्रेरित किया और उनके संकल्प को मजबूत किया।
आईआईएमसी के मुताबिक, इस सर्वे में शामिल 75 प्रतिशत लोगों का कहना है कि ‘मन की बात’ एक ऐसे मंच के रूप में सामने आया है, जहां लोगों का ऐसे व्यक्तियों से परिचय कराया जाता है, जो जनसामान्य के जीवन में सार्थक बदलाव लाने के लिए निस्वार्थ भाव से काम कर रहे हैं।’आईआईएमसी के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी ने बताया कि संस्थान के आउटरीच विभाग द्वारा यह सर्वेक्षण 12 से 25 अप्रैल के बीच किया गया।
इस सर्वे में देशभर के 116 अकादमिक संस्थानों, विश्वविद्यालयों एवं मीडिया समूहों के कुल 890 पत्रकारों, मीडिया फैकल्टी, मीडिया शोधार्थियों और जनसंचार के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इनमें 326 महिलाएं एवं 564 पुरुष शामिल थे. सर्वे में शामिल 66 प्रतिशत लोग 18 से 25 वर्ष की उम्र के रहे. सर्वेक्षण में शामिल लोगों के अनुसार, ‘देश के बारे में जानकारी’ और ‘देश के प्रति प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण’, दर्शकों को इस कार्यक्रम को सुनने के लिए प्रेरित करने वाले 2 प्रमुख कारण रहे।
प्रो. द्विवेदी के अनुसार सर्वे में यह भी समझने की कोशिश की गई कि प्रधानमंत्री द्वारा 'मन की बात' में चर्चा किए गए किस मुद्दे ने लोगों के जीवन को सबसे ज्यादा प्रभावित किया। इसके जवाब में 40% लोगों ने कहा की 'शिक्षा' सबसे प्रभावशाली विषय है, जिसने उन्हें सोचने पर मजबूर किया, वहीं 26% लोगों के अनुसार 'जमीनी स्तर पर काम करने वाले गुमनाम समाज-शिल्पियों' से संबंधित जानकारी उनके लिए काफी रोचक रही।
Apr 29 2023, 18:50