*कानरा में आत्मनिर्भर भारत की चुनौतियां और संभावनाएं विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारम्भ*
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नितेश श्रीवास्तव
भदोही। केएनपीजी काॅलेज ज्ञानपुर भदोही में सेमिनार हाल मे आज से दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य शुभारंभ हुआ।मुख्य अतिथि के रूप में मंचासीन उच्च शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश के निदेशक प्रोफेसर ब्रम्हदेव ने अपने सम्बोधन में कहा कि वर्तमान संदर्भ में भारत को तकनीकी रूप से प्रतिस्पर्धी बनाने और वैश्विक पटल पर शीर्ष पर स्थापित करने हेतु उसका आत्मनिर्भर होना आवश्यक है।
हमारा देश चीन की तरह सीमा के विस्तारवादी नीति का समर्थन नहीं करता अपितु आत्मनिर्भरता को सशक्त करने के मार्ग का अनुसरण कर रहा है।स्थानीय वैशिष्ट्य के सन्दर्भ में उन्होंने यह भी कहा कि भदोही जनपद के इतिहास के पुर्नलेखन की आवश्यकता है।यह भी आशा व्यक्त किया कि इस संगोष्ठी में आत्मनिर्भर भारत के विभिन्न मुद्दों एवं उनसे जुड़ी चुनौतियों पर विद्वत चर्चा से एक सार्थक परिणाम अवश्य प्राप्त होगा।
सेमिनार के बीज वक्ता(Key note Speaker) के रूप में बोलते हुए बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के वाणिज्य विभाग के प्रोफेसर अखिल मिश्रा ने कहा कि हमारी संस्कृति सदियों से ही आत्मनिर्भर रही है।इसके पूर्व हमारी चौथी पंचवर्षीय योजना में भी स्व-स्फूर्त की धारणा अस्तित्व में आयी थी ।वर्तमान सरकार द्वारा क्रियान्वित आत्मनिर्भर भारत अभियान का उद्देश्य विशिष्ट है क्योंकि इसमें हम उत्पादन को अपने देश के लिए ही नहीं अपितु वैश्विक जगत से भी संकलित और संकल्पित करते हैं।
उन्होंने स्वामी विवेकानंद के उठो,जागो और स्वावलंबी बनो को उदधृत करते हुए बताया कि सरकार इसी भावना को चरितार्थ करने हेतु स्टार्टअप्स इंडिया, स्किल इंडिया के साथ मेक इन इंडिया अभियान को सशक्त कर रही है।उन्होंने यह भी कहा कि देश में चाईनीज उत्पादों का बहिष्कार तभी हो सकता है जब हम सभी भारतीय महात्मा गांधी के स्वदेशी जागरण की भावना को अपनायेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि आत्मनिर्भर भारत की मूल थीम ही लोकल फॉर ग्लोबल है।विशिष्ट अतिथि के रूप में बी.एच.यू. वाराणसी से उपस्थित डॉक्टर अवधेश सिंह ने आत्मनिर्भर भारत के समक्ष विद्यमान प्रमुख चुनौतियों की चर्चा की।दूसरे विशिष्ट अतिथि के रूप में राजकीय महाविद्यालय टोडरपुर हरदोई के प्राचार्य डॉक्टर आलोक श्रीवास्तव ने अपने सम्बोधन में आत्मनिर्भरता को समझाते हुए बताया कि सरकार इस उद्देश्य के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु विभिन्न योजनाओं और कार्यक्रमों के माध्यम से बजटीय आवंटन भी सुनिश्चित कर रही है।
हाल ही में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट उसी दिशा में किया गया एक महत्वपूर्ण प्रयास है।उद्घाटन सत्र के प्रारम्भ में महाविद्यालय के
प्राचार्य डॉक्टर प्रदीप नारायण डोंगरे ने मुख्य अतिथि व अन्य उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि हमारा देश संक्रमण की अवस्था से गुजर रहा है और ऐसे में आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना और उसका क्रियान्वयन देश को वैश्विक ऊँचाई पर ले जाने वाला होगा।
विषय प्रवर्तन का कार्य डॉक्टर महेन्द्र कुमार ने किया।सत्र के शुभारम्भ के पूर्व उपस्थित मुख्य और विशिष्ट अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर प्रारम्भ किया गया।प्राचार्य द्वारा सभी उपस्थित अतिथियों का बैज अलंकरण , पुष्प गुच्छ व अंगवस्त्रम प्रदान कर स्वागत किया गया।संगोष्ठी में अतिथियों द्वारा राष्ट्रीय सेमिनार की स्मारिका का भी विमोचन किया गया।तकनीकी सत्र में उत्तर प्रदेश राजर्षि टण्डन मुक्त विश्वविद्यालय के डॉक्टर ज्ञान प्रकाश यादव के अतिरिक्त डॉक्टर किरण शर्मा, डॉक्टर भारतेन्दु द्विवेदी तथा डॉक्टर कमाल अहमद सिद्दिकी एवं डॉक्टर बालकेश्वर ने आत्मनिर्भर भारत की चुनौतियों एवं संभावनओं के विभिन्न पक्षों पर अपने महत्वपूर्ण विचारों को प्रतिभागियों के समक्ष प्रस्तुत किया।
इस संगोष्ठी के संयोजक डॉक्टर रमेश चन्द्र यादव थे।इस अवसर पर सभागार में डॉक्टर कमाल अहमद सिद्दीकी, डॉक्टर भारतेन्दु द्विवेदी,प्रोफेसर शुभा श्रीवास्तव, प्रोफेसर किरण शर्मा, प्रोफेसर आर.पी.यादव, प्रोफेसर सुरेन्द्र कुमार यादव,प्रोफेसर घनश्याम मिश्र, प्रो.बालकेश्वर,प्रोफेसर अरूण कुमार कुशवाहा, प्रोफेसर कामिनी वर्मा, डॉक्टर रश्मि सिंह, डॉक्टर कल्पना अवस्थी,डॉक्टर विनोद यादव,डॉक्टर अंजू वर्मा, डॉक्टर मनोज कुमार अवस्थी, डॉक्टर महेन्द्र त्रिपाठी, डॉक्टर जय प्रकाश शर्मा, डॉक्टर दीप नारायण मिश्र,डॉक्टर रविन्द्र पाण्डेय, डॉक्टर आनन्द,डॉक्टर सुशील,डॉक्टर रत्नेश सोनी,डॉक्टर श्रीप्रकाश, डॉक्कर अर्चना, डॉक्टर मनोज यादव,डॉक्टर आलोक रंजन,डॉक्टर अरूण कुमार, डॉक्टर इंग्लेश भारती,डॉक्टर धर्मेन्द्र कुमार डॉक्टर लोकपति त्रिपाठी, डॉक्टर सन्तोष आर्य, डॉक्टर अजय सिंह, डॉक्टर मोनिका, डॉक्टर ईरा त्रिपाठी, डॉक्टर संजय कुमार, डॉ.विकाश, डॉक्टर प्रतीक जान्हवी त्रिपाठी,डॉक्टर अजहरुद्दीन,डॉक्टर सूर्य नाथ खरवार, डॉक्टर ज्योति तथा डॉक्टर राजेश आदि महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापकों के साथ ही अन्य महाविद्यालयो से डॉक्टर अवधेश सिंह यादव, डॉक्टर सर्वेशानन्द, डॉक्टर पंकज सिंह, डॉक्टर राजेश दूबे, डॉक्टर विजय बहादुर यादव आदि उपस्थित थे।
मंच पर संगोष्ठी के आयोजक सचिव के रूप में डॉक्टर चन्द्रभान, डॉक्टर अतिशयेन्द्र, डॉ.अभिमन्यु व डॉक्टर मेघना त्रिपाठी के साथ सह- संयोजक के रूप में डॉक्टर महेन्द्र कुमार ,डॉक्टर धीरेंद्र, डॉक्टर निधि खन्ना और डॉक्टर विवेक मौजूद थे।कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर विष्णु कान्त त्रिपाठी ने तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर अतिशयेन्द्र कौशल ने किया।
Mar 26 2023, 19:25