लोहिया की 113 वीं जन्मदिवस एवं भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव की 92वी शहादत दिवस पर पश्चिम चंपारण से दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि
बेतिया : आज दिनांक 23 मार्च 2023 को सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सभागार सत्याग्रह भवन में गोवा मुक्ति संग्राम के महानायक महान स्वतंत्रता सेनानी डॉ राम मनोहर लोहिया की 113 वी जन्मदिवस एवं अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव की 92वी शहादत दिवस पर एक सर्व धर्म प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया, जिसमें सभी धर्मों के लोगों ने भाग लिया।
इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय पीस एंबेस्डर सह सचिव सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन डॉ एजाज अहमद अधिवक्ता, डॉ सुरेश कुमार अग्रवाल चांसलर प्रज्ञान अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय झारखंड, डॉ शाहनवाज अली, डॉ अमित कुमार लोहिया, पश्चिम चंपारण कला मंच की संयोजक शाहीन परवीन ने संयुक्त रूप से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि गोवा मुक्ति संग्राम के महानायक महान स्वतंत्रता सेनानी डॉ राम मनोहर लोहिया का जन्म 23 मार्च 1910 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद में वर्तमान मे अम्बेडकर नगर जनपद नामक स्थान में हुआ था। उनके पिताजी श्री हीरालाल पेशे से अध्यापक सच्चे राष्ट्रभक्त थे।
उनकी माता बेतिया पश्चिम चंपारण के चनपटिया बाजार की एक समृद्ध कपड़े की व्यवसाय की बेटी थी।ढाई वर्ष की आयु में ही उनकी माताजी (चन्दा देवी) का देहान्त हो गया।। उन्हें दादी के अलावा सरयूदेई ने पाला। टंडन पाठशाला में चौथी तक पढ़ाई करने के बाद विश्वेश्वरनाथ हाईस्कूल में दाखिल हुए।
उनके पिताजी गाँधीजी के अनुयायी थे। जब वे गांधीजी से मिलने जाते तो राम मनोहर को भी अपने साथ ले जाया करते थे।
राम मनोहर लोहिया के पिता को महात्मा गांधी से चंपारण सत्याग्रह के समय बेतिया चंपारण में मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। विभिन्न अवसरों पर राम मनोहर लोहिया के पिता चनपटिया चंपारण आया करते थे। इस समय महात्मा गांधी चंपारण में सत्याग्रह कर रहे थे।इसके कारण गांधीजी के विराट व्यक्तित्व का उन पर गहरा असर हुआ। पिताजी के साथ 1918 में अहमदाबाद कांग्रेस अधिवेशन में पहली बार शामिल हुए।
राष्ट्रीय आंदोलन में डॉ राम मनोहर लोहिया ने अहम भूमिका निभाई देश की स्वाधीनता के बाद सामाजिक उत्थान के कार्यों में उनका योगदान अतुल्य रहा। गोवा मुक्ति अभियान में गोवा में पुर्तगाली शासन समाप्ति के लिए उन्होंने पूरे देश में जन जागरण अभियान चलाया। देखते ही देखते गोवा पुर्तगाली शासन से लगभग 500 वर्षो की गुलामी से आजाद हुआ। इस मंच के माध्यम से गोवा मुक्ति अभियान के महानायक डॉ राम मनोहर लोहिया एवं हम उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने मातृभूमि की स्वाधीनता के लिए अपना सब कुछ निछावर कर दिया।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि है आज ही के दिन लाहौर सेंट्रल जेल में है अंग्रेजों ने राष्ट्रीय आंदोलन को कुचलने के लिए भारत के 3 सपूतों भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव को आनन-फानन में फांसी के फंदे पर लटका दिया ।
इस अवसर पर मीना बाजार व्यवसायी संघ के सचिव रेयाज अहमद एवं शशि भूषण गुप्ता ने संयुक्त रूप से कहा कि राष्ट्रीय आंदोलन एवं देश की स्वाधीनता के लिए ऐतिहासिक मीना बाजार के व्यवसायियों का गौरवशाली इतिहास रहा है ।
1917 में महात्मा गांधी एवं 1925 के बाद के वर्षों में चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह राजगुरु एवं सुखदेव जैसे मां भारती के सपूतों को ऐतिहासिक मीना बाजार के व्यवसायियों ने हर संभव किया था । विभिन्न अवसरों पर राष्ट्रीय आंदोलन को धारदार बनाने के लिए भगत सिंह ने ऐतिहासिक मीना बाजार के व्यवसायियों से सहयोग दिया था। इस मंच के माध्यम से हम उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि शहीदों एवं स्वतंत्र सेनानियों के सम्मान में बेतिया में विश्वविद्यालय एवं राष्ट्रीय संग्रहालय का निर्माण सरकार द्वारा किया जाए ताकि नई पीढ़ी अपने पुरखों के त्याग एवं बलिदान को जान सके।
Mar 23 2023, 16:10