चनपटिया में फंक्शनल हुआ डाकघर निर्यात (एक्सपोर्ट) केन्द्र, जिले के लिए बड़ी उपलब्धि : जिलाधिकारी

बेतिया : एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने के उदेश्य से भारतीय डाक विभाग द्वारा बिहार के तीन जिलों में डाकघर निर्यात केन्द्र को फंक्शनल कराया गया है, जिसमें पश्चिम चम्पारण जिले का भी नाम शामिल है।

जिला प्रशासन की पहल से चनपटिया में डाकघर निर्यात केन्द्र पूरी तरह फंक्शनल हो चुका है। जिलेवासी सहित निकटवर्ती जिलों के व्यापारी, उद्यमी अपना प्रोडक्ट समूचे विश्व में कहीं भी काफी कम राशि में आसानी से भेज सकेंगे। व्यापारियों, उद्यमियों को कस्टम क्लियरेंस के लिए इधर-उधर भटकना भी नहीं पड़ेगा। कस्टम क्लियरेंस से लेकर पैकेजिंग, पिकअप तक की सुविधा भारतीय डाक विभाग द्वारा डाक निर्यात केन्द्र के जरिए मुहैया करायी जायेगी।

इसी परिप्रेक्ष्य में आज समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी कुंदन कुमार की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुयी। इस बैठक में भारतीय डाक विभाग के वरीय डाक अधीक्षक, मुजफ्फरपुर, श्री सुबोध प्रताप सिंह, डाक अधीक्षक, पश्चिम चम्पारण, श्री श्याम सुंदर प्रसाद, विकास पदाधिकारी, श्री योगेन्द्र प्रसाद, प्रणाली प्रशासक, श्री अविनाश कुमार सहित सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित आदि उपस्थित रहे।

वरीय डाक अधीक्षक, मुजफ्फरपुर द्वारा बताया गया कि एक्सपोर्ट की समस्या का समाधान करते हुए भारतीय डाक द्वारा पश्चिम चम्पारण जिले के चनपटिया में डाक निर्यात केन्द्र संचालित किया जा रहा है। स्थानीय व्यापारी, उद्यमी काफी कम राशि में अपना सामान विश्व के किसी भी देश में आसानी से भेज सकते हैं। किसी कारणवश मिसिंग के फलस्वरूप मुआवजा का भी प्रावधान किया गया है।

चनपटिया डाक निर्यात केन्द्र पूरी तरह फंक्शनल हो चुका है। यहां भी व्यापारियों, उद्यमियों को कोई परेशानी नहीं होगी, उनका प्रोडक्ट सुरक्षित, कम समय में, कम राशि में विदेशों तक पहुंचेगा। खासकर स्टार्टअप जोन चनपटिया के विभिन्न प्रोडक्ट्स को विश्व स्तर तक पहुंचाने में काफी सहायता होगी।

उन्होंने बताया कि डाक निर्यात केन्द्र आईटीपीएस, ईएमएस एवं एयर पार्सल के माध्यम से निर्धारित समयावधि में देश-विदेश में सामान को पहुंचा रहा है। पूरे देश में कहीं भी अधिकतम पांच दिनों में पार्सल पहुंचाया जा रहा है।

वरीय डाक अधीक्षक द्वारा डाकघर निर्यात केन्द्र के लाभों से अवगत कराया गया। उन्होंने बताया कि ग्राहक डाक निर्यात पोर्टल के माध्यम से डाक खर्च और सेवाओं की उपलब्धता की जांच कर सकते हैं। डिजिटल केवाईसी, डोर स्टेप से कमर्शियल आइटम भेजने की सुविधा, चालान, पता पर्ची और सीएन 22 फॉर्म प्रिंट करने की सुविधा, जीएसटी की आसान वापसी और अन्य सरकारी लाभ ग्राहकों को मिलेगा।

उन्होंने बताया कि ग्राहक स्वयं डाक निर्यात केन्द्र के वेबसाइट पर जाकर बुकिंग शुल्क का पता कर सकते हैं। इसके लिए डाकघर से संपर्क करने की आवश्यकता नहीं है। डायनेमिक बारकोड के रूप में बारकोड सिस्टम के माध्यम से उत्पन्न होता है। ग्राहक पोर्टल से सीमा शुल्क, घोषणा प्रपत्र, पता पर्ची, चालान डाउनलोड कर सकते हैं। कस्टम पोर्टल पर ट्रैकिंग की सुविधा उपलब्ध है।

उन्होंने बताया कि ग्राहक पोर्टल के माध्यम से निर्यात का प्रमाण उपलब्ध है। भेजे जाने वाले आइटम की संख्या एवं आइटम के मूल्य की कोई सीमा नहीं है। प्राप्तकर्ता/खरीदार की कोई सीमा नहीं, जिसे विक्रेता अपना सामान बेचता है। डीएनके विभिन्न गतिविधियों पर निर्यातकों के खर्च को कम करेगा। निर्यातक सभी काम घर से करते हैं, प्रेषण के लिए बहुत कम समय की आवश्यकता होती है।

उन्होंने बताया कि डाक निर्यात केन्द्र का लाभ लेने के लिए ग्राहकों के पास आवश्यक दस्तावेज होना आवश्यक है। इसमें किसी भी बैंक का चालू खाता, आयात-निर्यात कोड, अधिकृत डीलर कोड, माल और सेवा कर पहचान संख्या, आधार कार्ड एवं पैन नंबर शामिल है।

उन्होंने कहा कि घरेलू विक्रेता, एसएचजी, किसान, कारीगर, एमएसएमई, पेशेवर हस्तशिल्पकार, स्थानीय बाजारों में छोटे निर्माण की बिक्री करने वाले, स्वेटर बुनने वाली गृहणियों, बुटिक का हुनर रखने वाली महिलाएं डाक निर्यात केन्द्र से लाभ प्राप्त कर आगे बढ़ सकती हैं।

इस अवसर पर जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण ने कहा कि भारतीय डाक विभाग द्वारा चनपटिया में डाकघर निर्यात केन्द्र को फंक्शनल कराना अत्यंत ही सराहनीय है। इससे एक्सपोर्ट को काफी बल मिलेगा। क्षेत्रीय उत्पादों को विदेशों तक पहुंचाने में काफी मदद मिलेगी।

उन्होंने कहा कि न सिर्फ पश्चिम चम्पारण जिले के वासी बल्कि आसपास के जिलों के व्यापारियों एवं उद्यमियों को भी इससे लाभ प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा विश्व प्रसिद्ध मरचा धान/चूड़ा को जीआई टैग दिलाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। जीआई टैग मिलने के उपरांत मरचा धान/चूड़ा का उत्पादन करने वाले कृषकों को अत्यधिक लाभ होगा। मरचा चूड़ा/धान का एक्सपोर्ट सुगमतापूर्वक यहां के किसान कर सकेंगे तथा आर्थिक उन्नति की प्राप्ति करेंगे।

जिलाधिकारी ने दिया सख्त निर्देश, पीएमएफएमई एवं पीएमईजीपी योजनान्तर्गत आवेदन स्वीकृति के उपरांत ससमय डिस्वर्समेंट कराना सुनिश्चित करें बैंकर्स

बेतिया : जिलाधिकारी कुंदन कुमार द्वारा आज समाहरणालय सभाकक्ष में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) एवं प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) की समीक्षा की गयी। इस अवसर पर सहायक समाहर्ता, शिवाक्षी दीक्षित, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र, अनिल कुमार सिंह, जिला सहकारिता पदाधिकारी, अमृतांश ओझा सहित विभिन्न बैंकों के प्रबंधक आदि उपस्थित रहे।

समीक्षा के क्रम में महाप्रबंधक, जिला उद्योग केन्द्र द्वारा बताया गया कि प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना (पीएमएफएमई) में 117 लक्ष्य के विरूद्ध बैंकों द्वारा अबतक मात्र 49 आवेदन स्वीकृत किया गया है। एसबीआई द्वारा 21 लक्ष्य के विरूद्ध 21 को स्वीकृति प्रदान की गयी है। सिर्फ एसबीआई के द्वारा ही शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया गया है।

इंडियन ओवरसीज बैंक, आईसीआईसीआई द्वारा कोई ऋण पीएमएफएमई में स्वीकृत नहीं किया गया है। बैंक ऑफ बड़ौदा को आवंटित लक्ष्य 05 के विरूद्ध मात्र 01 की स्वीकृति, पीएनबी को आवंटित लक्ष्य 08 के विरूद्ध मात्र 02 स्वीकृति तथा उतर बिहार ग्रामीण बैंक का 33 लक्ष्य के विरूद्ध मात्र 07 की स्वीकृति प्रदान की गयी है।

जिलाधिकारी द्वारा पीएमएफएमई अंतर्गत कम उपलब्धि पर नराजगी व्यक्त की गयी एवं बैंक अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया गया कि योजनान्तर्गत ऋण स्वीकृति में अभिरूचि लें। ऋण स्वीकृति में बेवजह आनाकानी एवं बहानेबाजी कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी एवं लक्ष्य प्राप्त नहीं करने वाले बैंकों के विरूद्ध बैंकों के उच्चाधिकारियों एवं वित्त विभाग को कार्रवाई हेतु अनुशंसा कर दी जायेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि 31 मार्च तक सभी बैंक लक्ष्य के अनुरूप स्वीकृति कर तत्काल लाभुकों को भुगतान करें।

प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) की समीक्षा के क्रम में महाप्रबंधक द्वारा बताया गया कि इस योजनान्तर्गत यूनियन बैंक, एसबीआई, यूबीजीबी एवं पीएनबी द्वारा शत-प्रतिशत स्वीकृति प्रदान की गयी है।

जिलाधिकारी द्वारा सभी बैंकर्स को स्पष्ट निर्देश दिया गया कि उक्त दोनों योजनाओं के अंतर्गत स्वीकृति के साथ डिस्वर्समेंट पर भी विशेष ध्यान दिया जाय, डिस्वर्समेंट ससमय कराना सुनिश्चित करें ताकि लाभुक अपना उद्यम सुचारू रूप से संचालित कर सकें। उन्होंने निर्देश दिया कि स्वीकृति एवं डिस्वर्समेंट हेतु लंबित मामलों को प्राथमिकता के साथ निष्पादित करना सुनिश्चित करें।

इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा तीन लाभुकों को 50-50 लाख रूपये का ऋण स्वीकृति पत्र प्रदान किया गया। नेशनल को-ऑपरेटिव बैंक द्वारा पीएमएफएमई योजनान्तर्गत तीनों लाभुकों को लाभान्वित किया गया है।

बेतिया की एक माह के लिए नगर आयुक्त बनी प्रशिक्षु आईएएस शिवाक्षी दीक्षित का कार्यकाल पूरा होने पर दी गई फेयरवेल पार्टी


बेतिया : महज एक माह के लिए नगर आयुक्त बनीं 2021 बैच की प्रशिक्षु आईएएस शिवाक्षी दीक्षित का कार्यकाल सोमवार को पूरा हो गया। शाम करीब 6 बजे नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया की अध्यक्षता में नगर आयुक्त सुश्री दीक्षित की फेयरवेल पार्टी की गई। जिसमें नगर पार्षदगण से लेकर पदाधिकारी और भावुक सफाई कर्मियों तक की सहभागिता रही।

महापौर श्रीमती सिकारिया ने कहा कि हमारे नगर निगम बोर्ड के सदस्यगण से लेकर हमारे कार्यालय परिवार को हर हाल में प्रेक्टिकल बने रहने की बड़ी सीख मिली है। हमने यह भी सीखा है कि आप आईएएस लोगों का एकेडमिक अंदाज निजी जीवन से साफ अलग होता है। आज हमारे सफाईकर्मी तक आपको विदा करते हुए भावुक हो रहे हैं।

वहीं प्रशिक्षु आईएएस शिवाक्षी ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में साफ सफाई से लेकर विकास कार्यों को भी नजदीक से देखनाबहुत अच्छा लगा। लेकिन आप सबसे आज विदा होते हुए मैं ऐसा अनुभव कर रही हूं कि ग्राउंड लेबल जाकर आप सहित सफाई निरीक्षक जुलुम जी और तबरेज जी का सहकर्मियों का सहयोग और निर्देशन करना सुखद लगा।

सुश्री दीक्षित ने यह भी कहा कि मेरी इच्छा रहेगी कि स्थानीय सरकार के रूप में प्रशासक के रूप में मुझे आगे भी मौका मिले। उन्होंने नगर निकाय के कार्यों की व्यवहारिक सीख के लिए अपने एक माह के कार्यकाल को छोटा बताया। इस आयोजन में महापौर के साथ नगर आयुक्त शंभू कुमार ने सुश्री दीक्षित को सम्मानित किया।

मौके पर सभी सिटी मैनेजर सहित निगम के सभी अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।

सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन की रुस से अपील, यूक्रेन से अविलंब युद्ध को करे समाप्त

बेतिया : आज 28 मार्च 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में विश्व शांति , मानवता की रक्षा एवं युद्ध समाप्ति के लिए सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न धर्मों के लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित किए गए। 

इस अवसर पर अंतराष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ0 एजाज अहमद, डॉ शाहनवाज अली एवं डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड ने सर्वप्रथम यूक्रेन रूस युद्ध एवं दुनिया भर में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आधुनिक सभ्य समाज में युद्ध के लिए कोई जगह नहीं है। 

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्माताओं ने सदैव ही युद्ध एवं हिंसा का विरोध किया है। इसे किसी भी परिस्थिति में जायज नहीं ठहराया जा सकता ।संयुक्त राष्ट्र संघ एवं विश्व बिरादरी को यूक्रेन रूस युद्ध को बंद कराने की अंतिम प्रयासों को जारी रखना है। सीरिया समेत पश्चिम एशियाई देशों में संघर्ष पर चिंता व्यक्त की गई। सऊदी अरब एवं यमन संघर्ष की निंदा करते हुए कहा कि जटिल समस्याओं का हल आपसी बातचीत से ही संभव है।  

इस अवसर पर डॉ एजाज अहमद ,डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल,डॉ शाहनवाज अली,, नवीदूं चतुर्वेदी ने शुरू से कहा कि आज के समय में हम सभी को प्राकृतिक आपदाओं एवं मानव निर्मित आपदाओं से बचने के लिए हर समय तैयार रहने की आवश्यकता है ।साथ ही साथ बच्चों और युवाओं को आपदा से बचने के लिए प्रशिक्षण देने की जरूरत है। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि देश के प्रत्येक जिलों में 10000 क्षमता का आपदा क्लीनिक स्थापित किया जाए।

जिलाधिकारी द्वारा खसरा-रूबैला उन्मूलन और टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा की, अभियान चलाकर छूटे हुए सभी बच्चों को टीकाकरण करने का दिया निर्देश

बेतिया : जिलाधिकारी कुंदन कुमार ने कहा कि भारत सरकार द्वारा दिये गये निर्देश के आलोक में खसरा-रूबैला उन्मूलन दिसंबर 2023 तक शत-प्रतिशत कर दिया जाना है। इसके तहत बच्चों के 09 माह होने पर खसरा-रूबैला के प्रथम डोज एवं 16 माह के होने पर द्वितीय डोज से शत-प्रतिशत आच्छादित किया जाना है।

उन्होंने कहा कि इस कार्य को मिशन मोड में कराना सुनिश्चित किया जाय। खसरा-रूबैला से बचाव हेतु अभियान चलाकर छूटे हुए सभी बच्चों को टीकाकरण से आच्छादित किया जाय। उन्होंने कहा कि बच्चों का सम्पूर्ण टीकाकरण कराना अतिआवश्यक है। सम्पूर्ण टीकाकरण हेतु व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार करते हुए जनजागरूकता लायी जाय। जिलाधिकारी द्वारा खसरा-रूबैला उन्मूलन और टीकाकरण की प्रगति की समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सभी प्रशासनिक पदाधिकारी यह ध्यान रखेंगे कि क्षेत्रान्तर्गत खसरा-रूबैला के संदिग्ध बच्चे मिलते हैं तो इसकी सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं कर्मियों को दें ताकि उनकी निगरानी करते हुए जांच किया जा सके।

 

समीक्षा के क्रम में डब्ल्यूएचओ के डॉ0 भाष्करण द्वारा खसरा-रूबैला से संबंधित प्रजेंटेशन देते हुए बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा खसरा-रूबैला की रोकथाम करने हेतु कार्रवाई की जा रही है। 

उन्होंने बताया कि नियमित रूप से रेंडमली बच्चों की जांच करायी जाती है। जांचोपरांत यह तथ्य प्रकाश में आया कि कुछ संक्रमित बच्चों को नियमित टीकाकरण से आच्छादित नहीं किया गया था। इस कारण ये बच्चे संक्रमित हो गये। संक्रमित बच्चों को समुचित ईलाज मुहैया कराते हुए उन्हें स्वस्थ कर दिया गया है। 

उन्होंने बताया कि खसरा-रूबैला बीमारी होने पर बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बुरी तरह प्रभावित होता है। इसके कारण अन्य बीमारी भी बच्चों को गंभीर रूप से जकड़ लेता है। खसरा-रूबैला से बचाव हेतु एमआर-01 एवं एमआर-02 दोनों टीका लेना अनिवार्य है। 

जिलाधिकारी बताया कि खसरा-रूबैला दोनों के लक्षण लगभग एक समान ही है। इसमें बच्चों को बुखार के साथ शरीर पर लाल दाने निकल आते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में यह भ्रांति है कि यह माता जी या मईया जी हैं। उन्होंने बताया कि एएनएम के माध्यम से तथा अन्य माध्यमों से यह प्रचारित कराया जाता है कि बच्चों को अगर बुखार के साथ शरीर पर लाल दाने निकल आते हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में टीकाकरण सहित मेडिसिन उपलब्ध है। 

उन्होंने बताया कि नियमित रूप से हर महीने हर गांव-टोलों में एएनएम के माध्यम से टीकाकरण सत्र का आयोजन किया जाता है। वर्तमान में लगभग चार हजार से ज्यादा सेशन साइट बनाये गये हैं जहां एएनएम नियमित टीकाकरण का कार्य करती है। 

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्त्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय, सिविल सर्जन, डॉ0 श्रीकांत दूबे, महामारी विशेषज्ञ, डॉ0 आरस मुन्ना, डब्ल्यूएचओ के डॉ0 भाष्करण सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

रोट्रेक्ट क्लब ने 100 जरूरतमंदों के बीच भोजन का किया वितरण

नरकटियागंज : रोट्रेक्ट क्लब की स्थानीय इकाई द्वारा विगत रात्री में रेलवे-स्टेशन पर 100 जरूरतमन्द और भूखे यात्रियों के बीच भोजन के पैकेट का वितरण किया. 

सचिव प्रिंस कुमार ने कहा कि इस भागमभाग जीवन में किसी को एक शाम का भोजन कराना एक पुण्य का काम है. 

     

अग्रणी अध्यक्ष सुमित कुमार गुप्ता ने बताया कि हमारी क्लब विगत एक वर्ष से हर माह के अंतिम रविवार को इस कार्यक्रम का आयोजन करता आ रहा है जिसमें रोटरी क्लब के सदस्यों का अहम योगदान रहा है. 

इस बार रोटरी क्लब के डाॅ बी0 के0 चौहान के सौजन्य से पचास पैकेट भोजन की सहयोग हुआ है शेष हमारे सदस्यों के आपसी सहयोग से लोगों के बीच भोजन का वितरण किया गया. 

    

इस अवसर पर अध्यक्ष सुदिस्ट कुमार,चंदन कुमार,नंदन कुमार, शशिभूषण कुमार,नवीन कुमार और परनित कुमार की भागीदारी रही.

बिहार दिवस पर निगम प्रशासन की ओर से चलाए जा रहे विशेष स्वच्छता सप्ताह का हुआ समापन, मौके पर महापौर ने कही यह बात

बेतिया : बिहार दिवस पर नगर निगम प्रशासन की ओर से 19 मार्च से 26 मार्च तक चलाए जा रहे विशेष स्वच्छता सप्ताह का का आज समापन हो गया है। इस मौके पर महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने कहा कि नगर निगम प्रशासन ने संपूर्ण स्वच्छता का लक्ष्य पाने के अभियान की शुरुआत की है। 

उन्होंने कहा कि इसके लिए वार्ड 26 के ऑफिसर्स कॉलोनी व पुलिस लाइन मुहल्ले को आदर्श और अनुकरणीय बनाने तथा जगजीवन नगर को आत्म निर्भर बनाने का लक्ष्य नगर निगम प्रशासन द्वारा निर्धारित किया गया है। इसी संकल्प को लेकर बिहार दिवस के मौके पर बीते 19 से आज 26 मार्च तक विशेष स्वच्छता सप्ताह आयोजित किया गया। 

इस आयोजन को लेकर घरेलू कचरे का पृथक्करण और निपटान कैसे करना है इसके लिए व्यवहार परिवर्तन का अभ्यास का आरंभ गणमान्य नागरिकों से किया गया है। श्रीमती सिकारिया ने कहा कि इसका तौर तरिका सिखाने में सिटी मैनेजर अरविंद कुमार ने ट्रेनर की भूमिका निभाई है। 

बेतिया नगर आयुक्त सह सहायक समाहर्ता शिवाक्षी दीक्षित ने कहा कि संपूर्ण स्वच्छता का लक्ष्य पाने के लिए हम सबके व्यवहार में परिवर्तन से स्वच्छता की बुनियादी शुरुआत होगी। नगर आयुक्त शंभू कुमार ने गीले कचरे की कंपोस्टिंग के तरीके को वैसे ही करना है,जैसा कि ट्रेनिंग में बताया गया है। 

मौके पर मौजूद सिटी मैनेजर रवि अमरनाथ ने कहा कि हम अधिकारी और नगर निगम की पूरी टीम आप सबके बीच आती रहेगी।

बेतिया: नगर निगम बोर्ड की मैराथन बैठक में वर्ष 2023-24 के लिए 433 करोड़ का बजट पारित- गरिमा

बेतिया: नगर निगम के सभागार में शनिवार की शाम संपन्न निगम बोर्ड की विशेष मैराथन बैठक में वर्ष 2023-24 के लिए कुल करीब 433 करोड़ के बजट प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया। 

नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि कतिपय मुद्दों पर बजट विशेषज्ञों की राय की प्रक्रिया अब भी जारी है।किसी भी स्तर से प्राप्त उपयोगी सुझाव या सुधार के आधार पर फाइनल बजट के अंतिम आकार और ड्राफ्ट में जरूरी बदलाव को भी नगर निगम बोर्ड ने सर्व सहमति से स्वीकृति दे दी है। 

इससे पूर्व बैठक की शुरुआत करते हुए नगर आयुक्त सह सहायक समाहर्ता शिवाक्षी दीक्षित ने कहा कि बजट को संधारित करने में नगर निगम क्षेत्र के चतुर्दिक विकास को ध्यान में रख कर अनेक नए आयाम दिए गए हैं। 

इधर शनिवार शाम तक चली नगर निगम बोर्ड की विशेष बैठक में दर्जनाधिक पार्षदगण के अनेक सवाल और आसंकाओं का समाधान करने का कार्य महापौर गरिमा देवी सिकारिया के अतिरिक्त नगर आयुक्त द्वय सुश्री शिवाक्षी दीक्षित और शंभू कुमार ने सदस्यों की जिज्ञासा को शांत करने के साथ सभी के सवालों का संतोषजनक जवाब दिया। 

बैठक के अंत में नगर निगम महापौर श्रीमती सिकारिया दोनों नगर आयुक्त के अतिरिक्त उपमेयर सहित पार्षदगण, सिटी मैनेजर अरविन्द कुमार व रवि अमरनाथ के अतिरिक्त प्रधान सहायक रमन कुमार और उनके सभी सहयोगी कर्मियों के अथक परिश्रम की सराहना की और धन्यवाद दिया।

31 मार्च को डीआरसीसी में जॉब कैम्प का आयोजन, 200 विभिन्न पदों के लिए अभ्यर्थियों का किया जायेगा चयन


बेतिया: श्रम संसाधन विभाग जिला नियोजनालय के तत्वाधान में दिनांक-31.03.2023 को स्थानीय डीआरसीसी (जिला निबंधन एवं परामर्श केन्द्र) के प्रांगण में जॉब कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। इस दिन पूर्वाह्न 11.00 बजे से अपराह्न 04.00 बजे तक इच्छुक अभ्यर्थी जॉब कैम्प में नियोजक से जॉब के विषय में जानकारी प्राप्त कर अपना आवेदन/बायोडाटा जमा कर सकते हैं।

जिला नियोजन पदाधिकारी, श्री अंकित राज द्वारा बताया गया कि जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार के दिशा-निर्देश के आलोक में लगातार जिले में जॉब कैम्प का आयोजन कर बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार मुहैया कराने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में 31 मार्च 2023 को भी जॉब कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। 

उन्होंने बताया कि आईआईएफएल समस्ता फाइनेंस लिमिटेड, राजराय सेक्युरेक्स प्राइवेट लिमिटेड तथा उर्वर धारा एग्रो प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा कस्टमर रिलेशनशिप ऑफिसर, सिक्युरिटी गार्ड, सेल्स एक्जीक्यूटिव पद पर कार्य करने के इच्छुक कुल-200 अभ्यर्थियों का चयन किया जायेगा। 

उन्होंने बताया कि निजी नियोजक, पद, योग्यता, उम्र, मानदेय, रिक्ति, कार्यस्थल आदि की विस्तृत जानकारी का प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है ताकि लक्ष्य के अनुरूप बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी दिलायी जा सके।

बेतिया: रामनवमी, चैत्र (चैती) छठ, रमजान माह को लेकर विधि-व्यवस्था संधारण की हुई समीक्षा

बेतिया: जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार द्वारा आज समाहरणालय सभाकक्ष में रामनवमी, चैत्र (चैती) छठ, रमजान माह के मद्देनजर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु की गयी तैयारियों की गहन समीक्षा की गयी। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, बेतिया, श्री उपेन्द्र नाथ वर्मा, उप विकास आयुक्त, श्री अनिल कुमार, सहायक समाहर्ता, सुश्री शिवाक्षी दीक्षित, अपर समाहर्ता, श्री राजीव कुमार सिंह, श्री अनिल राय सहित सभी जिलास्तरीय प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे। साथ ही अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर के सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए जुड़े रहे।

जिलाधिकारी ने कहा कि रामनवमी एवं चैती छठ के अवसर पर विधि-व्यवस्था बनाये रखने हेतु सभी प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को पूरी मुस्तैदी के साथ अपने-अपने कर्तव्यों एवं दायित्वों का निवर्हन करना है। सजग एवं सतर्क रहते हुए शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में आगामी पर्व-त्यौहारों को सम्पन्न कराना है।

उन्होंने कहा कि चैती छठ को लेकर घाटों पर सभी व्यवस्था दुरूस्त कर ली जाय। नदी घाट, तालाब जहां छठ पूजा पर श्रद्धालुओं की भीड़ इकट्ठा होती है, वहां एसओपी के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं की जानी है। नदी घाट, तालाबों की अच्छे तरीके से बैरिकेडिंग करानी आवश्यक है। खतरनाक घाटों को निषिद्ध कर दिया जाय। साथ ही वैकल्पिक व्यवस्था स्थानीय बुद्धिजीवियों की सलाह के अनुरूप सुनिश्चित किया जाय। उन्होंने कहा कि घाटों के किनारे पर्याप्त रौशनी की व्यवस्था, चेजिंग रूम आदि व्यवस्थाएं आयोजकों से समन्वय स्थापित कर कराना सुनिश्चित किया जाय।

उन्होंने निर्देश दिया कि छठ घाटों पर निजी नावों के परिचालन पर रोक/अंकुश लगाया जाय। इसके साथ ही पटाखों की बिक्री पर भी रोक लगा दी जाय ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना की संभावना नहीं रहे। उन्होंने निर्देश दिया कि पूजा सूमितियों के साथ बैठक आयोजित कर शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व-त्यौहारों को सम्पन्न कराया जाय।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि सिविल सर्जन क्यूएमआरटी को आवश्यक संसाधनों के साथ अलर्ट मोड में रखेंगे। इसके साथ ही एसडीआरएफ की टीम भी अलर्ट मोड में रखी जाय ताकि विषम परिस्थिति में त्वरित गति से कार्रवाई की जा सके।

उन्होंने कहा कि छठ घाटों पर गोताखोरों, मोटरबोट की तैनाती सुनिश्चित किया जाय। गोताखोर महाजाल के साथ अलर्ट मोड में रहेंगे। इसके साथ ही छठ घाटों पर मजिस्ट्रेट एवं पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों की प्रतिनियुक्ति कर दी जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि रामनवमी को लेकर मंदिरों की साफ-सफाई, सुरक्षा व्यवस्था आदि सभी व्यवस्थाएं सुदृढ़ रखी जाय। इस दौरान असामाजिक तत्वों से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बलों को सादे लिबास में भी प्रतिनियुक्त किया जाय। असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से पेश आया जाय।

उन्होंने कहा कि रामनवमी एवं चैती छठ के अवसर पर कई जगहों पर कलश यात्रा, शोभा यात्रा सहित अन्य प्रकार के जुलूस निकालने की सूचना प्राप्त हुई है। साथ ही कई जगहों पर मूर्ति अधिष्ठापन की भी सूचना प्राप्त हुई है। इस दौरान सभी अधिकारी पूरी तरह अलर्ट रहेंगे। आवश्यकतानुसार मजिस्ट्रेट, पुलिस दंडाधिकारी सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की जाय। कलश यात्रा, शोभा यात्रा सहित अन्य जुलूस का रूट वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से करें।

उन्होंने निर्देश दिया कि बिना अनुज्ञप्ति के एक भी प्रोसेशन नहीं निकलना चाहिए। प्रोसेशन निकालने वाले समितियों के साथ बैठक कर लें तथा प्रोसेशन के एसओपी से उन्हें अवगत करायें। उन्हें बताएं कि विधि-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आयोजकों को एसओपी का शत-प्रतिशत अनुपालन करना अनिवार्य है।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि पूजा को लेकर भीड़भाड़ वाले स्थलों, मेलों, पूजा-पंडालों में सीसीटीवी का अधिष्ठापन, पब्लिक एड्रेस सिस्टम तथा प्रॉपर तरीके से क्राउड मैनेजमेंट की व्यवस्था आयोजकों के साथ समन्वय स्थापित कर सुनिश्चित किया जाय।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक, श्री उपेन्द्र नाथ वर्मा ने कहा कि आगामी पर्व-त्यौहारों को लेकर पुलिस अधिकारी तत्परतापूर्वक कार्य करेंगे। चौकीदारों की परेड करा लें। चौकीदारों से मिले इनपुट के आधार पर त्वरित गति से निरोधात्मक कार्रवाई करें। असामाजिक, शरारती एवं अपराधिक तत्वों के साथ विधिसम्मत कार्रवाई करें।