शेरघाटी के चांपी पंचायत के विभिन्न वार्डो में विकास कार्यों में बड़े पैमाने पर अनियमितता, डीएम से लिखित शिकायत कर कार्रवाई करने का मांग
गया/शेरघाटी। शेरघाटी प्रखंड के चांपी पंचायत के विभिन्न वार्डो में चलाई जा रही विकास कार्यो में बडे पैमाने पर अनियमितता बरती जाने का मामला प्रकाश में आया है। जिसको लेकर वार्ड सदस्यों एवं ग्रामीणों ने संयुक्त तौर पर जिलाधिकारी से लिखित शिकायत कर कारवाई करने की मांग की है। अनियमितता चालू वर्ष के दरमियान कथित कार्यकारिणी की बैठक में चयनित योजनाओं में की गई।
उन चयनित योजनाओं में से तक़रीबन एक तिहाई योजनाओं का क्रियान्वयन धरातल के बजाय महज कागज पर की गई और लाखों रूपये की बंदरबांट आपस में कर लिये। बंदरबांट किन-किन के बीच हुए वो तो जग-जाहिर है। उपरोक्त मामला तब प्रकाश में आये जब एक पंचायत वासी ने सूचना के अधिकार के तहत पंचायत में जारी व सम्पन्न विकास योजना से जुड़ी ब्योरा की मांग प्रखंड कार्यालय से की।
कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई ब्योरा में जिक्र है कि वर्ष-2022 के फरवरी माह के 28 तारीख एवं नम्बर माह के 29 तारीख के बीच कार्यकारिणी की पॉच बार बैठक आहूत हुए और चालू वित्तीय वर्ष के दौरान षष्ठम वित एवं 15वीं मद से पंचायत को महज क्रमशः 45 लाख 47 हजार 343 रू0 एवं 28 लाख 50 हजार 185 रू0 मात्र ही प्राप्त हुए। ब्यौरा के पड़ताल के दौरान षष्ठम वृत मद से पंचायत को कुल प्राप्त रकम के एवज में तकरीबन दुगुनी रकम खर्च किये गये, जो यह एक यक्ष प्रश्न बन चुका है।
यक्ष प्रश्न का बजह क्रियान्वयन को लेकर लिये गये कुल योजना में तकरीबन आधी योजना का क्रियान्वयन धरातल के बजाय महज कागजी खानापूर्ति से की गई, जो गंभीर वृत अनियमितता का मामला प्रतित होता है और जॉचोपरान्त ही पूरा सच उजागर हो सकगें। हालांकी पंचायत ने केन्द्र द्वारा 15वीं मद में उपलब्ध कराए गए कुल रकम के एवज में तकरीबन उतनी ही रकम खर्च किये। सबसे दिलचस्प बात यह है कि वार्ड सदस्यों द्वारा की गई शिकायत अब रंग लाने लगे और पंचायत के विभिन्न गांवों में कागज पर किये कार्य को अब धरातल पर लाने की कावायाद शुरू कर दी गई। एैसा सूत्र का कहना व मानना है।
रिपोर्ट: अरविंद कुमार सिंह।
Apr 02 2023, 08:05