जमशेदपुर : मां मंगला उषा पर्व पर श्रद्धालुओं ने गाजे-बाजे के साथ निकाली कलस यात्रा


जमशेदपुर मां मंगला उषा पर्व पर श्रद्धालुओं ने गाजे-बाजे के साथ निकाली कलस यात्रा. भक्तों ने मां से सुख, समृद्धि व स्वस्थ रहने की कामना की.

चैत माह के आखिरी मंगलवार को आयोजित होने वाली इस पर्व के दौरान शहर के विभिन्न क्षेत्रों से अलग-अलग टोलियों में महिलाएं एंव पुरुष बैंड-बाजों के साथ सर पर कलश व हाथों में पूजा की सामग्रियों को लेकर झूमते, नाचते राम मड़ैया बस्ती समीप खड़कई नदी पहुँचे .

श्रद्धालु. नदी किनारे मां मंगला की प्रारूप को स्थापित कर विधिवत पूजा अर्चना के बाद सभी वापस लौटें.दोपहर बाद से भालूबासा से भुइयांडीह नदी किनारे स्थित मां मंगला की मंदिर में बलि देने के अलावे बडे़ पैमाने पर विधिवत पूजा की जायेगी. 

पूजा में सैकड़ों लोग शामिल होंगे. इस दौरान सड़को पर दर्जनों महिलाए मौजूद थे.

झरिया कोलफील्ड बचाओ समिति ने सीओ को सौंपा ज्ञापन


झरिया :झरिया कोलफील्ड बचाओ समिति का एक प्रतिनिधिमंडल झरिया के अंचल अधिकारी प्रमेश कुशवाहा से भेंट कर ज्वलंत समस्याओं का निदान करने की मांग की। इस संबंध में सीओ को मांग पत्र भी सौंपा ।कहा कि पिछले 8 साल से झरिया में रैयतों की जमीन की रसीद नहीं कट रही है।

जल्द से जल्द रैयतों को उनका हक मिलना चाहिए। सीओ ने कहा कि जिनके पास रजिस्ट्री के कागजात हैं या डीड है,वह आवेदन करें। ऑनलाइन आवेदन कर प्रतिलिपि जमा करें। सुधार कराया जाएगा। 

इसके अलावा झरिया में हो रहे अतिक्रमण व अन्य मुद्दों पर भी सकारात्मक पहल करने का आश्वासन दिया। प्रतिनिधिमंडल में समिति के अध्यक्ष राजीव शर्मा गोपाल अग्रवाल, शिव बालक पासवान, शिवचरण शर्मा, अमित कुमार साहू उर्फ दीपू, सत्यनारायण भोजगढिया, प्रकाश शर्मा , उपेंद्र गुप्ता आदि थे।

जमशेदपुर, 2021 में रूह कंपा देने वाले हत्यारोपी को न्यायालय ने दिया दोषी करार 6 अप्रैल को सुनाई जाएगी सजा

आज जमशेदपुर के अपर जिला व सत्र न्यायाधीश राजेंद्र कुमार सिन्हा के न्यायालय ने में कदमा में अपनी पत्नी वीणा देवी (36 वर्ष), दो पुत्री श्रावणी उर्फ दीया (16 वर्ष), सानवी (8 वर्ष) और एक शिक्षिका रिंकी घोष की हत्या मामले में आरोपित दीपक कुमार को शनिवार को दोषी करार दिया। न्यायालय छह अप्रैल को इसे सजा सुनाएगी।

विदित हो कि दोषी दीपक टाटा स्टील के अग्निशमन विभाग में 2011 से कार्यरत था। 2021 में उसने इस घटना को अंजाम दिया जिसमें इस हत्या मामले में 25 लोगों की गवाही हुई थी। जो दोषी पर आरोप लगे थे, न्यायालय ने अभियोजन पक्ष की ओर से प्रस्तुत सभी साक्ष्य को सही पाया है। दोषी के विरुद्ध दायर धारा 302 (हत्या), धारा 376 (दुष्कर्म), 307 (जानलेवा हमला करने), धारा 379 (चोरी) और धारा 376 ए (जबरन दुष्कर्म करने) की प्राथमिकी कदमा थाना में दर्ज की गई थी।

अभियोजन पक्ष की ओर से लोक अभियोजक ओम कुमार ने पक्ष रखा था। उन्होंने कहा कि वे दोषी को फांसी की सजा देने की मांग न्यायालय से करेंगे। दोषी को जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से अधिवक्ता उपलब्ध कराए गए थे।

इस हत्याकांड को लेकर जमशेदपुर में सनसनी फैल गयी थी

घटना 12 अप्रैल, 2021 की है.इस खौफनाक घटना की कहानी जानकर हर किसी का रूह कांप जाता है,इस घटना में दीपक ने अपनी पत्नी, दो पुत्रियों और पुत्रियों को पढ़ाने वाली शिक्षिका की नृशंसता से हत्या कर दी थी। बेरहमी ऐसी कि किसी को भी इस घटना के बाद दिल दहल जाएगा।

दो बेटियों और पत्नी के सिर पर हथौड़ी से प्रहार कर आरोपी ने अधमरा कर दिया था। इसके बाद तकिए से मुंह तब तक दबाकर रखा, जब तक सबकी मौत नहीं हो गई थी। इससे भी मन नहीं भरा तो आरोपी ने बच्ची को ट्यूशन पढ़ाने वाली शिक्षिका को भी मौत के घाट उतार दिया था, जिसकी भनक पड़ोसियों को भी नहीं लगी थी। दरिंदा यहीं नहीं रुका, उसने शिक्षिका के शव के साथ दुष्कर्म भी किया था।

धनबाद से गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने पुलिस को बताया था कि टाटा स्टील में उसे 34 हजार रुपये वेतन मिलता था। लोन कटने के कारण आठ हजार रुपये वेतन हाथ में मिलने लगा। आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण घर में तनाव होने लगा था।

दोस्त प्रभु साव के भांजे रोशन ने उससे कहा कि उसके पास भी भारी ट्रक है। दोनों ने ट्रक खड़गपुर के लक्ष्मी मेटल्स में चलाने का निर्णय लिया, लेकिन रोशन ने ट्रक से होने वाली आमदनी नहीं दी। कर्ज बढ़ता गया।

प्रभु, उसका भांजे और पत्नी की भी हत्या करने वाला था दीपक

दीपक को लगने लगा कि बचपन के मित्र ने उसके साथ धोखाधड़ी की है और उसका भांजा रोशन भी इसमें शामिल है। इसलिए उसने रोशन, उसकी पत्नी और प्रभु साव की हत्या की योजना बनाई। समय भी निर्धारित कर रखा था, लेकिन तभी उसके दिमाग में आया कि अगर हम नहीं रहेंगे, तो परिवार सड़क पर आ जाएगा।

इस कारण उन तीनों की हत्या से पहले अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या सुबह कर दी। इसके बाद शिक्षिका को भी मौत के घाट उतार दिया। हत्या के वक्त उसने कोई नशा नहीं कर रखा था। घर बुलाकर रोशन और उसके साले पर हमला किया, लेकिन दोनों बच गए। उसका प्लान फेल हो गया।

शिक्षिका की भी कर दी शोर मचाने पर हत्या

उसी दिन शाम में छह बजे प्रभु साव की जोजोबेड़ा प्लांट इलाके के पास जाकर हत्या करने की योजना थी। इसके लिए उसे स्कूटी की जरूरत थी। इस कारण उसकी निगाह शिक्षिका रिंकी की स्कूटी पर थी। इसी चक्कर में उसने शिक्षिका से स्कूटी मांगी और उसे बंधक बनाना चाहा।

चाकू देखते ही शिक्षिका शोर मचाने लगी। इधर-उधर भागने लगी। वह उस कमरे की ओर चली गई, जहां पत्नी और बच्चों का शव पड़ा था। शिक्षिका यह देख हतप्रभ रह गई। दीपक को लगा कि अब वह फंस जाएगा। टेप से शिक्षिका के हाथ बांध दिए। मुंह में टेप सटा दिया। गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव के साथ दुष्कर्म किया। शव को बाक्स पलंग में डाल दिया। उसकी स्कूटी घर के बरामदे में रख दी।

रामनवमी झंडा विसर्जन जुलूस के दौरान हंगामा,कुछ असामाजिक तत्वो ने किया पथराव,अंचल अधिकारी समेत कई लोग घायल

पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए किया स्थिति को नियंत्रित,आज मामला शांत,अखाड़ा दल ने हल्दीपोखर को किया शांतिपूर्ण बंद का आह्वान

पूर्वी सिंहभूम : रामनवमी झंडा विसर्जन जुलूस के दौरान कोवाली थाना क्षेत्र के हल्दीपोखर में जमकर हंगामा हुआ.इसमे कुछ असमाजिक तत्वो ने पथराव किया जिसमें अंचल अधिकारी समेत कई लोग घायल हो गए.

 इस घटना के बाद कार्रवाई की मांग को लेकर विजय बजरंग अखाड़ा ने शनिवार को हल्दीपोखर बंद का आह्वान किया है. फिलहाल, पुलिस ने हल्दीपोखर में गश्ती बढ़ा दी है.और मामला पूरी तरह शांत है.

क्या है घटनाक्रम...?

जानकारी के अनुसार विजय बजरंग अखाड़ा हल्दीपोखर द्वारा कल शाम को रामनवमी झंडा विसर्जन जुलूस निकाला था.

इस दौरान जुलूस का झंडे का अग्र भाग टूट गया, जिससे हंगामा शुरू हो गया. लोग प्रशासन से झंडा टूटने का विरोध कर रहे थे. इसी बीच पश्चिमी भाग और रंकिणी मंदिर के पीछे से कुछ लोगों द्वारा पथराव शुरू कर दिया गया. जिसमें हल्दीपोखर पूर्वी पंचायत की मुखिया देवी कुमारी भूमिज गंभीर रूप से घायल हो गयीं. वहीं, पथराव से पोटका सीओ इम्तियाज अहमद, पूर्व मुखिया सैय्यद जबीउल्लाह समेत कई लोग घायल हो गये. इसके बाद पुलिस एक्शन में आ गयी.

जुगसलाई के बाटा चौक पर लाठीचार्ज

जुगसलाई बाटा चौक पर जिला प्रशासन के खिलाफ लोग सड़क जाम कर बैठे हुए थे. इसी बीच सभी लोग जुगसलाई फाटक के रेलवे फाटक के पास पहुंच गये और रेलवे लाइन पर हनुमान चालिसा का पाठ करने लगे. इसके बाद आरपीएफ, जिला प्रशासन और जीआरपी की टीम पहुंची और लाठीचार्ज कर पूरी भीड़ को खदेड़ दिया. 

इसके बाद भीड़ दूर से जाकर पथराव करने लगी. इसका प्रतिरोध में एक बार फिर से पुलिस ने लाठी चार्ज कर दिया. लाठीचार्ज में कई लोगों को चोटें भी आयी. बाद में प्रशासन के लोगों ने लोगों को समझाया कि वार्ता हो चुकी है और जुलूस निकलेगा, जिसके बाद माहौल शांत हो पाया. इसके बाद भीड़ वापस लौट रही थी कि कुछ उत्पाती दूसरे गुटों के लोगों के घरों के पास जाकर जयश्री राम के नारे लगाने लगे, जिसके बाद दूसरे गुट के लोगों ने प्रतिरोध किया, जिससे तनातनी की स्थिति हो गयी. 

मौके पर दोनों ओर से पथराव हुआ, जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस ने एक्शन लिया.

साकची झंडा चौक स्थित बाल मंदिर अखाड़ा का ट्रेलर जब्त करने का मामला गरमाया,ट्रेलर नही छोड़ने पर शोभा यात्रा नही निकालने का आह्वान


जमशेदपुर के साकची झंडा चौक स्थित बाल मंदिर अखाड़ा का ट्रेलर जब्त करने का मामला गरमा गया है। इसको लेकर आज सुबह से साकची झंडा चौक पर बड़ी संख्या में आखाड़ा समिति के लाइसेंसधारी व सदस्य व हिंदू समाज से जुड़े लोगों का जमावड़ा लगा हुआ है. उन्होंने जिला प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया और सभी उतावला दिखे. उनके साथ पूरे जमशेदपुर सहित पड़ोसी जिलों के अखाड़ा समितियों ने विसर्जन करने से मना कर दिया है।

सुबह से ही विभिन्न अखाड़ा समितियों के लोग साकची स्थित झंडा चौक पर जमा हो गए. वे जिला प्रशासन द्वारा रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान डीजे और ट्रेलर जब्त करने की कार्रवाई का विरोध कर रहे थे. इस दौरान जुगसलाई, आदित्यपुर और आसपास के भी अखाड़ा समिति के लोग पहुंचे. उन्होंने भी जिला प्रशासन से मांग की कि जप्त डीजे और टेलर को छोड़ा जाए. जब प्रशासन द्वारा उनकी मांग नहीं की गई तो वे जमकर नारेबाजी की और साकची में गोलचक्कर पर धरना के लिए पहुंच गए. वही आज रामनवमी शोभा यात्रा का विसर्जन नहीं किया जाएगा. इसको लेकर पूरा मामला गरमा गया है. यह कभी भी उग्र रूप धारण कर सकता है. अब जिला प्रशासन किस तरह इस मामले को सुलझाएगी यह देखने वाली बात है. वही इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस पदाधिकारियों द्वारा प्रयास किया जा रहा है।

दूसरी ओर देर रात तक काफी मान मनोव्वल के बाद भी प्रशासन की ओर से ट्रेलर को छोड़ा नहीं गया. जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो समेत तमाम अखाड़ा समिति के लोगों के साथ भाजपा के जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव समेत अन्य लोगों ने प्रशासन से दूरभाष पर लगातार बातचीत की इस बीच अखाड़ा समिति के लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा था. प्रशासन इसके बदले दूसरा ट्रेलर ( बंद ट्रक) देने को राजी हो रहा था. रात करीब 12:30 बजे तक जब कोई फैसला नहीं हुआ।

 

ट्रेलर को नहीं छोड़ा गया तो भाजपा नेता सह ठाकुर प्यारा सिंह धुरंधर सिंह अखाड़ा समिति के संरक्षक अभय सिंह ने सारे अखाड़ा समितियों की ओर से यह घोषणा कर दी कि जब तक ट्रेलर को छोड़ा नहीं जाएगा तब तक किसी भी हाल में विसर्जन जुलूस नहीं निकलेगा. यह तय किया गया कि विसर्जन जुलूस को लेकर शुक्रवार की सुबह 9:00 बजे तक प्रशासन को अंतिम समय दिया जाएगा. अगर सुबह 9:00 बजे तक ट्रेलर को रिलीज कर दिया गया तो फिर विसर्जन जुलूस निकलेगा और अगर रिलीज नहीं किया गया तो फिर पूरे जमशेदपुर शहर में बंदी की घोषणा हो जाएगी. विसर्जन जुलुस रोक दिया जायेगा. इसके बाद से जमशेदपुर में माहौल थोड़ा गर्म हो गया है।

महा नवमी के अवसर पर प्रदेश की 7 कन्याओं का किया गया पूजन

जमशेदपुर: भारतीय युग वशिष्ट ब्रह्मानंद संघ की तरफ से 3 वर्ष के बाद इस साल बेल्डी कालीबारी आश्रम में बसंती दुर्गा पूजा का आयोजन किया गया है।

 उसी के तहत महानवमी के अवसर पर सात प्रदेश की 7 कन्याओं का आज यहां पूजन किया गया। इन कन्याओं को अलग-अलग प्रदेशों से बुलाया गया है । वहीं यह कन्या है अपने परंपरिक वेशभूषा में काफी सुंदर दिख रही है इन कन्याओं को मां दुर्गा का रूप माना जाता है और मां दुर्गा की प्रतिमा के नीचे इन्हें बैठाकर इनकी पूजन की गई।

जमशेदपुर: चैत्र नवरात्र पर आयोजित छत्तीसगढ़ी समाज के द्वारा जवारा पूजा का पूरे रीति रिवाज के साथ हुआ विसर्जन


जमशेदपुर में चैत्र नवरात्र के अवसर पर छत्तीसगढ़ी समाज के द्वारा जवारा पूजा का आयोजन किया जाता है। जिसका आज पूरे रीति रिवाज के साथ विसर्जन किया गया । इस अवसर पर इस समाज के लोगों की आस्था नजर आ रही थी।

सोनारी स्थित विसर्जन घाट पर हजारों की संख्या में छत्तीसगढ़ी समाज के लोग जवारा पूजा का विसर्जन करते नजर आ रहे थे. 

इस अवसर पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

 सुबह विभिन्न जवारा पूजा कमेटी के द्वारा विसर्जन जुलूस निकाला गया। जिसमें हजारों की संख्या में महिलाएं सर पर जवारा लेकर नदी घाट जा रही थी। इस अवसर पर मां की कृपा भी कई भक्तगणों पर देखने को मिल रही थी लोग जंजीर से करतब करते विसर्जन जुलूस में शामिल हो रहे थे। जिसे देखने के लिए श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा था। 

आपको बता दें कि रामनवमी के अवसर पर छत्तीसगढ़ी समाज के द्वारा चैत्र नवरात्र में माता का पूजा किया जाता है । एवं धन कि 9 दिनों तक पूजा की जाती है।

 जिसमें ज्योत जलाई जाती है जो 9 दिनों तक लगातार चलती रहती है। इन 9 दिनों में शक्ति की देवी मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान धन 9 दिनों के अंदर पौधे का रूप ले लेता है ।जिसे जवारा कहा जाता है। इसी परंपरा को छत्तीसगढ़ी समाज के लोग अपने रीति-रिवाज के अनुसार हर वर्ष करते हैं जिसका रूप आज देखने को मिला।

जमशेदपुर: रविंद्र भवन में डीसी व एसएसपी ने सभी अधिकारियों के साथ की बैठक


जमशेदपुर: रविंद्र भवन में डीसी व एसएसपी ने समेत सभी अधिकारियों ने बुधवार को एक बैठक की। इस बैठक में रामनवमी पर शहर में तैनात किए गए मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारी शामिल रहे। बैठक में अधिकारियों ने मजिस्ट्रेट व पुलिस अधिकारियों को बताया कि रामनवमी के दिन किस तरह से विधि कानून व्यवस्था को बनाए रखना है। एसडीओ धालभूम पीयूष कुमार सिन्हा भी इस बैठक में थे। 

उन्होंने अधिकारियों को मजिस्ट्रेट को समझाया कि जहां उनकी तैनाती है। वहां पता कर लें कि उधर से रामनवमी के कितने जुलूस निकलेंगे। जुलूस निकालने वाले अखाड़े का नाम क्या है। वह अखाड़ा लाइसेंसी है या नहीं और अखाड़े के अध्यक्ष और पदाधिकारी कौन हैं। 

इन सब का नंबर पहले से मजिस्ट्रेट के पास होना चाहिए। ताकि जब जरूरत पड़े तो और उनसे संपर्क किया जा सके। इसके अलावा डीसी विजया जाधव और एसएसपी प्रभात कुमार ने भी सभी मजिस्ट्रेट को दिशा निर्देश दिए।

 मजिस्ट्रेटों को बताया गया कि उन्हें अपने इलाके में गुजरने वाले जुलूसों की वीडियो रिकॉर्डिंग करानी है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में वीडियोग्राफरों को तैनात किया गया है। संवेदनशील इलाकों में खासतौर से ध्यान देने की जरूरत है। 

मजिस्ट्रेटों को बताया गया कि पोटका के हल्दीपोखर का इलाका काफी संवेदनशील है। क्योंकि वहां पहले भी घटनाएं हो चुकी हैं। इसलिए हल्दीपोखर इलाके पर खास ध्यान रखना है। 

पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि शहर में रामनवमी पर 200 से अधिक अखाड़े निकलते हैं। इनमें से जो संवेदनशील और कानून व्यवस्था की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। उनसे संपर्क में रहना है।

छठ महापर्व के समापन के बाद अब रामनवमी को लेकर बाजारों में तेजी, आकर्षक महावीरी झंडों से पटा शहर

धनबाद : महापर्व छठ को समापन होने के साथ ही अब बाजारों में रामनवमी को लेकर तेजी बनी हुई है।गिरिडीह के खासतौर से बड़ा चौक, कचहरी चौक, मकतपुर चौक आदि स्थानों में जगह जगह बड़े छोटे आकर्षक महावीरी झंडा की दुकानें खुल गई है। जिनमें तरह-तरह के बड़े छोटे आकर्षक महावीरी झंडे की बिक्री हो रही है।

रामनवमी को लेकर खासतौर से शहर के बड़ा चौक में कई दुकानों पर कारीगर पूरी शिद्दत के साथ महावीरी झंडा बनाने में जुटे हुए हैं। वहीं कतरास में राम नवमी पूजा को लेकर शहरवासियों में खासा उत्साह है।

वे अपने पसंद के अनुसार तरह-तरह के महावीरी झंडा खरीद रहे हैं। इसके साथ ही साथ रामनवमी के साथ नवरात्र को लेकर पूजा सामग्री आदि की दुकानें जगह-जगह सज गई है। जहां पूजा के लिए आवश्यक सामग्रियां भी मिल रही हैं। श्रद्धालु पूरी तन्मयता के साथ खरीदारी करते नजर आ रहे हैं।

जमशेदपुर विधायक सरयू राय के बारीडीह स्थित विधानसभा कार्यालय में फलाहार कार्यक्रम का हुआ आयोजन.

 

जमशेदपुर नवरात्री महासप्तमी के दिन विधायक सरयू राय के द्वारा अपने बारीडीह स्थित विधानसभा कार्यालय में फलाहार कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 1000 से अधिक लोग इस कार्यक्रम में हुए शामिल.

फलाहार कार्यक्रम में क्षेत्र के लोगों, विभिन्न समाज के प्रतिनिधियों, विभिन्न कंपनियों के प्रबंधक, युनियन के नेता सहित अन्य शामिल हुए. फलाहार में वृत्तियों के लिए विशेष रूप से सिंघारा आँटा के पकौड़ी, साबुनदाना का खिर, खजूर, पाँच प्रकार के फल तरबूज, संतरा, अंगूर, सेव, केला सहित अन्य को शामिल किया गया था. कार्यक्रम में आए हुए लोगो ने बड़ी उत्साह के साथ इस फलाहार को ग्रहण किया.