माफिया अतीक के कब्र पर चढ़ाया तिरंगा, भारत रत्न देने की मांग, पुलिस ने किया गिरफ्तार


लखनऊ । कांग्रेस के पार्षद प्रत्याशी राजकुमार सिंह रज्जू ने माफिया अतीक अहमद को शहीद का दर्जा दिए जाने एवं भारत रत्न देने की मांग की है। रज्जू ने माफिया की कब्र पर तिरंगा भी चढ़ाया और कहा कि मैं आपको (अतीक) को भारत रत्न एवं सम्मान दिलाऊंगा। इस बाबत वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने रज्जू को हिरासत में ले लिया है। साथ में पार्टी ने भी छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है।

कांग्रेस ने रज्जू को वार्ड संख्या 43 आजाद स्क्वायर से प्रत्याशी बनाया है। प्रचार अभियान के दौरान रज्जू ने यह विवादित देकर कांग्रेस की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी का कहना था कि अतीक अहमद पांच बार विधायक और सांसद रह चुका है। योगी सरकार ने उसका मर्डर करा दिया। रज्जू ने मुख्यमंत्री से इस्तीफे की मांग की। साथ ही कहा कि जब मुलायम सिंह यादव को पद्म सम्मान दिया जा सकता है तो...। अतीक को भी भारत रत्न एवं शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। रज्जू ने कहा कि अतीक को शहीद का दर्जा देकर सम्मान क्यों नहीं दिया गया।

रज्जू के इस बयान के दौरान शहर अध्यक्ष प्रदीप मिश्र अंशुमान समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे। शहर अध्यक्ष ने रज्जू को इस तरह का बयान देने से रोका और दूसरी तरफ ले गए लेकिन रज्जू यहीं नहीं रुके। कसारी-मसारी कब्रिस्तान में अतीक और अशरफ की कब्र पर तिरंगा चढ़ाने भी पहुंच गए। रज्जू ने अतीक की कब्र पर तिरंगा चढ़ाने के साथ नारे भी लगाए। उन्होंने बगल में स्थित असद की कब्र पर भी तिरंगा चढ़ाया लेकिन इस दौरान पास में ही कुछ और लोग खड़े थे।

उन लोगों ने कहा कि यह असद की कब्र है। अशरफ की कब्र दूसरी तरफ है। इसके बाद वह अशरफ की कब्र की तरफ गए। अतीक की कब्र पर तिरंगा चढ़ाए जाने की जानकारी होने पर पुलिस ने रज्जू को गिरफ्तार कर लिया। देर रात तक कोतवाली थाने में ही रज्जू को रखा गया था। अंशुमन का कहना है कि रज्जू का यह बयान उनका निजी है। इससे पार्टी को कोई लेना देना नहीं है। बताया कि छह साल के लिए निष्कासित करने के साथ रज्जू की पार्षद पद की उम्मीदवारी भी वापस ले ली गई है।

प्रदेश महासचिव विवेकानंद पाठक का कहना है कि रज्जू चार-पांच साल से मानसिक रूप से बीमार चल रहे हैं। टिकट बंटवारे के समय इसे गंभीरता से नहीं लिया गया। इससे उन्हें टिकट देने में चूक हो गई। रज्जू को उकसाने वाले पत्रकार के खिलाफ भी तहरीर दी गई है।

कांग्रेस की ओर से रज्जू का बयान लेने वाले यूट्यूबर के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की मांग की गई है। शहर अध्यक्ष की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया है कि रज्जू मानसिक रूप से बीमार चल रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को दवा की ओवरडोज ले ली थी। उसी दौरान यूट्यूबर के पत्रकार ने उकसा कर अतीक अहमद को भारत रत्न दिलाने जैसा बयान दिलवाया। यूट्यूबर ने रज्जू को उकसाया कि इस तरह का बयान देने का चुनाव में फायदा होगा। तहरीर में यह भी लिखा गया है कि यूट्यूबर ने ही रज्जू को कब्रिस्तान ले जाकर अतीक की कब्र पर झंडा रखवाया है। इसलिए पत्रकार के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करके कार्रवाई की जाए।

रज्जू के बयान एवं गिरफ्तारी के बाद पिता एवं बहन ने भी सफाई दी है। पिता राजाराम सिंह का कहना है कि रज्जू की चार-पांच साल से तबीयत खराब है। उन्हें मानसिक बीमारी है। दवाएं चल रही हैं। जब ज्यादा तबीयत खराब होती है तब अनाब-सनाब बोलने लगते हैं। बहन लक्ष्मी का भी कहना है कि रज्जू की तबीयत खराब रहती है। गर्मी में तबीयत ज्यादा खराब हो जाती है और वह अनाब-सनाब बोलने लगते हैं।

तीन बदमाशों ने लूट लिया 13 लाख रुपये की सूचना पर दौड़ी पुलिस, जांच में मामला निकला कुछ और


लखनऊ के नाका-हुसैनगंज ओवरब्रिज पर प्लाईवुड व्यापारी अरुण जिंदल के कर्मचारी अंकित यादव और अर्जुन राठौर ने बुधवार रात बाइक सवार युवकों पर 13 लाख रुपये लूटने की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने जांच पड़ताल और पीड़ित अंकित और अर्जुन ने अलग-अलग बयान पर शक हुआ। सख्ती से पूछताछ में सामने आया कि दोनों ने पैसा हड़पने के लिए लूट की झूठी सूचना दी थी। पुलिस आरोपियों से पैसे बरामदगी के लिए देर रात तक पूछताछ की।

अलीगंज निराला नगर निवासी अरुण जिंदल प्लाईवुड व्यापारी हैं। बुधवार दोपहर अरुण ने कर्मचारी अंकित यादव और अर्जुन राठौर को कैश कलेक्शन के लिए भेजा था। दोनों तिलकनगर निवासी अशोक शर्मा से रुपये लेने के बाद लौट गए। रास्ते से दोनों ने व्यापारी अरुण जिंदल को फोन कर नाका-हुसैनगंज ओवरब्रिज पर असलहे के बल पर 13 लाख रुपये लूटे जाने की सूचना दी। कर्मचारियों के साथ हुई वारदात का पता चलने पर अरुण भी घटनास्थल पहुंच गए। इस बीच कैसरबाग, नाका और हुसैनगंज थाने से टीमें भी आ गईं। जानकारी पर जेसीपी क्राइम निलाब्जा चौधरी, डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक, एडीसीपी मनीषा सिंह और एसीपी कैसरबाग पहुंचे थे। जांच में लूट संदिग्ध मिलने पर पुलिस टीम ने दोनों से पूछताछ की तो लूट की कहानी झूठी निकली।

कर्मचारी अंकित और अर्जुन ने सूचना दी थी कि ओवरब्रिज पर चढ़ते ही दो बाइक पर सवार तीन बदमाश आ गए। एक ने ओवरटेक कर उनकी बाइक रोक ली। वहीं, पीछे से आए दो बदमाशों ने असलहा तान कर बैग छीन लिया। डीसीपी सेंट्रल अपर्णा रजत ने बताया कि दोनों ने बदमाशों के अलग-अलग दिशा में भागने करने की जानकारी दी थी। जिसके आधार पर फुटेज खंगाले गए। लेकिन कहीं भी व्यापारी के कर्मचारियों का पीछा करते हुए बाइक सवार नजर नहीं आए। आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने 13 लाख रुपये भी बरामद कर लिए हैं। विधिक कार्रवाई की जाएगी।

यूपी में लू के बाद अब बारिश के आसार


लखनऊ। मौसम का मिला जुला रूप आने वाले दिनों में देखने को मिलेगा। इसकी शुरुआत बुधवार से हो चुकी है। एक तरफ कानपुर, प्रयागराज और लखीमपुर खीरी लू की चपेट में रहे। दूसरी तरफ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्परनगर, शामली, गाजियाबाद आदि इलाकों में बारिश शुरू हो गई। मौसम विभाग के मुताबिक, इसका असर अगले दो-तीन दिन तक देखने को मिलता रहेगा। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र लखनऊ ने कई जिलों के लिए येलो अलर्ट भी जारी किया है। कानपुर में अधिकतम पारा 42.9 डिग्री, प्रयागराज में 44.5 डिग्री और लखीमपुर खीरी में 42 डिग्री अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

उत्तर प्रदेश में 1,391 मतदान केंद्र अति संवेदनशील


लखनऊ। डीजीपी मुख्यालय ने निकाय चुनाव के मद्देनजर अति संवेदनशील प्लस, अति संवेदनशील, संवेदनशील मतदान केंद्रों को चिह्नित कर राज्य निर्वाचन आयोग को सूचित कर दिया है। इस बार निकाय चुनाव के आरक्षण को भी मतदान केंद्रों के अति संवेदनशील श्रेणी होने का आधार बनाया गया है। इसके अलावा पूर्व के चुनावों में हुई हिंसा, वोटरों को मतदान से रोके जाने, सांप्रदायिक व जातिगत तनाव और प्रत्याशियों की आपराधिक पृष्ठभूमि को भी आधार बनाया गया है।

अति संवेदनशील केंद्रों पर अतिरिक्त पुलिस बल की जाएगी तैनाती

डीजीपी मुख्यालय ने अति संवेदनशील मतदान केंद्रों में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम का ब्योरा भी आयोग को दिया है। चिह्नित 1,391 अति संवेदनशील प्लस मतदान केंद्रों पर अतिरिक्त पुलिस बल और पीएसी तैनात की जाएगी। इन केंद्रों की वेब कास्टिंग व वीडियोग्राफी भी होगी। वहीं, संवेदनशील क्षेत्रों में चुनाव के मद्देनजर अर्द्धसैनिक बल भी तैनात किया जाएगा।

मतदेय स्थलों का शत प्रतिशत कराया जाएगा सत्यापन

मतदान केंद्रों व मतदेय स्थलों का जिला निर्वाचन अधिकारी व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ शत प्रतिशत सत्यापन कराया जाएगा। बीते चुनावों के दौरान हुई हिंसक घटनाओं में नामजद, प्रकाश में आए अभियुक्तों और आगामी चुनाव के मद्देनजर चिह्नित अराजक तत्वों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई की जाएगी। पीस कमेटी, प्रबुद्धजन व धर्मगुरुओं के साथ गोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। चुनाव के संबंध में प्राप्त शिकायतों का समयबद्ध तरीके से निस्तारण सुनिश्चित कराया जाएगा।

अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों के चिह्नीकरण में इन्हें भी बनाया आधार

अति संवेदनशील मतदान केंद्र चिह्नित करने के लिए ईवीएम और बैलेट पेपर से अलग-अलग स्थानों पर मतदान को भी आधार बनाया गया है। इसके अलावा प्रत्याशियों के अधिक व्यय करने, नए नगर निगमों, नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों के गठन एवं सीमा विस्तार, मतदाताओं की संख्या में वृद्धि, आवागमन के लिए बने नए मार्गों को भी ध्यान में रखते हुए चिह्नीकरण किया गया है।

अतीक-अशरफ की हत्या के मामले में थाना प्रभारी, एक दरोगा समेत पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड , जांच में मिले दोषी


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के मामले में थाना प्रभारी शाहगंज अश्विनी कुमार सिंह, एक दरोगा समेत पांच पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए गए हैं। एसआईटी की पूछताछ के बाद पुलिस विभाग ने ये ऐक्शन लिया है। जांच में प्रथम दृष्टया लापरवाही बरती जाने का मामला पाया गया है।

जिस काल्विन अस्पताल में यह घटना हुई वह शाहगंज थाना क्षेत्र में ही आता है। बड़ी बात यह है कि घटना स्थल थाने से महज 50 मीटर की ही दूरी पर स्थित है। चौंकाने वाली बात यह है कि जिस धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्या की कस्टडी में रहने के दौरान अतीक अशरफ की हत्या हुई, उसके खिलाफ अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। उमेश पाल हत्याकांड में भी धूमनगंज इंस्पेक्टर पर नरमी बरती गई।

अतीक का करीबी शूटर असाद कालिया गिरफ्तार

उधर, बुधवार को प्रयागराज पुलिस ने अतीक गैंग के शूटर असाद कालिया को भी गिरफ्तार कर लिया है। उस पर 50 हजार का इनाम था। असाद कालिया को अतीक गैंग का फाइनेंसर बताया जाता है। पुलिस अब उससे पूछताछ कर रही है।

शूटर्स की 3 दिन की पुलिस रिमांड की मंजूरी

माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के आरोपी तीनों शूटरों लवलेश तिवारी, सनी सिंह और अरुण मौर्य को बुधवार सुबह पेशी के लिए कड़ी सुरक्षा में प्रयागराज कोर्ट पहुंचे हैं। तीनों शूटर्स की सीजेएम कोर्ट में पेशी हुई। सीजेएम कोर्ट ने शूटर्स की 3 दिन की पुलिस रिमांड की मंजूरी दे दी है। पुलिस तीनों शूटर्स को रिमांड में लेकर गहन पूछताछ करेगी। पुलिस शूटर्स को कोर्ट से लेकर पुलिसलाइन ले गई है। इस दौरान काल्विन अस्पताल के बाहर भारी सुरक्षा की तैनाती की गई है। साथ ही सिविल ड्रेस में एसटीएफ के लोग भी नजर रख रहे हैं।

भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ चचेरी सास ने ठोकी ताल, इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड में रोचक हुआ मुकाबला


लखनऊ। इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड संख्या 43 मैं सभासद का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है लगातार दो बार निर्दलीय प्रत्याशी इस्माइल गंज वार्ड से बाजी मार चुका है इस बार भी निर्दलीय प्रत्याशी फिर से बाजी मारने की फिराक में है। वजह यह बताई जा रही है कि जिस भाजपा प्रत्याशी को टिकट मिला है उसके खिलाफ उसकी पूरी बहु चुनावी मैदान में है।

दोनों प्रत्याशी एक दूसरे को मात देने के लिए खुलेआम एक दूसरे का विरोध करते हैं नजर आ रही हैं। खास बात यह है कि सास गणेशपुर रहमानपुर की पूर्व प्रधान रह चुकी हैं। फिलहाल इस वार्ड से कुल 18 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं।

रविवार को भारतीय जनता पार्टी ने इस्माइलगंज द्वितीय वार्ड संख्या-43 से पार्षद पद के लिए अपना प्रत्याशी रंजना अवस्थी को उतारा है। भाजपा का सिंबल पाकर रंजना अवस्थी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। रंजना मूल रूप से गणेशपुर रहमानपुर गांव की रहने वाली हैं। इसी परिवार की सरिता अवस्थी पत्नी ललित अवस्थी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन किया।

एक परिवार के दो प्रत्याशियों के चुनावी मैदान में उतर जाने से यहां का मुकाबला रोचक हो गया है। भाजपा प्रत्याशी रंजना अवस्थी निर्दल प्रत्याशी सरिता अवस्थी की चचेरी बहू है। सरिता अवस्थी ग्राम सभा गणेशपुर रहमानपुर की प्रधान रह चुकी हैं। एक ही परिवार को दो महिला प्रत्याशियों के चुनावी मैदान में उतरने से भाजपा को चुनौती का समाना करना पड़ेगा। क्षेत्र में इस बात की चर्चा तेज है कि सास-बहु की लड़ाई में बाजी कोई न मार ले। बता दें कि इस वार्ड में कुल 18 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। जिसमें पूर्व पार्षद रूद्र प्रताप सिंह की पत्नी नीतू सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के रूप, सपा से विजयलक्ष्मी पत्नी गोविन्द यादव कांग्रेस से टेडी सिंह प्रमुख उम्मीदवार हैं।

यहां यह भी बताना जरूरी है कि पिछले 20 वर्षों से इस वार्ड में सपा और निर्दल प्रत्याशियों का कब जा रहा है।

सरकार कानून-व्यवस्था संभालने में पूरी तरह विफल : अखिलेश यादव


लखनऊ । सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि उत्तर प्रदेश के जालौन में परीक्षा देकर लौट रही एक छात्रा की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं उन्नाव में जेल से छूटते ही बलात्कारियों ने पीड़िता के घर को तोड़ा और जला दिया। इन तमाम घटनाओं से यही साबित हो रहा है कि सरकार कानून-व्यवस्था संभालने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। लोगों ने न्याय की उम्मीद छोड़ दी है। सत्ता संरक्षित गुंडों और अपराधियों के सामने पुलिस नतमस्तक है।

जनता को एकजुट होकर भाजपा को हराना होगा

अखिलेश ने कहा कि संविधान और लोकतंत्र को बचाने के लिए जनता को एकजुट होकर भाजपा को हराना होगा, तभी प्रदेश में दोबारा से लोकतंत्र, संविधान, न्याय और कानून व्यवस्था की पुनर्स्थापना हो सकती है। पूर्व मंत्री शारदा प्रताप के निधन पर सीएम योगी व अखिलेश ने जताया शोक कहा कि महिलाओं और बच्चियों पर अपराध के मामले में उत्तर प्रदेश देश में टॉप पर है। भाजपा सरकार में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से फेल हो चुकी है। दिनदहाड़े सड़क पर हत्याएं हो रही हैं लेकिन पता नहीं क्यों मुख्यमंत्री सच को नकारने में लगे हैं।

पूर्व मंत्री शारदा प्रताप के निधन पर जताय गहरा शोक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकतंत्र सेनानी और पूर्व मंत्री शारदा प्रताप शुक्ल (77 वर्ष) के निधन पर गहरा शोक जताया है। मुख्यमंत्री योगी ने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। वहीं, सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरोजनी नगर विधानसभा से तीन बार विधायक रहे शारदा प्रताप शुक्ल के निधन से पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है।

अतीक-अशरफ की हत्या के मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने यूपी पुलिस से मांगा जवाब


लखनऊ। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर यूपी पुलिस को नोटिस जारी किया है। आयोग ने यूपी के डीजीपी आरके विश्वकर्मा और प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

अतीक-अशरफ की शनिवार को प्रयागराज में पुलिस अभिरक्षा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या अनजान युवकों ने की थी। पुलिस अभिरक्षा में हुई हत्या से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं कि हत्या कि आशंका होने के बावजूद उन्हें सुरक्षा क्यों नहीं मुहैया करवाई गई।

काम की खबर: पालीटेक्निक विषय सेमेस्टर परीक्षा परिणाम जारी


लखनऊ । आपको जानकर खुशी होगी कि पालीटेक्निक विषय सेमेस्टर परीक्षा परिणाम जारी हो गया है। इसके लिए वेबसाइट जारी कर दिया गया है। प्राविधिक शिक्षा परिषद ने फरवरी में हुई विषम सेमेस्टर परीक्षा/विशेष बैक पेपर परीक्षा, दिसम्बर-2022 का परिणाम मंगलवार को घोषित कर दिया है। अध्यक्ष प्राविधिक शिक्षा परिषद/ प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा सुभाष चंद्र शर्मा की अध्यक्षता में हुई परीक्षा परिणाम समिति की बैठक में इसे जारी किया गया।

परीक्षा में कुल 1,78,691 परीक्षार्थी (विषम सेमेस्टर/ सप्लीमेंट्री) पंजीकृत थे। इनमें कुल 1,74,915 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए, जबकि 93,190 परीक्षार्थी पास हुए हैं। वहीं 74,507 परीक्षार्थी बैक पेपर सहित पास हुए हैं।

परीक्षा में नकल के आरोप में पकड़े गए 82 परीक्षार्थियों का परीक्षा परिणाम रोका गया है, जिस पर आगामी परीक्षा समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। सचिव प्राविधिक शिक्षा परिषद एफआर खान ने बताया कि परीक्षा प्रदेश के 250 केंद्रों पर हुई थी। परीक्षा परिणाम परिषद की वेबसाइट www.bteup.ac.in पर भी उपलब्ध है।

लखनऊ के मशहूर नवाब जाफर मीर अब्दुल्ला का निधन


लखनऊ के मशहूर नवाब जाफर मीर अब्दुल्ला का निधन हो गया। विवेकानंद अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। नवाब मीर जाफर लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन पर यूपी के पूर्व सीएम और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शोक जताया। अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि शीश महल लखनऊ के नवाब जाफर मीर अब्दुल्लाह साहब का इंतकाल एक युग का अंत है। पूर्व सीएम ने जाफर मीर अब्दुल्लाह को श्रद्धांजलि देते हुए शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की।

कई मशहूर फिल्मों में निर्माताओं ने उन्हें अभिनय का मौका दिया

वह न केवल लखनवी तहजीब को बढ़ावा देते थे बल्कि उसे जीते भी थे। उनका पहनावा, मिलने का अंदाज, खानपान सब नवाबी था। शायद यही कारण है कि शहर में बनीं कई मशहूर फिल्मों में निर्माताओं ने उन्हें अभिनय का मौका दिया और इसके जरिए उन्होंने अपने लखनवी अंदाज की छाप छोड़ी। वह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी थे। लोगों के सुख-दुख में हमेशा शरीक होते थे। उन्हें 2016 में यश भारती सम्मान से सम्मानित किया गया। उनके छोटे भाई नवाब मसूद अब्दुल्ला ने बताया कि उनका जन्म 17 मार्च 1951 को लखनऊ में ही हुआ था। उनकी शिक्षा दीक्षा यहीं लखनऊ में हुई।

लामार्टीनियर कॉलेज से 12वीं तक की पढ़ाई की

उन्होंने लामार्टीनियर कॉलेज से 12वीं तक की पढ़ाई की। इसके बाद अलीगढ़ मुस्लिम विवि से बीएससी ऑनर्स व लखनऊ विवि से एलएलबी की पढ़ाई की। उनकी तीन बेटियां हैं। पत्नी बेगम परवीन जाफर का निधन कुछ समय पहले हो गया था। उन्हें शहर में लोग नवाब साहब कहकर पुकारते थे। किडनी में दिक्कत के चलते कुछ दिन उन्होंने डायलिसिस कराई। शादी ब्याह व सामाजिक कार्यक्रमों में शिरकत करने लगे थे। इधर अचानक तबियत बिगड़ी थी और मंगलवार को उन्होंने जिंदगी को अलविदा कर दिया।