नारद भक्ति सूत्र कलयुग मे भगवान मिलन का श्रेष्ठ साधन: आचार्य विद्याभाष्कर महराज


अमेठी। श्रीमत परमहंस आश्रम टीकर माफी में नारद भक्ति सूत्र कथा " के पहले दिन रविवार को कथा व्यास जगत गुरु रामानुजाचारय स्वामी वासुदेवाचारय महराज विद्याभाष्कर ने कहा कि जगत के भूत भवन भोलेनाथ महराज ने ध्यान योग के रूप मे आपके समाने विद्यमान है ।

गिरि से पैदा हुई पर्बती जी सदैव लोगों को पालन करते है। गायत्री मंत्र पिता देता है। पन्द्रहवे साल के बाद ब्रह्ममण का यज्ञोपवीत हो जाए। भगवान ब्रह्म,विष्णु,महेश जो जगत के पलनहार है। व्याकरण की दृष्टि से चिन्तन करने की जरूरत है। ब्रह्म में भी दो गुरु हुए!बिष्णु मे भी दो गुरु है। महेश में भी दो गुरु है ।चार ब्रह्ममण के घरो मे सुदामा की पत्नी सुशीला ने चावल दिये। चार मुटठी चावल मे प्रबेश करते है। कि शास्त्र कहता है कि सनातन धर्म मे भगवान श्रीकृष्ण के नारायण के स्वरूप है। आदि काल से अन्त काल तक पालन करने वाले सनातन धर्म कहते है। चार धर्म है।

इस लिए चार मुटठी चावल लेकर सुदामा ले गये। चार बेद,चार धर्म,चार जाति,चार युग है। इस चार को पन्द्रह अबरती को जोडगे। तो एक पक्ष हुआ। पन्द्रह को चार बार करते है तो साठ होता है। जो इस से युक्त चार मुटठी चावल लेकर सुदामा गये। लेकिन मित्र से मित्र से झूठ नही बोलते है। श्रीकृष्ण ने सुदामा से पूछा कि अपने लायक पत्नी लाये ।श्रीकृष्ण कहते है कि कंटइन तो नही मिल गयी। यह चावल हमे ही नही पूरे विश्व को यह चावल तृप्त कर रहे है। हम विश्व के कल्याण की कामना करते है।

विश्व की शन्ति,विश्व परेशान हो जायेगा। बृक्ष कटान से पर्यावरण बिद परेशान है। पीपल का बृक्ष ब्रह्म,विष्णु,महेश तीनो देवता रहते है। ह्दय को तिल बना देते है। लाल पान बना देते है। पीपल का पत्ता जब पैदा होता है। तब लाल रंग का पत्ता होगा। भक्त और समर्पण होगा। तभी लाल रंग का पीपल का पत्ता रहेगा। पत्ता,सुपडी अपने अभिमान का समर्पण कर देगा। ह्दय मे भगवान निवास करते है। अनुराग का रंग मे आ जाते है। भक्त भगवान को स्नान कराने और भोग लगाओ

देर हो रही है।

मिटटी की पालिका मे चन्दन और सालिगराम को डाल देते है कि शीतल प्रदान करे। वेद व्यास पितामह ने भी पर्वत दिखाई दे। तो हडडिया है। अनुराग पूर्ण देखेंगे। तो कुल भगवान नजर आने लगता है।घास हरी होती है। सफेद रंग मिला दे!तो श्याम वर्ण हो जाएगा। भगवान हमारे है। वो ख्याल रखेंगे। वह उनका स्वरूप है। विधि और विधान नही रह जाता है। अत्यन्त प्रीती होती है। इस तरह सेवा की भावना होती है। ऐसी भक्ति को नारद भक्ति सूत्र है। एक ही भक्ति है। जो ब्रह्म से भक्ति को जोड दे। ऐसी भक्ति की आप ही हमारे है। तन्मयता हो। सुखमय हो, तत् और अत् का शब्द आता है। पिता ही बेटे का नाम दसवे दिन रख दे। नामकरण संस्कार है। भू परमात्मा की नाभि है। ऐसा प्रजापति भगवान स्वयं ब्रह्म है। कोई सरकार नही आयी। तो आजादी के बाद अयोध्या का बिकास करे। जो बिकास कर रहे है अयोध्या को बनर बना दे। अयोध्या को बचाना है। मै आपको बता रहा हूं। चित्रकूट पथ बन रहा है। जिस सड़क से जा रहा थे। जगह-जगह मोड देगे। इतिहास को बिकृत कर दिया जाय। इसलिए सहयोग करते है। मुख्य मंत्री से बात की। लेकिन कैसे बिकास होगा। नौकरी शाही और अफसर शाही पर अंकुश लगाए। बेल्डर,इंजीनियर से समन्वय स्थापित करे। अयोध्या के जानकर से सरकार चिन्तन करे। ब्रह्म जी ने जैसे किये थे। तप करते है। तभी अयोध्या का बिकास सम्भव होगा। श्रेष्ठ लोग जो अचारण करते है। उसी का फल मिलता है। भक्ति माता के रूप मे है। कलयुग भक्ति से भगवान से मिलाने वाली है। मधुसूदन सरस्वती ने भी जान लिया था। मैने नन्द बाबा के आगन मे देखा की कि गोधूर उड रही है। भगवान श्रीकृष्ण का धूल से धूसित ही वेदान्त है। बदामी रंग का गोबर गाय के चलने से धूल ब्राउन रूप का हो जाता है। श्याम वर्ण मे चमक रहा है। मनुष्य का शरीर दे दिए। भगवान इससे और क्या दे। एक आदमी पीपल के नीचे बैठे तप कर रहे थे ।नारद से कहा जा रहे है। भगवान से मिलने जा रहे है। एक आदमी केला के नीचे बैठा तप कर रहा था। नारद से पूछा कहा जा रहे। भगवान से मिलने जा रहे है। दोनो के प्रश्न एक है

दो अक्षर का नाम,चार अक्षर का नाम पिता रखे। शत्रु के नाम ना रखे। नर से नारक,नरि ना प्रतिष्ठा ना हो। नर से भिन्न ईश्वर है। तीन पीढी की छाया नाम मे आये। आपके बाप के नाम का नाम रखे। समाज को जोडने की व्यवस्था है। भगवान की सिर्फ नारद भगवान सुनते थे। कहानी सुनने से एकाग्रता आती है। यही भारतीय संस्कृति रही। ज्वार,बाजरा,मक्का की खेती होती थी। आचार्य ने आराधना बताए। इसलिए इस बनाया गया। तुलसी कडवी होती है। सालिगराम भगवान को तुलसी का भोग लगाये। पहली भक्त सन्त की संगति करे। जिस पेड मे जितने पत्ता है उतने दिन बात भगवान मिलेगे। नारद जी लौटे। केला के पेड के वाले भक्त ने पूछा। नारद जी ने कहा कि जितने पेड के पत्ते उतने वर्ष बाद मिलेगे। भक्त भडक गया। दौडा भक्त तो नारद जी ने कहा कि पीपल के पेड के नीचे वाले भक्त से मिले की नही। सूत्र से जुड गये तो जुड गये। पीपल मे जितने पत्ते है। उतने जन्म बाद मिलेगे। भगवान हमे दर्शन देगे। भगवान हमे दर्शन देगे। मेरे पाप पाप हर लेगे। भगवान हमे दर्शन देगे। नारद जी बीणा बजाने लगे। भगवान दर्शन देगे। भक्त भी नाच रहा है। भक्त मस्त हो गए। नारद जी आचार्य हो गए। चतुर्भुज स्वरूप मे भगवान विष्णु दर्शन दिए। नारद जी नाराज हो गए। दर्शन देने की बात कहे थे। आज ही दर्शन देगे। नारद की भक्ति भी लग गई। मेरे सकल पाप हर लेगे। भगवान हमे दर्शन देगे। महा विश्वास है कि दर्शन देगे। भक्ति महतारी की देन है। भगवान दर्शन देगे। ब्रह्म का दर्शन करने वाले है। नामो नारायण! नामो नारायण! नाम,वर्ण,गोत्र का स्मरण करे। भगवात भगदौड की कथा है। भगाती रहती है। नारद भगवान ज्यदा समय नही देगे। "देवर्षि नारद भक्त सुत्र कथा "का लोगो ने खूब आनंद उठाया।

इस अवसर स्वामी 1008 श्री हरि चैतन्य ब्रह्मचारी महराज,स्वामी हर्ष चैतन्य महराज,स्वामी कटटर चैतन्य महराज,मुख्य यजमान पंडित अवधेश नारायण पाण्डेय, पूर्व मुख्य चिकित्साधिकारी डा यू के पाण्डेय,प्रधानाचार्य हरि देव शास्त्री, उद्योग पति कपिल जी पर्यावरण बिद प्रोफेसर डा अर्जुन पाण्डेय,अधिवक्ता भाष्कर पाण्डेय ,जिला पंचायत सदस्य जगन्नाथ पाण्डेय,जिला पंचायत अध्यक्ष राजेशकुमारअग्रहरि, चेयरमैन हरीश चंद्र मिश्र(मुम्बई),प्रधान अशोक कुमार उपाध्याय उर्फ रज्जू उपाध्याय,पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलराम यादव, सन्त कुमार सिंह,प्रधान संजय सिंह,अशोक कुमार तिवारी, अजय कुमार पाण्डेय शिवम पाण्डेय,सोमेश पाण्डेय,सौरभ पाण्डेय, हरि नाथ पाण्डेय,दिनेश शुक्ल,सुधीर कुमार तिवारी,राधेश्याम तिवारी, गुलाब सिंह आदि हजारो लोग कथा की अमृत वर्षा का श्रवण किये।

इस अवसर पर भव्य कलश यात्रा निकाली। जिसमे भारी भीड उमड पडी।सुरक्षा मे पुलिस चौकी टीकर माफी उप निरीक्षक तनुज कुमार पाल के साथ उप निरीक्षक आरक्षी का अतुलनीय सहयोग रहा।

किसानों की खत्म नहीं हो रही मुश्किल, जगह- जगह धधक रही आग


भेटुआ अमेठी| भेटुआ विकास खंड में आये दिन आग की घटनाओं में किसानों की खून पसीने से तैयार गेहूं की फसल जलकर राख हो रही है।

रविवार को भी भेटुआ के सड़िला तथा बंदोइया गावों में लगी आग से दो किसानों की लगभग तीन बीघा गेहूं की फसल राख में परिवर्तित हो गई।

रविवार दोपहर सड़िला गाँव में कालीभगत के जंगल के उत्तरी छोर पर अज्ञात कारणों से लगी आग पर जहां ग्रामीणों ने सामूहिक प्रयास और डायल 112 से सहयोग ले अग्निशमन विभाग की मदद से गाँव में होने वाले बड़े नुकसान को बचा लिया। वहीं लगभग उसी समय बंदोइया में शार्ट सर्किट से लगी आग में किसान रिंकू तिवारी और अजय की लगभग तीन बीघा गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गयी

गनीमत रही की ।

इस दौरान हवा कुछ शांत रही जिससे बंदोइया में बिना अग्नि शमन विभाग के पहुंचे ही ग्रामीणों ने आग बुझाने में सफलता प्राप्त कर ली|

समाज को जोड़ने का कार्य कर रहा गायत्री परिवार,गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ का अड़तीसवां चरण सम्पन्न


अमेठी । युगतीर्थ शांन्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के अंतर्गत रविवार की सुबह शाहगढ़ ब्लॉक के अफोइया गांव के 29 घरों तथा अमेठी ब्लॉक के परसांवा के 11 घरों सहित कुल चालीस घरों में एक साथ, एक समय गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ। यज्ञ के माध्यम से घरों में देव स्थापना व गंगाजली की स्थापना भी की गई। यज्ञाचार्य अशोक कुमार मिश्र ने बताया कि यज्ञ मनुष्य में देवत्व के जागरण की प्रक्रिया है । गायत्री परिवार यज्ञ के माध्यम से हर जाति, वर्ग तक पहुंच कर समाज को जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है।

यज्ञाचार्य शशांक शुक्ला ने बताया कि यज्ञ कल कारखानों के प्रदूषण से लेकर मानसिक प्रदूषण को ठीक करने के लिए है। यज्ञ से वातावरण संशोधन से लेकर स्वास्थ्य संरक्षण तक की प्रक्रिया शास्त्रसंगत, विधिसम्मत है। कर्म कांडों विधि विधानों का अपना महत्व है परंतु यज्ञ उसे जीवंत बनाता है।गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ कार्यक्रम के अड़तीसवें चरण मेंअफोइया, शाहगढ़ के 29 घरों में यजमान भरत कुमार द्विवेदी, महेंद्र कुमार द्विवेदी, राजकुमार पाण्डेय, सुरेश द्विवेदी,दया शंकर मिश्रा,जटा शंकर शुक्ला, मुनि कुमार द्विवेदी,उमा कांत शुक्ला,कमला कान्त शुक्ला, लक्ष्मी कांत शुक्ला, हरिनारायण शुक्ला,राम बहादुर विश्व कर्मा,सन्त राम विश्वकर्मा, भोला नाथ विश्व कर्मा, बजरंगी विश्व कर्मा, रज्जन विश्व कर्मा, वरुण कुमार विश्वकर्मा रहे।

इसी प्रकार से राधेश्याम विश्व कर्मा, यमुना प्रसाद विश्व कर्मा, राम चंद्र चौहान, अंजनी कुमार सिंह, संदीप कुमार साहू, राजेश गौतम, सन्तोष कुमार चौहान,राम खेलावन यादव, रमेश सिंह, शिव बहादुर पाठक, राम प्रकाश यादव, माया देवी सिंह तथा परसांवा में यजमान अखिलेश पांडेय, सुरेश नारायण पाण्डेय, राजेश पाण्डेय, विजय प्रकाश पाण्डेय, अवनीन्द्र पाण्डेय, उमेश पाण्डे, रमेश चंद्र यादव, कमलेश यादव, मेवालाल यादव, नन्हे लाल यादव, राजकुमार यादव के घरों में यज्ञाचार्य पुरोहितसुनील तिवारी, धर्मेन्द्र तिवारी, अशोक मिश्र, शशांक शुक्ला, संगम मिश्र, राम यश मौर्य, अविनाश सिंह, इन्द्र देव शर्मा, सविता शर्मा, कविता शर्मा, सरिता शर्मा, कोमल मिश्रा, महेश कुमार, श्री ओम, महेंद्र प्रताप मिश्र, रमेश चंद्र पांडेय, गिरिजा शंकर शर्मा, मगन लाल, कमलेश पांडेय, संजय सिंह, दैविक द्विवेदी, नरसिंह नारायण सिंह, राम प्रकाश मिश्र, पवन मिश्रा, डा त्रिवेणी सिंह व सुशील शर्मा ने पूरे विधि विधान के साथ यज्ञकर्म सम्पन्न कराया।

इस अवसर पर यजमानों तथा उनके परिजनों को प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जप करने के साथ ही एक बुराई छोड़ने व एक अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प भी दिलाया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में अखिलेश पांडेय, देवी प्रसाद शर्मा, अवधेश बहादुर सिंह व लाल अशोक चन्द्र सिंह का सराहनीय योगदान रहा।

*समुद्र का सागर है श्रीमद्भागवत कथा - अन्तरराष्ट्रीय सन्त राजेन्द्र जी महराज*


अमेठी- श्रीमत परमहंस आश्रम टीकर माफी की तपस्थली पर श्रीमद्भागवत कथा सुन रहे है। समुद्र सागर श्रीमद्भागवत है। कलयुग के कल्याण कारक औषध है। कलवा बाधकर श्रीमद्भागवत कथा जीवन जरूर सुने। कथा को अपने घर मे अट्ठारह हजार श्लोक को पंडित से सुने। तो भी भगवत का लाभ मिलेगा।

कथा व्यास आचार्य अन्तरराष्ट्रीय सन्त राजेन्द्र जी महराज कथा सुनाते है कि भगवान श्रीकृष्ण ने गरधर भगवान को छप्पन भोग का प्रसाद खिला रहे है। बलराम भगवान कहते है कि लगता भोग नही मिलेगा। बस भगवान बस भगवान श्रीकृष्ण ने भोग खिलाना बन्द हो गया। गोवर्धन भगवान ने छप्पन भोग ग्रहण करना बन्द कर दिए। भगवान इन्द्र की खबर मिल गया। खबर करो। कि क्या है। भगवान इन्द्र को जानकारी मिली कि भगवान श्रीकृष्ण ने आपकी पूजा बन्द करवा कर ली। भगवान इन्द्र नाराज हो गए। भगवान इन्द्र ने कहा कि प्रलाय ला दो। फिर प्रलाप ला दिए। भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी अंगुली पर भगवान गिरधर पर्वत को उठा लिए। बृजवासी ने गोवर्धन पर्वत को लाठी पर थाम लेगे। भगवान श्रीकृष्ण ने अंगुली हटायी। तो लाठिया बृजवासियो की टूटने लगी। बृजवासियो ने गुहार लगाई। कि भगवान श्रीकृष्ण ने अंगुली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। बृजवासी की ताकत आ गयी। तो मै गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिन किशोरी जी ने गोवर्धन पर्वत को अपनी पलको पर टांग दिया। अगस्त ऋषि को भगवान श्रीकृष्ण ने आमंत्रण दिया। कि बृजमण्डल आओ। सुखदेव ऋषि ने महराज परीक्षित को कथा सुनाते बताया कि भगवान राम ने अगस्त ऋषि को भोजन के लिए आमंत्रण दिया।

जानकी जी भोजन खिलाते खिलाते परेशान हो गए।भगवान गणेश को पसीना आ गया रिद्धि और सिद्धी को बुलाया। लेकिन अगस्त ऋषि ने छप्पन भोग खा रहे है। जानकी जी परेशान हो गई। ऐसा अतिथि ना बुलाये। तो श्री राम ने अगस्त ऋषि को छप्पन भोग पर विराम लगाना का ईशारा किया और अगस्त ऋषि ने पानी मांगा। तो जानकी जी ने कहा कि मै पानी नहीं पिला पाऊंगी। सुखदेव ऋषि ने द्वापर मे छप्पन भोग अगस्त ऋषि ने ग्रहण किया था। लेकिन त्रेतायुग मे अगस्त ऋषि को गोवर्धन पर्वत के प्रलय होने पर पानी पीने के बुलाया कि अगस्त ऋषि समुद्र तीन बार पी गये। ओम केशव नमः,ओम माधव नमः,ओम नारायणय नमः !

तीन बार समुद्र के पानी को अगस्त ऋषि पान कर लिए थे। अब अगस्त ऋषि ने मथुरा-वृंदावन का पानी पी गये।ब्रह्म जी चले गए। भगवान इन्द्र दस श्लोक मे स्तुति किये। ब्रह्म जी भगवान इन्द्र को माफ कर दिए। राम कथा,भगवत कथा श्रावण कराते है। तीन घण्टे ठाकुर जी की कथा मे डूबे रहते है। घर मे तीन घण्टे घर मे ठाकुर जी के भजन-कीर्तन मे नही बैठ सकते है। मै सदा अपने प्रेमी के साथ चौबीस घण्टे रहता हूँ। लग रही आश बृज के मण्डल मे बस जाओ। लेकिन बृज वही निवास करेगा। जिसे राधा रानी चाहेगा। राधीरानी,यमुना रानी,बृजरेतीरानी की कृपा होने पर रह जाती है। कलयुग मे मनुष्य दोष देखता है। यह कलयुग का परम प्रतापा! मानस कुन्ज हो नही पाता! मन से भगवान श्रीकृष्ण के पास रहे। भोग का चिन्तन चल रही। सन्त ,गुरु देव के सानिध्य मे हो तो परमात्मा को याद कर लो। लंका मे भी बिभीषण भजन-कीर्तन और भक्ति भाव से भगवान श्री राम की पूजा करते थे। लंका को अयोध्या बना दो। कभी उनके शरण मे जाकर देखे। भगवान श्रीकृष्ण का विवाहोत्सव का संजीव कथा सुनी।

कथा श्रवण मे मंच स्वामी 1008 श्री हरि चैतन्य ब्रह्मचारी महराज,हर्ष चैतन्य महराज,स्वामी कटटर महराज,मुख्य यजमान पंडित अवधेश नारायण पाण्डेय सपत्नीक कमलेश पाण्डेय के साथ मौजूद रहे। कार्यक्रम मे भाजपा नेता काशी प्रसाद तिवारी,विधायक राकेश प्रताप सिंह, प्रधान शीतला प्रसाद तिवारी,जिला पंचायत सदस्य जगन्नाथ पाण्डेय आदि के साथ ही साथ हजारो श्रद्धालुओ की भीड अमृत वर्षा का पान किये।

तेज रफ्तार बाइक सवार अनियंत्रित होकर फिसला,सड़क पर फिसलने से हुआ गंभीर रूप से घायल


पूरा मामला अमेठी थाना क्षेत्र के सगरा तिराहे के पास का है जहां तेज रफ्तार बाइक सवार अनियंत्रित होकर सड़क पर फिसला,सड़क पर फिसलने से हुआ गंभीर रूप से घायल राहगीरों की मदद से घायल युवक को पहुंचाया गया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमेठी जहां डॉक्टरों ने युवक की हालत गंभीर देखते हुए,प्राथमिक उपचार कर किया जिला अस्पताल गौरीगंज रेफर,जानकारी के अनुसार घायल युवक की पहचान शिवांशु शुक्ला पुत्र राघवेंद्र शुक्ला उम्र 22 वर्षीय,ग्राम बारहमासी थाना अमेठी से हुई है।

अमेठी में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी की मनाई गई जयंती


अमेठी । जनपद में आज संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी की 132वी जयंती मनाई गई।

कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने डॉ.भीमराव अम्बेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इसके अलावा अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व एके सिंह, उप जिलाधिकारी गौरीगंज राकेश कुमार, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट मो. असलम, सहित कलेक्ट्रेट के अन्य कर्मचारियों ने भी डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया।

कलेक्ट्रेट सभागार में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर जी के योगदान को याद किया गया एवं उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि डॉ0 भीमराव अम्बेडकर जातिवाद, संप्रदायवाद और भ्रष्टाचार जैसी कुरीतियों को विकास के मार्ग में सबसे बड़ा अवरोध मानते थे।

आज डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती कलेक्ट्रेट सहित जनपद के सभी सरकारी कार्यालयों में मनाई गई।

जनपद में गेहूं की फसल का उत्पादन जानने को लेकर डीएम ने कराई क्राप कटिंग


अमेठी, जिलाधिकारी राकेश कुमार मिश्र ने आज नगरपालिका गौरीगंज अंतर्गत राजगढ़ वार्ड नं 24 में जनपद में गेहूं की फसल के उत्पादन जानने को लेकर क्रॉप कटिंग कराई।

इस दौरान जिलाधिकारी ने वार्ड नं 24 में राजस्व व कृषि विभाग की टीम के साथ किसान जयप्रकाश मिश्र के खेत पर पहुंचकर अपने सामने 43.03 स्क्वायर मीटर गेहूं की फसल की क्राप कटिंग कराई तथा तौल भी कराया गया, जोकि 7.765 किग्रा निकला।

उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत किसानों को क्षतिपूर्ति का भुगतान करने के लिए क्राप कटिंग आंकड़ों का अत्यधिक महत्व होता है। इस दौरान जिलाधिकारी ने किसान भाईयों से सीधा संवाद स्थापित किया और अपने नजदीक के क्रय केन्द्र पर गेहूं बेचने हेतु किसानों से अपील भी की। उन्होने कहा कि सरकारी गेहूं क्रय केन्द्र पर किसान भाई गेहूं बेचे ताकि उन्हें उचित मूल्य मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने किसान भाइयों से अपने खेतों में फसल अवशेषों को ना जलाने की भी अपील किया।

इस अवसर पर उपजिलाधिकारी गौरीगंज राकेश कुमार सहित कृषि व राजस्व विभाग की टीम व किसान भाई मौजूद रहे।

समाजवादी पार्टी संविधान बचाने की लड़ रही हैं लड़ाई: जिलाध्यक्ष


अमेठी । जिला मुख्यालय समाजवादी पार्टी कार्यालय पर संविधान निर्माता बाबा साहब की जयंती मनाई गई। उस पर चर्चा परिचर्चा करते हुए उसकी रक्षा के लिए लड़ने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राम उदित यादव और संचालन चंद्रशेखर यादव ने किया। पार्टी के पदाधिकारियों ने अपने अपने विचार रखें।

अपने सम्बोधन में जिलाध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहब समाज में सामाजिक असमानता, आर्थिक समानता, शिक्षा और भाईचारा के पक्षधर थे। बाबा साहब का कथन था कि शिक्षित हो, संगठित हो, फिर संघर्ष करो तब उसका परिणाम कुछ अलग नजर आयेंगा। दूसरा कथन यह कि शिक्षा शेरनी का वह दूध हैं, जिसे जो जितना पियेगा उतना ही दहाड़ेगा। हम सबको मिलकर संविधान की रक्षा करनी होगी। इस सरकार से संविधान को खतरा हैं।

समाजवादी पार्टी बाबा साहब के संस्थापक नेताजी आजीवन इस कार्य किया। और गांव के अंतिम पायदान के व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य करते थे। और पार्टी मुखिया राष्ट्रीय अध्यक्ष भी इसी राह पर चलते हुए देश की केन्द्र और प्रदेश की सरकारों से लड़कर संविधान की रक्षा की लड़ाई लड़ रहे हैं। इस मौके पर सबने एक स्वर में संविधान की रक्षा करने का संकल्प लिया गया। कार्यक्रम में राजा सिंह, राम केवल यादव, राकेश कौहार, मनीराम वर्मा, लालजी यादव, कुलदीप शुक्ला, दीपू तिवारी, मुकेश विश्वकर्मा, डी एन गुप्ता, शशांक यादव, धर्मराज मौर्य, जगन्नाथ सरोज, आशीष यादव, देवी शरण, मनीष यादव, लालबहादुर, राम धीरज, सोनू अंसारी आदि मौजूद रहे।

दो दिवसीय अमेठी दौरे पर अमेठी पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, दिया एकजुटका का संदेश


अमेठी। अमेठी सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अपने दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को अमेठी पहुंची। यहां स्मृति ने अपने निर्माणाधीन आवास पर आयोजित श्री राम कथा और समरसता भोज के बहाने पार्टी नेताओं की एकजुटता का बड़ा संदेश दिया। इसके साथ कई अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। उन्होंने देर शाम तक अपने आवास पर आयोजित बैठक में निकाय चुनाव को लेकर रणनीति भी तय की।

अमेठी पब्लिक स्कूल पहुंची और स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुई

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने हरिहरपुर निवासी राम शंकर तिवारी के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। राम शंकर तिवारी की पत्नी की हत्या हो गई थी। यहां पहुंचकर स्मृति ने परिजनों से मुलाकात की और घटना पर शोक संवेदना व्यक्त की। भाजपा नेता रश्मि सिंह द्वारा संचालित अमेठी पब्लिक स्कूल पहुंची और स्कूल के वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुई। केंद्रीय मंत्री ने भाजपा महामंत्री सुधांशु शुक्ला के आवास पर जाकर उनके परिजनों से मुलाकात की।

 स्मृति हरिदास के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की

 यहां के बाद स्मृति ईरानी गौरीगंज पहुंची और यहां पार्टी के वरिष्ठ नेता रहे हरिदास के घर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। इसके बाद वह अपने निर्माणाधीन आवास मदन मेवई पहुंची। यहां पर गुरुवार को केंद्रीय मंत्री द्वारा सुनिए कथा श्रीराम की तथा समरसता भोज कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। कार्यक्रम स्थल पर कथावाचक मुकेश आनंद द्वारा राम केवट संवाद व अन्य प्रसंगों पर सुंदर व्याख्या की गई। केंद्रीय मंत्री ने कथा व्यास को अंग वस्त्र व माल्यार्पण कर उनका सम्मान किया।

पूर्व मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग आयोग अध्यक्ष बीपी मंडल की मनाई गई पुण्यतिथि


अमेठी। समाजवादी पार्टी कार्यालय पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार द्वारा गठित दूसरे पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष की पुण्यतिथि मनाई गई। उनके जीवन के संघर्षों और कार्यों को याद कर उस पर चलने का संकल्प लिया गया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष राम उदित यादव और संचालन राम केवल यादव ने किया। कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर कार्यक्रम की शुरुवात किये। जिलाध्यक्ष ने अपने सम्बोधन में कहा कि वह मूक क्रांति के नायक, जुझारू और सामाजिक योद्धा थे। उन्होंने देश की विशाल आबादी को मुख्यधारा से जोड़ने का काम किया था। और पिछड़ा वर्ग के मसीहा थे। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री स्व.बी पी मंडल सामाजिक न्याय को पिछड़े वर्गों के हितों के लिए कानूनी स्वरूप में मंडल कमीशन रिपोर्ट देने वाले महान समाजवादी नेता थे। 

वह सामाजिक न्याय और जातीय जनगणना के पक्षधर थे। वह निष्काम कर्मयोगी महापुरुष थे, उन्होंने समाज के गरीब, कमजोर, पिछड़े वर्गों के संवैधानिक अधिकारों को दिलाने वाली रिपोर्ट तैयार कर सरकार को दी थी। उसी की देन है कि शिक्षण संस्थानों से लेकर सरकारी नौकरियों तक में देश की विशाल आबादी का लाभ मिलने लगा, वह खुद जमींदार परिवार से होने के बावजूद भी जमींदारी उन्मूलन का सिफारिश किया, इससे उनका आमजन के प्रति अगाध लगाव और विशाल हृदय प्रदर्शित होता हैं। वह आजीवन दूसरे के हक की लड़ाई लड़ते रहे। आज उन्हीं की देन हैं जो पिछड़ा वर्ग विकास के पथ पर अग्रसर हैं।

 इस मौके पर सभी ने उनके पदचिन्हों कर चलने का संकल्प लिया। बैठक में चंद्रशेखर यादव, मनी राम वर्मा, दीपू तिवारी, मुकेश विश्वकर्मा, इसरार अहमद गुड्डू भाई, लालजी यादव आदि मौजूद रहे।