दिल्ली की मेयर बनने के बाद शैली ओबेरॉय ने कहा, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करती हूं, उनकी वजह से दूसरी बार महापौर चुनी गई

दिल्ली मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करती हूं, उनकी वजह से आज मैं दूसरी बार महापौर चुनी गई हूं। भाजपा के प्रत्याशी ने आज अपना नाम वापस लिया।

आम आदमी पार्टी की शैली ओबेरॉय को 26 अप्रैल को सर्वसम्मति से दिल्ली का मेयर चुना गया, जब भाजपा उम्मीदवार शिखा राय ने अपना नामांकन वापस ले लिया। इसके साथ, ओबेरॉय ने दिल्ली नगर निगम के प्रमुख के रूप में दूसरा कार्यकाल हासिल कर लिया है। राय ने सदन को बताया कि स्थायी समिति का चुनाव नहीं होने के कारण उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया।

दिल्ली मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का धन्यवाद करती हूं, उनकी वजह से आज मैं दूसरी बार महापौर चुनी गई हूं। भाजपा के प्रत्याशी ने आज अपना नाम वापस लिया। भाजपा ने एक तरह से आज सरेंडर कर दिया और उन्होंने मान लिया कि आंकड़े हमारे पास हैं। उन्होंने आज अपनी हार को सही तरीके से स्वीकार कर लिया।  

आप के निवर्तमान उप महापौर आले मोहम्मद इकबाल को पद पर एक और कार्यकाल मिला। भाजपा उम्मीदवार सोनी पाल भी दौड़ से बाहर हो गए। सत्तारूढ़ आप ने महापौर चुनाव के परिणाम का स्वागत किया। आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि शेली और एले को फिर से मेयर और डिप्टी मेयर बनने पर बधाई।

दुनिया की आंखों में धूल झोंक रहा अमेरिका? मंगल ग्रह पर भेजे गए रोवर की खुली पोल, पढ़िए, नेचर कम्युनिकेशंस’ में प्रकाशित नई रिसर्च


अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा समेत दुनियाभर के वैज्ञानिक लाल ग्रह कहे जाने वाले मंगल पर जीवन की खोज में जुटे हैं। वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि मंगल ग्रह पर एलियन जैसे जीवन या फिर उससे जुड़े संकेत मिल सकते हैं।

इसके लिए नासा ने जुलाई 2020 में पर्सीवरेंस रोबोटिक रोवर को मंगल पर भेजा है। पिछले करीब ढाई साल से यह रोबोटिक रोवर्स मंगल की सतह घूम रहा है, लेकिन अब इससे जुड़ी एक निराश करने वाली खबर सामने आई है।

‘नेचर कम्युनिकेशंस’ में आज प्रकाशित नई रिसर्च से पता चला है कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के रोवर में जिन उपकरणों को लगाया गया है वो वास्तव में लाल ग्रह पर जीवन के प्रमाण को खोजने उपयुक्त नहीं हैं। उनकी भी अपनी एक लिमिटेशन है। रोवर्स में लगाए गए उपकरणों की जांच की अगुवाई अरमांडो अज़ुआ-बस्टोस ने की है।

रोवर्स के उपकरण में सीमित क्षमता

अजुआ बस्टोस और उनके सहयोगियों ने अपनी रिसर्च में पाया कि रोवर्स में इस्तेमाल किए गए उपकरणों की जीवन से जुड़ी जानकारी हासिल करने की एक सीमित क्षमता है। रिसर्चरों की टीम ने कहा कि रोवर लाल ग्रह पर मिनरल कंपोनेंट का पता लगाने में तो सक्षम है लेकिन वो हमेशा जैविक अणुओं का पता लगाने में सक्षम नहीं है।

जैविक और भौतिक सीमाओं को परिभाषित करने की जरूरत

बस्टोस ने कहा है कि मंगल ग्रह पर आमतौर पर ठंड ज्यादा रहती है। ऐसी परिस्थितियों में वहां जीवन का प्रमाण ढूंढना काफी चुनौतीपूर्ण है। सबसे पहले हमें वातावरण में मौजूदा जीवन की जैविक और भौतिक सीमाओं को परिभाषित करने की जरूरत है। इसके बाद हमें जीवन की पहचान करने के लिए उपकरण को विकसित करने की जरूरत है

 इसमें जैविक अणु जैसे लिपिड, न्यूक्लिक एसिड और प्रोटीन शामिल हैं।

मिशन 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत सूडान से अब तक 534 भारतीयों को निकाला गया, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दी जानकारी


भारतीय नागरिकों को लेकर आ रही पहली उड़ान दिल्ली पहुंच गई है। इससे सूडान में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वतन वापस लाया गया है। इससे पहले मुरलीधरन ने नागरिक विमान के अंदर यात्रियों के एक वीडियो के साथ ट्वीट किया कि जेद्दाह हवाईअड्डे पर 360 भारतीयों को नई दिल्ली जाने वाली उड़ान से विदा करते हुए खुशी हो रही है। वे जल्द ही मातृभूमि पहुंचेंगे और अपने परिवारों से मिलेंगे। विदेश राज्य मंत्री के वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का एक खास संदेश भी था।

वीडियो में विदेश राज्य मंत्री यह कह रहे हैं कि पीएम मोदी ने हर भारतीय को वापस लाने का संकल्प लिया है। भारतीय नागरिक ने कहा कि हम मोदी जी के प्रति अपना आभार व्यक्त नहीं कर सकते। हमारे पास शब्द नहीं हैं।

जानकारी के मुताबिक, भारत ने सूडान से कम से कम 534 भारतीय नागरिकों को निकाल लिया है। कोशिश की जा रही है कि सेना और अर्धसैनिक बल के बीच 72 घंटे के संघर्ष विराम के समाप्त होने से पहले संघर्षग्रस्त अफ्रीकी देश से अपने और नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया जाए। भारतीय वायु सेना के दो सी-130जे सैन्य परिवहन विमान बुधवार को पोर्ट सूडान से 256 भारतीयों को जेद्दा लाए थे। इससे एक दिन पहले भारतीय नौसेना के एक जहाज ने उस देश से 278 नागरिकों को निकाला था।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सूडान से अब तक निकाले गए भारतीयों की कुल संख्या 534 हो गई है। विदेश मंत्री एस जयशंकर के मुताबिक, पहले सी-130जे विमान से 121 यात्रियों को जेद्दा लाया गया, जबकि दूसरे विमान से 135 यात्रियों को निकाला गया। उन्होंने ट्वीट किया कि ऑपरेशन कावेरी लगातार आगे बढ़ रहा है।

मिशन 'ऑपरेशन कावेरी' के तहत भारत निकासी को सऊदी अरब के शहर जेद्दा से संचालित कर रहा है। यहां से लोगों को भारत लाया जा रहा है। भारत ने जेद्दा में एक सुविधा बनाई है। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन सऊदी अरब शहर से निकासी मिशन पर नजर बनाए हुए हैं। 278 भारतीयों के पहले जत्थे को मंगलवार को भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सुमेधा से पोर्ट सूडान से निकाला गया।

बीजेपी कार्यकर्ताओं को पीएम मोदी का “मंत्र”, कहा-हमारा एजेंडा आने वाले 25 सालों में देश को विकसित बनाना

#pm_modi_interacts_with_bjp_workers 

कर्नाटक विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां जोरों पर हैं। इस बीच गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमो ऐप के जरिए कर्नाटक में बीजेपी कार्यकर्ताओं और वोटर्स को संबोधित किया।उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि हमारा एजेंडा आने वाले 25 सालों में देश को विकसित बनाना, गरीबी से मुक्त करना और नौजवानों के सामर्थ्य को सबसे आगे बढ़ाना है।

कर्नाटक भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने कहा, मैं राज्य के लोगों का आशीर्वाद लेने के लिए कुछ दिनों में कर्नाटक का दौरा करूंगा। राज्य में प्रचार करने वाले भाजपा नेताओं ने कहा है कि उन्हें वहां के लोगों का भरपूर स्नेह मिल रहा है। यह भाजपा में लोगों के विश्वास को दर्शाता है।

कर्नाटक में लोकतंत्र का उत्सव

कर्नाटक में लोकतंत्र का उत्सव चल रहा है। भाजपा ने तो हमेशा चुनावों को लोकतंत्र के महोत्सव की तरह सेलिब्रेट किया है। लोकतंत्र का सूत्र समझाने वाले भगवान बसवेश्वर की धरती से कनार्टक की समृद्ध परंपरा के प्रतिनिधि और राष्ट्र भक्ति से ओत-प्रोत भाजपा के कार्यकर्ता होने का डबल गौरव आप सभी को प्राप्त है।

पीएम ने बताया-जनता के बीच कैसे जाएं?

पीएम मोदी ने कहा कि आज बहुत बड़े कार्यक्रम को आयोजित किया है। कर्नाटक में जितने भी बूथ हैं उनमें 10 पुरुष और 10 महिला को मिलाकर 20 लोगों की मजबूत टीम बनाई जाए। 2/2 लोगों की 10 टीम बनाकर अपने बूथ के सभी वोटरों के पास जाइए। उनके घर में जाइए, 1-2 घंटे बिताकर उनसे बात कीजिए। उन्हें बताइए कि केंद्र और राज्य सरकार उनके भलाई के लिए क्या क्या कर रही है? उन्हें वो सब मिला या या नहीं। प्रधानमंत्री ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से कहा है कि जब भी जनता के पास जाएं तो केंद्र और राज्य में जितने भी काम किए जा रहे सब उनके मोबाइल फोन और डायरी में होने चाहिए।

विरोधियों का सत्ता हथियाना मात्र एजेंडा

पीएम ने आगे कहा कि भाजपा और अन्य पार्टियों में सबसे बड़ा फर्क अप्रोच का है। हमारे विरोधियों का एजेंडा सत्ता हथियाना है । हमारा एजेंडा है आने वाले 25 सालों में देश को विकसित बनाना, गरीबी से मुक्त करना और नौजवानों के सामर्थ्य को सबसे आगे बढ़ाना। उन्होंने कहा कि आने वाले 25 वर्षों में कर्नाटक की विकास यात्रा को नेतृत्व देने के लिए भाजपा एक युवा टीम का निर्माण कर रही है।

जहां डबल इंजन सरकार,वहां कल्याण योजनाएं तेजी से जमीन पर उतरी-पीएम मोदी

उन्होंने कहा बीते 9 वर्षों में देश का अनुभव रहा है कि जहां-जहां बीजेपी की डबल इंजन सरकार है, वहां-वहां गरीब कल्याण योजनाएं तेजी से जमीन पर उतरी हैं। जिन राज्यों में बीजेपी सरकार नहीं है, वहां वह कोशिश करते हैं कि केंद्र सरकार की कोई भी योजना सफल न हो। कुछ लोग तो योजना से जुड़ते ही नहीं है और कुछ राज्य ऐसे हैं जो योजना का नाम बदल देते हैं।

सेवा को मौका मिलते ही विकास की स्पीड और स्केल दोनों बढ़ जाती है-पीएम

पीएम मोदी ने कहा जब बीजेपी को सेवा को मौका मिलता है तो विकास की स्पीड और स्केल दोनों बढ़ जाती है।2014 से पहले की योजनाओं में एक घर बनने में 300 दिन लगते थे, हमारी योजना में 100 दिन से भी कम समय में घर बन रहे हैं। पहले घर का आकार 20 वर्ग मीटर होता था, अब घर का आकार 25 वर्ग मीटर होता है। पहले की योजना में एक घर को 70-75 हजार रुपये की मदद दी जाती थी, आज ये मदद 1 लाख 30 हजार रुपये कर दी गई है। इससे भी बड़ी बात ये है कि अब पैसे सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में भेजे जाते हैं, कोई बिचौलिया नहीं होता है।

असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने राहुल गांधी को दी चुनौती, कहा- हिम्मत है तो शरद पवार और अडाणी के मुलाकात के खिलाफ ट्वीट कर दिखाएं

#himanta_biswa_sarma_challenge_rahul_gandhi 

देश की राजनीति में इन दिनों उद्योगपति गौतम अडाणी का नाम सुर्खियों में हैं। एक तरफ कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गौतम अडाणी के रिश्तों को लेकर हमलावर है, तो दूसरी और अपने बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहने वाले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार के खिलाफ ट्वीट करने के लिए “ललकारा” है।ये बयान अडानी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी और शरद पवार के बीच हुई बैठक के बाद दिया गया।

हिमंत बिस्वा सरमा ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि हम अडानी के दोस्त हैं। मैं उन्हें जानता तक नहीं हूं। पूर्वोत्तर के लोगों को अडानी, अंबानी और टाटा तक पहुंचने में कुछ समय लगेगा। हम वहां पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन राहुल गांधी में अगर हिम्मत है तो मैं उन्हें शरद पवार के खिलाफ ट्वीट करने की चुनौती देता हूं? पवार जी के अडानी से रिश्तों पर सवाल कीजिए? ये लोग सहूलियत वाली राजनीति करते हैं।

अडानी के पवार से मिलने पर राहुल ने क्यों नहीं किया ट्वीट-शरमा

हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि आप (राहुल गांधी) बीजेपी और अडानी पर कुछ ट्वीट करते हैं, लेकिन जब गौतम अडानी शरद पवार के घर जाते हैं और 2-3 घंटे बिताते हैं, क्यों राहुल गांधी का ट्वीट नहीं आता। मुझे शरद पवार के अडानी जी से मिलने में कोई समस्या नहीं है।

राहुल गांधी ने पूर्व कांग्रेसियों पर किया था ट्वीट

बता दें कि, हाल ही में राहुल गांधी ने अपने एक ट्वीट में हिमंत बिस्वा सरमा, गुलाम नबी आजाद जैसे कुछ पूर्व कांग्रेस नेताओं का नाम अदाणी से जोड़ा था। उन्होंने लिखा था कि ये सच छुपाते हैं, इसलिए रोजाना लोगों को गुमराह करते हैं। इसी ट्वीट को लेकर असम के सीएम ने वायनाड के पूर्व सांसद पर मानहानि का मामला दर्ज करने की चेतावनी दी थी।

राहुल गांधी को पता नहीं होता है कि क्या ट्वीट किया-शरमा

असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने मानहानि के मुकदमे पर भी बात की। उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन नहीं है कि राहुल गांधी खुद अपने ट्विट्स को पोस्ट करते हैं या नहीं। हिमंत ने कहा कि असम में कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया था कि राहुल गांधी को शायद यह भी नहीं पता कि उन्होंने क्या ट्वीट किया। किसी ने उनसे ऐसा ट्वीट करवाया।

पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल का आज होगा अंतिम संस्कार, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

#prakash_singh_badal_funeral_today

शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वयोवृद्ध नेता और पंजाब के पांच बार के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का आज राज्य के मुक्तसर जिले में स्थित उनके पैतृक स्थान बादल में अंतिम संस्कार होगा। 95 वर्षीय बादल के पार्थिव शरीर को बुधवार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक चंडीगढ़ स्थित शिरोमणि अकाली दल के कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। जिसके बाद उन्हें वहां उनके पैतृक गांव ले जाया गया। यहां गुरुवार दोपहर करीब 1 बजे उनका अंतिम संस्कार होगा।

अकाली नेता की एक झलक पाने के लिए उमड़ी भीड़

चंडीगढ़ से उनके पैतृक गांव की यात्रा के रास्ते में अकाली नेता की एक झलक पाने के लिए हजारों लोग कतार में खड़े थे। इस दौरान बिक्रम मजीठिया फूलों से सजे ताबूत को ले जा रहे थे। उनके बगल में बैठे वरिष्ठ नेता के बेटे सुखबीर बादल थे। वहीं सुखबीर के चचेरे भाई मनप्रीत बादल सहित परिवार के अन्य सदस्य ताबूत के पास बैठे थे।

भारी सुरक्षा का इंतजाम

पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के अंतिम संस्कार में आने वाले लोगों की भीड़ को देखते हुए पंजाब सरकार और जिला प्रशासन की तरफ से कड़े सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। मुक्तसर, फाजिल्का, फिरोजपुर और फरीदकोट की पुलिस गांव बादल में तैनात की गई है। फरीदकोट रेंज के आईजी प्रदीप कुमार यादव बादल गांव का दौर कर व्यवस्थाओँ का जायजा लिया।

बता दें कि बादल के निधन के बाद पंजाब में आज एक दिन राजकीय शोक घोषित किया गया है।एक आधिकारिक आदेश के अनुसार, राज्य के सभी सरकारी कार्यालय, विभाग, बोर्ड, निगम और शैक्षणिक संस्थान बृहस्पतिवार को बंद रहेंगे। केंद्र सरकार पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री के सम्मान में 26 और 27 अप्रैल को दो दिन के राजकीय शोक की घोषणा पहले ही कर चुकी है।

बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले, 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया मंदिर, भारी बर्फबारी के बीच दर्शन के लिए उमड़े श्रद्धालु

#the_doors_of_badrinath_dham_is_open_today 

केदारनाथ के बाद अब भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट भी यात्रियों के लिए खुल गए हैं। बाबा बद्रीनाथ के कपाट आज सुबह 7:10 मिनट पर खुल गए। बद्रीनाथ धाम को 15 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है। सुबह से ही बद्रीनाथ धाम के बाहर बर्फबारी हो रही है। इसके बाद भी सैकड़ों श्रद्धालु धाम के बाहर जुटे रहे। हर साल की तरह इस साल भी पहली पूजा और आरती देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से हुई।

वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ आज गुरुवार सुबह 7 बजकर 10 मिनट पर बदरीनाथ धाम के कपाट खोल दिए गए हैं। कपाट खुलने के दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा हुई तो वहीं आर्मी बैंड धुनें बजाता रहा और लोगों ने जय बद्री विशाल के नारे लगाए। आईटीबीपी के बैंड के अलावा गढ़वाल स्काउट्स भी इस मौके पर प्रस्तुति दी। इसके पहले आदिगुरु शंकराचार्य की गद्दी नृसिंह मंदिर से पांडुकेश्वर को रवाना हुई थी।

बता दें कि चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है। 22 अप्रैल से यात्रा की शुरूआत हो गई थी। इस दिन यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए थे, जिसके बाद 25 अप्रैल को केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए, और आज भगवान बद्रीनाथ धाम के कपाट पूजा अर्चना और पूरे विधी विधान के साथ खोले गए। इस दौरान मंदिर को दुल्हन की तरह फूलों से सजाया गया है। जो देखने में बेहद मनमोहक और खूबसूरत लग रहा है।

समलैंगिक विवाह मामले में केंद्र की सुप्रीम कोर्ट से अपील, कहा-संसद को करने दें विचार

#let_parliament_consider_same_sex_marriage_center_appeals_to_sc

समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने की मांग के संबंध में सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को पांचवें दिन की सुनवाई हुई। आज केंद्र सरकार की ओर से दलीलें रखी गईं और कोर्ट से अपील की गई कि समलैंगिकों को कानूनी मान्यता देने वाली याचिकाओं में उठाए गए मुद्दों को संसद पर छोड़ देना चाहिए।

आज पांचवें दिन की सुनवाई के दौरान केंद्र की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया कि समलैंगिक विवाह को कानूनी मंजूरी देने की मांग वाली याचिकाओं पर उठाए गए सवालों को संसद पर छोड़ने पर विचार किया जाए।केंद्र की ओर से पेश सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संविधान पीठ को बताया कि शीर्ष अदालत एक बेहद ही जटिल मुद्दे से निपट रही है, जिसका सामाजिक प्रभाव काफी गहरा है। तुषार मेहता ने कहा कि असल सवाल तो यह है कि शादी आखिर किससे और किसके बीच होगी ? इस पर फैसला कौन करेगा। 

तुषार मेहता ने कहा कि सवाल ये है कि शादी का गठन कैसे होता है और शादी किनके बीच होती है? इसके बहुत प्रभाव पड़ेंगे, सिर्फ समाज पर ही नहीं बल्कि दूसरे कानूनों पर? इस पर अलग-अलग राज्यों, सिविल सोसाइटी ग्रुप व अन्य समूहों के बीच बहस होनी चाहिए।स्पेशल मैरिज एक्ट और अन्य विवाह कानूनों के अलावा 160 ऐसे कानून हैं जिन पर इसका प्रभाव पड़ेगा। कोर्ट एक जटिल विषय से निपट रहा है, जिसका गहरा सामाजिक प्रभाव है। केवल संसद ही यह तय कर सकती है कि विवाह क्या होता है और विवाह किसके बीच हो सकता है. इसका विभिन्न कानूनों और पर्सनल लॉ पर प्रभाव पड़ता है।

इससे पहले उच्चतम न्यायालय ने मंगलवार को कहा कि समलैंगिक विवाह को कानूनी मान्यता देने का अनुरोध करने वाली याचिकाओं में उठाये गये मुद्दों पर संसद के पास अविवादित रूप से विधायी शक्ति है। प्रधान न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच-सदस्यीय संविधान पीठ गोद लेने, उत्तराधिकार, पेंशन से जुड़े कानून और ग्रेच्युटी आदि विषयों पर कई कानूनी प्रश्नों का सामना कर रही है। न्यायालय ने कहा कि यदि समलैंगिक विवाह की अनुमति दी जाती है, तो इसके परिणामस्वरूप उत्पन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए न्यायिक व्याख्या विशेष विवाह अधिनियम, 1954 तक सीमित नहीं रहेगी और पर्सनल लॉ भी इसके दायरे में आ जाएगा।

सिंगापुर में भारतीय मूल के शख्स को दी गई फांसी की सजा, 1 किलो गांजे की तस्करी का था आरोप

#singaporehangsindianoriginmanpossessionover1kg_cannabis

एक किलो भांग की तस्करी करने के आरोप में सिंगापुर ने भारतीय मूल के एक शख्स को फांसी पर लटका दिया। संयुक्त राष्ट्र की अपील और अंतरराष्ट्रीय अपील को खारिज करते हुए सिंगापुर ने बुधवार को एक किलोग्राम भांग की तस्करी की साजिश रचने के दोषी कैदी को फांसी दे दी।

फांसी की सजा सुनाए जाने के बाद से तंगाराजू का परिवार लगातार सिंगापुर के राष्ट्रपति से उसे क्षमा करने की अपील कर रहा था, लेकिन उनकी अपील पर कोई विचार नहीं किया गया। संयुक्त राष्ट्र ने फांसी पर पुनर्विचार की अपील की थी, लेकिन सिंगापुर ने इसे खारिज करते हुए भारतीय मूल के 46 वर्षीय तंगाराजू सुप्पैया को मौत की सजा दे दी। तंगाराजू पर 1 किलो से अधिक गांजे की तस्करी का आरोप लगाया गया था।समाचार एजेंसी एएफपी ने बताया कि तंगाराजू को चांगी जेल परिसर में मृत्युदंड दिया गया।

यूएन ने जताई आपत्ति

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय द्वारा अपील के बावजूद आरोपी को फांसी दे दी गई। जिसपर जिनेवा स्थित ग्लोबल कमीशन ऑन ड्रग पॉलिसी के सदस्य ब्रिटिश टाइकून रिचर्ड ब्रैनसन ने सोमवार को अपने ब्लॉग पर लिखा कि गिरफ्तारी के समय तंगाराजू ड्रग्स के आस-पास भी नहीं था और हो सकता है कि सिंगापुर एक निर्दोष व्यक्ति को फांसी पर चढ़ा दे।

2018 में सुनाई गई थी मौत की सजा

फांसी से पहले सिंगापुर के गृह मंत्रालय ने कहा था कि तंगाराजू का अपराध साबित हो गया था। उसने दो मोबाइल फोन नंबर इस्तेमाल कर ड्रग्स की डिलीवरी की थी। बता दें कि तंगाराजू सुप्पैया को तस्करी के मामले में साल 2014 में गिरफ्तार किया गया था और 9 अक्टूबर साल 2018 में कोर्ट ने उसे इस मामले में दोषी ठहराते हुए फांसी की सजा सुनाई थी। तंगाराजू के परिवारवालों का आरोप है कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान उसे कोई कानूनी सहायता नहीं दी और न ही उसे तमिल ट्रांसलेटर दिया, जबकि उसकी अंग्रेजी अच्छी नहीं थी। ऐसे में उसकी बात को सुना ही नहीं गया।

कर्नाटक विधानसभा चुनावःचुनाव प्रचार में योगी आदित्यनाथ की हुई एंट्री, जोड़ा कनार्टक और यूपी का कनेक्‍शन

#yogi_says_lord_ram_met_hanuman_in_karnataka

कर्नाटक चुनाव में अब कम ही दिन बचे हैं और चुनाव प्रचार जोरों पर है।विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने अपना पूरा दमखम लगा दिया है।कर्नाटक चुनाव में बीजेपी के फायरब्रांड नेता और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की एंट्री हो गई है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को कर्नाटक के मांड्या में चुनाव प्रचार करने पहुंचे। वहां जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि कर्नाटक और यूपी का कनेक्शन जोड़ा।

कर्नाटक और यूपी का संबंध त्रेतायुग से-योगी

जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने कहा कि कर्नाटक और यूपी का संबंध काफी पुराना है, यह आज का नहीं, त्रेतायुग का संबंध है। भगवान राम का संबंध उत्तर प्रदेश से है तो वहीं भगवान हनुमान का संबंध कर्नाटक से है। जैसे भगवान श्रीराम और हनुमान का संबंध प्रगाढ़ है वैसे ही कर्नाटक और यूपी का संबंध है।भगवान श्रीराम के अनन्य सहयोगी के रूप में अगर कोई मिला था तो वे बजरंग बली हनुमान जी मिले थे। यह वही कर्नाटक की धरती है। यह मित्रता कितनी अभिन्न है। दुनिया में जहां कहीं भगवान राम का मंदिर होगा। वहां हनुमान जी का मंदिर जरूर होगा। योगी ने कहा कि यही कारण है कि जब मैं कर्नाटक आता हूं तो आत्‍मीयता का अनुभव करता हूं। यहां के युवाओं से संवाद करने में मुझे प्रसन्‍नता होती है।

पीएम मोदी को तारीफ में बोले योगी

मांड्या में रैली करते हुए यूपी के सीएम योगी बोले कि, "डबल इंजन की सरकार ही समृद्धता की गारंटी दे सकती है। कांग्रेस का फेल इंजन देश को त्रासदी की ओर लेकर जाता है जबकि भाजपा का डबल इंजन हमें सुरक्षा और समृद्धि की दिशा में ले जाता है। प्रधानमंत्री मोदीजी के नेतृत्व में भारत आज टीम इंडिया के रूप में कार्य कर रहा है। कर्नाटक की जनता को तय करना है कि टीम इंडिया में कितने प्लेयर शामिल हों। टीम इंडिया में जितने प्लेयर जाएंगे, टीम उतनी ही मजबूती से काम करेगी।

यूपी में नो दंगा... वहां सब चंगा

यूपी में कानून व्‍यवस्‍था का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में नो कर्फ्यू नो दंगा वहां पर है सब चंगा। बीजेपी सरकार पीएफआई पर बैन करती है। दूसरी तरफ कांग्रेस पीएफआई के तुष्टिकरण का कार्य करती है। धर्म के आधार पर आरक्षण भारत के संविधान के विपरीत है। हमने अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण के दायरे को बढ़ाया है। अन्य जरूरतमंदों को आरक्षण का लाभ दिया है। हम सब मानते हैं एक भारत श्रेष्ठ भारत की परिकल्पना ही भारत को आगे बढ़ाएगी।

दक्षिण में भी बढ़ी योगी की डिमांड

बता दें कि बीजेपी के फायर ब्रांड नेता माने जाने वाले योगी आदित्‍यनाथ की डिमांड की राज्‍यों में बढ़ी है। लॉ एंड ऑर्डर के प्रति उनकी नीतियों और माफियाराज के विरुद्ध उनके जीरो टॉलरेंस वाले रवैये से जनता काफी खुश नजर आ रही है। इसी को देखते हुए सीएम योगी को इस बार भी पार्टी ने स्‍टार प्रचारकों की सूची में श‍ामिल किया है।