*एक हजार अभ्यर्थियों ने दी उद्यमी मित्र बनने के लिए लिखित परीक्षा*


लखनऊ। देश और विदेश के उद्यमियों की समस्याओं और उनके समाधान के लिए प्रदेश सरकार उद्यमी मित्रों की नियुक्ति कर रही है। इन उद्यमी मित्रों की चयन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पहले चरण में सभी उद्यमी मित्रों की लिखित परीक्षा का आयोजन पूर्ण हो चुका है।

अब 16 अप्रैल को इसके परिणाम आने के बाद आगे की चयन प्रक्रिया पर सरकार आगे बढ़ेगी। संभावना है कि मई माह में चयन प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी और सभी 105 उद्यमी मित्रों को जनपदों और इन्वेस्ट यूपी कार्यालय एवं मुख्यालय पर नियुक्ति दे दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के माध्यम से प्रदेश में हुए 35 लाख करोड़ रुपए के एमओयू को धरातल पर उतारने और उद्यमियों की सहायता के लिए उद्यमी मित्र नियुक्त करने का निर्णय लिया था। इन उद्यमी मित्रों को विभागीय और सभी जिलों में नियुक्त किया जाएगा और वेतन के रूप में 70 हजार रुपए प्रतिमाह दिया जाएगा।

16 अप्रैल को आएगा परिणाम

औद्योगिक विकास विभाग के अधीन इन्वेस्ट यूपी द्वारा इन उद्यमी मित्रों की नियुक्ति की प्रक्रिया का काम किया जा रहा है। एक अधिकारी के अनुसार प्राप्त आवेदनों को वरिष्ठ अधिकारियों की स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा वेरिफिकेशन के बाद 9 अप्रैल को उद्यमी मित्रों के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया। परीक्षा सफलतापूर्वक संपन्न हो चुकी है और 16 अप्रैल को इसके परिणाण भी घोषित होने की संभावना है। विशेषज्ञों की टीम आवेदकों की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कर रही है। तय कट-ऑफ के अनुसार अगले चरण के लिए 300 से 400 अभ्यर्थियों का चयन किया जा सकता है। इसके बाद इन अभ्यर्थियों को साक्षात्कार और कंप्यूटर टेस्ट के बाद अंतिम रूप से चयनित किया जाएगा। इनके लिए अलग से कमेटियों का गठन किया गया है।

प्रतीक्षा सूची में भी होंगे 15 उद्यमी मित्र

साक्षात्कार एवं कंप्यूटर टेस्ट के लिए भी एसओपी बनाई गई है। इसके अनुसार रिक्तियों की संख्या का तीन गुणा अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए बुलाया जाएगा। साक्षात्कार के लिए 25 अंक व कंप्यूटर टेस्ट के लिए 10 अंक निर्धारित किए गए हैं। आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ या एकेटीयू लखनऊ जैसे प्रदेश के प्रतिष्ठित शैक्षिक संस्थानों द्वारा प्रश्न पत्र तैयार करके कंप्यूटर टेस्ट की परीक्षा ली जाएगी। उद्देश्य कथन (स्टेटमेंट ऑफ परपस) को साक्षात्कार में मूल्यांकित किया जाएगा। साक्षात्कार के समय ही अभ्यर्थियों को अपने समस्त शैक्षिक एवं अनुभव प्रमाण पत्रों को मूल रूप में प्रस्तुत करना होगा। अभ्यर्थियों के भारांक तथा उनके व्यक्तिगत साक्षात्कार के मूल्यांकन के प्राप्तांक के आधार पर अधिकतम 120 उद्यमी मित्र चयनित किए जाएंगे, जिनमें 15 अभ्यर्थी प्रतीक्षा श्रेणी में रखे जाएंगे। यह प्रतीक्षा सूची परीक्षाफल घोषित होने के बाद एक वर्ष तक प्रभावी रहेगी।

बड़ी संख्या में भेजे गए थे आवेदन

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस योजना के अंतर्गत बड़ी संख्या में प्रदेश के युवाओं की ओर से आवेदन भेजे गए थे। निर्धारित योग्यता के अनुसार अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा के लिए आमंत्रित किया गया। योजना के तहत कुल 105 उद्यमी मित्रों का चयन किया जाएगा। इसमें 70 पद विभिन्न जनपदों के लिए होंगे, जबकि 10 पद इन्वेस्ट यूपी कार्यालय व मुख्यालय के लिए। वहीं 25 पद औद्योगिक विकास प्राधिकरणों हेतु होंगे। इनका चयन एक वर्ष के लिए किया जाएगा और जरूरत पड़ने पर यह समयसीमा बढ़ाई जा सकेगी। इन्हें वेतन के रूप में सभी भत्ते मिलाकर 70 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे, जबकि टैबलेट खरीदने के लिए अलग से 15 हजार रुपए का भुगतान किया जाएगा। एक वर्ष की अवधि में उन्हें 12 अवकाश भी प्रदान किए जाएंगे।

सपा ने लखनऊ सहित आठ नगर निगमों के महापौर उम्मीदवारों की घोषणा


लखनऊ। सपा में बुधवार देर शाम लखनऊ सहित आठ नगर निगमों के महापौर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। लखनऊ से वंदना मिश्रा को उम्मीदवार बनाया गया है। महापौर, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायत अध्यक्षों के नाम को लेकर पार्टी के नेताओं ने दिन भर बैठकें कीं। इस दौरान महापौर को लेकर अलग-अलग नामों पर चर्चा हुई।

इसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की मौजूदगी में महापौर के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की गई। इनमें से लखनऊ से उम्मीदवार बनाई गईं वंदना मिश्रा प्रो. रमेश दीक्षित की पत्नी हैं। इसी तरह मेरठ से विधायक अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान, गोरखपुर से काजल निषाद, प्रयागराज से अजय श्रीवास्तव को मैदान में उतारा गया है।

झांसी से रघुवीर चौधरी, शाहजहांपुर से अर्चना वर्मा, फिरोजाबाद से मशरूर फातिमा और अयोध्या से आशीष पांडेय को प्रत्याशी बनाया गया है। वहीं, तिलहर नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के लिए लाल बाबू और कुंदरकी नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए शमीना खातून को उम्मीदवार बनाया गया है।

अतीक अहमद के बेटे असद का एनकाउंटर, एक अन्य शूटर भी ढेर


लखनऊ । उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए अतीक अहमद के बेटे का एनकाउंटर कर दिया। साथ ही उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या करने वाला मोहम्मद गुलाम भी मारा गया। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने यह कार्रवाई झांसी में की है।

प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड में वांछित असद और गुलाम पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम था। झांसी में डीएसपी नवेंदु और डीएसपी विमल के नेतृत्व में यूपीएसटीएफ की टीम के साथ मुठभेड़ में मारे गए हैं। अत्याधुनिक विदेशी हथियार बरामद किए गए हैं।

बताया जा रहा है कि झांसी में यूपी एसटीएफ ने असद और गुलाम को सरेंडर करने के लिए कहा था, लेकिन असद और गुलाम ने एसटीएफ की टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। पी एसटीएफ ने जवाबी कार्रवाई करते हुए दोनों को मार गिराया। दोनों पर पांच-पांच लाख रुपए का इनाम था। यूपी एसटीएफ के एडीजी अमिताभ यश ने इसकी पुष्टि कर दी है।

एक तरफ उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद और अशरफ को आज कोर्ट में पेश किया जा रहा है। दूसरी तरफ यूपी पुलिस को एक बड़ी कामयाबी हासिल हुई। यूपी एसटीएफ ने झांसी में अतीक अहमद के बेटे असद को ढेर कर दिया है। इसके साथ ही उमेश पाल की दिनदहाड़े हत्या करने वाला मोहम्मद गुलाम भी मारा गया है।

सीएम योगी ने पूर्व राज्यपाल लाल जी टंडन की प्रतिमा का किया अनावरण


लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व राज्यपाल लाल जी टंडन की जयंती के अवसर पर काली चरण महाविद्यालय में उनकी प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही महाविद्यालय में शताब्दी विस्तार भवन का नामकरण किया। अब भवन का नाम लालजी टंडन भवन हो गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि अहंकार टंडन जी को कभी छू नहीं पाया। एक कार्यकर्ता के रूप में उन्होंने अपनी जो राजनीतिक यात्रा प्रारम्भ की थी वही सज्जनता और सादगी जीवन पर्यंत उनमें दिखाई पड़ती रही।

सीएम योगी ने कहा कि जीवन में महानता का मानक केवल नीचे से ऊपर जाना नहीं होता है। कोई व्यक्ति जब शून्य से शिखर की यात्रा को अपने पुरुषार्थ और परिश्रम से प्राप्त करता है तो वह महानता के मानक तय करता है। लालजी टंडन की जीवन यात्रा शून्य से शिखर की है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनसंघ के कार्यकर्ता, एक पार्षद, एक विधायक, एक सांसद और राज्यपाल के रूप में टंडन जी ने जीवनपर्यंत पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की विकास की लाइन को आगे बढ़ाने का काम किया।

सुभासपा ने लखनऊ सहित पांच नगर निगम के मेयर प्रत्याशियों की घोषणा


लखनऊ । उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों में हलचल तेज हो गयी है। धीरे-धीरे करके पार्टियां अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारना शुरू कर दिया है। इसी के तहत सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने लखनऊ सहित पांच नगर निगम के मेयर प्रत्याशियों की बुधवार को घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि पार्टी पहले चरण में 5 नगर निगम, 87 नगर पालिका और 117 नगर पंचायतों में चुनाव लड़ने जा रही है।

लखनऊ से अलका पांडे, वाराणसी से आनंद तिवारी, प्रयागराज से उपेन्द्र निषाद, गाजियाबाद से दयाराम भार्गव और कानपुर से रमेश राजभर मेयर प्रत्याशी होंगे। राजभर ने कहा कि दिल्ली और पंजाब में मुफ्त बिजली दी जा सकती है तो उसी तर्ज पर यूपी में भी घरेलू बिजली बिल माफ होना चाहिए। तेलंगाना की तर्ज पर यूपी में भी बच्चों को मुफ्त शिक्षा मिले।

उन्होंने जातीय जनगणना की मांग भी उठाई। राजभर ने कहा की पार्टी आधी आबादी के लिए लोकसभा, विधानसभा और नौकरियों में आधी सीटें आरक्षित करने की मांग करती है। इसके अलावा स्थानीय सड़क, पानी, बिजली और गृहकर आदि मुद्दों पर पार्टी चुनाव में जाएगी।

बसपा और सपा में बड़ी सेंधमारी

निकाय चुनाव से पहले ओम प्रकाश राजभर की पार्टी ने बसपा और सपा में बड़ी सेंधमारी की है। सुभासपा में बुधवार को सपा और बसपा के कई नेता शामिल हुए हैं। ओम प्रकाश राजभर ने खुद दोनों पार्टियों से आए हुए नेताओं को सुभासपा में शामिल कराया है। सुभासपा ज्वाइन करने वालों में प्रयागराज से महेश प्रजापति, गाजियाबाद से दयाराम भार्गव, कानपुर से रमेश राजभर और वाराणसी से आनंद तिवारी समेत कुछ और नेता शामिल हैं।

कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएम ने की बैठक, बोले- अस्पतालों में मास्क अनिवार्य किया जाए


लखनऊ । देश में बढ़ते कोरोना के नए मामलों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राज्य स्तरीय कोविड सलाहकार समिति और उच्चस्तरीय टीम-9 के साथ प्रदेश की स्थिति की समीक्षा की और व्यापक जनहित में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय से देश के विभिन्न राज्यों में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। वर्तमान में देश में 38 हजार से अधिक एक्टिव केस हैं, हालांकि उत्तर प्रदेश में स्थिति नियंत्रण में है। यहां न केवल पॉजिटिविटी दर कम है, बल्कि जो कोविड पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, उनकी स्थिति भी सामान्य है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार यह स्थिति घबराने की नहीं सतर्क और सावधान रहने की है। उन्होंने कहा कि एहतियात के तौर पर अस्पतालों में मास्क अनिवार्य किया जाए।

उत्तर प्रदेश कोविड टीकाकवर से सुरक्षित है। सर्वाधिक टीकाकरण उत्तर प्रदेश में हुआ है। राज्य स्तरीय कोविड सलाहकार समिति की रिपोर्ट बताती है कि कोविड को लेकर प्रदेश में किसी बड़े खतरे की आशंका न्यून है, लेकिन हमें कोविड अनुकूल व्यवहार को अपनाना चाहिए। गंभीर रोग से ग्रस्त, वृद्धजन भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में आवागमन से यथासंभव बचने का प्रयास करें। यदि जाएं तो मास्क लगाकर ही जाएं। इस संबंध में लोगों को जागरूक किया जाए। पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाए। अस्पतालों के बाहर भी पब्लिक एड्रेस सिस्टम से जागरूकता प्रसार करें। अस्पतालों में मास्क का प्रयोग अनिवार्य रूप से किया जाना चाहिए।

प्रदेश में नगर निकाय चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है। चुनाव प्रचार और मतदान के बीच संक्रमण प्रसार की आशंका भी है। ऐसे में हर मतदाता की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित हो और वह अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके, इसके लिए मुख्य सचिव स्तर से राज्य निर्वाचन आयोग से संवाद स्थापित करते हुए आवश्यक उपाय किए जाएं। आवश्यकतानुसार मतदान कार्मिकों को कोविड सुरक्षा किट भी उपलब्ध कराया जाए।

कांग्रेस ने वाराणसी और कानपुर से मेयर पद के प्रत्याशी घोषित किये


लखनऊ । कांग्रेस ने यूपी नगर निकाय चुनाव में प्रत्याशियों के चयन को लेकर चुनाव कमेटी का गठन किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने प्रदेश, प्रांतीय और जिला स्तर पर चुनाव कमेटी का गठन किया गया है। प्रदेश स्तर की कमेटी में कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी समेत 19 और प्रांतीय चुनाव कमेटी में आठ पदाधिकारी शामिल किए गए हैं।

कांग्रेस ने वाराणसी और कानपुर से अपने मेयर पद के प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। वाराणसी से अनिल कुमार श्रीवास्तव और कानपुर से आशनी अवस्थी को प्रत्याशी बनाया गया है। यह जानकारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी की ओर से दी गई है।

माफिया अतीक को लाया गया प्रयागज, आज हो सकती है कोर्ट में पेशी


लखनऊ । माफिया अतीक अहमद को एक बार फिर प्रयागराज लाया जा रहा है। मंगलवार दोपहर जिला पुलिस की एक टीम उसे लेकर गुजरात की साबरमती जेल से रवाना हो गई। उसके बुधवार को शाम करीब छह बजे वह नैनी जेल पहुंचा। उसे कोर्ट में पेश कर कस्टडी रिमांड की अर्जी दी जाएगी। जिसके बाद उससे उमेश पाल हत्याकांड के राज उगलवाए जाएंगे।

साबरमती जेल से प्रयागराज तक की दूरी लगभग 1300 किमी है। अतीक को सड़क मार्ग से प्रिजन वैन में लाया जा गया है, ऐसे में सफर में लगभग 24 घंटे का वक्त लग गया।बुधवार शाम करीब छह बजे वह जेल पहुंचा। माना जा रहा था कि दोपहर में यदि अतीक प्रयागराज पहुंच गया तो बुधवार को ही उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। प्रयागराज लाने में शाम हो गई। अब संभावना जताई जा रही है कि उसे बृहस्पतिवार को कोर्ट में पेश किया जा सकता है।

जिला पुलिस की एक टीम रविवार को ही साबरमती जेल के लिए रवाना हो गई थी। यह टीम सोमवार शाम गुजरात पहुंची। मंगलवार सुबह 11 बजे के करीब पुलिस टीम साबरमती जेल पहुंच गई और वारंट बी का तामीला कराया। इसके बाद अतीक का जेल में ही मेडिकल परीक्षण कराया गया। फिर अन्य औपचारिकताएं पूरी करने के बाद दोपहर तीन बजे के करीब पुलिस टीम उसे लेकर प्रयागराज के लिए चल दी।

माफिया अतीक अहमद के करीबियों के यहां ईडी की रेड, मचा हड़कम्प


प्रयागराज । लखनऊ और प्रयागराज की ईडी की संयुक्त टीम ने बुधवार तड़के अतीक अहमद के 6 करीबियों के यहां छापामारी शुरू की। सुबह से लेकर दोपहर तक छानबीन जारी रही। इस ऑपरेशन में ईडी को लाखों रुपये और गहने मिलने की सूचना है । अतीक अहमद की करोड़ों की बेनामी संपत्तियों के बारे में जानकारी मिली है ।

अतीक अहमद के खिलाफ ईडी ने मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है। अतीक के करीबी बिल्डर, वकील, मुंशी समेत अन्य के घरों में बुधवार तड़के ईडी की टीम पहुंची। अतीक अहमद के सबसे करीबी कालिन्दीपुरम और लूकरगंज में खजांची रहे सीताराम शुक्ला के घर पर छापामारी की। इसके अलावा प्रयागराज शहर के सबसे बड़े बिल्डर संजीव अग्रवाल के कार्यालय एवम ऑफिस में छापामारी करके लाखों रुपये बरामद किया।

इसके अतिरिक्त पूर्व विधायक आसिफ जाफरी अतीक के रिश्तेदार खालिद जफर , खान सौलत हनीफ गुलफुल प्रधान के यहाँ इडी ने छापा मारी । इडी ने आरोपियों के घरों पर पैरामिलिट्री के जवान तैनात किए हैं। इस मामले में स्थानीय पुलिस को भी सूचना नहीं दी गई है। यह कार्यवाही देर रात्रि तक चलने की उम्मीद है।

भाजपा सरकार में दलितों, पिछड़ों और गरीबों पर लगातार अत्याचार हो रहा है : अखिलेश यादव


लखनऊ । सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में दलितों, पिछड़ों और गरीबों पर लगातार अत्याचार हो रहा है। हर तरफ अराजकता है। हत्या, लूट, चोरी और बलात्कार की घटनाएं बढ़ती जा रही है। बच्चियां और महिलाएं सुरक्षित नहीं है।

सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार में किसी को भी न्याय नही मिल रहा है। कहीं दबंग और अपराधी हत्याएं कर रहे हैं तो कहीं पुलिस निर्दोषों की पीटकर मार रही है। मानवाधिकार आयोग ने इसको लेकर सबसे ज्यादा नोटिस प्रदेश सरकार को भेजे हैं। भाजपा सरकार को कानून और संविधान की कोई परवाह नहीं है।

सरकार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय निर्दोष लोगों को झूठे मामलों में फंसाती है। भाजपा सरकार अपराध नियंत्रण में पूरी तरह से नाकाम है। समाजवादी पार्टी लगातार मांग कर रही है कि सरकार प्रदेश के टॉप टेन माफियाओं की सूची जारी करे, लेकिन सरकार सूची क्यों नहीं जारी कर रही है?।