*नवोदय विद्यालय के स्थापना दिवस पर छात्रों ने स्कूली दिनों की यादों ताजा की*


‌‌लखनऊ- हम नव युग की नई भारती, नई आरती/हम स्वराज्य की ऋचा नवल/भारत की नवलय हों/नव सूर्योदय, नव चंद्रोदय/हमीं नवोदय हों" प्रार्थना के साथ नवोदय विद्यालय स्थापना दिवस और एल्युमिनाई मीट समारोह का आयोजन वाराणसी में बीएचयू स्थित शताब्दी कृषि भवन में किया गया। इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, असम इत्यादि विभिन्न राज्यों के पुरातन नवोदय विद्यार्थी शामिल हुए और अनेकता में एकता की विशिष्टता को रेखांकित करते हुए स्कूली दिनों की यादों को ताजा किया। 

बीएचयू के कुलगीत, नवोदय प्रार्थना, स्वागत गीत के बीच अतिथियों ने पं. मदन मोहन मालवीय और नवोदय विद्यालय के संस्थापक राजीव गाँधी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उत्तर प्रदेश डाक परिमंडल वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि अप्रैल, 1986 में दो नवोदय विद्यालयों से आरंभ हुआ यह सफर आज 661 तक पहुँच चुका है। देश भर में नवोदय विद्यालय के 16 लाख से अधिक विद्यार्थियों का नेटवर्क समाज को नई दिशा देने के लिए तत्पर है। आज नवोदय एक ब्रांड बन चुका है। राजनीति, प्रशासन, चिकित्सा, इंजीनियरिंग, सैन्य सेवाओं से लेकर विभिन्न प्रोफेशनल सेवाओं, बिजनेस और सामाजिक सेवाओं में नवोदयन्स पूरे भारत ही नहीं वरन पूरी दुनिया में अपना अलग मुकाम बना रहे हैं। श्री यादव ने कहा कि अमृतकाल में भारत के उज्जवल भविष्य का निर्माण करने में नवोदयन्स की अहम भूमिका है। नवोदय विद्यालय एक सरकारी संस्थान होने के बावजूद उत्कृष्ट शिक्षा और बेहतर परीक्षा परिणामों की वजह से आज शीर्ष पर है।

बरेका में चीफ इंजीनियर रणविजय सिंह ने कहा कि हमारे व्यक्तित्व के निर्माण में नवोदय का बहुत योगदान रहा है। हम वहाँ ज़िंदगी को समझना और सही मायनों में जीना सीखते हैं। श्री काशी विश्वनाथ धाम में सीआरपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट विनोद सिंह ने कहा कि नवोदय परिवार आज भी बेहद संगठित है और लोग एक दूसरे से दिल से जुड़े हैं। सुख-दुःख में एक दूसरे के साथ जिस तरह से खड़े रहते हैं, वह मन में हैरत ही नहीं गर्व भी पैदा करता है। 

सम्मानित होने वाले नवोदयंस- इस अवसर पर नवोदय विद्यालय के पुरा विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया। 

वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव, बीएचयू हिंदी विभाग प्रोफेसर डॉ. सत्यपाल शर्मा, फिजिक्स प्रोफ़ेसर डॉ. सुरेंद्र कुमार, बरेका चीफ इंजीनियर रणविजय सिंह, श्री काशी विश्वनाथ धाम में सीआरपीएफ असिस्टेंट कमांडेंट विनोद सिंह, डीआरएम ऑफिस में इंजीनियर अभिषेक सिंह, बिजली विभाग अधिशाषी अभियंता चंद्रशेखर चौरसिया, सर सुन्दरलाल चिकित्सालय, बीएचयू में सीनियर नर्सिंग ऑफिसर ममता मिश्रा, मंचीय कवि दानबहादुर सिंह, एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ. पंकज गौतम, असिस्टेंट प्रोफ़ेसर डॉ. सत्यपाल यादव, पुलिस उप निरीक्षक सुनील गौड़, डॉ. प्रदीप गौतम, विमलेश कुमार, अमित त्रिपाठी इत्यादि सम्मानित हुए।

*प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य कर रही है,सपा-बसपा ने गुंडे, माफियाओं को संरक्षण दिया- संजय निषाद*


लखनऊ- शनिवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष-निषाद पार्टी एवं कैबिनेट मंत्री (मत्स्य विभाग) डॉ संजय कुमार निषाद ने अपने सरकारी आवास 1 विक्रमादित्य मार्ग पर उमेश पाल और गनर संदीप निषाद हत्याकांड को लेकर प्रेसवार्ता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति के आधार पर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार आज भ्रष्टाचार मुक्त, माफिया मुक्त, गुंडा मुक्त, भय मुक्त और अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश की ओर ले जा रहे हैं किंतु सपा-बसपा की सरकार के समय अपराधियों को संरक्षण दिया जाता था। अपराधी भयमुक्त खुलेआम अपराध करके घूमता था, उन्होंने कहा कि आज अपराधियों और माफियाओ पर नकेल कसी जा रही है तो सपा-बसपा के पेट मे दर्द हो रहा है।

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी पिछड़ो और दलितों के नाम पर राजनीति करके 30 साल तक शासन किया किन्तु उमेश पाल और उनके गनर सन्दीप निषाद दोनों ही पिछड़ी जाति से आते थे, किसी विपक्षी पार्टी को उनके प्रति सहानुभूति नहीं है, विपक्षी पार्टियों को अपराधियों के संरक्षण और उनके प्रति प्रेम जगजाहिर करने में व्यस्त है। अतरौलिया विधानसभा से सपा के स्थानीय विधायक तक शहीद संदीप निषाद के घर तक संवेदना व्यक्त करने नहीं गए।, शहीद और पुलिस किसी सरकार के नही होते है वो इस प्रदेश और देश के लिए अपने दायित्व को निभाते हुए शहीद हुआ है किंतु विपक्ष को राजनीति करनी है। शहीद को श्रद्धांजलि देना उनके बस की बात नहीं केवल शहीदों का अपमान करना जानती है सपा-बसपा।

उन्होंने कहा कि अखिलेश और मायावती की पार्टियों से ही माफियाओं को मदद मिली है, आज सरकार दहशत फैलाने वालों को सजा दके रही है। मुख्यमंत्री योगी के नेतृत्व में सरकार गुंडो और माफियाओ को खत्म कर रही है, पुरानी सरकारें गुंडे-माफियाओ को संरक्षण देती थी, हमारी सरकार सजा दे रही है, विपक्षी दल जनता के साथ नहीं हत्यारों के साथ खड़ी है, विपक्षी हत्यारों का मनोबल बढ़ा रहे, पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दुर्दांत अपराधी मारे गए, विपक्षी वोट लेने पिछडो के पास जाते हैं, घटना पर साथ नहीं जाते है।

*28 अप्रैल को प्रदर्शित हॉरर फिल्म 'बेरा- एक अघोरी' रहस्य रोमांच से भरपूर होगी*


लखनऊ- धिराल एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी हॉरर हिन्दी फीचर फिल्म "बेरा - एक अघोरी" आगामी 28 अप्रैल को अखिल भारतीय स्तर पर प्रदर्शित होगी। इस बात की जानकारी फिल्म के निर्माता राजू भारती ने शनिवार को राजधानी में एक प्रेसवार्ता में दी।

उन्होने बताया कि फिल्म बेरा-एक अघोरी के लेखक हैं शक्तिवीर धिराल और निर्देशक हैं प्रेम धिराल। राजू भारती ने बताया कि मूलतः हॉरर विषयक फिल्म "बेरा - एक अघोरी " में सिर्फ डरावने दृश्य ही नहीं हैं, बल्कि रोचक और लुभावने किस्से भी हैं। इसमें रहस्य, रोमांच के समानांतर रोमांस का तड़का भी है, जो नौजवानों को खूब पसंद आयेगा। उन्होने बताया कि इन सारे इंद्रधनुषी दृश्यों को आपके समक्ष जीवंत रूप में दिखायेंगे अभिनेता शक्ति धिराल, प्रेम धिराल और प्राजक्ता शिंदे।

फिल्म निर्माता राजू भारती ने बताया कि फिल्म में संगीतकार जोड़ी प्रेम-शक्ति ने कर्णप्रिय संगीत दिया है। नक्काश अजीज, शाहिद माल्या और वैशाली द्वारा गाये गीतों के लोकप्रिय होने की उम्मीद है। फिल्म के डीओपी रोशन खड़गी हैं। ऑडियो लैब मीडिया कॉर्पोरेशन द्वारा प्रदर्शित होने जा रही हॉरर फिल्म "बेरा - एक अघोरी " 28 अप्रैल 2023 से सिनेमाघरों में दिखाई जायेगी।

फिल्म के निर्देशक और अभिनेता प्रेम धिराल ने बताया कि फिल्म बेरा एक अघोरी, तंत्र मंत्र की दुनिया से दूर एक साफ सुथरी हॉरर, रहस्य रोमांच से लबरेज होने के साथ रोमांस से भी भरपूर है। निर्देशक ने फिल्म के बारे में बताया कि यह फिल्म एक ऐसी सुंदरी की कहानी है जो अपने दो प्रेमियों शक्ति और प्रेम को अपनी अंगुली पर नचाती है और स्वयं मोहित हो कर दोनों के मध्य पेंडुलम बन जाती है, जो काफी रोमांचक होगा।

फिल्म अभिनेता शक्ति धिराल ने बताया कि फिल्म 'बेरा - एक अघोरी ' एक नयी सोच वाली नये ज़माने और नये मिजाज की फिल्म है, इसको यंगस्टर्स खूब एंज्वॉय करेंगे। फिल्म की अभिनेत्री प्रजक्ता शिन्दे ने बताया कि फिल्म में उनकी भूमिका एक ऐसी लड़की की है, जो पहले अपने दो प्रेमियों को अपने प्रेम जाल में फंसा कर अपनी उंगलियों पर नचाती है और फिर दोनो के बीच खुद फंस जाती है। उन्होने बताया कि लखनऊ के बारे में जितना सुना था। उससे ज्यादा कहीं देखने-सुनने को मिला। यहां का खानपान, बातचीत का सायराना ढंग और यहां के चिकन के कपड़े और इमारतें अपनी ओर बहुत आकर्षित करती है।

*नगर पालिका व नगर पंचायत अध्यक्ष प्रत्याशियों की रालोद ने की घोषणा*


लखनऊ- राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जयन्त सिंह ने नगरीय निकाय चुनाव के नगर पालिका व नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशियों की घोषणा की है।

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने नगर पालिका और नगर पंचायत अध्यक्षों की पहली सूची जारी की।

सूची जारी करते हुए बताया कि राया (मथुरा) से वीरेन्द्र सिंह, बलदेव (मथुरा) से रामकिशन वर्मा, राधाकुंड (मथुरा) से बृजकिशोर, (बागपत) से रियाजुददीन, खेकड़ा (बागपत) से रजनी धामा, मवाना (मेरठ) से अयूब कालिया, मोदी नगर (गाजियाबाद) से विनोद गौतम, लोनी (गाजियाबाद) से रंजीता धामा, पतला (गाजियाबाद) से रीता चौधरी, गंगोह (सहारनपुर) से शमा परवीन, अम्बेहटा पीर (सहारनपुर) से रेशमा, ननौता (सहारनपुर) से नावेद अख्तर, जलालाबाद (शामली) से अब्दुल गफ्फार, गढ़ी पुख्ता (शामली) से प्रमोद, कांधला (शामली) से मिर्जा फैसल बेग, खतौली (मुजफ्फरनगर) से शाहनवाज लालू, पुरकाजी (मुजफ्फरनगर) से श्री बसारत खां, हल्दौर (बिजनौर) से अमर सिंह पम्मी, सहसपुर (बिजनौर) से शबाना जहीन को प्रत्याषी घोषित किया है।

दूबे ने बताया कि शीघ्र ही प्रत्याशियों की दूसरी सूची भी जारी कर दी जायेगी।

*अग्नि सुरक्षा सप्ताह के तहत आज लखनऊ के विभिन्न स्कूलों में आग बुझाने, आग से बचाव एवं अग्निशमन उपकरणों को चलाने का दिया गया प्रशिक्षण*


लखनऊ- अग्नि सुरक्षा सप्ताह के तहत शनिवार को लखनऊ के कई स्कूलों में आग बुझाने ,आग से बचाव एवं अग्निशमन उपकरणों को चलाने का प्रशिक्षण पुलिस महानिदेशक,अग्निशमन तथा आपात सेवा लखनऊ अविनाश चंद्र के निर्देशानुसार व मुख्य अग्निशमन अधिकारी मंगेश कुमार के निकट पर्यवेक्षण में शिव दरस प्रसाद अग्निशमन अधिकारी गोमती नगर लखनऊ द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।

शिव दरस प्रसाद ने बताया कि अग्नि आपदा जोखिम के लिए लखनऊ एक संवेदनशील महानगर है अग्नि आपदाओं से ना केवल जन-सम्पत्ति ,राष्ट्रीय संपत्ति के साथ साथ जन-जीवन की भी हानि होती है और विकास की प्रक्रिया को भी प्रभावित करती है। ऐसी दशा में जन जागरूकता, प्रशिक्षण एवं सतर्कता से अग्नि आपदा जोखिम को न्यूनीकरण किया जा सकता है ।शैक्षणिक संस्थान समाज और राष्ट्र के लिए वर्तमान एवं भावी की पीढ़ी तैयार करते हैं यहां प्रशिक्षण देने पर अग्नि आपदा जोखिम न्यूनीकरण करने हेतु छात्र-छात्राओं के अन्दर अभ्यास करा कर किसी भी आगामी बड़ी से बड़ी घटनाओं से बचाव कार्य किया जा सकता है विद्यार्थियों को जागरूक किए जाने का प्रयास अति आवश्यक हैं।

सिटी मान्टेसरी स्कूल गोमती नगर लखनऊ और रॉयल माउण्ट एकेडमी विभाव खण्ड लखनऊ के छात्र छात्राओं को आग से बचाव ,आग बुझाने और अग्निशमन उपकरणों को चलाने का अभ्यास कराया गया है। साथ ही अग्नि से बचाव के लिए छात्र-छात्राओं के माध्यम से उनके परिवारिक जनों को भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। जैसे बिजली के निर्धारित भार का ही प्रयोग करने का सुझाव दिया गया है ,बिजली के प्लाग में निर्धारित विद्युत उपकरण का प्रयोग करने से अग्नि दुर्घटनाओं पर विराम लगाया जा सकता है।कई बार बिजली के प्रेस का उपयोग के बाद बंद करना भूल जाते हैं इसलिए विद्युत उपकरणों के प्रयोग के तुरन्त बाद उसे बन्द कर देना चाहिए ।मोमबत्ती ,चिराग, अंगेठी का अगर इस्तेमाल करना पड़े तो उसे सुरक्षित स्थान पर रखें।एलपीजी गैस का सिलेंडर सदैव खड़ा रखें, रात्रि में सोने से पहले एलपीजी गैस सिलेंडर को रेगुलेटर से बंद कर दें ,एलपीजी गैस लीकेज करने पर किचन में किसी भी प्रकार के विद्युत उपकरणों को आंफ अथवा आन ना करें।

विद्युत उपकरणों में आग लगने पर बिजली की संपूर्ति बंद करने के बाद बुझाये। किसी भी दशा में पण्डाल की ऊंचाई 03 मीटर से कम नहीं होनी चाहिए ,पण्डाल के चारों तरफ 4.5 मीटर का खुला स्थान होना चाहिए ।जिससे लोग सुरक्षित बाहर निकल सकें, बाहर निकलने का गेट 05 मीटर से कम चौड़ा नहीं होना चाहिए और बाहर निकलने का रास्ता गुफा की तरह नहीं बनाया जाएगा।

कार्यालय में धूम्रपान न करें घर व कार्यालय में धूम्रपान की स्थिति में बीड़ी और सिगरेट को बुझा कर फेंकें दे। आग लगने पर निर्धारित पलायन मार्गों का प्रयोग करें। आग लगने पर सीढ़ी का प्रयोग करें तथा फायर चेक डोर बंद रखें। आग लगने पर लिफ्ट का प्रयोग कदापि ना करें का सुझाव दिया गया और आग बुझा कर एवं अग्निशमन उपकरणों को चलाकर आग से बचाव एवं आग बुझाने का प्रदर्शन किया गया।

ये प्रशिक्षण एवं बीमा स्टेशन में सिटी मांटेसरी स्कूल गोमती नगर की संगीता बनर्जी प्रधानाचार्य, ख्याति लम्बा, गरिमा जैन ,स्मृति दीक्षित एवं रुचिता सखरबाल अध्यापिकाओं सहित 900 छात्र -छात्राएं सम्मिलित हुए। रॉयल माउण्ट एकेडमी विभव खण्ड लखनऊ के श्री राम कुमार यादव प्रबंधक रामा शंकर ,रमन ,रामशेर, अशोक, मीरा, सावित्री एवं रामगुनी अध्यापिकाओं सहित 350 छात्र छात्राओं ने प्रशिक्षण में भाग लिया।

शाहजहांपुर के गर्रा नदी के पुल के नीचे गिरी ट्रैक्टर-ट्राली, 13 लोगों की मौत


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में शनिवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी। शाहजहांपुर के गर्रा नदी के पुल से नीचे ट्रैक्टर-ट्राली गिर गई। जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई है। साथ ही एक दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना है। बचाव कार्य अभी जारी है। शाहजहांपुर में हुए इस हादसे के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जाहिर किया है।

सभी श्रद्धालु गर्रा नदी में जल भरने आये थे। यह हादसा थाना तिलहर क्षेत्र के बिरसिंगपुर गांव के पास का बताया जा रहा है। हादसे के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई, जिसके बाद प्रशासनिक अफसर भी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया है।

जानकारी के मुताबिक ददरौल के सुनौरा गांव में आकाश तिवारी के यहां कथा का आयोजन हो रहा है। गांव के कई लोग शनिवार की सुबह ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर तिलहर क्षेत्र में निगोही मार्ग पर बिरसिंहपुर गांव के पास गर्रा नदी से जल लेने आए थे। ट्रॉली में महिलाओं और बच्चों समेत करीब 40 लोग सवार थे। हादसे में 13 लोगों को मौत हो गई है।

जल भरने से पहले चालक ट्रैक्टर-ट्रॉली गर्रा नदी के पुल पर मोड़ रहा था। बैक करते वक्त ट्रॉली पुल से नीचे उतर गई। इसी दौरान ट्रॉली ट्रैक्टर समेत पुल से नीचे जा गिरी। घटना के वक्त ट्रॉली में महिलाएं, बच्चे समेत कई लोग सवार थे। हादसा होते ही चीख-पुकार मच गई।

आसपास के लोग घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। लोगों ने पुलिस को सूचना देने के साथ ट्रॉली को सीधा किया। ट्रॉली के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल भिजवाया। बताया जा रहा है कि 13 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग घायल हैं। इन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है।

*साइबर क्राइम विभाग को जल्द मिलेगा अपना प्रशासनिक भवन*


लखनऊ। अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही योगी सरकार अब जल्द ही साइबर क्राइम के मामलों में भी प्रभावी कार्यवाही में सक्षम हो सकेगी।

दरअसल, हाल में ही सीएम योगी ने यूपी पुलिस की साइबर विंग की समीक्षा बैठक में शासन को विंग के खाली पदों को भरने और उन्हे जरूरत के अनुसार अन्य आवश्यक चीजें उपलब्ध कराने के लिए खाका तैयार करने को कहा है। साथ ही उन्होंने साइबर क्राइम विभाग को जल्द ही उनका अपना प्रशासनिक भवन भी उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।

विभाग इसके लिए ब्लू प्रिंट तैयार करवा रहा है। उच्च अधिकारियों का मानना है कि अपना प्रशासनिक भवन होने के बाद साइबर क्राइम से जुड़े मामलों और उनकी जांच की कार्यवाही पर बेहतर ढंग से निगरानी की जा सकेगी। उल्लेखनीय है कि सीएम योगी के नेतृत्व में पिछले 6 वर्षों में प्रदेश में अपराध की घटनाओं में काफी कमी आयी है। वहीं योगी सरकार ने अपराध को कम करने के लिए यूपी पुलिस को हर संभव संसाधन, मैनपॉवर उपलब्ध कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी है।

इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समय-समय पर गृह विभाग और यूपी पुलिस की विभिन्न विंग्स की समीक्षा बैठक की।

साइबर क्राइम विंग की हर जरूरत को किया जाएगा पूरा: सीएम

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को साइबर विंग की समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने बताया कि जनपद स्तर पर साइबर सेल की स्थापना के बाद साइबर अपराधों में पिछले तीन साल में काफी कमी आई है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में साइबर अपराध के 11770 मामले दर्ज किए गए थे वहीं वर्ष 2022 में करीब सात हजार मामले दर्ज किए गए।

अगर बात वर्ष 2023 की करें तो मार्च तक सिर्फ पंद्रह सौ ही मामले दर्ज हुए हैं। इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जीरो टॉलरेंस नीति के तहत साइबर अपराध पर शत प्रतिशत लगाम लगाने के लिए विभाग को जिन संसाधनों की आवश्यकता है उनका खाका तैयार करें, जिससे कार्रवाई को और तेज किया जा सके। ऐसे में अधिकारियों ने बताया कि साइबर अपराध पर लगाम लगाने के लिए विभाग के अपने प्रशासनिक भवन की नितांत आश्वयकता है। साथ ही रिक्त पदों को भरने, वाहन, साइबर क्राइम से जुड़े अत्याधुनिक उपकरण, मुख्यालय स्तर पर एडवांस साइबर फारेंसिक लैब, परिक्षेत्रीय साइबर क्राइम थानों पर बेसिक साइबर फॉरेंसिक लैब, प्रत्येक जनपद में साइबर क्राइम थानों की स्थापना की जरूरत है।

इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों को सभी का ब्योरा तैयार कर शासन को सौंपने का निर्देश दिया है। उन्होंने विभाग को आश्वस्त किया कि जल्द ही उनकी सारी जरूरतों को पूरा किया जाएगा।

साइबर क्राइम विंग में 373 पद हैं खाली

समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने सीएम योगी को बताया कि वर्तमान में विंग में करीब 373 पद खाली हैं, जो अपर पुलिस अधीक्षक से लेकर कंप्यूटर ऑपरेटर तक के हैं। बैठक में बताया गया कि विभाग में 3 पद अपर पुलिस अधीक्षक, 7 पद पुलिस उपाधीक्षक, 75 पद निरीक्षक, 75 पद उपनिरीक्षक, 23 पद मुख्य आरक्षी, 128 पद आरक्षी, 23 पद आरक्षी चालक, 7 फालोवर और 32 पद कंप्यूटर ऑपरेटर के खाली हैं।

इस पर सीएम योगी ने अधिकारियों को सभी पदों का खाका तैयार कर शासन को जल्द से जल्द सौंपने को कहा है ताकि इन पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जा सके।

संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की मनाई गई जयंती


लखनऊ। शुक्रवार को संविधान के शिल्पकार, ज्ञान के प्रतीक भारत रत्न, बाबासाहेब डॉ भीमराव अंबेडकर जी का 132 वां"अवतरण दिवस" समारोह मड़ियाहूं थाना क्षेत्र स्थित आई आई एम रोड के निकट एल्डिको सिटी के क्लब में बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया। जिसमें कॉलोनी के समस्त निवासी गणो ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम का संचालन पूनम सिंह द्वारा किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ भगवान "गौतम बुद्ध" के चित्र पर पुष्प मालाओं से करते हुए बाबासाहेब को माल्यार्पण किया गया एवं समस्त सम्मानित नागरिकों द्वारा बाबा साहब अंबेडकर एवं भगवान बुद्ध को पुष्प अर्पित करके श्रद्धा व्यक्त की गई। इसके पश्चात नीलम सिंह द्वारा बाबा साहब के लिए आरती गीत प्रस्तुत किया गया।

आरती गीत के बाद बाबा साहब के लिए विशालकाय "केक" नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा काटा गया एवं केक कटने के तुरंत बाद बाबा साहब द्वारा संविधान में दिए गए उद्देशिका को आत्मसात करते हुए दोहराया गया। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम जो बच्चों द्वारा तैयार किए गए थे प्रस्तुत किए गये। कार्यक्रम में सुरेश चंद्र रावत एवं वीके सिंह ने बाबा साहब के लिए अपने उद्गार व्यक्त किए गए।

अपराहन 12:15pm से एल्डिको सिटी कॉलोनी के मुख्य द्वार पर भंडारे का आयोजन भी किया गया। जिसमें लगभग 3000 से ऊपर व्यक्तियों ने बाबा साहब अंबेडकर जी के " अवतरण दिवस का प्रसाद ग्रहण किया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में मुख्य रूप से सुरेंद्र वर्मा, रामप्रवेश सरोज, डॉ अवधेश मौर्य, डॉ ज्ञानेंद्र, रमा चक्रवर्ती, श्याम सुंदर, अनिल राठौड़, जयप्रकाश, अवधेश जयंत, कमलेश कमल, पूनम सिंह, नीलम सिंह, आरएन वर्मा, सीएल राजन तथा राम कुमार आदि सम्मानित जनो का सराहनीय सहयोग रहा।

*डा अम्बेडकर का संघर्ष हर पीढ़ी के लिए मिशाल: केशव प्रसाद मौर्य*


लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने महान विधि वेत्ता एवं सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाने वाले, संविधान शिल्पी भारत रत्न ,बाबा साहब डा भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उन्हें विनम्र व आत्मिक श्रद्धांजलि अर्पित की है।

श्री मौर्य ने शुक्रवार को अपने कैम्प कार्यालय 7-कालिदास मार्ग पर डा भीमराव अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धासुमन अर्पित किए।

भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को उनकी जयंती पर नमन करते हुए कहा कि समाज के वंचित वर्गों को मुख्यधारा में लाने के लिए किया गया उनका संघर्ष हर पीढ़ी के लिए एक मिसाल बना रहेगा।

कहा कि भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्पी, बाबासाहब डॉक्टर भीमराव आंबेडकर ने समतामूलक, न्यायपूर्ण समाज बनाने के लिए आजीवन संघर्ष किया। आज हम उनके जीवन तथा विचारों से शिक्षा ग्रहण करके उनके आदर्शों को अपने आचरण में ढालने का संकल्प लें।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर के सपनों को भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार की दोनों सरकारें मिलकर ‘सबका साथ, -,सबका विकास‘- सबका विश्वास के मूल मंत्र के साथ लेकर साकार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब का कहना है कि एक रोटी कम खाना, शिक्षित जरूर बनों। उन्होंने कहा कि भारत सरकार व प्रदेश सरकार, दोनों सरकारों द्वारा समाज के सभी वर्गों के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं, जिसके द्वारा सभी गरीबों के हित के कार्य हो रहे हैं तथा चहुंमुखी विकास हो रहा है।

उन्होंने कहा कि हम सभी को बाबा साहब के विचारों व आदर्शों का न केवल अनुकरण करना चाहिए, बल्कि आत्मसात भी करना चाहिए।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट: असद दो, गुलाम एक गोली में हो गया ढेर


लखनऊ । झांसी एनकाउंटर में मारे गए माफिया अतीक अहमद के बेटे असद और शूटर गुलाम का 3 डॉक्टरों के पैनल ने गुरुवार देर रात 2 बजे तक पोस्टमॉर्टम किया। रिपोर्ट के अनुसार, माफिया के बेटे असद को दो गोलियां लगीं, जबकि शूटर गुलाम एक ही गोली में ढेर हो गया।वहीं असद को दो गोलियां लगी हैं। एक गोली पीछे से पीठ में लगकर दिल और सीने को चीरते हुए बाहर निकल गई। जबकि दूसरी गोली सीने में लगी और गले में जाकर फंस गई।

पूरे पोस्टमार्टम की कराई गई वीडियोग्राफी

डॉक्टरों की टीम ने शरीर के भीतर से गोली को बरामद किया है। वहीं, शूटर गुलाम को सिर्फ एक गोली लगी, जो पीठ में लगकर दिल व सीने को चीरते हुए बाहर निकल गई। गोली से ही दोनों की मौत हुई है।डॉ. शैलेश गुप्ता, डॉ. नीरज सिंह और डॉ. राहुल पाराशर के पैनल ने रात करीब 9 बजे पोस्टमार्टम शुरू किया। दाेनों शवों के पोस्टमार्टम करने में करीब 5 घंटे का वक्त लगा। इस दौरान पूरे पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।

रात में झांसी पहुंच गए अशद के परिजन

देर रात तक न तो असद के परिजन झांसी पहुंचे और न ही गुलाम का परिवार लाश लेने के लिए आया। पोस्टमार्टम के बाद दोनों के शव पोस्टमार्टम हाउस में रखवाए गए हैं। आसपास भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया है। बाहर पुलिस का पहरा लगाया गया है।असद और गुर्गे गुलाम के शवों का अंतिम संस्कार दोपहर बाद प्रयागराज के कसारी मसारी कब्रिस्तान में किया जाएगा। इसकी तैयारियां पूरी की जा रही हैं और कब्र खोदने का काम सुबह से ही चल रहा है। कसारी मसारी कब्रिस्तान अतीक अहमद के घर के कुछ ही दूर पर स्थित है।

गुलाम का शव लेने को तैयार नहीं परिवार

गुलाम की मुठभेड़ में मौत के बाद उसके भाई राहिल हसन ने कहा कि वह गुलाम हसन का शव नहीं लेंगे। वह आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति था। उसने हमारे परिवार की छवि को मिट्टी में मिलाने का कार्य किया है। इसलिए हम उसके शव को नहीं लेंगे।