बसपा प्रमुख मायावती ने डा. भीमराव अंबेडकर को दी श्रद्धांजलि


लखनऊ । बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने लखनऊ में डॉ. भीमराव अंबेडकर की 132वीं जयंती समारोह में डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, "बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने मानवतावादी और कल्याणकारी संविधान देकर आधुनिक भारत की मजबूत नींव रखी। आज उनकी जयंती पर शत-शत नमन। उनका जीवन संघर्ष करोड़ों गरीबों, मजदूरों, वंचितों व अन्य मेहनतकशों के लिए आज भी उम्मीद की किरण हैं।

उन्होंने कहा, उनसे प्रेरणा लेकर उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के रुके कारवां को आगे बढ़ाने तथा जाति के आधार पर तोड़े गए लोगों को जोड़ने के लिए आज ही के दिन 14 अप्रैल सन 1984 को बहुजन समाज पार्टी की देश में स्थापना की गई, जो खासकर यूपी में सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति की मिसाल बना।

बाबा साहेब ने वंचितों को अपनी आवाज की धार दी : सीएम योगी


लखनऊ । बाबा साहेब ने दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित विश्विविद्यालय से उच्च शिक्षा की डिग्री हासिल की। इसके बावजूद उन्हें उन विकृतियों और सामाजिक कुरीतियों का सामना करना पड़ा, जो भारतीय समाज को सदैव कमजोर करती रही। मगर उनकी परवाह ना करते हुए वंचितों की आवाज बनकर तथा उन्हें अपनी आवाज की धार देकर उनकी लड़ाई को लड़ने का कार्य किया।

बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए योगी श्रद्धांजलि अर्पित की

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को भारत रत्न बोधिसत्व बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती पर अंबेडकर महासभा की ओर से आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। इससे पूर्व उन्होंने हजरतगंज स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की।

बाबा साहेब का सपना आज धरातल पर साकार होता दिख रहा है

योगी ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ना केवल भारत बल्कि दुनिया के सभी दमित, शोषित और वंचितों की आवाज हैं। दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के लिए दुनिया का सबसे बड़ा संविधान बनाकर उन्होंने एक नये युग का सूत्रपात किया। दुनिया में किसी भी पीड़ित को आवाज देनी हो बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर हमेशा प्रकाश पुंज के रूप में उदाहरण होते हैं। वंचितों का उत्थान अब केवल नारा नहीं है, बाबा साहेब का सपना आज धरातल पर साकार होता दिख रहा है।

पूरा देश सदैव कृतज्ञ भाव से उन्हें नमन करता है: योगी

अपने उद्बोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि उसी का प्रभाव है कि पूरा देश सदैव कृतज्ञ भाव से उन्हें नमन करता है। बाबा साहेब के नाम पर इस देश में राजनीति तो बहुत से लोगों ने की, मगर उनके सपनों को साकार करने का कार्य केवल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। उनसे जुड़े स्थलों को तीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया। चाहे महू हो, दिल्ली, मुम्बई, इंग्लैंड का वह भवन जहां रहकर उन्होंने उच्च शिक्षा हासिल की या नागपुर की दीक्षा भूमि, इन सभी स्थलों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित करने का कार्य किया गया।

पासी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए राम सागर रावत


लखनऊ। जानकीपुरम थाना क्षेत्र स्थित एसडी पब्लिक कॉलेज में पासी पार्टी की ओर से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 132 जयंती धूमधाम से मनाई गई। जयंती के मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवशरण पासी ने पासी पार्टी का राम सागर रावत को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त करते हुए उपस्थित कार्यकर्ताओं को शुभकामनाएं दी। 

अभी भी पासी समाज को सही माने में राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं हुआ है:रावत 

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के संघर्षों से ही दलित वंचित समाज के लोगों को आज पढ़ने लिखने से लेकर नौकरियों में अधिकार मिला है, लेकिन अभी भी पासी समाज को सही माने में राजनीतिक अधिकार प्राप्त नहीं हुआ है। जिसकी वजह से पासी पार्टी का गठन किया गया है। पार्टी अपने समाज के साथ-साथ वंचित, गरीब, दलित व पिछड़े सभी वर्गों के लिए काम करेगी। जब तक समाज के लोगों को राजनीति में बराबर की हिस्सेदारी नहीं मिल जाती है। 

पार्टी को पूरे देश में बढ़ाने के लिए वह संघर्ष करेंगे

पार्टी लगातार संघर्ष करती रहेगी। पासी पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष रामसागर रावत ने संकल्प लेते हुए कहा कि पार्टी को पूरे देश में बढ़ाने के लिए वह संघर्ष करेंगे और अपने समाज के लोगों को राजनीतिक हक दिलाने के लिए लगातार संघर्ष करेंगे बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर पार्टी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राज करण वर्मा, दिनेश चंद्र शर्मा, संचालक बंसीलाल रावत, सुनीता रावत , रेनू प्रकाश, माला रावत समेत सैकड़ों की संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और समाज के लोग मौजूद थे।

शिक्षा और भाईचारे की अलख जगाने वाले मौलाना सैयद राबे हसनी नदवी नहीं रहे


लखनऊ। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना सैयद राबे हसनी नदवी का गुरुवार को निधन हो गया। वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्हें बीते शुक्रवार को इलाज के लिये रायबरेली से लखनऊ लाया गया था। उन्हें डाक्टरों की निगरानी में नदवा में रखा गया था। करीब 94 वर्षीय बुजुर्ग आलिम ए दीन मौलाना राबे की शाम करीब चार बजे सांसें थम गईं।इसकी जानकारी जैसे ही लोगों को लगी उनकी हुजूम पहुंचने लगा। लोगों ने छलकती आंखों से उन्हें पुरसा दिया।

सीने में जकड़न और निमोनिया की वजह से लखनऊ लाया गया था

जानकारी के लिए बता दें कि शिखा और भाईचारे की अलख जगाने वाले मौलाना सैयद राबे हसनी नदवी रमजान के महीने में उत्तर प्रदेश के रायबरेली स्थित अपने आवास पर ही रह कर इबादत करते थे। बीते सोमवार को उनको सीने जकड़न और निमोनिया की शिकायत के बाद बीते शुक्रवार को लखनऊ लाया गया। यहां पर नदवा स्थित मेहमानखाने में उन्हें चिकित्सकों की निगरानी रखा गया था। आज शाम को अचानक उनको सांस लेने में दिक्कत हुई और उनका इंतेकाल हो गया। उनके देहांत की खबर फैलते ही नदवा में लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई।

जनाजे की नमाज के बाद रायबरेली में किया जाएगा सुपुर्द ए खाक

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के कार्यकारिणी सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बताया कि रात नदवा में उनके जनाजे की नमाज अदा कराने के बाद सुबह आठ बजे उनके जनाजे की नमाज फिर से रायबरेली में होगी। इसके बाद सुबह उन्हें सुपुर्द ए खाक किया जाएगा। मौलाना राबे को पुरसा देने के लिये मौलाना खाालिद रशीद फरंगी महली, शिया धर्मगुरू मौलाना सैफ अब्बास नकवी, अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री दानिश आजाद अंसारी, उर्दू अकादमी के चेयरमैन कैफुल वरा, मौलाना अब्दुल अली फारूकी, इंट्रीग्रल विश्वविद्यालय के कुलपति वसीम अख्तर के अलावा शहर के तमाम उलमा, सामाजिक कार्यकर्ता और उनके चााहने वालों ने नदवा पहुंच कर खिराजे अकीदत पेश की।

लखनऊ एनआईए कोर्ट ने आतंकी वलीउल्लाह को सुनाई उम्र कैद की सजा, 2006 में वाराणसी में बम धमाके की रचा था षडयंत्र


लखनऊ । आतंकी वलीउल्लाह को दो अलग-अलग आरोपों में लखनऊ एनआईए कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। साथ ही उस पर 10-10 हजार रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई है। 17 साल पहले वाराणसी में होली पर बम की साजिश रचने आरडीएक्स, डेटोनेटर एवं विदेशी पिस्टल के साथ वलीउल्लाह को गिरफ्तार किया गया था। एनआईए के विशेष न्यायाधीश विवेकानंद शरण त्रिपाठी ने वलीउल्लाह को बुधवार को इस मामले में दोषी ठहराया था।

गाजियाबाद की कोर्ट पहले सुना चुकी है फांसी की सजा

आपको बता दें कि वलीउल्लाह को वाराणसी सीरियल ब्लास्ट मामले में पहले ही गाजियाबाद की कोर्ट फांसी की सजा सुना चुकी है। बृहस्पतिवार को अभियोजन की ओर से सरकारी वकील एमके सिंह ने वलीउल्लाह कड़ी सजा दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वलीउल्लाह बहुत ही खतरनाक आतंकी है, जिसके बांग्लादेशी आतंकियों और जैश ए मोहम्मद की शाखा हरकत उल जिहाद अल इस्लामी से भी संबंध है।

सीरियल बम विस्फोट मामले में 17 साल से है जेल में

सरकारी वकील ने कोर्ट में बताया कि वलीउल्लाह ने वाराणसी के विश्व प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर, दशाश्वमेध घाट एवं वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन में सीरियल बम विस्फोट किया था। जिसमें 18 लोगो की मौत हो गई थी तथा 76 लोग घायल हुए थे। वहीं आरोपी की ओर से उसे कम से कम सजा दिये जाने की मांग करते हुए कहा गया कि उसकी उम्र काफी ज्यादा हो चुकी है और साथ ही वह इस मामले में 17 वर्षों से जेल में है।

प्रयागराज के फूलपुर का रहने वाला है वजीउल्लाह

वलीउल्लाह को पांच अप्रैल 2006 को वाराणसी के भेलूपुर के तत्कालीन क्षेत्राधिकारी पीएन त्रिपाठी ने लखनऊ के गोसाईंगंज थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था। जिस समय उसे गिरफ्तार किया गया था उस समय उसके पास से फैक्ट्री मेड पिस्टल, जिंदा कारतूस के अलावा डेढ़ किलो आरडीएक्स मिला था। जानकारी के लिए बता दें कि वलीउल्लाह प्रयागराज जिले के फूलपुर गांव का निवासी है। फूलपुर में वलीउल्लाह के भाईयों का परिवार आज भी रहता है। वह पांच भाइयों में सबसे छोटा है। देवबंद से पढ़ाई की और फिर मस्जिद में इमाम बना। वलीउल्लाह लकड़ी का कारोबार करता था। वाराणसी बम धमाकों में वलीउल्लाह की गिरफ्तारी के बाद पत्नी और बच्चे फूलपुर छोड़कर कहीं अज्ञात स्थान पर चले गए जो वापस लौटकर नहीं आए।

विभिन्न धर्मगुरुओं ने एकसाथ बैठकर खोला रोजा, प्रदेश वासियों को दिया एकता का संदेश


लखनऊ।रमजान के खास अवसर पर सभी धर्म सम्प्रदाय के आपसी सद्भाव व भाईचारे के बन्धन को अटूट बनाये रखने की दुआ के साथ जश्न-ए- आजादी ट्रस्ट एवं उ.प्र. जिला मान्यता प्राप्त पत्रकार एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में रोजा इफ्तार का कार्यक्रम होटल रॉयल कैफे में सम्पन्न हुआ।

इस ’रोज़ा इफ्तार’ पार्टी में विभिन्न धर्मो के अनुयाइयों एवं धार्मिक गुरुओं के साथ ही समाजसेवियों,पत्रकारों ने शिरकत की। रोजा इफ्तार में शामिल होने वाली प्रख्यात हस्तियों में लखनऊ मुस्लिम धर्मगुरु खालिद रशीद फिरंगी बौद्ध धर्मगुरु महेंदर सिंह,संघ प्रचारक स्वामी मुरारी दास,सरदार हरपाल सिंह जग्गी, रिटायर आई ए एस अनीस अंसारी, फुडमैन विशाल सिंह,विधान सभा के विशेष सचिव अशोक कुमार, मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के सचिव शिवसरण सिंह, नवाब कंबर केसर, मुर्तुजा अली,सुशील दुबे, फरहत हसन,सरदार परविंदर सिंह,मोहम्मद अली साहिल,असीष तिवारी,कारी इम्तियाज,समाजसेवी लखनलाल आहूजा,रोहित अग्रवाल व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता,मो अफजल, इंतिजार आब्दी बॉबी,ख्वाजा फैजी आदि प्रमुख थे।जिन्होंने साम्प्रदायिक सद्भावना एवं सौहार्द की अनूठी मिसाल प्रस्तुत करते हुए लखनऊ की गंगा-जमुनी तहजीब को नया आयाम प्रदान किया।

रोजे में आये हुए सभी प्रबुद्धजनों का स्वागत जश्न–ए-आजादी ट्रस्ट के अध्यक्ष मुरलीधर आहूजा, महामंत्री निगहत खान,अब्दुल वहीद,जुबैर अहमद ने किया।इस विशाल रोजा इफ्तार की विशेषता यह रही कि इसमें विभिन्न धर्मों एवं सम्प्रदायों के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।रोजा इफ्तार के उपरान्त तमाम रोजेदारों ने नमाज अदा करते हुए देश की अखंडता, आपसी सौहाद्र एवं भाईचारा कायम रखने की दुआ की।मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने रोजेदारों को नमाज अदा करवायी।

इस अवसर पर जश्न-ए-आजादी ट्रस्ट के महामंत्री मुरलीधर आहूजा ने कहा कि यह रोज़ा- इफ्तार सभी धर्मों के अनुयाइयों के सामूहिक सहयोग से सम्पन्न हुआ और यही इसकी महत्वपूर्ण सफलता और खासियत है।

एसोसिएशन के महामंत्री अब्दुल वहीद और सचिव जुबैर अहमद ने कहा कि यह एसोसिएशन पत्रकारिता के दायित्व के साथ-साथ अपने सामाजिक एवं साँस्कृतिक दायित्व भी पूरी जिम्मेदारी से निभा रही है।

इस इफ्तार में आपसी एकता, मैत्री सामाजिक सदभाव की भावना समाज के लिए एक नजीर प्रस्तुत करती है।

रोजा-इफ्तार में जश्न-ए-आजादी समिति के अध्यक्ष मुरलीधरn आहुजा महामंत्री सुश्री निगहत खान,अब्दुल वहीद,जुबैर अहमद,टीम केयर के अध्यक्ष शहजादे कलीम, अभय अग्रवाल, एम. एम. मोहसिन, शाहिद सिद्दीकी,नजम अहसन,नावेद,डी. पी. शुक्ला, तौसीफ हुसैन, महेश दीक्षित,कमर अली, इमरान खान, आमिर मुख्तार, शहाबुद्दीन कुरैशी, चांद कुरैशी, मो कलीम, शैलेंद्र श्रीवास्तव, मो शमीम,हुमायूँ, अनीस वारसी, मो नसीम ,भानु प्रताप सिंह एवं आरिफ मुकीम,तौकीर, विजय गुप्ता, रामबाबू, अमरजीत कुरील, अवधेश सोनकर आदि शामिल थे।

सामाजिक समरसता के बगैर हिंदू संगठन संभव नहीं: दिलीप कुमार


                         

लखनऊ। सामाजिक समरसता मंच लखनऊ विभाग द्वारा विश्व संवाद केन्द्र जियामऊ में बाबा साहब डा.भीमराव रामजी आम्बेडकर जयंती की पूर्व संध्या पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 'अस्पृश्यता उन्मूलन में बाबा डा.भीमराव आम्बेडकर का योगदान'' विषय पर आमंत्रित वक्ताओं ने अपने विचार रखे।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख मनोज जी, सामाजिक समरसता के क्षेत्र संयोजक दिलीप जी प्रो.ए.के.सोनकर और राजकिशोर जी ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर मंचासीन अतिथियों ने डा.आम्बेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

संगोष्ठी के मुख्य वक्ता सामाजिक समरसता विभाग पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के संयोजक दिलीप कुमार ने कहा कि भेद भावना अधर्म है,इसलिए हिन्दू समाज से छुआछूत (अस्पृश्यता) दूर होनी चाहिए।

कोई ऊंच नींच और छोटा बड़ा नहीं है। सब समान है। जन्म से विषमता हमारे किसी शास्त्र में नहीं लिखी है। हिन्दू समाज के किसी भी वर्ग के साथ भेदभाव ठीक नहीं है। लेकिन आज भी समाज में जाति के आधार पर आर्थिक आधार पर भेदभाव हो रहा है।

उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के बगैर हिन्दू समाज में एकता संभव नहीं है। समता युक्त समाज निर्माण करना हमारा काम है। इसके लिए वंचित समाज के शैक्षिक व आर्थिक विकास के लिए काम करना होगा। वंचित समाज के बंधुओं को भी सम्मान के साथ सहभागिता भी चाहिए। क्योंकि हमारी कमियों का फायदा उठाकर दूसरे लोग हिन्दू समाज का बांटने का प्रयास क रहे हैं ।

बाबा साहब डा.भीमराव रामजी आम्बेडकर कहते थे कि अस्पृश्यता केवल अस्पृश्यों का ही प्रश्न नहीं है। यह सम्पूर्ण हिन्दू समाज का प्रश्न है। अस्पृश्यता के निर्मूलन के लिए धार्मिक,सामाजिक,राजनैतिक व आर्थिक इन सभी विषयों पर विचार करना होगा।

बाबा साहब कहते थे कि व्यक्ति की आर्थिक तथा राजनीतिक स्थिति में सुधार होने पर उसे समाज में अपने आप मान्यता प्राप्त हो जाती है।

इसलिए अनुसूचित समाज के बंधुओं को सभी प्रकार के अवसर व सुविधाएं मिलनी चाहिए।

संगोष्ठी के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख मनोज जी ने कहा कि संघ सम्पूर्ण हिन्दू समाज के संगठन के लिए काम करता है। संघ में अस्पृश्यता नहीं है। संघ कार्यपद्धति और कार्यक्रमों की रचना भी इसी प्रकार की गयी है। उन्होंने कहा कि हम सभी हिन्दू भाई—भाई हैं। इसलिए छूआछूत और ऊंचनीच के भाव हटाकर सबको साथ लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है।

सामाजिक समरसता विभाग अवध प्रान्त के संयोजक राजकिशोर ने कार्यक्रम की प्रस्तावना में कहा कि  आज सम्पूर्ण देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सामाजिक समरसता निर्माण के लिए काम कर रहा है। संघ सामाजिक समरसता गतिविधि के माध्यम से यह काम करता है। समाज से विषमता को दूर करने क लिए समय—समय पर अनेक महापुरूषों ने सामाजिक समरसता के निर्माण के लिए काम किया है लेकिन जिस आज देशभर में इसके लिए सामूहिक प्रयास हो रहे हैं।

कार्यक्रम की अध्यक्षता केजीएमयू के जनरल सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.अभिनव अरूण कुमार सोनकर ने की। कार्यक्रम का संचालन सामाजिक समरसता विभाग प्रान्त कार्यकारिणी के सदस्य बृजनन्दन राजू ने की।  हाईकोर्ट के अधिवक्ता प्रदीप कुमार मिश्र ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया।

भाजपा और आरएसएस विषय पर संपन्न हुआ वैचारिक विशाल सम्मेलन


लखनऊ। गुरुवार को बाबा साहेब डा. भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के पूर्व दिवस पर केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर जी द्वारा अटल बिहारी वाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर लखनऊ में "डा. अंबेडकर जी के मिशन को पूरा कर रही है भारतीय जनता पार्टी एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ" विषय पर आयोजित 'वैचारिक विशाल सम्मेलन' संपन्न हुआ।

पारख महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर जी द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय संगठक वी सतीश की गरिमामई उपस्थिति रही।

इस सम्मेलन में मुख्य बात यह थी कि सम्मेलन में सर्वसमाज के हजारों लोग शामिल हुए एवं सभी लोग अपने अपने घर से खाना लेकर आए और सभी लोगों ने कार्यक्रम के बाद सभी धर्म और सभी जाति समाज के लोगों ने एक साथ बैठकर एक दूसरे के साथ भोजन किया यह नजारा देखने लायक था।

इस कार्यक्रम के आयोजक पारख महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी के मिशन शोषण विहीन जाति विहीन समाज की स्थापना के लिए काम कर रहा है और डा. अंबेडकर के मिशन को पूरा कर रहा है।

कौशल किशोर ने बसपा सुप्रीमो पर हमलावर होते हुए कहा कि डॉ आंबेडकर के मिशन को पूरा करने के लिए जो एलान बहुजन समाज पार्टी, काशीराम जी व मायावती जी ने किया था उसको चार बार सत्ता में रहने के बाद भी पूरा नहीं किया जबकि भारतीय जनता पार्टी ने डॉ आंबेडकर जी के मिशन को पूरा करने के लिए तीन बार बहन मायावती को मुख्यमंत्री बनाने में सहयोग किया लेकिन मायावती ने डॉ. आंबेडकर की के मिशन को पूरा करने में कोई भी काम नहीं किया और न ही गरीब, वंचित, पिछड़े वर्ग, दलित व कमजोर तबके के लिए कोई भी काम नहीं किया।

इसके अलावा एक बार जनता ने उन्हें पूर्ण बहुमत दिया इस विश्वास के साथ बहुजन समाज पार्टी की मुखिया बहन मायावती आप डॉक्टर आंबेडकर के मिशन को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी लेकिन पूर्ण बहुमत मिलने के बाद भी डॉक्टर अंबेडकर की विचारधारा पर बसपा और मायावती ने कोई भी काम नहीं किया और ना ही उनके मिशन पर कोई काम किया।

केंद्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने संबोधित करते हुए आगे कहा अब भारतीय जनता पार्टी जब सत्ता में आई तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिनके घर में बिजली नहीं थी उनको सौभाग्य योजना के तहत मुफ्त बिजली का कनेक्शन, उज्जवला योजना के तहत सभी महिलाओं को गैस सिलेंडर चूल्हा मुफ्त में दिया, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहर व गांव में रहने वाले गरीब तबके के लोगों को आवास व शौचालय उपलब्ध कराया, आयुष्मान भारत योजना के तहत 50 करोड जनता को मुफ्त में इलाज देना सुनिश्चित किया, गरीब किसानों को किसान सम्मान निधि के रूप में 6000 रुपए वार्षिक उनके सीधे खाते में मदद करने का काम किया, जन धन योजना के तहत गरीबों के मुफ्त में खाते खुलवाए, प्रत्येक बैंक से एक महिला व एक अनुसूचित जाति के व्यक्ति को उद्यमी बनाने के लिए 10 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपए तक बगैर गारंटी का लोन देकर उन्हें उद्यमी मतलब कल कारखाने का मालिक बनाना सुनिश्चित किया इसके अलावा उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गरीब लड़कियों की शादी में ₹51000 खर्च करके व मजदूरों की लड़कियों की शादी में ₹75000 की आर्थिक सहायता करने का काम किया। कौशल किशोर ने कहा गरीबों के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार व उत्तर प्रदेश के अंदर योगी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पूरी तरह समर्पित होकर के डॉ आंबेडकर के मिशन शोषण विहीन समाज और आर्थिक बराबरी के लिए काम कर रही है और दूसरी तरफ डॉक्टर अंबेडकर जी का मिशन जाति विहीन समाज बनाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने संगठन में जातिसूचक टाइटल लगाना बंद किया।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी व उनसे जुड़े हुए संघ के कार्यकर्ता अपने नाम के आगे जातिसूचक टाइटल नहीं लगाते यह डॉक्टर अंबेडकर के जाति विहीन समाज की स्थापना को पूरा करने के लिए एक आंदोलन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने किया है। कौशल किशोर ने कहा साथियों आज डॉक्टर अंबेडकर को कुछ लोगों ने खास करके बीएसपी ने कोटि-कोटि केवल दलितों का मसीहा बता कर उनके कद को छोटा करने का काम किया डॉक्टर अंबेडकर केवल दलितों के ही मसीहा नहीं थे बल्कि वह सभी समाज के, गरीबों के, पिछड़ों के, वंचितों के, दलितों के, समाजिक रूप से पीड़ित लोगों के, आर्थिक रूप से पीड़ित लोगों के सभी समाज के मसीहा थे डॉक्टर अंबेडकर को अमेरिका ने 20 वीं सदी का सिंबल ऑफ नॉलेज अर्थात ज्ञान का प्रतीक घोषित किया है और ऐसे महान व्यक्ति को कुछ लोगों ने केवल दलितों का मसीहा बता कर उनका अपमान करने का काम किया है डॉक्टर अंबेडकर जैसा बुद्धिमान व्यक्ति बीसवीं सदी में यहीं भारत में पैदा हुआ और इसीलिए हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉक्टर अंबेडकर जी के सभी स्थानों पर जहां जहां पर पढ़े, रहे, पैदा हुए, अंतिम सांस लिया उन सभी स्थानों को पूरी तरह सुसज्जित करके पंचतीर्थ बनाने का काम किया।

जिसमे जहां पैदा हुए महू में स्मारक बनाया और उस नगर का नाम डॉक्टर अंबेडकर नगर रखा, नागपुर में जहां दीक्षा ली उसको दीक्षा स्थल स्मारक बनाने का काम किया गया, इंदु मिल मुंबई चेतन भूमि पर इंदु मिल मुंबई स्मारक बनाने का काम किया, लंदन में रहकर जहां पर वह पढ़ाई किए उसको खरीद कर लंदन में डा अंबेडकर स्मारक बनाने का काम किया और दिल्ली में जहां डॉक्टर अंबेडकर ने अंतिम सांस लिया वहां दिल्ली में स्मारक बना कर पंचतीर्थ का निर्माण भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बहुत ही बड़ा कार्य करने का काम किया और इसीलिए आप जो सच्चे अंबेडकरवादी हैं जो डॉक्टर अंबेडकर की विचारधारा को मानते हैं और उसके मिशन को पूरा करने का काम कर रहे हैं उस सभी लोग बहुजन समाज पार्टी का साथ छोड़कर भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ चुके हैं और जो कुछ लोग बचे हैं वह भी तेजी से जुड़ रहे हैं क्योंकि वह जान गए हैं कि डॉक्टर अंबेडकर जी के मिशन जाति विहीन शोषण विहीन समाज की स्थापना करने का काम भारतीय जनता पार्टी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कर रहा है।

कौशल किशोर ने लोगो से अपील करते हुए कहा कि मैं सभी उन लोगों से अपील करना चाहता हूं जो डॉक्टर आंबेडकर के मिशन को पूरा करना चाहते हैं डॉक्टर अंबेडकर की विचारधारा से लगाव रखते हैं राजनीतिक रूप से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े और अपने नाम के साथ जातिसूचक टाइटल लगाना बंद करें तभी जातिविहीन शोषण विहीन समाज की स्थापना हो पाएगी और डॉक्टर अंबेडकर जी का सपना पूरा होगा।

जाति के आधार पर आदमी आदमी का शोषण या उसके साथ अन्याय करना बंद करेगा और जाति विषमता खत्म होगी। कौशल किशोर ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमृतकाल के आगामी 25 वर्षों में देश को विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत और नशामुक्त भारत बनाने का खाका तैयार कर चुके हैं और उसपर लगातार काम कर रहे हैं हम सभी लोग भी उसी पर कार्य कर रहे हैं अंत में कौशल किशोर ने सभी से अपील करते हुए कहा कि देश के लिए अपनी भावी पीढ़ी के लिए उनके सुनहरे भविष्य के लिए विकसित भारत, आत्मनिर्भर भारत और नशामुक्त भारत बनाने में पूरी ईमानदारी और मेहनत से कार्य करें और सभी देशवासियों को इसके लिए प्रेरित करें इसके साथ ही अटल बिहारी बाजपेई साइंटिफिक कन्वेंशन सेंटर "डा. अंबेडकर का मिशन अधूरा - भाजपा आरएसएस कर रही है पूरा" के नारे से गूंज उठा।

आज इस कार्यक्रम में एक अद्भुत नजारा देखने को मिला, कार्यक्रम में सम्मिलित सभी धर्म और जाति, समाज के लोग अपने अपने घर से खाना लेकर आए थे और कार्यक्रम के बाद सभी ने "ऐसा हुआ अद्भुत नजारा साथ भोजन हुआ हमारा तुम्हारा" कहते हुए सभी धर्म और समाज के लोगों ने एक साथ बैठकर एक दूसरे के साथ खाना खाया और जातिविहीन समाज का जातिविहीन भारत बनाने का पूरे देश को संदेश दिया।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय संगठक वी सतीश ने कहा भारतीय जनता पार्टी की केंद्र की और जिन जिन प्रदेश में सरकार है वहां सभी वर्ग और सभी समाज के लोगो के कल्याण के लिए समर्पित है और डा. अंबेडकर के मिशन को पूरा कर रही है। वी सतीश ने कहा कांग्रेस ने नेहरू जी की सरकार के समय डा अंबेडकर को अपमानित करने का कार्य किया था जिस वजह से उन्होंने अपने मंत्री पद से उस समय इस्तीफा दे दिया था, अभी सतीश ने आगे कहा कांग्रेस सरकार ने महात्मा गांधी के कहने पर डॉक्टर अंबेडकर जी को मंत्री तो बनाया लेकिन इतने ज्ञानी पुरुष जो बीसवीं सदी का सिंबल ऑफ नॉलेज था उन्हें किसी भी मंत्रालय की समिति में सदस्य तक नहीं बनाया और अन्य कई विषयों को लेकर भी उनका अपमान किया जिसका 6 पेज में डा. अंबेडकर ने जिक्र किया है और कांग्रेस सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा दिया था।

केंद्रीय संगठन सतीश ने आगे केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर की बढ़ाई करते हुए कहा कि वह पहले कौशल किशोर के साथ जब वह मंत्री नहीं थे तब एक बैठक में लखनऊ आए थे तब उन्होंने देखा था कि कौशल किशोर ईमानदार और साफ छवि के नेता है और वह दिल से लोगों की भलाई करना चाहते हैं उनके बातों से उनके जज्बात और लोगों की सेवा करने का लोगों की भलाई करने का समाज की सेवा करने का जज्बा दिखता है इसलिए उन्होंने तय किया था कि कौशल किशोर जी के कार्यक्रम में वह लखनऊ अवश्य आएंगे।

इस अवसर पर मलिहाबाद विधायक जय देवी कौशल, मेडिकल कॉलेज केजीएमयू के सीएमएस डा. एस एन संखवार , पद्म श्री डा. कुरील व अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

हजरत अली की शहादत पर निकला ताबूत का जुलूस, अली-अली की गूंजी सदायें


लखनऊ। हज़रत अली अलैहिस्सलाम की शहादत पर उनकी याद में ताबूत का जुलूस अकीदत और एहतराम के साथ निकाला गया। ताबूत का जुलूस गुरुवार सुबह की नमाज के बाद शबी-ए-नजफ रुस्तम नगर से कर्बला तालकटोरा तक ले जाया गया।

जुलूस रोजा-ए-काजमैन थाना सआदतगंज से शुरू होकर मंसूर नगर तिराहा, गिरधारी सिंह कुंवर इण्टर कॉलेज, टुडिय़ागंज तिराहा से दायें मुड़कर बाजारखाला, हैदरगंज, होते हुए तालकटोरा जाकर समाप्त हुआ । लोग अपने घरों की छत से भी ताबूत की जियारत कर रहे थे ।

जुलूस में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन द्वारा कड़े इंतज़ाम किए गए थे। जुलूस के रास्तों पर पड़ने वाली ऊंची इमारतों पर पुलिस के जवानों को मुस्तैद किया गया था। जुलूस से पहले ड्रोन कैमरो से पुराने लखनऊ के मकानों की छतों की निगरानी की गई ।

*एक हजार अभ्यर्थियों ने दी उद्यमी मित्र बनने के लिए लिखित परीक्षा*


लखनऊ। देश और विदेश के उद्यमियों की समस्याओं और उनके समाधान के लिए प्रदेश सरकार उद्यमी मित्रों की नियुक्ति कर रही है। इन उद्यमी मित्रों की चयन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहले चरण में सभी उद्यमी मित्रों की लिखित परीक्षा का आयोजन पूर्ण हो चुका है।

अब 16 अप्रैल को इसके परिणाम आने के बाद आगे की चयन प्रक्रिया पर सरकार आगे बढ़ेगी। संभावना है कि मई माह में चयन प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी और सभी 105 उद्यमी मित्रों को जनपदों और इन्वेस्ट यूपी कार्यालय एवं मुख्यालय पर नियुक्ति दे दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश में हुए 35 लाख करोड़ रुपए के एमओयू को धरातल पर उतारने और उद्यमियों की सहायता के लिए उद्यमी मित्र नियुक्त करने का निर्णय लिया था। इन उद्यमी मित्रों को विभागीय और सभी जिलों में नियुक्त किया जाएगा और वेतन के रूप में 70 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाएगा।

16 अप्रैल को आएगा परिणाम

औद्योगिक विकास विभाग के अधीन इन्वेस्ट यूपी द्वारा इन उद्यमी मित्रों की नियुक्ति की प्रक्रिया का काम किया जा रहा है। एक अधिकारी के अनुसार प्राप्त आवेदनों को वरिष्ठ अधिकारियों की स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा वेरिफिकेशन के बाद 9 अप्रैल को उद्यमी मित्रों के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न हो चुकी है और 16 अप्रैल को इसके परिणाण भी घोषित होने की संभावना है। विशेषज्ञों की टीम आवेदकों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रही है। तय कट-ऑफ के अनुसार अगले चरण के लिए 300 से 400 अभ्यर्थियों का चयन किया जा सकता है। इसके बाद इन अभ्यर्थियों को साक्षात्कार और कंप्यूटर टेस्ट के बाद अंतिम रूप से चयनित किया जाएगा। इनके लिए अलग से कमेटियों का गठन किया गया है।

प्रतीक्षा सूची में भी होंगे 15 उद्यमी मित्र

साक्षात्कार एवं कंप्यूटर टेस्ट के लिए भी एसओपी बनाई गई है। इसके अनुसार रिक्तियों की संख्या का तीन गुणा अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। साक्षात्कार के लिए 25 अंक व कंप्यूटर टेस्ट के लिए 10 अंक निर्धारित किए गए हैं। आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ या एकेटीयू लखनऊ जैसे प्रदेश के प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थानों द्वारा प्रश्न पत्र तैयार करके कंप्यूटर टेस्ट की परीक्षा ली जाएगी। उद्देश्य कथन (स्टेटमेंट ऑफ परपस) को साक्षात्कार में मूल्यांकित किया जाएगा। साक्षात्कार के समय ही अभ्यर्थियों को अपने समस्त शैक्षिक एवं अनुभव प्रमाण पत्रों को मूल रूप में प्रस्तुत करना होगा। अभ्यर्थियों के भारांक तथा उनके व्यक्तिगत साक्षात्कार के मूल्यांकन के प्राप्तांक के आधार पर अधिकतम 120 उद्यमी मित्र चयनित किए जाएंगे, जिनमें 15 अभ्यर्थी प्रतीक्षा श्रेणी में रखे जाएंगे। यह प्रतीक्षा सूची परीक्षाफल घोषित होने के बाद एक वर्ष तक प्रभावी रहेगी।

बड़ी संख्या में भेजे गए थे आवेदन

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस योजना के अंतर्गत बड़ी संख्या में प्रदेश के युवाओं की ओर से आवेदन भेजे गए थे। निर्धारित योग्यता के अनुसार अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के लिए आमंत्रित किया गया। योजना के तहत कुल 105 उद्यमी मित्रों का चयन किया जाएगा। इसमें 70 पद विभिन्न जनपदों के लिए होंगे, जबकि 10 पद इन्वेस्ट यूपी कार्यालय व मुख्यालय के लिए। वहीं 25 पद औद्योगिक विकास प्राधिकरणों हेतु होंगे। इनका चयन एक वर्ष के लिए किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर यह समयसीमा बढ़ाई जा सकेगी। इन्हें वेतन के रूप में सभी भत्ते मिलाकर 70 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे, जबकि टैबलेट खरीदने के लिए अलग से 15 हजार रुपए का भुगतान किया जाएगा। एक वर्ष की अवधि में उन्हें 12 अवकाश भी प्रदान किए जाएंगे।