विशालकाय अजगर को वन विभाग की टीम ने पकड़ा


संग्रामपुर अमेठी। स्थानीय थाना क्षेत्र के ग्राम सभा करौंदी में अजगर निकलने से हड़कंप मच गया। अजगर निकलने की सूचना पर सैकड़ों ग्रामीण इकट्ठा हो गए। वन विभाग की टीम पकड़ कर ले गई।बुधवार को करौंदी गांवनिवासी अशोक श्रीवास्तव के घर के सामने महुआ का पेड़ व कई बांस के कोठ है। पिछले कई दिनों से विशालकाय अजगर बार-बार निकल रहा था आहट सुनते ही वही बनी बिल में घुस जा रहा था।

अशोक श्रीवास्तव ने अजगर निकलने की सूचना वन विभाग के रेंजर मोहम्मद अकबर व वन दरोगा वृषकेतु श्रीवास्तव अमेठी रमेश चंद्र पाण्डेय संग्रामपुर को दी। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम अजगर को पकड़ने के लिए मौके पर पहुंच गई।वनरक्षक जगराम की टीम ने विशालकाय अजगर को पकड़ कर बोरे में भर लिया। वन विभाग के लोगों ने बताया कि अजगर 12 फीट लंबा था । अजगर को दूर जंगल में ले जाकर छोड़ दिया जाएगा।

बिना अनुमति नहीं किया जायेगा प्रत्याशी द्वारा चुनाव, मतदान एवं मतगणना के दिवसों में प्रचार-प्रसार के लिये वाहनों का उपयोग


अमेठी। निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिला मजिस्ट्रेट/जिला निर्वाचन अधिकारी(न0नि0) राकेश कुमार मिश्र ने अवगत कराया है कि नगरीय निकायों के निर्वाचन में प्रत्याशियों द्वारा चुनाव प्रचार-प्रसार एवं मतदान दिवसों तथा मतगणना के दिवसों में वाहनों का उपयोग जिला प्रशासन की अनुमति के बिना नहीं किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रचार-प्रसार दिवसों में प्रचार-प्रसार हेतु तथा मतदान दिवसों एवं मतगणना दिवसों में वाहन पास (निर्धारित प्रारूप पर निर्गत किये जायेंगे।

उक्त कार्य हेतु रिटर्निंग आफिसर से प्रार्थना पत्र अग्रसारित कराकर (प्रार्थना पत्र के साथ वाहन का प्रकार, रजिस्ट्रेशन के कागजात, चालक का नाम, नगरीय निकाय का नाम, प्रत्याशी का नाम, गाड़ी संख्या तथा प्रत्याशियों के राजनैतिक दलों से सम्बद्धता/निर्दलीय का विवरण देना होगा)। उन्होंने बताया कि अग्रसारित प्रार्थना पत्रों के आधार पर प्रत्याशियों के वाहन पास जारी करने हेतु निकायवार क्रमशः नगर पालिका परिषद गौरीगंज हेतु उप जिला मजिस्ट्रेट गौरीगंज, नगर पालिका परिषद जायस हेतु उप जिला मजिस्ट्रेट तिलोई, नगर पंचायत मुसाफिरखाना हेतु उप जिला मजिस्ट्रेट मुसाफिरखाना एवं नगर पंचायत अमेठी हेतु उप जिला मजिस्ट्रेट अमेठी को अधिकारी नामित किया गया है।

वाहन पास मूलरूप से वाहन के आगे शीशे पर चस्पा हो

इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा प्रदत्त निर्देशों के तहत प्रत्याशियों द्वारा वाहन पास मूलरूप से वाहन के आगे शीशे पर चस्पा हो एवं वाहन पास जारी करने वाले सम्बन्धित तहसीलों के उप जिला मजिस्ट्रेट द्वारा प्रतिदिन जारी किये गये वाहन पास की एक छायाप्रति (सूची सहित) पुलिस अधीक्षक के यहाॅ भेजी जायेगी तथा पुलिस अधिकारियों द्वारा सम्बन्धित नगरीय निकाय के थाने में प्रतिदिन वाहन पास की सूचना भेजी जायेगी। यदि बिना वाहन पास के प्रत्याशियों द्वारा वाहन का उपयोग किया जाता है तो उनके विरूद्ध नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जायेगी तथा अनुमति प्राप्त वाहनों के सम्बन्ध में यह भी सुनिश्चित किया जायेगा कि निर्वाचन में प्रत्याशियों या उनके समर्थकों द्वारा मोटरयान अधिनियम (एम0वी0 एक्ट) का उल्लंघन न हो।

उन्होंने बताया कि प्रत्याशियों द्वारा उपयोग में लाये गये वाहनों का किराया परिवहन आयुक्त द्वारा विभिन्न प्रकार के वाहनों हेतु निर्धारित दर के आधार पर निर्वाचन व्यय में सम्मिलित किया जायेगा व निर्वाचन अवधि में प्रचार-प्रसार हेतु अनुमति प्राप्त वाहनों को छोड़कर किसी भी प्रत्याशी के झण्डे एवं स्टीकर अन्य वाहनों पर नही लगाये जायेंगे तथा केवल अनुमति प्राप्त वाहन पर ही झण्डे एवं स्टीकर लगाये जा सकते है।

उन्होंने बताया कि निर्वाचन अवधि में प्रत्याशियों द्वारा अध्यक्ष पद के उम्मीदवार हेतु 03 नगर पालिका परिषद, 02 नगर पंचायत एवं सदस्य पद हेतु 01 नगर पालिका परिषद तथा 01 वाहन (दो पहिया वाहन सहित समस्त मैकनाइज्ड/मोटोराइज्ड वाहन) का संचालन निर्वाचन के लिए करा सकते है। उन्होंने बताया कि मतदान दिवस पर नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद हेतु 01 वाहन व सदस्य पद हेतु कोई वाहन अनुमन्य नहीं होगा तथा मतगणना के दिन अध्यक्ष नगर पालिका परिषद एवं नगर पंचायत को 01 वाहन व सदस्य पद हेतु कोई वाहन की अनुमति नही दी जायेगी तथा प्रत्याशी द्वारा निर्वाचन प्रचार-प्रसार हेतु प्रयोग किये जाने वाले वाहन/वाहनों तथा निर्वाचन के सम्बन्ध में अन्य मदों पर होने वाला व्यय आयोग द्वारा उक्त पद/स्थान हेतु निर्धारित अधिकतम व्यय सीमा के तहत किया जाने का पालन कराना सुनिश्चित करें

पीठासीन अधिकारियों को दिया गया प्रशिक्षण

नगरीय निकाय सामान्य निर्वाचन-2023 को निष्पक्ष, सकुशल व शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए आज विकास भवन के प्रेरणा सभागार में जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी (न0नि0) राकेश कुमार मिश्र की अध्यक्षता में पीठासीन अधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण जिला समन्वयक आईटीआई अजय सिंह के नेतृत्व में मास्टर ट्रेनर संजय श्रीवास्तव, मोहम्मद असलम, देवेश शर्मा, संजय वर्मा, संदीप सिंह तथा प्रदीप श्रीवास्तव के द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से दिया गया। इस दौरान मास्टर ट्रेनरों द्वारा पीठासीन अधिकारियों के कर्तव्य एवं दायित्व के विषय में विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनरों द्वारा चुनाव आयोग द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें बैलट बॉक्स को सील करने, एजेंट की नियुक्ति करने एवं अन्य विषयों पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।

पांच दिवसीय योग शिविर का हुआ शुभारम्भ

मिर्जापुर। आदर्श जनता महाविद्यालय कोलना चुनार में विंध्य योग सेवा धाम चैरिटेबल ट्रस्ट एवं पतंजलि युवा भारत की ओर से पांच दिवसीय योग शिविर का शुभारंभ हुआ। जहां युवाओं के रोल मॉडल योग गुरु योगी ज्वाला ने जनपद के विभिन्न स्थानों से आए बीएड प्रशिक्षुओं को ओंमकार एवं गायत्री मंत्रों के पावन उच्चारण के साथ योग सत्र की शुरुआत कराते हुए महर्षि पतंजलि के द्वारा बताए गए। 

अष्टांग योग केआठ अंग, यम नियम आसन प्राणायाम प्रत्याहार धारणा ध्यान समाधि के से परिचित कराते हुए, सुखासन सिद्धासन पद्मासन दंडासन वज्रासन आदि अभ्यास के साथ साथ भस्त्रिका कपालभाति के साथ अन्य प्राणायाम का अभ्यास कराते हुए उनसे होने वाले लाभ के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। 

साथी सभी बीएड प्रशिक्षकों को योग के साथ-साथ खानपान के बारे में भी बताते हुए कहा कि अगर आपको अपने जीवन में स्वस्थ रहना है तो प्रतिदिन प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व उठकर, सर्दी के मौसम में गुनगुने जल एवं गर्मियों के मौसम में तांबे के पात्र के पानी का प्रयोग करें , जिससे पेट से संबंधित हजारों व्याधियों को दूर कर एक स्वस्थ जीवन के आयाम लिए एक बेहतर उपाय है। एवं जीवन को जीवन की तरह जीने के लिए तथा जीवन के वास्तविक तारों से परिचित होने के लिए हर एक साधक को संकल्प लेना होगा कि अपने दिन के 24 घंटों में से आधे से 1 घंटे योग के लिए अवश्य निकालें तभी जीवन स्वस्थ एवं सुखमय हो सकेगा। 

इस अवसर पर प्रभारी प्राचार्य प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि आज की दौड़ भाग भरी जीवन की व्यस्तता में हर एक व्यक्ति किसी न किसी रोगों से ग्रसित है, और हर एक घर में अंग्रेजी दवाओं का सेवन किया जा रहा है।अगर साधक को व्याधि मुक्त एवं समाधि युक्त जीवन जीना है तो योग की संकल्पना को स्वीकार कर उसे अपने जीवन में उतारना होगा तभी, सभी का जीवन सार्थक एवं सफल है। 

इस अवसर पर शिवपूजन, प्रवीण मौर्य, श्याम सिंह, दिनेश कुमार विश्वकर्मा, रविन्द्र कुमार सिंह, सीमा सिंह, संतोष कुमार सिंह, प्रदीप कुमार, अंकित, अनिल शर्मा, दिवाकर, आशीष गौतम, गरिमा सोनी, गरिमा सिंह, प्रियंका, प्रतिभा सिंह, अवंतिका, कविता यादव, ज्योति के साथ साथ बीएड के समस्त प्रशिक्षुओं ने योग सत्र में हिस्सा लिया।

प्रथम समाजवादी पूर्व प्रधानमंत्री स्व.चन्द्रशेखर की मनाई गई जयंती

अमेठी। जिला मुख्यालय समाजवादी पार्टी कार्यालय पर प्रथम समाजवादी पूर्व प्रधानमंत्री की जयंती मनाई गई। उनके जीवन कार्यों पर चर्चा परिचर्चा करते हुए उस पर चलने का संकल्प लिया गया। गौरतलब हो कि भारत के प्रथम प्रधानमंत्री स्व. चन्द्रशेखर की जयंती मनाई गई।

कार्यक्रम की अध्यक्षता गिरीश यादव और संचालन रामकेवल यादव ने किया। पदाधिकारियों ने उनके चित्र पर श्रद्धासुमन के पुष्प अर्पित कर उनके जीवन पर प्रकाश डाले। अपने सम्बोधन में प्रभारी ने कहा कि चन्द्रशेखर का प्रधानमंत्रित्व कार्यकाल भले ही छोटा रहा हो परन्तु वह मजबूत प्रधानमंत्री के रूप में सदा याद किया जायेगा।

उन्होंने कभी निजी स्वार्थ की राजनीति नहीं की बल्कि उससे ऊपर उठकर राष्ट्रहित की राजनीति करने का कार्य किया। उनकी भाषा शैली अनुपम और तीव्र थी। इनकी दमदार आवाज, बेबाक बोलने की आदत काफी प्रभावशाली थी। जिसमें सच्चाई और दृढ़ता नजर आती थी। उनकी बात को पक्ष और विपक्ष का कोई भी नेता काट नहीं सकता था। वह युवाओं के प्रेरणास्रोत थे।

इसलिए उन्हें युवा तुर्क नेता भी कहा जाता हैं। वह छात्र जीवन से ही राजनीति से जुड़े, समाजवादी आंदोलन में शामिल होते हुए आपातकाल में जेल भी गए। उन्होंने अपने जीवनकाल में सदैव पिछड़े और दलितों को सामान्य जीवन जीने के हक और आजादी दिलाने की लड़ाई रहते रहे। और ग्रामीण क्षेत्रों की समस्या पर प्रकाश डालने, सामाजिक असमानताओं और प्रचलित जातिवाद की असमानताओं को दूर करने के मकसद से कन्याकुमारी से दिल्ली राजघाट तक पदयात्रा करने का ऐतिहासिक कार्य किया था।

वह बेखौफ और निष्पक्ष राजनेता थे। और उन्हें संसद द्वारा उत्कृष्ट सांसद के रूप में सम्मानित किया गया था। हम सबको उनके आदर्शो पर चलते हुए समाज के आखिरी पायदान के लोगों के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए कार्य करना हैं। जिसे समाजवादी पार्टी ही पूरा कर सकती हैं। यही उनके लिए सच्ची श्रद्धांजलि होगी। कार्यक्रम में तुफैल खान, दीपू तिवारी, मुकेश विश्वकर्मा, इसरार अहमद, बृजेश गौतम, सोनू अंसारी, राजू गुर्जर, लालजी यादव आदि मौजूद रहे।

आप पार्टी ने सबसे पहले अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की


अमेठी। आम आदमी पार्टी ने नगर निकाय चुनाव में अमेठी नगर पंचायत के अध्यक्ष व सभासद प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। वहीं अन्य पार्टियों की अपेक्षा आप पार्टी ने सबसे पहले अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है।

आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल ने बताया कि आम आदमी पार्टी से रीना जायसवाल को नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है। सभासद प्रत्याशियों में वार्ड नंबर 1 से अनिल सरोज वार्ड नंबर 2 से ज्ञानमती वार्ड नंबर 3 से मिथिलेश सरोज वार्ड नंबर 4 से कलावती सरोज वार्ड नंबर 5 से मोहम्मद तौफीक वार्ड नंबर 6 रितेश वार्ड नंबर 7 से गौरव जायसवाल वार्ड नंबर 8 से सायरुन निशा वार्ड नंबर 9 से अरुण कुमार अग्रहरि वार्ड नंबर 10 आयशा बानो वार्ड नंबर 12 से हकीक उल्ला, आम आदमी पार्टी के जिला अध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल ने बताया कि वार्ड नंबर 11 से अभी मंथन चल रहा है। जल्द ही वार्ड नंबर 11 से प्रत्याशी की सूची जारी कर दी जाएगी।

नारद भक्ति सूत्र कलयुग मे भगवान मिलन का श्रेष्ठ साधन: आचार्य विद्याभाष्कर महराज


अमेठी। श्रीमत परमहंस आश्रम टीकर माफी में नारद भक्ति सूत्र कथा " के पहले दिन रविवार को कथा व्यास जगत गुरु रामानुजाचारय स्वामी वासुदेवाचारय महराज विद्याभाष्कर ने कहा कि जगत के भूत भवन भोलेनाथ महराज ने ध्यान योग के रूप मे आपके समाने विद्यमान है ।

गिरि से पैदा हुई पर्बती जी सदैव लोगों को पालन करते है। गायत्री मंत्र पिता देता है। पन्द्रहवे साल के बाद ब्रह्ममण का यज्ञोपवीत हो जाए। भगवान ब्रह्म,विष्णु,महेश जो जगत के पलनहार है। व्याकरण की दृष्टि से चिन्तन करने की जरूरत है। ब्रह्म में भी दो गुरु हुए!बिष्णु मे भी दो गुरु है। महेश में भी दो गुरु है ।चार ब्रह्ममण के घरो मे सुदामा की पत्नी सुशीला ने चावल दिये। चार मुटठी चावल मे प्रबेश करते है। कि शास्त्र कहता है कि सनातन धर्म मे भगवान श्रीकृष्ण के नारायण के स्वरूप है। आदि काल से अन्त काल तक पालन करने वाले सनातन धर्म कहते है। चार धर्म है।

इस लिए चार मुटठी चावल लेकर सुदामा ले गये। चार बेद,चार धर्म,चार जाति,चार युग है। इस चार को पन्द्रह अबरती को जोडगे। तो एक पक्ष हुआ। पन्द्रह को चार बार करते है तो साठ होता है। जो इस से युक्त चार मुटठी चावल लेकर सुदामा गये। लेकिन मित्र से मित्र से झूठ नही बोलते है। श्रीकृष्ण ने सुदामा से पूछा कि अपने लायक पत्नी लाये ।श्रीकृष्ण कहते है कि कंटइन तो नही मिल गयी। यह चावल हमे ही नही पूरे विश्व को यह चावल तृप्त कर रहे है। हम विश्व के कल्याण की कामना करते है।

विश्व की शन्ति,विश्व परेशान हो जायेगा। बृक्ष कटान से पर्यावरण बिद परेशान है। पीपल का बृक्ष ब्रह्म,विष्णु,महेश तीनो देवता रहते है। ह्दय को तिल बना देते है। लाल पान बना देते है। पीपल का पत्ता जब पैदा होता है। तब लाल रंग का पत्ता होगा। भक्त और समर्पण होगा। तभी लाल रंग का पीपल का पत्ता रहेगा। पत्ता,सुपडी अपने अभिमान का समर्पण कर देगा। ह्दय मे भगवान निवास करते है। अनुराग का रंग मे आ जाते है। भक्त भगवान को स्नान कराने और भोग लगाओ

देर हो रही है।

मिटटी की पालिका मे चन्दन और सालिगराम को डाल देते है कि शीतल प्रदान करे। वेद व्यास पितामह ने भी पर्वत दिखाई दे। तो हडडिया है। अनुराग पूर्ण देखेंगे। तो कुल भगवान नजर आने लगता है।घास हरी होती है। सफेद रंग मिला दे!तो श्याम वर्ण हो जाएगा। भगवान हमारे है। वो ख्याल रखेंगे। वह उनका स्वरूप है। विधि और विधान नही रह जाता है। अत्यन्त प्रीती होती है। इस तरह सेवा की भावना होती है। ऐसी भक्ति को नारद भक्ति सूत्र है। एक ही भक्ति है। जो ब्रह्म से भक्ति को जोड दे। ऐसी भक्ति की आप ही हमारे है। तन्मयता हो। सुखमय हो, तत् और अत् का शब्द आता है। पिता ही बेटे का नाम दसवे दिन रख दे। नामकरण संस्कार है। भू परमात्मा की नाभि है। ऐसा प्रजापति भगवान स्वयं ब्रह्म है। कोई सरकार नही आयी। तो आजादी के बाद अयोध्या का बिकास करे। जो बिकास कर रहे है अयोध्या को बनर बना दे। अयोध्या को बचाना है। मै आपको बता रहा हूं। चित्रकूट पथ बन रहा है। जिस सड़क से जा रहा थे। जगह-जगह मोड देगे। इतिहास को बिकृत कर दिया जाय। इसलिए सहयोग करते है। मुख्य मंत्री से बात की। लेकिन कैसे बिकास होगा। नौकरी शाही और अफसर शाही पर अंकुश लगाए। बेल्डर,इंजीनियर से समन्वय स्थापित करे। अयोध्या के जानकर से सरकार चिन्तन करे। ब्रह्म जी ने जैसे किये थे। तप करते है। तभी अयोध्या का बिकास सम्भव होगा। श्रेष्ठ लोग जो अचारण करते है। उसी का फल मिलता है। भक्ति माता के रूप मे है। कलयुग भक्ति से भगवान से मिलाने वाली है। मधुसूदन सरस्वती ने भी जान लिया था। मैने नन्द बाबा के आगन मे देखा की कि गोधूर उड रही है। भगवान श्रीकृष्ण का धूल से धूसित ही वेदान्त है। बदामी रंग का गोबर गाय के चलने से धूल ब्राउन रूप का हो जाता है। श्याम वर्ण मे चमक रहा है। मनुष्य का शरीर दे दिए। भगवान इससे और क्या दे। एक आदमी पीपल के नीचे बैठे तप कर रहे थे ।नारद से कहा जा रहे है। भगवान से मिलने जा रहे है। एक आदमी केला के नीचे बैठा तप कर रहा था। नारद से पूछा कहा जा रहे। भगवान से मिलने जा रहे है। दोनो के प्रश्न एक है

दो अक्षर का नाम,चार अक्षर का नाम पिता रखे। शत्रु के नाम ना रखे। नर से नारक,नरि ना प्रतिष्ठा ना हो। नर से भिन्न ईश्वर है। तीन पीढी की छाया नाम मे आये। आपके बाप के नाम का नाम रखे। समाज को जोडने की व्यवस्था है। भगवान की सिर्फ नारद भगवान सुनते थे। कहानी सुनने से एकाग्रता आती है। यही भारतीय संस्कृति रही। ज्वार,बाजरा,मक्का की खेती होती थी। आचार्य ने आराधना बताए। इसलिए इस बनाया गया। तुलसी कडवी होती है। सालिगराम भगवान को तुलसी का भोग लगाये। पहली भक्त सन्त की संगति करे। जिस पेड मे जितने पत्ता है उतने दिन बात भगवान मिलेगे। नारद जी लौटे। केला के पेड के वाले भक्त ने पूछा। नारद जी ने कहा कि जितने पेड के पत्ते उतने वर्ष बाद मिलेगे। भक्त भडक गया। दौडा भक्त तो नारद जी ने कहा कि पीपल के पेड के नीचे वाले भक्त से मिले की नही। सूत्र से जुड गये तो जुड गये। पीपल मे जितने पत्ते है। उतने जन्म बाद मिलेगे। भगवान हमे दर्शन देगे। भगवान हमे दर्शन देगे। मेरे पाप पाप हर लेगे। भगवान हमे दर्शन देगे। नारद जी बीणा बजाने लगे। भगवान दर्शन देगे। भक्त भी नाच रहा है। भक्त मस्त हो गए। नारद जी आचार्य हो गए। चतुर्भुज स्वरूप मे भगवान विष्णु दर्शन दिए। नारद जी नाराज हो गए। दर्शन देने की बात कहे थे। आज ही दर्शन देगे। नारद की भक्ति भी लग गई। मेरे सकल पाप हर लेगे। भगवान हमे दर्शन देगे। महा विश्वास है कि दर्शन देगे। भक्ति महतारी की देन है। भगवान दर्शन देगे। ब्रह्म का दर्शन करने वाले है। नामो नारायण! नामो नारायण! नाम,वर्ण,गोत्र का स्मरण करे। भगवात भगदौड की कथा है। भगाती रहती है। नारद भगवान ज्यदा समय नही देगे। "देवर्षि नारद भक्त सुत्र कथा "का लोगो ने खूब आनंद उठाया।

इस अवसर स्वामी 1008 श्री हरि चैतन्य ब्रह्मचारी महराज,स्वामी हर्ष चैतन्य महराज,स्वामी कटटर चैतन्य महराज,मुख्य यजमान पंडित अवधेश नारायण पाण्डेय, पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डा यू के पाण्डेय,प्रधानाचार्य हरि देव शास्त्री, उद्योग पति कपिल जी पर्यावरण बिद प्रोफेसर डा अर्जुन पाण्डेय,अधिवक्ता भाष्कर पाण्डेय ,जिला पंचायत सदस्य जगन्नाथ पाण्डेय,जिला पंचायत अध्यक्ष राजेशकुमारअग्रहरि, चेयरमैन हरीश चंद्र मिश्र(मुम्बई),प्रधान अशोक कुमार उपाध्याय उर्फ रज्जू उपाध्याय,पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलराम यादव, सन्त कुमार सिंह,प्रधान संजय सिंह,अशोक कुमार तिवारी, अजय कुमार पाण्डेय शिवम पाण्डेय,सोमेश पाण्डेय,सौरभ पाण्डेय, हरि नाथ पाण्डेय,दिनेश शुक्ल,सुधीर कुमार तिवारी,राधेश्याम तिवारी, गुलाब सिंह आदि हजारो लोग कथा की अमृत वर्षा का श्रवण किये।

इस अवसर पर भव्य कलश यात्रा निकाली। जिसमे भारी भीड उमड पडी।सुरक्षा मे पुलिस चौकी टीकर माफी उप निरीक्षक तनुज कुमार पाल के साथ उप निरीक्षक आरक्षी का अतुलनीय सहयोग रहा।

किसानों की खत्म नहीं हो रही मुश्किल, जगह- जगह धधक रही आग


भेटुआ अमेठी| भेटुआ विकास खंड में आये दिन आग की घटनाओं में किसानों की खून पसीने से तैयार गेहूं की फसल जलकर राख हो रही है।

रविवार को भी भेटुआ के सड़िला तथा बंदोइया गावों में लगी आग से दो किसानों की लगभग तीन बीघा गेहूं की फसल राख में परिवर्तित हो गई।

रविवार दोपहर सड़िला गाँव में कालीभगत के जंगल के उत्तरी छोर पर अज्ञात कारणों से लगी आग पर जहां ग्रामीणों ने सामूहिक प्रयास और डायल 112 से सहयोग ले अग्निशमन विभाग की मदद से गाँव में होने वाले बड़े नुकसान को बचा लिया। वहीं लगभग उसी समय बंदोइया में शार्ट सर्किट से लगी आग में किसान रिंकू तिवारी और अजय की लगभग तीन बीघा गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गयी

गनीमत रही की ।

इस दौरान हवा कुछ शांत रही जिससे बंदोइया में बिना अग्नि शमन विभाग के पहुंचे ही ग्रामीणों ने आग बुझाने में सफलता प्राप्त कर ली|

समाज को जोड़ने का कार्य कर रहा गायत्री परिवार,गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ का अड़तीसवां चरण सम्पन्न


अमेठी । युगतीर्थ शांन्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के अंतर्गत रविवार की सुबह शाहगढ़ ब्लॉक के अफोइया गांव के 29 घरों तथा अमेठी ब्लॉक के परसांवा के 11 घरों सहित कुल चालीस घरों में एक साथ, एक समय गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ। यज्ञ के माध्यम से घरों में देव स्थापना व गंगाजली की स्थापना भी की गई। यज्ञाचार्य अशोक कुमार मिश्र ने बताया कि यज्ञ मनुष्य में देवत्व के जागरण की प्रक्रिया है । गायत्री परिवार यज्ञ के माध्यम से हर जाति, वर्ग तक पहुंच कर समाज को जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।

यज्ञाचार्य शशांक शुक्ला ने बताया कि यज्ञ कल कारखानों के प्रदूषण से लेकर मानसिक प्रदूषण को ठीक करने के लिए है। यज्ञ से वातावरण संशोधन से लेकर स्वास्थ्य संरक्षण तक की प्रक्रिया शास्त्रसंगत, विधिसम्मत है। कर्म कांडों विधि विधानों का अपना महत्व है परंतु यज्ञ उसे जीवंत बनाता है।गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ कार्यक्रम के अड़तीसवें चरण मेंअफोइया, शाहगढ़ के 29 घरों में यजमान भरत कुमार द्विवेदी, महेंद्र कुमार द्विवेदी, राजकुमार पाण्डेय, सुरेश द्विवेदी,दया शंकर मिश्रा,जटा शंकर शुक्ला, मुनि कुमार द्विवेदी,उमा कांत शुक्ला,कमला कान्त शुक्ला, लक्ष्मी कांत शुक्ला, हरिनारायण शुक्ला,राम बहादुर विश्व कर्मा,सन्त राम विश्वकर्मा, भोला नाथ विश्व कर्मा, बजरंगी विश्व कर्मा, रज्जन विश्व कर्मा, वरुण कुमार विश्वकर्मा रहे।

इसी प्रकार से राधेश्याम विश्व कर्मा, यमुना प्रसाद विश्व कर्मा, राम चंद्र चौहान, अंजनी कुमार सिंह, संदीप कुमार साहू, राजेश गौतम, सन्तोष कुमार चौहान,राम खेलावन यादव, रमेश सिंह, शिव बहादुर पाठक, राम प्रकाश यादव, माया देवी सिंह तथा परसांवा में यजमान अखिलेश पांडेय, सुरेश नारायण पाण्डेय, राजेश पाण्डेय, विजय प्रकाश पाण्डेय, अवनीन्द्र पाण्डेय, उमेश पाण्डे, रमेश चंद्र यादव, कमलेश यादव, मेवालाल यादव, नन्हे लाल यादव, राजकुमार यादव के घरों में यज्ञाचार्य पुरोहितसुनील तिवारी, धर्मेन्द्र तिवारी, अशोक मिश्र, शशांक शुक्ला, संगम मिश्र, राम यश मौर्य, अविनाश सिंह, इन्द्र देव शर्मा, सविता शर्मा, कविता शर्मा, सरिता शर्मा, कोमल मिश्रा, महेश कुमार, श्री ओम, महेंद्र प्रताप मिश्र, रमेश चंद्र पांडेय, गिरिजा शंकर शर्मा, मगन लाल, कमलेश पांडेय, संजय सिंह, दैविक द्विवेदी, नरसिंह नारायण सिंह, राम प्रकाश मिश्र, पवन मिश्रा, डा त्रिवेणी सिंह व सुशील शर्मा ने पूरे विधि विधान के साथ यज्ञकर्म सम्पन्न कराया।

इस अवसर पर यजमानों तथा उनके परिजनों को प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जप करने के साथ ही एक बुराई छोड़ने व एक अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प भी दिलाया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में अखिलेश पांडेय, देवी प्रसाद शर्मा, अवधेश बहादुर सिंह व लाल अशोक चन्द्र सिंह का सराहनीय योगदान रहा।

*समुद्र का सागर है श्रीमद्भागवत कथा - अन्तरराष्ट्रीय सन्त राजेन्द्र जी महराज*


अमेठी- श्रीमत परमहंस आश्रम टीकर माफी की तपस्थली पर श्रीमद्भागवत कथा सुन रहे है। समुद्र सागर श्रीमद्भागवत है। कलयुग के कल्याण कारक औषध है। कलवा बाधकर श्रीमद्भागवत कथा जीवन जरूर सुने। कथा को अपने घर मे अट्ठारह हजार श्लोक को पंडित से सुने। तो भी भगवत का लाभ मिलेगा।

कथा व्यास आचार्य अन्तरराष्ट्रीय सन्त राजेन्द्र जी महराज कथा सुनाते है कि भगवान श्रीकृष्ण ने गरधर भगवान को छप्पन भोग का प्रसाद खिला रहे है। बलराम भगवान कहते है कि लगता भोग नही मिलेगा। बस भगवान बस भगवान श्रीकृष्ण ने भोग खिलाना बन्द हो गया। गोवर्धन भगवान ने छप्पन भोग ग्रहण करना बन्द कर दिए। भगवान इन्द्र की खबर मिल गया। खबर करो। कि क्या है। भगवान इन्द्र को जानकारी मिली कि भगवान श्रीकृष्ण ने आपकी पूजा बन्द करवा कर ली। भगवान इन्द्र नाराज हो गए। भगवान इन्द्र ने कहा कि प्रलाय ला दो। फिर प्रलाप ला दिए। भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी अंगुली पर भगवान गिरधर पर्वत को उठा लिए। बृजवासी ने गोवर्धन पर्वत को लाठी पर थाम लेगे। भगवान श्रीकृष्ण ने अंगुली हटायी। तो लाठिया बृजवासियो की टूटने लगी। बृजवासियो ने गुहार लगाई। कि भगवान श्रीकृष्ण ने अंगुली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। बृजवासी की ताकत आ गयी। तो मै गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिन किशोरी जी ने गोवर्धन पर्वत को अपनी पलको पर टांग दिया। अगस्त ऋषि को भगवान श्रीकृष्ण ने आमंत्रण दिया। कि बृजमण्डल आओ। सुखदेव ऋषि ने महराज परीक्षित को कथा सुनाते बताया कि भगवान राम ने अगस्त ऋषि को भोजन के लिए आमंत्रण दिया।

जानकी जी भोजन खिलाते खिलाते परेशान हो गए।भगवान गणेश को पसीना आ गया रिद्धि और सिद्धी को बुलाया। लेकिन अगस्त ऋषि ने छप्पन भोग खा रहे है। जानकी जी परेशान हो गई। ऐसा अतिथि ना बुलाये। तो श्री राम ने अगस्त ऋषि को छप्पन भोग पर विराम लगाना का ईशारा किया और अगस्त ऋषि ने पानी मांगा। तो जानकी जी ने कहा कि मै पानी नहीं पिला पाऊंगी। सुखदेव ऋषि ने द्वापर मे छप्पन भोग अगस्त ऋषि ने ग्रहण किया था। लेकिन त्रेतायुग मे अगस्त ऋषि को गोवर्धन पर्वत के प्रलय होने पर पानी पीने के बुलाया कि अगस्त ऋषि समुद्र तीन बार पी गये। ओम केशव नमः,ओम माधव नमः,ओम नारायणय नमः !

तीन बार समुद्र के पानी को अगस्त ऋषि पान कर लिए थे। अब अगस्त ऋषि ने मथुरा-वृंदावन का पानी पी गये।ब्रह्म जी चले गए। भगवान इन्द्र दस श्लोक मे स्तुति किये। ब्रह्म जी भगवान इन्द्र को माफ कर दिए। राम कथा,भगवत कथा श्रावण कराते है। तीन घण्टे ठाकुर जी की कथा मे डूबे रहते है। घर मे तीन घण्टे घर मे ठाकुर जी के भजन-कीर्तन मे नही बैठ सकते है। मै सदा अपने प्रेमी के साथ चौबीस घण्टे रहता हूँ। लग रही आश बृज के मण्डल मे बस जाओ। लेकिन बृज वही निवास करेगा। जिसे राधा रानी चाहेगा। राधीरानी,यमुना रानी,बृजरेतीरानी की कृपा होने पर रह जाती है। कलयुग मे मनुष्य दोष देखता है। यह कलयुग का परम प्रतापा! मानस कुन्ज हो नही पाता! मन से भगवान श्रीकृष्ण के पास रहे। भोग का चिन्तन चल रही। सन्त ,गुरु देव के सानिध्य मे हो तो परमात्मा को याद कर लो। लंका मे भी बिभीषण भजन-कीर्तन और भक्ति भाव से भगवान श्री राम की पूजा करते थे। लंका को अयोध्या बना दो। कभी उनके शरण मे जाकर देखे। भगवान श्रीकृष्ण का विवाहोत्सव का संजीव कथा सुनी।

कथा श्रवण मे मंच स्वामी 1008 श्री हरि चैतन्य ब्रह्मचारी महराज,हर्ष चैतन्य महराज,स्वामी कटटर महराज,मुख्य यजमान पंडित अवधेश नारायण पाण्डेय सपत्नीक कमलेश पाण्डेय के साथ मौजूद रहे। कार्यक्रम मे भाजपा नेता काशी प्रसाद तिवारी,विधायक राकेश प्रताप सिंह, प्रधान शीतला प्रसाद तिवारी,जिला पंचायत सदस्य जगन्नाथ पाण्डेय आदि के साथ ही साथ हजारो श्रद्धालुओ की भीड अमृत वर्षा का पान किये।

तेज रफ्तार बाइक सवार अनियंत्रित होकर फिसला,सड़क पर फिसलने से हुआ गंभीर रूप से घायल


पूरा मामला अमेठी थाना क्षेत्र के सगरा तिराहे के पास का है जहां तेज रफ्तार बाइक सवार अनियंत्रित होकर सड़क पर फिसला,सड़क पर फिसलने से हुआ गंभीर रूप से घायल राहगीरों की मदद से घायल युवक को पहुंचाया गया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमेठी जहां डॉक्टरों ने युवक की हालत गंभीर देखते हुए,प्राथमिक उपचार कर किया जिला अस्पताल गौरीगंज रेफर,जानकारी के अनुसार घायल युवक की पहचान शिवांशु शुक्ला पुत्र राघवेंद्र शुक्ला उम्र 22 वर्षीय,ग्राम बारहमासी थाना अमेठी से हुई है।