12 मई से 9 दिवसीय सहस्त्र चंडी महायज्ञ का होगा आयोजन : जोर शोर से चल रही तैयारी, यज्ञशाला और देव प्रतिमाओं का हो रहा निर्माण

मुजफ्फरपुर : जिले में 12 मई से शुरू होने वाले नौ दिवसीय श्री श्री 1008 श्री सहस्त्र चंडी महायज्ञ की तैयारी जोर शोर से चल रही है। यज्ञशाला और देव प्रतिमाओं का निर्माण भी हो रहा है। इसकी तैयारियों की समीक्षा एवं सफ़ल आयोजन के लिए रविवार को सोमनाथपुरी, मिठनसराय में महासभा बुलाई गई। अध्यक्षता यज्ञाध्यक्ष अनिल कुमार चौबे ने की। 

बैठक के बाद महायज्ञ के संयोजक अधिवक्ता अरुण पाण्डेय ने बताया कि आयोजन की सफलता के लिए 11 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। साथ ही इसमें मंदिर से जुड़े अन्य भक्तों का भी पूरा सहयोग रहेगा। महायज्ञ में तन-मन-धन से सहयोग देने के लिए लोग आ रहे हैं। सभी सनातनी, ग्रामवासियों एवं महायज्ञ समिति के सम्मानित सदस्यों से अनुरोध किया गया है कि वे इस महायज्ञ के सफ़ल आयोजन के लिए अपनी राय एवं सहयोग देने की कृपा करें। 

सहस्त्र चंडी महायज्ञ के आयोजन के लिए जिन संकल्पों को हम सभी ने लिया था, उसे पूरा करने में सबका सहयोग अपेक्षित है। बताते चलें कि बाबा विशेश्वरनाथ महादेव मंदिर के स्थापना दिवस पर ग्रामीणों के सहयोग से नौ दिवसीय यज्ञ का आयोजन होने जा रहा है। 11 मई को नगर भ्रमण के बाद यज्ञ मंडप प्रवेश व पंचांग पूजन होगा। 12-21 मई तक महायज्ञ होगा। 1008 दुर्गा सप्तशती पाठ होगा। चौबीसों घंटे हवन चलेगा। 

मौके पर राम कथा व रासलीला का आयोजन भी होगा। यज्ञ के दौरान हर दिन अनवरत भंडारा चलता रहेगा। शिवभक्तों के सहयोग से यह यज्ञ संपन्न होगा। बैठक में वरिष्ठ भाजपा नेता हरिमोहन चौधरी, चाणक्य विद्यापति सोसाइटी के संरक्षक शंभूनाथ चौबे, मीडिया प्रभारी पंडित हरिशंकर पाठक, पंडित प्रियरंजन मिश्र, विकास चौबे, बबलू राम आदि मौजूद रहे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

मुजफ्फरपुर:

मुजफ्फरपुर: "स्वराज्य पर्व" में 'जल-स्वराज्य' और जलपुरुष डॉ. राजेन्द्र सिंह की पुस्तक 'सभ्यता की सूखती सरिता' पर केन्द्रित राष्ट्रीय परिचर्चा आयोजित

मुजफ्फरपुर: राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति न्यास, दिल्ली आगामी 28 मई, 2023 को मुजफ्फरपुर के शहीद खुदीराम बोस स्टेडियम में भारतीय स्वराज्य के प्रणेता लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की स्मृति में "स्वराज्य पर्व" का अतिभव्य और ऐतिहासिक आयोजन कर रहा है। 15 अप्रैल, 2023 को मुजफ्फरपुर के सर्किट हाउस के कदाने-बूढ़ी गंडक सभागार में आयोजित एक प्रेसवार्ता में यह घोषणा करते हुए राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मृति न्यास, दिल्ली के अध्यक्ष एवं जाने-माने समाजसेवी-संस्कृतिकर्मी नीरज कुमार ने कहा कि 'स्वराज्य पर्व' के इस आयोजन का उद्देश्य लोकमान्य तिलक के भारतीय स्वराज्य के लिये किये गये महान संघर्ष की विरासत एवं भारत के चतुर्दिक उत्थान से सम्बन्धित उनके बहुमूल्य विचारों के बारे में न केवल लोगों की जागरूकता बढ़ाना है, बल्कि बिहार और विशेष रूप से मुजफ्फरपुर के साथ लोकमान्य के गहरे सम्बन्ध की याद भी ताज़ा करना है। न्यास के अध्यक्ष नीरज कुमार के अनुसार "स्वराज्य पर्व" के इस आयोजन के अन्तर्गत प्रमुख रूप से 'जल-स्वराज्य' तथा जलक्षेत्र के नोबेल स्टॉकहोम जल-पुरस्कार एवं प्रतिष्ठित रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित आदरणीय जलपुरुष डॉ. राजेन्द्र सिंह जी की पुस्तक 'सभ्यता की सूखती सरिता' पर केन्द्रित एक राष्ट्रीय स्तर की परिचर्चा के साथ-साथ लोकमान्य तिलक के व्यक्तित्व एवं समग्र योगदान पर आधारित भव्य नाट्य मंचन किया जायेगा, जिसे पुणे, महाराष्ट्र के सुपरिचित लेखक श्री काजी मुश्ताक अहमद ने लिखा है, और जिसका निर्देशन लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल मुम्बई के ख्यातनाम नाट्य-निर्देशक श्री मुजीब खान ने किया है। उन्होंने बताया कि समारोह में लोकमान्य तिलक पर केन्द्रित महत्वपूर्ण "स्वराज्य" स्मारिका का विमोचन भी होगा।

प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए नीरज कुमार ने कहा कि विश्वप्रसिद्ध नदी पुनर्जीवनकर्ता और पर्यावरणविद आदरणीय जलपुरुष डॉ. राजेन्द्र सिंह जी इस 'स्वराज्य पर्व' के आयोजन में शामिल हो रहे हैं। उनके साथ-साथ इस आयोजन में देश भर से कई साहित्यकारों और इतिहासकारों के भी शामिल होने की सूचना प्राप्त हो रही है। नीरज कुमार ने कहा कि बिहार के माननीय राज्यपाल श्री राजेन्द्र विश्वनाथ अर्लेकर जी के भी इस आयोजन में भाग लेने की पूरी संभावना है। उन्होंने बताया कि वे हाल ही में मुजफ्फरपुर में आयोजित होने वाले 'स्वराज्य पर्व' को लेकर पटना के राजभवन में माननीय राज्यपाल महोदय से मिले थे और इस अवसर पर बातचीत में माननीय राज्यपाल महोदय ने मुजफ्फरपुर में लोकमान्य तिलक की स्मृति में "स्वराज्य पर्व" के आयोजन को लेकर गहरी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि मुजफ्फरपुर के साथ लोकमान्य तिलक जी का बहुत आत्मीय सम्बन्ध रहा है, और यह सम्बन्ध मुजफ्फरपुर के साथ-साथ पूरे बिहार के लिये भी सदा गौरव का विषय बना रहेगा। राज्यपाल महोदय ने लोकमान्य तिलक की स्मृति में शहीद खुदीराम बोस स्टेडियम में आयोजित किये जा रहे 'स्वराज्य पर्व' को एक अत्यंत सार्थक पहल बताते हुए कहा कि इससे न केवल मुजफ्फरपुर के अमर शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी के लोकमान्य तिलक के साथ गहरे आत्मीय एवं वैचारिक सम्बन्ध से लोगों का परिचय बढ़ेगा, बल्कि यह लोकमान्य तिलक की विरासत के प्रति प्रदेश एवं देशवासियों के अन्तर्मन में सम्मान का भाव भी जगायेगा, जिसकी आज बहुत आवश्यकता महसूस होती है।

राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति न्यास के अध्यक्ष नीरज कुमार ने प्रेसवार्ता में उपस्थिति पत्रकारों एवं मीडियाकर्मियों को जानकारी देते हुए बताया कि मुजफ्फरपुर में आयोजित होने जा रहे 'स्वराज्य पर्व' पर चर्चा के उद्देश्य से आज आयोजन समिति के सदस्यों ने मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी महोदय श्री प्रणव कुमार से भी मुलाक़ात की, जिन्होंने 'स्वराज्य पर्व' को लेकर आयोजकों तथा मुजफ्फरपुर के निवासियों को बधाई दी और कहा कि यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा जब लोकमान्य तिलक की विरासत को उस स्थान पर याद करने, संजोने तथा आगे बढ़ाने का प्रयास हो रहा है, जहां से उन्हें विशेष लगाव था। जिलाधिकारी महोदय ने आयोजकों को हर संभव सहयोग करने का वचन भी दिया है।

ज्ञातव्य है कि मुजफ्फरपुर के साथ लोकमान्य तिलक का अत्यंत गहरा नाता रहा है। 30 अप्रैल, 1908 को बंगाल विभाजन का विरोध करते हुए खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने यहीं पर कोलकाता के मुख्य प्रेसीडेंसी मजिस्ट्रेट डगलस किंग्सफोर्ड पर बम फेंका था। 

इस घटना की प्रतिक्रिया में अंग्रेजी हुकूमत द्वारा किये जा रहे अत्याचारों की बेहद कड़ी आलोचना करते हुए तिलक जी ने अपनी चिर-परिचित आक्रामक भाषा में 'केसरी' में दो लेख लिखे थे, जिसके कारण उन्हें राजद्रोह का दोषी ठहराया गया और छह साल के लिये कालेपानी की सज़ा के तहत मांडले जेल भेज दिया गया। बर्मा के मांडले जेल की अत्यंत यातनामय परिस्थितियों में ही लोकमान्य तिलक ने 'श्रीमद्भगवद्गीतारहस्य अर्थात् कर्मयोगशास्त्र' जैसे युगांतरकारी महत्व के ऐतिहासिक ग्रंथ की रचना की थी, जो स्वाधीनता आन्दोलन के दौर से लेकर आज तक करोड़ों देशवासियों का पथ-प्रदर्शन करता रहा है।

इस प्रेसवार्ता में उपस्थित मुजफ्फरपुर के प्रसिद्ध कवि, समाजसेवी और 'स्वराज्य पर्व' आयोजन के संयोजक श्री संजय पंकज जी ने लोकमान्य तिलक और बिहार के सम्बंधों की चर्चा करते हुए कहा कि शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी ने यदि मुजफ्फरपुर बम कांड को अंजाम नहीं दिया होता, तो न तिलक जी पर राजद्रोह का मुकदमा दायर होता, न उनके द्वारा राजद्रोह के काले कानून को कठघरे में खड़ा किया जाता, न तिलक जी को कालेपानी की सज़ा के तहत बर्मा के मांडले जेल के कारावास में यातनामय छह साल बिताने पड़ते, और न ही विश्व मानवता को 'श्रीमद्भगवद्गीतारहस्य अर्थात् कर्मयोगशास्त्र'' जैसा अद्भुत और अकल्पनीय ग्रन्थ ही मिल पाता, जिसने भारतीय स्वराज्य के लिये संघर्षरत नेतृत्व और अवाम के भीतर एक नये युगबोध और सर्वथा नवीन चेतना का संचार किया था।

श्री संजय पंकज जी ने कहा कि राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति न्यास द्वारा आगामी 28 मई, 2023 को मुजफ्फरपुर में आयोजित किये जाने वाले "स्वराज्य पर्व" का मुख्य उद्देश्य जहां एक तरफ़ लोकमान्य तिलक के अभूतपूर्व राष्ट्रनायकत्व एवं स्वराज्य के लिये उनके अथक संघर्ष में मुजफ्फरपुर की ऐतिहासिक भूमिका की पहचान करने का प्रयास करना है, वहीं लोकमान्य तिलक के व्यक्तित्व एवं विचारों की रोशनी में आज की चुनौतियों से पार पाने के रास्तों की खोज करना भी है।

 लोकमान्य तिलक जैसे हमारे राष्ट्रनायकों ने और शहीद खुदीराम बोस और प्रफुल्ल चाकी जैसे हमारे वीर शहीदों ने जिस सांस्कृतिक और समृद्ध भारत का सपना देखा था, उसे स्मरण रखना और उसको साकार करने के लिये प्राणपण से जुट जाना हमारा एक साझा दायित्व है, जिसे आगे बढ़ कर हमें पूरा करना होगा।

इस प्रेसवार्ता में मुजफ्फरपुर के प्रसिद्ध समाजसेवी और राष्ट्रकवि दिनकर स्मृति न्यास द्वारा आयोजित होने जा रहे 'स्वराज्य पर्व' के स्थानीय सह-संयोजक श्री अविनाश तिरंगा उर्फ़ ऑक्सीजन बाबा ने आयोजन को लेकर ज़ोर-शोर से चल रही तैयारियों के बारे में प्रेस एवं मीडिया के प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब दिये तथा यह भरोसा भी जताया कि मुजफ्फरपुर के साहित्यप्रेमी, संस्कृतिप्रेमी और कलाप्रेमी लोग बड़ी संख्या में इस आयोजन में भाग लेंगे। 

दिनकर स्मृति न्यास की आज की इस प्रेसवार्ता में शहर के कई प्रमुख साहित्यकार, संस्कृतिकर्मी और सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे, जिनमें श्री मुकेश त्रिपाठी, श्री रघुनंदन प्रसाद सिंह उर्फ अमर बाबू, श्री विभेष त्रिवेदी, श्री सुगंध कुमार, श्री महेश प्रसाद चौधरी, श्री महंथ मृत्युंजय दास, श्री डब्लू चौधरी, श्री रजनीश कुमार, प्रोफेसर श्री राकेश मिश्र, श्री राजेश कुमार, श्री अखिलेश राय, श्री कुमार विरल, श्री प्रेम भूषण, श्री प्रभाष कुमार, श्री सुनील गुप्ता एवं श्री उज्वल कुमार के नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं। ये सभी 'स्वराज्य पर्व' की आयोजन समिति के सदस्य हैं।

भवनहीन विद्यालयों के लिए जमीन चिन्हित करने का दिया गया निदेश


डीएम प्रणव कुमार ने शिक्षा की बैठक में सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि 25अप्रैल तक सीओ से समन्वय बनाकर निर्धारित 10 डिसिमल जमीन का प्रस्ताव भेजे।गौरतलब है कि जिलेमे 216 प्राइमरी और मिडिल स्कूल अभी भवनहीन है।

इसी प्रकार 127 पंचायतों में अभी भी भवनहीन हाई स्कूल के लिए जमीन चिन्हित करने का निर्देश दिया गया।75 डिसिमिल जमीन हाई स्कूल के लिए खोजना है।पाठ्य पुस्तकों का वितरण विभाग से सीधे स्कूल में वितरित किया जा रहा है। 

मई माह तक सभी बच्चों को पाठ्य पुस्तकें मिल जायेगी। शिक्षकों को पॉजिटिव सोच के साथ पठन पाठन कराने का निदेश दिया गया। मध्याह्न भोजन कार्यक्रम की भी समीक्षा हुई।

 बैठक में जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जन संपर्क पदाधिकारी डीपीओ एमडीएम, एवं सभी बीईओ उपस्थित थे।

बिहार के मुजफ्फरपुर में फर्जी सीओ बनकर घर खाली कराने पहुंचे लोग,पुलिस मामले की कर रही जांच

मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र के बरियारपुर ओपी अंतर्गत बाजीराउत गांव में खुद को अंचलाधिकारी बता कर गांव में बंदूकधारी गार्ड के साथ घर खाली कराने के लिए एक नकली अंचलाधिकारी के पहुंचने का मामला प्रकाश में आया है।

 बाजीराउत निवासी सकिंद्र पंडित की पत्नी रीता देवी ने बरियारपुर थाने में इस संबंध में आवेदन दिया है जिसमें कहा है कि गाँव का ही विक्की कुमार कुछ लोगों के साथ घर पर पहुंचा था। वह कह रहा था कि इसमें अंचलाधिकारी हैं और घर खाली कराने के लिए आए हैं। हालांकि उस समय घर पर पति के नहीं रहने की बात कह कर उन लोगों को वापस लौटा दिया। 

उधर उनके पुत्र संजय कुमार ने उन लोगों की तस्वीर मोबाइल में कैद कर ली स्थानीय लोगों ने जब तस्वीर को देखा तो बताया कि इसमें कोई भी अंचलाधिकारी नहीं है।

 फिर गांव के ही कुछ लोगों ने दूरभाष पर अंचलाधिकारी संजय महतो को घटना की जानकारी दी।

 सीओ ने कहा कि घर खाली कराने संबंधी कोई भी बात उनके संज्ञान में नहीं है और न ही वे या उनके कर्मी घर खाली कराने के लिए बाजी रावत गए हैं

।इस संबंध में रीता देवी का कहना है कि उनका घर 8.25 डिसमिल में बना है जो उनके ससुर का है। 

गांव के कुछ लोग उन लोगों को उक्त जमीन पर से हटाना चाहते हैं तथा षड्यंत्र रच कर घर खाली करना चाहते हैं। 

सीओ संजय महतो ने कहा कि इसकी जांच होगी। वहीं पूरे मामले को लेकर एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश ने कहा कि आवेदन मिला है। जांच की जा रही है।

मुजफ्फरपुर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी,कार्यकर्ताओं ने किया गर्मजोशी से स्वागत

 चाँदनी चौक स्थित भाजपा नेता harimohan चौधरी ने अपने आवासीय कार्यालय पर सम्राट चौधरी का स्वागत फूल माला पहनाकर एवं अंग वस्त्र से किया।

 इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष ने बाबा साहेब डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर की 132 वी जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया। इस दौरान सम्राट चौधरी ने लोकतंत्र खतरे में होने के सवाल पर कहा की लोकतंत्र का मज़ाक उड़ाने वाले नीतीश कुमार को बताना चाहिए कि सत्ता के लिए लोकतंत्र का कितना मज़ाक बनाते हैं,

 उन्होंने नीतीश कुमार को बेशर्म मुख्यमंत्री बताया कहा कि विपक्षी एकता zero पर आउट हो जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री के चेहरा होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि भाजपा का एक आम कार्यकर्ता भी मुख्यमंत्री हो सकता हैं।

 उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर आने पर आम जनता और पार्टी के कार्यकर्ताओं का भरपूर प्यार मिलता हैं। 

इस दौरान सुधा डेयरी के समीप पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष डाक्टर अरविंद कुमार सिंह एवं शनि मंदिर के समीप भाजयुमो नेता साहेब कुमार साह के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया। 

मौके पर भाजपा नेत्री ममता रानी, भाजपा पंचायती राज प्रकोष्ठ के जिला संयोजक नवीन कुमार उर्फ शशि ठाकुर, प्रभात कुमार, balkesh कुमार मुन्ना, राजकुमार साह भोला, कौशल दुबे, सूरज ठाकुर, विकास चौबे, गायत्री चौधरी, सुधीर कुमार समेत विभिन्न जगहों पर सैकड़ों कार्यकर्ताओं द्वारा प्रदेश अध्यक्ष का स्वागत किया गया।

पूर्व सरपंच गुलटे रजक के आवास पर धूमधाम से मनाई गई बाबा साहेब की जयंती, जदयू प्रखंड अध्यक्ष रमेश ओझा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की

मुजफ्फरपुर : जिले के मुसहरी प्रखंड स्थित नरौली पंचायत में पूर्व सरपंच गुलटे रजक के आवास पर मुसहरी प्रखंड जनता दल यूनाइटेड अध्यक्ष रमेश कुमार ओझा की अध्यक्षता में एवं पंचायत अध्यक्ष विवेक कुमार महतो एवं राजकुमार चौधरी के संचालन में भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 132 वी जयंती धूमधाम से मनाई गई। 

इस अवसर पर प्रखंड अध्यक्ष मुसहरी रमेश कुमार ओझा ने कहा कि संविधान निर्माता भारत रत्न डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के अधूरे सपने को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरा कर रहे हैं। 

जयंती समारोह में जदयू के वरिष्ठ नेता मोहम्मद जसीम ने कहा कि बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बाबा साहब के असली बारिश है। उनके सपने को पूरा कर रहे हैं। बिहार सरकार द्वारा दलित महादलित अनुसूचित जाति जनजाति के लिए अनेकों कल्याणकारी योजनाएं हैं जिसको लेकर जदयू कर कर के समर्पित कार्यकर्ता पंचायत स्तर पर टोला स्तर पर लोगों तक पहुंचा कर जागरूकता अभियान चला रहे हैं। 

वहीं इस मौके पर पूर्व सरपंच गुलटेन रजक, लालबाबू चौधरी, राजकुमार चौधरी नरौली, जदयू पंचायत अध्यक्ष राम विवेक महतो, रामदेव मेहता, धर्मेंद्र राम, चंदन कुमार, लखींद्र साह, रत्नेश ठाकुर, रामबाबू चौधरी ने बाबा साहब को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी एवं उनके बताए हुए रास्ते पर चलने का संकल्प लिया।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

*पारु प्रखंड के जाफरपुर में मनाई गई बाबा साहेब की जयंती, राजद अधिवक्ता प्रकोष्ठ के ज़िलाध्यक्ष समेत कई गणमान्य लोग मौके पर रहे मौजूद*

मुजफ्फरपुर : जिले के पारु प्रखंड के जाफरपुर में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर उनके तैलीय चित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन करते हुये उनके ब्यक्तित्व और कृतित्व पर एक परिचर्चा आयोजित की गयी। जिसकी अध्यक्षता जनाब शफीउल्लाह अंसारी ने किया।  

उक्त अवसर पर राजद अधिवक्ता प्रकोष्ठ के ज़िला अध्यक्ष संतोष बसंत ने अपने सम्बोधन में कहा की बाबा साहेब को संविधान लिखने में दो वर्ष ग्यारह महीना अठारह दिन का समय लगा था। परन्तु इधर के दिनों में कुछ लोगो द्वारा संविधान में दिये गये अधिकार को समाप्त करने की साजिश हो रही है। इसलिए जरूरत है अपने पुरखों को याद करने का उनके किये गये कार्यों को समझने और परखने का और उनके द्वारा दीये गये अधिकार और बिचार को आत्मसात करने का तभी हम उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे सकते है। 

विचार ब्यक्त करने बालों में सत्येंद्र ठाकुर. ओमप्रकाश साह. मोहम्मद कयामुद्दीन. राजकिशोर ठाकुर. बिजय ठाकुर. धर्मेंद्र पासवान. प्रकाश पासवान. मोहित रस्तोगी. संजय निराला. मोहम्मद मैनुद्दीन आदि शामिल थे।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर शोषित, पीड़ित और वंचित वर्ग के मसीहा ही नही बल्कि नवीन भारत के द्रष्टा एवं निर्माण में मार्गदर्शक थे : रंजन कुमार

मुजफ्फरपुर : बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर शोषित, पीड़ित और वंचित वर्ग के मसीहा ही नही बल्कि नवीन भारत के द्रष्टा एवं निर्माण में मार्गदर्शक थे। ये बातें भाजपा जिलाध्यक्ष रंजन कुमार ने पार्टी के चल रहे देशव्यापी कार्यक्रम 'सामाजिक न्याय सप्ताह' के समापन पर शुक्रवार को जिला भाजपा द्वारा स्थानीय जूरन छपरा स्थित जिला कार्यालय में आयोजित भारत रत्न बाबासाहेब की 132 वीं जयंती पर उनके "व्यक्तित्व व कृतित्व" पर आधारित संगोष्ठी में कही। 

उन्होंने कहा कि आज हम सभी ऐसे महामानव की जयंती पर उनके जनकल्याण के लिए किए गए अभूतपूर्व योगदान को याद कर रहे हैं जिन्होंने जीवन भर समाज के कमजोर लोगों के अधिकारों के लिए लंबा संघर्ष कर भारत के संविधान में, सामाजिक न्याय, आर्थिक न्याय और प्रजातंत्र किस तरह से मजबूत हो सकता है, इसकी नींव रखा। 

कहा कि आज प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार द्वारा जितने भी कार्यक्रम किए जा रहे हैं, वो सामाजिक न्याय की ओर जाते हैं, आर्थिक सुदृढ़ीकरण की ओर जाते हैं और वो समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति के सशक्तिकरण की ओर जाते हैं। 

उन्होंने कहा कि इस प्रेरित आज जिले के हजारों कार्यकर्ता हर बूथ पर बाबासाहेब की जयंती मना रहे हैं और उनके आदर्शों पर चलते हुए समाज का हर वर्ग कैसे सशक्त बने इस पर काम कर रहे हैं। कहा कि आज हमें बाबासाहेब की जयंती पर उनके आदर्श एवं विचारों को सामाजिक जीवन में और आगे बढ़ाने का संकल्प लेना चाहिए।

कार्यक्रम में बाबा साहेब के व्यक्तित्व व कृतित्व पर चर्चा करते हुए प्रदेश महामंत्री पूर्व विधायक बेबी कुमारी ने कहा कि बाबासाहेब ने अपना समस्त जीवन भारत की कल्याण की कामना में उत्सर्ग कर दिया. खासकर भारत में जो सामाजिक व आर्थिक तौर से अभिशप्त थे, उन्हें अभिशाप से मुक्ति दिलाना ही उनके जीवन का संकल्प था।

उन्होंने कहा कि बाबा साहब का मुल मंत्र था शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो बाबासाहेब का स्पष्ट मानना था कि समता मुलक समाज की स्थापना किये बिना राष्ट्र के विकास की कल्पना के बारें में सोच ही नहीं सकते है। ऐसे में बाबा साहब के दिखाए मार्ग पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है। 

वहीं पूर्व मंत्री अजीत कुमार ने कहा कि डाo भीमराव अंबेडकर महामानव थे. वे न सिर्फ वंचित, शोषित और पिछड़ों की आवाज थे बल्कि भारत की संपूर्णता और समरसता के प्रतिक थे। आज देश ही नही दुनियाभर में डाo अंबेडकर के विचार प्रासंगिक हैं। 

पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष रविंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि बाबासाहेब सही मायने में संघर्ष के साथ राष्ट्र के निर्माण में पथ प्रदर्शक व मिसाल थे।

मौके पर अपना विचार प्रकट करते हुए राष्ट्रीय महिला मोर्चा की सदस्य डाo ममता रानी ने कहा कि बाबासाहेब एक मनीषी, योद्धा, नायक, विद्वान, दार्शनिक, समाजसेवी एवं धैर्यवान व्यक्तित्व के धनी अनन्य कोटि के नेता थे।

इस दौरान पूर्व विधान पार्षद गीता देवी, मोर्चा अध्यक्ष फेंकूराम, जिला उपाध्यक्ष उपेंद्र पासवान, पूर्व महापौर सुरेश कुमार, पार्टी नेता अशोक सहनी एवं रामकुमार झा ने भी अपने विचार प्रकट किए। 

कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री सचिन कुमार ने व धन्यवाद ज्ञापन महामंत्री प्रभु कुशवाहा ने किया ।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से जिला महामंत्री धर्मेंद्र साहु, जिला उपाध्यक्ष अंकज कुमार, विशेश्वर शंभु, रामनरेश मालाकार, रानी सिंह, डाo रागीनी रानी, जिला मंत्री नचिकेता पाण्डेय, नंदकिशोर पासवान, सुरभी शिखा, गीता कुमारी, कनक मणी, मोर्चा अध्यक्ष भारत रत्न यादव, विजय पाण्डेय, मंडल अध्यक्ष परिमल कुमार एवं धीरज सिंह सहित आनंद कृष्ण, रविरंजन शुक्ला, अमरेश विपुल, अमित राठौर, प्रभात कुमार, आनंद सिंह, मनोज कुमार नेता जी, दिलीप कुमार, अखिलेश्वर शर्मा की उपस्थिति रही। 

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी

अनियंत्रित स्कार्पियो ने बाइक सवार को कुचला. मोके पर 1 मौत, 1 घायल

दरभंगा : शहर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के कगवा गुमटी के पास बीते गुरुवार की देर रात स्कार्पिओ गाड़ी ने एक बाइक में सीधी टक्कर मारते हुए एक दुकान में घुस गई। इस घटना में बाइक पर दो लोग बुरी तरह घायल हो गए। जिन्हे निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां एक की मौत हो गई। 

घटना के बाद मौके पर स्थानीय लोग पहुंच गए और पीछा कर स्कार्पिओ चालक को पकड़ लिया। वहीं स्कॉर्पियो पर सवार कुछ लोग भाग निकले। स्थानीय लोगो ने स्कार्पियो में तोड़ फोड़ की। 

हंगामा की सूचना पर मोके पर गस्ती कर रहे खुद थानेदार मदन प्रसाद भी पहुंचे। पुलिस ने हंगामा शांत करवाना चाहा तो आक्रोशित स्थानीय लोगो ने पुलिस की गाड़ी पर हमला कर दिया जिससे पुलिस की कार के शीशे तोड़ दिए व छतिग्रस्त कर दिया।

स्कार्पियो का चालक बालम गिरी जो औराही मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। जबकि मृतक की पहचान अशोक यादव और घायल की रुपेश यादव के रुप मे हुई है। 

संतोष तिवारी की रिपोर्ट

पीएचईडी विभाग का पानी सुखा? : प्रखंड मुख्यालय के पानी टंकी मे जलनदारद

मुजफ्फरपुर : सरकार पानी के लिए जलमीनार बनाती है, ताकि आम जनता को इसका लाभ मिल सके। 

खासकर भीषण गर्मी में लोगो को ठंडा और शुद्ध जल मिल पाए। लेकिन हकीकत मे ऐसा कुछ हो नही रहा। सरकार ने जलमीनार तो बना दिया है, लेकिन इसमे पानी ही नदारद है।

ये तस्वीरे बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के गायघाट प्रखंड मुख्यालय स्थित की है। पीएचईडी विभाग द्वारा बना जल मीनार तो है, लेकिन इस जल मीनार में जल समाप्त है।

यूं कहे तो महीनो या सालो से बंद पड़ा, लेकिन अबतक प्रखंड मुख्यालय स्थिति कार्यालयों में बैठने वाले पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधि की इसपर नजर नहीं पड़ी है। 

इस जलमीनार का पाइप लाइन गायघाट स्वास्थ्य विभाग, प्रखंड मुख्यालय और आसपास के मोहले में गए हुए है, ताकि प्रखंड मुख्यालय आने वाले लोगो को शुद्ध पेयजल मिल सकें, लेकिन यहा स्थिति बद से बदतर है। 

अब बड़ा सवाल ये है कि क्या जलमिनार पुनः शुरू होगा, क्या लोगो को शुद्ध जल मिलेगा, या ऐसे ही ताला लटका रहेगा।

मुजफ्फरपुर से संतोष तिवारी