राम -कृष्ण का अवतार सुख देने वाला: राष्ट्रीय सन्त परम पूज्य राजेंद्र महराज


अमेठी। राधे तू बडभागी तीनो लोको लीन! श्री यशोदा के लाडले श्री कृष्ण भगवान की। श्री राधे गोपाल भज मन श्री राधे गोपाल! प्रातःकाल स्मरणीय अन्नत बिभूषित स्वामी परमहंस जी महराज को नमन,बन्दन कर श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिवस कथा व्यास आचार्य राष्ट्रीय सन्त परम पूज्य राजेंद्र जी महराज ने भगवान के सभी अवतार का स्मण कर शुभारंभ किया।

भगवात का श्रवण कर रहे है। जीवन के चार अवस्था होती है। साधन बन जाए। ज्ञानी बन जा जाए। महापुरुष बन जाए। सिद्ध सन्तो का प्रसाद मिल जाय। जीवन सिद्ध हो जाता है। आगे आने वाली पीढी को लाभ मिलता है। हमारे जीवन मे कुछ आ जाता है। जिसके जीवन मे उथल-पुथल आ जाता है। गोकण महराज ने आकर सुन्दर उपदेश दिये। क्यो रो रहे है। आत्मदेव महराज लिपट कर रोने लगे। पंडित आत्मदेव महराज ने कहा कि बेटे आप ही उपदेश दे। शरीर के अभिमान को त्याग दे।

मै शरीर को भूल जाय। जला दो राख बन जाय, गड दो तो कीडे बन जाए। धरती पर छोड दे जीव खा जायेगे।तीन गति शरीर की होती है। बैराग्य भाव मे स्मरण करे। समाज प्रतिष्ठा मे रहना। घर बनाना ही प्रतिष्ठा है। मन से संसार के बन्धन मे है। मन के हारे हार है। मन के जीते जीत है। संसार मे जो घटनाए घट रही है। सभी धर्मो का सेवा करे। व्यक्ति के दोष और गुण को भूल जाओ। सन्त और साधू की सेवा करे। धुन्धरी ने सोचा। कि मा से धन मांगे। माता जी आत्म हत्था कर ले। धुन्धर कारी ने गणकाओ को रख लिया। गणकाओ ने गर्म गर्म लोहे को मुख मे डाल ले। गोकर्ण महराज ने कहा कौन है।

आप कौन है। छाया बनकर आया। कहा कि मै धुन्धर करी हूँ। मै कितने वर्षो से पानी नही पाया। महा प्रेतात्मा के मुक्ति का मार्ग बताए। सूर्य महराज से पूछा कि श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ से प्रेतात्मा को मुक्ति मिल जाता है। गोकर्ण महराज ने श्रीमद्भागवत कथा सुने। बास की एक एक-एक गाठे फटी। और धुन्धरकरी को गोकर्ण महराज ने प्रेतात्मा से मुक्ति दिलाया। धुन्धरकारी विमान से जाने लगे। धुन्धर कारी ने जो कथा सुनी। उस तरह से किसी ने नही सुनी। श्रोता कई तरह से है। कथा का मंगलाचरण करना,आरती करे। कथा सुने। प्रसाद ले। आरती मे शामिल हो। घर पहुंच कर कथा पर चिन्तन करे।

कथा व्यास आचार्य ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण श्रोता,सरोता को कथा सुनने के हिसाब से लाभ मिलता है। सुन्दर कथा की तिथि, ब्रह्ममण का आमंत्रण,तुलसी पूजन,शोभायात्रा निकले ।तब कथा सुने। श्रोताओ और वक्ता को नियम का पालन करे। भगवान कथा सुने। तो निश्चित लाभ मिलेगा। भक्ति नृत्य करती है। बादन और गायन हो। तब श्रोताओ ने हरिद्वार मे गंगा मे स्नान कर रहे थे। भक्त प्रहलाद महराज तालिया बजा रहे है। सारे सन्तो ने बद्य यन्त्र बजने लगा। सन्तो का संकीर्तन से भगवान श्रीकृष्ण दर्शन आ कर दिए। सन्तो ने कहा कि भगवान जो संकीर्तन करे उन्हे इसी तरह दर्शन दे।" हे नाथ नारायण बासुदेवा " श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारे!

किसी भी ग्रन्थ मे देवी और देवता की मंगलाचरण है। लेकिन श्रीमद्भागवत कथा के मंगलाचरण मे महर्षि बेदाब्यास ने सत्य का वर्णन किया ।माखन चोरी क्यो किया। क्यो भगवान ने लीला की। माया और माया से कार्यो से अलग है। उसकी बन्दना बेद व्यास करते है। भगवात मे सत्य है। श्रीमद्भागवत के मंगलाचरण मे सत्य का वर्णन है। सत्य का अनुशरण करे। "धर्म ना दूषण सत्य सामना अगम निगम पुराण बखाना " सत्य से बढ़कर कोई धर्म है असत्य से बडा कोई अधर्म है। दाल मे नमक की तरह करे। तब तो चल जायेगा। भगवात परम धर्म का निरूपण है। छल कपट नही है वही परम धर्म श्रीमद्भागवत कथा है। जो लोगो को कल्याण करती है।दैहिक दैविक भैतिक तपा तीन तप है। भगवात को अपना जीवन उतर ले। भगवान श्रीकृष्ण कृष्ण कथा सुनेने आयेगे। और गोदी मे श्रीकृष्ण बैठ जाते है। भगवान तीन जगह से टेडे है। इस भगवान आते है। तो वापस जाते नही। कल्पवृक्ष का फल भगवात है। वेद रूपी वृक्ष का पका फल कल्पवृक्ष का फल है। तोता मीठा फल मे मुख लगता है। वह फल मीठा हो जाता है। कथा सुनकर ह्दय मे उतर जाय। तो वही भगवात कथा है। जो ससिक है। जो भावुक है। उसे बुलाया है। प्यासे को पानी पिलाये। महर्षि वेदव्यास कहते है कि भगवात अमृत कथा का ग्रहण करे। जब तक मुक्ति ना मिल जाये। तक तक कथा सुने "राम चरित नाही,बिन हरि कथा सुने नही कन्हा,सब ग्रन्थ सब पवन समाना,कथा से तृत्प हो जाए। कथा को औषध की तरह ग्रहण करे। जब तक मर्ज दूर ना हो जाए। भगवान सारे अमंगल को दूर कर देते है। हनुमान्त लाल महराज का जन्मोत्सव मनाना चाहिए। जब तक मोक्ष ना हो जाए। तब तक कथा सुने। सूत महराज से प्रश्न किया। पहला प्रश्न कौन श्रेष्ठ है। सब की अलग अलग पूजा करे। कितने अवतार,गागर को सागर मे पिरोये। भगवान का वर्णन अलग अलग ग्रन्थो मे है। सन्त और विद्वान के मुख्य से सुने। तो अमृत होगा। बडी सुन्दर कथा श्रीमद्भागवत कथा मे सुनाई। सुखदेव महराज के जन्म की कथा सुनाई। नदारद का नाम अज्ञान को नष्ट हो जाएगा। मायापति विष्णु ने कहा कि सुखदेव जी जन्म ले। माया नही छोड़ेगी। जब सुखदेव ने जन्म लिया। जन्म लेते है कि सुखदेव सन्यास ले लिए ।महर्षि वेदव्यास बुलाये। लेकिन सुखदेव महराज नही लौटे। सुखदेव महराज माधव के चरण मिल जाय"मुझको माधव का सहारा मिल गया ,मेरे सृष्टि को किनारा मिल गया "

कथा व्यास आचार्य ने आगे कहा कि सूत जी महराज ने प्रश्न किया किया कि मनुष्य का परम धर्म श्रीकृष्ण चरणो मे प्रेम हो जाय। परमात्मा से सन्त ही जोड दे। उसकी प्रीती करा दे। सन्त का सनिद्ध मिल जाए। राष्ट्र की जय जय कार हो। सब भगवात प्रेमी हो जाए। गोपियो का प्रेम निष्काम से था। कथा सुनने मेरा धर्म है। सत्कार मेरा धर्म है। सृष्टि मे मानव जन्म श्रेष्ठ है। मानव बनने की आवश्यता है ईश्वर अपने आप बन जाओगे। भगवान ने जिसे मानव बनाकर भेजा। वह कीडा बन जाए। माता पिता की इच्छा होती है। मेरा पुत्र राष्ट्र हित मे काम करे। निष्काम भक्ति आ जाती है। तो परम भक्ति मिल जाती है। हनुमान जी से कहे श्री देवी की चरणो मे बन्दना करे। कि और प्रेम मिल जाए। अन्न भाव से जो चिन्ता करता है। उसके भार को सहेजते है। अयोध्या के भक्त कहते है कि राम के अन्न भक्त है। मथुरा के भक्त कहते है कृष्ण के अन्न भक्त है ।"जब जब होयै धर्म की हानि,बढै असुर आधीरा"

शास्त्र के अनुसार चौबीस अवतार है। इन अवतार के अलग अलग कारण है। धर्म के स्थापना के लिए अवतार भगवान लिए है। दो अवतार राम और कृष्ण सुख देने के लिए है। अन्तर कुछ नही। राम का अनुकरण करे। कृष्ण को श्रवण करे। राम रूपी मर्यादा आ जाए। तो कृष्ण के भक्ति पाने देर नही है। देवर्षि नारद के कहा कि सत्रह पुराण,चार वेद बनाया। महर्षि वेदव्यास ने कहा कि हमारे मन मे शान्ति नही हो रहा है। महर्षि नारद ने कहा कि महर्षि वेदव्यास भगवात कथा लिखे। तभी शान्ति मिलेगी। मेरे मन मे प्रबल बैराग्य आ रहा है। मेरे माॅ को साप डस लिए है। किसी माॅ का बालक के आसू ठन्डे आयी। मुझे अब छेडने वाला नही है। अव ऑसू आये। तो गर्म थे ।सुख के आसू थे। भगवात श्रवण वही सुने। जो काम कोध,मद,मोह से मुक्त हो। वेदव्यास ने श्लोक सुनाया। और याद करते गये। पहले बेदान्त का ज्ञान हो। तब भगवात कथा श्रवण करे। सुखदेव महराज कथा सुनकर बन चले गए।

इस अवसर कार्यक्रम मे मंच पर स्वामी 1008श्री ब्रह्मचारी जी महराज,स्वामी हर्ष चैतन्य जी महराज,मुख्य यजमान अवधेश नारायण पाण्डेय, अनिल कुमार पाण्डेय,जिला पंचायत सदस्य जगन्नाथ पाण्डेय,

जय प्रकाश दूवे,शीतला प्रसाद तिवारी,दिनेश शुक्ल,सन्त कुमार सिंह,लाल साहब मिश्र,कृष्ण कुमार दूबे,गिरीश तिवारी,राम कमल शुक्ल,डा रमेश कुमार शुक्ल,डा सुभाष चन्द्र तिवारी,मुन्ना सिंह,संजय सिंह अजय पाण्डेय,राम चन्द्र तिवारी,राम मूर्ति तिवारी,आदि मौजूद रहे।

महिला प्रधान को फिर मिली ग्राम पंचायत की कमान


भेटुआ अमेठी|वर्ष 2022 में भेटुआ के गुंगवाछ ग्राम पंचायत में हुए हत्याकांड में आरोपित रही ग्राम प्रधान आशा तिवारी को जिलाधिकारी के आदेश पर एकबार फिर गुंगवाछ ग्राम पंचायत की कमान सौंप दी गई है।

सोमवार को जिलाधिकारी के आदेशों के क्रम में ब्लॉक स्तर पर भी ग्राम प्रधान के अवरुद्ध अधिकार को वापस ग्राम प्रधान को सौंप दिया गया है

बता दें 2022 में हत्या की आरोपित ग्राम प्रधान आशा तिवारी के जेल जाने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर गुंगवाछ ग्राम पंचायत की बागडोर निर्वाचित सदस्य त्रिभुवन यादव सुत रामरतन को सौंपी गई थी लेकिन उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ बेंच के 17 मार्च 2023 के आदेश के क्रम में आशा तिवारी को एक अगस्त को जमानत मिल गयी जिसके बाद ग्राम प्रधान द्वारा अपने अधिकारों को पुनः प्राप्त करने के लिए जिलाधिकारी से निवेदन किया गया था।

जिलाधिकारी ने एक निर्वाचित ग्राम प्रधान होने के नाते आशा तिवारी को राहत देते हुए 2022 के अपने आदेशों को आगामी आदेशों तक समाप्त कर दिया तथा आशा तिवारी के अवरुद्ध अधिकार उन्हें पुनः प्रदत्त करने के आदेश जारी कर दिये जिसके बाद 10 अप्रैल को ब्लॉक स्तर पर भी गुंगवाछ ग्राम पंचायत की बागडोर पुनः ग्राम प्रधान आशा तिवारी के सुपुर्द कर दी गई है|

विश्व होम्योपैथिक दिवस पर मनाई गई होम्योपैथिक के जनक डॉ सैमुअल हैनिमैन की जयंती


अमेठी। जिला होम्योपैथिक कार्यालय पर विश्व होम्योपैथिक दिवस के अवसर पर होम्योपैथी के जनक डॉक्टर सैमुअल हैनिमैन की जयंती मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला होम्योपैथिक अधिकारी डॉ अनुपमा ने किया। 

कार्यक्रम में वक्ताओं द्वारा उनके व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। तथा उनके दिखाये हुए रास्ते पर चलते हुए चिकित्सा क्षेत्र में नित नये आयाम हासिल करने का संकल्प लिया गया। अपने सम्बोधन में डॉ अनुपमा ने कहा कि डॉ सैमुअल हैनिमैन होम्योपैथिक के जन्मदाता थे। जो उनकी दूरगामी सोच का परिणाम हैं, डॉक्टर एक योद्धा होता हैं, जो विषम परिस्थितियों में रहते हुए अपने दायित्वों और कर्तव्यों का पूरी जिम्मेदारी के साथ निर्वहन करता हैं।

 ऐसी ही सोच इसके जन्मदाता हैनिमैन की भी थी। चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक कथन सर्वविदित हैं, "जन्मदाता ने जो त्याग किया, उसकी जान बचानी हैं, हर मर्ज का है उपचार, सबको यह बतानी हैं" होम्योपैथी की दवा, दवा नहीं अमृत हैं, जो मरीज के मर्ज को जड़ से खत्म कर देता हैं। इसकी दवा का कोई विकल्प नहीं हैं। जिले में आयुष चिकित्सा क्षेत्र में बेहतर सेवा करने वाले डॉक्टर और कर्मियों को डी एच एम ओ द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। डी एच एम ओ ने होम्योपैथी के बढ़ते कदम और पी सी ओ एस पत्रिका का भी विमोचन किया। 

कार्यक्रम में होम्योपैथिक संघ जिलाध्यक्ष डॉ सुरेश कुमार, डॉ राजीव कुमार, डॉ आनंद, डॉ गोपाल सिन्हा, डॉ गौरी, डॉ गरिमा, डॉ विनीता, डॉ अस्मिता, डॉ प्रभात, विनोद दुबे आदि मौजूद रहे।

जनपद खीरी ने कोतवाली प्रभारी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया


कमलेश मेहरोत्रा लहरपुर (सीतापुर)। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम महशी जल्लापुर मे नवविवाहिता की आत्महत्या के मामले में मृतका मोनी के भाई राम लोटन पुत्र पहलवान वर्मा निवासी ग्राम बेल पुरवा थाना शारदा नगर जनपद खीरी ने कोतवाली प्रभारी को प्रार्थना पत्र देकर आरोप लगाया है कि अतिरिक्त दहेज में सोने की जंजीर की मांग को लेकर मेरी बहन को ससुराली जन परेशान करते थे और प्रताड़ित करते थे।

मेरा दामाद मंगल, ससुर रामगोपाल, सास पूनम, ननंद लवली, चाचा राम लोटन निवासी ग्राम जल्लापुर एवं दामाद मंगल का मामा वीरेंद्र पुत्र अज्ञात निवासी ग्राम शेखनापुर थाना खमरिया जनपद खीरी मेरी बहन को प्रताड़ित कर उसे काफी परेशान करते थे जिसके चलते कल शनिवार रात मोनी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, कोतवाली प्रभारी आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि, भाई की तहरीर पर धारा 304 बी दहेज हत्या के आरोप में सभी लोगों के विरूद्ध अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

प्रेमिका की संदिग्ध हालत में हुई मौत, जख्मी प्रेमी का चल रहा इलाज


शाहगढ/अमेठी। शुक्रवार शाम को प्रेमिका की कमरे में लाश मिलती हैं, वही चाकुओं के ताबड़तोड़ वार से जख्मी प्रेमी घर के बाहर घायलावस्था में मिलता हैं। गौरतलब हो कि कोतवाली मुसाफिरखाना के पाण्डेय का पुरवा मजरे राम शाहपुर में सुरेश और राम कुमार के परिजन खेत में गेंहू की कटाई करने गये थे, उनके घर पर क्रमशः संजय और कविता थी।

शुक्रवार शाम लगभग छः बजे सुरेश कुमार के घर के बाहर उनका लड़का संजय उम्र 21 वर्ष संदिग्ध हालत में मिला, जिस पर ग्रामीणों को बड़ी अनहोनी की आशंका हुई, उन्होंने सुरेश के घर में जाकर देखा तो कमरे में रामकुमार की पुत्री कविता उम्र 18 वर्ष घायल अवस्था बिस्तर पर मिली, और जमीन पर खून से सना चाकू मिलता हैं। परिजनों ने दोनों को नजदीक अस्पताल लेकर गये, जहां डाक्टर ने कविता को मृतक घोषित कर दिया। वही संजय की गम्भीर हालत देख जिला अस्पताल से ट्रामा सेन्टर रिफर कर दिया। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई हैं।अप्रत्याशित घटित घटना से क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म हैं। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक डॉ इलामारन जी पुलिस अधिकारियों के संग पहुंचकर घटना का बारीकी से निरीक्षण कर मातहत को विधिक कार्यवाही का निर्देश देते हैं।

विद्यालय का वार्षिकोत्सव समारोह व पुरस्कार वितरण कार्यक्रम आयोजित


शाहगढ/अमेठी। रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति के साथ विद्यालय का वार्षिकोत्सव मनाया गया। तथा छात्र छात्राओं को पुरस्कृत किया गया। गौरतलब हो कि आर एस शिक्षा निकेतन लोहंगपुर शाहगढ में वार्षिकोत्सव कार्यक्रम मनाया गया।

कार्यक्रम की प्रस्तुति सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित की गई। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र छात्राओं द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति किया गया। समापन के अवसर पर बच्चों को पुरस्कार वितरित किया गया। कार्यक्रम में मौजूद अतिथियों द्वारा उनके उज्जवलमय भविष्य की मंगल कामना की गई।

विद्यालय प्रबन्धक सुनील यादव द्वारा कार्यक्रम में आये अतिथियों शशांक शुक्ला, विनोद सिंह, विनोद यादव, राम सजीवन मिश्रा, शिव दर्शन यादव प्रधान, हनुमान प्रसाद यादव प्रधान, राम केवल यादव समाजसेवी, राम चंद्र यादव बी डी सी के अलावा सभी अभिवावकों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन ध्रुवराज यादव ने किया।

*गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ का सैंतीसवां चरण सम्पन्न*


अमेठी । युगतीर्थ शांन्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के अंतर्गत रविवार की सुबह अमेठी नगर के यशोदानगर, ककवा रोड के 21 घरों में एक साथ, एक समय गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ। यज्ञ के माध्यम से घरों में देव स्थापना व गंगाजली की स्थापना भी की गई।

परिवार निर्माण गायत्री परिवार का प्रमुख अभियान है। परिवारों को साधना, स्वाध्याय और सेवा से जोड़कर देव परिवार बनाने के उद्देश्य से गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के सैंतीसवें चरण में अमेठी के 21 घरों में यजमान ओम शंकर मिश्रा, नागेन्द्र सिंह, गया प्रसाद कश्यप, सन्तोष तिवारी, अर्चना यादव, शैलेन्द्र पाठक, डा शिवा कान्त तिवारी, सन्त शरण द्विवेदी, अमित ओझा, शोभ नाथ‌ सिंह, अमिता मिश्रा, विजय मिश्रा, नागेन्द्र बहादुर सिंह, शिवाकांत मिश्रा, राम जी तिवारी आदि के घरों में यज्ञाचार्य कमलेश कुमार पांडेय, इंद्रदेव शर्मा, सत्य प्रकाश तिवारी, सुभाष चंद्र द्विवेदी, त्रिवेणी प्रसाद सिंह, डॉ० धर्मेंद्र तिवारी, रमेश चंद्र पांडेय, अशोक मिश्रा, रामयश, जगन्नाथ, कोमल मिश्रा, विजय लक्ष्मी सिंह, श्रीओम, शशांक शुक्ला, गिरजा शंकर, राकेश मिश्रा, नरसिंह नारायण सिंह आदि ने पूरे विधि विधान के साथ संपन्न कराया।

इस अवसर पर यजमानों तथा उनके परिजनों को प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जप करने के साथ ही एक बुराई छोड़ने व एक अच्छाई ग्रहण करने का संकल्प भी दिलाया गया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में अवधेश सिंह, पवन कुमार मिश्रा आदि का सराहनीय योगदान रहा।

बाबा दूध नाथ धाम अफोइया शाहगढ़ पर लगातार दूसरे रविवार को भी स्वच्छता अभियान जारी रहा। श्रमदान के द्वारा रविवार को गायत्री परिवार के परिजनों द्वारा बाबा दूधनाथ धाम के पूरे परिसर की सफाई का कार्य किया गया, जिसमें आज पुनः बाबा दूधनाथ धाम अफूइया पर श्रमदान का कार्य किया गया जिसमें श्री दयाशंकर मिश्र, श्री सुरेश कुमार द्विवेदी, श्री विष्णु प्रसाद द्विवेदी, श्री राजेश सिंह,श्री जयकरन सिंह, श्री गोकर्ण सिंह,श्री दूधनाथ गिरी,श्री देवी प्रसाद विश्वकर्मा सम्मिलित रहे ।

अनुपम तिवारी के घर बधाई देने पहुंचे राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश तिवारी


अमेठी। नायब तहसीलदार के पद पर पीसीएस -2022 मे चयन अनुपम तिवारी पुत्र एडवोकेट प्रेम नारायण तिवारी पीथीपुर अमेठी का हुआ। समाजसेवी दिनेश तिवारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्राम्हण स्वाभिमान एकता मंच, हरकेश मिश्रा अनिरुद्ध मिश्रा ,मनोज तिवारी, कपिल पांडेय आदि के साथ उनके आवास पर जाकर श्री तिवारी का माल्यार्पण कर बधाई दी।।श्री दिनेश तिवारी में कहा कि अनुपम तिवारी की प्रतिभा को देखते हुए ऐसा लग रहा है कि आने वाले समय में और बड़े पद पर पहुंचकर एक बार पुनः क्षेत्र का नाम रोशन करेंगे।

बधाई संदेश देगे का सिलसिलेवार क्रम जारी है। फेसबुक,ट्यूटर,वाडसएप,पर समाज और राजनीति से जुडे लोगो के बधाई देने का सिलसिला जारी है। अधिवक्ता प्रेम नारायण तिवारी के आवास और अधिवक्ता कार्यालय पर बधाई देने की बैठके जारी है। अमेठी के लाल के इस कमल से लोग गदगद है।

नायब तहसीलदार अनुपम तिवारी का चयन पर खुशी ,ब्राह्मण समाज निर्माण में सदैव रही अमेठी की भूमिका


अमेठी। जिले की अमेठी के गांव पीथीपुर के अनुपम तिवारी पुत्र प्रेम नारायण तिवारी ने यूपीपीसीएस-2022 परीक्षा मे नायब तहसीलदार के पद पर चयन हुआ। इनकी शिक्षा कक्षा 10की परीक्षा एचएएल कोरवा से की। 12वी परीक्षा एस जे एस पाब्लिक स्कूल गौरीगंज से उत्तीर्ण की। इसके बाद बी टेक की परीक्षा जे एस एस नोयडा से परीक्षा पास की है सिविल परीक्षा की तैयारी चल रही है।

बताते चले कि पंडित राम खेलावन तिवारी ब्राह्मणों के सिरमौर रहे। इनके पुत्र अधिवक्ता प्रेम नारायण तिवारी है। जो राजनीति और समाज मे आज भी अद्वितीय योगदान रहा। इनके कनिष्क पुत्र अनुपम तिवारी का चयन नायब तहसीलदार के पद पर हुआ। शनिवार को अधिवक्ता पंडित प्रेम नारायण तिवारी ने भोलेनाथ के धाम घुइश्वसर नाथ की पूजा अर्चना सपत्नीक किया। उसके अमेठी के अधिवक्ता कार्यालय पर श्री तिवारी को बधाई देने वालो की लाईन लगी ।श्री तिवारी ने लोगो का मुह मीठा करवाया।

बधाई देने वालों में ठेकेदार केडी मिश्र,पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अमेठी राजकुमार पाण्डेय,अधिवक्ता राजेश कुमार शुक्ल,अधिवक्ता अशोक कुमार दूबे,अधिवक्ता अमित कुमार शुक्ल,अधिवक्ता त्रियुगी नारायण शुक्ल,किसान नेता अरुण कुमार शुक्ल,दिनेश मिश्र,नोटरी अफीसर मो कुदूश खा,आदि ने श्री तिवारी को बधाई दी। अधिवक्ता श्री तिवारी के बडे़ भाई जगत नारायण तिवारी आयुक्त श्रम विकास मन्त्रालय के पद से सेवा नियुक्त हुए। श्री तिवारी के छोटे भाई राहुल तिवारी रसायन विज्ञान के प्रोफेसर इलाहाबाद विश्वविद्यालय मे सेवाए दे रहे है। इनके भाई श्याम तिवारी उर्फ अशोक कुमार तिवारी ने ब्राह्मण समाज के सिरमौर की जिम्मेदारी पिता के निधन के बाद सम्भाली। लेकिन विगत वर्ष आसामियक निधन हो गया ।

नायब तहसीलदार अनुपम तिवारी के बडे़ आई एम एम तकनीकी शिक्षा अनुभव तिवारी ने उत्तीर्ण कर इंजीनियरिंग के क्षेत्र मुम्बई माया नगरी में सेवा दे रहे है। अधिवक्ता प्रेम नारायण तिवारी ने कांग्रेस कमेटी अमेठी जिलाध्यक्ष रहे। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी सदस्य के पद पर रहे। गांधी परिवार के करीबी में सुमार है। इनके पिता पंडित राम खेलावन तिवारी रणबीर रणञ्जय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अमेठी के कार्यालय अधीक्षक के पद उल्लेखनीय योगदान दिए है। समाज में ब्राह्मण समाज के स्वाभिमान में भी अतुलनीय योगदान आज भी चर्चा में है। इनके धर्मपत्नी मालती देवी कई दशक ग्राम प्रधान पीथीपुर की रही।

*अमेठी बस डिपो में सांड का आतंक, दो पशुओं की आपसी लड़ाई के बीच सड़क पर मची अफरा-तफरी, वायरल वीडियो*


अमेठी- अमेठी बस डिपो पर दो सांडों की आपसी लड़ाई से रोड पर अफरा तफरी का माहौल कायम हो गया। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आए। 

सड़कों पर आवारा सांड का आतंक देखा जा रहा है। हर सड़क आवारा पशुओं और खासकर सांडों की आपसी जंग का मैदान बनी नजर आती है। दो सांडों की भिड़ंत में राहगीर बाल बाल बचते दिखे। 

सांडों की कुश्ती से सड़क के दोनों तरफ अफरा तफरी मची रही। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यहां आये दिन आवारा पशुओं से परेशान राहगीर व दुकानदार इनको पकड़वाने की मांग कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन इनकी कोई भी सुध नहीं ले रहा है।