भाजपा की बागी कार्यकर्ता सरिता अवस्थी ने भरा निर्दलीय प्रत्याशी का पर्चा


लखनऊ। इस्माइलगंज वार्ड द्वितीय से भाजपा की बागी सरिता अवस्थी ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अपना पर्चा दाखिल कर दिया। नामांकन के बाद निर्दलीय प्रत्याशी सरिता अवस्थी ने कहा कि वह और उनके पति निवर्तमान प्रधान गणेशपुर रहमानपुर ललित अवस्थी जनता की सेवा लगातार करते रहे हैं और उनका भाजपा से कोई विरोध नहीं है।

भाजपा ने गलत प्रत्याशी का चयन इस्माइल गंज वार्ड द्वितीय से किया है, जिसकी वजह से वह मैदान में उतरी हैं। जनता के आशीर्वाद से जीत कर आएंगी और जनता की समस्याओं को शत प्रतिशत दूर करने का प्रयास करेंगी। वर्तमान में इस्माइलगंज वार्ड द्वितीय में करीब 38000 मतदाता हैं। उनके साथ 50 फीसदी मतदाता हैं। उनका मुकाबला किसी से नहीं है। उनके साथ क्षेत्र की जनता और क्षेत्र की जनता ही पार्षद है। उनके जीतने के बाद क्षेत्र की जनता ही पार्षद होगी। किसी को इधर उधर भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

जनता के कार्यों में वह बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगी सड़क, नाली, बिजली, पानी के समस्याओं को दूर करेंगे और महिलाओं के हितों का विशेष ध्यान रखेगीं। भाजपा कार्यकर्ता और निर्दलीय प्रत्याशी सरिता अवस्थी के पति ललित अवस्थी का कहना है कि वह 2015 में गणेशपुर रहमान पुर से प्रधान चुने गए थे। 7 साल से वह जनता की सेवा कर रहे हैं। जनता के कहने पर ही उन्होंने अपनी पत्नी को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतारा है।

इकाना स्टेडियम में चार के बजाय अब तीन अप्रैल को होगा मैच


लखनऊ । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में चार मई को इकाना स्टेडियम में होने वाला मैच अब एक दिन पहले होगा। निकाय चुनाव के चलते यह निर्णय लिया गया है। चूंकि चार मई को लखनऊ नगर पालिका का चुनाव होने वाला है। मैच के समय में कोई बदलाव नहीं किया गया है।

मैच के समय में नहीं किया गया है कोई बदलाव

आईपीएल 2023 के शेड्यूल के अनुसार शनिवार और रविवार के अलावा दो गुरुवार ऐसे थे, जिनमें दो मुकाबले खेले जाने थे, लेकिन अब सिर्फ एक गुरुवार ऐसा होगा, जिसमें दो मैच होंगे। वहीं, एक बुधवार का दिन भी ऐसा होगी, जिसमें आईपीएल के दो मुकाबले खेले जाएंगे। पुराने शेड्यूल के अनुसार 20 अप्रैल और चार मई को आईपीएल के दो मैच होने थे, लेकिन अब चार मई की बजाय तीन मई को दो मैच होंगे। यह मुकाबला दोपहर 3:30 बजे से लखनऊ के इकाना स्टेडियम में होगा।

यूपी में अब माफिया किसी को डरा नहीं सकता : सीएम योगी


लखनऊ । उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद व उनके भाई अशरफ की हत्या के बाद मुख्यमंत्री पहली बार मंगलवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद बड़ा बयान दिया है। राज्य की कानून व्यवस्था पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यूपी में अब दंगे नहीं होते। यूपी में अब कानून का राज है। अब कोई पेशेवर अपराधी और माफिया किसी उद्यमियों को डरा धमका नहीं सकता है, उत्तर प्रदेश आज आपको बेहतरीन कानून व्यवस्था की गारंटी देता है।

यूपी में निवेश करने वालों की एक-एक पूंजी की जाएगी सुरक्षा

सीएम योगी ने कहा कि जो माफिया पहले संकट थे, वो अब खुद संकट में है। हमारी सरकार में यूपी में एक बार भी कर्फ्यू नहीं लगा है। अब किसी जनपद के नाम से डर नहीं है। यूपी अब विकास के लिए जाना जाता है। पहले यूपी की कानून व्यवस्था खराब थी। लोक भवन में पीएम मित्र योजना के अंतर्गत मुख्यमंत्री आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के साथ कपड़ा पार्क में समझौता ज्ञापन कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान सीएम ने स्पष्ट रूप से कहा कि अब यूपी में निवेश करने वालों के एक-एक पूंजी की सुरक्षा की जायेगी। यूपी के प्रगति किसी से छिपी नहीं है। कानपुर कभी कपड़ा उघोग का केन्द्र था। फिर से यूपी की पहचान वापस आ रही है. अब यूपी में बेहतरीन कनेक्टिविटी है।

सपा सरकार पर साधा निशाना, कहा 2017 के पहले यूपी की कानून व्यवस्था बदतर थी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा 2017 से पहले यूपी की कानून व्यवस्था बदतर थी। अब माफिया किसी को डरा नहीं सकता है। अब यूपी के किसी जनपद में दंगा नहीं होता है। हमारी सरकार ने यूपी को दंगामुव्त किया। यूपी में अब कानून का राज है। अब माफिया किसी को धमका नहीं सकता है। छह साल में कोई कर्फ्यू नहीं लगा है। यूपी में अब कानून का राज है। पहले यूपी में रोजाना दंगा होता था।

निकाय चुनाव में सपा और रालोद के बीच विवाद शुरू, छह-छह सीटों पर आमने-सामने


लखनऊ । उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव को लेकर सपा और रालोद गठबंधन में घमासान शुरू हो गया। विभिन्न सीटों पर सपा और रालोद दोनों ने ही अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। हैरत की बात यह है इस समय कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। उधर, रालोद ने मेरठ नगर निगम में महापौर पद पर अपना प्रत्याशी उतारने का एलान कर दिया है जबकि यहां भी सपा ने अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है।

विधानसभा चुनाव 2022 में सपा रालोद का गठबंधन हुआ था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने खास तौर पर पश्चिमी उप्र में जमकर प्रचार किया। एलान किया गया कि यह गठबंधन नगर निकाय चुनाव में भी चलेगा। वही नगर निगम चुनाव में इसका उलट देखने को मिला रहा है। उदाहरण के रूप में जनपद बिजनौर को ले लीजिए। बिजनौर नगर पालिका अध्यक्ष के लिए स्वाति वीरा को सपा ने उम्मीदवार घोषित किया है। सपा से नाराज हुई रुखसाना परवीन को यहां से रालोद ने अपना उम्मीदवार घोषित करते हुए पर्चा दाखिल कर दिया। बिजनौर जिले में ही बिजनौर नगर पालिका परिषद समेत अध्यक्ष पद के लिए छह सीटों हल्दौर, नहटौर, नूरपुर, धामपुर, चांदपुर पर यही स्थिति खड़ी हो गई है।

अतीक-अशरफ के हत्यारों की बदली गई जेल, नैनी जेल से भेजा प्रतापगढ़


लखनऊ । माफिया-नेता अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को सोमवार को प्रयागराज की केंद्रीय जेल से प्रतापगढ़ जिला कारागार में स्थानांतरित कर दिया गया। हमीरपुर के सनी (23), बांदा के लवलेश तिवारी (22) और कासगंज के अरुण कुमार मौर्य (18) को प्रशासनिक आधार पर प्रयागराज की केंद्रीय कारागार से जिला जेल प्रतापगढ़ स्थानांतरित किया गया है। उन्होंने कहा कि तीनों को दोपहर 12 बजे प्रयागराज से ले जाया गया और दोपहर दो बजकर 10 मिनट पर वे प्रतापगढ़ पहुंचे।

सनी, लवलेश और अरुण ने 15 अप्रैल की रात अतीक और अशरफ की उस वक्त हत्या कर दी थी जब उन्हें चिकित्सकीय जांच के बाद अस्पताल से वापस लाया जा रहा था। अतीक का बेटा अली प्रयागराज जेल में बंद है। जेल अधिकारियों ने अली के स्वास्थ्य के संबंध में मीडिया के एक वर्ग में आई खबरों का भी खंडन किया और कहा कि ये खबरें सच नहीं है और अली पूरी तरह से स्वस्थ है। मीडिया के एक वर्ग में इस तरह की खबरें आ रही हैं कि पिता और चाचा की हत्या की खबर सुनकर अली की तबीयत बिगड़ गई है।

रविवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया था जहां रिमांड मंजूर होने पर नैनी जेल भेज दिया गया था। जेल के भीतर उन्हें अलग बैरक में रखा गया था। इसके कुछ ही घंटों बाद जेल प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी को एक रिपोर्ट भेजी गई। इसमें बताया गया कि सुरक्षा को देखते हुए अतीक-अशरफ हत्याकांड के तीनों आरोपियों को नैनी जेल में रखना उचित नहीं है। ऐसे में उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित किया जाना चाहिए। मंगलवार को डीएम की अनुमति मिलते ही कार्रवाई की गई। सुबह शूटरों का मेडिकल परीक्षण व कोराेना जांच कराई गई। दोपहर 2.20 बजे उन्हें जेल से रवाना कर दिया गया।

तीनों शूटरों को स्थानांतरित किए जाने के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। तीनों को प्रिजन वैन में बैठाया गया था जिसमें पुलिसकर्मियों की तैनाती थी। इसके अलावा प्रिजन वैन के आगे पीछे भी पुलिस दो वाहन एस्कॉर्ट करते रहे।

अतीक के गुर्गों से था खतरा

सूत्रों का कहना है कि तीनों शूटरों की जान को नैनी जेल में बंद अतीक के गुर्गों से खतरा था। गौरतलब है कि अतीक का दूसरे नंबर का बेटा अली यहां पिछले साल जून से ही बंद है। अली के कई गुर्गे भी उसके साथ जेल में निरुद्ध हैं जिनमें मो. अमन, आरिफ उर्फ खचौली, सैफ माया, इमरान, फैसल, नियाज अहमद, राकेश उर्फ नाकेश, मो. सजर, अरशद कटरा, कैश अहमद व अन्य शामिल हैं। इसके अलावा उमेश पाल अपहरण कांड में अतीक के साथ दोषी करार दिए गए खान शौलत हनीफ व दिनेश पासी भी नैनी जेल में बंद हैं।

पहले चरण का नामांकन समाप्त, 7,678 सीटों के लिए 51,842 ने दाखिल किए पर्चे


लखनऊ । नगर निकाय चुनाव में पहले चरण के नामांकन पत्र दाखिल करने का काम सोमवार को समाप्त हो गया। इस चरण में 37 जिलों के 390 निकायों में होने जा रहे चुनाव में 7,678 सीटों के लिए 51,842 (वाराणसी और गोरखपुर को छोड़कर) उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि पहले चरण के नामांकन पत्र भरने का 17 अप्रैल को अंतिम दिन था। इस दिन बड़ी संख्या में पर्चे भरे गए। 10 नगर निगमों में महापौर पद के लिए आखिरी दिन 93 उम्मीदवारों ने पर्चे दाखिल किए, जबकि पार्षद पद पर 4,092 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र भरे। नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए 1039 और सदस्य पद के लिए 8,470 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र भरे। इसी तरह से नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए 2,358 और सदस्य के लिए 10,312 पर्चे दाखिल किए गए। सबसे ज्यादा उम्मीदवार प्रयागराज से 22 प्रत्याशी महापौर पद के लिए मैदान में उतरे हैं। वाराणसी और गोरखपुर की सूचना देर रात तक संकलित हो रही थी। 

पहले चरण में कुल नामांकन 

महापौर : 118 ,पार्षद : 5,658 ,नगर पालिका अध्यक्ष : 1,392 ,नगर पालिका सदस्य : 12,742 ,नगर पंचायत अध्यक्ष : 3,426 ,नगर पंचायत सदस्य : 16,242 ने नामांकन किया है। 

 

इस चरण में 2.40 करोड़ मतदाता 

प्रथम चरण के 37 जिलों में कुल 2.40 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए कुल 7,362 मतदान केंद्रों पर 23,617 मतदान स्थल बनाए गए हैं। 

  

पहले चरण में इन जिलों में चुनाव 

लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, गोंडा, बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, उन्नाव, हरदोई, लखीमपुर खीरी, शामली, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर,अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज, कुशीनगर, आगरा, फिरोजाबाद, मथुरा, मैनपुरी, झांसी, जालौन, ललितपुर, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, गाजीपुर, वाराणसी, चंदौली और जौनपुर। 

दूसरे चरण के नामांकन शुरू, 22 पर्चे भरे 

दूसरे चरण के नौ मंडलों के 38 जिलों में चुनाव के लिए सोमवार से नामांकन पत्र भरने शुरू हो गए। पहले दिन 22 नामांकन दाखिल किए गए। राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार ने बताया कि कानपुर नगर निगम के पार्षद पद के लिए दो, नगर पालिका परिषद कानपुर देहात के अध्यक्ष व सदस्य के पद के लिए एक-एक, सदस्य नगर पालिका परिषद बुलंदशहर के पद के लिए तीन और हमीरपुर, अमेठी, सुल्तानपुर, बस्ती व बलिया के सदस्य पद के लिए एक-एक नामांकन प्राप्त हुआ है। इसके अतिरिक्त नगर पंचायत अलीगढ़ व अयोध्या के अध्यक्ष पद के लिए एक-एक नामांकन मिला है। सदस्य नगर पंचायत अलीगढ़ के पद के लिए 04, हमीरपुर, बाराबंकी, अंबेडकरनगर, बलिया व भदोही के सदस्य के पदों के लिए एक-एक नामांकन मिले हैं।

मऊ गांव से लापता युवक का जगंल में मिला शव

लखनऊ। मोहनलालगंज कोतवाली क्षेत्र के मऊ गांव से लापता युवक का शव जगंल में मिला। युवक का नाम शिवम सिंह उम्र 27 साल है। बताया जा रहा है कि 11 अप्रैल की रात मऊ निवासी शिवम घर से यूपीएल फैकट्री मजदूरी पर जाने की बात कहकर था निकला। 

इंस्पेक्टर कुलदीप दुबे ने बताया कि पुराने पावर हाउस के पास स्थित जगंल में लापता युवक का शव मिला है। मौके पर नशे में प्रयोग की गयी काफी मात्रा में मिली सिरिंज मिला है। नशे की ओवरडोज से युवक की मौत होने की पुलिस ने जतायी आंशका।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल कर रही है। वहीं इस मामले में पिता ने बेटे की हत्या की आशंका जताई है। हालांकि पुलिस का कहना है कि दोनों पहलुओं पर जांच की जा रही है।

अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले शूटरों का बजरंग दल से कोई संबंध नहीं, ट्विटर हैंडल के जरिये दी सफाई


लखनऊ । प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात को हत्या करने वाले शूटरों का बजरंग दल से कोई संबंध नहीं है। विश्व हिंदू परिषद ने यह जानकारी अपने ट्विटर हैंडल के जरिए दी। ट्वीट में लिखा गया है कि अतीक की हत्या में बजरंग दल का नाम लेकर अफवाह उड़ाई जा रही है, जो पूरी तरह भ्रामक है। हत्या करने वाले कौन हैं, इसकी जांच सरकार करा रही है। सत्य सामने आ जाएगा।

पुलिस का दावा है कि अतीक और अशरफ की हत्या में गिरफ्तार तीनों आरोपी लवलेश, सनी और अरुण कॉन्ट्रैक्ट किलर हैं और वे एक-दूसरे को पहले से नहीं जानते थे। तीनों अलग जिलों के रहने वाले हैं। उन्होंने पुलिस को बताया, वे अतीक व अशरफ की हत्या कर अपराध की दुनिया में शोहरत कमाना चाहते थे। तीनों ने एक समाचार वेबसाइट का फर्जी पहचानपत्र भी बनवा रखा था।

लखनऊ महापौर के लिए भाजपा प्रत्याशी समेत कई ने दाखिल किया नामांकन पत्र


लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में महापौर की भाजपा प्रत्याशी सुषमा खर्कवाल ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल कर दिया। इस मौके पर उनके साथ यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के साथ ही बड़ी संख्या में भाजपा नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहे। उनका काफिला बड़ी धूमधाम से भाजपा कार्यालय से निकला। सुषमा 30 साल पुरानी भाजपा कार्यकर्ता हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी की मेयर प्रत्याशी अंजू सिंह और कांग्रेस की प्रत्याशी संगीता जायसवाल ने भी नामांकन दाखिल किया।

सभासद के प्रत्याशियों ने अपने समर्थकों के साथ जुलूस निकाला

आज नामांकन का अंतिम दिन है इसलिए बड़ी संख्या सभी प्रत्याशियों ने आज ही नामांकन दाखिल कर दिया है। भाजपा महापौर की तरह ही सपा प्रत्याशी वंदना मिश्रा, बसपा की शाहीन बानो और निर्दलीय प्रत्याशी आशा मिश्रा ने भी नामांकन दाखिल किया। इसके अलावा, महापौर पद के लिए सुभासपा की अलका पांडेय, लोक दल की मधु सेन, संयुक्त जनादेश पार्टी की मिथलेश सिंह ने भी नामांकन भरा। रविवार को लखनऊ में सभासद के प्रत्याशियों ने अपने समर्थकों के साथ जुलूस निकाला और नामांकन दाखिल किया।

वरिष्ठ नेता आजम खां की तबीयत अचानक बिगड़ी, दिल्ली में भर्ती


लखनऊ । समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां की तबीयत रविवार की रात अचानक बिगड़ गई। उनको दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सपा के निवर्तमान जिला अध्यक्ष वीरेंद्र गोयल ने बताया कि आजम खां रविवार की रात अपने आवास पर निकाय चुनाव के प्रत्याशियों को सिंबल दे रहे थे।

इस दौरान उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। पहले स्थानीय डॉक्टर ने उनको देखा। इसके बाद अब्दुल्ला आजम समेत परिवार के अन्य लोग उन्हें दिल्ली ले गए। जहां उनको सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिवार के लोगों का कहना है कि डॉक्टर्स ने बताया है कि उनके पैर का जो ऑपरेशन हुआ था उसमें इन्फेक्शन बढ़ रहा है। साथ ही हर्निया की भी शिकायत है।