शराब सेवन मामले में कोचस प्रखंड के लिपिक संतोष कुमार सिंह को दी गई अनिवार्य सेवानिवृत्ति

रोहतास : शराब सेवन एवं शराबबंदी नियमों के उल्लंघन के आरोप में कोचस प्रखंड कार्यालय में कार्यरत लिपिक संतोष कुमार सिंह को जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार ने बिहार सरकारी सेवक नियमावली 2005 के नियम 14 (9) के तहत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है। 

इस संदर्भ में प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकारी देते हुए जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी पुष्कर कुमार ने बताया कि जिले के अकोढ़ी गोला प्रखंड कार्यालय में कार्यरत तत्कालीन लिपिक संतोष कुमार सिंह पर वर्ष 2018 में शराब सेवन एवं शराबबंदी नियमों के उल्लंघन के आरोप में विभागीय कार्यवाही प्रारम्भ की गयी थी। जिसमें विभागीय कार्यवाही के संचालन पदाधिकारी द्वारा आरोप को सत्य पाया गया है। 

इसी के आलोक में सोमवार को डीएम धर्मेंद्र कुमार ने अकोढ़ी गोला प्रखंड के तत्कालीन लिपिक संतोष कुमार सिंह के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करते हुए अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी है। 

बता दें कि लिपिक संतोष कुमार सिंह कैमूर जिले के मोहनियां थाना क्षेत्र अंतर्गत पकड़ियार गांव निवासी रामजी सिंह के पुत्र हैं। 

जिन्होंने अपनी सरकारी सेवा वर्ष 1994 से प्रारंभ की थी तथा 29 वर्ष की सेवा अवधि के पश्चात शराबबंदी नियमों के उल्लंघन के आरोप में इन्हें अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई।

रोहतास से दिवाकर तिवारी

कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए सदर अस्पताल में कराया गया मॉक ड्रिल, संक्रमित मरीजों की संख्या चार

रोहतास : बिहार में एक बार फिर कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। जिसको लेकर राज्य सरकार के निर्देश पर प्रत्येक जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

इसी क्रम में जिले में कोरोना के चार मामले सामने आने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग भी पूरी तरह सक्रिय हो गया। जहां इसे लेकर सासाराम स्थित सदर अस्पताल में सोमवार को वरीय चिकित्सा पदाधिकरियों की मौजूदगी में मॉक ड्रिल कराया गया तथा स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड-19 के संदर्भ में कई दिशा निर्देश जारी किए गए।

मॉक ड्रिल के दौरान चिकित्सा पदाधिकारियों ने स्वास्थ्य कर्मियों को ग्लब्स, मास्क, सेनिटाइजर सहित अन्य सभी सुरक्षा मानकों का गम्भीरता से पालन करने का निर्देश दिया तथा कहा कि सभी संदिग्ध व्यक्तियों की आवश्यक रूप से जांच करें।

बताते चलें कि रोहतास जिले में पिछले दो तीन दिनों के अंदर कोरोना के चार मामले सामने आए। जिसमें दो जीएनएम छात्रा समेत शहर के भारती गंज मुहल्ला निवासी एक 70 वर्षीय वुजूर्ग व एक अन्य शामिल हैं। जिन्हें होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गयी है।

वहीं अस्पताल प्रबंधन द्वारा संक्रमित मरीजों कीसमयांतराल पर मॉनिटरिंग भी की जा रही है। हालांकि सभी चार संक्रमित मरीजों में कोरोना के मामूली लक्षण हीं पाए गए हैं तथा उनकी स्थिती में लगातार सुधार भी देखा जा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को लगभग 523 लोगों की कोविड जांच की गई। जिनमें से एक भी मरीज कोविड-19 पॉजिटिव नहीं पाए गए।

इस संदर्भ में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ केएन तिवारी ने बताया कि कोविड के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तैयारी कर ली गई है। अस्पताल परिसर में कोविड के मरीजों के लिए 50 बेड सुरक्षित रखे गए हैं तथा ऑक्सीजन प्लांट भी सुचारू रूप से कार्य कर रहा है।

उन्होंने कहा कि जिले में कोविड-19 के मामलों को देखते हुए चिकित्सा पदाधिकारियों की उपस्थिति में मॉक ड्रिल कराया गया है तथा स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोनावायरस से बचाव के लिए कई दिशा निर्देश दिए गए।

रोहतास से दिवाकर तिवारी

*रोहतास में स्वास्थ्य व्यवस्था का हाल-बेहाल, परिजनों ने गंभीर स्थिति में मरीज को ठेले से पहुंचाया अस्पताल*


रोहतास : बिहार के स्वास्थ्य मंत्री सह उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 60 दिनों के भीतर स्वास्थ्य व्यवस्था के कायाकल्प का दावा किया था। लेकिन रोहतास से सामने आई एक तस्वीर ने बिहार के स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल दी है। मामला रोहतास जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र करगहर का है जहां टीबी के एक मरीज को गंभीर स्थिति में एक ठेले पर परिजनों द्वारा अस्पताल लाया गया। 

परिजनों ने बताया कि टोल फ्री नंबर पर काफी देर तक ट्राई करने के बाद भी उन्हें एंबुलेंस नहीं मिला। मरीज की हालत गंभीर हो रही थी इसलिए उसे 3 किलोमीटर धक्का देकर ठेले पर लादकर लाना पड़ा। वहीं जब परिजन ठेला लेकर अस्पताल पहुंचे तो वहां भी अस्पताल परिसर में मरीज को ले जाने के लिए स्ट्रेचर नहीं मिला। मरीज की हालत इतनी खराब थी कि परिजन ठेला को सीधे अस्पताल में लेकर घुस गए। इसके बाद डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी मरीज के इलाज में जुट गए। 

दरअसल करगहर प्रखंड क्षेत्र के डिभियां गांव निवासी जोखन पासवान की अचानक से तबीयत बिगड़ गई। परिजनों ने कई बार एम्बुलेंस के लिए कॉल किया पर संपर्क नही हो पाया। मरीज की बिगड़ती तबीयत देख आननफानन में परिजनों ने उसे एक ठेले पर लाद कर अस्पताल पहुंचे। जहां प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने मरीज को बेहतर इलाज के लिए सासाराम के सदर अस्पताल रेफर कर दिया।

बता दें कि ग्रामीण क्षेत्रों में एंबुलेंस को लेकर लोगों में जागरूकता नहीं होने की वजह से आज भी लोग जान जोखिम में डालकर अस्पताल पहुंचते हैं। जबकि दुर्घटना एवं अचानक तबीयत बिगड़ने पर 102 पर काल कर एंबुलेंस की सुविधा प्राप्त कर सकते हैं।

रोहतास से दिवाकर तिवारी

रोहतास: जदयू कार्यकर्ताओं ने ग्रामीण विकास मंत्री का किया स्वागत

रोहतास: दावथ प्रखंड क्षेत्र के मलियाबाग में शनिवार को बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री का जदयू कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया। 

मंत्री श्रवण कुमार करगहर में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे। 

इसी क्रम में जिला पार्षद प्रतिनिधि विकास पटेल के नेतृत्व में बिहार सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का स्थानीय पार्टी कार्यालय में पार्टी के वरीय कार्यकर्ताओं ने फुल, माला, बुके व अंग वस्त्र भेंट कर स्वागत किया। 

मौके पर प्रखंड अध्यक्ष अशोक चौधरी, जिलाध्यक्ष अशोक कुशवाहा,जदयु नेत्री अरुणा सिंह, पूर्व प्रमुख जगनारायण सिंह,युवा जिलाध्यक्ष अभिषेक पटेल, वरीय जदयु नेता सुरेंद्र सिंह,उपेंद्र नारायण सिंह,विरेंद्र सिंह, संतोष राय,धर्मराज यादव,अकोढ़ी गोला की जिला पार्षद सदस्या सीमा सिंह,पैक्स अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह, भोला चौबे, मुखिया संजय सिंह, धनजी शर्मा, बीड़ीसी राजेश यादव, मनोज कुशवाहा, गोपाल जी सिंह आदि उपस्थित थे ।

रोहतास: जिले में एक बार फिर कोरोना ने दी दस्तक, 2 छात्रा समेत तीन लोग संक्रमित

रोहतास: कोविड-19 संक्रमण से मुक्त रोहतास जिले में एक बार फिर कोरोनावायरस ने दस्तक दे दी है। दरअसल बीते कई माह से जिले में कोरोनावायरस के एक भी मामले सामने नहीं आए थे।

 लेकिन शनिवार को एक साथ तीन मामले सामने आने पर जिला स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सक्रिय हो गया है तथा कोविड-19 जांच में तेजी लाने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। हालांकि राहत की बात है कि अभी तक सभी संक्रमित मरीजों में कोविड के मामूली लक्षण हीं दिखाई पड़ रहे हैं। 

जिन्हें होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक शनिवार को जिले में सैकड़ों लोगों की कोविड जांच की गई। जिनमें से मात्र तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं। सभी संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में रखे गए हैं तथा उनकी स्थिति स्थिर बनी हुई है।

 इस संदर्भ में जानकारी देते हुए सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने बताया कि जीएनएम की दो छात्रा समेत सासाराम के भारतीगंज मोहल्ला निवासी एक 70 वर्षीय बुजुर्ग की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। जिनमें मामूली लक्षण दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक बार फिर कोरोना के मामले सामने आने से लोगों को बिल्कुल भी पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है।

 कोरोनावायरस की लहर का मजबूती से सामना करने के लिए स्वास्थ विभाग पूरी तरह से तैयार है तथा कोविड-19 जांच का दायरा भी बढ़ाया जा रहा है।

भारी सुरक्षा के बीच जुम्मे की नमाज अदा, 28 चिन्हित मस्जिदों के समीप मजिस्ट्रेटों के साथ पुलिस फोर्स की तैनाती

रोहतास। जिला मुख्यालय सासाराम में रामनवमी जुलूस के बाद दो समुदायों के बीच आपसी सौहार्द को बिगाड़ने का असमाजिक तत्वों के द्वारा प्रयास किया गया था। जिसके बाद जिला पुलिस- प्रशासन की मुस्तैदी से स्थिति को पुरी तरह नियंत्रित कर लिया गया है।

रमजान के बाद ये दूसरा जुम्मा है। जुम्मे की नमाज को लेकर जिला पुलिस प्रशासन के द्वारा मुस्तैदी दिखाते हुए सासाराम के मस्जिदों के पास भारी संख्या में दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल की तैनाती की गई है।

सासाराम के 28 ऐसे मस्जिदों को जिला प्रशासन के द्वारा चिन्हित किया गया है जिसमें दंडाधिकारी के साथ-साथ भारी संख्या में पुलिस फोर्स की प्रतिनियुक्ति की गई थी। और भारी सुरक्षा के बीच मुस्लिम समुदाय के लोगों को द्वारा नमाज आदा किया गया।

इसके साथ ही इस ट्रिक मजिस्ट्रेट ओके द्वारा लगातार सभी इलाकों में पेट्रोलिंग की जा रही है। और पुलिस फोर्स के द्वारा लगातार फ्लैग मार्च किया गया है। जिसके कारण रामनवमी जुलूस के बाद हुए हिंसक झड़प के बाद पहला जुम्मा का नमाज शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण तरीके से आदा किया गया।

आगलगी की घटना से बचाव को लेकर किया जा रहा जागरूक

रोहतास। बिक्रमगंज अनुमंडल अंतर्गत सभी प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में गेहूं की फसल कटाई करते वक्त अगलगी से होने वाली घटनाओं से बचाव को लेकर अग्निशमन पदाधिकारी के द्वारा जागरूक किया जा रहा है ।

इसकी जानकारी देते हुए अनुमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी प्रेम चंद्र राम ने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी के निर्देशानुसार अनुमंडल अंतर्गत सभी प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों में गेहूं काटते वक्त सभी हार्वेस्टर एवं थ्रेसर मालिकों को जागरूक किया जा रहा है ।

उन्होंने लोगों को जागरूक करते हुए कहा कि फसल कटाई करते वक्त दो ड्राम पानी , दो बाल्टी , दो मग , दो पीस वाटर CO2 फायर एक्सटिंगईशेर रखना नितांत जरूरी है , ताकि आग के एक चिंगारी

दिखाई दे तो तुरंत आग को बुझाया जा सके एवं साथ ही साथ फसल को भी बचाया जा सके । मौके पर अनुमंडलीय अग्निशमन पदाधिकारी प्रेम चंद्र राम , हार्वेस्टर एवं थ्रेसर मालिक समेत अग्निशमन विभाग के अधिकारी और कर्मी लोग मौजूद थे ।

सासाराम में स्थिति हुई सामान्य : आज जुम्मे के दिन दोनो समुदाय के लोगों ने गुलाब का फूल भेंट कर दिया शांति का संदेश, आपसी सौहार्द के लिए लोगों ने मांगी दुआएं


रोहतास : रामनवमी के अवसर पर रोहतास जिला मुख्यालय सासाराम में निकली विशाल शोभायात्रा के दूसरे दिन दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद शहर में स्थिति अब पूरी तरह सामान्य हो गई है। 

जिला प्रशासन द्वारा शहर के सभी प्रभावित इलाकों में कुल 102 जगहों पर चौबिसों घंटे पुलिस बल के साथ दण्डाधिकारियों की तैनाती की गयी है तथा जिले के कई आला अधिकारी लगातार प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं। 

इसी क्रम में रमजान के दूसरे जुम्मे की नमाज पर जिले की स्वच्छता आईकान सह प्रसिद्ध समाजसेवी डॉ मधु उपाध्याय ने दोनों समुदायों के बीच आपसी सौहार्द एवं भाईचारा को मजबूत करने के उद्देश्य से नमाजियों को गुलाब का फूल देकर शांति का पैगाम दिया है। 

इस दौरान उन्होंने दोनों समुदायों के लोगों से विनम्रतापूर्वक आग्रह करते हुए कहा कि अपने शहर में शांति व्यवस्था बनाए रखना हम सभी का परम कर्तव्य है तथा मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं होता। इसलिए मानवता धर्म का पालन करते हुए सभी लोग आपसी सौहार्द के साथ आपस में मिलजुल कर रहें। 

वहीं जुम्मे की नमाज अदा कर मस्जिद से बाहर आ रहे नमाजियों ने भी शांति के इस पैगाम का तहे दिल से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रशासन की मुस्तैदी से शहर में अब पूरी तरह शांति व्यवस्था बहाल हो चुकी है तथा हम सभी शहर की शांति व्यवस्था एवं आपसी सौहार्द के लिए दुआ करते हैं।

रोहतास से दिवाकर तिवारी

इंटरनेट सेवा बाधित होने से जनजीवन अस्त व्यस्त, कारोबारी व छात्र-छात्राएं परेशान

रोहतास । सासाराम में इनदिनो इंटरनेट सेवा बाधित होने से लोग टावर टावर घुमाते हुए अन्य जिलों में भी पहुंच रहे हैं। दरअसल सासाराम में 31 मार्च से हीं इंटरनेट सेवा पूरी तरह से बंद है।

लगातार छठे दिन इंटरनेट सेवा प्रतिबंधित होने से आम लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों को इंटरनेट सेवा लेने के लिए औरंगाबाद, भोजपुर तथा कैमूर जिला जाना पड़ रहा है। ऐसे में रोहतास जिला के डेहरी ऑन सोन के सोन नदी के किनारे बहुत से लोगों की भीड़ देखने को मिल रही है।

खासकर डिहरी के युवाओं की टोली सोन नदी पार कर औरंगाबाद चले जा रहे हैं तथा सासाराम के लोग कैमूर जिला तो बिक्रमगंज के लोग भोजपुर जिला के सीमा क्षेत्र पहुंचकर इंटरनेट सेवा लेने को मजबूर हैं। जबकि जिले में इंटरनेट आधारित तमाम कारोबार ठप है तथा छात्र-छात्राएं काफी परेशान हैं।

जिले में स्नातक की परीक्षा भी चल रही है। जिसका ऑनलाइन एडमिट कार्ड प्राप्त करने के लिए छात्रों को दूसरे जिले में जाना पड़ रहा है। दुकानदारों का कहना है कि कोरोना के समय से तमाम चीजें डिजिटल हो गई हैं, लेकिन इंटरनेट बंद होने से अभी कारोबार पूरी तरह से ठप हो गया है।

हिंसा मामले में गोली लगने से घायल युवक की इलाज के दौरान मौत, परिवार ने मुआवजे की मांग की

रोहतास : रामनवमी के बाद सासाराम में हुए हिंसा में घायल एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई है। बताया जाता है कि हिंसा में घायल युवक की मौत बनारस के ट्रामा सेंटर में हुई है। जहां सासाराम से एक अधिकारी का दल भी बनारस पहुंच चुका है। हालांकि इस सम्बन्ध में आधिकारिक तौर पर पुष्टि नही हो पाई है। 

मिली जानकारी के मुताबिक मृतक युवक राजा चौधरी नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर का रहने वाला है। जो सासाराम में अपनी मौसी के घर रहकर अपनी माँ की आंख का इलाज करा रहा था। 

इसी दौरान रामनवमी के एक दिन बाद दो गुटों के बीच हिंसा के दरम्यान जब वह छत पर था तभी उसे गोली लग गई। जिसका इलाज बनारस के ट्रामा सेंटर में चल रहा था। आज उसकी मौत की खबर सामने आई है।

मृतक राजा चौधरी 4 भाई बहन में सबसे छोटा था। वह बीए पार्ट 2 का छात्र था तथा उसके पिता की मौत तकरीबन 6 साल पहले कर्नाटक में एक सड़क हादसे में हो गई थी। 

परिजनों ने बताया कि रामनवमी के बाद हुए दो गुटों के बीच हिंसा के दौरान यह अपने छत पर खड़ा था। इसी दौरान पथराव भी शुरू हो गई और राजा को सर में पीछे गोली लग गई। 

आनन-फानन में उसे सदर अस्पताल भर्ती कराया गया। जिसके बाद बनारस ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था। 

वहीं युवक की मौत पर परिजनों ने सरकार से मुआवजे की भी मांग की है। हालांकि इस मामले में जिला प्रशासन के व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से मौत की पुष्टि की गई है।

 प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया गया कि 31 मार्च को हुए पथराव की घटना में एक युवक को चोट आई थी। जिसे सदर अस्पताल में इलाज हेतु भर्ती कराया गया तथा चोट की गंभीरता को देखते हुए तत्काल बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था। जिसकी आज सुबह मौत हो गई।

रोहतास से दिवाकर तिवारी