एबीवीपी, बेतिया इकाई के प्रतिनिधिमंडल द्वारा जिला शिक्षा पदाधिकारी को इन प्रमुख विषयों को लेकर सौंपा गया ज्ञापन

बेतिया : आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, बेतिया इकाई के प्रतिनिधिमंडल द्वारा जिला संयोजक अभिजीत राय के नेतृत्व में जिला शिक्षा पदाधिकारी, पश्चिम चम्पारण को विभिन्न विषयों के उपर ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन की प्रमुख विषयें निम्न हैं :-

1. नवम एवं दशम वर्ग में नामांकन में अधिक राशि की बात सामने आ रही है।

2. छात्र कोष एवं विकास कोष  का गलत उपयोग की जांच

3. विभिन्न प्रकार के प्रोत्साहन राशि देने में भ्रष्टाचार एवं विलंब।

4. विभिन्न विद्यालयों में पानी की टंकी की सफाई की जांच कराई जाए , ताकि बच्चो को स्वच्छ पानी उपलब्ध हो सके ।

5. कुछ सरकारी एवं प्राइवेट स्कूलों के बीच साठगांठ के कारण छात्रों का शोषण हो रहा है उस पर ध्यान दिया जाए

6. गर्मी के मौसम और शहर में ट्रैफिक की समस्या देखते हुऐ, सभी स्कूलों की छुट्टी के समय में थोड़ा परिवर्तन करे ताकि ट्रैफिक जैसी समस्या में बच्चो को कम से कम रुकना पड़े।

7. छोटे बच्चो के स्कूल बैग के वजन को कम करने का भी प्रयास किया जाए, क्योंकि बच्चे मानसिक विकास के साथ साथ उनके शारीरिक विकास पर भी ध्यान दे सके।अभाविप चम्पारण विभाग के संयोजक सुजीत मिश्रा ने बतया की यह सभी विषय छात्रों एवं समाज के हित से हीं सम्बंधित हैं। प्रशासन को इस पे ध्यान देना चाहिए। मौके पर प्रतिनिधिमंडल में विभाग संयोजक सुजीत मिश्रा, जिला संयोजक अभिजीत राय,प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विशाल झा, चंदन ,सुशांत सिंह, नगर मंत्री रंजीत श्रॉफ, सितांशु मिश्रा, अमन शर्मा,रोहित राय, प्रियेश गौतम आदि उपस्थित रहे।

चनपटिया में छात्राओं के बीच पेंटिंग और भाषण प्रतियोगिता का किया गया आयोजन

बेतिया, (प. चम्पारण)। इनरव्हील क्लब बेतिया के द्वारा राजकीय +2 उच्च विद्यालय कुमारबाग, चनपटिया में छात्राओं के बीच पेंटिंग प्रतियोगिता और भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। क्लब की प्रेसीडेंट श्रीमती नीता श्री ने बताया कि बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने और छात्राओं के मनोबल को बढ़ाने हेतु क्लब के द्वारा समय-समय पर विद्यालयों, संस्थाओं में विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम किये जाते है।

इसी क्रम में आज कुमारबाग विद्यालय में छात्राओं के बीच बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और पर्यावरण सुरक्षा विषय पर चित्रांकन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। साथ ही माहवारी स्वच्छता प्रबंधन और नारी सशक्तिकरण विषय पर चर्चा किया गया। नीता श्री ने छात्राओं को नारी सशक्तिकरण के बारे में बताते हुए कहा कि आज की सशक्त नारी घर और समाज की रीढ़ है।

नारी हर एक क्षेत्र में पुरुषों के साथ साथ कंधा से कंधा मिलाकर चल रही है और स्वालंबी होकर परिवार और खुद को खुशहाल बना रही है। इसलिए आप सभी छात्राएं मन लगाकर पढ़िए और आगे बढिये। ताकि आपकी कामयाबी दूसरों के लिए मिसाल बन जाये।

क्लब की पूर्व प्रेसिडेंट श्रीमती पूनम झुनझुनवाला ने छात्राओं को बालिका शिक्षा की महत्ता को समझाते हुए कहा कि हम सभी जानते है कि एक पुरुष पढ़ता है तो सिर्फ एक व्यक्ति पढ़ता है लेकिन एक महिला पढ़ती है तो कई पीढ़ी पढ़ती है।

इसलिए सभी लड़कियों को अवश्य पढ़ना चाहिए, ताकि स्वयं को आर्थिक और सामाजिक रूप से सबल बना सकें। वही क्लब की सदस्या सुश्री मेरी आडलीन ने छात्राओं को माहवारी स्वच्छता प्रबंधन के बारे में विस्तार से बताया। इस विषय पर छात्राओं ने अपनी बात रखी और माहवारी से जुड़ी कई प्रकार के भ्रम, समस्याओं के बारे में प्रश्न पूछी और इसके समाधान से अवगत हुई।

कार्यक्रम के अंत मे इनरव्हील क्लब के द्वारा सभी विजेताओं को सर्टिफिकेट और पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर क्लब की सदस्या श्रीमती रेणु शर्मा, श्रीमती तारा सोमानी, डॉ० अंजली मिश्रा, श्रीमती मोना पोदार, शिक्षिका डॉ० रानी कुमारी, स्वर्णलता भारती, रितु झा सहित अन्य उपस्थित हुई।

20 घरों में लगाई गई आग, चार पर प्राथमिकी दर्ज समुचित मुआवजा के लिए पीड़ितों ने लगाई गुहार

बेतिया। पश्चिम चम्पारण के बैरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत बैरिया पंचायत वार्ड नंबर 9 स्थित खाता संख्या 289 और खेसरा संख्या 1941, माली गैर मजरूआ जमीन पर बने लगभग 20 घरों में जमीनी विवाद को लेकर किरासन तेल छिड़क कर आग लगा दी गई।

जिसमें 26 परिवार की सम्पत्ति, अनाज और आवश्यक सभी सामानों समेत बकरी मुर्गी सबकुछ लाखों मूल्य की क्षति हुई है। घटना के संबंध में राजान्ती देवी के आवेदन पर बैरिया थाना में प्राथमिकी संख्या 91/23 दर्ज किया गया है। जिसमें उन्होंने बताया है कि रविवार की रात्रि लगभग 8 बजे दरवाजे पर अन्य घरों की महिलाओं के साथ बैठी थी तभी दो मोटरसाइकिल पर सवार चार व्यक्ति आए और किरासन तेल फेंक कर घरों में आग लगा दिए और मोटरसाइकिल से फरार हो गए।

आग लगते ही देखते देखते फूस की बनी सभी 20 घरों को आग ने अपनी लपटों में ले लिया। आग लगते देखकर महिलाओं ने चिल्लाना शुरू किया। उधर आग की लपटों को देखकर आस पास के लोग और गांवों के लोग भी दौड़ कर आए और आग बुझाने का प्रयास करने लगे। विकराल रूप धारण कर आग अब बाल्टियों के पानी से काबू पाना मुश्किल हो गया था। वहीं आग की सूचना पर अग्निशामक दल की गाड़ियाँ पहुंच कर काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाई। जब तक आग बुझी तब तक सबकुछ जल कर राख हो गया था। आग में अनाज, पालतू जानवर, पैसा गहना, बर्तन, कपड़ा आदि लाखों की सम्पत्ति जलकर राख हो गया।

मौके पर बैरिया थाना और अंचलाधिकारी पहुंच कर आग से क्षति का आकलन किया गया। तत्काल बैरिया अंचलाधिकारी के द्वारा सभी को मोटा प्लास्टिक टेंट लगाने हेतु दिया गया। वहीं पीड़ित परिवार वालों ने इस घटना के दोषियों पर कार्यवाही की मांग की है, साथ ही प्रशासन से उचित मुआवजा और अन्य सहायता की मांग भी की है। प्राथमिकी में यह भी बताया गया है कि आरोपी हमेशा घर जलाने और कब्जा करने के साथ जान मारने की धमकी भी देते हैं। जो कभी भी किसी अनहोनी को अंजाम देने की कोशिश भी कर सकते हैं।

चंपापुर बाजार के समीप गन्ना क्रोसर के बकास के ढेर में लगी आग,अग्निशमन की गाड़ी पहुंचकर आग पर पाया काबू

चंपापुर गन्ना क्रोसर में लगी आग पर काबू पाया गया एक घर भी जला

वाल्मीकिनगर थानांतर्गत चंपापुर गोनौली पंचायत स्थित चंपापुर बाजार के समीप गन्ना क्रोसर के बकास के ढेर में आग लग गई जो गर्मी से सूखे होने और तेज हवा चलने के कारण धु धु कर जलने लगा ।

वाल्मीकिनगर थानांतर्गत चंपापुर गोनौली पंचायत स्थित चंपापुर बाजार के समीप गन्ना क्रोसर के बकास के ढेर में आग लग गई जो गर्मी से सूखे होने और तेज हवा चलने के कारण धु धु कर जलने लगा ।

जिसकी लपटे आसमान को छू रही थी । स्थानीय निवासी वार्ड पार्षद गुड्डू राम व राधेश्याम महतो ने बताया कि बकास में लगी आग से ऊष्मा इतनी हो रही थी कि उसके पास जाना मुश्किल था । इस बीच वाल्मीकिनगर थाना को इसकी जानकारी दी गई ।

बतादें की जब इस आगलगी की सूचना वाल्मीकिनगर पुलिस प्रशासन को मिली तो उस समय थानाध्यक्ष विजय राव के आह्वान पर ईद को लेकर शांति समिति की बैठक की जा रही थी ।

सूचना मिलते ही बैठक को फौरन छोड़ सभी थानाकर्मी थाना अग्निशमन को लेकर घटनास्थल की ओर रवाना हो गए । बताते चलें कि घटनास्थल पर ग्रामीणों ने पास से बहते नहर के पानी को पम्पिंग सेट से खींचकर आग पर पटाने लगे । इतने में सूचना मिली कि पास के गांव शिवनाहा स्थित कमल साह के मकान में उड़ते चिंगारी से आग लग गई है । थानाकर्मी अग्निशमन गाड़ी को लेकर वहां पहुंचकर आग पर काबू पाया । गर्मी और तेज हवा चलने के कारण आग पर काबू पाने में काफी मशक्कत करना पड़ा ।

ग्रामीण चारो तरफ से सतर्क होकर आग बुझाने में पुलिस कर्मियों का सहयोग करते रहे । बतातें चलें कि आग लगी क्रोसर घटनास्थल से कुछ ही फासले पर चंपापुर बाजार स्थित है साथ ही घटनास्थल के चारो तरफ कई गांव बसे हुए है ।

लेकिन ग्रामीणों और प्रशासन की सूझबूझ से एक बड़ा हादसा होते होते बच गया ।

 60 वर्षीय किसान को मृत घोषित कर उसके नाम की जमीन को दूसरे व्यक्ति के नाम पर दाखिल खारिज कर दिया गया,किसान अपने जीवित होने का प्रमाण लेकर काट रहा है अंचल कार्यालय का चक्कर

बगहा ।

दरअसल पूरा मामला बगहा एक अंचल के बीबी बनकटवा मौजा की है,जहाँ मानपुर मठिया गांव निवासी 60 वर्षीय अरविंद प्रसाद को अंचल कार्यालय तथा स्थानीय हल्का कर्मचारी छठु उरांव के द्वारा मृत घोषित कर उसके नाम से चल रही जमाबन्दी से दूसरे व्यक्ति के नाम पर दाखिल खारिज कर दिया गया है।

जबकी अरविंद प्रसाद अभी जीवित हैं।जो अपने जिंदा होने का सबूत अंचल कार्यालय से लेकर अनुमंडल कार्यालय तक देने में जुटे हुए हैं,किंतु सुशासन की सरकार में एक गरीब किसान को सुनने वाला कोई नही है।वही पीड़ित किसान अरविंद प्रसाद की माने तो राजस्व कर्मचारी छठु उरांव द्वारा अंचल कार्यालय की मिलीभगत से विपक्षी पाटी से मोटी रकम लेकर इस काम को किया गया है।

अरविंद प्रसाद ने बताया कि जब मुझे पता चला कि मेरे दस्तावेजी जमीन को फर्जी तरीके से मेंरे ही भाई प्रमोद साह अपनी पत्नी के नाम बिक्री कर दिया है,तो उसका दाखिल खारिज रुकवाने के लिए सीओ को आवेदन दिया, जिसका रिसीविंग मेरे पास है।वावजूद इसके हल्का कर्मचारी छठु उरांव तथा अंचल कार्यालय के अन्य कर्मचारियों से मिलीभगत कर दूसरे पक्ष से मोटी रकम लेकर मुझे मृत घोषित करते हुए गैरकानूनी तरीके से दाखिल खारिज कर दिया गया है।

पीड़ित ने कहा कि अब पिछले तीन महीने से दाखिल खारिज को रद्द करने और अपने जिंदा होने का सबूत लेकर अंचल और अनुमंडल कार्यालय का चक्कर काट रहा हूँ,किन्तु अभी तक कोई सुनवाई नही हुई है।वही इस मामले में अंचलाधिकारी अभिषेक आनंद ने बताया कि इस पूरे मामले की जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने पर सम्बंधित कर्मचारी पर कार्यवाई की जाएगी।किन्तु सबसे बड़ा सवाल यह है

कि पीड़ित द्वारा अंचल कार्यालय में आवेदन देने के वावजूद भी कैसे इस मामले को अनदेखा कर दिया गया और पीड़ित को स्थानीय हल्का कर्मचारी द्वारा मृत घोषित कर उसके जमीन से बेदखल किया गया।अब देखना होगा कि इस पूरे प्रकरण में विभाग, पीड़ित किसान को कितना न्याय दिला पाता है।

विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान, बेतिया की 18 माह की बिटिया को आज मिली ममता की छाँव।

बेतिया विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान, बेतिया की 18 माह की बिटिया को आज ममता की छाँव मिली। अब उसका भरण-पोषण और बेहतर तरीके से हो सकेगा तथा उसका भविष्य बेहतरीन हो सकेगा।

जिलाधिकारी, श्री दिनेश कुमार राय, सहायक समाहर्त्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्त्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, सहायक निदेशक, जिला बाल संरक्षण इकाई, श्री अभय कुमार की उपस्थिति में कनाडा की एक महिला डॉ0 हरदीप कौर प्रेवाल द्वारा सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद बच्ची को गोद लिया गया।

श्रीमती प्रेवाल बच्ची को पाकर बेहद खुश दिखी और भावुक होकर बोली कि पश्चिमी चम्पारण, बेतिया में बिटिया को पाकर वे काफी प्रसन्न हैं। उन्होंने कहा कि वे इस बच्ची का पालन-पोषण अच्छे तरीके से करेंगी और इसका भविष्य बेहतर बनाएंगी।

जिलाधिकारी ने डॉ0 प्रेवाल से कहा कि बच्ची का अच्छे तरीके से ध्यान रखिएगा और इसका भविष्य उज्जवल बनाइयेगा। उन्होंने डॉ0 प्रेवाल तथा बच्ची के उत्तम स्वास्थ्य और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।

मौसम का पारा 43 के पार पहुंचने पर 'लू’ की स्थिति के बीच प्याऊ व्यवस्था लेकर सड़क पर उतरीं महापौर

बेतिया : अप्रैल के महीने में ही मौसम का पारा 43 पार पहुंच गया। ‘लू’ (हिट वेव) जैसी स्थिति के बीच नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया बेतिया वासियों की राहत के लिए खुद से सड़क पर उतर गईं। बस स्टेंड, कलेक्ट्रेट चौक, तीन लालटेन राज ड्योढी, स्टेशन चौक समेत नगर निगम मुख्यालय के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर अस्थाई "प्याऊ सेवा" शुरू खुद की मौजूदगी में श्रीमती सिकारिया द्वारा शुरू करवाई गई। इसके अतिरिक्त बस स्टेंड और कलेक्ट्रेट गेट पर पेयजल की नियमित आपूर्ति के लिए टोटी लगे वाटर टैंकर लगवाया गया। 

महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि पटना और वाल्मीकीनगर में स्थापित मौसम सेवा केंद्र (बीएमएसके) स्तर से जारी बुलेटिन के हवाले से 24 अप्रैल में तक राज्य भीषण गर्मी की स्थिति बने रहने की संभावना है। 

वहीं, मौसम वैज्ञान केंद्र से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार में तापमान में वृद्धि हो रही है आज से करीब 4-5 दिन बाद बेतिया समेत बिहार के अधिकांश भागों में तापमान 42 से 44 डिग्री तक जा सकता है। 

नगर निगम की महापौर ने बताया की जून की तरह लू का मौसम होने को लेकर नगर निगम प्रशासन हाई अलर्ट की स्थिति में है। आम जन जीवन के लिए ऐसा ही प्रतिकूल मौसम रहने तक हमारी यह चौकसी ऐसे ही जारी रहेगी।

स्टार्टअप नीति के तहत अपने नये स्टार्टअप को बेहतर तरीके से शुरू करें युवा : जिलाधिकारी

बिहार स्टार्टअप नीति 2022 के तहत स्टार्टअप आउटरीच प्रोग्राम का सफलतापूर्वक आयोजन सम्पन्न

जिला पदाधिकारी, प0 चम्पारण, बेतिया दिनेश कुमार राय की अध्यक्षता में उद्योग विभाग, बिहार सरकार द्वारा संचालित बिहार स्टार्टअप नीति 2022 के अन्तर्गत महरानी जानकी कुॅवर, महाविद्यालय, बेतिया में आज स्टार्टअप आउटरीच प्रोग्राम का आयोजन किया गया।जिला पदाधिकारी द्वारा वहॉ उपस्थित कॉलेज के छात्र एवं छा़त्राओं को अपने इनोवेटिव आईडिया के साथ अपने नये बिजनेस शुरू करने हेतु प्रेरित किया गया।

उनके द्वारा बताया गया कि उद्योग विभाग द्वारा स्टार्टअप नीति के तहत सीड कैपिटल के रूप में ब्याज मुक्त 10.00 लाख रूपया 10 वर्षो के लिए दिया जाता है, जिससे युवा वर्ग अपने नये स्टार्टअप को बेहतर तरीके से शुरू कर सकें। अनिल कुमार, उप विकास आयुक्त द्वारा उपस्थित छात्र-छात्राओं को बताया गया कि कैसे विभाग के बेवसाईट पर जाकर स्टार्टअप का लाभ लिया जा सकता है। उन्होने बताया कि कोई भी आईडिया बड़ा या छोटा नहीं होता है, सिर्फ उन्हे दिशा दिखाने की आवश्यकता होती हैं। वही इस कार्यक्रम का सफलता पूर्वक संचालन कर रहे प्राचार्य डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद केशरी द्वारा भी छात्र-छात्राओं को स्टार्टअप हेतु प्रेरित किया गया।

इस आउटरीच प्रोग्राम में उद्योग विभाग, पटना के टेक्निकल टीम द्वारा प्रजेन्टेशन के माध्यम से युवाओं को स्टार्टअप लगाने एवं तकनीकी पहलू पर विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित छात्र-छात्राओं से स्टार्टअप पर अपने आईडिया लिखित रूप में माँगी गई, जिसमें पाँच सर्वश्रेष्ठ आईडिया 1. संध्या श्रीवास्तव, 2. मयूर कुमार, 3़. आकाश कुमार, 4. काजल कुमारी एवं 5. सोनू कुमार को प्रमाण पत्र एवं टीशर्ट महाप्रबंधक एवं प्राचार्य महोदय के द्वारा प्रदान किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अनिल कुमार सिंह, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा भी लोगो को स्टार्टअप लगाने हेतु हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया गया। इस अवसर पर कॉलेज के डॉ. सुरेन्द्र राय (गणित विभाग), डॉ. उपेन्द्र प्रसाद (राजीनिति विज्ञान विभाग), डॉ. अविनाश कुमार (रसायनशास्त्र विभाग), डॉ. एच. रहमान (जंतु विज्ञान विभाग), डॉ. विनोद कुमार, श्रीमति शैल वर्मा (हिन्दी विभाग), उद्योग विभाग के राजीव रंजन, उद्योग विस्तार पदाधिकारी एवं कॉलेज के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।

कॉरस्टोन अगले 3 साल में बिहार के 40 हजार शिक्षकों को प्रशिक्षित करके ज्ञान और कौशल के सामंजस्य बिठाने का कार्य करेगी शिक्षकों

नई दिल्ली, 15 अप्रैल, 2023 : शिक्षा विषय आधारित ज्ञान एवं जानकारी तक सीमित न होकर विद्यार्थियों के लिए , व्यक्तित्व निर्माण और समग्र विकास में सहायक हो इसके प्रयास कई आयामों पर जारी हैं| नई शिक्षा नीति, 2020 के लक्ष्यों में भी इसे शामिल किया गया है| एनसीआरटी द्वारा 2022 में स्कूली छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण पर आधारित सर्वेक्षण से भी यह पता चला कि छात्र अध्ययन और परीक्षाओं के संबंध में चिंतित रहते हैं और मनोदशा में परिवर्तन भी महसूस करते हैं, यह स्कूली बच्चों के अच्छे मानसिक स्वास्थ्य के लिए बच्चों की देखभाल की आवश्यकता को दर्शाता है।

कोरस्टोन द्वारा आयोजित कार्यक्रम “प्रमोटिंग एडोलसेंट वेलवींग इन एवरी स्कूल : बिहार लीड्स द वे” सम्मेलन में मुद्दों पर चर्चा हुई जहाँ किशोरों के आंतरिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए तत्काल कार्य करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया। मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद्,(SCERT) बिहार के निदेशक ने कहा: , "छात्रों के कल्याण को बढ़ावा देना उनके मानसिक स्वास्थ्य, शिक्षा की प्राप्ति और समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है। एनईपी 2020 भी इसी बात की चर्चा करता है। इसे सुनिश्चित करने में स्कूल और शिक्षकों की भूमिका का महत्व बहुत अधिक है। हमारे सभी शिक्षक प्रशिक्षण में सहयोग और कल्याण को शामिल किया जा रहा है, और हमारे द्वारा 40 हजार शिक्षकों का पहला उन्मुखीकरण हाल ही में पूरा किया गया है। बिहार के हर माध्यमिक विद्यालय तक इसकी पहुंच बनाने की उम्मीद करते हैं ताकि विद्याथी अपने गुणों और क्षमताओं के बारे में सीखें और तनाव और चुनौतीपूर्ण परिस्थितयों में भी मानसिक रूप से स्वस्थ रह सकते हैं। विभाग इस पाठ्यक्रम को पाठ्यपुस्तकों में शामिल करने एवं शिक्षकों को जल्द से जल्द बच्चों को मनोसामाजिक सहयोग प्रदान करने के लिए उन्मुख करने को प्रतिबद्ध है हम कॉरस्टोन के साथ काम करने के लिए काफी खुश हैं ताकि यह जल्द वास्तविकता बन सके।“

कॉरस्टोन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टीव लेवेंथल ने कहा, "2013 से हम पूरे बिहार में हजारों छात्रों और शिक्षकों तक पहुँचे हैं और हमने इसके लिए व्यापक रूप से प्रमाणों का दस्तावेजीकरण किया है | यह कार्यक्रम किशोरों के भावनात्मक समुत्थान, मानसिक और शारीरिक कल्याण और शिक्षा के परिणामों को प्रभावित करता है। इसके लिए हम बिहार सरकार के बहुत आभारी हैं कि उन्होंने हमें हर कदम पर सहयोग दिया है।“

इस समारोह में एक रोचक पैनल चर्चा भी हुयी जिसका शीर्षक " स्कूलों को खुशहाल रखना/सुनिश्चित करना कि स्कूल कल्याण को बढ़ावा देने के लिए सहायक तंत्र बनें: क्यों और कैसे”। इस पैनलिस्ट में एनसीआरटी के मानोदर्पण सेल से डॉ. रुचि शुक्ला और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य अध्ययन की सह-लेखिका डॉ. सुष्मिता चक्रवर्ती, द ग्लोबल एजुकेशन एंड लीडरशिप फाउंडेशन से मिस दीनू रहेजा और पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन ऑफ इंडिया डॉ. मोनिका अरोड़ा शामिल थीं।

कॉरस्टोन इंडिया फाउंडेशन की कंट्री डायरेक्टर नंदिता भाटला ने कहा, “मुझे यकीन है कि यह साझेदारी यह सुनिश्चित करने के लिए पहला कदम है कि बिहार में प्रत्येक छात्र और शिक्षक कक्षा के अंदर और बाहर पढ़ने और अपने जीवन को बदलने के लिए कौशल और ज्ञान प्राप्त करेंगें। हम बिहार शिक्षा विभाग के साथ अपनी लंबे समय से चली आ रही साझेदारी की सफलता को उजागर करने के लिए उत्सुक हैं, और भारत में अन्य राज्यों में इस काम का विस्तार करने के लिए दूसरों के साथ सहयोग करने की आशा करते हैं।“

जल्द ही बिहार के सभी सरकारी माध्यमिक विद्यालयों और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजीबीवी) में किशोरों को कॉरस्टोन और बिहार शिक्षा विभाग के बीच तीन साल के सहयोग के माध्यम से एक कल्याणकारी कार्यक्रम प्राप्त होगा। इस साझेदारी को आगे बढ़ाते हुए नई शिक्षा नीति के अनुसार किशोरों के समग्र कल्याण और विकास को बढ़ावा देने के लिए कॉरस्टोन राज्य भर में यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट रेजिलिएंस कार्यक्रमों का विस्तार करेगी। हाल ही में 21 दिसंबर को पटना में एक दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया था, जिसमें इन कार्यक्रमों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया और स्कूल प्रणाली में किशोर कल्याण प्रशिक्षण के एकीकरण के लिए एक रोड मैप तैयार किया गया था।

इस साझेदारी के अंतर्गत कॉरस्टोन और शिक्षा विभाग सरकारी ढांचे के भीतर कल्याणकारी प्रशिक्षण को संस्थागत बनाने के लिए काम करेंगे। कॉरस्टोन के पाठ्यक्रम को शैक्षणिक वर्ष 2024 तक सभी स्कूली पाठ्य पुस्तकों में शामिल और एकीकृत किया जाएगा। कॉरस्टोन संस्था द्वारा 2025 तक शिक्षा विभाग को पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण, तकनीकी सलाह और निगरानी सहायता भी प्रदान की जायेगी ताकि सभी 38 जिलों में इन कार्यक्रमों को अपनाने और इसकी स्थिरता सुनिश्चित करने में राज्य को मदद पहुंचाई जा सके। बड़े पैमाने पर इन कार्यक्रमों के माध्यम से लगभग 35,000 सरकारी स्कूलों और 534 केजीबीवी तक पहुंचने की उम्मीद है, जिससे एक वर्ष में कक्षा 6 से 8 तक के 35 लाख से अधिक छात्रों को कल्याणकारी कौशल प्रदान किया जाएगा।

यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट कार्यक्रम भावनात्मक समुत्थान और किशोर स्वास्थ्य पाठ्यक्रम को एकीकृत करने का प्रयास किया गया है जिसको एक अभिनव शिक्षक-सुविधा वाले सहकर्मी समूह मॉडल के माध्यम से संचालित किया जाना है। भावनात्मक समुत्थान में कठिनाइयों से उबरने और सफलता प्राप्त करने की क्षमता होती है। ये कार्यक्रम तथ्यों का एकीकृत अध्ययन के माध्यम से विकसित हुए हैं जिसमें भावनात्मक समुत्थान , सकारात्मक मनोवृत्ति, सामाजिक-भावनात्मक शिक्षा और संघर्ष समाधान से संबंधित आशयशील तथ्यों को सम्मिलित किया गया है जो युवाओं के बीच मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, स्कूल की भूमिका , स्व-वकालता, सामाजिक कौशल और संबंधों में सुधार करने के लिए युवाओं को शिक्षित करने के लिए हैं। भारत में 2009 में पहली बार शुरू किए गए इन कार्यक्रमों को 2013 से बिहार के कुछ जिलों में लागू किया गया है। केन्या में कॉरस्टोन और उसके स्थानीय सहयोगी ने वहां के शिक्षा मंत्रालय के साथ एक राष्ट्रव्यापी समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं जिसके अंतर्गत सभी माध्यमिक विद्यालयों में कॉरस्टोन के यूथ फर्स्ट कार्यक्रम को शुरू किया जाएगा। जिससे वहां के लगभग 20 लाख बच्चे हर साल इस कार्यक्रम का लाभ उठाएंगे। रवाण्डा में कॉरस्टोन का यूथ फर्स्ट प्रोग्राम अगले 3 वर्षों में देश के 50% स्कूलों में लागू किया जाएगा। कुल मिलाकर भारत, केन्या, और रवाण्डा में अगले 3 वर्षों में 50,000 स्कूलों में हर साल लगभग 50 लाख बच्चे कॉरस्टोन के कल्याणकारी कार्यक्रम से लाभान्वित होंगे।

इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्रालयों के अधिकारी, मानसिक स्वास्थ्य और किशोर स्वास्थ्य विशेषज्ञ, शोधकर्ता, गैर सरकारी संगठन, और वित्तीय एजेंसियां से सम्बंधित प्रतिभागी उपस्थित थे।

कॉरस्टोन के बारे में

कॉरस्टोन एक ग्लोबल गैर-लाभकारी संस्था है जो समाज में असहाय और वंचित नवयुवकों में आंतरिक स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देने के लिए 'अंदर से बाहर' की प्रणाली पर काम करता है। कॉरस्टोन का लचीलापन-आधारित दृष्टिकोण उन कौशलों को सिखाता है जो महत्वपूर्ण प्रतिकूलताओं का सामना करने पर युवाओं को न केवल कठिनाइयों से उबरने में सशक्त बनाता बल्कि सफलता प्राप्त करने की क्षमता का विकास भी करता है। विश्वसनीय अध्ययनों, जिसमें बड़े -स्तर पर कुछ चिन्हित परीक्षण भी शामिल हैं, ने संगठन के कार्यक्रमों का नवयुवकों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य और शिक्षा पर शक्तिशाली प्रभाव को दर्ज किया है। 1975 में स्थापित कॉरस्टोन का मुख्यालय मैरीलैंड, बाल्टिमोर, यूएसए में है। भारत में इसकी सहायक संस्था कॉरस्टोन इण्डिया फाउंडेशन का दिल्ली और पटना में कार्यालय है। अधिक जानने के लिए, कृपया कॉरस्टोन की वेबसाइट पर जाएं।

यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट कार्यक्रम के बारे में

यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट के बारे में कोर्स्टोन का यूथ फर्स्ट कार्यक्रम सरकारी मध्यमिक विद्यालयों में लागू किया जाता है जबकि गर्ल्स फर्स्ट कार्यक्रम केजीबीवी में लागू किया जाता है। यूथ फर्स्ट और गर्ल्स फर्स्ट दोनों स्कूल-आधारित, एकीकृत और किशोर स्वास्थ्य प्रशिक्षण प्रदान करते हैं, जो युवाओं के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य, स्कूल प्रदर्शन और भागीदारी, स्व-वक्तव्य, सामाजिक कौशल और लैंगिक विचारों में सुधार करने में सक्षम बनाते है। इसमें छात्र स्कूल के दौरान प्रत्येक सप्ताह एक घंटे के लिए स्कूलों और केजीबीवी में प्रशिक्षित शिक्षकों के नेतृत्व में समूहों में भाग लेते हैं। एक विशिष्ट सत्र में 20-30 मिनट का कौशल-निर्माण होता है, जिसके बाद 30 मिनट का समूह चर्चा और समस्या-समाधान सत्र होता है।

शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में ईद पर्व को सम्पन्न कराने को लेकर सजग एवं सतर्क रहें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी : जिलाधिकारी

संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों पर मजिस्ट्रेट, पुलिस मजिस्ट्रेट तथा पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की प्रतिनियुक्ति कराने का निर्देश

फ्लैग/फुट मार्च कराने सहित धारा-107, 110, 116 (3) के तहत कार्रवाई करने का निर्देश

बेतिया, जिलाधिकारी, दिनेश कुमार राय ने कहा कि प्राप्त सूचनानुसार दिनांक-21.04.2023 को रमजान माह के अंतिम शुक्रवार (जुमा) को जमात-उल-विदा (अलविदा की नमाज) पढ़ी जायेगी। ऐसी संभावना है कि दिनांक 22 या 23 अप्रैल को चांद दिखने पर ईंद पर्व मनाया जायेगा।

उन्होंने कहा कि ईद पर्व को पूर्ण शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण सम्पन्न कराने हेतु सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को सजग एवं सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देश दिया कि विगत वर्षों की घटनाओं के आधार पर संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों को तुरंत चिन्हित किया जाय। साथ ही ऐसे स्थलों पर मजिस्ट्रेट, पुलिस मजिस्ट्रेट सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की प्रतिनियुक्ति की जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि डिप्लॉयमेंट सूची को सावधानीपूर्वक तैयार किया जाय ताकि किसी प्रकार की त्रुटि नहीं रहे।

जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में ईद पर्व को लेकर विधि-व्यवस्था की समीक्षा के दौरान प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिया कि चिन्हित संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील स्थलों में प्रशासन एवं पुलिस का फ्लैग/फुट मार्च अनिवार्य रूप से कराना सुनिश्चित किया जाय। जिलास्तर से लेकर अनुमंडल स्तर तथा प्रखंड स्तर तक 24ˣ7 कंट्रोल रूम फंक्शनल रखा जाय तथा कंट्रोल रूम के नंबर को प्रसारित कराया जाय। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आपात स्थिति से निपटने हेतु पर्याप्त संख्या में क्यूआरटी का गठन मजिस्ट्रेट तथा एंबुलेंस आदि के साथ कराना सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि चौकीदारों तथा अन्य तंत्रों के माध्यम से आ-सूचना संग्रहण के साथ ही सोशल मीडिया पर भी विशेष नजर रखी जाय।उन्होंने निर्देश दिया कि दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 107/116 (3) के तहत बंध पत्र तथा बंध पत्र के उल्लंघन की स्थिति में विधि सम्मत कार्रवाई की जाय। इसके साथ ही धारा-110 के तहत भी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाय।जिलाधिकारी ने कहा कि ईद पर्व को लेकर शांति समिति की बैठक कर ली जाय। ईदगाहों की साफ-सफाई, पर्याप्त रौशनी, पेयजल वगैरह की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाय। पुलिस अधीक्षक, बेतिया, अमरकेश डी ने कहा कि ईंद पर्व को शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न कराने हेतु सभी पुलिस अधिकारी तत्पर रहेंगे। चौकीदारी परेड करायेंगे तथा उनके मिले फीडबैक के आधार पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी क्यूआरटी का गठन कर लें तथा उन्हें रेडी पोजिशन पर रखेंगे। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, राजीव कुमार सिंह, अनिल राय, एसडीएम, बेतिया, विनोद कुमार सहित सभी जिलास्तरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही पुलिस अधीक्षक, बगहा, एसडीएम/एसडीपीओ, नरकटियागंज, बगहा, सभी बीडीओ, सभी सीओ, सभी एसएचओ आदि वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े रहे।